प्यारी मौसी compleet

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rajsharma
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प्यारी मौसी compleet

Post by rajsharma »

प्यारी मौसी पार्ट--1

मैने मौसी को जब भी देखता तो मुझे उनका सेक्सी फिगर देखकर मन
मे गुदगुदी होती थी.उनका सुडोल गोरा बदन बहुत हसीन था.
मेरी मौसी की शादी
हुए 4 साल हो गये थे,एक बार उन्होने मुझे अपने यहा रहने को बुलाया था. मैं
एक महीने के लिए उनके वाहा रहने गया.
उनका घर बहुत छोटा था, सिर्फ़ दो कमरे
थे,एक किचन और दूसरा उनका हॉल.जब मैं उनके यहा रहने गया तो मौसी ने
मुझे देखकर मुझे गले लगा लिया.
जिससे उनके बूब्स मेरे सीने से दब गये.मुझे
भी मज़ा आया उस दिन.मैने भी उन्हे गले लगा लिया और गाल पे किस भी दी.मेरी
मौसी घर में ज़्यादातर गाउन ही पहना करती थी.
जिससे जब वो घर का काम करने
के किए झुकती तो उनके बूब्स का भूगोल देखकर मेरा 8" लंबा लंड खड़ा होने
लगता. वो मुझसे बहुत प्यार करती थी.एक बार मौसी किसी काम के लिए नीचे
झुकी तो मैने देखा कि उन्होने ब्रा पॅंटी नही पहनी हुई थी,तो मुझे उनके बूब्स
और चूत दिखाई दी.मेरा ये देखकर बुरा हाल हो गया था,उनकी चूत पर बाल
नही थे,मैं तभी बाथरूम में जाकर मूठ मार कर आया,मेरा दिल मौसी को
चोदने के लिए मचल रहा था,

लेकिन मेरी हिम्मत ही नही हो रही थी,मैं, मौसी
और मौसा एक ही बेड पर सोते है,बेड बड़ा था इसलिए हम तीनो को एक ही बेड
पर सोने में कोई दिक्कत नही होती थी,पहले मौसी फिर मौसाजी फिर मैं इस तरह
लाइन में सोते थे.

सोने से पहले मौसी मौसा जी और मुझे दूध ज़रूर देती
थी, सोते टाइम घर में अंधेरा रहता है कोई किसी की शकल भी नही देख
सकता इतना अंधेरा रहता है,एक बार मेरी रात को मेरी आँख खुली तो मुझे
महसूस हुआ कि मौसा मौसी की चुदाई कर रहे है.

मैने जब गौर से देखा तो
मौसा मौसी के उपर लेटे हुए थे और मौसी नंगी नीचे लेटी हुई थी और मौसा
मौसी की चुदाई कर रहा था,मौसी बीच बीच मे आआहह हूउ न नाओउककच उऊन कर
रही थी.ये देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया.

मैने अपने लंड को पकड़कर उन्हे
देखकर वही मूठ मार ली. दोनो आपस में काफ़ी देर तक चुदाई करते रहे ये
देखकर मुझे पता ही नही चला कि मुझे कब नींद आ गयी.
अब मेरा मन और खराब होने लगा मौसी की चुदाई के लिए.अब मैं 4-5 दिन तक
रोज़ जल्दी सोने का बहाना करके लेट जाता था और मौसी की चुदाई देखा करता
था.

एक बार मैने देखा कि मौसी नंगी आँख बंद करके लेटी हुई थी और मौसा
उनकी चूत में अपना मूह डालकर चूस रहे है.
मुझसे रहा नही गया मैने अपना
एक हाथ बढ़ाकर मौसी की एक चूची पर रख दिया,मौसी को कुछ पता नही चला
कि किसका हाथ है.मुझमे और हिम्मत आई तो मैं ज़ोर ज़ोर से मौसी की चूची को
दबाने लगा. मौसी की चुचि इतनी बड़ी थी कि मेरे हाथ में ही नही आ रही
थी.मौसी भी मज़े से अपनी चुचि डबवा रही थी.और मैं दूसरे हाथ से अपने
लंड को पकड़कर मूठ मार रहा था.

