कहीं वो सब सपना तो नही complete

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mini

Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by mini »

bahut maze karwa rhe ho hero ko,,,,,,,so nice
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007
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

mini wrote:bahut maze karwa rhe ho hero ko,,,,,,,so nice
hum to aapko bhi maze karawa denge Mini ji
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

मैं पहले कहने तो लगा था कि एक चूत तो आज तू बाइक पे लेके घूम रहा था लेकिन मैं उसके मुँह से सब सुनना चाहता था,,,तभी मेरे दिमाग़ मे एक बात आई,,,सोचा क्यू ना इसको थोड़ा गुस्सा दिलाया जाए,,,,,साला लड़की लेके घूम रहा था ओर बोल रहा था घर का कोई काम था इसलिए लेट हो गया,,,,मेरे को तडपा रहा है अब इसकी बारी है,,,,,,

देख करण भाई एक चूत का बंदोबस्त किया है मैने लेकिन तुझे वो चूत पसंद आएगी या नही मैं नही जानता,,,,,,

अरे भाई मुझे सब चूत पसंद आएगी वो कैसी भी हो,,,,,,करण एग्ज़ाइट्मेंट मे बोल रहा था,,,,,कॉन है वो जल्दी बताओ भाई,,ऑर कहाँ है,,,,

पहले बता तू गुस्सा तो नही करेगा ना,,,,,,


अरे भाई आप मेरे लिए चूत का बंदोबस्त करो ओर मैं गुस्सा करूँ,,,,,,,,,,,,क्या मज़ाक करते हो,,,,,,जल्दी बोलो कॉन है वो,,,,

नही करण पहले बता तू गुस्सा तो नही करेगा,,,,,क्यूकी जो बात मैं बोलने वाला हूँ तू पक्का गुस्सा करेगा,,,,

अरे भाई नही करता गुस्सा लेकिन बताओ तो सही क्या बात है,,,,,

ठीक है बतता हूँ लेकिन यहाँ नही,,,,कहीं ऑर जहाँ तू ऑर मैं हो बस,,,,,,,

ठीक है भाई तो मेरी कार मे चलते है,,,,,,

मैं बोलने तो लगा कि साले लड़की को लेके बाइक पर घूम रहा था ऑर अब कार पर आया है कॉलेज,,,,

ठीक है चलो कार मे बैठकर बात करते है,,,,,,

हम लोग करण की कार मे बैठ गये ओर उसके कार स्टार्ट करके एसी ऑन कर लिया,,,,,,,,

जल्दी बोलो कॉन है वो भाई,,,,,मेरे से वेट नही होता,,,,,,

तू पहले बोल कि गुस्सा नही,,,,,,,,,,,,,,

नही करता मेरे बाप तू जल्दी बता क्यू तडपा रहा है,,,,

करण मैने तेरे लिए चूत का बंदोबस्त किया है,,,,ऑर ऐसी चूत का कि जिसको तू हर टाइम चोद सकता है बिना किसी डर के जैसे शिखा दीदी को चोदता है,,,,,,

मेरी बात सुनके करण बहुत ज़्यादा खुश हो गया,,,,,,कॉन है वो भाई जल्दी बोलो,,,,,

मैं अलका आंटी यानी तेरी मोम की बात कर रहा हूँ,,,,,,

ये क्या बकवास कर रहा है तू सन्नी ,,,,,करण पूरे गुस्से मे बोला,,,,,,,,तुझे पता है तू क्या बोल रहा है,,,,तू होश मे तो है
वो मेरी माँ है,,,,,,,,



मैं जानता था तू मेरी बात सुनके गुस्सा करेगा इसलिए नही बता रहा था मैं तेरे को,,,,वैसे तूने ही बोला था चूत किसी की
भी हो तुझे कोई फ़र्क नही पड़ता,,,

गुस्सा नही करूँ तो क्या करूँ सन्नी भाई ,,,तू एक बेटे के सामने उसको उसी की माँ के साथ,,,,,,,,,मुझे तो बोलते टाइम ही शरम आती है ऑर तू कहता है मैं गुस्सा नही करूँ,,,,,चूत किसी की भी हो लेकिन मेरी ही माँ की ,,,,,,,,,,,,,,,,करण फिर चुप कर गया,,,,,

