827 ए
ये आइडिया अच्छा रहेगा
इस से सुमन दीदी खुद मुझे अवी को टेन्षन फ्री करने को कहेगी.
अगर अवी को इजाज़त मिल गयी तो ये उसके लिए नया एडवेंचर होगा.
बहुत कुछ सीख सकता है. या उसे पता तो चलेगा कि दुनिया कितनी बड़ी है.
कल ही काम पर लग जाती हूँ
कल सुमन दीदी को मना लूँगी.
पर सुमन दीदी का नंबर तो अवी के चाचा के साथ सोने का है.
कल के लिए सीमा दीदी को उनके पास भेज कर सुमन दीदी के साथ मैं सो लूँगी.
मेरे साथ सुमन दीदी सोएगी तो मैं उनपे अपना आइडिया ईस्तमाल कर सकूँगी
सुमन दीदी मान गयी तो अवी की बुआ भी मान जाएगी
सुमन दीदी पूजा दीदी को मना लेगी
मैं यहाँ इतना सोच रही हूँ और
सीमा दीदी को देखो कैसे सो रही है.
अपनी साड़ी निकाल कर घोड़े बेच कर सो रही हैं.
सीमा दीदी कह रही थी कि नाइटी पहनना शुरू करते है.
पर सुमन दीदी ने मना कर दिया.
वैसे सीमा दीदी कह तो सही रही थी. नाइटी पहन कर सोना अच्छा होता है. अवी की बुआ भी तो पहनती है.
मुझे सुमन दीदी से बात करनी होगी. पर पहले अवी के बारे मे सोचना होगा.
कल सीमा चाची को सर्प्राइज़्ड दूँगी ,उनके साथ सोने के नाम से खुश हो जाएगी सीमा चाची.
मैं भी सो लेती हूँ ,सुबह जल्दी उठ कर योगा भी तो करना है.
नेक्स्ट डे
सुबह उठ कर अवी की कसरत और उसकी खुराक दे कर उसको पूजा दीदी के घर भेज दिया
अवी के चाचा भी नाश्ता करके अपना टिफिन लेकर खेतो मे चले गये
सुमन दीदी घर की साफ सफाई करने का सोच रही थी कि मैं ने उनको अपने कमरे मे बुला लिया.
सी चाची-दीदी आपसे एक बात करनी थी.
ब चाची-हाँ बोलना पर जल्दी आज पूरा घर साफ करने का सोच रही हूँ
सी चाची-हम पहले काम कर लेते है फिर बात करेंगे
ब चाची-बात क्या है.
सी चाची-मुझे आपसे कुछ ज़रूरी बात करनी है ,पर उसके लिए काफ़ी टाइम चाहिए
ब चाची-ऐसी क्या बात है.
सी चाची-मैं आराम से बताना चाहती हूँ ,ऐसे जल्द बाज़ी मे नही कह सकती.
ब चाची-तो बता,घर कल साफ करेंगे
सी चाची-नही, पहले घर की सफाई करते है ,बच्चों के लिए अच्छा होगा.
ब चाची-और तेरी बात
सी चाची-हम रात मे बात करेंगे
ब चाची-रात मे कैसे कर सकते है
सी चाची-आज रात के लिए आप मेरे साथ सो जाइए. और सीमा दीदी आपकी जगह उनके साथ सो जाएगी.
ब चाची-बात क्या है मीना ,
सी चाची-अभी नही बता सकती आपको, पर बताना ज़रूरी है.
ब चाची-अवी के बारे मे तो नही है.
सी चाची-अवी के सिलसिले मे ही आप से बात करनी है.
ब चाची-अवी के बारे मे , जल्दी बता क्या बात है.
सी चाची-रात को बताउन्गी
ब चाची-रात तक इंतज़ार नही कर सकती ,
सी चाची-करना होगा आपको
ब चाची-मैं अवी से पूछती हूँ
सी चाची-फिर तो बात बिगड़ जाएगी.
ब चाची-बता ना मीना बता क्या है. मुझे रात तक चैन नही आएगा.