फिर थोड़ी देर बाद मेरा पानी निकल गया तो
मैने मौसी की चुचि से हाथ हटा लिए और सो गया.इन दोनो की चुदाई में
मैने ध्यान दिया कि दोनो में से कोई बात नही करता था, फिर सॅटर्डे
आया.सनडे को मौसा की छुट्टी होती है तो वो सॅटर्डे नाइट को मौसी को जमकर
चोदते है.इसलिए शायद मौसी भी थोड़ी ज़्यादा तैयारी रखती होगी. अब मुझसे
रहा नही गया तो मैं मेडिसियाल स्टोर गया और वाहा से नींद की गोली ये कहकर
ले आया कि मेरे डॅड को 3 दिन से नींद नही आ रही है उनके लिए कोई नींद की
गोली दीजिए,
उन्होने बताया की 2 गोली काफ़ी होगी लेकिन मैं 4 गोली ले आया.अब मैं
रात का इंतेज़ार करने लगा.रात को मौसी ने मुझे किचन में बुलाया और दूध
देकर कहा कि ले अपने मौसा को दे आ.मैने उनकी नज़र बचा कर नींद की 4 गोली
मौसा के दूध में मिला दी.
फिर मैने दूध मौसा को दिया तो मौसा ने पी
लिया.आज रात मौसी ने नाइटी पहेनी हुई थी,फिर वो दोनो लेट गये और मैं भी
लाइट ऑफ करके लेट गया 1 घंटे बाद मैने मुसा को हल्के से हिलाकर देखा तो
उनपर नींद की गोली का असर हो गया था,
वो सो गये थे मैने उन्हे
अपनी जगह सरका दिया और उनकी जगह मैं आकर लेट गया,मौसी का मूह दूसरी
तरफ था तो उन्हे पता नही चला,
अब मैने पहले अपने सारे कपड़े उतार दिए और
मौसी की कमर पर अपना हाथ रखा मुझे लगा कि मौसी सो गयी है,लेकिन वो
जागी हुई थी,अब मैने अपना हाथ उनके बूब्स पर रखा और उन्हे नाइटी के उपर से
दबाने लगा,और उनसे चिपक कर लेट गया जिससे मेरा लंड मौसी की गांद को
टच कर रहा था,
और मैने अपनी एक टाँग मौसी के पैरो के बीच में डाल
दी,और अपने पैर से मौसीक़ी चूत को रगड़ रहा था,मौसी थोड़ी देर बाद हॉट होने
लगी थी,थोड़ी देर बाद मौसी ने अपना मूह मेरी तरफ किया तो मैने उनके लिप्स पर
अपने लिप्स रख दिए,
आह क्या टेस्ट था उनके लिप्स का मैं तो पागल हो गया,अब
मैं अपना हाथ उनकी नाइटी के अंदर डालकर मौसी की चुचि दबाने लगा.मौसी
ने अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दिया और दबाने लगी.
मौसी ने नीचे ब्रा नही
पहनी हुई थी,मैने मौसी की नाइटी उतार दी और उनके उपर लेट गया और अपने
बदन से उनका बदन रगड़ने लगा जिससे उनकी चुचिया मेरे सीने से रगड़ रही
थी और मेरा लंड उनकी पॅंटी के उपर से उनकी चूत पर रगड़ रहा था,मुझे
बहुत अच्छा लग रहा था,अब मैं उनके होंठों पर किस करता हुआ उनके गाल पर
किस करने लगा फिर उनके गले पर मम्मूऊऊऊः मौसी को बहुत मज़े आ रहे
थे.मौसी धीमी आवाज़ में कहने लगी कि आज क्या हुआ है तुम्हे आज तो बहुत
अच्छी तरह से कर रहे हो.
मैं कुछ नही बोला.मैं अपने काम में लगा
रहा.फिर मैं किस करता हुआ उनकी चुचियो की दरार पर आ गया मैने उनकी
चुचियो की दरार पर हल्का सा बाइट किया तो मौसी पूरी तरह हिल गयी,फिर मैं
उनकी राइट वाली चुचि को मूह में लेकर चूसने लगा और लेफ्ट वाली चुचि को
हाथ से दबाने लगा.
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Re: प्यारी मौसी

Post by rajsharma »


मेरी मौसी पागल होती जा रही थी,मैने उनके निपल
पर बाइट कर दिया तो वो धीरे से कहने लगी की आआहह आअराअम सस्स्सीए कारूव
ततटुउंमहारी लीईइयीई हहिईीईईईई टीट्ट्ट हाआऐ.मैने उनकी लेफ्ट चुचि
को रगड़ रगड़ कर लाल कर दिया था,,,,तो मुझे कहने लगी कि अराआम सी
जाआलान हूऊओने लाआआअगी है,फिर मैने मौसी के पेट पर किस किया फिर
उनकी नेवेल पर.
मैं उनकी नेवेल में अपनी जीभ से अंदर बाहर करने लगा तो उन्होने मेरे बॉल
पकड़ लिए और मेरा मूह अपनी नेवेल में दबाने लगी.
उन्हे डर था की पास में
लेटा हुआ मैं यानी "कुश" जाग ना जाउ कही उनकी चुदाई से इसलिए ज़्यादा आवाज़े
नही कर रही थी.फिर मैं मौसी की चूत की तरफ अपना मूह लाकर उनकी जाँघ
पर पागलो की तरह किस करने लगा.हम 69 की पोज़िशन में हो गये थे.