तब शर्म नही आई थी जब अपनी ही बेहन की चुदाई की थी तूने,,,,,ज़रा सोच जब तेरी बेहन का मुँह बेडशीट से कवर किया हुआ था' ऑर तू उसकी चुदाई कर रहा था तब तुझे पता चला था कि नीचे लेटी हुई लड़की जिसकी तू चूत मांर रहा है वो तेरी बेहन है,,,,अगर उस टाइम तेरे नीचे तेरी बेहन की जगह तेरी माँ होती तब भी तुझे कुछ पता नही चलता,,,,तू बस मस्ती से चुदाई करता उसकी,,,,

ऐसा मत बोलो सन्नी भाई,,,वो मेरी माँ है

जानता हूँ वो तेरी माँ है तभी बोल रहा हूँ,,,,,कभी तूने उसके बड़े बड़े बूब्स नही देखे,,उसकी मस्त ऑर मोटी गान्ड नही
देखी,,,,उसका भरा हुआ बदन नही देखा,,,,,क्या तेरा दिल कभी नही किया अपनी माँ को चोदने को,,,,

वो थोड़ा चुप हो गया,,,,

देख करण मेरे भाई,,,,अगर तेरी माँ भी तेरे से चुदाई करना शुरू कर देगी तो सोच ज़रा कि तू अपने ही घर मे अपनी बेहन
शिखा को जब दिल करे तब चोद सकता है,,,,ना कोई टेन्षन ना कोई डर ओर तो ऑर तेरी माँ भी तुम दोनो के साथ होगी चुदाई के खेल मे,,,,

करण चुप रहा कुछ नही बोला,,,,,,

देख भाई मैं इसी चूत का बंदोबस्त कर सकता था ऑर किसी चूत का बंदोबस्त नही कर सकता,,,,,

तभी करण एक दम से बोल पड़ा,,,,,,,,,,,,,,क्या तू अपनी माँ को चोद सकता है,,,क्या तू उसको मना सकता है चुदाई के लिए ताकि तू भी अपनी बेहन शोबा को जब दिल करे तब चोद सके,,,,बोल क्या तू ऐसा कर सकता है,,,,,,

मैने सोचा कि अब इसको क्या बोलू कि मैं तो पता नही कब्से अपनी माँ की चुदाई कर रहा हूँ,,,,

हाँ मैं कर सकता हूँ,,,मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता मेरे सामने मेरी बेहन की चूत हो या माँ की ,,,,वैसे भी मुझे तेरी माँ
की तरह अपनी माँ भी बहुत सेक्सी लगती है,,,,,,,,,,तेरी माँ की तरह मेरी माँ भी बड़े बड़े बूब्स ओर बड़ी गान्ड की मालिक है ,,जिसको देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता है,,,वैसे मेरे घर मे ऑर भी लोग है ,,,मैं अपनी माँ को मना भी लूँगा तो भी शोबा की चुदाई जब दिल करे तब नही कर सकता,,,लेकिन तेरे घर मे तो तेरे ऑर तेरी माँ के अलावा कोई नही है,,,तूने तेरी माँ को मना लिया तो हर टाइम चुदाई का मज़ा ले सकता है तू वो भी बिना किसी डर के,,,,,

मेरे से मेरी माँ की चुदाई की बात सुनके उसका मुँह खुला का खुला रह गया,,,,,,क्या तू सच मे अपनी माँ के बारे मे ऐसा सोचता है

हाँ करण,,ऑर क्या तू नही सोचता,,,खा अपने लंड की कसम कि तुझे तेरी माँ की मस्त गान्ड अच्छी नही लगती,,,,या तुझे मेरी माँ के बड़े बूब्स अच्छे नही लगते,,,,,

वो चुप हो गया,,,,,कुछ नही बोला,,,,,

बोल ना जवाब दे मेरी बात का,,,,क्या तेरा दिल नही करता तेरी माँ को चोदने का ,,क्या तुझे बड़ी गान्ड वाली लॅडीस अच्छी नही लगती जैसे तेरी माँ ऑर मेरी माँ,,,,,,,,,,,

लगती है भाई,,,,,,लेकिन डर भी लगता है,,,,,,,,,वो अपनी माँ है,,,,,चुदाई का दिल करे तो भी हिम्मत नही पड़ती,,,,

