बुआ को मैं प्यार देना चाहता था दर्द नही
अवी-बुआ आपको दर्द हो रहा है
नीता बुआ ने ना मे गर्दन घुमा दी
अवी-आप झूठ बोल रही हो ,मैं निकाल रहा हूँ
मैं लंड को धीरे से बाहर निकालने लगा कि नीता बुआ ने मेरी पीठ को अपने हाथ से पकड़ लिया
और बुआ ने कस्के मुझे अपने गले लगा लिया.
बुआ के ऐसा करते मेरा लंड बाहर निकालने की जगह पूरा अंदर चला गया.
बुआ ने ये क्या किया.बुआ ऐसा करेगी मैं ने कभी सोचा नही था.
बुआ के ऐसा करने से उनकी चीख निकल गयी.
आआअहह.... .....अवईीईईईईईईईई............ई ईईईईईईई... ..लॉवीईईई.. ..ौउुुुुुुुुुुउउ..... ..अपणीईीईईईईईई बुआााआअ ........कूऊऊऊप.. ...प्यरर्र्र्र्र्र्ररर... ..करूऊऊऊऊऊ... ....बनाआआआअ... ...लूऊऊऊऊओ... ....मुझीईईई..... .....अपनााआआअ
बुआ की बात सुनते मैं ने उनको गले लगा कर अपने लंड को वैसे उनके अंदर राका
बुआ की चूत मेरे लंड को प्यार करने लगी.
और बुआ मुझे प्यार करने लगी
मैं ने बुआ के होंटो को चूसना सुरू किया ताकि बुआ को मेरा प्यार मिल सके.
मैं बुआ के होंटो को चूस्ते हुए उनको प्यार करने लगा.
बुआ भी मेरे लंड को अपने अंदर फील करके डबल जोश से मुझे किस कर रही थी
उनके किस करने से पता चल रहा था कि उनको मेरा प्यार करना कितना पसंद आया
जैसे पूजा बुआ को पसंद आया वैसे नीता बुआ को मेरा प्यार करना पसंद आ गया.
अवी-बुआ
नीता बुआ-ह्म्म्म
अवी-मैं प्यार करूँ ,
नीता बुआ-तुम नही सुधरोगे
अवी-नही. मैं ऐसा ही अच्छा हूँ
नीता बुआ ने इसका जवाब अपनी कमर हिला कर दिया
बुआ की कमर हिलते ही मैं ने भी अपने कमर हिला कर अपने लंड के लिए चूत मे जगह बनाने लगा .साथ ही मेरे लिए बुआ के दिल मे जगह बनाने लगा.
बुआ के साथ मेरी कमर एक रिदम मे ही रही थी जिस से हमारे प्यार का बंदन मज़बूत होने लगा
अभी तक धक्के मारने मैं ने सुरू नही किए क्यूँ कि मुझे इस तरह कमर हिलाने मे मज़ा आ रहा था.
बुआ की चूत ,मेरे घर की चूत ने मेरे लंड के लिए जगह बना दी.
बुआ अपनी आँखों खोल कर मेरे आँखों मे देखते हुए अपनी कमर हिलाने लगी.
हम दोनो एक दूसरे की आँखों मे छुपा हुआ प्यार डेक कर एक दूसरे को प्यार करने लगे
अवी-बुआ ,मेरे नाम की शीष्कारी लो ना
नीता बुआ-मुझे शरम आती है
अवी-पहले आपकी शरम ख़तम करता हूँ
नीता बुआ-कर दो जिस से हम खुल कर प्यार कर सके.
और मैं ने बुआ की चूत मे धीरे धीरे धक्के मारना सुरू किया.
बुआ इसी के इंतज़ार मे थी बुआ ने मेरे धक्के मारते ही अपनी आँखों बंद की और मेरे प्यार को फील करने लगी.
बुआ की चूत बटर जैसी थी जिसमे मेरा लंड फिसल कर अंदर जा रहा था.
बुआ और चाची को प्यार करने मेरे अंतर आत्मा को आनंद देती थी.
बुआ और चाची ने पता नही क्या बात थी जो मुझे उनको प्यार करते रहने का दिल करता
चाची ने तो मुझे अपनी समस्या बता कर प्यार करने से रोक दिया पर बुआ मुझे अपनी प्यार की नदी का पानी पीने दे रही थी.
