एक और कमीना compleet

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rajaarkey
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एक और कमीना compleet

Post by rajaarkey »

चेतावनी ...........दोस्तो ये कहानी समाज के नियमो के खिलाफ है क्योंकि हमारा समाज मा बेटे और भाई बहन और बाप बेटी के रिश्ते को सबसे पवित्र रिश्ता मानता है अतः जिन भाइयो को इन रिश्तो की कहानियाँ पढ़ने से अरुचि होती हो वह ये कहानी ना पढ़े क्योंकि ये कहानी एक पारवारिक सेक्स की कहानी है




एक और कमीना--1

Author-RKS


कहते है जब लंड खड़ा होता है तो उसे सिर्फ़ चूत और गान्ड ही
दिखाई देती है फिर वह चाहे जिसकी हो, और अगर वह चूत और
गान्ड किसी रिश्ते की हो तो लंड ज़्यादा झटके मारता है, और रिश्ता
जितना बड़ा या जितना करीबी औरत का होता है लंड उसके नाम पर
सबसे जल्दी खड़ा होता है, और सबसे ज़्यादा मज़ा सबसे करीबी
रिश्ते की औरत को छोड़ने मे आता है, बड़े बड़े शहरो का
आधुनिक जीवन और खुलापन इंसान की सोच को बहुत जल्दी
बदल कर रख देता है और वह रीलेशन के थोड़ा उपर उठ कर
सोचने लगता है और फिर वह लाइफ की सबसे ज़्यादा मज़ा देने
वाली चीज़ो को पाने की कोशिश मे लग जाता है और रीलेशन को
ताक पर रख कर अपनी एक नई थेओरी तैयार करता है, और अपनी
सोच को बदलना ना चाहते हुए भी उसकी सोच मे एक बड़ा
चेंज धीरे धीरे आने लगता है और एक दिन वह पूरी तरह
बदल जाता है, जब वह पूरी तरह बदल जाता है तब अपने
लक्ष्य को पाने का हर संभव प्रयास करता है और अगर उसे
उस प्रयास मे सफलता हाथ नही लगती तो उस लक्ष्य को पाने का
कोई ना कोई आख़िरी रास्ता ज़रूर ढूँढ निकालता है.

रात के 11 बज रहे थे और सन्नी रोज की तरह अपने पीसी पर नेट
चालू करके गूगले पर सेक्स साइट ओपन करने लगा, वह रोज की
तरह केवेल अपने अंडरवेअर मे अपनी चेर पर बैठ कर अपने
लंड को अपने हाथो से अपने अंडरवेर के उपर से ही सहलाता
जा रहा था और सेक्स की साइट को ओपन करता जा रहा था, 20 साल की
उमर मे ही सन्नी का लंड 9 इंच के लगभग और काफ़ी मोटा
हो गया था, सन्नी एक कसरती बदन का लंबा सा लड़का था और
बेहतर ख़ान पान के कारण उसकी बॉडी 20 की होने के बावजूद 26
-27 की नज़र आती थी, उसकी रोज की आदत थी जब उसका लंड खड़ा
हो जाता तो वह अपने लंड पर एक हाथ से सरसो का तेल लगा लगा
कर मालिश करता और दूसरे हाथ से नई नई साइट खोल खोल कर
चूत और गान्ड का मज़ा लेता था, तभी उसने दो अलग अलग फोटो
पर क्लिक किया तो दो साइट ओपन हो गई जिसका नाम था "मोम
शेअर" आंड "मोम फेशियल", उस साइट को देख कर वह सोचने लगा
कि मोम के नाम की भी साइट है तो क्या लोग अपनी मोम को भी
चोद्ते है, और उसका गला सूखने लगा, लेकिन जैसे जैसे वह
साइट के फोटो देखता और उनके कॉंटेंट्स रीड करता गया उसे एक
अलग ही मज़ा आने लगा जो मज़ा शायद पहले कभी नेट पर
यह सब देख कर नही आया था, तभी उसके दिमाग़ मे ना जाने
क्या सूझा और उसने गूगले पर "मेरी मम्मी पूरी नंगी"
शब्द टाइप किए और उसे इंडियन औरतो के पिक्स और देसी स्टोरी के
लिंक मिले, जिन्हे वह खोल कर पढ़ने लगा, करीब रात के 2 बज
चुके थे और सन्नी अपने लंड को मसलता हुआ कई इंसेंट
स्टोरी को रीड कर कर के अपना लंड तेल लगा लगा कर मसलने
लगा.

