मैं और मेरा परिवार

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xyz
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

826 ए

नेहा बुआ से गालियाँ खाने के बाद मैं चाची के साथ घर आ गया

तीनो चाची ने मुझे अलग अलग तरीके से समझाया कि मुझे क्या करना चाहिए

पहले बड़ी चाची ने मुझे प्यार से समझाया फिर सीमा चाची ने हँसी मज़ाक करते हुए समझाया और हमेशा की तरह छोटी चाची लास्ट मे सोच समझ कर मुझे बताने लगी कि मुझे क्या करना चाहिए

ब चाची- अवी

अवी- जी चाची

ब चाची- नेहा ने जो कहा उस बात का बुरा मत मान लेना , नेहा तुम्हारे अच्छे के लिए ऐसा बोल रही थी

अवी- मुझे नेहा बुआ की बात का बुरा नही लगा , वो जो कह रही थी वो सच था , नेहा बुआ ने जो कहा उस से मैं ज़्यादा मेहनत करूँगा अगले साल पर नेहा बुआ को आपको ऐसा नही कहना चाहिए था

ब चाची- नेहा ने सही कहा , नेहा ने तो सबको कुछ ना कुछ कहा

अवी- पर आपको ऐसा नही कहना चाहिए था

ब चाची- देखो अवी , प्यार एक ऐसी चीज़ होती जिसमे हम कमीयो को अपने प्यार से छुपा देते है , जैसा हमने किया , और एक प्यार ऐसा होता है जो ये चाहता है कि तुम्हें आगे जकेर परेशानी ना हो तुम्हें सच्चाई का अहसास होना ज़रूरी था , जैसा नेहा ने किया है

अवी- तो मुझे कहती आपको क्यूँ कहा

ब चाची- मिट्टी के खिलोने बनाने वाले को तुमने देखा होगा , वो जब मिट्टी का खिलोना बनता है और वो खिलोना जल्दी टूट जाने पर हम क्या कहते है उस खिलोने बनाने वाले ने खिलोना अच्छा नही बनाया है , पर कोई ये नही कहता कि मिट्टी अच्छी नही थी , तुमने कुछ ग़लत किया तो सब मुझे ही कहेंगे , और नेहा ने यही किया ,

अवी- जी

ब चाची- तू नेहा के प्यार को देख , उसने ऐसा क्यूँ किया , उसके ऐसा दुबारा ना कहने के लिए तुम्हें क्या करना चाहिए ,

अवी- मैं ऐसा दुबारा कभी नही होने दूँगा


ब चाची- इसके लिए तो तुम्हें पढ़ाई करनी होगी

अवी- बहुत पढ़ाई करूँगा

ब चाची- और बड़ा इंजीनियर बनना

अवी- इंजीनियर , इंजीनियर ही क्यूँ

ब चाची- क्यू कि तुम्हें इंजीनियर बनके मेरा एक काम करना होगा

अवी- कौन सा काम

ब चाची- वो तुम्हारे इंजीनियर बनने के बाद बता दूँगी

अवी- कौन सा इंजीनियर बनू

ब चाची- सिविल इंजीनियर बनना

अवी- वो क्यू , मुझे तो एलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर बनना है पापा की तरह