उसकी बात सुनके मैं खुश हो गया कि ये तो उतर गया बॉटल मे,,,,,

डरने की कोई बात नही करण ,,,,,,बस हिम्मत से काम लेना होगा,,,,ऑर सच बता तेरा दिल करता है क्या तेरी माँ ऑर मेरी माँ को चोदने का ,,,,,,,वैसे तुझे बता देता हूँ कि मेरा तो बहुत दिल करता है,,,,,,मेरी माँ मुझे अभी बोले तो मैं नंगी करके गान्ड मारनी शुरू कर दूं उसकी,,,,,,तू बता तेरा दिल क्या करता है,,,,,,

मेरा भी बहुत दिल करता है सन्नी भाई,,,,,,,,,,जब भी अपनी माँ को देखता हूँ तो मस्ती मे लंड खड़ा होने लगता है लेकिन ऐसा पहले कभी नही हुआ लेकिन जबसे शिखा दीदी को चोदना शुरू किया है तबसे माँ की मस्त गान्ड अच्छी लगने लगी है,,,,मैं तो कई बार मूठ भी मांर चुका हूँ माँ के नाम की ऑर कयि बार शिखा को चोदते टाइम सोचता हूँ कि मेरी माँ है शिखा की जगह जिसको मैं चोद रहा हूँ,,,,,,,,,,,,,,,वैसे ही मुझे तेरी माँ सरिता आंटी भी अच्छी लगती है,,,,उनके बारे मे भी सोच सोच कर बहुत मूठ मारी है मैने,,,,

साला तू तो बाद कमीना है मेरी तरह,,,,,,,,,,,,,,तो चल ठीक है तू आज से तेरी माँ को पटाने की कोशिश कर ऑर मैं मेरी माँ को

नही भाई मुझे बहुत डर लगता है,,,ना मैं आपकी माँ को पटा सकता हूँ ना अपनी माँ को,जो भी करना है आपको ही करना है,,,मेरी तो गान्ड ही फॅट जानी है एसी वैसी हरकत करते टाइम,,,,

चल साला फट्टू,,,,,,,,,,,,,,,,ठीक है मैं ही कुछ करता हूँ,,,,,,,,,,,बस तू मेरा साथ देना,,,देख मैं कैसे अपनी माँ को ऑर तेरी माँ
को पटाता हूँ फिर मिलकर मज़ा लेंगे अपनी अपनी माँ की मस्त गान्ड का
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

करण के फेस पर चमक ऑर खुशी देख कर सॉफ पता चल रहा था कि वो कितना खुश हो गया है अपनी ही माँ की चुदाई की बारे मे सोच सोच कर,,,,,,लेकिन अब करना क्या है आगे,,,,कुछ समझ नही आ रहा,,,,,,,,,,,,,,,चलो देखते है क्या होता है,सबसे बड़ा पंगा तो था इसको मनाने का,,,,,, ये मान गया अब कोई टेन्षन नही,,,,,

बात ख़तम करके मैं कार से निकला ऑर करण को बाइ बोलके वहाँ से चला गया,,,,,

ओके बाइ अब मैं घर चला ,,,,,तू भी घर जा ऑर ऐश कर शिखा के साथ,,,,,,,,,,,,करण हँसने लगा ऑर फिर बाइ बोलके वहाँ से चला गया,,,,,,,,,,

मुझे बड़ा गुस्सा आया साले पर,,,,,अपनी माँ ऑर मेरी माँ को चोदने को तैयार हो गया लेकिन साले ने एक बार भी बात नही की उस लड़की के बारे मे जो उसके साथ बाइक पर थी सुबह,,,,,,,,,लगता है कोई खास ही मामला है जिसको ये खुद खाना चाहता है ऑर मेरे से बचना चाहता है,,,,,,,,,,चलो कोई बात नही साले की माँ तो चोदने को मिल जाएगी,,,,,,

फिर मैं भी बाइक लिया ऑर घर आ गया,,,,अभी कॉलेज से छुट्टी होने मे टाइम था इसलिए पता था कि माँ ऑर मामा घर मे चुदाई कर रहे होंगे लेकिन बेल बजाने के 1 मिनट बाद ही दरवाजा खुल गया,,,,,,वो माँ ने खोला था,,,,,,

अरे बेटा आ गया इतनी जल्दी,,,,,,माँ ने खुश होके मुझे गले से लगा लिया,,,,

हाँ माँ बोल कर तो गया था कि जल्दी आ जाउन्गा,,,,तेरी वजह से आया हूँ जल्दी,,,,,लेकिन ये क्या आप लोग मस्ती नही कर रहे,,,,