मैं बुआ की चुदाई नही कर रहा था उनको प्यार कर रहा था.
ऐसा प्यार जिसमे मेरा लंड उनकी चूत का दीवाना हो गया.
बुआ की चूत ने कहा की ज़ोर से धक्के मारो तो मैं ज़ोर से धक्के मारने लग जाता.
बुआ कहती लंबे झटके मारो तो वैसे धक्के मारता
बुआ कहती लंड को अंदर रख कर मुझे फील करने दो तो वैसा करने लग जाता.
इसी का फल ये हुआ कि बुआ ने मेरे लंड को अपना अनमोल पानी पिला दिया.
बुआ का पानी पीते ही मेरा लंड खुशी मे बुआ की चूत मे नाचने लगा.
बुआ का पानी निकलते ही मैं ने बुआ को उल्टा लिटा दिया .
बुआ का पानी पीते मेरा लंड खुशी मे बुआ की चूत मे नाचने लगा.
बुआ का पानी निकलते ही मैं ने बुआ को उल्टा लिटा दिया .
बुआ के पलट ने से उनकी गंद मेरे सामने आ गयी.
आज मैं इसको प्यार करके रहूँगा पर पहले चूत को तो प्यार कर लूँ
मैं ने पीछे से बुआ की चूत मे लंड पेल दिया
और मैं उनके उपर आकर धक्के मारने लगा.
बुआ को घोड़ी बना सकता था पर इतनी जल्दी करने से बुआ साथ नही देगी.
इस लिए मैं बुआ को घोड़ी बनाने के पहले इस तरह धक्के मार कर प्यार करना चाहता था.
बुआ ने अपने पैरो को वी शेप मे फैला दिया मैं उनकी चूत मे धक्के मारने लगा.
बुआ मेरे धक्को से अपने मूह को पिल्लो मे छुपा कर लेटी हुई थी.
बुआ का पूरा बदन मेरे धक्के से हिलने लगा
बुआ मेरे धक्को से मस्ती मे अपने सर को हिलाने लगी
मेरा वेट उपर से मेरे धक्के बुआ को दर्द होने लगा.
मैं ने बुआ की कमर को पकड़ कर उपर किया ,जिस से उनकी गंद भी उपर हो गयी.
मैं ने धक्के मारते हुए बुआ को घोड़ी बना दिया.
बुआ सोचती रही कि मैं ने उनको घोड़ी कब बना दिया.
पर इस पोज़ीशन मे आकर बुआ को डबल मज़ा मिलने लगा.
मैं बुआ की कमर को पकड़ कर धक्के मारने लगा
मेरे धक्को से बुआके चूतड़ भी हिलने लग जाते
बुआ मेरे प्यार की गरमी मे पिघल कर पानी पे पानी छोड़ रही थी.
बुआ मेरे धक्को से फिर से झड गयी.
बुआ का प्यार मुझे भी अपपना वीर्य निकालने पे मज़बूर करने लगा
मैं ने बुआ को वापस मिसनरी पोज़िशन मे लाकर चुदाई करना सुरू कर दिया.
बुआ मेरे धक्को से हवा मे उड़ रही थी.
बुआ मुझे धक्के मारते हुए देख कर अपनी गंद उपर करने लगी.
मेरे धक्को की स्पीड बढ़ते ही बुआ मेरा सारा पानी पीने को तैयार हो गयी.
बुआ की चूत अपना पानी खाली करके मेरा वीर्य अपने अंदर लेना चाहती थी
बुआ की चूत ने मेरे लंड को इतना प्यार दिखाया कि मेरा लंड जल्दी पिघल गया.
मेरा लंड बुआ की चूत को अपने वीर्य से भरने लगा.
मेरा प्यार मैं बुआ की चूत को देने लगा.
बुआ ने अपने अंदर मेरा गरम वीर्य महसूस करते ही मुझे कस के गले लगाया ताकि मेरा वीर्य अंदर तक जाए.
मैं अपना वीर्य बुआ की चूत मे डाल कर निढाल हो गया.
मैं और मेरा परिवार
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Re: मैं और मेरा परिवार
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(रेशमा - मेरी पड़ोसन complete).....(मेरी मस्तानी समधन complete)......