ब चाची- प्यार का घर बनाने के लिए सिविल इंजीनियर ही अच्छा रहेगा

अवी- मैं सब कुछ थोड़ा थोड़ा सीख लूँगा

ब चाची- ये अच्छा रहेगा , अब तू आराम कर ,

और बड़ी चाची मुझे प्यार करके अपने कमरे मे चली गयी


बड़ी चाची के जाते ही सीमा चाची मेरे लिए परान्ठे लेकर आ गयी

म चाची- अवी परान्ठे लाई हूँ तेरे लिए

अवी- चाची भूक नही है

म चाची- गालियों से पेट भर गया

अवी- हाँ

म चाची- पहले क्यूँ नही बताया , अब इन परान्ठे का क्या करूँ

अवी- आपने पूछा ही नही

म चाची- चल जाने दे , वैसा पता है तुझे मैं ना बचपन मे एक टाइम ही खाना खाती थी

अवी- वो क्यूँ

म चाची- क्यू की रात मे मेरा पेट गालियाँ सुनकर भर जाता था

अवी- ऐसा कुछ नही हुआ होगा

म चाची- सच ,

अवी- तो आप क्या करती थी

म चाची- चुप चाप सर नीचे करके गालियाँ सुनने की कॉसिश करती थी

अवी-क्या मतलब कॉसिश

म चाची- क्यू कि मेरे कानो मे कॉटन होता था ,

अवी- आप भी ना

म चाची- चल अब एक डकार ले और मेरे परान्ठे खाने शुरू कर

अवी- चाची आज नही

म चाची- नेहा की बात का इतना क्या बुरा मानना

अवी- नेहा बुआ ने आपको बुरा भला कहा

म चाची- तो क्या हुआ , तू अच्छे मार्क लाना मैं उसको भला बुरा कहूँगी , हिसाब बराबर करेंगे , बोल क्या बोलता है

अवी- अगले साल आज जो हुआ उसका उल्टा होगा

म चाची- तो लग जा पढ़ाई करने को

अवी- जल्दी स्टार्ट करूँगा

म चाची- पर उसके लिए एनर्जी तो चाहिए ना , मेरे परान्ठे खा और एनर्जी जमा कर

अवी- आप परान्ठे खिलाए बिना मानेगी नही

और सीमा चाची मुझे परान्ठे खिलाती गयी

सीमा चाची मुझे परान्ठे खिलाने के बाद थोड़ी देर इधर उधर की बात करके अपने कमरे मे चली गयी

अब मुझे जिसका इंतज़ार था वो जल्दी से आ जाए

छोटी चाची अभी तक आई क्यूँ नही

जब भी छोटी चाची ऐसे देर से आती है तो बड़ा डर लगता है

पर इस बार डर जल्दी ख़तम हो गया

छोटी चाची मुझसे बात करने आ गयी

सी चाची- अवी तू जो सोच रहा है उसके बारे मे मैं बात नही करने वाली हूँ

छोटी चाची ने आते ही बॉम्ब फोड़ दिया

मैं जो सोचता हूँ वैसा छोटी चाची करती क्यू नही है



हमेशा मुझे झटके देती रहती है

अवी- तो आप यहाँ क्यूँ आई है

सी चाची- ये बताने कि , तू अच्छा प्लॅनर बन जा

अवी- व्हाट

सी चाची- फॅमिली , मस्ती , सेक्स , और पढ़ाई को अच्छे से प्लान कर ले

अवी- जी

सी चाची- और नेहा की बात का मतलब समझने की कॉसिश करना ,

अवी- नेहा बुआ से पहले रानी ने भी यही कहा था

सी चाची- मतलब तुम समझ गये , ये अच्छा हुआ ,

अवी- पर मेरे वजह से आपको

सी चाची- ये सब तो चलता रहता है , इसे तो ज़िंदगी कहते है , तुझे क्या लगता है , ज़िंदगी मतलब ख़ुसीया और प्यार नही होता , ज़िंदगी मे दुख और नफ़रत भी होती है ,,

अवी- पर

सी चाची- पर को मरो गोली तभी चिड़िया उडेगी नही , क्या समझे

अवी- जी समझ गया

सी चाची- अगले साल मैं बोलूँगी और सब सुनेगे , क्या समझा

अवी- समझ गया

सी चाची- अगला साल मेरा होगा , क्या समझा

अवी- ऐसा ही होगा

सी चाची- अब ज़्यादा टेन्षन मत ले , और जो करने का सोचा होगा तुमने वो अच्छा प्लान बना कर करना

अवी- अभी तक कुछ सोचा नही पर जल्दी सोचना शुरू कोंगा

सी चाची- इसके लिए पहले सो जा , और फ्रेश दिमाग़ के साथ सोचना

अवी- जी

और छोटी चाची मुझे किस करके चली गयी

छोटी चाची ने इस बार डायरेक्ट बात की

ऐसा छोटी चाची ने इस लिए किया की मैं नेहा बुआ के बारे मे पुच्छू ना

पर चाची ने सही कहा

मेरा रिज़ल्ट उस से अच्छा होना चाहिए था

मेरा रिज़ल्ट देख कर तो मुझे यकीन नही आ रहा था कि मेद्स मे मुझे इतने कम मार्क मिले है

