क्या ये धोखा है ? compleet

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rajsharma
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क्या ये धोखा है ? compleet

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हिंदी सेक्सी कहानियाँ

क्या ये धोखा है ?--1

हेलो दोस्तो,मेरा नाम सपना हैं.मेरी उम्र 24 साल हैं और मैं पुणे की रहने वाली हूँ.मेरी शादी के 3 साल होने को आ गये हैं,एक बेटा हैं मेरा 1 साल का.वैसे मैने इस साइट पर यानी हिन्दी सेक्सी कहानियाँ ब्लॉग पर बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं या यूँ कहों कि मैने अपने पति के साथ पढ़कर इंजोय किया हैं तो ग़लत नहीं होगा.पढ़ते पढ़ते मेरे मन में एक ख्याल आया कि क्यों ना मैं अपनी आपबीती सबसे शेर करूँ इस साइट के ज़रिए.इसीलिए मैने ये अपनी कहानी यहाँ लिखी हैं.मैं बता दूं की ये बात मेरे पति को भी मालूम नहीं हैं.मैं क़िस्सी तरह दोपहर को टाइम निकाल कर लिख पाई हूँ.कोई ग़लती हो तो आइ एम सॉरी क्योंकि मेरी कॉंप नॉलेज और इंग्लीश दोनो अच्छी नहीं हैं.लग रहा हैं आपको बोर कर रही हूँ….ओके स्टार्ट कहानी…………………..,,,,,,,,,

स्टार्ट करती हूँ ये कहानी 5 साल पहले से जब मैं मुंबई में ब्कॉम कर रही थी.हॉस्टिल में रहती थी तब.

और अपने फ्रेंड्स सर्कल में खूब मस्ती होती थी.ग़लत मत समझो,कोई ज़यादा ग़लत काम नहीं करते थे.पर लॅडीस हॉस्टिल में रहते थे तो कुच्छ बुरी आदते आ ही जाती हैं.हमारा फ्रेंड ग्रूप 5 लड़कियों का था.हम दो रूम में अड्जस्ट कर रहती थी.घूमना और मस्ती करना ,शॉपिंग करना लड़को पर फब्तियाँ कसना और फिर रूम में आकर पिक्चर अच्छी भी और गंदी भी देखते थे.पर हम सभी फ्रेंड्स लड़को के मामले में बहुत अच्छी थी.क़िस्सी का कोई अफेर नहीं था,हम यही सोचते थे की जिससे शादी होगी उसीसे प्यार और सेक्स करेंगे.

मन तो सबका करता था जब हम ब्लू फिल्म्स में लड़को और लड़कियों को नंगे सेक्स करते हुए देखती थी.पर हम लोग एक दूसरे से चिपेट कर अपने होने वाले पतियों के बारे में गंदी बात कर सब्र करते की शादी के बाद ये सब करने को मिलेगा ही. मेरी बेस्ट फ्रेंड और रूम मेट का नाम संगीता था,उसकी उम्र 21 साल थी.

हम दोनो काफ़ी फ्रॅंक थे,ग़लत मत समझना हम दोनो के बीच कोई ग़लत रिस्ता नहीं था.पर हम दोनो जब भी बीएफ देखती तो एक दूसरे को बाहों में भर लेती थी और बातें करती रहती थी.

जब भी इंग्लिश. बीएफ देखती उसमे हब्सियों या गोरे गोरे बॉडी बिल्डर्स के बहुत लंबे और मोटे मोटे लंड रहते थे जिससे वो मॉडेल्स को फक करते थे.मैं तो देख कर काँप जाती क़ि इतने बड़े बड़े लंड आख़िर अंदर कैसे घुस जाता हैं.मैने संगीता से एक दिन पूछा की इतने बड़े और मोटे लंड औरते अंदर कैसे लेती हैं ,उन्हे दर्द नहीं होता.संगीता मेरे गाल पर चिकोटी लेती हुई बोली कि अरे इसमे पहली बार तो दर्द होता हैं पर बाद में तो स्वर्ग से भी ज़यादा मज़ा आता हैं,जब इतना बड़ा लंड अंदर बाहर जाता हैं तो बहुत मज़ा आता हैं.देख वो स्लिम मॉडेल्स कैसे पूरा अंदर लेकर मस्ती से चुदवा रही हैं. देख तो मैं भी रही थी,एक मॉडेल दो दो बड़े बड़े लंड बारी बारी से ले ले रही थी. वो जब अंदर बाहर उसकी चूत में जा रहा था,हम दोनो की तो देख कर हालत ही खराब हो रही थी. मेरी तो पॅंटी गीली हो गयी थी शायद संगीता की भी हो गयी थी.संगीता बोली कि जानती हैं सपना इंडियन्स का लंड इतना बड़ा नहीं होता,हमे तो छ्होटे छ्होटे लंड ही मिलेंगे.तो क्या हुआ वो हमारा तो होगा उसपे किसी और का अधिकार तो नहीं होगा,तुझे बड़ा चाहिए तो कोई हबसी से शादी से कर ले.मैं उसे चिढ़ाती हुई बोली.
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
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Re: क्या ये धोखा है ?

