मैं और मेरा परिवार

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xyz
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Re: मैं और मेरा परिवार

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818 ए

मैं ने बुआ के गले लगते ही उनके गर्दन पे किस किया.

मेरे किस करते ही बुआ ने मेरे हाथ को दबा दिया.जो उनके पेट पर था

मैं ने अपनी जीभ से बुआ के कान को सहलाने लगा.

ऐसा करते ही बुआ ने अपनी गर्दन हिला कर मुझे रोकना चाहा

पर मैं उनके कान को अपनी जीभ से सहलाने के साथ किस करके गुदगुदी करने लगा.

नीता बुआ मुझे रोक रही थी या उनको गुदगुदी होने से वो अपनी गर्दन मोड़ रही थी.

मैं ने अपने हाथ को बुआ के पेट पर सहलाना सुरू किया.

ऐसा करते ही बुआ के बदन मे गुदगुदी की वजह से अजीब सा अहसास होने लगा.

मैं बुआ के पेट पर हाथ घूमाते हुए उनकी नाभिके साथ खेलने लगा.

नाभि मे उंगली जाते बुआ ने मेरे हाथ से अपनी पकड़ ढीली कर दी.

और मुझे नाभि को सहलाने मे मदद करने लगी.

नीता बुआ की नाभि पूजा बुआ की नाभि से छोटी थी पर मदमस्त करने के लिए काफ़ी थी.

बुआ अपनी आँखों बंद करके मुझे उनके बदन के साथ खेलने दे रही थी

नीता बुआ की नाभि से उंगली निकाल कर मैं अपने हाथ को नीचे ले जाने लगा.

मेरे हाथ को नीचे ले जाते ही बुआ ने वापस मेरे हाथ को दबा दिया.और नीचे जाने से रोक लिया

अवी-बुआ

नीता बुआ ने कोई जवाब नही दिया.

बुआ का जवाब ना मिलने से मैं ने अपना हाथ खिच लिया .और बुआ से अलग हो गया.

मुझे खुद से दूर होते ही नीता बुआ ने आँखे खोल दी.

और मेरे हाथ को पकड़ कर अपने पेट पर रख कर सहलाने लगी.

बुआ के ऐसा करने से मैं वापस उनसे चिपक गया.और उनके कान पे पास जाकर उनसे बात करने लगा.

अवी-बुआ

नीता बुआ-ह्म्म्म

अवी-बुआ

नीता बुआ-अवी,हम ठीक नही कर रहे

अवी-क्या हुआ

नीता बुआ-लीना के पापा

अवी-बुआ मैं बस अपने हिस्से का प्यार करना चाहता हूँ.

नीता बुआ-तेरा पूरा हक है मुझपे पर

अवी-पर क्या

नीता बुआ-लीना के पापा

अवी-मुझे पता है आप लीना के पापा को बहुत प्यार करती है. वो आपके लिए सब कुछ है.

नीता बुआ-तू भी मेरे लिए सब कुछ है.

अवी-तो फिर प्यार करूँ

नीता बुआ-मुझे डर लग रहा है

अवी-किस बात का

नीता बुआ-राजेश और लीना का

अवी-वो सो रहे है

नीता बुआ-बाद में पता चला तो

अवी-बुआ बाद में कैसे पता चलेगा.

नीता बुआ-ऐसी बात छुपी नही रहती है.

अवी-हम ने पिछली बार भी तो किया था.

नीता बुआ-पिछली बार, तुम ने तो कहा था कि एक दिन का पाप करते है

अवी-उसके बाद मैने कभी आपको प्यार करने को कहा.

नीता बुआ-नही. पर आज

अवी-आज हम एक रात वाला पाप करेंगे

नीता बुआ-क्या?

अवी-बुआ आपकी एक रात मुझे दे दीजिए

नीता बुआ-मेरा तो हर दिन तुझे दे सकती हूँ

अवी-मुझे बस आज की रात चाहिए , आज मुझे प्यार करने दीजिए

नीता बुआ-बस आज की रात

अवी-हाँ, मैं आपको प्यार करना चाहता हूँ.

नीता बुआ-फिर कभी नही करेगा.

अवी-आप जब कहेगी तब करूँगा.

नीता बुआ-मैं क्यूँ कहूँगी

अवी-क्यू कि आप मुझे प्यार करती है.

नीता बुआ-तू मेरा बेटा है ,

अवी-आज एक बेटे को अपनी माँ को प्यार करने दीजिए ,

नीता बुआ-ये पाप है

अवी-एक रात का पाप करने दीजिए ,

नीता बुआ-तू मुझे पापी बना रहा है.

अवी-मैं आपको मेरा बना रहा हूँ

नीता बुआ-मुझे अपना बना कर क्या करेगा.

अवी-प्यार करूँगा.

नीता बुआ-प्यार


अवी-मैं आपको मेरी बनाना चाहता हूँ.

नीता बुआ-मैं लीना के पापा की हूँ.

