तीन देवियाँ compleet

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rajsharma
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Re: तीन देवियाँ

Post by rajsharma »


तीन देवियाँ पार्ट -7

गतान्क से आगे..................
अब मैं और सहन नही कर सकता था मेरा लंड बुरी तरह से अकड़ गया था और उसकी छोटी सी कंवारी चूत को चोदना चाहता था. मैं ने ऋतु को अब 69 पोज़िशन से पलटा लिया. अब वो मेरी जाँघो पे जॉकी की तरह से बैठी हुई थी उसकी चूत झड़ने से और मेरे थूक से बोहोत ही गीली हो चुकी थी. मेरा लंड अकड़ के मेरे पेट पे पड़ा हुआ था. ऋतु मेरे लंड पे ऐसे बैठी थी जिस से उसकी चूत की पंखाड़िया मेरे लंड के डंडे पे थी और वो आगे पीछे फिसल रही थी. उसकी छोटी सी चूत बोहोत ही गीली हो गई थी और लंड मे से तो प्री कम बोहोत निकल रहा था. लंड के डंडे पे उसकी गरम चूत लगने से मैं और मेरा मूसल लंड पागल हो रहा था. ऐसे ही फिसलते फिसलते ऋतु की गंद थोड़ा सा ऊपेर उठी और मेरा लंड पेट से थोड़ा सा ऊपेर उठा और उसकी चूत के सुराखमे अटक गया. ऋतु इतने जोश मे थी के उसे पता नही चला के लंड का सूपड़ा उसकी चूत के सुराख मे अटका हुआ है और जब वो फिसल के पीछे हटी तो लंड का चिकना सूपड़ा उसकी चूत के सुराख मे थोडा सा अंदर घुस्स गया तो
वो एक दम से चौंक पड़ी, उसका बदन टाइट हो गया और वो आगे निकलने की कोशिश करने लगी पर मैं ने उसको शोल्डर्स से पकड़ा हुआ था तो वो बाहर नही निकाल सकी और लंड का सूपड़ा उसकी चूत के सुराख मे ही अटका रहा. अब मैं अपनी गंद उठा उठा के धीरे धीरे सूपदे को चूत के सुराख मे आगे पीछे करने लगा. गीली चूत और चिकना प्रेकुं निकालता हुआ लंड का सूपड़ा ऐसे ही धक्के मारने से सूपड़ा उसकी चूत के सुराख मे अंदर घुस्स गया और ऋतु का मूह दरद के मारे खुल गया और उसके मूह से ऊऊऊऊऊऊऊऊईईईईईईईईईईइ निकल गया. वो ऐसे ही रुक गई कोई मूव्मेंट नही की मैने ऋतु को फिर से झुका लिया और उसकी चुचिओ को चूसने लगा. उसकी चुचियाँ बोहोत ही सेंसेटिवे थी जैसे ही मैं चूसने लगा उसका बदन रिलॅक्स होने लगा. उसने मेरे सर को पकड़ा हुआ था और फिर से वो थोडा थोड़ा आगे पीछे होने लगी और पीछे पुश करते हुए चूत के सुराख को लंड के सूपदे पे धकेलने लगी. उसके चूत के मसल्स थोडा सा रिलॅक्स होने लगे और मेरा लंड का सूपड़ा पूरा अंदर घुस्स गया और ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊीी
ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममाआआआआआआआ कहते हुए वो अपनी चूत को मेरे लंड से बाहर निकालने की कोशिश करने लगी पर मैं ने निकालने नही दिया और सूपदे को उसकी चूत से सुराख मे ही दबाए ही रखा जिस से उसकी चूत थोड़ी ही देर मे वो अड्जस्ट हो गई.
मैं वासना की आग मे जलने लगा था और जोश मे दीवाना हो गया था मेरा सारा बदन बोहोत गरम हो गया था और अब मेरे ऊपेर ऋतु को चोदने का भूत सवार हो गया था. अब मैने पोज़िशन चेंज कर के ऋतु को पीठ के बल नीचे लिटा दिया और मैं उसके ऊपेर आ गया. मेरे पैर स्ट्रेट थे और पीछे बेड से टीके हुए थे और ऋतु ने अपने पैर मेरी कमर से लपेट लिए थे. मैं ने लंड के और बॉल्स के बीच वाले भाग पे थोड़ा प्रेशर डाला तो प्री कम का एक मोटा ड्रॉप लंड के सुराख से निकल ले उसकी चूत मे गिरा जिस से उसकी चूत और चिकनी हो गई. फिर झुक के उसकी चुचिओ को चूसने लगा लंड का सूपड़ा तो चूत के सुराख मे टीका दिया था. जैसा के मैं पहले ही बता चुका हू के मुझे एक ही झटके मे कुँवारी चूत को फाड़ने का मज़ा आता है और ऐसे चूत फाड़ के चोदने का मज़ा कुछ और ही है तो अब मैं और मेरा लंड उसकी छोटी नाज़ुक कुँवारी टाइट मक्खन जैसी चिकनी चूत को फाड़ने के लिए तय्यार हो गया था. मैने ने लंड को दबा दबा के प्रेकुं को उसकी चूत मे गिराया और उसकी चूत के अंदर ऊपेर से नीचे फिराया ता के चूत कुछ और गीली और स्लूप्पेरी हो जाए और ऋतु को कुछ मज़ा भी आए तो लंड को वैसे ही चूत के सुराख मे अटका रहने दिया और दोनो हाथ उसके बगल से निकाल के शोल्डर्स को
टाइट पकड़ लिया. मैं बिना क्रीम लगाए एक ही झटके से उसकी चूत फाड़ने की तय्यारी कर चुका था तभी ऋतु ने याद दिलाया के बाबू पहले वो क्रीम तो लगा लो ना नही तो यह तुम्हारा इतना बड़ा और मोटा लोहे जैसा सख़्त मेरे अंदर जाएगा तो बोहोत दरद होगा मैं सहन नही कर पाउन्गी और अगर तुम्हारी मलाई मेरे अंदर गिर गई और मैं प्रेग्नेंट हो गई तो मैं तो किसी को मूह दिखाने के काबिल नही रहूगी तो मैं ने कहा तू फिकर ना कर अभी लगा लेता हू पहले ऐसे ही मज़ा लुगा तो वो खामोश हो गई पर उसकी आँखो से दया की भीक टपक रही थी उसे क्या पता था के आज उसकी छोटी सी कुँवारी टाइट चूत कैसे फटने वाली है
उसकी चूत तो अछी ख़ासी गीली हो चुकी थी और मेरा प्री कुम्म लगने से चिकनी और स्लिपरी भी हो गई थी. लंड को थोड़ा सा प्रेशर दिया तो उसकी छोटी सी चूत का सुराख कुछ खुल गया और लंड का सूपड़ा थोड़ा सा अंदर घुस्स गया उसका मूह तकलीफ़ से खुल गया और वो मुझ से लिपट गई. मैं थोड़ी देर तक लंड के चिकने सूपदे को ऐसे ही अंदर बाहर अंदर बाहर करता रहा जिस से उसकी चूत का सुराख रिलॅक्स हो गया और उसके ग्रिप मेरे ऊपेर थोड़ी रिलॅक्स हो गई. ऐसे ही थोड़ा थोड़ा प्रेशर देते देते लंड का सूपड़ा ऑलमोस्ट चूत के सुराख मे समा गया और मेरे ऊपेर उसकी ग्रिप हर धक्के से टाइट हो रही थी. लंड के सूपदे को चूत के अंदर ही टिकाए मैं उसके मूह मे ज़बान डाल के किस करने लगा टंग सकिंग किस कर रहे थे जिस से वो और जोश मे आ गई और उसका बदन रिलॅक्स होने लगा. अब फिर मैने लंड को चूत से बाहर खेच के अंदर करने लगा ऐसे ही 10-12 टाइम अंदर बाहर करते करते जब देखा के ऋतु एक दम से रिलॅक्स हो गई है और मज़ा ले रही है तो लंड को पूरा बाहर खेच के एक फुल पवरफुल धक्का मारा तो घच की आवाज़ के साथ ही मेरा मूसल लोहे जैसा सख़्त लंड आधे से ज़ियादा उसकी छूट को फाड़ के अंदर घुस्स चुका था और उसकी नाज़ुक बेबी चूत की सील टूट चुकी थी. उसकी चूत मे से भारी क्वांटिटी मे खून निकल ने लगा और उसका मूह पूरे का पूरा खुल चुका था उसकी आँखें सॉकेट मे ऊपेर को चढ़ गई थी और वो बड़ी भयानक आवाज़ से चिल्लईईए आआआआआ म्‍म्म्ममममाआआआआआ म्‍म्म्ममाआआआआआररर्र्र्र्र्र्र्ररर गगगगगगाआआयययययईईईईईईईई और पहले तो वो मुझ से बोहोत ज़ोर से लिपट गई और मुझ को बोहोत टाइट पकड़ लिया और उसकी आँखो से आँसू निकल के बेड पे गिरने लगे और उसके हाथ और पैर मेरे बदन से निकल के नीचे बेड पे गिर गये जैसे कोई छिपकली (वॉल लिज़र्ड) दीवार से नीचे गिर जाती है और उसके हाथ पैर भी ऐसे ही गिर गये जैसे उसके बदन से प्राण निकल गए हो. मैं अपना लंड उसकी फटी चूत मे ही रखे रखे उसके ऊपेर ऐसे ही लेटा रहा. ऋतु की साँसें बड़ी तेज़ी से