(भूत प्रेतों की कहानियाँ complete)....... (इंसाफ कुदरत का complete).... (हरामी बेटा compleet )-.....(माया ने लगाया चस्का complete). (Incest-मेरे पति और मेरी ननद complete ).
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Re: मैं और मेरा परिवार
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बुआ के साथ प्यार करने के बाद मैं उनके उपर लेट गया
बुआ ने भी मेरे वीर्य को अपने अंदर लेकर मुझे अपने बाहों ले लिया
हम कुछ देर ऐसे एक दूसरे के गले लग कर लेटे रहे.
हमारी साँसे धीरे धीरे नॉर्मल हो रही थी और धड़कने एक दूसरे के धड़कनों से मिल कर एक हो रही थी.
अवी-बुआ
नीता बुआ-हाँ
अवी-आप बहुत खूबसूरत हो.
नीता बुआ-तू उस खूबसूरती को लूटने वाला भँवरा है
अवी-बुआ ऐसा लग रहा है कि मैं ऐसे आपको प्यार करता रहूं.
नीता बुआ-मुझे भी लग रहा है कि तुझे प्यार करने दूं
अवी-आज मैं आपको जी भर के प्यार करना चाहता हूँ.
नीता बुआ-कर तो लिया
अवी-पूरी रात आपको प्यार करना चाहता हूँ.
नीता बुआ-पूरी रात
अवी-आप मना मत करना.
नीता बुआ-आज की रात तेरी है
अवी-बुआ आप बहुत अच्छी है
नीता बुआ-पर
अवी-पर क्या
नीता बुआ-मुझे सताएगा नही.
अवी-फिर आपको भी मेरा पूरा साथ देना होगा.
नीता बुआ-दे तो रही हूँ
अवी-ऐसे नही
नीता बुआ-फिर कैसे
अवी-जैसे आप लीना के पापा का साथ देती है
नीता बुआ-तेरी डिमॅंड बढ़ रही है
अवी-बस आज रात के लिए
नीता बुआ-ठीक है, आज रात के लिए तुम लीना के पापा बन सकते हो
अवी-तो लीना की माँ ,क्या कहती हो एक और राउंड हो जाए
नीता बुआ-तू तो बड़ा फास्ट है.
अवी-बोलिए ना बुआ ,हो जाए एक और राउंड
नीता बुआ-मुझे बाथरूम से आने दे
अवी-जल्दी आना होगा.
नीता बुआ-थोड़ा टाइम लगेगा. फ्रेश होने से तुझे अच्छा लगेगा.
अवी-ठीक है जाइए
नीता बुआ-पहले मेरे उपर से उठ जा
अवी-आपके अंदर से निकालने का दिल नही हो रहा
नीता बुआ-अपने दिल को बता कि अभी निकालेगा तो दुबारा प्यार करने मिलेगा.
अवी-बुआ आप बहुत खूबसूरत हो,जन्नत की परी जैसी खूबसूरत
नीता बुआ-अब उठ ,मुझे जल्दी बाथरूम जाना है.
मैं बुआ के उपर से अलग हो गया .
बुआ अपनी चूत पर हाथ रख कर खड़ी हो गयी.
बुआ के खड़ी होते ही मैं उनके बदन को घूर्ने लगा. उनको अपनी आँखों मे क़ैद करने लगा.
बुआ ने अपने बदन को छुपाने की कोशिस नही की और बाथरूम मे चली गयी.
बुआ के जाते ही मैं बुआ के सपने देखने लगा.
बुआ को प्यार करने से कितना अच्छा महसूष हो रहा है.
जैसे मेरा सपना पूरा हो गया ऐसा लग रहा है
बुआ के साथ एक रात वाला प्यार करना कितना अच्छा लगता है.
बुआ के प्यार ने मुझे इतनी खुशी दी कि ऐसा लगने लगा कि इस रात की कभी सुबह ना हो
मैं बुआ के बारे मे सोच रहा था कि मेरी नज़र उनकी पैंटी पे गयी
मैं ने बुआ की पैंटी उठा कर सूंघ कर बुआ की चूत की खुसबु मे डूब गया.