फिर मैं
अपनी मौसी की प्यारी चूत जो अभी तक पॅंटी में क़ैद थी उस पर अपना हाथ रख
दिया,मुझे मौसी की पॅंटी गीली महसूस हुई तो मैने सूंघ कर देखा तो बड़ी
मादक खुसबू आ रही थी उनकी पॅंटी से तो मैं अपनी जीभ से उनकी पॅंटी को
चाटने लगा चूत के उपर से ही.
दूसरी तरफ मौसी मेरे लंड के चारो तरफ़ से
अपनी जीभ से चाट रही थी,कभी मेरे टट्टो को भी चाट रही थी दबा रही
थी,मुझे बहुत मज़ा आ रहा था फिर उन्होने मेरे लंड की टोपी को अपने मूह में
रख कर अंदर बाहर कर रही थी,
मुझसे रहा नही गया तो मैने एक हल्का सा
झटका मारा तो मेरा 4"इंच लंड उनके मूह में चला गया,इस हमले से मेर प्यारी
मौसी के आँख से आँसू निकलने लगे लेकिन उन्होने मेरा लंड बाहर नही निकाला
बल्कि और चूस रही थी.इधर मैं मौसी की पॅंटी निकालने लगा तो मौसी ने
अपनी गांद उठाकर मेरी हेल्प की पॅंटी निकालने में,अब मौसी की वो चूत मेरे
सामने थी जो मुझे रोज़ परेशान करे रखती थी,
अब मैं अपनी ज़ुबान को मौसी की
चूत पर फिरा रहा था,उपर से नीचे और नीचे से उपर की तरफ.मेरी मौसी का
बुरा हाल था.फिर मैने अपने हाथ की दो उंगली से मौसी की चूत को खोला और
उसमे अपनी जीभ डाल दी और जीभ से फक करने लगा,
मेरी प्यारी मौसी पागलो की
तरह अपनी गांद को उपर नीचे करने लगी. फिर मैं अपनी 3 उंगली से उनकी चूत
से फक करने लगा.इसी दौरान मेरी मौसी 2 बार झाड़ चुकी थी और
मैं उनका रस पी गया था मैने फिर अपनी 1 उंगली उनकी चूत की रस से
भिगोकर उनकी गांद के छेद पर रख दी उनके उपर नीचे होने की वजह से मेरी
उंगली उनकी गांद में अंदर बाहर होने लगी.
उधर मेरे लंड का भी बुरा हाल
था,मौसी ने चूस चूस्कर मेरे लंड का पानी निकाल दिया था.मौसी फिर से मेरे
लंड को खड़ा करने के लिए उसे चूस रही थी कयौकी उन्हे अपनी चूत की भी
सेवा करवानी थी.15-20 मिनट. बाद मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा तो मैं मौसी
की चूत छ्चोड़कर उनके मूह के पास आ गया,
मौसी मेरा चेहरा पकड़ कर मेरा कान
अपने मूह के पास लाकर बोली की जान आज सेक्स करने में बहुत मज़ा आ रहा है
आज कहा से सीखकर आए हो.मैने उनके होंठों पर अपनी उंगली रखकर उन्हे चुप
करा दिया,कयौकी मैं भी भी कुछ नही बोल रहा था.
तो वो फिर कुछ नही बोली.अब
मैने अपने होंठ प्यारी मौसी के होंठों पर रख दिए उन्होने अपना मूह खोला और
अपनी जीभ मेरे मूह में डाल दी.मैं उनकी जीभ को अपने होंठो से पकड़कर
अपनी जीभ से चूसने लगा,बड़ी टेस्टी थी मेरी प्यारी मौसी की जीभ अयाया मेरे
से रहा नही गया तो मैने उनकी दोनो चुचियो को अपने हाथो में लेकर ज़ोर दे
दबा दी,
उनके मूह से चीख निकलती निकलती रह गयी.कयौकी उनके मूह को मेरे मूह
ने बंद किया हुआ था.मेरा लंड मौसी की चूत पर दस्तक दे रहा था. मौसी
से रहा नही गया वो मेरे कान में बोली कि जान आब सस्साहाआ नाआहियिइ
राआआहीए हूऊऊ.मैने
मौसी का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया.
मौसी ने अपनी टाँगो को फैलाकर मेरा लंड अपनी चूत के द्वार पर रख दिया.
लेकिन मैं मौसी को और तड़पाना चाहता था इसलिए लंड अंदर नही डाला.5 मिनट.
बाद मौसी फिर से मेरे कान में बोली अब डाअल भीईीई दूओ क्यू ताडपा राआहए
हूओ.इतनाअ सुनना था कि मैने एक जोरदार झटका मारातो मेरा लंड पूरा का पूरा
मौसी की चूत में चला गया.
मौसी के हलक से एक हल्की सी चीख निकली तो
मैने अपना हाथ मौसी के मूह पर रख दिया मौसी की चूत मुझे थोड़ी टाइट लगी
शायद मौसा का लंड मेरे से थोड़ा छ्होटा और पतला होगा.
मौसी ने मेरा हाथ
हटाया और बोली आज तुम्हे क्या हो गया है मुझे मार ही डालोगे क्या.आपका लंड
भी थोड़ा बड़ा बड़ा लग राआाहा हााआ क्या बाआआत है कूऊवई दवाई ली
है क्या आआआज.मैने उनके होठों पर अपने होंठ रखकर फिर से
चुप करवा दिया. देखा दोस्तो आपने ये भाई तो बड़ा हरामी है साले ने मौसा का पत्ता
साफ करके मौसी को ही चोद दिया दोस्तो आपके साथ मैं भी देखता हू ये क्या क्या गुल
खिलता है आपका दोस्त राज शर्मा

क्रमशः..............
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Re: प्यारी मौसी

