कहीं वो सब सपना तो नही complete

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007
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

अभी मैं कुछ सोच ही रहा था कि तभी मेरे लंड को निक्केर के उपर से माँ ने मसलना शुरू कर दिया,,,,,मैं भी एक दम से मस्ती मे आने लगा ऑर जल्दी ही अपने कपड़े निकालने लगा ,,,,,कुछ देर मे हम तीनो बेड पर नंगे थे,,,,माँ बीच मे थी जबकि मैं ऑर मामा माँ के दोनो तरफ लेटे हुए थे,,,,मैं माँ के एक बूब्स को चूस रहा था ऑर मामा दूसरे बूब को ,,माँ हम दोनो के लंड को हाथ मे लेके प्यार से मसल रही थी ,,,मामा के हाथ माँ की चूत की तरफ गया लेकिन तभी मेरा हाथ भी माँ की चूत पर चला गया तो मामा ने जल्दी से माँ की टाँग को उपर उठा कर पीछे की तरफ मोड़ दिया जिस से माँ की गान्ड थोड़ी उपर की तरफ हो गई ऑर मामा ने अपने हाथ पर थूक लगा कर अपने हाथ को माँ की गान्ड पर रखा ऑर शायद 2 उंगलियाँ माँ की गान्ड मे घुसा दी,,,तब तक मेरी 2 उंगलियाँ माँ की चूत मे अंदर बाहर होने लगी थी,,,,माँ की चूत ऑर गान्ड मे उंगलियाँ अंदर बाहर होने से माँ को मस्ती कुछ ज़्यादा ही छोड़ने लगी थी ऑर उसी मस्ती मे माँ के हाथों की स्पीड थोड़ी तेज हो गई थी मेरे ऑर मामा के लंड पर,,,हम दोनो के लंड पूरी ओकात मे सर उठा कर खड़े हुए
थे ,,,,मामा तो मस्ती लेटा हुआ माँ के एक बूब को चूस रहा था ऑर माँ की गान्ड मे आराम से उंगली कर रहा था लेकिन मेरा हाथ माँ की चूत पर कुछ ज़्यादा ही तेज़ी से चल रहा था मेरे से अब ऑर ज़्यादा इंतजार नही हो रहा था ,,,,,माँ की एक टाँग तो मामा के हाथ मे थी ऑर मामा ने उस टाँग को उपर उठा कर माँ के सर की तरफ मोड़ दिया था मैने भी जल्दी से अपने हाथ को माँ की चूत से निकाला ऑर माँ की दूसरी टाँग को पकड़ कर उसको भी उठाकर माँ के सर की तरफ मोड़ दिया जिस से माँ की गान्ड थोड़ी ऑर उपर की तरफ हो गई ऑर मैने जल्दी से आगे की तरफ खिसक कर अपने लंड को माँ की गान्ड की तरफ बढ़ा दिया मेरे ऐसा करते ही मामा ने अपनी उंगलियाँ माँ की गान्ड से निकाल ली ऑर हाथ को माँ की चूत पर रख दिया,,,,,,,,,,

अरे रुक ना बेटा,इतनी भी क्या जल्दी है पहले शोभा को तो आने दे फिर मिलकर मस्ती करेंगे सब लोग,,,,,थोड़ा सबर कर अभी,,,

माँ मुझे रुकने को बोल रही थी लेकिन मेरे से सब्र नही हो रहा था जब माँ ने देखा कि अब मैं नही रुकने वाला तो माँ ने मेरे लंड को अपने हाथ से अलग कर दिया ऑर मैं तेज़ी से माँ की गान्ड की ओर ज़्यादा करीब हो गया ऑर अपने हाथ पर थूक लगा कर लंड की टोपी पर लगा लिया ऑर लंड को गान्ड पर रख दिया लेकिन जैसे ही मैने आगे होके लंड को गान्ड मे डालना चाहा तो माँ भी खिसक कर उपर हो गई ऑर मुझे लंड गान्ड मे नही डालने दिया,,,,,,,,मैने माँ की तरफ देखा तो माँ हँसने लगी,,,,,माँ की इस बात से मामा भी थोड़ा हँसने लगा लेकिन मेरे से बर्दाश्त नही हो रहा था तो मैने फिर से माँ की गान्ड पर लंड रखा ऑर अंदर डालने लगा ,,,,,,,