बुआ की खुसबू इतनी मनमोहक थी कि उसको सूंघ कर मैं उनके ख़यालो मे खो गया
मुझे तो पता ही नही चला कि कब से मैं बुआ की पैंटी को सूंघ रहा था.
वो तो बुआ की आवाज़ सुनकर मैं होश मे आ गया.
नीता बुआ-अवी ये क्या कर रहे हो
अवी-क्या ,क्या हुआ
नीता बुआ-तुम मेरी पैंटी के साथ क्या कर रहे हो
अवी-आपकी खुश्बू को सूंघ रहा था. मुझे तो दीवाना बना दिया
नीता बुआ-दो इधर,
अवी-नही दूँगा.
नीता बुआ-मैं तुम्हारे सामने हूँ और तुम पैंटी के पीछे पड़े हो दो इधर
नीता बुआ ने अपनी पैंटी मेरे हाथ से छीन ली और मेरी बाहों मे आकर लेट गयी.
अवी-बुआ ये नाइटी क्यू पहन ली.
नीता बुआ-इतना भी बेशरम मत बना मुझे
अवी-कोई बात नही उसे निकाल दूँगा.
नीता बुआ-निकाल लेना ,जा फ्रेश हो जा
अवी-फ्रेश होने मे मैं टाइम वेस्ट नही करना चाहता
नीता बुआ-अभी भी आधी रात बाकी है तुम्हारे पास
अवी-मैं तो सोच रहा था कि इस रात की कभी सुबह ना हो
नीता बुआ-इतना प्यार करना चाहते हो मुझे
अवी-आपको प्यार करते रहने का दिल कर रहा है
नीता बुआ-अपने दिल को काबू मे रखो
अवी-आज वो बेकाबू होना चाहता है
नीता बुआ-कल मत होने देना
अवी-तो आप लगाम लगा दो
नीता बुआ-मेरे पास लगाम कहाँ है
अवी-अपने प्यार की लगाम लगा दो
नीता बुआ-मुझ से नही होगा.
अवी-बुआ आपकी ये रात आपने मेरे नाम की है.
नीता बुआ-अवी मुझसे नही होगा.
अवी-मेरे लिए,प्लीज़ बुआ
नीता बुआ-बोल क्या करूँ
अवी-जैसा आप लीना के पापा के साथ करती हो वैसा
नीता बुआ-ये नही होगा. तेरे साथ नही कर पाउन्गी
अवी-वैसे आप लीना के पापा के साथ क्या क्या करती है वो तो बता सकती है
नीता बुआ-वही जो थोड़ी देर पहले हम ने किया
अवी-हम ने नही मैं ने किया
नीता बुआ-एक ही बात है
अवी-ये तो लीना के पापा करते होंगे आप क्या करती है.
नीता बुआ-नही बता सकती
अवी-बुआ
नीता बुआ-तू ये मासूम चेहरा बना कर मुझे नही फसा सकता
अवी-मेरी प्यारी बुआ
नीता बुआ-मैं नही बताउन्गी
अवी-क्यूँ?
नीता बुआ-बताया तो तुम मुझे वैसा करने को कहोगे
अवी-बताइए ना ,मेरे प्यार के लिए
नीता बुआ-उनका वो मैं चूस कर खड़ा करती हूँ
अवी-वो क्या
नीता बुआ-इस से ज़्यादा नही होगा मुझसे
अवी-ठीक है. पर आप को देख कर तो खड़ा हो जाना चाहिए
नीता बुआ-मैं दूसरी बार की बात कर रही हूँ
अवी-पहली बार क्या होता
नीता बुआ-वही जो हमने थोड़ी देर पहले किया है
अवी-तो दूसरी बार क्या करते है.
नीता बुआ-वो पीछे से करते है
अवी-मतलब आपने पीछे से किया है.
नीता बुआ-तो क्या पूजा दीदी ने नही किया था.
अवी-नही. उनके साथ पहली बार मैं ने किया
नीता बुआ-जीजाजी तो काफ़ी रोमॅंटिक किसम के है
अवी-उनका रोमॅन्स पीछे तक नही गया
नीता बुआ-फिर भी दीदी कितनी गरम रहती है
अवी-राज के पापा ने उनको गरम बना दिया है.