Post by rajsharma »



pyari mousi paart--1

Maine mousi ko jab bhi dekhta to mujhe unka sexy figure dekhkar man
me gudgudi hoti thi.unka sudol gora badan bahut hasin tha.
meri mousi ki shadi
hue 4 saal ho gaye the,ek baar unhone mujhe apne yaha rehne ko bulaya tha. Main
ek mahine ke liye unke waha rehne gaya.
unka ghar bahut chota tha, sirf do kamare
the,ek kitchen aur dusara unka hall.jab main unke yaha rehne gaya to mousi ne
mujhe dekkar mujhe gale laga liya.
jisse unke boobs mere seene se dab gaye.mujhe
bhi maza aaya us din.maine bhi unhe gale laga lia aur gaal pa kiss bhi di.meri
mousi ghar mein jyadatar gown hi pehna karti thi.
jisse jab wo ghar ka kaam karne
ke kiye jhukti to unke boobs ka bhugol dekhkar mera 8" lamba lund khada hone
lagta. Wo mujhse bahut pyar karti thi.ek baar mousi kisi kaam ke liye niche
jhuki to maine dekha ki unhone bra panty nahi pehni hui thi,to mujhe unke boobs
aur chut dikhayi di.mera ye dekhkar bura haal ho gaya tha,unki chut par baal
nahi the,main tabhi bathroom mein jaakar muth maar kar aaya,mera dil mousi ko
chodne ke liye machal raha tha,

lekin meri himmat hi nahi ho rahi thi,main, mousi
aur mousaji ek hi bed par sote hai,bed bada tha isliye hum teeno ko ek hi bed
par sone mein koi dikkat nahi hoti thi,pehle mousi fir mousaji fir main is tarah
line mein sote the.

Sone se pehle mousi mousa ji aur mujhe doodh jaroor deti
thi, sote time ghar mein andhera rehta hai koi kisi ki shakal bhi nahi dekh
sakta itna andhera rehta hai,ek baar meri raat ko meri aankh khuli to mujhe
mehsoos hua ki mousa mousi ki chudai kar rahe hai.

maine jab gour se dekha to
mousa mousi ke upar lete hue the aur mousi nangi niche leti hui thi aur mousa
mousi ki chudai kar raha tha,mousi bich bich me aaaahh huu n naauuccch uun kar
rahi thi.ye dekhkar mera lund khada ho gaya.

maine apne lund ko pakadkar usnhe
dekhkar wahi muth karli. Dono aapas mein kafi der tak chudai karte rahe ye
dekhkar mujhe pata hi nahi chala ki mujhe kab neend aa gayi.
Ab mera man aur kharaab hone laga mousi ki chudai ke liye.ab main 4-5 din tak
roz jaldi sone ka bahana karke leit jaata tha aur mousi ki chudai dekha karta
tha.

ek baar maine dekha ki mousi nangi aankh bandh karke leti hui hui aur mousa
unki chut mein apna muh daalkar choos rahe hai.
mujhse raha nahi gaya maine apna
ek haath badhakar mousi ki ek choochi par rakh di,mousi ko kuch pata nahi chala
ki kiska haath hai.mujhme aur himmat aayi to main jor jor se musi ki choochi ko
dabane laga. Mousi ki chuchi itni badi thi ki mere haath mein hi nahi aa rahi
thi.mousi bhi maze se apni chuchi dabwarahi thi.aur main dusre haath se apne
lund ko pakadkar muth maar raha tha.

