मैं और मेरा परिवार

Post Reply
User avatar
xyz
Expert Member
Posts: 3886
Joined: 17 Feb 2015 17:18

Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

सी चाची-बताओ ना तुम तो दिन भर मेलोडी खाते रहे हो

अवी-मुझे नही पता

सी चाची-बताओ ना , इसमे भी भाव खा रहे हो ,

अवी-तुम खुद खा लो मेलोडी पता चल जाएगा

सी चाची-मुझे नही पता चला , बताओ ना

अवी-मेरा दिमाग़ मत खाओ

सी चाची-मैं मेलोडी खाने की बात कर रही हो

अवी-मुझे नही पता

सी चाची-तुम तो खाते हो ना ,

अवी-तो उसका ये मतलब नही है कि मुझे पता हो मेलोडी इतनी चोकॉलेटी क्यू है

सी चाची-मैं नोन वेज बनाती हू तो मुझे तो पता है कि वो इतनी टेस्टी क्यू है , फिर तुम्हे क्यू नही पता मेलोडी इतनी चोकॉलेटी क्यू है

अवी-मैं क्या मेलोडी बनाता हूँ जो मुझे पता होगा

सी चाची-मेरे हाथ का नॉनवेज जो ख़ाता है उसे भी पता है कि नोन वेज इतना टेस्टी क्यू है

अवी-मुझे नही पता मेलोडी इतनी चोकॉलेटी क्यू है

सी चाची-तुम्हे पता है , मुझे बताना नही चाहते

अवी-मेरी माँ मुझे नही पता

सी चाची-मत बताओ , पर झूठ तो मत बोलो की तुम्हे पता नही है,बताओ ना मेलोडी इतनी चोकॉलेटी क्यू है

अवी-मैं अपना सर फोड़ दूँगा ,

सी चाची-पता है मेलोडी इतनी चोकॉलेटी क्यू है ये तुम्हारे दिमाग़ मे छुपा है राज पर इसके लिए सर फोड़ने की ज़रूरत नही है

अवी-एक और बार मेलोडी का नाम लिया तो मैं यहा से चला जाउन्गा

सी चाची-बताओ ना
User avatar
xyz
Expert Member
Posts: 3886
Joined: 17 Feb 2015 17:18

Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

मैं बेड से उठने लगा कि चाची ने मुझे रोक लिया

सी चाची-मेलोडी पे बात नही करूँगी तुम्हे कही जाने की ज़रूरत नही है

अवी-(थॅंक गोद चाची ने बात करना बंद किया वरना मेलोडी के चक्केर मे मेरा सर फट जाता )

सी चाची-(प्यार से ट्राइ किया , हसी मज़ाक से ट्राइ किया , अब मेलोडी से परेशान करके ट्राइ किया पर अवी तो मान ही नही रहा )

सी चाची-(एक तो अवी को बहुत ज़्यादा गुस्सा आया होगा या फिर अवी मेरा मज़ा ले रहा है , वरना अब तक वो मान जाता )

अवी- (चाची क्या सोच रही है )

सी चाची-(लेकिना अवी के एक्सप्रेशन से तो कुछ पता नही चल रहा है )

अवी-(कहीं चाची को शक तो नही हो गया कि मैं उनपे गुस्सा नही हूँ )

सी चाची-(मुझे कुछ और ट्राइ करना होगा )

अवी-(चाची कुछ और ट्राइ करने का सोच रही होंगी ))

सी चाची-(क्या करूँ जिस से अवी मान जाए , गुस्सा थूक दे )

अवी-(चाची अब क्या करेगी , सब कुछ तो ट्राइ किया )

सी चाची-(सोच मीना ,अवी की ऐसे हालत मे छोड़ भी नही सकती तू , सोच मीना )

अवी-(चाची ज़रूर कुछ बड़ा सोच रही है , )

