कच्ची कली compleet

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jay
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Re: कच्ची कली

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लक्ष्मी की हालत कुछ अजीब सी हो गई थी उसे डर भी लग रहा था और
मज़ा भी आ रहा था. अब लक्ष्मी के मूह से मस्ती की सिसकारियाँ निकल ने
लगी थी आअहह बहूत मज़ाआअ एयेए रहा है राज बाबू आहह अब
जल्दी से अंदर डाल दो ना मेरे से सहन नही हो रहा है अब डाल दो
अंदर फाड़ डालो मेरी चूत को यह मुझे बहुत सताती है रात रात
भर सोने नही देती है आज इसकी प्यास बुझादो राज बाबू
वो बोलती रही और में धीरे
धीरे लंड को थोडा थोड़ा कर के उसकी चूत के अंदर घुसा चुका था
सुपाडे से कुछ ज़ियादा ही लंड अंदर घुसा होगा जिसे में अंदर बाहर
कर के चोद रहा था और वो फुल मस्ती में थी उसके हाथ और पैर
मेरे बॅक पे लपेटे हुए थे चूत बहुत ही गीली हो चुकी थी अब में
ने और देर करना उचित नही समझा और लंड को लक्ष्मी की चूत से
पूरा बाहर खेच लिया और उसके शोल्डर को कस्स के पकड़ लिया और अपनी
पूरी ताक़त से लंड को एक ही झटके में उसकी चूत एक अंदर जड़ तक
घुसेड दिया और मेरा मूसल जैसा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ उसके
बच्चे दानी से टकरा गया और उसने मेरे बदन को बहुत ही ज़ोर से पकड़ा
हुआ था और उसके मूह से चीख निकाल गई
उूुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुउउइईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
म्म्म्मुमममममाआआआआआआ म्म्म्मयममाररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर
गगगगगगाआआआऐययईईईईईईईईई
उूुुुुुुुुुुुुुुुुुउऊहह
बाबुउुुुुुुुुुुुुुुुुुुउउ
निकााआआआआाालल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ
बाआहेर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर और उसकी आँखें सॉकेट में रोल हो
गई और सॉकेट में ही ऊपेर को चढ़ गई उसकी आँखों में से आँसू
बहने लगे और उसका दिमाग़ एक दम से काम करना बंद कर दिया जैसे
ब्लॅक आउट जैसे लाखो पटाखे उसके दिमाग़ में फूटने लगे जैसे उस
पर बिजली गिर पड़ी हो और उसकी साँसें भी बहुत तेज़ी से चलने लगी
और उसके हाथ और पैर भी मेरे बदन से निकल के बेड पे गिर गये
थे. जो हशर गंगा का हुआ था वोही लक्ष्मी का भी हुआ जैसे गंगा
बेहोश हो गई थी लक्ष्मी भी वैसे ही बेहोश हो चुकी थी. आअहह क्या
मस्त चूत थी उसकी अंदर से बहुत ही भट्टी जैसी गरम और एक दम
से टाइट. उसकी चूत के गर्मी से मेरे गरम लंड और भी गरम हो
गया था और उसकी चूत के मसल्स मेरे लंड को कस्स के पकड़े हुए थे
बहुत मज़ा आ रहा था.
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: कच्ची कली