fir thodi der baad mera paani nikal gaya to
maine mousi ki chuchi se haath hata liye aur so gaya.In dono ki chudai mein
maine dhayan diya ki dono mein se koi baat nahi karta tha, fir saturday
aaya.sunday ko mousa ki chhutti hoti hai to wo saturday night ko mousi ko jamkam
chhodte hai.isliye shayad mousi bhi thodi jyada taiyaari rakhti hogi. Ab mujhse
raha nahi gaya to main medicial store gaya aur waha se neend ki goli ye kehkar
le aaya ki mere dad ko 3 din se neend nahi aa rahi hai unke liye koi neend ki
goli dijiye,
unhone bataya ki 2 goli kafi hogi lekin main 4 goli le aaya.ab main
raat ka intezar karne laga.raat ko mousi ne mujhe kitchen mein bulaya aur doodh
dekar kaha ki le apne mousa ko de aa.main unki nazar bacha kar neend ki 4ro goli
mousa ke doodh mein mila di.
fir maine doodh mousa ko diya to mousa ne pee
liya.aaj raat mousi ne nighty peheni hui thi,fir wo dono leit gaye aur main bhi
light off karke let gaya 1 ghante baad maine mousa ko halke se hilakar dekha to
unpar neend ki goli ka asar ho gaya tha,
wo so gaye the maine unhe
Apni jagah sarka diya aur unki jagah main aakar leit gaya,mousi ka muh dusri
taraf tha to unhe pata nahi chala,
ab maine pehle apne saare kapde utar diye aur
mousi ki kamar par apna haath rakha mujhe laga ki mousi so gayi hai,lekin wo
jagi hui thi,ab maine apna haath unke boobs par rakha aur unhe nighty ke upar se
dabane laga,aur unse chipak kar leit gaya jisse mera lund mousi ki gaand ko
touch kar raha tha,
aur maine apni ek taang mousi ke pairo ke beech mein daal
di,aur apne pair se mousiki chut ko ragad raha tha,Mousi thodi der baad hot hone
lagi thi,thodi der baad mousi ne apna muh meri taraf kiya to maine unke lips par
apne lips rakh diye,
ahhh kya taste tha unke lips ka main to pagal ho gaya,ab
main apna haath unki nighty ke andar daalkar mousi ki chuchi dabane laga.mousi
ne apna haath mere haath par rakh diya aur dabane lagi.
mousi ne niche bra nahi
pehni hui thi,maine mousi ki nighty utar di aur unke upar lait gaya aur apne
badan se unka badan ragadne laga jisse unki chuchiya mere seene se ragad rahi
thi aur mera lund unki panty ke upar se unki chut par ragad raha thaaaa,mujhe
bahut achcha lag raha tha,ab main unke honthon par kiss karta hua unke gaal par
kiss karne lagafir unke gale parrrrr mmmuuuuh mousi ko bahut maze aa rahe
theee.mousi dheemi awaaz mein kehne lagi ki aaj kya hua hai tumhe aaj to bahut
achchi tarah se kar rahe ho.
main kuch nahi bola.Main apne kaam mein laga
raha.fir main kiss karta hua unki chuchiyo ki daraar par aa gaya maine unki
chuchiyo ki daraar par halka sa bite kiya to mousi poori tarah hil gayi,fir main
unki rightwali chuchi ko muh mein lekar choosne laga aur left wali chuchi ko
haath se dabane laga.
meri mousi pagal hotii jaa rahi thiiiiii,maine unke nipple
par bite kar diya to wo dheere se kehne lagi ki aaaahh aaaraaam sssseee kaarooo
tttuummhaaree liiiiiyeeee hhhhiiiiiiii ttttttoo haaaaai.maine unka left chuchi
ko ragad ragad kar laal kar diye the,,,,to mujhe kehne lagi ki araaaam see
jaaaalaan hooooone laaaaaaagi hai,fir maine mousi ke pait par kiss kiyaa fir
unki navel par.
Maine unki navel mein apni jeebh se andar bahar karne laga to unhone mere baal
pakad liye aur mera muh apni navel mein dabane lagi.
unhe dar tha ki paas mein
leita hua main yaani "kush" jag na jau kahi unki chudai se isliye jyada awaaze
nahi kar rahi thi.fir main mousi ki chut ki taraf apna muh laakar unki jaangh
par paglo ki tarah kiss karne laga.hum 69 ki position mein ho gaye the.

Fir main
apni mousi ki pyari chut jo abhi tak panty mein kaid thi us par apna haat rakh
diya,mujhe mousi ki Panty geeli mehsoos hui to maine sungh kar dekha to badi
madak khusboo aa rahi thi unki panty se to maine apni jeebh se unki panty ko
chaatne laga chut ke upar se hi.
dusri taraf mousi mere lund ke chaaro tarf se
apni jeebh se chaat rahi thi,kabhi mere tatto ko bhi chaat rahi thi daba rahi
thi,mujhe bahut maza aa raha tha fir unhhone mere lund ki topi ko apne muh mein
rakh kar aandar bahar kar rahi thi,
mujhse raha nahi gaya to maine ek halka sa
jhatka maara to mera 4"inch lund unke muh mein chala gaya,is hamle se mer pyari
mousi ke aankh se aansoo nikalne lage lekin unhone mera lund bahar nahi nikala
balki aur choos rahi thi.Idhar maine mousi ki panty nikaalne laga to mousi ne
apni gaand uthakar meri help ki panty nikaalne mein,ab mousi ki wo chut mere
saamne thi jo mujhe roz pareshan kare rakhti thi,
ab main apni jubaan ko mousi ki
chut par fira raha tha,upar se niche aur niche se upar ki taraf.meri mousi ka
bura haal tha.fir maine apne haatn ki do ungli se mousi ki chut ko khola aur
usme apni jeebh daal di aur jeebh se fuck karne laga,
meri pyari mousi paglo ki
tarah apni gaand ko upar niche karne lagi. Fir maine apni 3 ungli se unki chut
se fuck karne laga.issi douran meri mousi 2 baar jhad chuki thi aur
Main unka ras pee gaya tha maine fir apni 1 ungli ko unki chut ki ras se
bhigokar unki gaand ke chhed par rakh di unke upar niche hone ki wajah se meri
ungli unki gaand mein andar bahar hone lagi.
Udhar mera lund ka bhi bura haal
tha,mousi ne choos chooskar mere lund ka paani nikal diya tha.mousi fir se mere
lund ko khada karne ke liye usse choos rahi thi kyouki unhe apni chut ki bhi
sewa karwani thi.15-20 min. Baad mera lund fir se khada hone laga to main mousi
ki chut chhodkar unke muh ke paas aa gaya,
mousi mera chehra pahadakar mera kaan
apne muh ke paas laakar boli ki jaan aaj sex karne mein bahut maza aa raha hai
aaj kaha se seekhkar aaye ho.maine unke honthon par apni ungli rakhkar unhe chup
kara diya,kyouki main bhi bhi kuch nahi bol raha tha.
to wo fir kuch nahi boli.Ab
maine apne honth pyari mousi ke honthon par rakh diye unhone apna muh khola aur
apni jeebh mere muh mein daal di.maine unki jeebh ko apne hontho se pakadkar
apni jeebh se choosne laga,badi tasty thi meri pyari mousi ki jeebh aaaah mere
se raha nahi gaya to maine unke dono chuchiyo ko apne haatho mein lekar jor de
daba di,
unke muh se cheekh nikalti nikalti reh gayi.kyouki unke muh ko mere muh
ne bandh kiya hua tha.mera lund mousi ki chut par dastak de raha thaaaaa. Mousi
se raha nahi gaya wo mere kaan mein boli ki jaaan aab sssaahaaa naaaahiiii
raaaaaaheee hoooooo.maine
mousi ka haath pakad kar apne lund par rakh diya.
Mousi ne apni taango ko failakar mera lund apni chut ke dwar par rakh diya.
Lekin main mousi ko aur tadpaana chahta tha isliye lund andar nahi daala.5 min.
Baad mousi fir se mere kaan mein boli ab daaal bhiiiii dooo kyoo taadpa raaaahe
hooo.itnaaa sunna tha ki maine ek jordar jhatka maarato mera lund poora ka poora
mousi ki chut mein chala gaya.
mousi ki halak se ek halki si cheekh nikli to
maine apna haath mousi ke muh par rakh diya mousi ki chut mujhe thodi tight lagi
shayad mousa ka lund mere se thoda chhota aur patla hoga.
mousi ne mera haath
hataya aur boli aaj tumhe kya ho gaya hai mujhe maar hi daaloge kya.aapka lund
bhi thoda baada baada laaaag raaaaaha haaaaai kya baaaaaat hai koooooi dawayi li
hai kya aaaaaaj.maine unke hothon par apne honth unke honth par rakhkar fir se
chup karwa diyaaaaa.

