कच्ची कली compleet

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jay
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Re: कच्ची कली

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गंगा की चूत किसी भट्टी की तरह गरम थी अब में गंगा को उसके
ऊपेर लेटे लेटे ही चोदने लगा इस पोज़िशन में लंड चूत के पूरा
अंदर घुस चुका था और में अपनी गान्ड उठा के लंड को बाहर निकाल
निकाल के चोदने लगा पास बैठी लक्ष्मी से बोला के तुम सामने आ के
गंगा के सामने अपनी टाँगें खोल के चित्त लेटे जा तो वो फॉरन ही
पोज़िशन समझ गई और अपनी टाँगें खोल के गंगा के सामने ऐसे लेटे
गई के उसकी चूत गंगा के मूह के सामने थी और उसके दोनो पैर गंगा
के नीचे हो गये थे
अब में गंगा को चोद रहा था और उसके चुचियों को मसल रहा था और
गंगा लक्ष्मी की पतले पंखुड़ियो वाली चूत को पूरा अपने मूह के अंदर
ले के ऐसे चबा रही थी जैसे पान चबा रही हो और हाथ बढ़ा के
लक्ष्मी के चुचियों को मसलने लगी और जैसे में उसके निपल्स को
निचोड़ रहा था वैसे ही गंगा भी लक्ष्मी के निपल्स को निचोड़ने लगी
और उसकी चूत के दाने को दाँतों से काट ने लगी मेरे धक्को से जैसे
गंगा आगे पीछे हो रही थी वैसे ही उसका मूह भी लक्ष्मी की चूत
में आगे पीछे हो रहा थी और उसके दाँत लक्ष्मी के चूत के दाने से
लगने से उसे भी बहुत ही मज़ा आ रहा था लक्ष्मी की आँखें बंद हो
गई थी और वो ऐसे ही लेटे लेटे चूत की चुस्वाई का मज़ा ले रही थी
और आआहह गांननज्ग्गाआआआआआअ आाईईएसस्स्स्स्स्स्सीईई
हहिईीईईईईई काआररर्र्र्र्ररर आआहह क्क्कीईईईईय्ाआअ
माअज़्ज़ाआआअ आआआअ राआहाा हाअईई र्ररिईईई गांगाआ
ऊऊऊीीईईईईई आअहह और उसका बदन ऐसे हिलने लगा जैसे बिजली के
नंगे तारों को छू कर झटके खा रहा हो और अपने हाथो से गंगा के
सर को पकड़ के अपने चूतड़ उछल उछल के गंगा के मूह को दीवानो
की तरह चोदने लगी और उसके सर को अपनी चूत में घिसने लगी उसका
बदन एक दम से अकड़ गया और अपनी गान्ड उठा के गंगा के मूह में अपनी
चूत को ज़ोर से रडगा और काँपते हुए आआआआअहह और
गगगगगघह की आवाज़ें निकालते हुए झड़ने लगी यह
उसका ऑर्गॅज़म तकरीबन एक
मिनिट तक चलता रहा उसकी आँखें बंद थी और बदन अकड़ गया था
और अब धीरे धीरे नॉर्मल होने लगी थी तो गंगा ने कहा लक्ष्मी में
ने तो तेरी चूत ही को काटा है तो तेरा यह हाल हो गया और जब यह
राज बाबू के मूसल लंड से चुदवाएगी तो शाएद रोने लगे गी लक्ष्मी ने
कुछ कहा नही क्यों के अभी भी उसका झड़ना बंद नही हुआ था उसकी
आँखे ऊपेर को चढ़ गई थी और चूत में से समंदर जैसा जूस
निकाल रहा था

