मैं और मेरा परिवार

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shubhs
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by shubhs »

ये भी है
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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xyz
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

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एक दिन छोटी चाची रात मे पानी पीने के लिए उठी तो मेरे कमरे की लाइट ऑन देखा.

कोई कितनी भी सावधानी का ध्यान रखे पर एक दिन ग़लती हो जाती है

मैं ने भी आज ग़लती से कमरे का लाइट ऑन रखा

छोटी चाची ने सोचा इतनी रात मे मैं क्या कर रहा हूँ.

पहले तो छोटी चाची ने विद्या के कमरे मे जाकर देखा कहीं वो मेरे कमरे तो नही है. पर विद्या तो अपने कमरे मे सो रही थी.

छोटी चाची को अब पता लगाए बिना चैन नही आएगा इस लिए छोटी चाची ने मुझे आवाज़ दी

छोटी चाची की आवाज़ सुनते ही मैं डर गया मैं ने आज ग़लती से टेबल लॅंप की जगह कमरे का लाइट ऑन रखा.

अब डरने से या छुपाने से कोई फ़ायदा नही होगा .

मुझे छोटी चाची को बताना होगा कि मैं क्या कर रहा हूँ

मैं ने डोर खोल कर छोटी चाची को अंदर आने दिया.

छोटी चाची ने कमरे को अच्छे से देखा. मेरा बिस्तेर क्लीन था ,पर स्टडी टेबल पर किताबें ओपन थी.

छोटी चाची बेड पर जाकर बैठ गयी और मुझे अपने पास बुलाया

सी चाची-अवी ,अभी तक सोया नही

अवी-सोने वाला था चाची

सी चाची-सोने वाला था तो अब तक क्या कर रहा था. रानी से फोन पर बात कर रहा था या कुछ और

अवी-चाची आप से झूठ नही कहूँगा. मैं पढ़ाई कर रहा था.

सी चाची-पढ़ाई . छुट्टियों मे

अवी-वो चाची मैं

सी चाची-कब से कर रहा है ऐसे चुपके चुपके पढ़ाई

अवी-1 हफ़्ता हो गया

सी चाची-मतलब रिज़ल्ट लगा तब से

अवी-हाँ,

सी चाची-अब समझी ,रिज़ल्ट की वजह से इतना टेन्षन ले रहा है

अवी-ऐसा भी कहा जा सकता है पर मैं इस लिए पढ़ाई कर रहा हूँ कि आगे जाकर अगर मैं बिज़ी हो गया तो पढ़ाई पे इसका असर ना हो

सी चाची-ये तो अच्छा सोचा तूने ,पर तू तो एग्ज़ॅम मे बाद भी पढ़ाई करता गया था फिर आज इतनी देर तक

अवी-वो रिज़ल्ट के वजह से थोड़ी ज़्यादा पढ़ाई करने लगा

सी चाची-कितनी

अवी-दोपेहर मे सोने का बहाना बना कर पढ़ाई कर रहा हूँ फिर शाम मे कोमल के साथ और रात मे 3 4 घंटे तो कर ही लेता हूँ

सी चाची-लगता है एक बार मे पूरी पढ़ाई करना चाहता है

(पूजा दीदी ने कहा था कि तुम्हारे पापा भी ऐसे पढ़ाई करते थे , एक मार्क कम मिला तो उसी की भरपाई इसी तरह की थी एक बार अवी के पापा ने )

अवी-आप कुछ मत कहना, मुझे रोकना मत पढ़ाई करने से



सी चाची-मैं क्यू रोकूंगी. पर ये कुछ ज़्यादा नही हो रहा.

(मीना प्यार से हॅंडल करना , पर जिस बात का डर है अगेर वो हो गया तो , पर ये तो होना ही था , अवी के अंदर अपने पापा के आदत तो आएगी ना , अपने पापा जैसे पढ़ाई कर रहा है )

अवी-इतना तो करना होगा ना चाची, मुझे अगले साल के साथ साथ एंटरेस की भी थोड़ी बहुत पढ़ाई करनी है.

सी चाची-मुझ से बेहतर तू जानता है कि क्या अच्छा है और क्या बुरा.

(पढ़ाई को ज़्यादा इंपॉर्टेन्स देने की जगह फॅमिली को देना चाहिए , मुझे ये सब रोकना होगा , पढ़ाई करने से रोकने की बात नही कर रही हूँ , उसकी सोच ना बदल जाए इस का मुझे ध्यान रखना होगा, )

अवी-चाची

सी चाची-कर पढ़ाई पर ज़्यादा टेन्षन मत ले

(अवी ने भी पढ़ाई के चक्कर मे अपने भाई बहन से ठीक से बात नही की , कल बताया था मुझे स्वेता ने )

अवी-टेन्षन मे पढ़ाई नही होती.आपने कहा था. मैं बस पढ़ाई करूँगा.