धीरे बोल शोबा उपर ही है,,,माँ ने मेरे मुँह पर हाथ रखते हुए बोला,,,,,,

दीदी भी जल्दी आ गई क्या,,,,,,

नही बेटा वो तो आज गई ही नही कॉलेज,,,,,,,,,,,माँ ने उदास होके कहा,,,,

लेकिन मेरे सामने तो गई थी,,,,,,फिर क्या हुआ वापिस क्यूँ आ गई,,,,,,

पता नही बेटा ,,,,,पहले चली गई थी ,,जब मैं ऑर तेरे मामा मस्ती की तैयारी करने लगे थे तभी वापिस आ गई,,,बोल रही थी कि तबीयत ठीक नही है,,,,,

वो आराम कर रही थी तो आप बाद मे खेल शुरू कर लेते,,,,,,वो तो अपने रूम मे ही थी,,,,,

यही सोचा था बेटा लेकिन शोबा के घर आते ही तेरा मामा घर से बाहर चला गया,,,,,,,,,अब नही आता वो रात से पहले,,,,,

मैं जानता था मामा नशे का समान लेने गया होगा ऑर कहीं बैठकर पार्क मे नशा करने लग गया होगा,,,,जब नशा दूर होगा
तभी घर आएगा वो,,,,,,

तेरे लिए कुछ खाने को बना दूँ,,,,,,भूक लगी होगी,,,,,

भूख तो लगी है माँ लेकिन कुछ ऑर ही खाने को दिल कर रहा है,इतना बोलते ही मैने माँ के बूब्स को ब्लाउस के उपर से पकड़ लिया ऑर ज़ोर से दबा दिया,,,,

चल हट बदमाश,,,,शोबा उपर ही है,,,,जब देखो मसखरी करता रहता है,,,,,,,,,,,जा जाके नहा ले गर्मी मे पसीने की बदबू
आ रही है तेरे से तब तक मैं तेरे लिए कुछ खाने को बना देती हूँ,,,,,,,,,,,,,

अभी हटा रही हो ओर सुबह कॉलेज जाने से रोक रही थी,,,,,,ठीक है अभी नहा कर आता हूँ फिर पेट भर कर खाउन्गा तेरे को माँ इतना बोल कर मैने माँ की लिप्स पर हल्की किस की ऑर उपर अपने रूम मे चला गया,,,,

अपने रूम मे जाके मैं नहा धो कर बाहर निकला ऑर नीचे जाने लगा तभी मुझे शोबा उपर वाले ड्रॉयिंग रूम से निकलकर
किचन मे जाती नज़र आई,,,,,,,

मैं उसके पास चला गया,,,,,,,,,, वो किचन मे कुछ काम कर रही थी,,,,,,,,,,,

यहाँ क्या कर रही हो दीदी,,,,,,,मैने किचन के बाहर खड़े होके उस से पूछा,,,,,

उसने पलट कर मेरी तरफ देखा ,,,,,,,कोफ़ी बनाने लगी हूँ सन्नी ,,,,,,,,,तू पिएगा क्या,,,,,,,,

नही दीदी शुक्रिया वैसे भी माँ नीचे मेरे लिए कुछ खाने को बना रही होगी ,,,,,आपकी तो तबीयत ठीक नही थी माँ ने बताया
आज आप कॉलेज नही गई,,,,,,,,

हाँ सन्नी तूने रात भर इतनी दमदार चुदाई की पूरी रात सोने नही दिया ,,,सुबह कॉलेज जाती तो क्लास रूम मे ही सो जाती इसलिए सर दर्द का भाना करके वापिस घर आ गई,,,,,थोड़ी देर सो गई थी अभी कॉफी पीने को दिल किया तो यहाँ आ गई,,,,,

अब तबीयत कैसी है दीदी,,,,

तबीयत को क्या होना भाई तबीयत तो एक दम ठीक है बस आग लगी हुई है चूत मे ,,,दीदी ने बर्म्यूडा के उपर से ही अपनी चूत पर हाथ फेरते हुए बोला,,,,,,

मैं हँसने लगा,,,बोलो तो आग भुजा दूं दीदी,,,,,,,,,,

अभी नही ,,पहले नीचे जाके माँ को खा ले,,,,,,आइ मीन माँ के हाथ का पका हुआ खाना खा ले,,,,,