मेरे धक्के अब तेज़ होने लगे थे ज़ोर ज़ोर से तकरीबन डॉगी स्टाइल में
चोद रहा था अब ग्रिप टाइट करने के लिए उसके नीचे से हाथ डाल के
शोल्डर्स को बहुत टाइट पकड़ के घचा घच चोद रहा था ठप
ठप की और प्प्पाक्च्छ प्प्पाक्च की आवाज़ें आ रही थी अब में भी बिल्कुल ही आउट ऑफ
कंट्रोल हो रहा था दीवानो की तरह से अपना लंड अंदर बाहर कर के
चोद रहा था लंड गंगा की चूत में किसी रेलवे एंजिन के शॅफ्ट की
तरह से अंदर बाहर हो रहा था मेरे धक्को से उसका पूरा बदन
आगे पीछे हो के हिल रहा था वो अब तक 2 टाइम झाड़ चुकी थी जिसकी
वजा से उसकी चूत बहुत गीली हो गई थी और लंड आसानी से अंदर
बाहर हो रहा था
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(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: कच्ची कली

Post by jay »


में गंगा को शोल्डर बहुत टाइट कस्स के पकड़ लिया और पूरा लंड
सुपाडे तक बाहर निकाल निकाल के ज़ोर ज़ोर से शॉट्स मारने लगा और मुझे
महसूस हो रहा था के मेरे लंड का सुपाडा उसके बच्चे दानी को ठोक
रहा है गंगा के मूह से बस हप्प्प्प्प्प हप्प्प्प्प्प हप्प्प्प्प
ऊओह आअहह सस्स्स्स्स्सस्स और ईईहह जैसे आवाज़ निकाल रही
थी उसकी आँखें ऊपेर को चढ़ गई थी उसका बदन फिर से काँपने
लगा और वो झड़ने लगी और मुझे लगा जैसे उसका बदन अब बे जान हो
गया है और अब वो मेरे ग्रिप से निकल के नीचे गिरने वाली है में अपने लंड को पूरा
सुपाडे तक बाहर निकाल निकाल के घपा घाप चोद रहा था और मुझे
लगने लगा के अब में और सहन नही कर सकता और मेरी मलाई भी मेरे
बॉल्स में उबल ने लगी थी मेरा सारा बदन पसीने में भीग चुका
था दिमाग़ बिल्कुल ही सुन्न्ं (नमब) हो चुका था लगता था जैसे मुझे
कुछ दिखाई ही नही आ रहा है और लंड को पूरा बाहर निकाल के एक
इतनी ज़ोर का धक्का मारा के गंगा मेरे हाथो से स्लिप हो गई और अपने
बॅलेन्स नही बना पाई और लक्ष्मी के बदन पे गिरने लगे और उसी समय
मेरे लंड में से गरम मलाई की मोटी पिचकारी निकाल के बंदूक से
निकली गोली की तरह उड़ती हुई दोनो के बदानो के बीचे में से उड़ती हुई
लक्ष्मी के मूह तक चली गई और मलाई की एक लंबी मोटी धार उसके मूह
से चूत तक लकीर बना के गिर गई और उसी समय गंगा भी लक्ष्मी के
बदन पे गिरने लगी थी पर में ने उसको एक ही सेकेंड में गिरने से
पहले ही अपने हाथ से राइट साइड में धकेल दिया और खुद एक ही झटके
में आगे बढ़ के लक्ष्मी की खुली टाँगो के बीचे छलाँग लगा के
फॉरन ही अपना लंड लक्ष्मी की चूत के अंदर पेल दिया जो लक्ष्मी की गीली
चूत के अंदर ग्ग्गप्प्प्प की आवाज़ के साथ अंदर घुस गया और लक्ष्मी
की आँखें बाहर निकल गई उसका मूह खुला रह गया लंड लक्ष्मी की
समंदर जैसे गीली चूत में एक ही धक्के में अंदर तक
ग्ग्गकककचह्क्ककककक की आवाज़ के साथ ही घुस गया और अब में लक्ष्मी की
टाइट गीली चूत में अपना लंड घुसेड के उसको चोदने लगा मेरी मलाई
निकलती रही और बाकी की मलाई से लक्ष्मी की चूत भरने लगी मेरा
लंड तेज़ी से लक्ष्मी की चूत में घुसा था तो उसको बहुत ही मज़ा आया
और मेरी गरम मलाई उसकी भट्टी जैसी गरम चूत के अंदर गिरते ही
उसका बदन भी काँपने लगा और वो मेरे साथ ही झड़ने लगी मुझे
लगा जैसे मेरे लंड में से 5 मिनिट तक कंटिन्यू मलाई की मोटी मोटी
धारियाँ उछल उछल के निकलती ही रही और शाएद उसके बच्चे दानी पे
गिरती रही और जब पूरी मलाई निकल गई तो में दूसरी तरफ लुढ़क
गया मेरा लंड लक्ष्मी की जूस से भरी चूत में से प्पल्लप्प्प की आवाज़
के साथ निकल गया
गंगा तो ऐसे चुदाई से बे हाल हो के गहरी गहरी साँसे लेती पड़ी
थी पर अभी लक्ष्मी में जान बाकी थी तो लक्ष्मी गंगा के ऊपेर आ गई
और मेरी मलाई जो दोनो के बदन पे गिरी थी उसको दोनो मिल के चाटने
लगे
चुदाई का यह सिलसिला रात भर चलता रहा रात के 3 बजे तक तो
दोनो को अलग अलग स्टाइल में चोदा फिर तीनो तक के कब सो गये पता
ही नही चला सुबह 7 बजे गंगा उठी और नहा धो के तय्यार हो गई
क्यॉंके उसको सीता आंटी के घर जाना था काम के लिए जाते जाते
लक्ष्मी को उठा दिया और बोला के वो जा रही है अंदर से दरवाज़ा बंद
कर ले और राजा बाबू के लिए नाश्ता बना दे में शाम को यही आउन्गि फिर साथ में चलते
है
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jay
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Re: कच्ची कली