चल रही थी उसके हाथ पैर ढीले पड़ गये थे बदन पूरा ठंडा हो गया था आँखें बंद थी वो मेरे नीचे ऐसे पड़ी थी जैसे कोई डेड बॉडी पड़ी हो और मैं अपने स्टाइल मे आइ मीन के एक ही पवरफुल झटके मे एक और नयी कुँवारी चूत को फाड़ चुक्का था. मैं दो टाइम ऑलरेडी झाड़ चुका था इसी लिए अभी झड़ने मे काफ़ी टाइम था. ऋतु की छोटी सी चूत को बोहोत देर तक मस्त चोदने का इरादा था. मेरी आँखों मे एक चमक आ गयी थी के आज मैं ने एक और छोटी सी कुँवारी चूत को एक ही झटके से जो मेरी फॅवुरेट शॉट है ऐसे ही एक शॉट से फाड़ डाली थी और वो अब मेरे नीचे एक डेड बॉडी की तरह से पड़ी थी. एक कुँवारी चूत की सील तोड़ने का सोचते ही मेरे लंड मे खुशी की लहर दौड़ गई और वो चूत के अंदर ही खुशी से फूलने लगा और फिर मैं ऋतु को ने धीरे धीरे चोदना शुरू कर दिया पर देखा के वो तो हरकत ही नही कर रही है तो मैं थोड़ा सा घबरा गया पर इतना तो यकीन था के घर मे हम दोनो के सिवा और कोई नही है और कोई आने वाला भी नही था क्यों के बारिश बोहोत ही तेज़ी से पड़ रही थी और ऐसी बारिश मे किसे के आने की उम्मीद नही थी.
लंड को थोड़ी देर के लिए ऋतु की चूत के अंदर ही रखे वेट करता रहा और उसकी चूचियों को मूह मे ले के चूसने लगा के शाएद उसके बदन मे गर्मी आएगी पर ऐसा नही हुआ तो मैं ने अपना लंड उसकी फटी चूत मे से बाहर खेच के निकाल लिया और फिर जैसे ही मेरा मूसल लंड उसकी चूत से बाहर निकला तो उसकी फटी चूत से ढेर सारा खून निकल के बेड पे गिरने लगा. मैं इतना बोहोत खून देख के थोड़ी देर के लिए सच मे घबरा गया, उसको चोदना बंद कर दिया और उसको अपने हाथो मे उठा के बाथरूम मे ले गया. ऐसे सिचुयेशन मे मुझे गीता की चुदाई याद आ गई वो भी तो इसी तरह से बेहोश हो गई थी और उसको भी मैं ऐसे ही उठा के बाथरूम मे ले गया था ( दोस्तो गीता की चुदाई के बारे मे पढ़ना हो तो मेरी कहानी “कच्ची कली” पढ़िए ). मैं ऋतु को उठा के बाथरूम मे आ गया और शवर खोल के उसको नीचे खड़ा कर के पकड़ लिया. ठंडे पानी का शवर पड़ने से उसका बदन काँपने लगा और उसकी आँखें खुल गई वो होश मे आ गयी और वो मुझे ऐसी निगाहो से देखने लगी जैसे उसकी कुछ समझ मे नही आ रहा हो के उसको क्या हुआ है और वो कहा है. थोड़ी देर के बाद जब उसकी आँखें पूरी तरह से खुल गई और पूरी तरह से होश आ गया तो उसको पता लगा के उसकी कुँवारी चूत अब फॅट चुकी है तो उसकी आँखों मे फिर से आँसू आ गये और वो रोने लगी. मुझे भी ऋतु के ऊपेर दया आ गई के अभी उसकी उमर ही क्या थी हार्ड्ली 14 साल की होगी इतनी छोटी सी उमर मे ही उसकी कुँवारी चूत को फाड़ डाला था मैं ने और वो भी इतने मोटे
और तगड़े लंड से और बड़ी बे-दरदी से पर क्या करू मुझे कुँवारी चूत को ऐसे ही स्टाइल मे फाड़ने मे मज़ा आता है ( कोई लड़की ऐसे ही अपनी कुँवारी चूत को फदवाना चाहती हो तो मुझे मैल करे सीक्रेसी ईज़ गॅरेंटीड ).
मैं ने ऋतु की चूत पे लगा और अपने लंड पे लगे खून को पानी से धो के सॉफ किया. उसकी चूत से खून निकलना अब बंद हो गया था तो मैं ने शवर थोड़ी देर के लिए बंद कर दिया और ऋतु को अपनी बाँहो मे ले लिया और उसको प्यार करने लगा ऋतु रो रही थी और मैं उसको अपनी बाँहो मे ले के उसको तसल्ली दे के समझा रहा था के चुप हो जा मेरी ऋतु रानी अब तुझे कुछ नही होगा जो होना था सो हो चुका बॅस अब तू किसी बात की फिकर ना कर और यह दरद तो अभी थोड़ी ही देर मे ख़तम हो जाएगा फिर इसके बाद तुझे मज़ा ही मज़ा आएगा और तू अपने आप को लकी समझेगी के इतनी छोटी उमर मे तेरी सील टूट गयी और तू भर पूर चुदाई का मज़ा ले रही है. हम खड़े हुए थे और हमारे नंगे बदन एक दूसरे से चिपके हुए थे. उसकी छोटी छोटी चुचियाँ मेरे बदन से चिपकी हुई थी. उसकी हाइट छोटी होने से मेरा लंड उसके नाभि से लग रहा था. मैने झुक के उसके चीक्स पे किस किया उसके नेक पे किस किया, उसके फोर्हेड पे किस किया, उसकी आँखों पे किस किया और फिर उसके लिप्स पे अपने लिप्स रख के किस किया तो उसका मूह ऑटोमॅटिकली खुद ही खुल गया और अपनी ज़ुबान उसके मूह मे घुसेड दी और देखते ही देखते हम टंग सकिंग किस करने लगे और ऋतु के बदन मे गर्मी चढ़ने लगी. ऋतु को चलने मे मुश्किल हो रही थी तो मैं उसको अपने हाथो मे ही उठा के बाथरूम से बाहर ले आया और टवल से अछी तरह से उसके बदन को ड्राइ किया. उसको अपने बेड पे बिठा दिया और खुद नीचे किचन मे जा के गरमा गरम कॉफी बना के ले आया और हम दोनो कॉफी पीने लगे. ऐसी बारिश मे और ठंडे मौसम मे कॉफी पीने का मज़ा कुछ और ही है. कॉफी पीते पीते ही उसके नंगे थाइस पे मसाज करने लगा तो ऋतु ने कहा क्या बाबू अभी जी नही भरा क्या इतना बड़ा मोटा मेरी छोटी सी चूत के अंदर घुसा के मेरी चूत को फाड़ डाला फिर अभी और क्या कर रहे हो. आख़िर इरादा क्या है तुम्हारा बाबू तो मैं ने हंस के कहा अभी तो सिर्फ़ आधा ही अंदर डाला है अभी तो पूरा अंदर जाएगा जब ही तो तुम्है और मुझे मज़ा आएगा तो वो दोनो हाथो से अपने कान पकड़ते हुए बोली के भगवान के लिए मुझे माफ़ करो बाबू मुझे नही लेना ऐसा मज़ा तो मैं ने कहा के अनु और शालु के साथ तो बड़े मज़े लेती है अब क्या हुआ तुझे तो बोली के बाबू उस्मै दरद तो नही होता ना मज़ा ही मज़ा आता है तो मैं ने कहा के हा लंड से चुदने का मज़ा कुछ और ही है और इस मे बॅस एक ही टाइम दरद होता है बाद मे सारी ज़िंदगी मज़ा ही मज़ा आएगा तो उसने फिर कहा के नही बाबू मुझे नही लेना है ऐसा मज़ा
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Re: तीन देवियाँ