सी चाची-(अब देखती हूँ अवी को ) मेरे बाय्फ्रेंड को अकेला रहना है

अवी-हाँ ,

सी चाची-तो मैं जा रही हूँ

अवी-जाओ ना रोका किसने है

सी चाची-ब्रेक अप करके जा रही हूँ

अवी-ब्रेक अप तुम नही कर सकती

सी चाची-जाओ मैं भी तुमसे बात नही करती

अवी-मत करो ,

सी चाची-तुम बोरिंग हो

अवी-तुम चुड़ेल हो

सी चाची-तुम बंदर हो

अवी-तुम बंदरिया हो

सी चाची-मैं बंदरिया नही हूँ

अवी-दो छुट्टी वाली बंदर की साली

सी चाची-ये क्या कहा तुमने

अवी-वही जो तुमने सुना

सी चाची-तुम गंदे हो , कोई अपनी गर्लफ्रेंड को बंदरिया कहता है

अवी-मैं तो ऐसा ही हूँ

सी चाची-देखो अब तुमने मुझे रुला दिया ना अब तो हंस दो

अवी-ये ड्रामा था , झूठ मूत का रोना

सी चाची-अवी अब बस भी करो

अवी-आप ने सुरू किया है

सी चाची-माफी मांगती हूँ ,, कहो तो कान पकड़ लूँ

अवी-मुझे कुछ नही सुनना है

सी चाची-जाओ फिर ,, रहो ऐसे है , अकेले , मैं जा रही हूँ

अवी-तो जाओ ना

चाची पैर पटक कर जाने लगी

डोर के पास जाकर रुक गयी

सी चाची-अवी मैं जा रही हूँ

अवी-मैं ने रोका नही है

सी चाची-बाइ , सपने मे भी नही आउन्गि तुम्हारे

चाची तो चली गयी

चाची गयी या मेरी गर्लफ्रेंड गयी

चाची गयी होंगी तो अच्छा नही होगा

अगर मेरी गर्लफ्रेंड गयी होंगी तो चाची कुछ और सोच कर आएगी

मैं फिर से चाची के आने का इंतज़ार करने लगा

मेरी आँखों डोर की तरफ फोकस हो गयी
User avatar
xyz
Expert Member
Posts: 3886
Joined: 17 Feb 2015 17:18

Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

813 ए

चाची ने बीवी फ्रेंड और गर्लफ्रेंड बन कर मुझे मना कर देख लिया

गर्लफ्रेंड बन कर चाची ने हर तरह से ट्राइ किया

पहले प्यार से ट्राइ किया फिर हसी मज़ाक करके ट्राइ किया

मेलोडी वाले से परेशान किया

मेलोडी वाला पॉवेरफ़ुल्ल स्टेप था पर अगर चाची और ट्राइ करती तो मैं हार जाता

पर चाची की मेलोडी भी फैल हो गयी

और लास्ट मे चाची एक गर्ल फ्रेंड की तरह मुझसे दूर चली गयी ,

सपने मे भी नही आउन्गि

रानी की याद दिला गयी चाची

रानी भी सपने मे प्यार करने की बात करती है

अब देखता हूँ कि चाची क्या बनकर मुझे मनाती है

इस बार ज़रूर चाची कोई ब्रह्मास्त्र इस्तेमाल करेगी

लेकिन अब तो बहुत देर हो गयी

कही चाची सच मे तो अपने कमरे मे चली गयी

मैं बेड से उतर कर खड़ा हो गया

जैसे मैं डोर की तरफ जाने वाला था तो चाची कमरे मे आ गयी

और मैं वापस बेड पे बैठ गया

चाची साड़ी पहन कर आ गयी

सी चाची- बेटा सो गये

अवी-(चाची माँ बन गयी , मेरा मतलब है कि चाची माँ का कॅरक्टर प्ले कर रही है )

सी चाची- बेटा ऐसे भूके पेट नही सोते , माँ की बातों का बुरा नही मानते

अवी-आप अभी तक सोई नही

सी चाची- बेटे के सोए बिना माँ को नींद कैसे आ सकती है

अवी-आप जाइए यहाँ से मुझे अकेला छोड़ दो

सी चाची- तुम्हारे पापा ज़िंदा होते तो वो तुमसे बात करते पर माँ और पापा की ज़िम्मेदारी मुझे निभानी पड़ रही है

अवी-क्या कहा

सी चाची-जब तेरी माँ और पापा तुम्हे छोड़ कर चले गये तब तुमने तो जीने की उम्मीद ही छोड़ दी थी

अवी-( चाची तो मेरे माँ और पापा की बात कर रही है )

अवी-(मेरे माँ और पापा की आक्सिडेंट के बाद मैं तो जिंदा लाश बन गया था , हँसना रोना भूल गया था )

सी चाची- तुझे बेड पर पड़ा हुआ देख कर तुम्हारे दादाजी तो टूट गये थे , सुमन दीदी को तो बस तेरी फिकर रहती थी

अवी-(चाची तो पुरानी बतो को बता रही है )

सी चाची- तुम्हारे दादाजी तो तुम्हे ऐसे देख कर खुद को संभाल नही पाए और उनको हार्ट अटॅक आ गया ,

अवी-चाची

सी चाची- तुम्हारे दादाजी ने तुम्हारी ज़िम्मेदारी मुझे दी है , तुम्हे उनके जैसा बना दूं

अवी-चाची ये आप बोल क्या रही हो

सी चाची- सुमन और नेहा तो दिन रात तेरे पास रहते थी , मैं तो नयी नयी इस घर ने आई थी , मुझे तो खुद को इस घर मे अड्जस्ट करने से पहले तेरी ज़िम्मेदारी मिल गयी , तेरी माँ बन गयी