दीदी के बोलने का अंदाज़ ठीक नही लगा मुझे,,,,,,

क्या बोला दीदी फिर से बोलना,,,,,,,,,,मैने भी उसी अंदाज़ मे बोला जैसे दीदी बोल रही थी,,,,

अरे बुद्धू माँ तेरे लिए खाने को कुछ बना रही है वही बोला कि पहले नीचे जाके कुछ खा ले फिर मेरे पास आना,,,,,वैसे भी
तुझे माँ के हाथ का बना खाना ज़्यादा अच्छा लगता है तभी तो हर टाइम माँ के पास रहता है,,,,,दीदी फिर मज़ाक मे बोल रही थी,,,,,

मैं चुप चाप दीदी के करीब चला गया ऑर दीदी को बाहों मे भर लिया,,,,,,

क्या कर रहे हो सन्नी इतनी भी क्या जल्दी है पहले माँ के पास तो चला जा,,,,,वो तेरा इंतेज़ार कर रही होंगी,,,,,

मैने कुछ नही बोला ऑर दीदी के लिप्स को किस करने लगा,,,,,दीदी भी एक ही पल मे मेरी बाहों मे पिघलने लगी ऑर किस का रेस्पॉन्स देने लगी,,,,,,फिर दीदी ने मुझे पीछे किया ,,,,,,,,बुद्धू नीचे जा माँ के पास वर्ना माँ ने उपर आ जाना है,,,,,

मुझे नही जाना दीदी ,,मुझे अभी यहीं रहना है आपके पास ,,,पहले आपकी खुजली दूर करूँगा फिर नीचे जाके माँ के हाथ का
खाना खाउन्गा,,,,,,,,,,मैने फिर से दीदी को किस करना शुरू कर दिया,,,,,

माँ के हाथ का खाना खाएगा या माँ को खाएगा,,,,

दीदी ने हसके इतनी बात बोली ऑर मुझे किस करने लगी अब दीदी ने कुछ ज़्यादा ही मस्ती मे किस की थी,,,,

मैने भी दीदी को किस करते हुए अपने दोनो हाथों की दीदी की पीठ पर से उनकी गान्ड पर रखा ऑर उनको गान्ड से पकड़ कर गोद मे उठा लिया ऑर किचन की शेल्व पर बिठा दिया,,,,,,

क्या बोला दीदी फिर से बोलो,,,,,,,,,,,

वही बोला मैने सन्नी जो तूने सुना,,,,,,,,,जब तू माँ से बात कर रहा था मैं नीचे की सीडियों मे खड़ी हुई थी ऑर सब सुन रही थी

अब तू इसलिए नहा धो कर जा रहा है ताकि माँ के साथ मस्ती कर सके,,,,,

पहले आपके साथ मस्ती करूँगा फिर माँ के साथ ,,,,,,,,,

नही तू उनके पास चला जा पहले ही मेरे घर वापिस आ जाने की वजह से मामा ऑर माँ मस्ती नही कर सके अब तू मेरे पास रहेगा तो माँ की आग ऑर ज़्यादा भड़क जानी है,,,,मैं तो बाद मे भी अपनी खुजली दूर करवा लूँगी तेरे से,,,,,

तो आप भी चलो मेरे साथ नीचे ,,,,,हम तीनो मिलकर मस्ती कर लेते है,,,,,

दीदी पहले खुश हो गई लेकिन एक ही पल मे वापिस उदास हो गई,,,,,,,,,,,नही सन्नी मुझे नही जाना ,,,

क्यू दीदी,,,,,,,,क्या हुआ ,,,,,आपका दिल नही करता मेरे ऑर माँ के साथ मिलकर मस्ती करने को,,,,

दिल तो करता है सन्नी लेकिन डर भी लगता है,,,,मैं कैसे माँ के सामने जाउन्गी,,,मुझे तो शर्म आती है,,,,,ऑर वैसे भी अगर इस बात का डॅड ऑर बुआ को पता चल गया तो मुश्किल होगी,,,,,

दीदी की बातों से एक बात तो सॉफ हो गई थी कि दीदी भी नीचे जाके मेरे ऑर माँ आके साथ मस्ती करने को तैयार थी,,,,लेकिन डर रही थी

कुछ पता नही चलेगा दीदी,,,,,,कॉन बताएगा उनको,,,,,,,,आप तो नही बताओगी ऑर ना मैं बताने वाला हूँ,.,, ऑर ना ही माँ बोलेगी उनको ,,,,,,