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में उसके ऊपेर ऐसे ही थोड़ी देर तक बिना मूव्मेंट के लेटा रहा लंड
उसकी गरम चूत के अंदर ही रहा थोड़ी देर के बाद उसके बदन में
जान पड़ने लगी और उसकी आँखे खुल गई और वो मुझे ऐसे देखने
लगी जैसे पूछ रही हो के "में कहा हू" थोड़ी देर तक मुझे खाली
खाली नज़रो से देखती रही और फिर जब उसके सेन्सस काम करने लगे
तो उसके मूह पे मुस्कुराहट आ गई और बोली यह क्या कर दिया राज बाबू
आप ने और उसको तब पता चला के मेरा मूसल लंड तो अभी भी उसकी
चूत के अंदर ही घुसा पड़ा है और वो अपने मूह को थोडा सा उठा के
मुझे किस करने लगी तो में भी अपनी जीभ उसके मूह में डाल दिया और
हम एक दूसरे को टंग सकिंग किस करने लगे.
कुछ ही देर में लक्ष्मी के पैर फिर से मेरे
बॅक पे आ गया और उसने फिर से मुझे अपने हाथो और पैरो से पकड़
लिया और अपनी गान्ड उठाने लगी तो में समझ गया के अब वो चुदाई के
लिए तय्यार हो गई है और फिर में उसको धीरे धीरे चोदने लगा
आधा लंड उसकी चूत से बाहर निकाल के तीन चार छोटे छोटे धक्के
मार के उसके बाद पूरा लंड चूत से बाहर निकाल के उसकी फटती चूत
के अंदर घुसेड देता था तो वो मस्ती में आ गई और बोलने लगी
आअहह बाआअब्ब्बुउुउउ आईसस्सीईई हीईीईईई छ्छूओद्दद्डूऊऊऊ
उूुुुुुउउफफफफफफफफ्फ़ क्क्कीित्तनाआआआआआअ बाअदाआाआआआअ औरर्र
मूऊवटताआआ है टुमाराआ लुउउऊन्द्ड़द्ड आआहह मैईईइ झड़नीईए
वालिइीईई हुउऊुउउ बाबुउुुुुउउ ऊऊऊीीईईईई और उसका बदन फिर से
काँपने लगा और वो मेरे मोटे लंड पे ही झड़ने लगी उसकी आँखें
बंद हो चुकी थी. 2 मिनिट तक उसका ऑर्गॅज़म चलता रहा थोड़ी देर के
बाद उसको फिर से चुदाई का मज़ा आने लगा और बोलने लगी गंगा सच
ही कहती थी के तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा मोटा और मस्त है
आआआहह ऊऊऊऊहह ऐसे ही चोदो राजा बबुउउउ आअहह
बहुत मज़ा आ रहा है और अपनी गान्ड उठा के मेरी चुदाई के ताल से
ताल मिलाने लगी उसकी गीली चूत से पकचह प्पाआककचह की आवाज़
आने लगी और ऐसे चुदाई की म्यूज़िक बहुत अच्छी लग रही थी.

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jay
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Re: कच्ची कली

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मेरे झटको से उसके टाइट चुचियाँ आगे पीछे हो रहे थे तो में
उसके बगल से हाथ निकाल के उसकी चुचिओ को पकड़ लिया और घचा
घच चोदने लगा. लंड पूरा बाहर निकाल निकाल के चूत में घुसेड
देता तो उसका बदन मेरे धक्के की ताक़त से आगे पीछे हो ने लगता.
में फ्लोर पे खड़ा था
और फ्लोर की ग्रिप ले के उसके बदन पे झुक गया थे और बहुत ज़ोर ज़ोर
पूरी ताक़त से चोद रहा था मेरा मूसल लंड उसकी चूतन की गहराईओं
मे घुस के उसके बच्चे दानी से टकरा रहा था. लक्ष्मी के मूह से मस्ती
भरी आवाज़ें निकाल रही थी आआआआअहह बाआबुउुउउ
आईसस्स्सीई हहिईीईईईईईईई आअहह चूऊद्ददडूऊऊऊ
सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआआहह किया मज़ाअ हाईईईई
आईसीईई चुदाईईईई मैईईईईई आआआहह.