माँ फिर थोड़ा उपर खिसक गई,,,,,,,,,अभी रुकजा थोड़ी देर इतनी भी क्या जल्दी है तुझे शोभा को आने दे फिर मिलकर मस्ती करते है,,,,कुछ देर सबर नही कर सकता क्या इतनी खुजली हो रही है लंड पर,,,,

हाँ माँ बहुत खुजली हो रही है अब सबर नही होता ,,अब डालने दो लंड को गान्ड मे ,,इतना बोलकर मैं फिर आगे हुआ तो लंड पहले से गान्ड के होल पर टिका हुआ था ,,लंड पर मेरा थूक लगा हुआ था ऑर माँ की चूत मे उंगली करने से आई मस्ती की वजह से थोड़ा पानी निकला था जो बहता हुआ माँ की गान्ड पर लग गया था जिस से गान्ड का होल ऑर भी ज़्यादा चिकना हो गया मेरे आगे होते ही लंड एक दम सरक कर माँ की गान्ड मे घुस्स गया ,,,माँ ने उपर होने की कोशिश की थी लेकिन मैने माँ के शोल्डर को कस्के पकड़ लिया था जिस से माँ उपर की तरफ नही खिसक सकी
ऑर लंड माँ की गान्ड मे घुस गया,,,लंड अंदर घुसते ही माँ की अह्ह्ह्ह निकल गई ,,,,

क्यू माँ मज़ा आया ना,,,मैने हँसते हुए बोला,,,,,अब बोलो लंड अंदर रहने दूं या बाहर निकाल लूँ,,,,मैने हल्के से लंड को अंदर बाहर करते हुए बोला तो माँ के मुँह से कोई अल्फ़ाज़ नही निकला बस माँ हल्की हल्की सिसकियाँ लेने लगी,,,,,,अहह उहह हयययययययययययईई

माँ की सिसकियाँ मामा पर भी असर कर गई इसलिए मामा जल्दी से उठकर बैठ गया ऑर पल भर मे मामा ने अपने खड़े लंड को माँ के मुँह के करीब कर दिया,,सिसकियाँ लेने की वजह से माँ का मुँह थोड़ा खुला हुआ था लेकिन गान्ड मे लंड जाने की मस्ती मे ऑर मुँह के करीब मामा के लंड के एहसास ने माँ को ऑर भी ज़्यादा मस्त कर दिया जिस वजह से माँ का मुँह थोड़ा ज़्यादा खुल गया ऑर मामा ने लंड को आगे करते हुए माँ के मुँह मे घुसा दिया ,,,माँ का सर बेड की लास्ट मे पिल्लो के उपर था जिस वजह से माँ का सर थोड़ा उपर उठा हुआ था मामा के लिए ये सही मोका था मामा ने लंड अंदर घुसते ही माँ के सर को हाथ मे पकड़ा ऑर तेज़ी से माँ के मुँह को चोदने लगा माँ भी अब तक मस्ती की लहर
मे बहती चली गई ऑर उससी मस्ती मे अपने सर को मामा के लंड पर आगे पीछे करने लगी,,,,