सी चाची-आपको रुकना होगा. वरना अभी बताया तो कुछ फ़ायदा नही होगा. आप मुझपे भरोसा रखिए
ब चाची-तुझपे तो खुद से ज़्यादा भरोसा है पर अवी के लिए फिकर हो रही है
सी चाची-आपको मेरे साथ सोना होगा फिर रात मे बता दूँगी.
ब चाची-ठीक है पर रात मे बता देगा. और अवी के चाचा से मैं बात कर लूँगी.
म चाची-क्या बातें हो रही है
ब चाची-अच्छा हुआ तू आ गयी. तेरे बारे मे बात कर रहे थे
म चाची-मेरे बारे मे ,क्या बात हो रही थी.
सी चाची-मैं सोच रही थी कि आज आपको अवी के चाचा के साथ सोने दूं, दीदी भी मेरी बात से सहमत है.
म चाची-मीना ऐसा मज़ाक मत कर.
ब चाची-वो सच बोल रही है. तू आज मेरी जगह उनके साथ सो सकती है.
म चाची-मीना, तूने तो मेरा दिल जीत लिया. मैं तो , मीना तुम मेरे लिए ऐसे सोचा कर, मैं तो आज चैन से सो पाउन्गी.
सी चाची-सोएगी या
म चाची-ना मैं सोउंगी और ना उनको सोने दूँगी. इसकी बहुत ज़रूरत थी मुझे, मीना मेरा कितना ख़याल रखती है तू
ब चाची-तो तू मेरी जगह सो जाना. मैं अवी के चाचा से बात करूँगी.
सी चाची-पर सिर्फ़ आज के लिए
म चाची-मुझे कुछ घंटे भी मिल जाए तो मैं खुश होती. पर आज ये अचानक ऐसा क्यू कर रही है
सी चाची-कल आप नींद मे अवी के चाचा का नाम ले रही थी और आपका एक हाथ पेटिकोट के अंदर था. मैं समझ गयी की आपको क्या चाहिए.
म चाची-मीना कुछ भी मत बोल
सी चाची-रहने दो फिर ,मैं उनके कमरे मे सो जाती हूँ
म चाची-नही नही, दीदी ने कहा ना कि मैं सोउंगी. तो मैं सोउंगी.
सी चाची-जाइए रात के लिए खुद तैयार कीजिए
म चाची-मीना तू बहुत अच्छी है
मैं(छोटी चाची ) ने सुमन दीदी से अवी के बारे मे बात करने के लिए पहली चाल चल दी
सुमन दीदी तो दिन भर सोचती रहेगी कि बात क्या है. मैं आपसे ऐसा क्या कहना चाहती हूँ अवी बारे मे
सुमन दीदी मुझे माफ़ करना आपको परेशान करने के लिए पर ये करना ज़रूरी था.
मेरे ऐसा करने से अवी की टेन्षन ख़तम होगी.
मैं और मेरा परिवार
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Re: मैं और मेरा परिवार
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Re: मैं और मेरा परिवार
Nice
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Re: मैं और मेरा परिवार
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Re: मैं और मेरा परिवार
827 एए
छोटी चाची===>
मैं ने दोपहर मे अवी के कमरे मे ज़ा कर देखा तो वो सच मे पढ़ाई कर रहा था.
12 बजे से 5 बजे तक कंटिन्यू अवी पढ़ाई कर रहा था.
इतनी पढ़ाई करेगा तो उसकी सेहत ज़रूर खराब होगी.
5 बजते ही अवी स्वेता दीदी से मिलने चला गया.
वहाँ थोड़ी देर रहने के बाद अवी कोमल के आते उसके नोट्स लेकर उसके के साथ पढ़ाई करने लगा
मैं ने चुपके से अवी पे नज़र रखी ताकि उसको मेरे बारे मे पता ना चले वरना वो और ज़्यादा परेशान होगा.
कोमल के साथ पढ़ाई करने के बाद अवी 1 घंटे तक हमारे साथ बात करने के बाद खाना खाते अपने कमरे मे चला गया.
और फिर से पढ़ाई करने लगा.
अच्छा हुआ कल मुझे अवी क्या कर रहा है ये पता चला.
रात होते ही सुमन दीदी सोने को चलने की बात करने लगी.
मैं समझ गयी कि दीदी ऐसा क्यूँ कह रही है.