Post by jay »

लक्ष्मी ने नाश्ता बनाया और मुझे उठाया के ऑफीस का टाइम हो
गया है तो में अपनी आँखें मलते हुए उठा तो पहले तो मेरी समझ
में नही आया के यह सब कया है फिर जब लक्ष्मी को नंगा देखा तो
याद आया के कल से चुदाई का खेल चल रहा है तो में लक्ष्मी को उसका
हाथ पकड़ के अपने ऊपेर खेच लिया मेरा लंड तो सुबह में मुझ से
पहले ही उठ जाता है इसी लिए वो फुल अकड़ चुका था दोस्तो मॉर्निंग
एरेक्षन बहुत ही पावरफुल होता है और उस समय चोदने का मज़ा कुछ
और ही आता है तो ऐसे ही मेरा लंड भी सुबह सुबह बहुत ही ज़ोर से
आकड़ा हुआ था और चुदाई का याद कर के और नंगी लड़की के नंगी बिना
बालो वाली चिकनी चूत को देख के तो लंड के मूह में पानी आने लगा
और में ने लक्ष्मी को अपने ऊपेर खेच लिया तो वो मेरे टाँगो के दोनो
तरफ अपने घुटने मोड़ के ज्की की तरह मेरे ऊपेर आ गई में ने
लक्ष्मी को झुकाया और अपनी गान्ड उठाया तो लंड ऑटोमॅटिकली लक्ष्मी की
चूत से सत गया अब लंड को चूत का रास्ता दिखाने की ज़रूरत बाकी
नही रही थी गान्ड उठा के एक ही झटका मारा और उसी समय लक्ष्मी
भी मेर आकड़े हुए लंड पे बैठ गई तो लंड का सुपाडा उसकी चूत के
सुराख में पूरा अंदर तक घुस गया में लक्ष्मी की मस्त चुचियों को
चुसते चुसते लंड उसकी चूत में पूरा जड़ तक घुसेड दिया और
लक्ष्मी भी उछल उछल के मस्ती में चुदवा रही थी लक्ष्मी कल से चुद
रही थी इसी लिए उसकी चूत सूज गई थी पर मस्ती में चुदवाए जा
रही थी मॉर्निंग एरेक्षन जो होता है वो बहुत ही पावरफुल होता है
और यही हाल मेरे लंड का भी था लक्ष्मी मेरे ऊपेर बैठी थी और लंड उसकी चूत के
अंदर पेट तक घुस चुका था पर मेरा मन कर रहा था के चुदाई
भी लंड के पावरफुल एरेक्षन के जैसे ही पावरफुल होनी चाहिए इसी
लिए उसको पलटा के नीचे लिटा दिया और लक्ष्मी ने अपने पैर मेरी कमर
से लपेट लए मेरा पैर सीधे थे में बेड के किनारे का सहारा ले के
लंड चूत से पूरा बाहर निकाल निकाल के पूरी ताक़त से चोद रहा
था लक्ष्मी कल से चुद रही थी पर फिर भी ऐसे पावरफुल चुदाई से
उसकी आँखों से फिर से पानी निकल ने लगा और वो
आआआआआआहह ऊऊऊऊओह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स