kramashah..............

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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
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Re: प्यारी मौसी

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प्यारी मौसी पार्ट--2

गतान्क से आगे........
मैं मौसी की चूत में जोरदार लंड डालता गया.और मौसी
धीरे से बोलती जा रही थी कि उमाआ म्माअररर ग्ग्ग्गाय्य्यीई आआहह मेरी
कचछत्त्त्तत्त प्प्प्प्प्पफ़ात्ट गगायययययीी.आआअरर्र्र्ररर ज्ज्ज्जूऊर सस्स्स्सीए जाआआन
फ़ाआद द्डूऊ आआआआज मेर्र्र्ररी चुउउउत.
मौसी शायद भूल गयी थी कि घर में
उसका भांजा भी सो रहा है,लेकिन मौसी को क्या पता कि भांजा ही चुदाई कर रहा
है उनका.मौसा तो नींद की गोली लेकर सोया हुआ है.मौसी नीचे से उच्छल
उच्छल कर मुझसे चुदवा रही थी,इस दौरान मौसी 2 बार झड़ चुकी थी लेकिन
मैं अभी झड़ने नही वाला था.

मैने मौसी की 25 मिनट.तक लगातार जोरदार चुदाई
कर रहा था.अब मैं थकने लगा था तो मैने मौसी को पकड़कर अपने उपर बिठा
लिया और मैं नीचे लेट गया.
मौसी समझ गयी थी कि मैं क्या चाहता हू वो
मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत पर सेट करके एक दम से मेरे लंड पर बैठ
गयी.और अपना मूह मेरे मूह केपास लाकर मुझे किस करने लगी.और धीरे से
बोली कि इतना मज़ा तो सुहागरात को भी नही आया था जान.जितना मज़ा
आज आप तुम दे रहे हो.

मौसी जानती थी कि मौसा जी सेक्स करते हुए बोलते नही थे
इसलिए उन्हे कोई शक भी नही हो रहा था.मैने मौसी की गांद के नीचे हाथ
रखा और उसे उपर नीचे करने लगा जिससे मौसी को इशारा मिल जाए कि मैं क्या
चाहता हू.मौसी मेरे लंड पर उपर नीचे होकर चुदाई रही थी .ऐसा लग रहा था
कि.मैं मौसी को नही मौसिमुझे चोद रही हो.
ऐसे हिलते हुए मौसी की चुचिया
बड़ी मस्त लग रही
थी.मैने हाथ बढ़कर मौसी की चुचियो को पकड़ लिया और मौसी को अपनी तरफ
खीचा जिससे मैने मौसी को अपने से चिपका लिया और मौसी मेरा लंड अपनी चूत
में ले रही थी मैने मौसी की एक चुचि को मूह लेकर चूसने लगा तो मौसी
अपनी दूसरी चुचि खुद ही दबाने लगी.ऐसे करते हुए मौसी एक बार और
झड़ी.मौसी का पानी मेरे लंड पर आ रहा था मैने अपना हाथ अपने लंड के
पास लाकर मौसी की चूत के पानी को च्छुआ तो मेरा हाथ पूरा गीला हो
गया.