में लक्ष्मी के ऊपेर पूरा झुका हुआ था और अब मे ज़ियादा सहन नही
कर सकता था मेरे बॉल्स में मेरी मलाई उबलने लगी और मेरे धक्के
तेज़ हो गये दोनो के शरीर पसीने से भीग चुके थे पसीना के
कुछ कतरे मेरी नाक के ऊपेर से उसके मूह पे गिर गये जिसे उसने बड़े
मज़े से चाट लिया मेरा लोहे जैसा सख़्त लंड लक्ष्मी की चूत में
फूलने लगा बहुत ही तेज़ी से चोद रहा था लंड अंदर बाहर अंदर
बाहर जैसे लंड नही किसी रेलवे एंजिन का शॅफ्ट है और अब स्पीड
फुल हो चुकी थी और लक्ष्मी का बदन तो बेड पे बहुत ही ज़ोर से आगे
पीछे हो रहा था मेरे धक्के को एक बार फिर से लक्ष्मी ने मेरे बदन
को टाइट पकड़ लिया और उसी समय में ने एक और ज़बरदस्त धक्का मारा
तो लक्ष्मी का मूह खुल गया आआआआ आआआआआ आआआआआ
आआआआआअ उूुुुुुुुउऊहह और वो ऐसे हिलने लगी जैसे
एलेक्ट्रिक के झटके लग रहे हो उसी टाइम पे में भी लंड को चूत से
पूरा बाहर निकाल के एक फुल शॉट मारा और लंड उसकी फटी चूत में
जड़ तक पेल दिया जो अंदर जा के उसकी बच्चे दानी से टकराया लक्ष्मी
चिल्लाई आआआआआआआईईईईईई म्म्म्मरमममाआआआआआआआ
उूुुुुुुुुउउफफफफफफफफफफफफ्फ़ और लंड के सुराख से मलाई की मोटी मोटी
धारियाँ निकल निकल के उसकी चूत को भरने लगी और उसी समय लक्ष्मी
भी हिलते हुए झड़ने लगी मेरी मलाई निकलती रही निकलती रही और
उसकी चूत भरती रही मेरे धक्के धीरे धीरे रुकने लगे और में
गहरी गहरी साँस लेता हुआ लक्ष्मी के बदन पे ही ढेर हो गया ऐसे लग
रहा था जैसे बदन में जान ही नही है. थोड़ी देर के बाद जब साँसें ठीक हुई तो
लक्ष्मी और में एक दूसरे को दीवानो की तरह चूमने लगे जैसे चुदाई
का जशन मना रहे हो और लक्ष्मी का चेहरा चौदहवीं के चाँद की
तरह से चमकने लगा और किसी हसीन गुलाब की तरह से खिल उठा
था और चमक रहा था मुझे इंग्लीश में किसी किताब में पढ़ा हुआ एक
जुमला याद आने लगा "आफ्टर सेक्स विमन ग्लो आंड हॉर्सस स्वीट" "आंड
लक्ष्मी वाज़ डूयिंग मोर देन ग्लोयिंग" और बॅस ऐसे ही लक्ष्मी का चेहरा
भी खुशी के और सॅटिस्फॅक्षन से चौदहवीं की चाँद की तरह से
चमक रहा था.

में लक्ष्मी के बदन पे ही लेटा रहा उसकी चुचियाँ मेरे वज़न से दब के
दोनो के शरीर के बीचा में चिपक गई थी उसकी निपल्स अभी भी
कड़क और खड़े हुए थे. थोड़ी देर के बाद जब में ने अपना लंड लक्ष्मी
की चूत से बाहर निकाला तो उसकी चूत से दोनो की मिक्स मलाई और साथ
में थोड़ा सा खून भी निकल के उसके चुतडो के दरार से बहता हुआ
बेड पे गिरने लगा.
लक्ष्मी खून देख के मुस्कुराने लगी और बोली के राज बाबू क्या में
अभी तक कुँवारी ही थी. क्या मेरी सील आज ही टूटी है तो में भी
मुस्कुरा दिया और बोला के खुद ही देख को शाएद इतने मोटे लंड से कभी
चुदाई नही हुई है तुम्हारी इसी लिए शाएद खून निकला हो फिर में
बोला के गंगा की चुदाई के बाद उसकी चूत से भी तो खून निकला था.
चलो अच्छा हुआ के आज तुम्हारी फिर से सील टूट गई और फिर हम दोनो
एक दूसरे से लिपट गये और चूमते हुए हँसने लगे.
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Re: कच्ची कली