Post by rajsharma »

तो
मैं ने उसका हाथ पकड़ के अपने आकड़े हुए लंड पे रख दिया और बोला के देख यह कैसी खड़ा हो के तेरी चूत के अंदर घुसने को तय्यार हो गया है अब इसका क्या करू मैं यह कहते हुए उसकी चूत को अपने हाथ से मसाज करने लगा तो उसकी टाँगें ऑटोमॅटिकली खुल गयी और हल्की सी सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ उसके मूह से निकली और उसके साथ ही उसकी चूत गीली होना शुरू हो गयी और उसने मेरे हिलते हुए लंड को अपनी मुट्ठी मे पकड़ के मेरा मूठ मारने लगी तो मैं समझ गया के यह अब आसानी से चुदवा लेगी और डिफिनेट्ली थोड़ी ही देर मे चुदवाने को रेडी हो जाएगी.
हम दोनो बिस्तर पे टाँगें लटकाए बैठे थे. कॉफी ख़तम हो चुकी थी दोनो के बदन ड्राइ हो चुके थे पर बारिश अभी भी हो रही थी दिन मे रात का समय लगता था. मैं ने बैठे बैठे ही ऋतु को बेड पे लिटा दिया और खुद भी उसके बाज़ू मे लेट गया. दोनो एक दूसरे की तरफ करवट से लेटे थे. मेरा मूसल जैसा लंड उसकी नाभि से टच हो रहा था. ऋतु की चुचिओ को मूह मे ले के चूसने लगा जिस से वो गरम होने लगी और उसका हाथ ऑटोमॅटिकली मेरे लंड पे आ गया और वो उसे दबाने लगी. मैं ने उसको पीठ के बल लिटा दिया और खुद नीचे फ्लोर पे बैठ के उसकी चूत पे किस करने लगा तो ऋतु ने अपनी टाँगें खोल के मेरे शोल्डर पे रख ली और मेरी गर्देन से लपेट के पैरों से मेरे सर को पकड़ लिया और साथ मे अपने हाथ से भी सर को पकड़ लिया और मेरे मूह को अपनी चूत मे घुसाने लगी और अपनी गंद उठा उठा के मेरे मूह से अपनी चूत रगड़ने लगी. उसकी चूत अंदर से डार्क रेड कलर की हो गई थी. अपनी जीभ को मोड़ के गोल किया और ऋतु की चूत मे अंदर बाहर करने लगा तो वो तेज़ी से मेरी जीभ को चोदने लगी और एक ही मिनिट के अंदर उसके मूह से आआआआाअगगगगगगगगगघह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली और उसका बदन काँपने लगा और वो झड़ने लगी. जितनी देर तक झड़ती रही अपनी टाँगो से और अपने हाथो से मेरे सर को अपनी चूत मे टाइट पकड़ के रखा और फिर झड़ना बंद होते ही उसका बदन ढीला पड़ गया उसकी आँखें मस्ती मे बंद हो गयी और गहरी गहरी साँसें लेने लगी.
अब मेरा और मेरे लंड का मस्ती के मारे बुरा हाल था अब मैं ऋतु को जम्म के चोदना चाहता था. मैं ने ऋतु को बेड पे पेट के बल लिटा दिया जिस से उसकी टाँगें फ्लोर पे आ गई वो हाफ बेड के नीचे थी और हाफ बेड के ऊपेर. ऋतु ने कहा बाबू प्लीज़ क्रीम तो लगा लो ना नही तो मैं दरद से मर जाउन्गा. मैं ने सोचा के हा क्रीम लगाना ही ठीक है क्यॉंके मैं भी कोई चान्स नही लेना चाहता था. क्रीम का डिब्बा उठा के लाया और
अपने लंड पे अछी तरह से लगा दिया और ऋतु की चूत पे भी खूब बोहोत क्रीम लगा दिया. अब पोज़िशन ऐसी थी के दोनो के पैर फ्लोर पे टीके हुए थे वो पेट के बल उल्टा लेटी थी और मैं फ्लोर पे पैर टिकाए पीछे से हाफ डॉगी स्टाइल मे उसकी चुदाई करने को रेडी था. मैं ऋतु की टाँगो के बीचे मे आ गया और अपने लंड के डंडे को अपने हाथ से पकड़ के उसकी चूत मे मसल्ने लगा और सूपदे को उसकी चूत के सुराख पे टीका के उसके ऊपेर लेट गया और अंदर हाथ डाल के उसकी छोटी छोटी चुचिओ को मसल्ने लगा और लंड के सूपदे को चूत के सुराख के अंदर धीरे से घुसा दिया और ऐसे ही तीन चार टाइम अंदर बाहर करते करते जब मुझे महसूस हुआ के उसकी चूत के मसल्स कुछ रिलॅक्स हो गये है तो एक ही ज़बरदस्त झटके मे अपने मूसल जैसे और लोहे जैसे सख़्त लंड को उसकी चूत के अंदर तक घुसा दिया. लंड पूरा जड़ तक अंदर घुस्स गया और वो चिल्लई हहाआआआआआआआआआईईईईईईई म्‍म्म्मममममाआआआआईयईईईईईईईईईई और वो मेरी ग्रिप से निकल के उछल के बेड पे चढ़ गई जिस से लंड उसकी छूत से बाहर निकाल गया और मैं फ्लोर पे खड़ा रह गया मेरा लंड अपने शिकार को ऐसे जाते देख के बे काबू हो गया और जोश मे हिलने लगा. ऋतु की आँखो मे फिर से आँसू आ गये थे उसने कहा बाबू प्लीज़ रहने दो ना मुझे बोहोत दरद हो रहा है. अब मैं और मेरे लंड फुल मूड मे आ गये थे मैं ने गुस्से से कहा जाना चाहती है तो जा चली जा साली चूत चत्वाके मज़े लेती है चुदवाने मे नखरा दिखाती है तो वो कुछ बोली नही पर बेड पे लेट गई शाएद उसे लगा के मैं गुस्सा हो गया हू तो वो डर गई थी.. मैं ने हाथ बढ़ा के उसको फिर से बेड पे पेट के बल वैसे ही हाफ लिटा दिया जिस से उसकी गंद मुझे सॉफ दिखाई दे रही थी वह क्या मस्त चिकनी गंद थी मैं ने सोचा के इसकी गंद मारने मे भी बोहोत मज़ा आएगा फिर सोचा के पहले उसकी चूत को फाड़ डालु फिर उसकी गंद भी मारूँगा और यही सोचते हुए पीछे से उसकी दोनो टाँगो के बीच मे आ गया और अपनी टाँगो से उसकी टाँगें खोल दिया. इतनी छोटी सी कुँवारी और कमसिन चूत की चुदाई के ख़याल से ही मेरा लंड कुछ और मोटा और लंबा हो गया था. अपने मस्ती और जोश मे हिलते हुए लंड के डंडे को अपने हाथ से पकड़ के ऋतु की चूत के सुराख मे टीका दिया और इस टाइम अपने हाथो को उसकी बगल से निकाल के उसके शोल्डर्स को टाइट पकड़ लिया ता के वो फिर से मेरी ग्रिप से बाहर ना निकल सके औ रेज़ ही टाइट पकड़ के लंड थोड़ा थोड़ा अंदर बाहर अंदर बाहर करते करते एक ही पवरफुल झटके मे अपना मूसल लंड उसकी चूत मे घुसेड दिया ऋतु चिल्लई ऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईई ब्ब्बाआब्ब्ब्बुउउउउउउउउउउउउउउउउउ ननीईििककक्काालल्ल्लूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ
म्‍म्म्मममीईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममाआआआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गगगगगगगगगगगगाआआआयययययययईईई ऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईई म्‍म्म्मममममममममाआआआआआअ और वो रोने लगी उसकी आँखो से आँसू निकल के बेड पे गिरने लगे और मेरी ग्रिप मे छटपटाने लगी पर मैने उसको बोहोत टाइट पकड़ा हुआ था इसी लिए वो मेरी ग्रिप से निकल नही पायी.