सी चाची-आज के लिए इतना काफ़ी होगा चल सो जा

(मुझे ऐसा हल ढूँढना होगा जिस से अवी खुद को इस टेन्षन से आज़ाद कर दे )

अवी-आप को मुझपे गुस्सा तो नही आ रहा.कि मैं ने आपको कुछ बताया नही.

सी चाची-नही, पर तू अब सोएगा नही तो बुरा लगेगा. सुबह कसरत भी करनी है

(अवी पे गुस्सा हुई तो उसका अलग रिक्षन हो जाएगा अवी पे )

अवी-आपके जाते लाइट ऑफ करूँगा

और छोटी चाची ने मुझे एक किस करके गुड नाइट बोला.

छोटी चाची के जाते ही मैं भी लाइट ऑफ करके सो गया पर छोटी चाची की नींद मैं ने खराब कर दी.

छोटी चाची को नींद आना पासिबल नही था वो मेरे बारे मे सोच रही होगी.

ये अवी क्या कर रहा है. उसे कहा था की इतना टेन्षन मत ले पर उसने मेरी बात नही सुनी.

पूरा दिन पढ़ाई और हमारे साथ बिता कर अपनी छुट्टियाँ बेकार कर रहा है.

रोज मस्ती, हँसी मज़ाक करने वाला अवी ,उसके चेहरे पे आज वो चमक नही थी जो मैं रोज देखती थी.

फिर से वो डाइप्रेशन मे ना चला जाए.

इतना टेन्षन लेगा तो ज़रूर खुद की सेहत खराब करेगा.

ठीक है रात मे और शाम मे थोड़ी पढ़ाई करता है. पर दिन भर और वो भी देर रात तक पढ़ाई करना ठीक नही है.

उसके चेहरे पे हँसी अच्छी लगती है.

मुझे कुछ करना होगा उसके चेहरे की चमक वापस लाने के लिए

अगर मैं आज पानी पीने के लिए उठी थी नही तो मुझे कभी पता नही चलता.

अवी को पता था कि मैं उसे इसकी इजाज़त नही दूँगी. इसी लिए उसने मुझे बताया नही.

अच्छा हुआ मुझे जल्दी पता चला वरना पता नही अवी कितने दिन ऐसा रहता.फिर इसका असर फॅमिली पे ज़रूर होता

मुझे जल्दी कुछ करना होगा

क्या करू ,उसको थोड़ी चेंज की ज़रूरत है

उसे फ्रेंड की ज़रूरत है. जिसके साथ वो हँसी मज़ाक ,एंजाय कर सके

क्यूँ ना अवी को कुछ दिन के लिए अपने दोस्तो के साथ हॉलिडे पे भेज दूं

ऐसा करने से एन्वाइरन्मेंट चेंज होते ,फ्रेंड का साथ मिलते वो टेन्षन फ्री हो जाएगा.

ये ठीक रहेगा, वैसे भी अवी को नये लोग, नयी जगह, जाने की सख़्त ज़रूरत है इस से अवी को दुनिया के तोर तरीके भी पता चलेंगे

अवी को अपने हाथ और फैलाने का मोका मिलेगा.

अवी अपनी फॅमिली और पढ़ाई के बीच मे फँसता जा रहा है ऐसे मे उसे इस चक्र से बाहर निकालने की ज़रूरत है.

पीछे साल शहर2 जाने से अवी को बहुत फ़ायदा हुआ था .कितना मेच्यूर हो गया था अवी.

इस बार अवी को उसके दोस्तो के साथ टूर पे भेजना होगा. ताकि वो फॅमिली से दूर रहे , पढ़ाई के टेन्षन से दूर रहे , फिर से पहले जैसे जीना शुरू कर दे .

पर सुमन दीदी का क्या करूँ .उनको मनाना मुश्किल होगा.

सुमन दीदी अवी को इतने दिन के लिए वो भी फ्रेंड्स के साथ जाने की इजाज़त नही देगी.

और नेहा , उसे जब पता चलेगा कि अवी फ्रेंड्स के साथ बाहर जा रहा है तो मेरी गर्दन दबा देगी ,

नेहा को सिर्फ़ सुमन दीदी ही समझा सकती है ,

पर सुमन दीदी को मुझे समझाना पड़ेगा

सुमन दीदी और अवी की बुआ भी इजाज़त नही देगी. मेरे कहने पर भी नही देगी इजाज़त.

मुझे कुछ तो सोचना होगा जिस से अवी इस टेन्षन से फ्री हो सके.

अवी पढ़ाई करे पर इतना भी नही ,थोड़ी बहुत चल जाएगी पर पूरा दिन ये ठीक नही है.फॅमिली टाइम फॅमिली को देना चाहिए

कुछ सोच मीना ,अगर सुमन दीदी ने हाँ कर दी तो अवी की बुआ भी हाँ कर देगी.

बस सुमन दीदी को मनाना होगा.

एक आइडिया तो आ रहा है दिमाग़ मे ,ये आइडिया ठीक रहेगा.


इसी से काम.बन जाएगा
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