मैं सुमन दीदी के साथ कमरे मे चली गयी. कमरे मे जाते ही सुमन दीदी मुझसे पूछने लगी कि बात क्या है
ब चाची-अब बता क्या बात है. क्या हुआ अवी को ,
सी चाची-बैठने तो दीजिए.
ब चाची-दिन भर मैं यही सोचती रही की बात क्या है. एक मिनट के लिए चैन नही मिला मुझे
सी चाची-सॉरी दीदी मैं ने आपसे झूठ कहा.
ब चाची-झूठ किस बारे मे
सी चाची-मुझे बस आपके साथ सोने का मन हो रहा था इस लिए झूठ बोल कर आपको यहा सोने के लिए मना लिया
ब चाची-मीना ,तुझे झूठ बोलने की ज़रूरत क्या थी. तू कहती तो मैं मना थोड़े ही करती. मुझे तुमसे ये उम्मीद नही थी.
सी चाची-दीदी सॉरी
ब चाची-मैं इस झूठ के लिए तुझे कभी माफ़ नही करूँगी. तूने अवी का सहारा लेके अच्छा नही किया.
सी चाची-दीदी मुझे लगा नही था कि आप इतना सीरीयस लेगी मेरी बात को
ब चाची-तुझे पता है दिन भर मैं क्या क्या सोच रही थी अवी के बारे मे ,मुझे तुमसे ये उम्मीद नही थी.
सी चाची-दीदी ग़लती हो गयी , मुझे माफ़ कर दीजिए
ब चाची-इस बारे मे कल बात करेंगे. सो जा अब
सी चाची-दीदी
ब चाची-गुस्से से मैं ने कहा सो जाओ
और सुमन दीदी मेरी तरफ पीठ करके सो गयी.
सुमन दीदी मैं अभी कुछ नही बता सकती .अगर अभी बताया तो कुछ फ़ायदा नही होगा.
इसके लिए आपकी नाराज़गी भी बर्दास्त कर लूँगी
थोड़ी रात हो जाने दीजिए ,आपको बताने की जगह दिखाउन्गी कि अवी क्या कर रहा है
अवी के कमरे की खिड़की मैं ने खुली करके रखी है. ये बात अवी को भी पता नही है.
आपको अवी की हालत दिखाना ज़रूरी है बताने से.काम नही चलेगा
अवी के लिए मैं आपकी नाराज़गी भी बर्दास्त कर सकती हूँ. अवी के लिए मैं दूसरे की नज़रों मे गुनहगार बन ने को तैयार हूँ
दीदी के सोते ही मैं भी बेड पर लेट कर सही समय का इंतज़ार करने लगी.
दीदी के सोने के 2 घंटे बाद मैं उठ कर अपने कमरे से बाहर आ गयी.
अवी के कमरे की लाइट ऑन थी. कल मेरी इजाज़त मिलने से अवी ने टेबल लॅंप की जगह कमरे के लॅंप मे पढ़ाई कर रहा था.
मैं ने खिड़की से ज़ाक कर देखा तो अवी पढ़ाई कर रहा था. मैं वापस अपने कमरे मे जाकर दीदी को जगाने के लिए उनको चिमटी काट कर बेड के नीचे छुप गयी.
सुमन दीदी चिमटी काटने से उठ गयी. नींद से उठने के बाद सुमन दीदी ने मेरी तरफ देखा ,पर मुझे बेड पर ना देख कर दीदी घबरा गयी
दीदी को लगा कि कही मैं ने उनकी बात का बुरा तो नही मान लिया.
कही मैं कुछ उल्टा सीधा ना करूँ ये ख़याल दीदी के दिमाग़ मे आते दीदी कमरे से बाहर जाकर मुझे ढूँढने लगी.
मैं भी दबे पाँव दीदी के पीछे पीछे जाने लगी.
दीदी के हॉल मे आते ही उनकी नज़र अवी के कमरे पे गयी
इतनी रात मे अवी के कमरे का लाइट ऑन देख कर उनको लगा मैं अवी के कमरे मे हूँ
दीदी अवी के कमरे के पास जाते ही दीदी डोर पे खटखटाने वाली थी कि मैं ने उनको रोक दिया.
ब चाची-तुम कहाँ थी.