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साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
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Teen Deviyaan paart -7

gataank se aage..................
Ab mei aur sehan nahi kar sakta tha mera Lund buri taray se akad gaya tha aur uski choti si kanwari choot ko chodna chahta tha. Mei ne Ritu ko ab 69 position se palta lia. Ab wo mere jhango pe jockey ki tarah se baithi hui thi uski choot jhadne se aur mere thook se bohot hi geeli ho chuki thi. Mera Lund akad ke mere pet pe pada hua tha. Ritu mere Lund pe aise baithi thi jis se uski choot ke pankhadiyan mere Lund ke dande pe the aur wo aage peeche fisal ho rahi thi. Uski choti si choot bohot hi geeli ho gai thi aur Lund mai se to pre cum bohot nikal raha tha. Lund ke dande pe uski garam choot lagne se mai aur mera musal Lund pagal ho raha tha. This story is written by The Great Warrior. Aise hi phisalte phisalte Ritu ki gand thoda sa ooper uthi aur mera Lund pet se thoda sa ooper utha aur uski choot ke surakh mai atak gaya. Ritu itne josh mai thi ke use pata nahi chala ke Lund ka supada uske choot ke surakh mai atka hua hai aur jab wo phisal ke peeche hati to Lund ka chikna supada uski choot ke surakh mai thoda sa ander ghuss gaya to
wo ek dum se chonki padi, uska badan tight ho gaya aur wo aage nikalne ki koshish karne lagi par mai ne usko shoulders se pakda hua tha to wo baher nahi nikal saki aur Lund ka supada uski choot ke surakh mai hi atka raha. Ab mai apni gand utha utha ke dheere dheere supade ko choot ke surakh mai aage peeche karne laga. Geeli choot aur Chikna precum nikalta hua Lund ka supada aise hi dhakke maarne se supada uski choot ke surakh mei ander ghuss gaya aur Ritu ka muh darad ke maare khul gaya aur uske muh se ooooooooooooooooiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii nikal gaya. Wo aise hi ruk gai koi movement nahi ki. Mai Ritu ko phir se jhuka lia aur uske chuchion ko choosne laga. Uske chuchian bohot hi sensetive the jaise hi mai choosne laga uska badan relax hone laga. Usne mere sar ko pakda hua tha aur phir se wo thoda thod aage peeche hone lagi aur peeche push karte hue choot ke surakh ko Lund ke supade pe dhakelne lagi. Uske choot ke muscles thoda sa relax hone lage aur mera Lund ka supada poora ander ghuss gaya aur ooooooooooooooooooooooiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii mmmmmmmmmaaaaaaaaaaaaaaaa kehte hue wo apni choot ko mere Lund se baher nikalne ki koshish karne lagi par mai ne nikalne nahi dia aur supade ko uski choot se surakh mai hi dabaye hi rakha jis se uski choot thodi hi der mai wo adjust ho gai.
Mai vasna ki aag mai jalne laga tha aur josh mai deewana ho gaya tha mera saara badan bohot garam ho gaya tha aur ab mere ooper Ritu ko chodne ka bhoot sawar ho gaya tha. Ab mei position change kar ke Ritu ko peeth ke bal neeche lita dia aur mai uske ooper aa gya. Mere pair straight the aur peeche bed se tikey hue the aur Ritu ne apne pair meri kamar se lapet liye the. Mei ne Lund ke aur balls ke beech wale bhag pe thoda pressure dala to pre cum ka ek mota drop Lund ke surakh se niak le uski choot mai gira jis se uski choot aur chikni ho gai. Phir Jhuk ke uski chuchion ko choosne laga Lund ka supada to choot ke surakh mai tika dia tha. Jaisa ke mai pehle hi bata chuka hu ke mujhe ek hi jhatke mei kunwari choot ko phaadne ka maza aata hai aur aise choot phaad ke chodne ka maza kuch aur hi hai to ab mai aur mera Lund uski choti nazur kunwari tight makkhan jaisi chikni choot ko phaadne ke liye tayyar ho gaya tha. Mei ne Lund ko daba daba ke precum ko uski choot mai giraya aur uski choot ke ander ooper se neeche phiraya taa ke choot kuch aur geeli aur sluppery ho jaye aur Ritu ko kuch maza bhi aaye to Lund ko waise hi choot ke surakh mai atka rehne dia aur dono hath uske baghal se nikal ke shoulders ko
tight pakad lia. Yeh kahani The Great Warrior ki likhi hui hai Mei bina cream lagay ek hi jhatke se uski choot phaadne ki tayyari kar chuka tha tabhi Ritu ne yad dilaya ke Babu pehle wo cream to laga lo na nahi to yeh tumhara itna bada aur mota lohe jaisa sakht mere ander jayega to bohot darad hoga mei sehan nahi kar paugi aur agar tumhari malai mere ander gir gai aur mai pregnant ho gai to mei to kisi ko muh dikhane ke kabil nahi rahugi to mai ne kaha tu fikar na kar abhi laga leta hu pehle aise hi maza luga to wo khamosh ho gai par uski aankho se daya ki bheek tapak rahi thi usey kia pata tha ke aaj uski choti si kunwati tight choot kaise phatne wali hai
Uski choot to achi khaasi geeli ho chuki thi aur mera pre cumm lagne se chikni aur slippery bhi ho gai thi. Lund ko thoda sa pressure dia to uski choti si choot ka surakh kuch khul gaya aur Lund ka supada thoda sa ander ghuss gaya uska muh takleef se khul gaya aur wo mujh se lipat gai. Mai thodi der tak Lund ke chikne supade ko aise hi ander baher ander baher karta raha jis se uski choot ka surakh relax ho gaya aur uske grip mere ooper thodi relax ho gai. Aise hi thoda thoda pressure dete dete Lund ka supada almost choot ke surakh mai sama gaya aur mere ooper uski grip has dhakke se tight ho rahi thi. Lund ke supade ko choot ke ander hi tikaye mai uske muh mai zaban dal ke kiss karne laga tongue sucking kiss kar rahe the jis se wo aur josh mai aa gai aur uska badan relax hone laga. Ab phir mai Lund ko choot se baher khech ke ander karne laga aise hi 10-12 time ander baher karte karte jab dekha ke Ritu ek dum se relax ho gai hai aur maza le rahi hai to Lund ko poora baher khech ke ek full powerful dhakka mara to ghach ki awaz ke sath hi mera musal lohe jaisa sakht Lund aadhe se ziada uski choot ko phaad ke ander ghuss chuka tha aur uski nazuk baby choot ki seal toot chuki thi. Uski choot mai se bhari quantity mai khoon nikal ne laga aur uska muh poore ka pora khul chuka tha uski aankhein socket mai ooper ko chadh gaee thi aur wo badi bhayanak awaaz se chillaeeeee aaaaaaaaaa mmmmmmmaaaaaaaaaaaa mmmmmaaaaaaaaaaaarrrrrrrrrrrr ggggggaaaaaayyyyyeeeeeeeeeeeeeeeeeee aur pehle to woh mujh se bohot zor se lipat gai aur mujh ko bohot tight pakad lia aur uski aankho se aansoo nikal ke bed pe girne lage aur uske hath aur pair mere badan se nikal ke neeche bed pe gir gaye jaise koi Chipkali (wall lizard) deewar se neeche gir jati hai aur uske hath pair bhi aise hi gir gaye jaise uske badan se praan nikal gaee ho. Mai apna Lund uski phati choot mei hi rakhe rakhe uske ooper aise hi leta raha. Ritu ki saansein badi tezi se
chal rahi thi uske haath pair dheele pad gaye the badan poora thanda ho gaya tha aankhein band thi wo mere neeche aise padi thi jaise koi dead body padi ho aur mai apne style mai I mean ke ek hi powerful jhatke mai ek aur nayee kunwari choot ko phaad chukka tha. Mei do time already jhad chuka tha isi liye abhi jhadne mai kaafi time tha. Ritu ki choti si choot ko bohot der tak mast chodne ka irada tha. Meri aankhon mai ek chamak aa gayi thi ke aaj mei ne ek aur choti si kunwari choot ko ek hi jhatke se jo meri favourite shot hai aise hi ek shot se phad dali thi aur wo ab mere neeche ek dead body ki tarah se padi thi. Ek kunwari choot ki seal todne ka sochte hi mere Lund mai khushi ki lehar doud gai aur wo choot ke ander hi khushi se phoolne laga aur phir mai Ritu ko ne dheere dheere chodna shuru kar dia par dekha ke wo to harkat hi nahi kar rahi hai to mai thoda sa ghabra gaya par itna to yakeen tha ke ghar mai ham dono ke siva aur koi nahi hai aur koi aane wala bhi nahi tha kyon ke barish bohot hi tezi se pad rahi thi aur aisi barish mai kise ke aane ki ummeed nahi thi.
Lund ko thodi der ke liye Ritu ki choot ke ander hi rakhe wait karta raha aur uske cbhuchion ko muh mai le ke choosne laga ke shaed uske badan mai garmi ayegi par aisa nahi hua to mai ne apna Lund uski phati choot mai se baher khech ke nikal lia aur phir jaise hi mera musal Lund uski choot se baher nikla to uski phati choot se dher sara khoon nikal ke bed pe girne laga. Mai itna bohot khoon dekh ke thodi der ke liye sach mai ghabra gaya, usko chodna band kar dia aur usko apne hatho mei utha ke bathroom me le gaya. Aise situation mei mujhe Geeta ki chudai yaad aa gai wo bhi to isi tarah se behosh ho gai thi aur usko bhi mai aise hi utha ke bathroom mai le gaya tha ( dosto Geeta ki chudai ke barey mei padhna ho to meri kahani “KACCHI KALI” padhiye ). Yeh kahani The Great Warrior ki likhi hui hai Mai Ritu ko utha ke bathroom mai aa gaya aur shower khol ke usko neeche khada kar ke pakad lia. Thande Pani Ka shower padne se uska badan kaanpne laga aur uski aankhein khul gai wo hosh mai aa gayee aur wo mujhe aise nighahon se dekhne lagi jaise uski kuch samajh mai nahi aa raha ho ke usko kya hua hai aur wo kaha hai. Thodi der ke bad jab usi aankhein poori tarah se khul gai aur poori tarah se hosh aa gaya to usko pata laga ke uski kunwari choot ab phat chuki hai to uski aankhon mei phir se aansoo aa gaye aur wo rone lagi. Mujhe bhi Ritu ke ooper daya aa gai ke abhi uski umar hi kia thi hardly 14 saal ki hogi itni choti si umar mai hi uski kunwari choot ko phad dala tha mai ne aur wo bhi itne mote