मैं फिर उस हाथ को अपने मूह के पास लाकर चाटने लगा.मुझे अच्छा लग
रहा था.मैने फिर से चूत के पास हाथ रखा तो फिर गीला हो गया इस बार मैने
मौसी के मूह के पास उन्ही की चूत का पानी लगा हुआ हाथ ले गया.

पहले तो वो
अपना मूह इधर उधर करती रही.फिर मैने उनके बाल पकड़कर अपना हाथ उनके मूह
में दे दिया.जिसे उन्होने चाट लिया.मेरी अब थकान मिट चुकी थी.मैने मौसी
को नीचे लिटाया और उनकी टाँगो को बेड की साइड में उतार दिया और मैं उनकी
टाँगो के पास जाकर खड़ा हो गया.
मैने उनकी गांद के नीचे एक तकिया लगाया
जिससे उनकी चूत और उभर गयी.मैने मौसी की एक टाँग अपने कंधे पर रखी
जिससे मौसी की चूत और खुल गयी थी.
मैने मौसी का हाथ पकड़कर अपने लंड
पर रखा मौसी ने मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत पर रखा और मेरा लंड दबा
दिया.मैं समझ गया.मैने एक झटका मारा तो मेरा लंड उनकी चूत में पूरा
चला गया.फिर मैं धीरे धीरे मौसी की चुदाई कर रहा था तो मौसी बोली की
जाआअन ज़ूर्र्रर सीए करो नाआहीी.मैं फिर ज़ोर से धक्के लगाने लगा मौसी भी
अपनी कमर उठा उठाकर मुझसे चुदवा रही थी.

मौसी की चूत ने फिर से
पानी छ्चोड़ दिया.मैने ये महसूस किया तो मैने दो उंगली चूत के पानी से
भीगोकर मौसी की गांद पर रख दी.जिससे उनके हिलने से उंगलिया अंदर बाहर
होने लगी.मौसी ने शायद कभी गांद नही मरवाई होगी.
इसलिए वो बार बार मेरी
उंगली को हटा देती थी.45 मिनट. के बाद मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हू मैने
मौसी की चुदाई की स्पीड और बढ़ा दी.मेरे साथ साथ मौसी भी एक बार एक झाड़
गयी मौसी बोली इस चुदाई में मैं कम से कम 6 बार झड़ी होगी.
मैं अपना
लंड चूत में डाले हुए मौसी पर गिर गया.मौसी मुझे चूमने लगी और कहने
लगी जान जैसा आज चोदा है वैसे रोज़ क्यो नही चोद्ते हो.तब मैं किस करता
हुआ बोला मेरी प्यारी मौसी डार्लिंग आज से पहले तुमने मुझे मौका दिया ही कहा
था.ये सुनना था कि मौसी एक दम चौक गयी और बोली तेरे मौसा जी कहा
है.
मैने कहा मौसी वो तो सो रहे है इतनी देर से मैं ही आपकी चुदाई कर रहा
था मौसी जान.मौसी मुझे अपने से अलग करने लगी.लेकिन मैने मौसी को छ्चोड़ा
नही.मैने कहा आप बहुत नमकीन हो मौसी,दिल करता है कि आपको चोद्ता ही
रहू.ये कहते हुए मैं फिर से मौसी की चूत में उंगली करने लगा और उनके बूब्स
को दबाने लगा.
मौसी को भी मेरी चुदाई अच्छी लगी थी इसलिए मान गयी. और
कहने लगी कि चल बदमाश कैसे हो गया ये सब??
तभी मैं कहु की आज तेरे
मौसा को क्या हो गया है जो इतनी देर से चोद रहे है मुझे.बहुत मज़े दिए तूने
आज कुश.मैने सब बता दिया मौसी को कैसे हुए ये सब.

रात को मौसी की चुदाई करने के बाद मौसी और मैं दोनो
नंगे लिपट कर ही सो गये थे.सुबह 6 बजे मेरी आँख खुली तो मैं मौसी की
मस्त भरी जवानी देख रहा था.मैं बाथरूम गया और वापस आकर मैं मौसी
की टांगे फैला कर अपना लंड मौसी की चूत के उपर रखकर एक जोरदार धक्का
मारा जिससे मेरा पूरा लंड मौसी की चूत में चला गया और मौसी इस धक्के से
जाग गयी.
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Re: प्यारी मौसी

Post by rajsharma »



मौसी ने मुझे अपने उपर देखा तो कहने लगी कि दिल नही भरा क्या कल
रात की चुदाई करके.
मैने कहा मौसी तुम हो ही इतनी मस्त माल की दिल ही नही
भरता तुम्हारी चुदाई करके.
मुझे मालूम था की मौसा जी सुबह लेट ही उठेंगे
कयौकी मैने 4 नींद की गोली जो दी थी,इसलिए मुझे कोई डर नही था.

मैने मौसी
को फिर से चुदाई की. मौसी बहुत खुश नज़र आ रही थी.चुदाई करने के बाद
मैं फिर से सो गया.