Post by rajsharma »


अच्छा सपना की बच्ची पता चले के मेरी शादी के बाद तू मेरे घर आ जाए उस हबसी के लंड के लिए.वो उठ कर बाथरूम में चली गयी.मैं समझ गयी वो उंगली से अपने को शांत करने गयी हैं. हम दोनो एक दूसरे को समझते थे ,आख़िर क़िस्सी लड़के से शादी से पहले सेक्स करने से अच्छा था कि उंगली से शांत कर लो. पहली बार मुझे संगीता ने ही बताया था की वो अपने को कैसे शांत करती हैं.फिर तो मेरी भी रोज़ आदत हो गयी थी सोने से पहले उंगली से चूत को शांत करने की. सच कहूँ तो ऐसा करते समय तरह तरह के गंदे ख्याल दिमाग़ में आ जाते थे.कभी बीएफ में देखे हुए नंगे लड़के,उनके लंड और नंगी लड़कियों.

चुदवाती हुई तो कभी कोई दिन में देखा हुवा कॉलेज का कोई हॅंडसम लड़का जो मुझे लाइन मारने की कोसिस करता उसके बारे में सोचती तो कभी कोई फिल्म स्टार या खिलाड़ी के बारे में सोच लेती और अपनी चूत को उंगली से शांत कर लेती.मैं जानबूझ कर ऐसा नहीं सोचती थी,संगीता कहती थी ये सबके साथ होता हैं ,शादी के बाद भी जब तू पति के साथ करेगी तो आख़िरी लम्हो में कोई गंदा सीन या कोई गंदी बात आ जाती हैं.कोई आदमी या औरत उसे नहीं रोक सकती,ऑटोमॅटिक ऐसा ख्याल आता हैं जब हम चरम सीमा पर पहुँचते हैं.

शायद वो सच कहती थी,पर मुझे बहुत नफ़रत होती करने के बाद कि मैं ये सब कैसे सोच लेती हूं. आख़िर अपने होने वाले पति के अलावा क़िस्सी के बारे में कैसे सोच सकती हूँ.

आज़ तो संगीता की बातों ने मुझे बहुत उतेज़ित कर दिया था,उसे मैने कह दिया था कि जो भी मिले ठीक हैं, पर अंदर से तो मैं भी अब ये सोचने लगी कि मेरा पति सुंदर हॅंडसम तो हो ही,उसका लंड भी गोरे मॉडेल्स इतना बड़ा हो.अब मेरे दिमाग़ में हमेशा जब भी सेक्स आता तो वो ही हब्सियों के बड़े काले और गोरे मोटे लंड के बारे में सोच कर झाड़ जाती.अब तो बस हम दोनो बड़े लंड वाली ही बीएफ लाकर देखते थे.इंडियन्स के बीएफ में तो मज़ा ही नहीं आता था. खैर ये सब यूँ ही चलता रहा,पढ़ाई कंप्लीट हुई…घर वापस आए तो शादी की बात चलने लगी.तब तक मेरे ग्रूप की 3 लड़कियों की शादी हो गयी थी.संगीता की शादी किसी अजय के साथ हुई.मैं उसकी शादी में गयी थी,,अजय बहुत हॅंडसम तो नहीं पर ठीक तक लड़का था.1 साल बाद मेरी भी शादी ठीक हो गयी अमित के साथ.

वो जब मुझे देखने आए तो मैं बहुत शर्मा रही थी. एक मन में डर भी था की पता नहीं कैसे होंगे अमित. पर जब देखा तो जैसे सब कुच्छ मिल गया,बहुत हॅंडसम 5’10” हाइट थी,चौड़ा सीना,बिलकूल मेरे फ़ेवरेट.मॉडेल डिनो मारिओ की तरह थे. उन्होने मुझसे पढ़ाई के बारे में पूछा,मैं तो शरमाती रह गयी कुच्छ कह नहीं पाई.वो बॅंक में मॅनेजर थे,सुन्दर थे अब क्या चाहिए था,फटा फॅट शादी तय हो गयी.मैने शादी में संगीता के साथ साथ सभी सहेलियों को बुलाया.मैं बहुत खुश थी की मुझे जैसा पति चाहिए था वैसा मिला.