aur tagde lund se aur badi be-dardi se par kia karu mujhe kunwari choot ko aise hi style mai phadne mai maza aata hai ( Koi ladki aise hi apni kunwari choot ko phadwana chahti ho to mujhe mail kare secrecy is guaranteed ).
Mai ne Ritu ki choot pe laga aur apne Lund pe laga khoon ko pani se dhe ke saaf kia. Uski choot se khoon nikalna ab band ho gaya tha to mai ne shower thodi der ke liye band kar dia aur Ritu ko apni baho mai le lia aur usko pyar karne laga Ritu ro rahi thi aur mai usko apni baho mai le ke usko tasalli de ke samjha raha tha ke chup ho ja meri Ritu Rani ab tujhe kuch nahi hoga jo hona tha so ho chuka bass ab tu kisi baat ki fikar na kar aur yeh darad to abhi thodi hi der mai khatam ho jayega phir iske baad tujhe maza hi maza ayega aur tu apne aap ko lucky samjhegi ke itni choti umar mai teri seal toot gayee aur tu bhar poor chudai ka maza le rahi hai. Ham khade hue the aur hamare nange badan ek doosre se chipke hue the. Uski choti choti chuchian mere badan se chipki hui thi. Uski height choti hone se mera Lund uske nabih se lag raha tha. Mai jhuk ke uske cheeks pe kiss kia uske neck pe kiss kia, uske forehead pe kiss kia, uski aankhon pe kiss kia aur phir uske lips pe apne lips rakh ke kiss kia to uska muh automatically khud hi khul gaya aur apni zuban uske muh mai ghused di aur dekhte hi dekhte ham tongue sucking kiss karne lage aur Ritu ke badan mai garmi chadne lagi. Ritu ko chalne mai mushkil ho rahi thi to mai usko apne hatho mai hi utha ke bathroom se baher le aaya aur towel se achi tarah se uske badan ko dry kia. Usko apne bed pe bitha dia aur khud neeche kitchen mai ja ke garma garam coffee bana ke le aya aur ham dono coffee peene lage. Aisi barish mai aur thande mousam mai coffee peene ka maza kuch aur hi hai. Coffee peete peete hi uske nange thighs pe massage karne laga to Ritu ne kaha kia babu abhi ji nahi bhara kia itna bada mota meri choti si choot ke ander ghusa ke meri choot ko phaad dala phir abhi aur kia kar rahe ho. Aakhir irada kia hai tumhara babu to mai ne hans ke kaha abhi to sirf aadha hi ander dala hai abhi to poora ander jayega jab hi to tumhai aur mujhe maza ayega to wo dono hatho se apne kaan pakadte hue boli ke bhagwan ke liye mujhe maaf karo babu mujhe nahi lena aisa maza to mai ne kaha ke Anu aur Shalu ke sath to bade maze leti hai ab kia hua tujhe to boli ke babu usmai darad to nahi hota na maza hi maza aata hai to mai ne kaha ke haa Lund se chudne ka maza kuch aur hi hai aur is mai bass ek hi time darad hota hai baad mai saari zindagi maza hi maza ayega to usne phir kaha ke nahi babu mujhe nahi lena hai aisa maza to
mai ne uska hath pakad ke apne akde hue Lund pe rakh dia aur bola ke dekh yeh kaisi khada ho ke teri choot ke ander ghusne ko tayyar ho gaya hai ab iska kia karu mai yeh kehte hue uski choot ko apne hath se massage karne laga to uski tangein automatically khul gaye aur halki si ssssssssssss ki awaz uske muh se niki aur uske sath hi uski choot geeli hona shuru ho gayee aur usne mere hilte hue Lund ko apni mutthi mai pakad ke mera muth maarne lagi to mai samajh gaya ke yeh ab aasaani se chudwalegi aur definately thodi hi der mai chudwane ko ready ho jaegi.
Ham dono bistar pe tangein latkaye baithe the. Coffee khatam ho chuki thi dono ke badan dry ho chuke the par barish abhi bhi ho rahi thi din mai raat ka sama lagta tha. mai ne baithe baithe hi Ritu ko bed pe lita dia aur khud bhi uske bazu mai let gaya. dono ek doosre ki taraf karvat se lete the. Mera musal jaisa lund uski nabih se touch ho raha tha. Ritu ke chuchion ko muh mai le ke choosne laga jis se wo garam hone lagi aur uska hath automatically mere Lund pe aa gaya aur wo use dabaane lagi. Mai ne usko peeth ke bal lita dia aur khud neeche floor pe baith ke uski choot pe kiss karne laga to Ritu ne apni tangein khol ke mere shoulder pe rakh li aur meri garden se lapet ke pairon se mere sar ko pakad lia aur sath mai apne hath se bhi sar ko pakad lia aur mere muh ko apni choot mai ghusane lagi aur apni gand utha utha ke mere muh se apni choot ragadne lagi. Uski choot ander se dark red colour ki ho gai thi. This story is written by The Great Warrior. Apni jeebh ko mod ke gol kia aur Ritu ki choot me ander baher karne laga to wo tezi se meri jeebh ko chodne lagi aur ek hi minute ke ander uske muh se aaaaaaaaaaagggggggggghhhhhhhhhhhhhhhh sssssssssssssssssssssssss ki awaz nikli aur uska badan kaanpne laga aur wo jhadne lagi. Jitni der tak jhadti rahi apni tango se aur apne hatho se mere sar ko apni choot mei tight pakad ke rakha aur phir jhadna band hote hi uska badan dheela pad gaya uski aankhein masti mai band ho gayee aur gehri gehri saansein lene lagi.
Ab mera aur mere Lund ka masti ke maare bura haal tha ab mai Ritu ko jamm ke chodna chahta tha. Mai ne Ritu ko bed pe pet ke bal lita dia jis se uski tangein floor pe aa gai wo half bed ke neeche thi aur half bed ke ooper. Ritu ne kaha babu please cream to laga lo na nahi to mai darad se marr jaungi. Mai ne socha ke haa cream lagana hi theek hai kyonke mai bhi koi chance nahi lena chahta tha. Cream ka dibba utha ke laya aur
apne Lund pe achi tarah se laga dia aur Ritu ki choot pe bhi khub bohot cream laga dia. Ab position aisi thi ke dono ke pair floor pe tikey hue the wo pet ke bal ulta leti thi aur mai floor pe pair tikaye peeche se half doggy style mai uski chudai karne ko ready tha. Mai Ritu ki tango ke beeche mai aa gaya aur apne Lund ke dande ko apne hath se pakad ke uski choot mai masalne laga aur supade ko uski choot ke surakh pe tika ke uske ooper let gaya aur ander hath dal ke uski choti choti chuchion ko masalne laga aur Lund ke supade ko choot ke surakh ke ander dheere se ghusa dia aur aise hi teen chaar time ander baher karte karte jab mujhe mehsoos hua ke uski choot ke muscles kuch relax ho gaye hai to ek hi zabardast jhatke mai apne musal jaise aur lohe jaise sakht Lund ko uski choot ke ander tak ghusa dia. Lund poora jadd tak ander ghuss gaya aur wo chillaee hhhhhhhhhhaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaeeeeeeeeeeeeee mmmmmmmmaaaaaaaaaaiiiiiiiiiiiii aur wo meri grip se nikal ke uchal ke bed pe chadh gai jis se Lund uski choot se baher nikal gaya aur mai floor pe khada reh gaya mera Lund apne shikaar ko aise jate dekh ke be kabu ho gaya aur josh mai hilne laga. Ritu ki aankho mai phir se aansoo aa gaye the usne kaha babu please rehne do na mujhe bohot darad ho raha hai. Ab mai aur mere Lund full mood mai aa gaye the mai ne ghusse se kaha jana chahti hai to ja chali ja Sali choot chatwate maze leti hai chudwane mai nakhra dikhaati hai to wo kuch boli nahi par bed pe let gai shaed use laga ke mai ghussa ho gaya hu to wo dar gai thi.. Mai ne hath badha ke usko phir se bed pe pet ke bal waise hi half lita dia jis se uski gand mujhe saaf dikhayee de rahi thi wah kia mast chikni gand thi mai ne socha ke iski gand marne mai bhi bohot maza ayega phir socha ke pehle uski choot ko phaad dalu phir uski gand bhi marunga aur yehi sochte hue peeche se uski dono tango ke beech mai aa gaya aur apni tango se uski tangein khol dia. Itni choti si kunwari aur kamsin choot ki chudai ke khayal se hi mera Lund kuch aur mota aur lamba ho gaya tha. Apne masti aur josh mai hilte hue Lund ke dande ko apne hath se pakad ke Ritu ki choot ke surakh mai tika dia aur iss time apne hatho ko uski baghal se nikal ke uske shoulders ko tight pakad lia taa ke wo phir se meri grip se baher na nikal sake au raise hi tight pakad ke lund thod thoda ander baher ander baher karte karte ek hi powerful jhatke mai apna musal Lund uski choot mai ghused dia Ritu chillaee ooooooooooooiiiiiiiiiiiiiiiii bbbaaaabbbbuuuuuuuuuuuuuuuuuu nniiiikkkkaaaallllooooooooooooooooooooooooooo
mmmmmmeeeeeeeeeiiiiiiiiiiii mmmmmmmaaaaaaaaaaaarrrrrrrrrrrrrrrrrrrrr ggggggggggggaaaaaaaayyyyyyyeeeeeeee ooooooooooiiiiiiiiiiii mmmmmmmmmmmmaaaaaaaaaaaaa aur wo rone lagi uski aankho se ansoo nikal ke bed pe girne lage aur meri grip mai chatpataane lagi par mai ni usko bohot tight pakda hua tha isi liye wo meri grip se nikal nahi payee.