नीता बुआ-पता है हमे, जीजाजी के आते ही बेडरूम से बाहर नही निकलती थी. हम से तो मिलना तो दूर की बात होती है वो तो राज स्वेता और सीतल से भी नही मिलती
अवी-बताया था पूजा बुआ ने कि वो पूरे साल की गर्मी राज के पापा के आते ही निकालने लगती है. किसी की परवाह नही करती.
नीता बुआ-तुम्हें क्या बताऊ ,दीदी और जीजाजी ने प्रपोज़ ही ऐसा किया था कि पिताजी को देख कर झटका लगा था.
अवी-क्या किया था
नीता बुआ-जीजाजी पिताजी के सामने दीदी को कमरे मे ले गये थे.
अवी-शादी के बाद
नीता बुआ-पहली मुलाकात की बात कर रही हूँ
अवी-फिर तो दादाजी को गुस्सा आया होगा
नीता बुआ-हाँ, वो तो गन लेकर खड़े थे जीजाजी को मारने के लिए
अवी-फिर क्या हुआ
नीता बुआ-जीजाजी के कमरे से बाहर आते ,दीदी उनको पकड़ कर वापस कमरे मे ले गयी. और पिताजी के हाथ से गन नीचे गिर गयी.
अवी-फिर
नीता बुआ-फिर क्या था ,दीदी और जीजाजी एक साथ कमरे से बाहर आए और दीदी ने पिताजी को कहा कि उनकी शादी होगी तो जीजाजी से
अवी-दादाजी मान गये
नीता बुआ-पिताजी दीदी से बहुत प्यार करते थे. दीदी को जीजाजी पसंद थे तो पिताजी ने उनकी शादी तय कर दी
अवी-तभी पूजा बुआ राज के पापा से इतना प्यार करती है.
नीता बुआ-दीदी तो उनके बिना बड़ी मुश्किल से रहती है,
अवी-पता है मुझे
नीता बुआ-अच्छा हुआ कि तू दीदी को थोड़ा प्यार दे रहा है ,दीदी राज के पापा की कमी को कुछ हद तक तुम से पूरी कर सकती है
अवी-और
नीता बुआ-और, मैं भी ना ,कहाँ की बात कहा ले जा रही हूँ
अवी-बताइए ना
नीता बुआ-तू कह रहा था कि मैं तुझे प्यार करूँ
अवी-आप बात बदल रही है
नीता बुआ-तुझे मेरी कसम दुबारा मुझसे कुछ नही पूछेगा.
अवी-बुआ
नीता बुआ-मेरी कसम खा.
अवी-आपकी कसम
नीता बुआ-(ये अवी अपनी चालाकी से मुझसे बाते कितनी आसानी से निकाल रहा है. अगर दीदी या सुमन को पता चला तो मुझ पे गुस्सा करेगी) तूने मुझे प्यार किया ना
अवी-हाँ
नीता बुआ-अब मैं करूँगी.
अवी-कैसे
नीता बुआ-जैसे लीना के पापा को करती हूँ. अब खुश हो जा
अवी-(नीता बुआ से बाते जानना आसान है पर बुआ ने कसम दे कर मुश्किल मे डाल दिया) बिना किसी शरम के
नीता बुआ-शरम क्या होती है
अवी-आप का यही अंदाज़ मुझे पसंद है
नीता बुआ-मुझे तू पसंद है
अवी-मुझे आप
नीता बुआ-तो
अवी-तो क्या
नीता बुआ-2न्ड राउंड
अवी-पीछे से
नीता बुआ-तुझे मना नही करूँगी पर तेल लगा कर करना
अवी-लीना के पापा ने किया हैना
नीता बुआ-हम बार बार थोड़े ही करते है
अवी-आराम से करूँगा,शुरू हो जाइए
नीता बुआ-हो जाऊ सुरू
अवी-हाँ
नीता बुआ-सुरू तो हो गयी.
अवी-कहाँ
नीता बुआ-अपना बदन तुम्हारे शरीर से रगड़ रही हूँ
अवी-मैं कुछ नही करूँगा
नीता बुआ-तुम लेट जाओ ,मैं तुम्हें प्यार करती हूँ
अवी-आप
नीता बुआ-पता है मैं बहुत खूबसूरत हूँ
और हम दोनो हँसने लगे
बुआ के साथ प्यार करने के बाद मैं उनके उपर लेट गया
बुआ ने भी मेरे वीर्य को अपने अंदर लेकर मुझे अपने बाहों ले लिया
हम कुछ देर ऐसे एक दूसरे के गले लग कर लेटे रहे.