मैने भी खुद को थोड़ा अड्जस्ट किया ऑर माँ की दोनो टाँगों को अपनी तरफ मूड कर माँ के सर की तरफ उपर उठा दिया ऑर उन्ही टाँगों से नीचेसे अपने हाथ को माँ के बूब्स की तरफ कर दिया,,,अब मेरा एक हाथ माँ के शोल्डर पर था ओर दूसरा हाथ माँ की टाँगों को पकड़े हुआ माँ के बूब्स पर था ,,मैने माँ के शोल्डर पर कस्के पकड़ बना ली ऑर तेज़ी से माँ की गान्ड मारने लगा साथ साथ ज़ोर ज़ोर से माँ के बूब्स को मसल्ने लगा ,,,तभी मामा का भी एक हाथ माँ के बूब्स पर आ गया तो मैने भी दूसरे बूब्स पर क़ब्ज़ा कर लिया ,,मैं ऑर मामा अपने एक एक हाथ से माँ के एक एक बूब को मसल रहे थे,,मामा का लंड माँ के मुँह मे पूरा अंदर तक घुसता हुआ तेज़ी से आगे पीछे हो रहा था जबकि मेरा लंड माँ
की गान्ड मे जड़ तक घुसता हुआ तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था,,,माँ की मस्ती कुछ ज़्यादा हो गई थी इसलिए मुँह मे लंड होने का बावजूद माँ की सिसकियाँ काफ़ी तेज़ी से निकल रही थी,,,,
कांटा....शीतल का समर्पण....खूनी सुन्दरी

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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

करीब 4-5 मिनट तक मैं ऑर मामा माँ के मुँह ऑर गान्ड को ऐसे ही चोदते रहे फिर माँ ने मामा के लंड को मुँह से निकाला ऑर मुझे भी हटने को बोला,,,,मैने लंड को माँ की गान्ड से निकाल लिया ऑर मामा ने अपने लंड को माँ के मुँह से निकाल लिया,,माँ ने उठकर मामा की बेड पर लेटा दिया ऑर खुद जल्दी से टाँगे खोल कर मामा के उपर चढ़ गई ओर जल्दी से मामा के लंड को पकड़ कर अपनी चूत मे ले लिया ओर आगे की तरफ झुक कर मामा को लिप्स पर किस करते हुए अपनी गान्ड को थोड़ा उपर उठा लिया मैने भी पीछे से माँ की गान्ड मे अपना लंड घुसा दिया ऑर हल्के से लंड को आगे पीछे करने लगा ,,,,माँ मामा के जिस्म पर पूरी तरह से झुकी हुई थी ऑर मामा के लिप्स को किस कर रही थी मामा भी अपनी कमर को उपर नीचे करके माँ की चूत चोद रहा था ऑर माँ को किस करता हुआ माँ की पीठ पर अपने हाथ घुमा रहा था,,दोनो की मस्ती देख कर मैने भी लंड की स्पीड थोड़ी तेज करते हुए तेज़ी से माँ की गान्ड को चोदना शुरू कर दिया ,,अभी मेरी स्पीड थोड़ी तेज हुई थी कि मेरी पीठ पर किसी का हाथ लगा तो मैने मूड कर देखा तो खुश हो गया ,,,मेरे पीछे शोभा दीदी नंगी होके खड़ी हुई थी ,,,,

लेकिन फिर जो मैने देखा उस से मैं थोड़ा हैरान ऑर परेशान हो गया,,,,शोभा दीदी के साथ कोई ऑर भी था मेरे पीछे खड़ा हुआ जिसके बदन पर एक भी कपड़ा नही था,,,,,,,पहले तो मैं उस नंगे बदन को देख हैरान हो गया लेकिन दूसरे ही पल मेरे फेस पर हल्की खुशी आ गई,,,

मेरे पीछे शोभा दीदी नंगी खड़ी हुई थी ऑर उनके साथ खड़ा हुआ था करण,,जो दीदी की तरह
बिल्कुल नंगा था,,उसको देख कर मैं थोड़ा डर गया था,,,थोड़ा हैरान ऑर परेशान भी हो
गया था लेकिन शोभा दीदी ने मेरी तरफ हंस कर देखा ऑर साथ ही करण भी मुझे मेरी ही माँ की गान्ड मारते
देख कर हँसने लगा,,,,मामा तो माँ को किस कर रहा था इसलिए माँ ऑर मामा किसी का भी ध्यान
शोभा या करण पर नही गया था ,तभी शोभा दीदी ने मुझे अपने लंड को माँ की गान्ड से बाहर
निकालने का इशारा किया ऑर फिर मुझे इशारा किया करण के लंड की तरफ जो अपनी पूरी ओकात मे
सर उठा कर खड़ा हुआ था,,,