नही भाई,,मुझे डर लगता है,,,,,

डरो नही दीदी ,,,,ऑर वैसे भी जब आप माँ के बड़े बड़े बूब्स देखोगी तो डर खुद-ब-खुद निकल जाएगा आपका,,,मैं दीदी को
मनाने की कोशिश कर रहा था,,,,

आपने देखे है ना माँ के बूब्स ,,,,,ज़रा सोचो अपने कभी इतने बड़े बूब्स को मुँह मे भरके मज़ा लिया है,,,,

दीदी सोच मे पड़ गई थी शायद माँ के बड़े बड़े बूब्स के बारे मे सोच रही थी,,,,


तभी मैने दीदी को ऐसे ही गोद मे उठा लिया ऑर किचन से बाहर की तरफ आने लगा,,,,,,

कहाँ लेके जा रहा है बुद्धू,,,,नीचे उतार मुझे,,,,,,दीदी समझ गई मैं दीदी को नीचे लेके जा रहा हूँ,,, जल्दी नीचे उतार मुझे,,,

इतना मत डरो दीदी कुछ नही होता,,,,कोई किसी को कुछ नही बताएगा आपको पता है,,,,ना तो माँ इस बारे मे डॅड से बात करेगी ऑर बुआ से तो माँ बात भी नही करती,,,,फिर बचे आप ऑर मैं,,भला हम बुआ ऑर डॅड को क्यू बताने लगे इस बारे मे,,,
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

दीदी फिर कुछ सोचने लगी ऑर कुछ पल के बाद दीदी ने मेरे कान मे कुछ कहा ऑर मैने दीदी को गोद से नीचे उतार दिया

दीदी किचन के अंदर चली गई ऑर मैं किचन के बाहर खड़ा दीदी को देखने लगा दीदी ने मुझे आँख मारी ऑर मैं दीदी को
वहीं छोड़ कर नीचे चला गया

नीचे माँ ने मेरे लिए मिल्क शेक ऑर सॅंडविच बना कर रखा था ,,,,,मैने डाइनिंग टेबल पर बैठ गया ऑर सॅंडविच खाने
लगा,,,,तभी माँ मेरे पास वाली चेयर पर बैठ गई ऑर हाथ मेरी निक्केर के उपर से मेरे लंड पर रख दिया,,,,

थोड़ा सबर करो माँ सॅंडविच तो खाने दो,,,,लेकिन माँ ने मेरी बात नही सुनी ऑर लंड को हाथ मे लेके मसल्ने लगी तभी माँ
ने निक्केर की एक टाँग की साइड से मेरे लंड को बाहर निकाल लिया ,,,,,,,,,,

मैने निक्केर के नीचे अंडरवेार नही पहना था वैसे भी जबसे घर मे चुदाई का सुख लेना शुरू किया था मैने अंडरवेार
पहनना ही बंद कर दिया था,,,,,,,,,,,,,,,,,,

माँ ने निक्केर की एक साइड की तरफ से लंड को बाहर निकाल लिया ऑर हाथ मे लेके मसल्ने लगी,,,,सुबह शोबा ने घर आके मेरा ऑर तेरे मामा के प्रोग्राम बिगाड़ दिया ऑर अब तू कहता है थोड़ा सबर करो,,,,माँ ने लंड को मुट्ठी मे लेके हाथ को उपर नीचे करना शुरू कर दिया,,,,,,,,,,,,

मेरे को एक ही पल मे मस्ती चोदने लगी वैसे भी कुछ देर पहले शोबा के साथ किस करने की वजह से लंड पहले से ओकात मे आना शुरू हो गया था,,,,,लेकिन मस्ती की वजह से मुँह मे जो नीवाला था सॅंडविच का उसको चबा कर हल्के से नीचे उतारने मे मुश्किल हो रही थी,,,,,इसलिए माँ को हटाने के लिए शोबा का डर दिखाना पड़ा,,,,,,,,,,,,

माँ रूको शोबा अभी उपर वाले किचन मे थी मैं देख कर आया हूँ,,,,,,,,,,,,तभी शोबा का नाम सुनके माँ ने एक दम से अपना
हाथ मेरे लंड से हटा लिया ऑर थोड़ा पीछे की तरफ हट गई,,,,,