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साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Re: तीन देवियाँ

Post by rajsharma »


तीन देवियाँ पार्ट -8

गतान्क से आगे..................
वो मेरी ग्रिप मे मचल रही थी पर मैं ने अपने लंड को उसकी चूत मे घुसेडे हुए उसको बोहोत टाइट पकड़ा हुआ था. थोड़ी देर मे उसका मचलना कम हो गया और वो अपने पैर फ्लोर पे रखे रखे बेड पे गिर गयी. जब उसकी ब्रीदिंग थोड़ी नॉर्मल हुई तो लंड को अंदर बाहर करते हुए उसकी चुदाई शुरू कर दिया लंड को पूरा बाहर तक निकाल निकाल के चोद रहा था. इतनी छोटी सी चूत के अंदर मेरा रॉकेट जैसा लंड घुसा हुआ था लंड के अंदर बाहर चलते उसकी चूत की अन्द्रूनि चॅम्डी ( इन्नर पोर्षन) लंड के साथ अंदर और बाहर हो रही थी. लंड को तीन चार टाइम हाफ निकाल के अंदर कर देता फिर उसके बाद एक टाइम लंड सूपदे तक निकल के घचक के साथ उसकी छोटी सी चूत के अंदर घुसेड देता तो ऋतु के मूह से ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउप्प्प्प्प हहुउऊउउप्प्प्प उउउउउउउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्
फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ और ऊऊऊऊऊऊईईईईईईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स जैसे आवाज़ें निकल जाती थी. तकलीफ़ से उसकी आँखों से आँसू निकल रहे थे पर मुझे बोहोत मज़ा आ रहा था और मैं उसको टाइट पकड़ के घचा घच चोद रहा था. मुझे पता नही के ऋतु को मज़ा आ रहा था या नही पर इतनी छोटी और टाइट कमसिन चूत को चोदने का मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं अपने मूसल लंड से उसको तूफ़ानी रफ़्तार से चोद रहा था. बहुत ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहा था पर ऋतु को बेड से टीका के ऐसे पकड़ रहा था के वो हिल भी नही सकती थी. मेरे धक्को से उसका सारा बदन हिल रहा था. मैं तेज़ी से चोद रहा था और अब ऋतु भी अपनी गंद आगे पीछे कर के लंड को पूरी तरह से अपनी चूत मे ले रही थी और मज़े ले ले के चुदवा रही थी. थोड़ी ही देर मे उसका बदन काँपने लगा और आआआआआआआाअगगगगगगगगगगगगगगघह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआआआआआआआआआआईईईईईईईई हहाआआआआ जैसी आवाज़ें निकालते हुए वो झड़ने लगी और बॅस उसी टाइम पे मेरे बॉल्स मे भी तूफ़ानी हलचल शुरू हो गई थी और ऋतु को बोहोत टाइट पकड़ के एक फाइनल चूत फाड़ झटका मारा तो ऋतु के मूह से ऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममाआआआआआआआआआआअ निकल गया और मेरे लंड के सुराख मे से क्रीम की मोटी मोटी और गाढ़ी
गाढ़ी गरम गरम पिचकारियाँ निकलने लगी और ऋतु की छोटी सी चूत को भरने लगी. मैं झाड़ भी रहा था और धक्के भी मार रहा था.
मुझे इतनी मस्त चुदाई का मज़ा सिर्फ़ गीता की छोटी सी बेबी कुँवारी चूत को चोदने मे आया था ( दोस्तो गीता की चुदाई की दास्तान पढ़ना हो तो मेरी कहानी “कच्ची कली” पढ़िए ) और गीता के बाद अब ऋतु की छोटी चूत मैं भी वोही मज़ा पाया.
मेरे धक्के स्लो होने लगे और गहरी गहरी साँसें लेने लगा. मेरे लंड मे से बोहोत देर तक गरमा गरम मलाई की मोटी मोटी धारियाँ निकलती रही और ऋतु की छोटी सी चूत को फुल करती रही और मैं अपने फूलते पिचकते लंड को ऋतु की टाइट चूत के अंदर ही रखे रखे उसकी की पीठ पे गहरी साँसें लेते हुए ढेर हो गया. ऋतु का बदन भी ढीला पड़ गया था और वो भी बेड पे ऐसे ही लेटी रही. मेरा लंड अभी भी ऋतु की छोटी चूत के अंदर फूल रहा था और उसकी टाइट चूत के मज़े ले रहा था. बहुत देर के बाद जब मेरा लोहे जैसा सख़्त लंड उसकी चूत के अंदर नरम होने लगा तो मैं उसके बदन से लुढ़क के उसके बाज़ू मे लेट गया. लंड के बाहर निकलते ही उसकी चूत मे से मेरी और उसकी मिक्स मलाई के साथ उसकी चूत से निकला हुआ थोड़ा और ब्लड भी निकल निकल के नीचे फ्लोर पे ऐसे गिरने लगा जैसे उसकी चूत से कोई नल्ल खुल गया हो.
मैं बेड के ऊपेर चढ़ के लेट गया और ऋतु को भी उसके बघल से पकड़ के बेड के ऊपेर खेच के अपने बाज़ू मे लिटा लिया. दोनो एक दूसरे की बाँहो मे बाहे डाले लिपट गये और गहरी नींद सो गये. पता नही कितनी देर तक हम सोते रहे टेलिफोन की घंटी बज रही थी जिस से मेरी आँख खुल गयी पर समझ मे नही आ रहा था के क्या आवाज़ है. कुछ देर के बाद पता चला के टेलिफोन की घंटी बज रही है. मैने अपना हाथ बढ़ा के फोन उठा लिया दूसरी तरफ से मोम की आवाज़ आई बेटे यहा की रोड खराब हो गयी है कार नही चल सकती हम यही कंपनी के गेस्ट हाउस मे रुक गये है और बारिश अभी तक हो रही है इसी लिए हम शाएद आज रात वापस नही आ सकेंगे तुम घर का ख़याल रखना तो मैं ने कहा कोई बात नही मोम आप लोग इत्मीनान से आइए यहा भी अभी तक बोहोत ज़ोर की बारिश हो रही है और फिर पूछा के किसी का फोन वोन तो नही आया तो मैं ने कहा नही मोम किसी का नही आया फिर मोम ने कहा ठीक है बेटा रात मे डोर अंदर से बंद कर के लॉक कर के सोना तो मैं ने कहा ठीक है मोम आप फिकर ना करे मैं सब कुछ करलूंगा.
फोन को डिसकनेक्ट कर के फोन क्रेडल मे वापस रख के ऋतु की तरफ पलट गया जो नंगी ही मेरी तरफ पीठ कर के अपने दोनो हाथ और घुटने मोड़ के ऐसे पोज़ मे लेटी थी जैसे डेलिवरी से पहले बच्चा मा के पेट मे होता है और किसी छोटे बच्चे की तरह जो खेल खेल के थक्क के सो गया हो वैसे ही गहरी नींद सो रही थी बड़ी मासूम लग रही थी. मैं पीछे से अपने घुटने ऋतु के घुटनो के बीचे मे मोड़ के रख दिया और उसी के पोज़ मे लेट गया. ऋतु मेरी ग्रिप मे एक दम से ऐसी फिट बैठी थी जैसी किसी दुकान मे खाना पकाने का छोटा बर्तन बड़े बर्तन के अंदर फिट बैठ जाता है बॅस वैसे ही वो भी मेरे बदन मे फिट बैठी थी. ऋतु के नंगे बदन से मेरा बदन टच होते ही मेरे लंड मे जान आ गई और वो खड़ा हो के किसी नाग साँप की तरह लहराने लगा.