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थोड़ी देर तक ऐसे लेटे रहे उसके बाद हम दोनो उठ गये और बाथरूम
में जा के एक साथ ही शावर के नीचे खड़े हो के गरम पानी का शवर
खोल दिया और हम दोनो एक दूसरे के बदन को साबुन लगा के मस्ती करने
लगे. में लक्ष्मी को बोला के लक्ष्मी तुम्हारी इतनी मस्त चिकनी गान्ड देख
के गान्ड मारने का मन कर रहा है तो वो अपने कान को हाथ लगा के
बोली ना बाबा ना गान्ड नही मर्वानी है मुझे गंगा ने मुझे बता दिया
के आप से गान्ड मरवाने में बहुत दर्द होता है इतने मोटे लंड से
मेरी चूत फॅट गई है तो पता नही गान्ड का क्या हशर होगा ना
बाबू ना गान्ड नही मर्वानी है मुझे जितना मर्ज़ी आए चूत को चोद
डालो पर गान्ड नही मारना प्लीईज़्ज़्ज़ वो मेरी मिन्नते करने लगी.
आक्च्युयली किसी भी लड़की को चोदने के टाइम पे या गान्ड मारने के टाइम पे
मुझे एक ही झटके में लंड घुसेड़ना अच्छा लगा है मुझे बहुत मज़ा
आता है. और सही बात
तो यह भी है के लड़की को जो तकलीफ़ होती है उसका मज़ा अपना और ही
है. लड़की को फर्स्ट टाइम दर्द तो बहुत होता है मगर उस दर्द का
मज़ा भी अपनी जगह और ही है जो सीधी साधी चुदाई में नही
आता. इसी लिए में ने लक्ष्मी की चूत भी एक ही झटके में फाडी थी
और गंगा की भी और अब में लक्ष्मी की गान्ड भी ऐसे ही मारने का मूड
बना चुका था.