शादी हो गयी,उसमे संगीता भी आई थी..दूल्हे को देखने के बाद रात को मिलने पर मुझसे मज़ाक करती हुई बोली कि सपना लगता हैं तुझे हबसी वाला मिल गया,तू तो बहुत लकी हैं..देखने में ही बहुत तगड़ा लगता हैं. चेक करके मुझे भी फोन करना ताकि तेरे घर आना जाना मैं भी शुरू कर दूँगी.मैं हंसते हुए उसे मारने के लिए दौड़ी…तूने तो कुच्छ बताया नहीं अपनी सुहागरात के बारे में ,मैं तुझे क्यों बताऊंगी..बताना क्या हैं कभी मेरे यहाँ आना तो लाइव दिखा दूँगी.
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


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Re: क्या ये धोखा है ?

Post by rajsharma »


हट बदमास कहीं की गंदी,मैं तुम दोनो का सेक्स देखूँगी. मैं उसे एक चपत लगाते हुए बोली. अरे नहीं रे मैने अपने सेक्स का वीडियो बनाया हुवा हैं, तुझे दिखाऊँगी,जब आएगी तो.वो मेरे कान में धीरे से बोली. हट गंदी मैं नहीं आऊँगी तेरे घर….मेरे मन में तो उस समय अमित ही समाया हुआ था.

सुहाग रात…आपलोग भी पूरी सुहाग रात की बात सुनना चाह रहे होंगे.तो चलो सुना देती हूँ,मेरा दावा हैं कि जो भी औरत मर्द इसे सुनेंगे उन्हे ज़रूर अपनी सुहागरात की याद आ जाएगी.मैं दुल्हन बनी बेड पर बैठी थी.मैने लहनगा चोली पहन रखी थी. घूँगट तो था ही. मेरा मन धक धक कर रहा था ये सोच कर आज़ क्या होगा,आज़ मुझे अपने सपनो का साथी पहली बार मेरे बदन को टच करेगा. आपलोग मेरे बारे में सोच रहे होंगे कि मैं कैसी दिखती होगी,मेरी हाइट 5’6” हैं,रंग गोरा हैं,ज़यादा मोटी नहीं पर आवरेज सरीर था,चेहरे या बॉडी से अगर मिलाया जाए तो मैं थोड़ी थोड़ी विद्या बालन आक्ट्रेस की तरह लगती थी उस समय,अब तो वो सरीर सिर्फ़ याद में ही हैं. फिगर उस समय 34 28 34 का था…जो अब 36 30 34 हो गया हैं.ये सब पिक्चर उसी समय के हैं जब हम हनिमून मनाने मसूरी गये थे.अमित ने ये सारी पिक्स ली थी.आप जानते हैं कि मैं अपना चेहरा नहीं दिखा सकती.इसलिए उपर से चेहरा काट दिया हैं मैने.पर अब मुझे अच्छा लग रहा हैं कि मेरी बॉडी अमित के अलावा इतने लड़के देखेंगे और उस बारे में बात करेंगे.