पिछले साल 70+% मिले थे मुझे

और इस साल 60+% और मेद्स मे इतने कम मार्क

मेरे स्ट्रॉंग सब्जेक्ट मे मुझे कम मार्क मिले है

इसका मतलब यही है कि मैने ने किस तरह पढ़ाई की है

बाकी सब्जेक्ट मे तो मुझे अच्छे मार्क मिले है ये रानी और कोमल के नोट्स का असर था

रानी और कोमल का मेद्स नही था वरना उनकी मदद मिल जाती

ये मैं क्या सोच रहा हूँ , कोमल को तो मैं ने मेद्स पढ़ाया था लास्ट एअर और अब उससे मेद्स सीखने के बारे मे सोच रहा हूँ

कोमल ने तो इतने बड़े कॉलेज मे टॉप किया है

कोमल तो अगले साल 1स्ट आ ही जाएगी

मिसेज़ गुप्ता मेडम ने सही कहा था कहाँ कोमल के 95% और कहाँ मेरे 65%

मेरी वजह से अगर आरती ने कोमल को परेशान किया तो , मेरी वजह से कोमल को मैं और शर्मिंदा नही होने दूँगा

रानी ने सही कहा था

सब मुझे प्यार करते है इस लिए कोई मुझे ये नही कह रहा है कि मार्क कम है

रानी ने मुझे रिलिटी की झलक पहले दिखा दी थी

रानी और नेहा बुआ ने मुझे ये बताया कि मैं दुनिया की रेस मे कहाँ खड़ा हूँ

मुझे इस रेस मे बने रहना होगा

मैं हार नही सकता

मेरे वजह से सबको नेहा बुआ की गाली सुननी पड़ी

मेरे वजह से छोटी चाची को नेहा बुआ से माफी माँगनी पड़ी

मैं ऐसा दुबारा होने नही दूँगा

मैं अगले साल इतने मार्क लाउन्गा की नेहा बुआ खुद मेरा मूह मीठा करेगी

नेहा बुआ ने मुझे अगले साल शाबासी नही दी तो मैं अपना नाम बदल दूँगा

इस साल मेरे वजह से छोटी चाची को नेहा बुआ की गालियाँ सुननी पड़ी , अगेर अगले साल नेहा बुआ के मूह से छोटी चाची की तारीफ के वर्ड ना निकाले तो मैं अपना नाम बदल दूँगा

और ये कैसे करना है मुझे पता है

मुझे पढ़ाई करनी होगी

मुझे आज से ही पढ़ाई करनी होगी

और मैं ने पढ़ाई स्टार्ट की

वो कहते है ना "कल करे सो आज कर , आज करे सो अब कर "

मैं ने क्या करना है ये सोचते हुए किताब उठा ली

और पढ़ना स्टार्ट किया

चाची को कहा कि मैं सो रहा हूँ ,पर कमरा बंद करके दोपेहर मे पढ़ाई करने लगा.

शाम को कोमल के पास जाकर पढ़ाई करने लगा.

तो रात मे देर तक पढ़ाई करता रहा.

ना मैं ने विद्या की चुदाई की और ना पायल की

मैं ने कॉलेज चालू रहते इतनी पढ़ाई नही की जितनी हॉलिडे मे कर रहा था

मैं ने कोमल के लॅपटॉप से पीडीफ लेकर अपने मोबाइल मे डाल दी

चाची को कहता कि गेम खेल रहा हूँ और मैं मोबाइल पे पढ़ाई करने लग जाता.

रिज़ल्ट देखते ही मेरे अंदर पढ़ाई का भूत घुस गया था.



ऐसा लग रहा था कि अभी एक झटके मे पढ़ाई करू और एग्ज़ॅम दे कर अच्छे मार्क वाला रिज़ल्ट चाची के हाथ मे दूं, और नेहा बुआ छोटी चाची की तारीफ करे
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shubhs
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by shubhs »

बहुत ही सही सोच
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
dil1857
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by dil1857 »

updet
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