में ने लक्ष्मी से कहा के देखो लक्ष्मी में जानता हू के गंगा को थोड़ा सा
दर्द तो हुआ था पर उसको मज़ा भी बहुत आया था. लक्ष्मी ने बोला के
वो मुझे पता नही बाबू पर इतना बड़ा मोटा लोहे जैसा लंड मेरी गान्ड
तो फाड़ ही डालेगा अभी फटी चूत का दर्द कम नही हुआ और अब
गान्ड ना बाबा ना माफ़ करो प्लीज़ तो में बोला के अच्छा सुनो में सिर्फ़
अपने लंड का सुपाडा ही अंदर डालुगा और तुमको अच्छा लगे तो अंदर
डालुगा नही तो बाहर निकाल लुगा तो वो कुछ सोचने लगी फिर बोली के
कही तुम ज़बरदस्ती घुसेड के मेरी गान्ड को फाड़ तो नही डालोगे ना
राज बाबू तो में ने बोला के नही लक्ष्मी तुम फिकर ना करो अगर मज़ा
नही आएगा तो गान्ड नही मारूगा पर मन में ठान लिया था के ऐसे मस्त
और इतनी चिकनी छोटी गान्ड को तो फाड़ ही डालुगा आज.
थोड़ी सी ना नू करने के बाद वो तय्यार हो गई. लक्ष्मी ने बोला के राज
बाबू तेल तो लगा लो नही तो बहुत दुखेगा तो में ने बोला के नही
दुखेगा में साबुन लगा के ही डालुगा साबुन से गान्ड का छेद चिकना हो
जाएगा तो उसने कहा ठीक है पर देखो बाबू धीरे धीरे करना हा
तो में ने कहा के तुम फिकर ना करो लक्ष्मी तुम्हें कुछ नही होगा मज़ा
ही आएगा हा शुरू में थोड़ी सी तकलीफ़ तो होगी बर्दाश्त कर लेना फिर
मज़ा ही मज़ा तो उसने कहा चलो ठीक है राजा बाबू तुम कहते हो तो
तुम्हारे लिए में कुछ भी करने को तय्यार हू तो में दिल में खुश हो
गया के चलो अब तो पर्मिशन भी मिल गई.
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लक्ष्मी घुटनो के बल हो के हाथ सामने टीका के घोड़ी बन गई में उसके
पीछे आ गया और उसकी चुचिओ को पकड़ लिया ऐसे झुकने से भी उसकी
चुचियाँ लटक नही रही थी उसके बदन से टाइट लगी हुई थी में
उसकी चुचिओ को पकड़ के मसलने लगा और पीछे से साबुन लगाए हुए
लंड को साबुन से लसी हुई गान्ड के छेद पे रख के थोड़ा सा दबाब डाला
तो लंड का सुपाडा स्लिप हो गया छेद में नही घुसा तो में लंड को
थोड़ा सा नीचे कर के उसकी चूत के सुराख से सटा दिया और एक ज़ोर का
धक्का मार तो लंड भी खुली हुई चिकनी चूत के अंदर सर्र्ररर करता
हुआ घुस गया थोड़ी देर तक चूत ही मारता रहा तो लक्ष्मी भी खुश हो
गई के चलो गान्ड तो बच गई और में उसकी गान्ड नही मरूगा पर मेरा
इरादा तो कुछ और ही था. थोड़ी देर चूत मे लंड पेलने के बाद लक्ष्मी
बोली के राज बाबू साबुन से चूत के अंदर जलन हो रही है तो में
लंड को बाहर निकाला और गान्ड के छेद पे रख के लंड के सुपाडे को
अपने अंगूठे से दबा दबा के लंड के टोपे को गान्ड के छेद में घुसा
ही दिया तो लक्ष्मी ने अपनी गान्ड के मसल्स टाइट कर लिए. में हल्के से
उसकी गान्ड को ठप थपाया और बोला के देखो लक्ष्मी अगर तुम ऐसे टाइट
रखोगी अपने गान्ड के मसल्स तो सच में दर्द होगा तो तुम मसल्स को
रिलॅक्स रखो तो कुछ नही होगा तो उसने अपना सर हिला दिया.
लक्ष्मी की गान्ड में लंड का टोपा
घुसते ही लक्ष्मी बाथटब में तकरीबन लेट गई में उसके ऊपेर लेट गया
उसकी गान्ड उपेर उठी हुई थी दोनो के पैर सीधे थे में थोड़ा सा लंड
को उसकी गान्ड में दबाया तो वो थोड़ा सा और अंदर घुस गया अब में
लंड का टोपा और थोड़ा सा लंड का डंडा ही अंदर बाहर करने लगा और
पूछा के तकलीफ़ हो रही है किया तो उसने बोला एक एक बात बोलू राज
बाबू तो में ने बोला के हा बोलो क्या बात है तो लक्ष्मी ने बोला के साबुन
से गान्ड में जल रहा है तो आप साबुन पौंछ के तेल लगा लो ना चिकना
हो जाएगा तो में ने कहा ठीक है. सच पूछा जाए तो साबुन जब
मेरे लंड के सुराख के अंदर गया तो मेरे लंड में भी जलन होने
लगी थी और में सोच रहा था के लोग साबुन लगा के कैसे मूठ मारते
होंगे और यह सोचते सोचते रॅक पे से तेल की बॉटल उठा के अपना
लंड उसकी गान्ड से बाहर खेच लिया और पानी से अपने लंड को और उसकी
गान्ड को साफ किया और फिर टवल से अपना लंड उसकी गान्ड और चूत को
ड्राइ किया और अपने लंड पे तेल लगा लिया और उसकी गान्ड के छेद को खोल
के गान्ड के अंदर तेल डाल दिया और कुछ और चिकना करने के लिए लंड
के सुपाडे तो उसकी गान्ड के छेद में रख के बॉटल से तेल डाइरेक्ट वहाँ
पे डाल दिया और लंड के सुपाडे को उसकी गान्ड के अंदर बाहर करने लगा
जिस से उसकी गान्ड के मसल्स थोड़े स्लिपरी और रिलॅक्स हो गये.
में ने तेल डालना बंद कर
दिया और ऐसे ही उसके बदन पे लेटे लेटे उसकी गान्ड को थोड़ा और ऊपेर
उठाया और उसकी बगल से हाथ डाल के शोल्डर को पकड़ लिया और बस
लंड के टोपे को ही अंदर बाहर अंदर बाहर करता रहा और लक्ष्मी
समझती रही के में सिर्फ़ सुपाडा ही अंदर डालुगा
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