यह सब नेचुरल नही था और उसका कुच्छ रीज़न था जिसके
कारण सन्नी को आज मूठ मारने मे एक अलग और रोमांचकारी
आनंद की अनुभूति हुई थी,
सन्नी एक मेट्रो सिटी मे रहता था और उसके डेडी अरविंद का
अपना गारमेंट्स का बिजिनेस था, उसकी मम्मी अंजलि एक
बेहतरीन फैशन डिजाइनर थी, उसके डेडी करीब 45 के और उसकी
मम्मी 40 के आस पास की थी, सन्नी की दीदी का नाम डॉली था जो
सन्नी से 2 साल बड़ी थी और सन्नी के कॉलेज मे ही पढ़ती थी.
सन्नी सुबह सुबह तैयार होकर
कॉलेज गया तो वहाँ उसका सबसे खास दोस्त रोहन कॉलेज के
पार्क की एक बेंच पर बैठा उसका वेट कर रहा था, हे सन्नी
हाउ आर यू, सन्नी फाइन यार,
रोहन -क्या बात है तेरी आँखे लाल क्यो
लग रही है रात को देर तक नेट चला रहा था क्या,
सन्नी -हाँ यार करीब 3 बाज गया था,
रोहन -यार रात को तो मैं भी देर तक जागता रहा, एक मस्ट डीवीडी लेकर आया था बस उसी के मज़े ले रहा था,
सन्नी -अबे मुझे भी दे ना कैसी है,
रोहन- यार बहुत मजेदार है, रेआलिटी किंग के मस्त मॉडेल है उसमे और काफ़ी बोल्ड और
हेवी औरते है जैसी हम इमेजीन करते है बस वैसी ही है, क्या मोटी मोटी गंद और क्या गुलाबी और चिकनी चूत थी उनकी और उनके चुचे तो इतने बड़े और कसे हुए थे कि मैने तो कम
से कम दो बार अपना अपनी निकाला था,
सन्नी- अच्छा रोहन एक बात बता क्या कोई अपनी मम्मी को भी चोद्ता होगा,
रोहन -माइ डियर आज कल दुनिया मे सब होता है लोग अपनी मा और बहन को तो
सबसे पहले नंगी करके चोदना चाहते है, मगर ये सब तू क्यो पूछ रहा है,
सन्नी -यार कल मैने नेट पर कई साइट देखी जिसमे लोग अपने रिश्तेदारो के साथ सेक्स करते है और उन्ही साइट
मे मोम और बहन के साथ सेक्स के बारे मे भी लिखा था.
रोहन- यार ये सब तूझे आज पता चला है मैं तो ना जाने कब्से इन सब साइटो को पढ़ चुका हू,
सन्नी- पर यार क्या यह पोज़िबल है,
रोहन- मेरे दोस्त आज के जमाने मे सब कुच्छ पोज़िबल है, जब आदमी का लंड खड़ा होता है तो उसे सिर्फ़ चूत नज़र आती है और कुछ नही.
सन्नी- पर रोहन कोई मम्मी अपने बेटे से क्या चुदवा लेती होगी,
रोहन -अच्छा एक बात बता कभी तूने अपने आस पास या कही और ऐसा सुना है कि किसी की बहन अपने भाई
से चुदवाती है,
सन्नी- हाँ हमारे मोहल्ले मे पप्पू भैया रहते है, लोग उसका उसकी बहन संगीता के साथ सेक्स की बाते करते है, और कहते है कि किसी ने उन्हे रंगे हाथो पकड़ लिया था,
रोहन- तो फिर तू ही बता पप्पू ने अपनी बहन संगीता को कैसे चोदा होगा, सन्नी मुझे कैसे पता होगा,
रोहन- अरे जब उसने अपनी बहन संगीता को कभी नंगी देखा होगा तभी ना उसका लंड अपनी बहन को चोदने के लिए खड़ा हुआ होगा, कि ऐसे किसी रह चलती लोंड़िया को कोई चोद सकता है क्या, कितने ही चुदाई के संबंध सिर्फ़ रिश्तो मे ही बनते है, तूने कभी सुना है कि किसी राह चलती लोंड़िया को किसी ने चोद दिया, और हमारे देश मे तो सबसे ज़्यादा रिश्ते मे ही चुदाई होती है और वो भी शादी ब्याह के अवसर पर लोग चूत और लंड को ढूढ़ते है
सन्नी-- अच्छा रोहन एक बात पुच्छू तू बुरा तो नही मानेगा, रोहन अबे तेरी बात का बुरा मानूँगा तो फिर
दोस्ती किस कम की, चल पूछ क्या पूछना चाहता है,
सन्नी -यार रोहन तूने कभी किसी को चोदा है,
रोहन -अबे मैं तो अभी दो दिन पहले ही एक एस्कॉर्ट गर्ल को ले कर एक होटेल मे रात भर मोज करके आया हू,
सन्नी- अरे यार मैं किसी बाहर की लड़की की बात नही कर रहा हू,
रोहन -तो फिर,
सन्नी- यार समझा कर मैं रिश्ते मे चोदने की बात कर रहा हू,
रोहन- अबे तो सीधा सीधा पूछ ना कि कभी अपने किसी रिश्तेदारी मे चुदाई की है कि नही,
सन्नी- हाँ हाँ वही,
रोहन- देख भाई वैसे तो मैं ये सब राज किसी को बताता नही हू पर तू मेरा बेस्ट फ्रेंड है इसलिए बता देता हू, मेने अपने मामा की लड़की, अपने चाचा की लड़की दोनो को चोद रखा है,
सन्नी-आश्चर्य से रोहन को देखता हुआ, क्या बात कर रहा है,
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Re: एक और कमीना

Post by rajaarkey »