हमारी साँसे धीरे धीरे नॉर्मल हो रही थी और धड़कने एक दूसरे के धड़कनों से मिल कर एक हो रही थी.
अवी-बुआ
नीता बुआ-हाँ
अवी-आप बहुत खूबसूरत हो.
नीता बुआ-तू उस खूबसूरती को लूटने वाला भँवरा है
अवी-बुआ ऐसा लग रहा है कि मैं ऐसे आपको प्यार करता रहूं.
नीता बुआ-मुझे भी लग रहा है कि तुझे प्यार करने दूं
अवी-आज मैं आपको जी भर के प्यार करना चाहता हूँ.
नीता बुआ-कर तो लिया
अवी-पूरी रात आपको प्यार करना चाहता हूँ.
नीता बुआ-पूरी रात
अवी-आप मना मत करना.
नीता बुआ-आज की रात तेरी है
अवी-बुआ आप बहुत अच्छी है
नीता बुआ-पर
अवी-पर क्या
नीता बुआ-मुझे सताएगा नही.
अवी-फिर आपको भी मेरा पूरा साथ देना होगा.
नीता बुआ-दे तो रही हूँ
अवी-ऐसे नही
नीता बुआ-फिर कैसे
अवी-जैसे आप लीना के पापा का साथ देती है
नीता बुआ-तेरी डिमॅंड बढ़ रही है
अवी-बस आज रात के लिए
नीता बुआ-ठीक है, आज रात के लिए तुम लीना के पापा बन सकते हो
अवी-तो लीना की माँ ,क्या कहती हो एक और राउंड हो जाए
नीता बुआ-तू तो बड़ा फास्ट है.
अवी-बोलिए ना बुआ ,हो जाए एक और राउंड
नीता बुआ-मुझे बाथरूम से आने दे
अवी-जल्दी आना होगा.
नीता बुआ-थोड़ा टाइम लगेगा. फ्रेश होने से तुझे अच्छा लगेगा.
अवी-ठीक है जाइए
नीता बुआ-पहले मेरे उपर से उठ जा
अवी-आपके अंदर से निकालने का दिल नही हो रहा
नीता बुआ-अपने दिल को बता कि अभी निकालेगा तो दुबारा प्यार करने मिलेगा.
अवी-बुआ आप बहुत खूबसूरत हो,जन्नत की परी जैसी खूबसूरत
नीता बुआ-अब उठ ,मुझे जल्दी बाथरूम जाना है.
मैं बुआ के उपर से अलग हो गया .
बुआ अपनी चूत पर हाथ रख कर खड़ी हो गयी.
बुआ के खड़ी होते ही मैं उनके बदन को घूर्ने लगा. उनको अपनी आँखों मे क़ैद करने लगा.
बुआ ने अपने बदन को छुपाने की कोशिस नही की और बाथरूम मे चली गयी.
बुआ के जाते ही मैं बुआ के सपने देखने लगा.
बुआ को प्यार करने से कितना अच्छा महसूष हो रहा है.
जैसे मेरा सपना पूरा हो गया ऐसा लग रहा है
बुआ के साथ एक रात वाला प्यार करना कितना अच्छा लगता है.
बुआ के प्यार ने मुझे इतनी खुशी दी कि ऐसा लगने लगा कि इस रात की कभी सुबह ना हो
मैं बुआ के बारे मे सोच रहा था कि मेरी नज़र उनकी पैंटी पे गयी
मैं ने बुआ की पैंटी उठा कर सूंघ कर बुआ की चूत की खुसबु मे डूब गया.
बुआ की खुसबू इतनी मनमोहक थी कि उसको सूंघ कर मैं उनके ख़यालो मे खो गया
मुझे तो पता ही नही चला कि कब से मैं बुआ की पैंटी को सूंघ रहा था.
वो तो बुआ की आवाज़ सुनकर मैं होश मे आ गया.