अवी-चाची

चाची पे तो मेरी बातों का कोई असर नही हो रहा था

वो बस बोले जा रही थी
User avatar
xyz
Expert Member
Posts: 3886
Joined: 17 Feb 2015 17:18

Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

सी चाची- कोमल के रूप मे भगवान ने आकर तुम्हे होश मे लाया था , पता नही कोमल ने क्या जादू किया , और उसकी एक आवाज़ से तुम होश मे आ गये , लाश से जिंदा हो गये ,

सी चाची- तेरी ज़िम्मेदारी कैसे निभाऊ ये सोच रही थी कि एक दिन तू कोमल.की आवाज़ सुनकर होश मे आ गया , उस दिन हम सबके लिए दीवाली हो गयी खुशी तेरे रूप मे वापस इस घर मे आ गयी , तेरे मूह से माँ वर्ड सुनते हम तो उस दिन को दीवाली की तरह सेलेब्रेट करने लगे थे

अवी-चाची होश मे आओ ,

सी चाची- उसके बाद हमे लगा कि तू फिर से नॉर्मल तरीके से जीना सुरू कर देगा , पर ऐसा नही हुआ , तू होश मे तो आ गया पर भीड़ मे भी अकेले रहने लगा

अवी-चाची आलकी बतो से मुझे डर लग रहा है

सी चाची- तू तो गुम्सुम सा रह कर जी रहा था पर तेरे ऐसे रहने से हम हर दिन मर रही थी , तुझे अकेला देखते तो हम खुद को अकेला समझती थी , तू रोता तो आसू हमारे निकल जाते थे

अवी-चाची बस भी करो

सी चाची- तेरे खुश रहने के लिए हमने क्या कुछ नही किया , पर तुम ने जीने की उम्मीद ही छोड़ दी थी

अवी-चाची चुप हो जाओ

सी चाची- तेरे लिए दादाजी को आश्रम मे ले गये ताकि तू उनको देख कर रोए ना , तुझे जो चाहिए वो दिया , इस घर को तोड़ कर तेरे लिए शहर जैसा ये कमरा बना दिया

अवी-चाची

सी चाची- पर तुझ मे कोई चेंज नही आया

अवी-चाची मैं आप पे गुस्सा नही हूँ प्लीज़ चुप हो जाओ

सी चाची- सुमन दीदी उपवास रखती , मंदिर मे पूजा करती , नये नये वैद्य को दिखाया पर तू तो अपने माँ और पापा को याद करके जी रहा था

अवी-चाची आप मेरी माँ हो

सी चाची- लेकिन उस मेडम ने फिर से तुम मे नयी जान फुक दी

सी चाची- उस मेडम से मिलने के बाद मैं ने एक नये अवी को देखा , ऐसे अवी को जैसा तुम्हारे दादाजी देखना चाहते थे


सी चाची- तुम्हे फिर से हँसता खेलता हुआ देख कर ऐसा लगा कि उस मेडम के पैर पकड़ कर शुक्रिया कहूँ

सी चाची- नये अवी का जनम जिस दिन हुआ उस दिन से हमारे घर मे ख़ुसीयो ने आना सुरू किया , हम माँ बन गयी , घर मे फिर से बच्चों की किल्किलारी सुनने को मिली

चाची की बाते सुनकर मैं रो रहा था

सी चाची- फिर से तुम्हारी बुआ के चेहरे पे खुशी देखने को मिली तुम्हारी वजह से ,

सी चाची- फिर से तुम ने घर को एक नये धागे से जोड़ दिया

सी चाची- जिसकी कल्पना भी तुम्हारी दादाजी ने नही की वो सब हमे तुम्हारे वजह से मिला ,

सी चाची- हमे अपने बेटे ने फिर से माँ बना दिया ,

अवी-चाची

सी चाची- हम तो आज भी तुम्हे अपना बड़ा बेटा मानते है , अमित से ज़्यादा तुझे प्यार करती हूँ , सुमन दीदी सुमित से ज़्यादा तुझे प्यार करती है , सीमा चाची के लिए तू उनका बेटा है , पूजा दीदी के लिए तूने जो किया उस से वो राज से ज़्यादा प्यार तुम्हे करने लगी है , नीता की मदद करके तूने तो बता दिया कि पास्ट रिपीट नही होगा

अवी-चाची

सी चाची- नेहा जो तुम्हारे बारे मे सोच रही थी उस के तुम ऑपोसिट बन गये ,

सी चाची- तुम हम सब के लिए सब कुछ हो ,

सी चाची- हमसे तुम नही हो तुमसे हम है

सी चाची- तुम नही हो तो हम भी नही रहेंगे

सी चाची- तुझे कुछ हो जाता तो हम क्या ज़िंदा रहते

सी चाची- तेरे आँखों मे आसू आते है तो दर्द हमे होता है तो तेरी गर्दन पे चाकू देख कर एक माँ को कैसा लगा होगा