रोहन- अबे मैं तो अपनी चाची को कब से चोदना चाहता हू, पर भोसड़ी की मुझे बच्चा समझ के घास नही डालती है लेकिन मेरा नाम भी रोहन है जो सोच लिया सो सोच लिया अपनी चाची को एक दिन ज़रूर चोद के रहूँगा, और आगे और किसको किसको चोदना चाहता हू यह मैं तुझे बाद मे बताउन्गा, अभी मुझे थोडा अर्जेंट वर्क है अब मैं निकलता हू. और रोहन वहाँ से चला गया,
सन्नी पार्क मे बैठा बैठा रोहन की बातो को सोच रहा था और उसका लंड खड़ा हो गया
था, तभी सामने से उसे टाइट जीन्स और टी-शर्ट मे उसकी दीदी डॉली
आती हुई दिखाई दी, डॉली का फिगर बिल्कुल ट्विंकल खन्ना जैसा
था, डॉली बहुत सेक्सी नज़र आती थी और उसका सबसे बड़ा
आकर्षण उसके मोटे मोटे चूतड़ थे जो कि 36 और उसकी
चुचिया 34 की थी, डॉली मस्तानी चाल से चलती हुई रोहन के
करीब आ गई, रोहन के दिल और दिमाग़ मे सिर्फ़ और सिर्फ़ सेक्स चल
रहा था, और वह अपनी और आती अपनी दीदी को एक मस्तानी लोंड़िया
की नज़र से देख रहा था, यह पहला मोका था जब वह अपनी
दीदी के दूध, पेट कमर और उसकी कसी हुई मोटी मोटी जाँघो को
बहुत गोर से निहार रहा था, तभी क्यो सन्नी कहाँ खोया है
और यहाँ अकेले बैठा बैठा क्या कर रहा है, कुछ नही दीदी
बस अपने दोस्त के साथ बैठा था वह अभी अभी चला गया,
डॉली अपने भाई से सॅट कर बैठती हुई, ये तेरी आँखे इतनी लाल
क्यो है क्या रत को सोया नही, नही दीदी ऐसी तो कोई बात नही है,
हाँ देर तक काम ज़रूर कर रहा था लेकिन 2 बजे के आसपास सो
गया था, डॉली चल अब उठ घर चलते है, रोहन अरे थोड़ी देर
और बैठो ना फिर चलते है, डॉली रहम का हाथ अपने हाथ
मे लेटी हुई, इतना ज़्यादा देर तक ना जगा कर सन्नी, टाइम से सोया
कर, सन्नी मन मे क्या करू दीदी अब तुम्हारे भाई को चूत
चाहिए और वह चूत के बिना रात को सो नही पाता है, डॉली अब
क्या हुआ तू कुछ उदास और गुम्सुम सा लग रहा है, कोई बात है
क्या, सन्नी नही दीदी कोई बात नही है, सन्नी अपनी बहन को आज
बिल्कुल करीब से देख रहा था उसके गुलाबी होंठो को एक टक
घूर रहा था और उसका दिल अचानक करने लगा कि वह अपनी
बहन के रसीले होंठो को खूब चूसे, उसे पानी बाँहो मे
भर ले, उसे रात की देसी कहानिया रह रह कर याद आ रही थी कि
कैसे एक भाई अपनी सग़ी बहन को नंगी करके चोद्ता है, उसे
उसकी दीदी उस समय एक अप्सरा लग रही थी और सन्नी उसके पूरे
बदन का जायज़ा ले रहा था और उसकी उठी हुई चुचिया वह अपनी
कल्पना मे नंगी देख रहा था, और कल्पना कर रहा था कि
मेरी दीदी नंगी कितना मस्त माल लगेगी अगर दीदी मुझे चोदने
को मिल जाए तो मज़ा आ जाए, सन्नी ने कभी ओरिजिनल मे किसी
औरत को नंगी नही देखा था लेकिन ब्लू फ़िल्मो की औरतो की
कल्पना करके अपनी बहन को पूरी नंगी देखने की कल्पना कर
रहा था, फिर कुछ देर बाद दोनो उठ कर घर की ओर आ गये,
आज का दिन सन्नी के लिए काफ़ी चेंज वाला लग रहा था, क्यो
कि आज के पहले वह अपनी बहन के पास आने की बार बार कोशिश
नही करता था, उसे अपनी दीदी जीन्स मे बहुत मस्त लगती थी
क्यो कि जीन्स मे डॉली के मोटे मोटे चूतड़ अपने पूरे आकार
मे और शॅप मे नज़र आते थे जिससे सन्नी कल्पना कर लेता
था कि जब दीदी अपनी जीन्स उतारेगी तब दीदी की मोटी गान्ड का साइज़
और शॅप कैसा होगा, 8 दिन बीत चुके थे और सन्नी अपनी दीदी
को बहुत ज़्यादा मन ही मन मे चाहने लगा था उसकी चाहत
मे दो तरह की कशिश शामिल हो चुकी थी एक तो वह अपनी दीदी
से बहुत प्यार करने लगा था जैसा कि एक लड़का और एक लड़की जब
लगातार मिलते है तो उनके मन मे एक दूसरे के लिए जो फीलिंग
आती है बस वही फीलिंग सन्नी के मन मे आ चुकी थी लेकिन
वह यह सब समझ नही पा रहा था कि उसे अपनी दीदी से ही
लव हो चुका था, दूसरी फीलिंग उसे इन्सेंट पढ़ते और मूवी
देखते हुए आती थी जिसमे वह अपनी बहन को जी भर के
नंगी देखना चाहता था और उसे अपनी बीबी की तरह चोदना
चाहता था,
सन्नी की मम्मी अंजलि एक बोल्ड और बहुत गदराए और भरे
बदन की हेवी पर्सनॅलिटी की महिला थी, और वह अपने फिगर
का काफ़ी ख्याल रखती थी, उसे ऐश आराम और सेक्स मे काफ़ी
दिलचस्पी थी वह अपनी बेटी डॉली की बड़ी बहन जैसी लगती थी
लेकिन उसका पति अरविंद उसे ज़्यादा समय नही दे पाता था और
अपने गारमेंट्स के बिज़्नेस मे बिज़ी रहता था, सन्नी काफ़ी
भावुक और दिल से काम लेने वाला इंसान था और वह ज़्यादा
समय तक अपनी भावनाओ पर काबू नही रख पाता था, यही
वजह थी कि उसने अपने दोस्त रोहन को फ़ोन किया और रोहन यार
मुझे तुझसे एक बहुत इंपॉर्टेंट बात करनी है मैं तुझसे
मिलना चाहता हू,
रोहन -यार तू एक काम कर मेरे घर आ जा
हम वही बैठ कर बाते करते है,
सन्नी -ओके मैं आता हू,
सन्नी रोहन के घर पहुच जाता है, रोहन की मम्मी
दरवाजा खोलती है जो कि एक 47 की गदराई हुई मस्त महिला है
और उसके पति एक हॉस्पिटल मे डॉक्टर. है रोहन की मम्मी का नाम
सारिका था, आंटी रोहन है क्या,
सारिका हाँ बेटे उपर के रूम मे है तुम उपर ही चले जाओ, और सन्नी उपर के रूम मे