शोभा दीदी उसके लंड को पहले से तैयार करके लाई थी शायद ,,,या फिर
मुझे मेरी ही माँ की गान्ड मारते देख कर उसका लंड मस्ती मे खड़ा हो गया था ,,,लेकिन जब
मैने गौर से देखा तो करण का लंड काफ़ी चिकना लग रहा था ,,शायद शोभा उसके लंड को चूस कर
तैयार करके लेके आई थी ,,लंड पर थूक लगा होके की वजह से रूम की लाइट मे करण का लंड चमक
रहा था,,,दीदी ने अपने मुँह से थोड़ा थूक निकाला ऑर करण के लंड पर लगाते हुए मुझे माँ की गान्ड
से लंड निकालने का बोला ,,मैने लंड को माँ की गान्ड से निकाला ऑर पीछे हो गया तभी
करण ने आगे बढ़ कर अपने लंड को मेरी माँ की गान्ड के होल पर रख दिया लेकिन आगे नही किया
शायद वो थोड़ा डर रहा था लेकिन शोभा दीदी ने आगे बढ़के उसके लिप्स पर किस को ऑर उसको हिम्मत
देते हुए उसका डर कम किया ऑर खुद करण की पीठ पर हाथ रखके उसको आगे की तरफ धक्का दिया जिस
से उसका लंड मेरी माँ की गान्ड मे घुस गया

लंड काफ़ी चिकना था ऑर मेरे लंड की तुलना मे थोड़ा
पतला भी था,उसका लंड एक दम से मामा के लंड की तरह मोटा ऑर लंबा था लेकिन मामा ऑर करण
का लंड मेरे लंड क मुक़ाबले थोड़ा पतला था,,,अभी कुछ देर पहले मेरा लंड था माँ की
गान्ड मे जिस वजह से माँ की गान्ड थोड़ी खुली हुई थी उपर से करण के पतले लंड पर शोभा
का थूक लगा हुआ था जिस वजह से उसका लंड काफ़ी चिकना हो गया था जो एक ही झटके मे पूरा
अंदर चला गया था ,,करण के मुँह से हल्की आह निकल गई जिसको शोभा ने क़ाबू करते हुए करण के लिप्स
को कस्के अपने लिप्स मे जकड लिया ,,करण ने हल्के हल्के मेरी माँ की गान्ड मारना शुरू कर दी ,


,जब शोभा ने देखा कि करण ने माँ की गान्ड को चोदना शुरू कर दिया है तो उसने करण के
लिप्स को अपने लिप्स से अलग किया ऑर करण से थोड़ा दूर हट गई,,,दूर हटा कर उसने मेरा हाथ पकड़ा ऑर माँ
के सामने की तरफ हो गई,,,माँ का ध्यान शोभा पर आया तो माँ खुश हो गई लेकिन जैसे ही माँ का
ध्यान मेरी तरफ आया तो माँ थोडा परेशान हो गई ऑर आँखों ही आँखों मे मेरे से ऑर शोभा
से पूछने लगी कि सन्नी तो यहाँ खड़ा हुआ है फिर उसकी गान्ड कॉन मांर रहा है,,मैने ऑर
शोभा ने माँ की बात को समझते हुए माँ को पीछे मूड कर देखने को बोला तो माँ ने पीछे
मूड कर देखा ,,जैसे ही माँ ने पीछे मूड कर देखा करण ने डर से अपना फेस दूसरी तरफ टर्न
कर लिया लेकिन माँ की गान्ड मे झटके मारना बंद नही किया ,,,माँ कुछ देर उसकी तरफ देखती रही ऑर
फिर वापिस हम लोगो की तरफ देख कर हँसने लगी ,,इतनी देर मे मामा ने भी माँ की एक साइड से माँ
के पीछे खड़े हुए करण की तरफ देखा ऑर खुश हो गया,,,,