नीता बुआ-अवी ये क्या कर रहे हो
अवी-क्या ,क्या हुआ
नीता बुआ-तुम मेरी पैंटी के साथ क्या कर रहे हो
अवी-आपकी खुश्बू को सूंघ रहा था. मुझे तो दीवाना बना दिया
नीता बुआ-दो इधर,
अवी-नही दूँगा.
नीता बुआ-मैं तुम्हारे सामने हूँ और तुम पैंटी के पीछे पड़े हो दो इधर
नीता बुआ ने अपनी पैंटी मेरे हाथ से छीन ली और मेरी बाहों मे आकर लेट गयी.
अवी-बुआ ये नाइटी क्यू पहन ली.
नीता बुआ-इतना भी बेशरम मत बना मुझे
अवी-कोई बात नही उसे निकाल दूँगा.
नीता बुआ-निकाल लेना ,जा फ्रेश हो जा
अवी-फ्रेश होने मे मैं टाइम वेस्ट नही करना चाहता
नीता बुआ-अभी भी आधी रात बाकी है तुम्हारे पास
अवी-मैं तो सोच रहा था कि इस रात की कभी सुबह ना हो
नीता बुआ-इतना प्यार करना चाहते हो मुझे
अवी-आपको प्यार करते रहने का दिल कर रहा है
नीता बुआ-अपने दिल को काबू मे रखो
अवी-आज वो बेकाबू होना चाहता है
नीता बुआ-कल मत होने देना
अवी-तो आप लगाम लगा दो
नीता बुआ-मेरे पास लगाम कहाँ है
अवी-अपने प्यार की लगाम लगा दो
नीता बुआ-मुझ से नही होगा.
अवी-बुआ आपकी ये रात आपने मेरे नाम की है.
नीता बुआ-अवी मुझसे नही होगा.
अवी-मेरे लिए,प्लीज़ बुआ
नीता बुआ-बोल क्या करूँ
अवी-जैसा आप लीना के पापा के साथ करती हो वैसा
नीता बुआ-ये नही होगा. तेरे साथ नही कर पाउन्गी
अवी-वैसे आप लीना के पापा के साथ क्या क्या करती है वो तो बता सकती है
नीता बुआ-वही जो थोड़ी देर पहले हम ने किया
अवी-हम ने नही मैं ने किया
नीता बुआ-एक ही बात है
अवी-ये तो लीना के पापा करते होंगे आप क्या करती है.
नीता बुआ-नही बता सकती
अवी-बुआ
नीता बुआ-तू ये मासूम चेहरा बना कर मुझे नही फसा सकता
अवी-मेरी प्यारी बुआ
नीता बुआ-मैं नही बताउन्गी
अवी-क्यूँ?
नीता बुआ-बताया तो तुम मुझे वैसा करने को कहोगे
अवी-बताइए ना ,मेरे प्यार के लिए
नीता बुआ-उनका वो मैं चूस कर खड़ा करती हूँ
अवी-वो क्या
नीता बुआ-इस से ज़्यादा नही होगा मुझसे
अवी-ठीक है. पर आप को देख कर तो खड़ा हो जाना चाहिए
नीता बुआ-मैं दूसरी बार की बात कर रही हूँ
अवी-पहली बार क्या होता
नीता बुआ-वही जो हमने थोड़ी देर पहले किया है
अवी-तो दूसरी बार क्या करते है.
नीता बुआ-वो पीछे से करते है
अवी-मतलब आपने पीछे से किया है.
नीता बुआ-तो क्या पूजा दीदी ने नही किया था.
अवी-नही. उनके साथ पहली बार मैं ने किया
नीता बुआ-जीजाजी तो काफ़ी रोमॅंटिक किसम के है
अवी-उनका रोमॅन्स पीछे तक नही गया
नीता बुआ-फिर भी दीदी कितनी गरम रहती है
अवी-राज के पापा ने उनको गरम बना दिया है.
नीता बुआ-पता है हमे, जीजाजी के आते ही बेडरूम से बाहर नही निकलती थी. हम से तो मिलना तो दूर की बात होती है वो तो राज स्वेता और सीतल से भी नही मिलती
अवी-बताया था पूजा बुआ ने कि वो पूरे साल की गर्मी राज के पापा के आते ही निकालने लगती है. किसी की परवाह नही करती.