चला जाता है जहाँ रोहन अपने पीसी पर काम कर रहा था, आजा
सन्नी आ बैठ,
सन्नी- क्या कर रहा है तू,
रोहन- बस यार टाइम पास और क्या,
रोहन -अच्छा बता तू कुछ बताने वाला था,
सन्नी -यार एक ज़रूरी बात के लिए मैं तुझसे राय लेना चाहता हू पर,
रोहन- पर क्या,
सन्नी- यार ये बात सिर्फ़ हमारे बीच रहना चाहिए,
रोहन- अबे तू अपने दोस्त पर भरोसा रख और जब मैं तुझे अपनी लाइफ के बड़े बड़े सीक्रेट बता चुका हू, तो फिर
तुझे यह सब सोचना ही नही चाहिए कि मैं तेरी बात कही और शेअर् करूँगा,
सन्नी -यार रोहन बात यह है कि झूठ बोलते
हुए, मुझे मेरी एक कजन बहुत पसंद है और मैं उसको चोदना चाहता हू लेकिन मेरे दिमाग़ मे कुछ आइडिया नही आ
रहा है,
रोहन- अबे तो इसमे इतना घबरा क्यो रहा है तू क्या
पहला आदमी है जो अपनी बहन को चोदने के बारे मे सोच रहा है, अबे चोदना जब चोदना, सोचने के पैसे तो नही
लगते हैं ना, अब तू अपने मन मे क्या सोच रहा है ये किसी को क्या पता चलेगा, इसलिए सोचने मे क्यो घबराता है, मैं तो
सोचते हुए चाहे जिसकी चूत मार देता हू, फिर तू तो सिर्फ़ अभी अपनी बहन को चोदने का सोच रहा है, अच्छा यह बता कि
तेरी कजन कहाँ रहती है,
सन्नी -वो दूसरे शहर मे रहती है,
रोहन- अच्छा मुझे थोड़ा टाइम दे मैं तेरे लिए कोई आइडिया सोचता हू, तभी रोहन की मम्मी अंदर आती है बेटे चाइ बनाऊ क्या,
रोहन -हाँ मा बना लो सन्नी बहुत दिन बाद हमरे घर आया है, और जैसे ही सारिका पलट कर जाती है उसके मोटे
मोटे गदराए चूतड़ देख कर रोहन अपनी मा के चूतड़ देखते हुए अपने लंड को अपने पाजामे के उपर से मसल्ने
लगता है उसकी इस हरकत को देख कर सन्नी आश्चर्य चकित होकर रोहन को सवालिया निगाहो से देखने लगता है,
रोहन- अबे तू फिर सोच मे डूब गया अभी मैने तुझे समझाया ना कि सोचने मे क्या जाता है सोचने के ना तो पैसे लगते है और ना ही किसी को पता चलता है कि हम क्या सोच रहे है,
सन्नी--पर रोहन शी ईज़ युवर मदर यार,
रोहन- देख भाई ये अपना अपना नज़रिया है, और फिर मुझे तो मेरी मम्मी के मोटे मोटे चूतड़ ही सबसे ज़्यादा अच्छे लगते है, तो मैं उनके चूतड़ देखकर मज़ा ले लेता हू, सन्नी कुछ नही बोला तब
रोहन बोला अच्छा बता तुझे मेरी मम्मी के चूतड़ कैसे लगे,
सन्नी- तू भी ना यार,
रोहन- अबे शरमाता क्यो है, चल अच्छा तुझे एक बार और दिखाता हू ज़रा ध्यान से देखना, और रोहन अपनी मम्मी को आवाज़ लगाता है मम्मी ज़रा सन्नी के लिए पानी ले आना, थोड़ी देर बाद सारिका पानी लेकर आती है और
पानी सन्नी के हाथो मे दे कर वापस जाने लगती है सन्नी पानी पीते पीते रोहन की मम्मी के मोटे मोटे गदराए
चूतड़ो की मतवाली थिरकन देखता है और उसका लंड टाइट होने लगता है,
रोहन -अब बता कैसे लगे मेरी मम्मी के चूतड़,
सन्नी- यार तू भी ना,
रोहन -अबे अब तू इतना भी भोला मत बन, और वैसे भी जब सारे मोहल्ले के मर्द मेरी मम्मी के चूतड़ देख देख कर अपना लोड्‍ा मसलते रहते है तो मैं बुरा नही मानता तो हज़ारो मे एक तू भी शामिल हो जाएगा तो मेरा क्या बाल नोच लेगा, चल अब बता भी,
सन्नी- बहुत अच्छे है,
रोहन- क्या दिल करता है तेरा मेरी मम्मी के मोटे मोटे चूतड़ देख कर, सन्नी चुप रहता है,
रोहन- अबे मेरा तो दिल करता है कि अपनी मम्मी की सदी उठाकर उसकी मोटी गान्ड को फैला कर खूब चाटु और खूब चोदु. सन्नी रोहन की बात सुन कर काफ़ी अचंभित भी हो रहा था और उसे एक अनोखा आनंद भी आ रहा रहा था,
रोहन- देख सन्नी मैं जानता हू कि मेरी मा मुझे चोदने को दे नही देगी और ना मैं उसे चोद पाउन्गा, पर अगर मुझे
उसको नंगी देखने का मन करता है या उसकी गान्ड देख देख कर अपना लंड हिलाने का मन करता है तो इसमे बड़ा मज़ा आता है और अब मेरी तो ये हालत है कि मैं जब भी मूठ मारता हू मुझे मेरी मम्मी की गान्ड इतनी अच्छी लगती है कि मैं अपनी मम्मी की गान्ड सोच सोच कर ही मूठ मारता हू और मुझे सबसे ज़्यादा मज़ा आता है, और यह केवेल मैं नही दुनिया मे कई लोग करते है जो अपने रिश्ते की औरतो को चोद नही पाते है लेकिन उनकी गदराई जवानी और मोटी मोटी गान्ड को सोच सोच कर अपना लंड हिलाते है और अपनी कल्पनाओ मे उन्हे चोद्ते है, और यह सब लाइफ का फॅक्ट है, और इसे कोई झुठला नही सकता है, और तुझे एक एग्ज़ॅंपल देता हू मान ले तेरी मम्मी तेरे सामने नंगी खड़ी है और तू उसे देख लेता है तो ये फॅक्ट है कि अगली बार जब भी तू मूठ मारेगा तुझे तेरी मम्मी का गदराया बदन ज़रूर याद आएगा और तू लंड हिलाते हिलाते एक बार यह ज़रूर सोच लेगा कि तू तेरी मम्मी की मोटी मोटी गान्ड मार रहा है, इट्स नेचुरल यार ऐसा होता है, तभी सारिका चाइ ले कर आती है और चाइ रख कर वापस जाती है तब दोनो उसके मोटे मोटे
गदराए चुतडो को गोर से देखने लगते है, कुछ देर बाद सन्नी रोहन के यहाँ से अपने घर की ओर चल देता है, और
रोहन की बाते उसके दिमाग़ मे घूमने लगती है.
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Re: एक और कमीना