वो आराम नही कर रही क्या,,,बोल रही थी तबीयत ठीक नही ,,,मैने उसको मेडिसिन लेके आराम करने को बोला था,,,,उपर किचन मे क्या कर रही थी वो ,,,,,,

उसका सर दर्द हो रहा था माँ वो कॉफी बना रही थी अपने लिए,,,,,,,,,,,

खुद कॉफी बना रही थी मेरे को नही बोल सकती थी,,,,,तबीयत ठीक नही फिर भी चैन नही इस लड़की को,,,,खुद किचन मे चली गई मेरे को बोल देती,,मैं बना देती कॉफी उसको,,,,,

तभी मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया ,,,,,,,,,मैने जल्दी से लास्ट बाइट खाया सॅंडविच का ऑर मिल्कशेक को एक ही बार मे पूरा पीने लगा

अरे आराम से पियो अब तुझे क्या जल्दी आन पड़ी,,,,,,,,,,माँ ने मुझे जल्दी से मिल्कशेक पीने से रोकते हुए बोला,,,,,,

जल्दी है माँ एक आइडिया आया है मुझे,,,,,,मैने जल्दी से ग्लास को टेबल पर रखा ऑर मामा के रूम मे चला गया,,,,ऑर मामा के रूम से एक नींद की गोली लेके बाहर आ गया,,,,,



माँ अभी डाइनिंग टेबल के पास खड़ी हुई थी,,,वो मेरे इस तरह मामा के रूम मे जाने से थोड़ी हैरान थी उसको कुछ समझ नही आ रहा था,,,,,,,

तू इतनी जल्दी मे मामा के रूम मे क्या करने गया था,,,,

मैने जल्दी से अपने हाथ मे पकड़ी हुई नींद की गोली माँ की तरफ की ऑर माँ सब समझ गई,,,,,

अरे बाप रे मुझे ऑर तेरे मामा को ये आइडिया क्यू नही आया,,,,हम लोग शोभा को नींद की गोली दे देते ओर आराम से मस्ती करते,,,,

यही तो फ़र्क है माँ आप लोगो मे ओर मुझमे,,,,,मैने हँसते हुए माँ को किस करदी ,,,,,

मैं उपर जाके किसी बहाने से उसकी कॉफी मे ये गोली डालके आता हूँ बाद मे हम लोग मस्ती करते है,,,,,

माँ ने भी मुझे एक हल्की किस करदी,,,,जा मेरे बेटा ऑर जल्दी वापिस आना ,मेरी खुजली पहले से ज़्यादा बढ़ने लगी है ,,,,,

माँ किचन मे चली गई ओर मैं उपर शोभा के पास ,,,,,,,,,शोभा अपने रूम मे थी ,,,,

क्या हुआ सन्नी अपना काम बना क्या,,,,,,दीदी ने रूम मे अंदर घुसते ही मेरे से पूछा,,,,

मैने भी हाथ मे पकड़ी नींद की गोली उसको दिखाते हुए बोला ,,हाँ दीदी काम बन गया,,,,,

दीदी हँसने लगी ऑर मैं भी,,,,,ये दीदी के प्लान था कि मैं नीचे जाके नींद की गोली लेके आ जाउ ऑर माँ को बोलू कि मैं नींद की गोली शोभा की कॉफी मे मिला कर आया हूँ ,,,,,फिर माँ टेन्षन फ्री हो जाएगी ऑर खुल कर मस्ती करने को तैयार हो जाएगी,,,,,,,

लेकिन दीदी आपको कैसे पता था मामा के रूम मे ये नींद की गोलियाँ पड़ी हुई है,,,,,,,मैने दीदी से हैरान होके सवाल किया

सन्नी मुझे सब पता है ,,,कैसे मामा ओर माँ ने विशाल भाई के पास जाके तुझे नींद की गोली देके सुला दिया था ताकि बाद मे वो लोग आराम से मस्ती कर सके,,,दीदी ने हँसते हुए बोला लेकिन मैं हैरान हो गया

आपको ये सब कैसे पता दीदी,,,,,,

,अरे बुद्धू रेखा ने बताया था मुझे,,,,
ऑर तू क्या संजता है कि माँ मामा ऑर विशाल ही है जो ऐसा करते है,,,,,,,,,,,,,,,,,,बुआ ऑर डॅड ने भी मुझे नींद की गोली देना शुरू किया था जब भी माँ ऑर मामा के जाने पर वो इसी रूम मे चुदाई करते थे,,,,,
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