सी चाची- तेरी चाची से पहले हम तेरी माँ है ,

सी चाची- तुझे खो देने के बारे मे सोच भी नही सकते


सी चाची- और तुम अपने गर्दन पे चाकू रख कर मरने की बात कर रहे थे

अवी-चाची

सी चाची- तूने ऐसा करने का सोचा भी कैसे , तेरे ऐसा करने पे मुझे गुस्सा तो आएगा ना , फिर भी तुझे मना रही हूँ

अवी-चाची ग़लती मेरी है , मुझे माफ़ कर दो

सी चाची- दुबारा ऐसा कभी मत करना

अवी-कभी नही करूँगा ,

और मैं ने चाची को गले लगा लिया

सी चाची- अवी हमने बहुत कुछ दर्द झेले है तेरे लिए , हमे और दर्द मत देना

अवी-नही दूँगा

सी चाची- तेरे बिना तो हम जीने का सोच भी नही सकते

अवी-मैं भी आपके बिना कैसे जी सकता हूँ

सी चाची- तूने आज रुलाया है फिर मत रुलाना मुझे

अवी-नही रुलाउन्गा

सी चाची- अकेले छोड़ ने की बात मत करना

अवी-कभी नही करूँगा

अवी-चाची आप ने जो कहा वो क्या सच है

सी चाची- तुझे क्या लगता है

अवी-आधी बाते तो मुझे पता है बाकी की बाते

सी चाची- सब सच है

अवी-दादाजी को मेरी वजह से हार्ट अटॅक आया था

सी चाची- (फिर से नही , भावनाओ मे बह कर जो ना बताना था वो बता दिया )


अवी-चाची क्या दादाजी को हार्ट अटॅक मेरे वजह से आया है

सी चाची- नही रे , तुम्हारे माता पिता के आक्सिडेंट से तुम्हारे दादाजी को एक अटॅक आ चुका था

अवी-फिर उनकी हालत ऐसी क्यू हुई

सी चाची- फिर तेरी हालत , तुझे देख कर उनको फिर से अटेक आया

अवी-पर दादाजी की ऐसी हालत मेरे वजह से हुई ना

सी चाची- ऐसा नही है , अभी तुझे क्या बटाऊ , आज नही किसी और दिन बता दूँगी

अवी-कब

सी चाची- मैं सोच रही हूँ कि हम दादाजी से मिलने जाए , तब बताऊ तो कैसा रहेगा

अवी-ये तो बढ़िया रहेगा

सी चाची- तो उसी दिन बता दूँगी दादाजी के बारे मे

अवी-जी

सी चाची- अब आज की बात को यही ख़तम करते है

अवी-मिट्टी डालते है इस बात पे

सी चाची- ये हुई ना बात , पुरानी बातों मे मिट्टी डालो

सी चाची- वैसे अवी तू सच मे रूठा हुआ था कि नाटक कर रहा था


अवी-आपको क्या लगता है

सी चाची- इतने अच्छे ऑफर छोड़ दिया मुझे ये लगता है सच मे तुम गुस्सा थे

अवी-हाँ मैं गुस्सा था

सी चाची- पर क्या तुझे थोड़ी भी अपनी चाची पे दया नही आई

अवी-आई थी पर आप इतना अच्छा मना रही थी कि मैं बीच मे टोकता क्यूँ

सी चाची- मेरी जान जा रही थी कि तेरा गुस्सा कम.नही हुआ तो क्या होगा
और तू मज़ा ले रहा था

अवी- जान तो मेरी भी जा रही थी

सी चाची-जाने दे पर तूने तो मोबाइल तोड़ दिया

अवी-मेरा 1स्ट मोबाइल था वो

सी चाची-अब मूह छोटा मत कर. मोबाइल नया ले लेना

अवी-देखता हूँ इसका कुछ होता है कि नही , 1स्ट मोबाइल था

सी चाची-बिना वजह तोड़ दिया.

अवी-नया तो ले लूँगा पर ये मज़ाक मुझे पे भारी पड़ गया मेरा मोबाइल टूट गया .

सी चाची-कान पकड़ती हूँ दुबारा ऐसा मज़ाक नही करूँगी

अवी-आप मुझपे गुस्सा हो

सी चाची-नही हूँ

अवी-आप गुस्सा हो,

सी चाची-कहा ना नही हूँ

अवी-आप गुस्सा हो

सी चाची-तू ऐसे नही मानेगा.

और छोटी चाची ने मुझे किस करके अपना प्यार करना शुरू किया

प्यार करके चाची ने सॉरी कहा और माफी भी माँगी और मुझे माफ़ भी कर दिया

सी चाची-अब सो जा

अवी-सो जाउ

सी चाची-रानी को कॉल करके सो जाना.
Post Reply