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सन्नी जैसे ही घर पहुचता है उसकी मम्मी अंजलि जीन्स और टीशर्ट मे मोबाइल पर टहलती हुई अपनी फ्रेंड रोमा से बात कर रही थी सन्नी गुम्सुम सा आकर सोफे पर बैठ जाता है और टीवी ऑन कर लेता है, तभी उसकी नज़र अपनी मम्मी की जीन्स के उपर से उभरती मोटी गान्ड पर पड़ती है और उसके दिमाग़ मे अपने दोस्त रोहन की मम्मी की मोटी गान्ड याद आ जाती है, अंजलि काफ़ी हेवी गान्ड की बड़ी मस्त औरत थी उसकी हाइट 6फ के आसपास थी उसका पूरा बदन बहुत गदराया हुआ था वह एक जबर्जस्त माल था जिसको चोदने के लिए गान्ड तक का ज़ोर लगाना पड़े, उसके चुचे काफ़ी मोटे और गान्ड राउंड शॅप लिए हुए काफ़ी उठी हुई थी, सन्नी अपने दोस्त रोहन की मम्मी की गान्ड को अपनी मम्मी की मोटी गान्ड से कंपेर करने लगा, तब उसे रोहन की मम्मी फीकी नज़र आने लगी क्यो कि सन्नी को जबर्जस्त गदराई और हाइट वाली औरतो को चोदने मे अधिक दिलचस्पी थी, यही कारण था कि उसे उसकी मम्मी की मटकती गदराई गाण्ड बहुत मस्तानी लगी और वह अपनी मम्मी को टहलते हुए उसके मस्ताने चुतडो को एक टक निहारने लगा उसका लंड फुल एरेक्ट हो चुका था, अपनी मम्मी के मोटे चूतड़ उसे उसकी जीन्स के उपर से इतने गदराए लग रहे थे कि उसका मन होने लगा कि अभी मम्मी की जीन्स उतार कर उसकी मोटी गान्ड मे अपना मूह भर कर खूब कस कर अपनी मम्मी की गान्ड दबाए और उसको वही झुका कर उसकी मोटी गान्ड मे अपना लंड फँसा दे, आज सन्नी ने पहली बार अपनी मम्मी की गान्ड को इतने ध्यान से देखा था और उसका मन बेकाबू हो रहा था, अंजलि ने फोन कट करने के बाद सन्नी, सन्नी कहाँ खोया है बेटे, सन्नी अचानक होश मे आते हुए जी मम्मी, क्या बात है बड़ा उदास उदास सा लग रहा है, नही मम्मी ऐसी कोई बात नही है, अंजलि भी सोफे पर आकर बैठ जाती है सन्नी अपनी मम्मी की मोटी जाँघ को देख कर मस्त होने लगता है, उसकी मम्मी के मोटे मोटे पपीते जैसे दूध उसकी टी- शर्ट को फाड़ने की कोशिश कर रहे थे, अंजलि भी टीवी देखते हुए सन्नी के गले मे हाथ डाल कर बैठ जाती है और उसके मोटे मोटे चुचे सन्नी को एक ओर धकेलने लगते है, सन्नी अपनी मम्मी के मोटे दूध के स्पर्श से मस्त होने लगता है और अपने कंधे का ज़ोर अपनी मम्मी के दूध पर देता है उसे अपनी मम्मी की नरम नरम लेकिन कठोर चुचियो का आभाष बहुत उत्तेजक करने लगता है, मम्मी आप जीन्स और टीशर्ट मे बहुत गुड लुकिंग लगती है, अंजलि सन्नी को अपने पास खिचते हुए ओ हो क्या बात है आज मम्मी को बहुत मक्खन लगाया जा रहा है, नही मम्मी आप सचमुच जीन्स मे बहुत अच्छी लगती है, चल अब तारीफ बंद कर और जाकर दीदी को बोल एक कप कॉफी तो पिला दे आज तो बहुत थकान महसूस हो रही है, सन्नी ओके मम्मी और दीदी के रूम की जाता है, डॉली लेटी हुई अपनी बुक्स रीड कर रही थी, दीदी मम्मी कॉफी के लिए बोल रही है, डॉली ओक बाबा अभी बनाती हू तू पिएगा, सन्नी मन ही मन दीदी मुझे तो अपनी चूत पिला दो, पिला दो, और फिर डॉली उठ कर कॉफी बनाने के लिए जाती है और सन्नी अपनी दीदी की गान्ड को देखता हुआ उसके पीछे पीछे वापस बाहर आ जाता है, सन्नी की लाइफ मे एक बड़ा चेंज आ जाता है और वह अधिक से अधिक समय अपनी मम्मी और दीदी के आस पास मंडराने लगता है, तभी रोहन का मोबाइल बजता है,