हां तो अमित रूम में आए और आकर दरवाजा अंदर से बंद कर दिया. एक बात बता दूं की उनके घर में कोई नहीं हैं, उन्हे एक दूर की बुआ ने पाला था. अच्छा ही था मेरे घर में प्यार के लिए डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं था. अमित आकर मेरे पास बैठ गये और मुझसे बोले “सपना हम दोनो आज़ से अपनी नयी ज़िंदगी शुरू करने जा रहे रहे हैं,हमने जो अब तक अकेली ज़िंदगी जी हैं उसे भूल जाओ और मेरे साथ आज़ से नयी ज़िंदगी मेरे साथ शुरू करो.”ये कह कर अमित ने एक अंगूठी मेरे हाथ में पहनी दी और मेरा घूँगट उपर कर दिया. मैं आँखें बंद कर सर नीचे झुकाए चुप चाप बैठी रही.वो और नज़दीक आकर मेरे चेहरे को अपने हाथ में लेकर उपर उठाया. मेरी धड़कन बहुत तेज़ हो गयी थी. मेरे होठ कपकपाने लगे थे,उनके हाथों का स्पर्श यूँ लगा जैसे पूरे सरीर में तेज़ करेंट दौड़ गया हो.उनके कहने पर मैने आँखें खोली,तो उनका चेहरा अपने चेहरे के इतने पास पाकर शर्मा गयी और सर नीचे झुका लिया. वो मेरा सर हाथों से उपर कर बोले अब मेरे साथ पूरी ज़िंदगी गुज़ारनी हैं तो शरम कैसी ?क्या मैं इतना बदसूरत हूँ कि तुम मुझे देख भी नहीं सकती?मैने झट से अपना हाथ उनके मूँह पर रख दिया और झट से बोली ऐसा मत कहिए,आप से सुन्दर तो कोई भी नहीं होगा. ये कह कर मैं ही शर्मा गयी और आँखें बंद कर ली. सच सपना,पर तुम जानती हो तुम कितनी सुंदर हो, ये तुम्हारी बंद पॅल्को में तुम्हारी आँखें,कहते हुए उन्होने मेरी आँखों पर अपने होठ रख दिए. उनके गरम होंठो का स्पर्श अपनी

पॅल्को पे पाकर धधकान बहुत तेज़ हो गयी, फिर धीरे से उन्होने ने अपने होठ मेरे दाहकते गालों पर रख दिए..उफफफफ्फ़ मैं तो इतने में मदहोश हुई जा रही थी. मुझे लग ही नहीं रहा था कि मुझपे मेरा अब कोई बस हैं. फिर मेरे चेहरे को हाथों में लिए हुए मेरे दूसरे गाल को चूमा…
तब तक मुझे अहसास हुआ कि अब वो मेरे होंठो तक जाएँगे ,इस एहसास ने ही मुझे कपा दिया..वो मेरे होंठो को चूमने वाले ही थे ,उनकी गरम साँसे मेरे सांसो में घुलने लगी थी,मेरे होठ बिलकूल काँप रहे थे…पूरा सरीर जैसे की बुखार से तप रहा था..उनके होठ मेरे गुलाबी होंठो को छुने वाले ही थे कि मैने उनके होठों पर अपने मेहन्दी लगे हाथ रख दिए,उफ़फ्फ़ उनके होठ भी बिलकूल गरम थे…वो तो एक दिखावा था वरना मेरा दिल चाह रहा था कि उनके गरम होंठो को अपने गुलाबी अधरों के बीच लेकर उन्हे अपने बाहों में जाकड़ लूँ या उनके चौड़े सीने में च्छूप जाऊं..
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Re: क्या ये धोखा है ?

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उन्होने धीरे से मेरी हथेली अपने हाथों में लेकर उसे अपने होठ से चूम लिया..एक बार नहीं बॅस चूमते ही चले गये…फिर मेरा हाथ अपनी पीठ पर रख दिया और अपने दोनो हाथ मेरी पीठ पर रख कर फिर धीरे से अपने होठ मेरे दाहकते गुलाबी काँपते होंठो पर रख दिए……ओह मैं तो पता नहीं उस समय कहाँ खो गयी..वो पल कभी भूल नहीं सकती…पहली बार उनके होठ मेरे होंठो को अपने अंदर समेट कर उसका रास्पान कर रहे थे. मेरे दोनो हाथ अपने आप उनके पीठ पर कस गये,उन्होने भी मुझे पूरी तरह जाकड़ लिया था अपने सिने में और मैं कुच्छ भी नहीं सोच पा रही थी और ना ही कुच्छ कर पा रही थी….जी तो चाह रहा था कि मैं भी उनके खूबसूरत होंठो को चुसू और उन्हे प्यार करूँ..
दोस्तो अभी कहानी बाकी है आगे की कहानी अगले भाग मे आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः..............
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Re: क्या ये धोखा है ?

Post by rajsharma »


Kya Ye Dhokha Hai ?--1

Hello dosto,mera naam sapna hain.Meri umra 24 saal hain aur main pune ki rahne waali hoon.Meri shaadi ke 3 saal hone ko aa gaye hain,ek beta hain mera 1 saal ka.waise maine is site par bahut si kahaniyan padhi hain ya yoon kahon ki maine apne pati ke sath padhkar injoy kiya hain to galat nahin hoga.padhte padhte mere man mein ek khyal aaya ki kyon na main apni aapbiti sabse share karoon is site ke jariye.isiliye maine ye apni kahani yahan likhi hain.main bata doon ki ye baat mere pati ko bhi maloom nahin hain.maine kissi tarah dopahar ko time nikal kar likh payi hoon.koi galti ho to I m sorry kyonki meri comp knoledge aur english dono achhi nahin hain.lag raha hain aapko bore kar rahi hoon….ok start kahani…………………..,,,,,,,,,

Start karti hoon ye kahani 5 saal pahle se jab main mumbai mein Bcom kar rahi thi.Hostel mein rahti thi tab.