सुबह मेरी लेट आँख खुली तो मैने देखा कि मौसी जी
किचन में ब्रेकफास्ट बना रही थी,मौसा जी भी आज लेट उठे थे.मैने दोनो
को गुडमॉर्निंग कहा तो दोनो ने भी मुझे गुडमॉर्निंग कहा.मैं फ्रेश होकर तैयार होकर
आया.

और हम तीनो साथ में बैठकर ब्रेकफ़ास्ट करने लगे और बाते भी करने
लगे.दिन के टाइम जब भी मौसा जी का ध्यान इधर उधर होता तो मैं मौसी की
चुचिया दबा देता या उनकी चूत को मसल देता.

आज मौसी ने गाउन के नीचे ब्रा
पॅंटी भी नही पहनी हुई थी तो इसलिए जब वो चलती तो उनकी चुचिया उपर नीचे
होती तो बहुत अच्छी लगती ,दिल करता कि मौसा के सामने ही मौसी की चुदाई कर
दू.

ऐसे ही पूरा दिन बीत गया और रात हो गयी.रात को सोते टाइम मैं पहले जाकर
सो गया क्यौकि मैं मौसा और मौसी की चुदाई का जल्दी से आनंद लेना चाहता
था.12 बजे के बाद मौसा मौसी की चुदाई करते रहे और मैं उन्हे देखकर मूठ
मार कर सो गया.

अगले दिन जब मैं उठा तो मौसा जी घर पर नही थे और मौसी
जी किचन में थी.मैने गुडमॉर्निंग कहा और मौसा जी के बारे में पूछा तो
मौसी ने कहा की आज उन्हे ऑफीस जल्दी जाना पड़ा.

ये सुनकर मेरा 8" का लंड
खड़ा हो गया.मैंन अंडरवेर पहना हुआ ही मौसी के पीछे गया और पीछे से ही
उनके बूब्स पकड़कर दबाने लगा.

मौसी बोली कि कुश जान आज तो पूरा दिन पड़ा
है अभी तू क्यो बेचैन हो रहा है.मैने कहा कि मौसी जान अब सब्र नही होता
तुम तो मौसा से रात को चुदवा ली हो लेकिन मेरा बुरा हाल हो रहा है.

मैने उनके कान के नीचे चूमा और कान में कहा कि मौसी अपनी जवानी का स्वाद पहले
क्यो नही चखाया मुझे. मौसी कुछ ना बोली.मौसी कुछ समान लेने के लिए नीचे
झुकी तो मैने मौसी का गाउन नीचे से उठा दिया,

जिससे उनकी गांद नंगी हो
गयी.मौसी ने आज भी पॅंटी नही पहनी थी,मुझे पीछे से मौसी की चूत दिखाई
दी तो मैने अपना लंड बाहर निकालकर मौसी की चूत पर रगड़ा.मौसी के मूह से
आआहह निकल पड़ा और बोली कि यही चुदाई करेगा क्या.

मैने कहा कि तुम अपना
काम करो मुझे अपना करने दो,मैने मौसी का गाउन उतार दिया तो उन्होने ब्रा पहना
हुआ था मैने मौसी के ब्रा के हुक खोले और मौसी की चुचिया पकड़कर दबाने
लगा और मैने मौसी की टांगे थोड़ी सी फैलाई और अपना खड़ा लंड मौसी की चूत
पर रखकर और एक जोरदार धक्का मारा जिससे मेरा पूरा लंड मौसी की चूत में
चला गया.

मैं मौसी की चुचियो को ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था.मौसी मुहसे
आआआहाआ उः कह रही थी.और बोली कि कुश डार्लिंग आउउर जजूर्र्र सस्स्ससी डाल
आपना लुउन्ड मीरीईइ चुट्त म्मीईईइन.
फ़फफाड़ डाल मेरि कककछूट बाहहुउट

पारीशान कारतती हाआइ.मौसी 2 बार झाड़ चुकी थी लेकिन मैं अभी झड़ने के
मूड में नही था.
मैं मौसी की कमर पकड़कर जोरदार चुदाई कर रहा था.मौसी
की चूत का पानी मेरे लंड को भिगो रहा था जिससे मेरा लंड मौसी की चूत में
बड़े आराम से अंदर बाहर हो रहा था.मैं चुदाई करते हुए मौसी की गांद देख
रहा था बड़ी मस्त लग रही थी.
मैने मौसी की चूत का पानी उंगली पर लेकर
मौसी के गांद के छेद पर रखी.
मौसी मस्ती से चुदवा रही थी इसलिए कुछ
नही बोली.
मैने अपनी उंगली मौसी की गांद में डाल दी.तभी मौसी के मुँह से उउउइइ निकला
और बोली कि क्या कर रहा है कुश.मैं बोला मौसी तुम्हारे इस छेद की भी सेवा
कर रहा हू.

मौसी बोली आगे वाले छेद से दिल नही भरा क्या जो पीछे वाला
छेद के पीछे पड़ा है.मैने कहा मौसी तुम्हारे जिस्म के सभी छेद मुझे बहुत
पसंद आ रहे है.

क्रमशः..............
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साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
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