नीता बुआ-तुम्हें क्या बताऊ ,दीदी और जीजाजी ने प्रपोज़ ही ऐसा किया था कि पिताजी को देख कर झटका लगा था.
अवी-क्या किया था
नीता बुआ-जीजाजी पिताजी के सामने दीदी को कमरे मे ले गये थे.
अवी-शादी के बाद
नीता बुआ-पहली मुलाकात की बात कर रही हूँ
अवी-फिर तो दादाजी को गुस्सा आया होगा
नीता बुआ-हाँ, वो तो गन लेकर खड़े थे जीजाजी को मारने के लिए
अवी-फिर क्या हुआ
नीता बुआ-जीजाजी के कमरे से बाहर आते ,दीदी उनको पकड़ कर वापस कमरे मे ले गयी. और पिताजी के हाथ से गन नीचे गिर गयी.
अवी-फिर
नीता बुआ-फिर क्या था ,दीदी और जीजाजी एक साथ कमरे से बाहर आए और दीदी ने पिताजी को कहा कि उनकी शादी होगी तो जीजाजी से
अवी-दादाजी मान गये
नीता बुआ-पिताजी दीदी से बहुत प्यार करते थे. दीदी को जीजाजी पसंद थे तो पिताजी ने उनकी शादी तय कर दी
अवी-तभी पूजा बुआ राज के पापा से इतना प्यार करती है.
नीता बुआ-दीदी तो उनके बिना बड़ी मुश्किल से रहती है,
अवी-पता है मुझे
नीता बुआ-अच्छा हुआ कि तू दीदी को थोड़ा प्यार दे रहा है ,दीदी राज के पापा की कमी को कुछ हद तक तुम से पूरी कर सकती है
अवी-और
नीता बुआ-और, मैं भी ना ,कहाँ की बात कहा ले जा रही हूँ
अवी-बताइए ना
नीता बुआ-तू कह रहा था कि मैं तुझे प्यार करूँ
अवी-आप बात बदल रही है
नीता बुआ-तुझे मेरी कसम दुबारा मुझसे कुछ नही पूछेगा.
अवी-बुआ
नीता बुआ-मेरी कसम खा.
अवी-आपकी कसम
नीता बुआ-(ये अवी अपनी चालाकी से मुझसे बाते कितनी आसानी से निकाल रहा है. अगर दीदी या सुमन को पता चला तो मुझ पे गुस्सा करेगी) तूने मुझे प्यार किया ना
अवी-हाँ
नीता बुआ-अब मैं करूँगी.
अवी-कैसे
नीता बुआ-जैसे लीना के पापा को करती हूँ. अब खुश हो जा
अवी-(नीता बुआ से बाते जानना आसान है पर बुआ ने कसम दे कर मुश्किल मे डाल दिया) बिना किसी शरम के
नीता बुआ-शरम क्या होती है
अवी-आप का यही अंदाज़ मुझे पसंद है
नीता बुआ-मुझे तू पसंद है
अवी-मुझे आप
नीता बुआ-तो
अवी-तो क्या
नीता बुआ-2न्ड राउंड
अवी-पीछे से
नीता बुआ-तुझे मना नही करूँगी पर तेल लगा कर करना
अवी-लीना के पापा ने किया हैना
नीता बुआ-हम बार बार थोड़े ही करते है
अवी-आराम से करूँगा,शुरू हो जाइए
नीता बुआ-हो जाऊ सुरू
अवी-हाँ
नीता बुआ-सुरू तो हो गयी.
अवी-कहाँ
नीता बुआ-अपना बदन तुम्हारे शरीर से रगड़ रही हूँ
अवी-मैं कुछ नही करूँगा
नीता बुआ-तुम लेट जाओ ,मैं तुम्हें प्यार करती हूँ
अवी-आप
नीता बुआ-पता है मैं बहुत खूबसूरत हूँ
और हम दोनो हँसने लगे
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(मैं और मेरा परिवार Running )........
(रेशमा - मेरी पड़ोसन complete).....(मेरी मस्तानी समधन complete)......
(भूत प्रेतों की कहानियाँ complete)....... (इंसाफ कुदरत का complete).... (हरामी बेटा compleet )-.....(माया ने लगाया चस्का complete). (Incest-मेरे पति और मेरी ननद complete ).
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