आअहह ब्बाआबबुउउुज्ज्जििइईई ब्ब्बूहूऊततत माज़ाआआअ आआताआ
हाअईई ऊऊऊीीईईईई म्माआआ आईईसाआ मज़ाआ आअहह जैसी
आवाज़ निकाल रही थी में लंड को पूरा बाहर तक खेच खेच के
चोद रहा था चुदाई की स्पीड 100 धक्के पर मिनिट के हिसाब से चल
रही थी, मेरी मलाई अब रेडी थी निकलने के लिए और एक फाइनल झटके
मार के लक्ष्मी की सूजी हुई चूत में लंड पूरा जड़ तक पेल दिया और
लंड उसकी बच्चे दानी से टकराया और मलाई की धार उछल उछल के
निकलने लगी लक्ष्मी ने
मुझे बहुत ज़ोर से पकड़ा हुआ था और अब उसकी आँखें भी बंद हो गई
थी और साँस तेज़ी से चल रही थी और
आआआआाागगगगगगगगगगघह की आवाज़ करते हुए उसका बदन
काँपने लगा और वो भी मेरे साथ ही झड़ने लगी हम दोनो साथ साथ
झडे इसी लिए बहुत ही मज़ा आया दोनो गहरी गहरी साँसें लेते
रहे और एक दूसरे के ऊपेर ही पड़े रहे
थोड़ी देर के बाद हम दोनो उठे और साथ ही स्नान करने बाथरूम में
चले गये और एक दूसरे को साबुन लगा के साफ किया बाहर आ के
नाश्ता किया और में लक्ष्मी से बोला के लक्ष्मी अब तुम थोड़ी देर रेस्ट ले लो
में ऑफीस को जा रहा हू शाम में आउन्गा तब तक गंगा भी आ
जाएगी
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Re: कच्ची कली

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दोनो मेरे साथ बहुत ही खुश हैं अब तो यह मामूल बन गया
है के एक रात मेरे पास गंगा रहती है तो दूसरी रात लक्ष्मी रहती
है और में दोनो को जी भर के चोदता हू दोनो का खाना मेरे पास फ्री
है दोनो पकाते है और हम सब मिल के खाते है
सीता आंटी को भी बराबर टाइम देता हू और गीता को भी स्कूल आते
जाते बाइक पे ही चोदता हू कभी कभी रोडसाइड पे लगे पेड़ों के
नीचे बाइक रुका के वही चोद लेते है इसी तरह से ज़िंदगी गुज़र
रही है सीता आंटी को पता नही में गीता को चोद चुका हू पर
गीता को शक्क है के में उसकी मम्मी को चोद ता हू गंगा और लक्ष्मी
को पता है के में सीता आंटी और गीता दोनो को चोद चुका हू और अलग
अलग टाइम पे दोनो को चोदता ही रहता हू
समाप्त
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amitraj39621

Re: कच्ची कली compleet

Post by amitraj39621 »

Wonderfullllll
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