मेरा लंड उसके चूतदो की क्रॅक से लगता हुआ उसकी चूत को टच हो रहा था मैं धीरे से उसके छोटी छोटी मस्त चुचिओ को पहले तो धीरे धीरे से सहलाता रहा फिर दबाने लगा तो उसके मूह से उउउउउउउउउउन्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न उउउउउउउउन्न्न्न्न्न्न की आवाज़ निकली वो मेरी ग्रिप मे कसमसाने लगी और उसकी आँख खुल गई पर वो उसी तरह से लेटी रही. मैं उसकी चुचिओ को मसल रहा था और पीछे से उसके नेक के पास किस कर रहा था और अपने आकड़े हुए लंड को उसके गंद के क्रॅक मे ऐसी मूव्मेंट कर रहा था जिस से मेरा लंड उसकी चूत से टकरा रहा था जिस से वो बोहोत ही जल्दी मूड मे आ गयी और धीरे धीरे उसके ठंडे बदन मे गर्मी चढ़ने लगी. मेरा लंड रेस्ट लेने के बाद बोहोत ज़ोर से अकड़ चुका था और स्प्रिंग की तरह से हिल रहा था. मैने हाथ बढ़ा के साइड टेबल से केवाई जेल्ली (इसका नाम की जेल्ली है पर आक्च्युयली यह एक ट्रॅन्स्परेंट क्रीम की तरह होती है जो ट्यूब और डिब्बे की पक्किकन्ग मे आता है) का डिब्बा उठा के लिया और खोल के पहले तो उसकी गंद पे ढेर सारी जेल्ली लगाया तो वो चोंक गई और बोली के यह क्या कर रहे हो बाबू तो मैं ने कहा कुछ नही पगली मैं तो तेरी चूत मे ही डालुगा तो फिकर ना कर लैकिन ऐसा फर्स्ट क्लास चान्स मैं कैसे अपने हाथ से जाने दे सकता था और पूरी तय्यारी कर चुका था के आज मौका बड़ा अछा है और ऋतु की वर्जिन गंद को भी आज ही फाड़ डालुगा पर उस बेचारी को क्या पता था. ऋतु से बोला तेरी गंद बड़ी मस्त दिख रही थी इसी लिए थोड़ी जेल्ली उसको भी लगा दी और उसको शक्क ना हो इसी लिए उसकी चूत की पंखाड़ियों पे और चूत के बीच मे अपनी उंगली डाल के अंदर तक क्रीम लगा दिया और अपने लंड पे भी ढेर सारी क्रीम लगा के रेडी हो गया. ऋतु की गंद तो उसकी चूत से भी ज़ियादा छोटी और बोहोत ही टाइट लग रही थी. पीछे से ही धक्के लगाते लगाते लंड को उसकी चूत मे घुसा दिया. ऐसी पोज़िशन मे लंड तो पूरा
अंदर नही घुस्स सकता था इसी लिए बॅस आधा ही अंदर घुस रहा था लैकिन फिर भी ऋतु की चूत की गहराई मे चला गया था लंड लंबा था और चूत छोटी इसी लिए चूत की गहराई मे घुस्स चुक्का था. ऋतु अब चुदाई का मज़ा लेने लगी थी और अपनी एक टांग उठा के मेरे टांग पे रख दी जिस से उसकी चूत मे लंड कुछ और अंदर तक घुस रहा था. ऐसे ही चोद्ते चोद्ते उसकी गंद मे उंगली करने लगा तो पहले तो मेरी उंगली अंदर घुसते ही उसकी गंद एक दमसे टाइट हो गयी पर धीरे धीरे रिलॅक्स हो गयी और ऋतु अब चुदाई के साथ गंद मे उंगली के मज़े भी लेने लगी. मेरा लंड का एरेक्षन इतना पवरफुल था के मुझे यकीन था के जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत से बाहर निकलेगा उसी टाइम पे स्प्रिंग की तरह उछल के उसकी गंद से लग जाएगा. मैने बोहोत क्वांटिटी मे जेल्ली अपने हाथ मे ले के उसकी गंद पे लगा दिया जिस से उसकी गंद मे उंगली करने मे आसानी हो रही थी. मैं अपना हाथ उसकी गंद से निकाल के उसके चुचिओ को मसल्ने लगा और उसके शोल्डर्स को पकड़ के तेज़ी से चोदने लगा. मेरा लंड उसकी चूत मे आधे से ज़ियादा अंदर घुस रहा था जिस से ऋतु को और भी मज़ा आ रहा था और फिर एक ही मिनिट के अंदर उसके मूह से आआआआआआआआआआआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआहह ब्बाब्ब्बुउउउउउउउउ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआआआआऐईईईईईई आआआआईईईईईसस्स्स्स्स्स्सीईईईई हीईईईईईई कककककाअरर्र्र्र्र्र्र्रूऊओ हहाआआआआ आआआईईएसस्स्स्स्स्स्स्सीईई हहिईीईई ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ ब्बूओहूऊवटतत्टटतत्त माज़ाआआआआआआआ आआआहह ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बाआआआआब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बुउउउउउउउउउउउउउ और उसका बदन टाइट होने लगा और वो झड़ने लगी उसका ऑर्गॅज़म 2 मिनिट तक चलता रहा और मैं ऐसे ही तेज़ी से उसको चोद्ता रहा. जब ऋतु का ऑर्गॅज़म ख़तम हो गया उसका बदन ढीला पड़ने लगा तो मैं ने उसको पलटा के फिर से पेट के बल करवट दिला दिया उसकी टाँगें पीछे की तरफ लंबी रखी हुई थी जैसे मैं पीछे से चोदने वाला हू पर मेरा इरादा तो उसकी गंद मे लंड देने का था इसी लिए उसको ऐसे ही उल्टा लिटा के मैं उसके ऊपेर लेट गया और उसकी टाँगों के बीचे अपनी टाँगें रख के खोल दिया और एक ही झटके मे अपने लंड को अपने हाथो से पकड़ के उसकी चूत से बाहर निकाल लिया और उसी मूव्मेंट मे इतनी ज़ोर से झटका मारा के मेरा मूसल जैसा लंड उसकी छोटी सी ब्राउन कलर की गंद मे एक ही झटके मे जड़ तक घुस्स गया और वो चिल्लाई ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्मममममममममममममाआआआआआआआआआआआअ म्‍म्म्मममममररर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गगगगगगगाआआआआआआययययययययययययईईईईईईईईई
ई उउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ न्न्नीक्क्काआअल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊऊऊओ ब्ब्बाआआब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बुउउउउउउउउउउउ और बोहोत ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और मेरी ग्रिप से निकलने को मचलने लगी पर मैं ने उसको बोहोत ही टाइट पकड़ा हुआ था और अपने पैरो से उसके पैरो को खोल के टाइट पकड़ा हुआ था इसी लिए वो नही निकल पाई और मेरी ग्रिप मे ही तड़पने लगी. मेरा लंड और ऋतु की गंद की जेल्ली से फुल थे इसी लिए एक ही झटके मे उसकी छोटी सी टाइट गंद को फड़ता हुआ अंदर तक घुस्स चुका था. ऋतु मचल रही थी उसको इतनी मस्त चुदाई और इतने पवरफुल ऑर्गॅज़म के फॉरन बाद उसकी गंद फटने का यकीन नही था इसी लिए वो पूरी तरह से रिलॅक्स थी पर एक ही झटके मे उसकी गंद का काम तमाम हो चुका था. उसकी गंद फॅट चुकी थी जिस्मै से खून भी निकल रहा था पर मैं ने ध्यान नही दिया मैं तो अपने मूसल लंड से उसकी टाइट ब्राउन गंद को फाड़ के मस्ती मे झूमने लगा था. मेरा लंड उसकी टाइट गंद मे फँसा हुआ था और वो मेरी ग्रिप से बाहर निकलने के लिए अपने हाथ पैर बिस्तर पे मार रही थी और मेरी ग्रिप से निकलने की कोशिश करने लगी. ऋतु अब पेट के बल लेटी थी और मैं अपने पैरो से उसके पैरो को खोल के पोज़िशन ले लिया था मुझे उसकी गंद मारने के लिए बड़ी अछी पोज़िशन मिल गई.अब ऋतु पेट के बल नीचे लेती थी उसकी टाँगें खुली हुई थी और मैं उसके ऊपेर लेटा था मेरी टाँगें उसकी टाँगो के बीचे मे थी और मैं अपनी टाँगो से उसकी टाँगो को खोल रहा था और मेरा लंड उसकी टाइट गंद मे घुसा हुआ था. मैं ने उसको बोहोत ही टाइट पकड़ा हुआ था अब वो किसी भी तरह से मेरी ग्रिप से नही निकल सकती थी. मेरा लंबा मोटा लोहे जैसा सख़्त मूसल लंड उसकी गंद मे घुसा पड़ा था अब मैं धीरे धीरे धीरे उसकी गंद मारने लगा. मेरा लंड और ऋतु की गंद मे खूब बोहोत क्वांटिटी मे की जेल्ली लगी हुई थी इसी लिए लंड अब आसानी से उसकी गंद मे आ जेया रहा था और ऋतु चिल्ला रही थी न्न्न्नीइक्क्क्क्क्क्काआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊ ब्ब्ब्ब्बाआआब्ब्ब्ब्ब्ब्बुउउउउउ ब्बूओहूऊऊऊथततटटटतत्त द्दाआआर्र्र्राआअद्द्द्द्द्द्द्द हूऊऊ र्र्राआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआअ हहाआआआईईईईईई और मेरे झटको से वो परेशान हो रही थी और मैं था के 100 किमी पर मिनिट की स्पीड से उसकी गंद मार रहा था. थोड़ी ही देर मे उसकी गंद के मसल्स मेरे लंड को अड्जस्ट कर पाए और वो मेरे नीचे खामोशी से पड़ी रही और अपनी वर्जिन गंद मरवाती रही.
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Re: तीन देवियाँ