रोहन- हेलो सन्नी

सन्नी-हाँ रोहन बोल,

रोहन- यार मैने तेरी बात पर गोर किया तेरी कजन के मॅटर पर और मैं तुझे कुछ टिप्स देता हू वह तुझे यूज़ करनी होगी, तब तेरा काम बन सकता है,

सन्नी-- हाँ हाँ बता क्या टिप्स है,

रोहन- देख भाई तू अगर अपनी कजन को चोदना चाहता है तो उसे कुछ इस तरह से देख कि उसे लगे कि तू उसको चोदना चाहता है, जैसे तू उसके सामने ही उसके दूध को घूर उसकी गान्ड और जाँघो को घूर और उसे यह एहसास करा दे कि जैसे तू उसे चोदना चाहता है, अगर वह भी चुदास से भरी होगी तो वह हमेशा तुझे मुस्कुरा कर ही देखेगी, और अगर वह तेरे इस तरह से देखने पर अपने चेहरे पर नाराज़गी दिखाती है तो मुझे बता फिर मैं कुछ और उपाय सोचता हू, हाँ लेकिन मुझे दो तीन दिन मे ही फीड बॅक दे कि उसका क्या रिक्षन है.

सन्नी- ओके,

रोहन -चल ठीक है फिर कल कॉलेज मे मिलते है,
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सन्नी रोहन द्वारा दिए गये टिप्स को अपनी दीदी डॉली पर यूज़ करने की सोचता है और किचन मे कॉफी बनाती हुई डॉली के पास जाकर खड़ा हो जाता है

डॉली -बस दो मिनिट सन्नी अभी कॉफी देती हू,

सन्नी-दीदी आराम से बनाओ मुझे कोई जल्दी नही है, फिर डॉली कॉफी लेकर बाहर आकर अपनी मम्मी के सामने के सोफे पर बैठ जाती है और सन्नी अपनी मम्मी के साइड मे आकर बैठ जाता है, तीनो कॉफी की चुस्किया लेने लगते है, डॉली और उसकी मम्मी कॉफी पीते हुए बात करते रहते है और सन्नी अपनी दीदी के मोटे मोटे चुचो को घूर्ने लगता है, पहले तो डॉली की नज़र नही पड़ती है लेकिन फिर एक दम डॉली की नज़र सन्नी की आँखो पर जाती है जो उसके बोबो को घूर रही थी, डॉली को एहसास हो जाता है कि सन्नी उसके दूध देख रहा है और डॉली के चेहरे पर एक अजीब भाव उभर आता है तभी सन्नी अपनी दीदी को देखता है और दोनो की आँखे मिल जाती है, तब सन्नी अपनी दीदी की ओर देखकर मुस्कुरा देता है तब डॉली भी रिप्लाइ मे एक छोटी सी स्माइल पास करती है और अपनी नज़रे नीचे करके फिर से कॉफी पीने लगती है, सन्नी फिर अपनी दीदी के दूध को बिल्कुल खा जाने वाली नज़रो से देखने लगता है, डॉली कॉफी पीती हुई कुछ सोचती हुई अपनी नज़रे नीचे किए हुए अपने पैरो के नखुनो से फर्श को कुरेदति हुई अचानक नज़र सन्नी की ओर करती है और इस बार फिर सन्नी को अपने दूध देखते हुए पकड़ लेती है, सन्नी इस बार बड़ी निडरता से अपनी दीदी की आँखो मे आँखे डाल कर अपनी बहन को देखता है और दोनो की नज़रे कुछ समय के लिए एक दूसरे की आँखो मे टिक जाती है इस बार दोनो मे से कोई भी स्माइल नही देता है और सन्नी फिर अपनी बहन के चुचो को घूरता है और फिर डॉली जो अभी तक सन्नी की नज़रो को ही देख रही थी की आँखो मे देखता है, डॉली झेन्पते हुए अपनी नज़रे दूरी ओर घुमा कर कुछ सोचते हुए कॉफी पीने लगती है एक खामोशी सी महॉल मे घुल जाती है जिसको अंजलि तोड़ती है, डॉली आज सन्नी को पता नही क्या हुआ है जब से आया है गुम्सुम सा दिखाई दे रहा है,

डॉली सन्नी को घूरते हुए हाँ मम्मी ये तो मैं भी नोटीस कर रही हू कि आज इसका ध्यान अपने मुकाम पर नही है,

सन्नी अपनी दीदी को देखता हुआ अपनी मम्मी की ओर मूह करके नही मम्मी ऐसी कोई बात नही है, आइ आम फाइन, अंजलि सन्नी की पीठ पर हाथ फेरते हुए बेटे फाइन ही रहना चाहिए, और अंजलि उठ कर अपने बेड रूम की ओर चली जाती है, अब डॉली और सन्नी आमने सामने बैठे थे डॉली अपना सिर झुकाए फर्श की ओर देख रही थी फिर अचानक उसने अपना सर उठा कर सन्नी को देखा तो वह उसके दूध को घूर रहा था और जैसे ही उसकी नज़र अपनी दीदी की नज़र से मिली उसने एक स्माइल अपनी दीदी को दी, तब डॉली को भी मजबूरन थोड़ा सा मुस्कुराना पड़ा, और फिर डॉली उठकर अपने रूम की ओर जाने लगी तब

सन्नी-दीदी कहाँ जा रही हो थोड़ी देर और बैठो ना,

डॉली- क्यो तुझे कुछ काम है मुझसे,

सन्नी -अरे दीदी मैं अकेला यहा बैठ कर बोर होऊँगा और अपनी दीदी के दूध को खा जाने वाली नजरो से उसकी आँखो के सामने घूरता है,

डॉली अपना मूह बिचकाते हुए नही मैं जा रही हू मुझे अपनी बुक्स रीड करनी है,

सन्नी -अच्छा मैं भी आपके रूम मे आता हू हम वही बैठ कर बात करेगे,

डॉली कुछ नही बोली और अपने रूम की ओर चल दी सन्नी अपनी दीदी की मतवाली गान्ड को देखता हुआ उसके पीछे पीछे चल दिया, डॉली अपने बेड पर बैठ कर बुक उठा लेती है और उसे रीड करने लगती है सन्नी डॉली के सामने जाकर बैठ जाता है और उसके मोटे मोटे दूध को देखने लगता है, डॉली कनखियो से उसकी नज़रो को देखती है और फिर अपनी बुक पर नज़रे गढ़ा लेती है, कुछ देर तक ऐसे ही चलता रहता है फिर डॉली अचानक सन्नी को देखती है जो उसके दूध को बहुत कामुक नज़रो से देख रहा था,