माँ ऑर मामा खुश थे साथ मे मैं ऑर शोभा भी लेकिन करण थोड़ा डरा हुआ था अभी भी,,,,,

शोभा,,,,,,,,,,माँ तुम एक साथ तीन लंड से चुदना चाहती थी ना ,,सन्नी ने मुझे बताया था,,,आज
मैने तुम्हारी दिली तमन्ना पूरी करदी है,,

इतना बोलकर दीदी ने मुझे माँ के करीब कर दिया ऑर घुटनो के बल बेड पर बिठा दिया ,,,माँ
ने भी जल्दी से अपने दोनो हाथ मामा की एक तरफ बेड पर मेरे करीब रख लिए ऑर खुद के जिस्म
को मेरी तरफ कर दिया ऑर जल्दी से मेरे खड़े लंड को मुँह मे ले लिया,,,मुझे एक दम से मस्ती का तेज
झटका लगा ऑर मेरी कमर हल्के से आगे पीछे हिलने लगी ,,मैने करण की तरफ देखा तो वो मेरे
लंड को माँ के मुँह के अंदर बाहर होते देख रहा था ऑर खुश था उसका डर भी काफ़ी कम हो
गया था ऑर उसकी स्पीड भी थोड़ी तेज हो गई थी,,,वो माँ को कस्के पीठ से पकड़ कर तेज़ी से अपने
लंड को माँ की गान्ड मे अंदर बाहर कर रहा था,,,,


,करण की स्पीड की तरह मामा की स्पीड
भी नीचे से माँ की चूत चोदने के लिए तेज हो गई था ,,,,माँ अब पूरी मस्ती मे थी करण का लंड
गान्ड मे था मामा का लंड चूत मे ओर मेरा लंड मुँह मे था ,,,,,मामा नीचे से चूत मारते
टाइम माँ के बड़े बड़े बूब्स को ज़ोर से मसल रहा था ,,,,हयीईई ब्बेतताअ आईसीए हहिईीईईईईईई
त्त्त्त्त्तीईईएज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज त्त्त्त्त्त्त्तीईईईज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज चहूऊओदददूव आपपनन्ी ऑवुन्न्टीयीईयियै ककूऊऊ
माँ ने कुछ देर क लिए मेरा लंड मुँह से निकाला ऑर करण की तरफ देखने लगी,,माँ को
कुछ ज़्यादा ही मस्ती चढ़ने लगी थी क्यूकी आज नया जवान ऑर जोशीला लंड जो मिल गया था,,,,,
हहान्णन्न् ब्बेट्टया आईसीई हहिईीईई ऊरर त्तीज्ज्ज्ज्ज्ज क्कार्रूऊऊऊ ऊओररर्र स्स्पपीद्दद्ड
ससीए गगाणन्ंदड़ म्माम्र्रूऊ आप्प्पनन्िईीई ओउुुउउन्न्ञत्तयययययी क्क्कीईईईईईईई हयीईई आहह
इतनी देर मे शोभा ने मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ऑर चूसने लगी ,,,,,,,,,,,,,

म्मामज़्जजाअ एयेए र्राहहा हहाइी ब्बीत्टता अओउन्नतयययी क्कीईइ गगाणन्ंदड़ म्मांरर्न्नी म्मीई
हहयययय ब्बूल्लूऊ ब्बीतत्त्त्ताअ आहह म्मामज़्जज़ा आ र्राहहा हहाइी नाआ ,,,,,,,,करण चुप
रहा क्यूकी वो अभी भी थोड़ा परेशान था लेकिन डरा हुआ नही था लेकिन फिर भी उसने
अपने सर को उपर नीचे करके माँ को इशारा कर दिया कि उसको उनकी गान्ड मार कर मज़ा आ रहा
है,,,,,,माँ ने हसके एक बार देखा ऑर फिर करण को तेज़ी से गान्ड मारने को बोलने लगी,,,,फिर माँ
ने वापिस अपने सर को आगे की तरफ मोड़ लिया ऑर तभी शोभा ने मेरे लंड को मुँह से निकाल दिया ,,,माँ ने
वापिस मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ,,तभी मामा ने शोभा को पकड़ा ऑर अपने उपर कर लिया शोभा
ने भी अपनी टाँगो को खोला ऑर मामा के सर के उपर बैठ कर अपनी चूत को मामा के लिप्स पर रख
दिया मामा ने भी जल्दी से अपने मुँह को खोला ऑर शोभा की चूत को मुँह मे भर लिया ,