Post by rajsharma »


ऋतु मेरे नीचे पेट के बल लेटे अपनी टाँगें खोले पड़ी थी और मैं अपने लंड को पूरी तरह से सूपदे तक बाहर निकाल निकाल के घचा घच्छ घचा घच्छ उसकी गंद मार रहा था. मुझे पता न्ही के ऋतु को मज़ा आ रहा था या नही पर मुझे
तो बे इंतेहा मज़ा आ रहा था उसकी टाइट गंद मारने मे. अब मेरे बॉल्स मे हलचल मचनी शुरू हो गयी थी और मेरे धक्के तेज़ होने लगे और फिर एक और इतनी ज़ोर से झटका मारा के ऋतु फिर से चिल्लाई ऊऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्मममममममममाआआआआआआआआ म्‍म्म्मममाआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गग्ग्गाआययययययययययईईईईईईईई और उसी टाइम पे मेरे लंड मे से मलाई की मोटी मोटी धारियाँ उड़ उड़ के उसकी फटी खून से भरी गंद को भरने लगी.
धीर धीरे मेरे झटके स्लो होने लगे और जब मेरी पूरी मलाई निकल चुकी तो मैं ऋतु की पीठ पे ही गहरी गहरी साँसें लेते हुए ढेर हो गया. मेरी आँखें मस्ती मे और फुल प्लेषर मे बंद हो चुकी थी. थोड़ी देर के बाद जब मेरी मलाई निकलना बंद हो गयी तो मैने अपने लंड को उसकी गंद मे से बाहर निकाल लिया तो देखा के उसकी छोटी सी गंद, मेरे इतने मोटे मूसल लंड के घुसने से किसी गार (केव) जैसी हो गई थी और इंग्लीश के शब्द ( ओ ) की तरह से गोल हो गयी थी और उसकी टाइट गंद का सुराख बोहोत बड़ा हो गया था और उसकी गंद के मसल्स खुल बंद हो रहे थे जैसे अभी तक मेरे लंड को फील कर रहे हो. ऋतु मेरे बाज़ू मे पड़ी थी उसकी आँखो से आँसू निकल रहे थे. उसने कहा तुम बोहोत खराब हो बाबूजी मेरे ऊपेर थोड़ी भी दया नही आई तुम्है. तुम खुद ही सोचो के अभी मेरी उमर ही क्या है और तुम ने मेरे साथ क्या कर दिया तो मैं ने कहा क्या हुआ क्यों फिकर करती है अब तुझे कभी भी दरद नही होगा बॅस यह तो पहली बार ही होता है जो आज ख़तम हो गया और आज के बाद से तो बॅस तुझे मज़ा ही मज़ा आएगा तो वो बोली के पता नही आगे क्या होगा पर आज तो तुम ने मुझे मार ही डाला. दर्द से उसका चेहरा पीला पड़ गया था.
थोड़ी देर तक हम ऐसे ही लेटे रहे. टाइम देखा तो तकरीबन 4 बजने वाले थे भूक भी लगने लगी थी.. बारिश अब कुछ कम हो गई थी पर हल्के हल्के चीते पड़ रहे थे. ऋतु बेड से उतर के कपड़े पहेन्ने लगी तो मैं ने कहा कपड़े पहेन्ने की कोई ज़रूरत नही तो वो मुझे देखने लगी और बोली के क्यों नही पहेन्ने है रहना है तो तुम ही नंगे रहो बे-शर्मो की तरह से मुझे तो लज्जा आती है नंगे रहने मे तो मैं ने कहा के अरी पगली थोड़ी ही देर पहले मोम का फोन आया था के वो लोग आज नही आने वाले है और वो लोग भी वही साइट पे फसे हुए हैं कार नही चल सकती तो वही गेस्ट हाउस मे रहेगे तो वो मुस्कुराने लगी ओह अछा तो यह बात है इसी लिए इतनी बे-शर्मी पे उतर आए हो तो मैं भी मुस्कुराने लगा और उसको अपनी बाँहो मे ले के किस करने लग और
जैसे ही मेरा लंड उसके बदन से टच हुआ वो पीछे हट गयी और बोली के अब बॅस और मेरे लंड की तरफ इशारा करते हुए बोली के मैं इसको अब और सहन नही कर सकती इसको तो मैं कुछ नही बोला और ऋतु का हाथ पकड़ के बाथरूम मे घुस्स गया तो वो बोली के अभी दिल नही भरा क्या फिर से बाथरूम मे ले जा रहे हो तुम्हारे इरादे तो ठीक है ना तो मैं ने हंस के कहा अरी पगली चल शवर लेते है एक साथ उसके बाद लंच भी तो लेना है तो वो बोली के पहले वादा करो के तुम कुछ नही करोगे अब तो मैं ने भी सोचा के जब एक टाइम ऋतु को चोद डाला है और गंद भी मार डाली है तो फिर क्या डरना है अब तो कभी भी उसको चोद सकता हू और गंद मार सकता हू तो मैं ने वादा किया के अब कुछ नही करूगा सिर्फ़ शवर लेंगे तो हम दोनो एक दूसरे के बदन को साबुन से रगड़ रगड़ के नहाने लगे मैं उसकी चूत और गंद मे साबुन लगा के की जेल्ली को रगड़ के धोया और उसी तरह से उसने मेरे लंड पे लगी जेल्ली को अछी तरह से साफ किया. ऐसे ठंडे मौसम मे एस्पेशली इतनी मस्त चुदाई के बाद गरम गरम शवर लेने का मज़ा कुछ और ही है.
शवर ले के हम दोनो नंगे ही नीचे आ गये. फ्रिड्ज से खाना निकाल के गरम किया और खाने लगे. हम दोनो टेबल पे नंगे बैठे बड़ी मस्ती मे रोमॅंटिक स्टाइल मे खाना खा रहे थे. रोटी का एक पीस कट कर के अपने मूह मे रख के ऋतु के मूह मे दे रहा था और जैसे ही ऋतु मूह खोल के रोटी अपने मूह मे ले लेती तो हम दोनो किस करने लगते उसी तरह से ऋतु भी अपने मूह से खाना मेरे मूह मे ट्रान्स्फर करती तो भी हम एक दूसरे को किस कर लेते ऐसा लगता था जैसे मैं अपनी नोकरानी के साथ नही बलके अपनी किसी प्यारी सी गर्ल फ्रेंड के साथ मस्तियाँ कर रहा हू. इसी तरह से मस्ती भरे स्टाइल मे खाना खाते खाते मेरा लंड एक बार फिर से फुल अकड़ गया था और मेरे थाइस के बीच मे स्प्रिंग की तरह से हिल हिल के ऋतु की छोटी सी चूत को सल्यूट कर रहा था.


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कामुक कहानियाँ
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क्रमशः........


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साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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