डॉली -सन्नी आज तेरे पास कोई कम धाम नही है क्या,

सन्नी- दीदी आज मुझे बहुत बोरियत हो रही है,

डॉली -तो मेरे पास कोन सा तेरा टाइम पास हो जाएगा,

सन्नी -दीदी मैं एक कॉल करके आता हू, और सन्नी ने रोहन को फ़ोन किया

सन्नी- हेलो

रोहन- सन्नी बोल कहाँ है तू,

सन्नी -यार मैं अपनी कजन के यहाँ आया हू और तूने जैसा बताया था मैने वैसा ही किया उसने स्माइल तो की लेकिन कुछ खास नही या ये कह ले कि ना तो वह अपोज़ करती है ना कोई नेगेटिव रिक्षन ही देती है, अब मैं आगे क्या करू, रोहन -सन्नी तेरी बातो से लगता है कि बात अभी पॉज़िटिव है तू एक काम कर उसकी तारीफ कर और उसमे अपनी ख़ासी दिलचस्पी दिखा लेकिन उसके फिगर को घूर्ना बंद मत करना, और फिर बता उसकी ओर से क्या रिप्लाइ आता है,

सन्नी- ओके रोहन,
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Post by rajaarkey »

सन्नी वापस अपनी दीदी के रूम मे आकर उसके सामने बैठ जाता है, दीदी आज तुम कुछ ज़्यादा ही पढ़ाई कर रही हो,

डॉली-तुझे कोई तकलीफ़ है मेरी पढ़ाई से, और आज क्या तू फ़ुर्सत मे है,

सन्नी-दीदी आज मेरा दिल बस आपके पास बैठने का कर रहा है और डॉली के दूध घूर्ने लगता है

डॉली -अपने भाई की नज़रो को देखते हुए, सन्नी तू बहुत शरारती हो गया है,

सन्नी -अब मैने कॉन सी शरारत की है, डॉली फिर से बुक पर नज़रे टिका लेती है,

सन्नी -दीदी एक बात बोलू,

डॉली -सन्नी को देखने लगती है,

सन्नी -डॉली के दूध को घूरते हुए दीदी आप बहुत खूबसूरत हो,

डॉली -झेप्ते हुए सन्नी मुझे पढ़ने दे तू जा यहा से,

सन्नी -दीदी क्या तुम सचमुच चाहती हो कि मैं यहाँ से चला जाउ,

डॉली कुछ नही बोलती है और अपनी गर्दन नीचे कर लेती है,

सन्नी -दीदी चलो कल हम कोई मूवी देखने चलते है,

डॉली -मुझे नही देखना,

सन्नी-प्लीज़ दीदी,

डॉली- अच्छा कल की कल देखेंगे अभी मुझे पढ़ने दे, और फिर सन्नी वही अपनी दीदी के बेड पर लेट जाता है और उसके मोटे मोटे दूध को घूरता पड़ा रहता है,

डॉली का मान बुक्स मे नही लगता है और वह सोचती है सन्नी को आज क्या हो गया है जो अपनी बहन के बदन को ऐसी नज़रो से देख रहा है, तभी सन्नी दूसरी और मूह कर लेता है, डॉली अपनी बुक्स से नज़रे हटा कर सन्नी के पीठ की ओर देखने लगती है,

तभी सन्नी पलट कर अब क्या हुआ अब क्यो नही पढ़ती हो और डॉली झेप जाती है और फिर से अपनी बुक मे अपनी नज़रे गढ़ा देती है, थोड़ी देर बाद सन्नी उठ कर अच्छा दीदी आप पढ़ाई करो मैं जाता हू और सन्नी रूम के बाहर आ जाता है, उसके जाते ही डॉली बेड पर लेट जाती है और उसका दिमाग़ काम नही करता है, सन्नी कितना बदला बदला लग रहा है, पर वह ऐसा क्यो कर रहा है, आख़िर उसके मन मे क्या है, यही सब सोचते हुए डॉली की आँख लग गई,

सन्नी-हेलो

रोहन -हाँ सन्नी बोल क्या प्रोग्रेस है,

सन्नी- यार कुछ खास रेस्पॉन्स नही मिल पा रहा है,

रोहन -अबे तू जल्दबाज़ी मे कुछ गड़बड़ मत कर देना नही तो वो तुझसे कभी नही चुदवायेगि, और तेरे हाथ से निकल जाएगी,

सन्नी-तो रोहन मैं क्या करू मुझसे बर्दास्त नही हो रहा है,

रोहन- अबे थोड़ा पॅशन रख और मुझे सोचने का समय दे,

सन्नी -जल्दी सोच यार मैं उसे चोदने के लिए मरा जा रहा हू,

रोहन -हाँ मैं जल्दी ही कुछ सोचता हू,

सन्नी -ओके.

सन्नी कुछ समय के लिए क्रिकेट खेलने चला गया लेकिन उसका

खेल मे मन नही लग रहा था, वह वापस अपने घर की ओर

चल दिया, घर पहुचने के बाद वह अंदर गया तो डॉली

किचन मे काम कर रही थी सन्नी ने चुपके से जाकर उसे

पीछे से डरा दिया,

डॉली -सन्नी ये क्या शरारत है, अभी मेरे हाथ से बर्तन गिर जाता,

सन्नी -अरे दीदी आप भी ना इस तरह डर जाती हो, आप बहुत डरपोक हो,

डॉली -चल जा यहाँ से मैं जानती हू कि तू कितना बहादुर है,

सन्नी डॉली के पीछे से उसके खुले हुए बालो पर अपनी नाक लगाते हुए उसकी खुसबू सूँघता है, और धीरे से डॉली के कानो के पास अपना मूह ला कर दीदी एक बात बोलू,

डॉली -हू,

सन्नी-दीदी आप बहुत खूबसूरत हो,

डॉली- तो,

सन्नी- तो क्या खूबसूरत हो बस और क्या,

डॉली -वो तो मैं जानती हू कि मैं खूबसूरत हू इसमे नया क्या है,

सन्नी-अपनी बहन के मोटे मोटे दूध देखता हुआ दीदी आप उपर से लेकर नीचे तक बहुत खूबसूरत हो,

डॉली- सन्नी की नज़रे अपने दूध पर देखती हुई, सन्नी को गुस्से से उसकी आँखो मे

देखती हुई सन्नी ये तेरी हरकते अच्छी नही है,

सन्नी- कॉन सी हरकत,

डॉली- सन्नी तू खुद जानता है कि तेरी कोन सी हरकत ठीक नही है और सन्नी की आँखो मे गुस्से से देखती है,