,शोभा अपनी कमर को मामा के मुँह पर आगे पीछे करके अपनी चूत को मामा क लिप्स पर रगड़ने
लगी ऑर साथ ही अपने हाथों से अपने बूब्स को मसल्ने लगी ,,,ऑर मुँह खोल कर हल्की सिसकियाँ लेने
लगी लेकिन जल्दी ही उसकी सिसकियाँ बंद हो गई क्यूकी उसने आगे बढ़ कर मुझे लिप्स पर किस करना शुरू कर दिया
कांटा....शीतल का समर्पण....खूनी सुन्दरी

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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »


,,,क्या सीन चल रहा था रूम मे एक ही बेड पर 5 लोग मस्ती कर रहे थे,,,किसी पॉर्न मूवी जैसा लग
रहा था जो अपने सामने ही चल रही थी जिसको देख कर मस्ती बढ़ती ही जा रही थी,,,,,माँ मामा पर झुकी
हुई थी मामा का लंड माँ की चूत मे था पीछे से करण बेड पर घुटनो के बल बैठ कर माँ की गान्ड
मांर रहा था ,,,मामा नीचे से माँ की चूत मारता हुआ माँ के बूब्स को मसल रहा था ऑर माँ मामा
के उपर से एक तरफ हटके मेरे लंड को मुँह मे लेके चूस रही थी जबकि शोभा अपनी तंगीन खोलकर
मामा के सर पर बैठ कर अपनी कमर को तेज़ी से आगे पीछे करती हुई
मामा के लिप्स पर अपनी चूत रगड़ रही थी ऑर साथ ही मुझे लिप्स पर किस कर रही थी,,,,,

मैं शोभा को किस करता हुआ करण की तरफ देखने लगा तो करण ने हल्की मुस्कान से मुझे
जवाब दिया ऑर तेज़ी से मेरी माँ की गान्ड मारता रहा,,,,,,,करीब 8-10 मिनट सब ऐसे ही मस्ती
करते रहे फिर माँ ने मेरे लंड को मुँह से निकाला ऑर मामा के जिस्म से उपर उठने लगी ,,,,करण
ने भी पीछे हटके अपने लंड को माँ की चूत से निकाल लिया,,,,लेकिन शोभा मामा के उपर से
नही उठी ऑर अपनी कमर को ऐसे ही आगे पीछे करती हुई अपनी चूत को मामा के लिप्स पर रगड़ती
रही,,,,माँ ने मामा के उपर से उत्ख कर एक दम से करण को पकड़ा ऑर बेड से नीचे ले गई फिर वापिस करण
को बेड पर बिठा दिया ऑर खुद ज़मीन पर बैठ गई ,,करण भी बेड पर बैठा हुआ था लेकिन उसके
पैर ज़मीन पर लगे गये था माँ उसके घुटनो के बीच मे ज़मीन पर बैठ गई ऑर करण के
खड़े लंड को हाथ मे लेके चूसने लगी ,,,करण बड़े प्यार से उसकी तरफ देखता है ऑर लंड चुसाइ का
मज़ा लेने लगता है,,सरिता भी करण के लंड को बड़े प्यार से पूरा का पूरा मुँह मे लेती है ऑर गले
से अंदर तक निगल लेती है ऑर फिर से पूरे लंड को बाहर निकाल कर अपने मुँह मे जमा थूक को
करण के लंड पर उगल देती है ऑर अपने हाथ से हल्के से थूक को करण के लंड पर लगा कर मसल देती
है,,,