Aur apne frds circle mein khub masti hoti thi.Galat mat samjho,koi jayada galat kam nahin karte the.Par ladies hostel mein rahte the to kuchh buri aadte aa hi jati hain.hamara frd group 5 ladkiyon ka tha.ham do room mein adjust kar rahti thi.ghumna aur masti karna ,shopping karna ladko par fabtiyan kasna aur phir room mein aakar pics achhi bhi aur gandi bhi dekhte the.Par hum sabhi frds ladko ke mamle mein bahut achhi thi.kissi ka koi affair nahin tha,hum yahi sochte the ki jisase Shadi hogi usise pyar aur sex karenge.

Man to sabka karta tha jab hum blue films mein ladko aur ladkiyon ko nange sex karte huye dekhti thi.par hum log ek dusre se chipat kar apne hone wale patiyon ke baare mein gandi baat kar sabra karte ki saadi ke baad ye sab karne ko milega hi. Meri best frd aur room mate ka naam sangita tha,uski umra 21 saal thi.

Hum dono kaphi frank they,galat mat samjhna hum dono ke bich koi galat rista nahin tha.Par hum dono jab bhi bf dekhti to ek dusre ko bahon mein bhar leti thi aur batein karti rahti thi.

Jab bhi Eng. Bf dekhti usame habsiyon ya gore gore body builders ke bahut lambe aur mote mote lund rahte the jisase wo models ko fuck karte the.main to dekh kar kaanp jati ki itne bade bade lund akhir ander kaise ghus jata hain.Maine sangita se ek din poochha ki itne bade aur mote lund aurte ander kaise leti hain ,unhe dard nahin hota.Sangita mere gal par chikoti leti hui boli ki are isme pahli baar to dard hota hain par baad mein to swarg se bhi jayada maza aata hain,Jab itna bada lund ander bahar jata hain to bahut maza aata hain.Dekh wo Slim models kaise poora ander lekar masti se chudwa rahi hain. Dekh to main bhi rahi thi,Ek model do do bade bade lund bari bari se le le rahi thi. Wo jab ander bahar uski chut mein ja raha tha,Hum dono ki to Dekh kar halat hi kharab ho rahi thi. Meri to panty gilli ho gayi thi shayad sangita ki bhi ho gayi thi.Sangita boli ki janti hain Sapna Indians ka lund itna bada nahin hota,hame to chhote chhote lund hi milenge.to kya hua wo hamara to hoga uspe kissi aur ka adhikar to nahin hoga,Tujhe bada chahiye to koi habsi se shadi se kar le.main use chidhati hui boli.

Achha Sapna ki bachhi pata chale ke meri shadi ke baad tu mere ghar aa jaye us habsi ke lund ke liye.Wo uth kar bathroom mein chali gayi.Main samajh gayi wo ungali se apne ko shant karne gayi hain. Hum dono ek dusre ko samjhte the ,Akhir kissi ladke se shadi se pahle sex karne se achha tha ki ungli se shant kar lo. Phali baar mujhe sangita ne hi bataya tha ki wo apne ko kaise shant karti hain.Phir to meri bhi roz aadat ho gayi thi sone se pahle ungali se chut ko shant karne ki. Sach kahoon to aisa karte samay tarah tarah ke gande khyal dimag mein aa jate they.Kabhi Bf mein dekhe huye nange ladke,unke lund aur nangi ladkiyon.

Chudwati hui to kabhi koi din mein dekha huwa coll ka koi handsome ladka jo mujhe line marne ki kosis karta uske baare mein sochti to kabhi koi film star ya khiladi ke baare mein soch leti aur apni chut ko ungli se shant kar leti.Main janboojh kar aisa nahin sochti thi,sangita kahti thi ye sabke sath hota hain ,shadi ke baad bhi jab tu pati ke sath karegi to akhiri lamho mein koi ganda sin ya koi gandi baat aa jati hain.Koi aadmi ya aurat use nahin rok sakti,automatic aisa khyal aata hain jab hum charam sima par pahunchte hain.
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