सन्नी -अपनी बहन के सामने फिर उसके दूध को खा जाने वाली नज़रो से देखता हुआ दीदी मुझे नही लगता कि मैं कुछ ग़लत हरकत कर रहा हू,

डॉली -सन्नी ज़्यादा होशियार मत बन और फालतू के काम करना बंद कर तुझे शर्म आना चाहिए अपनी बहन को इस तरह देखते हुए,

सन्नी -दीदी तुम ग़लत समझ रही हो,

डॉली -मैं कुछ ग़लत नही समझ रही हू तू अपने बिहेवियर को चेंज कर यह सब ठीक नही है,

सन्नी-दीदी क्या ठीक नही है आप गोल मोल बाते क्यो कर रही हो साफ साफ कहो मैं क्या ग़लत कर रहा हू आपके साथ, डॉली -तो मुझे तू गुन्डो की तरह दिनभर घूरता क्यो रहता है,

सन्नी-दीदी आप मुझे अच्छी लगती हो, आइ लव यू, और डॉली को पकड़ कर उसके होंठो को चूम लेता है,

डॉली इस बात के लिए बिल्कुल तैयार नही थी और वह सन्नी के गाल पर एक थप्पड़ जड़ देती है, सन्नी के चेहरे पर

गुस्सा आ जाता है और वह डॉली के दूध को जबर्जस्ति पकड़ कर ज़ोर से मसल देता है, डॉली कसमसा जाती है और सन्नी के गाल पर एक थप्पड़ और मार देती है, बेशर्म तुझे शरम नही आती अपनी बहन के साथ इस तरह करते हुए,

सन्नी -दीदी तुम मुझे चाहे जान से मार दो पर मैं तुमसे बहुत प्यार करता हू और डॉली को पकड़ कर उसके होंठो को अपने मूह मे भरकर कस कर चूमते हुए उसके कठोर दूध को ज़ोर से अपने हाथो मे भर कर मसल देता है,

डॉली --आह और फिर डॉली दीवार से टिकते हुए रोने लगती है, सन्नी उसे चुप कराने के लिए उसे छूने की कोशिश करता है तो डॉली उसे झटकते हुए दूर हट जा मुझसे और फिर रोना शुरू कर देती है,

सन्नी- अच्छा दीदी आप मत रोइए मैं यहा से चला जाता हू, और सन्नी जल्दी से बाहर चला जाता है, डॉली सीधे अपने

रूम मे जाकर पेट के बल लेट जाती है और अपना मूह तकिये मे छुपा कर सिसकते हुए रोने लगती है,

रात को खाने पर सन्नी के मम्मी पापा आपस मे बाते करते रहते है लेकिन डॉली और सन्नी एक दम चुपचाप खाना खाते

रहते है, सन्नी बार बार डॉली की ओर देखता है लेकिन डॉली सन्नी की ओर नज़रे नही उठती है, सन्नी अपना सर नीचे कर

के खाना खाने लगता है, लेकिन तिरछी नज़ारो से डॉली को देखता है जैसे ही डॉली सन्नी को देखती है सन्नी इशारे से

अपने हाथ जोड़कर डॉली को देखता है तो डॉली फिर से अपनी नज़रे उसकी ओर से हटा लेती है, खाना खाने के बाद सन्नी के मम्मी पापा अपने बेडरूम मे चले जाते है और डॉली जल्दी से अपने बेडरूम मे चली जाती है सन्नी जल्दी से डॉली के

बेडरूम की ओर जाता है तभी डॉली अंदर से अपना रूम बंद कर लेती है, सन्नी मन मसोस कर अपने रूम मे आ जाता है

और अपना मोबाइल निकाल कर डॉली को एक स्मस करता है जिसमे लिखता है दीदी आइ एक्सटरेमली सॉरी, डॉली स्मस का कोई रिप्लाइ नही देती है, सन्नी फिर वही स्मस सेंड करता है, डॉली फिर कोई रिप्लाइ नही देती है, सन्नी कई बार स्मस करता है कई बार कॉल करता है, डॉली अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर देती है, सन्नी को नींद

नही आती है और वह रोहन को कॉल करता है,

सन्नी- हेलो रोहन क्या कर रहा है,

रोहन- यार मैं तो नेट पर चेट्टिंग कर रहा था बोल क्या बात है,

सन्नी-यार रोहन एक गड़बड़ हो गई है,

रोहन -वह क्या, सन्नी यार मैने अपनी कजन को जबर्जस्ति किस कर दिया

और वह मुझसे नाराज़ हो गई,

रोहन -अबे मैने तुझसे कहा था ना ज़्यादा जल्दिबाजी मत कर अब तूने सारा खेल गड़बड़ कर दिया,

अब एक काम कर उससे सॉरी बोल दे,

सन्नी- यार मैं उससे कई बार सॉरी बोल चुका हू पर वह मानने को तैयार नही हो रही है,

रोहन -चल अभी तू सो जा कल कॉलेज मे बात करते है, सुबह सुबह सन्नी तैयार होकर अपनी बाइक पर आकर डॉली का वेट करने लगता है, पर डॉली नही आती है, तभी सन्नी की मम्मी बाहर आकर क्या हुआ सन्नी डॉली नही आई क्या

सन्नी-हाँ मम्मी ज़रादेखो ना. और सन्नी की मम्मी डॉली के रूम मे जाती है

डॉली तैयार होकर बैठी थी तभी अरे डॉली जल्दी कर सन्नी बाहर तेरा वेट कर रहा है, क्या बात है तू ऐसे गुम्सुम क्यो

बैठी है, डॉली कुछ नही मम्मी जाती हू, और जाकर सन्नी की बाइक पर बैठ जाती है, सन्नी बिना कुछ बोले बाइक स्टार्ट करता है और कॉलेज की ओर चल देता है, बाइक चलाते हुए दीदी आइ आम सॉरी, डॉली कोई जवाब नही देती है सन्नी बाइक को एक सुनसान जगह पर रोक देता है,
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