सरिता के लिए करण का लंड किसी लोलीपोप से कम नही क्यूकी करण एक जवान लड़का है ऑर उसका
लंड भी बहुत जोशीला है ऑर सरिता जैसी औरत के लिए करण एक दम मस्त चीज़ है इसलिए सरिता बड़े
प्यार से करण के लंड को चुस्ती है,,,,,अब तक करण का डर ख़तम हो चुका है ऑर वो अपने हाथ को
आगे बढ़ा कर सरिता के बड़े बड़े बूब्स को हाथों मे पकड़ लेता है करण की इस हरकत से सरिता
खुश हो जाती है ऑर करण के हाथों पर अपने हाथ रख कर करण को ज़ोर ज़ोर से अपने बूब्स मसल्ने
को बोलती है करण भी सरिता के बूब्स को हाथ मे पकड़ कर मसल्ने लग जाता है लेकिन वो ज़्यादा ज़ोर नही
लगा पता क्यूकी सरिता के बूब्स बहुत बड़े है करण के एक हाथ मे एक बूब पूरा नही आता इसलिए करण
अपने 2 हाथों मे एक बूब्स को पकड़ लेता है ऑर मसल्ने लगता है ,,करण के एसा करने से सरिता हँसने
लगती है ऑर करण की तरफ देखने लगती है करण भी खुश हो जाता है ऑर थोड़ा शरमा भी जाता है ,,,,

इधर शोभा अपने माँ के मुँह पर अपनी चूत को रग़ाद रही होती है तभी मामा उसको पीठ से पकड़
कर अपने लंड की तरफ झुका देता है ऑर शोभा भी जल्दी से मामा के लंड पर टूट पड़ती है ,,,,शोभा मामा
के लंड को मुँह मे लेके जल्दी जल्दी उपर नीचे होने लगती है ऑर तेज़ी से अपनी कमर को आगे
पीछे करने अपनी चूत को मामा के लिप्स पर रगड़ने लगती है ,,मामा भी शोभा की गान्ड को कस्के अपने
हाथों मे जकड लेता है ऑर शोभा की चूत को अपने मुँह पर दबा लेता है फिर चूत के दोनो लिप्स को
मुँह मे भरके चूसने लगता है,,,,

शोभा मस्ती मे सिसकियाँ लेने की कोशिश करती है लेकिन मुँह
मे मामा का लंड घुसा हुआ है जिस वजह से वो खुल कर सिसकियाँ भी नही ले पा रही लेकिन चूत
पर माँ की ज़ुबान ऑर लिप्स कुछ ऐसी मस्ती करने लगते है कि शोभा से रहा नही जाता ऑर वो कुछ पल
के लिए मामा के लंड को मुँह से निकाल देती है ऑर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगती है,,,,आहह मम्माम
ऊओररर म्माीसत्त्तिईइ ससी छुउस्सूओ म्मीरीइ चहूवतत कक्कूव आहह मम्मामाआ क्क्हाअ
ज्जाऊओ म्मीरीइ चूत कककूऊ शोभा कुछ ज़्यादा ही तेज आवाज़ मे बोलती है तो करण लंड चुस्वाते
हुए पीछे मूड कर शोभा की तरफ देखता है ,,इधर मैं बेड पर बैठा हुआ अपने लंड को अपने
हाथ मे लेके मसल रहा हूँ ऑर जब करण शोभा की तरफ देखता है तो फिर मेरी तरफ देखकर खुश
हो जाता है वो नज़रो ही नज़रो मे मुझे थॅंक्स्क्स्क्स बोलता है कि आज मेरी वजह से उसको मेरी माँ की मस्त गान्ड
ऑर चूत चोदने का मोक़ा मिल रहा है,,,,,इतने मे सरिता ज़मीन से उठ जाती है ऑर करण को
बेड पर पीछे की तरफ लेटा देती है ऑर जल्दी से करण के उपर चढ़ कर अपने टाँगों को खोल कर करण
के लंड को अपनी चूत मे लेता है ऑर एक ही पल मे करण के लंड को उछालने लगती है ,,वो प्यार से करण
के चहरे को देखती है फिर करण को किस करने के लिए अपने लिप्स को करण के लिप्स पर रख देती है
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by Smoothdad »

Superb update
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Re: कहीं वो सब सपना तो नही

Post by 007 »

Smoothdad wrote:Superb update

thanks bhai
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