सी चाची-सस्शह, आपको कुछ दिखाना है.
ब चाची-क्या?,
सी चाची-इधर आइए
ब चाची-तू यहाँ है तो अवी इतनी रात मे क्या कर रहा है
सी चाची-वही दिखाना है आपको
और मैं सुमन दीदी को लेकर अवी के कमरे की खिड़की के पास आ गयी और उनको अंदर का नज़ारा दिखाने लगी.
सुमन दीदी इतनी रात मे अवी को पढ़ाई करते हुए देख कर मेरी तरफ सवालिया नज़रों से देखने लगी.
सी चाची-यही बात मुझे आपसे करनी थी. मतलब दिखाना था.
ब चाची-अवी इतनी रात को पढ़ाई वो भी छुट्टियों मे
सी चाची-देखिए उसे नींद आ रही है फिर भी ज़बरदस्ती पढ़ाई कर रहा है.
ब चाची-मैं अभी जाकर उसे पूछती हूँ कि ये क्या हो रहा है.वो ऐसा क्यूँ कर रहा है.
सी चाची-मुझे पता है वो ऐसा क्यूँ कर रहा है.
ब चाची-क्यूँ?
सी चाची-चलिए हमारे कमरे मे चल कर बात करते है.
और मैं सुमन दीदी को अपने कमरे मे ले आई और उनको पूरी बात बताने लगी.
ब चाची-बता अवी इतनी रात को पढ़ाई क्यूँ कर रहा है
छोटी चाची===>
मैं ने दोपहर मे अवी के कमरे मे ज़ा कर देखा तो वो सच मे पढ़ाई कर रहा था.
12 बजे से 5 बजे तक कंटिन्यू अवी पढ़ाई कर रहा था.
इतनी पढ़ाई करेगा तो उसकी सेहत ज़रूर खराब होगी.
5 बजते ही अवी स्वेता दीदी से मिलने चला गया.
वहाँ थोड़ी देर रहने के बाद अवी कोमल के आते उसके नोट्स लेकर उसके के साथ पढ़ाई करने लगा
मैं ने चुपके से अवी पे नज़र रखी ताकि उसको मेरे बारे मे पता ना चले वरना वो और ज़्यादा परेशान होगा.
कोमल के साथ पढ़ाई करने के बाद अवी 1 घंटे तक हमारे साथ बात करने के बाद खाना खाते अपने कमरे मे चला गया.
और फिर से पढ़ाई करने लगा.
अच्छा हुआ कल मुझे अवी क्या कर रहा है ये पता चला.
रात होते ही सुमन दीदी सोने को चलने की बात करने लगी.
मैं समझ गयी कि दीदी ऐसा क्यूँ कह रही है.
मैं सुमन दीदी के साथ कमरे मे चली गयी. कमरे मे जाते ही सुमन दीदी मुझसे पूछने लगी कि बात क्या है
ब चाची-अब बता क्या बात है. क्या हुआ अवी को ,
सी चाची-बैठने तो दीजिए.
ब चाची-दिन भर मैं यही सोचती रही की बात क्या है. एक मिनट के लिए चैन नही मिला मुझे
सी चाची-सॉरी दीदी मैं ने आपसे झूठ कहा.
ब चाची-झूठ किस बारे मे
सी चाची-मुझे बस आपके साथ सोने का मन हो रहा था इस लिए झूठ बोल कर आपको यहा सोने के लिए मना लिया
ब चाची-मीना ,तुझे झूठ बोलने की ज़रूरत क्या थी. तू कहती तो मैं मना थोड़े ही करती. मुझे तुमसे ये उम्मीद नही थी.
सी चाची-दीदी सॉरी
ब चाची-मैं इस झूठ के लिए तुझे कभी माफ़ नही करूँगी. तूने अवी का सहारा लेके अच्छा नही किया.
सी चाची-दीदी मुझे लगा नही था कि आप इतना सीरीयस लेगी मेरी बात को
ब चाची-तुझे पता है दिन भर मैं क्या क्या सोच रही थी अवी के बारे मे ,मुझे तुमसे ये उम्मीद नही थी.
सी चाची-दीदी ग़लती हो गयी , मुझे माफ़ कर दीजिए
ब चाची-इस बारे मे कल बात करेंगे. सो जा अब
सी चाची-दीदी
ब चाची-गुस्से से मैं ने कहा सो जाओ
और सुमन दीदी मेरी तरफ पीठ करके सो गयी.
सुमन दीदी मैं अभी कुछ नही बता सकती .अगर अभी बताया तो कुछ फ़ायदा नही होगा.
इसके लिए आपकी नाराज़गी भी बर्दास्त कर लूँगी
थोड़ी रात हो जाने दीजिए ,आपको बताने की जगह दिखाउन्गी कि अवी क्या कर रहा है
अवी के कमरे की खिड़की मैं ने खुली करके रखी है. ये बात अवी को भी पता नही है.
आपको अवी की हालत दिखाना ज़रूरी है बताने से.काम नही चलेगा
अवी के लिए मैं आपकी नाराज़गी भी बर्दास्त कर सकती हूँ. अवी के लिए मैं दूसरे की नज़रों मे गुनहगार बन ने को तैयार हूँ
दीदी के सोते ही मैं भी बेड पर लेट कर सही समय का इंतज़ार करने लगी.
दीदी के सोने के 2 घंटे बाद मैं उठ कर अपने कमरे से बाहर आ गयी.
अवी के कमरे की लाइट ऑन थी. कल मेरी इजाज़त मिलने से अवी ने टेबल लॅंप की जगह कमरे के लॅंप मे पढ़ाई कर रहा था.
मैं ने खिड़की से ज़ाक कर देखा तो अवी पढ़ाई कर रहा था. मैं वापस अपने कमरे मे जाकर दीदी को जगाने के लिए उनको चिमटी काट कर बेड के नीचे छुप गयी.
सुमन दीदी चिमटी काटने से उठ गयी. नींद से उठने के बाद सुमन दीदी ने मेरी तरफ देखा ,पर मुझे बेड पर ना देख कर दीदी घबरा गयी
दीदी को लगा कि कही मैं ने उनकी बात का बुरा तो नही मान लिया.
कही मैं कुछ उल्टा सीधा ना करूँ ये ख़याल दीदी के दिमाग़ मे आते दीदी कमरे से बाहर जाकर मुझे ढूँढने लगी.
मैं भी दबे पाँव दीदी के पीछे पीछे जाने लगी.
दीदी के हॉल मे आते ही उनकी नज़र अवी के कमरे पे गयी
इतनी रात मे अवी के कमरे का लाइट ऑन देख कर उनको लगा मैं अवी के कमरे मे हूँ
दीदी अवी के कमरे के पास जाते ही दीदी डोर पे खटखटाने वाली थी कि मैं ने उनको रोक दिया.
ब चाची-तुम कहाँ थी.
सी चाची-सस्शह, आपको कुछ दिखाना है.
ब चाची-क्या?,
सी चाची-इधर आइए
ब चाची-तू यहाँ है तो अवी इतनी रात मे क्या कर रहा है
सी चाची-वही दिखाना है आपको
और मैं सुमन दीदी को लेकर अवी के कमरे की खिड़की के पास आ गयी और उनको अंदर का नज़ारा दिखाने लगी.
सुमन दीदी इतनी रात मे अवी को पढ़ाई करते हुए देख कर मेरी तरफ सवालिया नज़रों से देखने लगी.
सी चाची-यही बात मुझे आपसे करनी थी. मतलब दिखाना था.
ब चाची-अवी इतनी रात को पढ़ाई वो भी छुट्टियों मे
सी चाची-देखिए उसे नींद आ रही है फिर भी ज़बरदस्ती पढ़ाई कर रहा है.
ब चाची-मैं अभी जाकर उसे पूछती हूँ कि ये क्या हो रहा है.वो ऐसा क्यूँ कर रहा है.
सी चाची-मुझे पता है वो ऐसा क्यूँ कर रहा है.
ब चाची-क्यूँ?
सी चाची-चलिए हमारे कमरे मे चल कर बात करते है.
और मैं सुमन दीदी को अपने कमरे मे ले आई और उनको पूरी बात बताने लगी.
ब चाची-बता अवी इतनी रात को पढ़ाई क्यूँ कर रहा है
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