अवी-तो क्या हुआ. अपने दिल मे मेरे लिए एक छोटी सी जगह दे दीजिए

नीता बुआ-तू पूरा दिल लेगा तो भी मैं तुझे रोकूंगी नही.

अवी-आपका दिल मुझे नही चाहिए वो लीना के पापा का है. मुझे बस उसमे एक छोटी से जगह चाहिए

नीता बुआ-ऐसे जगह नही दी जाती ,

अवी-पूजा बुआ ने तो दी है.

नीता बुआ-दीदी ने

अवी-हाँ, पूजा बुआ ने अपने दिल मे मेरी लिए छोटी सी जगह बना दी है.

नीता बुआ-तू पूजा दीदी से अब भी प्यार करता है .

अवी-हाँ, मेले मे भी किया था.

नीता बुआ-मेले मे

अवी-हम सब ने होली खेली थी उसके बाद

नीता बुआ-दीदी ने बताया नही.

अवी-ऐसी बाते बताई नही जाती.

नीता बुआ-तो फिर

अवी-उसको फील करना पड़ता है

नीता बुआ-दीदी तुम्हारे प्यार से खुश होती है

अवी-हाँ, पूजा बुआ ने कहा कि राज के पापा आने तक मैं उनके दिल मे रह सकता हूँ.

नीता बुआ-जीजाजी के आने के बाद

अवी-राज के पापा के आने के बाद पूजा बुआ का दिल उनका और मैं उनके दिल के छोटी सी जगह जो मेरे लिए बनाई है वहाँ रहूँगा.

नीता बुआ-दीदी ने ऐसा कहा.

अवी-हाँ,

नीता बुआ-पर दीदी तो जीजाजी से बहुत प्यार करती है.

अवी-पूजा बुआ कहती है उनको मुझ मे राज के पापा दिखते है, मुझसे प्यार करके उनको लगता है कि राज के पापा प्यार कर रहे है.

नीता बुआ-दीदी ने सच कहा. तुम्हारे प्यार ही करते हमे अपने प्यार की याद आती है.

अवी-क्या?

नीता बुआ-तू ने पिछली बार मुझे प्यार किया तो ऐसा लगा जैसे लीना के पापा प्यार कर रहे है

अवी-वही तो मैं कह रहा हूँ कि मुझे अपने दिल मे छोटी सी जगह दे दीजिए

नीता बुआ-तुम मेरे दिल मे अपना घर बनाना चाहता है

अवी-हाँ ऐसा घर जिसमे प्यार हो.

नीता बुआ-प्यार ज़्यादा हो गया तो घर टूट सकता है. और साथ मे लीना के पापा का घर भी टूट जाएगा.

अवी-ऐसा मैं कभी होने नही दूँगा.

नीता बुआ-ऐसा हो सकता है.

अवी-पूजा बुआ को भी इसी का डर था पर इसका सल्यूशन बुआ ने बता दिया

नीता बुआ-क्या?

अवी-वही की उनके दिल का राजकुमार आने तक मैं उनके दिल मे रह सकता हूँ.

नीता बुआ-दीदी ने ऐसा कहा.

अवी-हाँ, बुआ ने कहा की महीने मे एक बार उनको प्यार करने आ जाउ. ऐसा करने से उनको मेरा प्यार भी मिलेगा और मेरे प्यार की आदत भी नही लगेगी.राज के पापा के आते मैं दूर हो जाउन्गा

नीता बुआ-तुम्हें क्या लगता है मुझे क्या करना चाहिए

अवी-हम एक रात वाला पाप कर सकते

नीता बुआ-अगर तुम ने फिर से करने की ज़िद की तो

अवी-पिछली बार के बाद मैं आज प्यार करने को कह रहा हूँ,

नीता बुआ-मुझे पता है ,तुम ने एक बार भी मुझे प्यार करने को नही कहा उस दिन के बाद

अवी-पर आज कह रहा हूँ

नीता बुआ-पर आज क्यूँ

अवी-आप आज खुश है. आपकी खुशी को अपने प्यार से डबल करना चाहता हूँ.

नीता बुआ-कर दो

अवी-मैं आपको प्यार करूँ

नीता बुआ-हाँ,

अवी-आप मुझे अपने दिल मे जगह दोगि.

नीता बुआ-हाँ,

अवी-एक प्रेमी वाली,

नीता बुआ-तुम मेरे दिल मे अपने प्यार का घर बना सकते हो पर

अवी-पर क्या

नीता बुआ-उनमे लीना और राजेश को भी थोड़ा प्यार देना होगा.

अवी-आप उनकी टेन्षन मत लो मैं दोनो का पूरा ख़याल रखूँगा.

नीता बुआ-वादा करो

अवी-आपकी कसम

नीता बुआ-कर लो ,मुझे प्यार, बना लो मेरे दिल मे जगह.

अवी-आप को भी मुझे प्यार करना होगा.

नीता बुआ-तू पहले कर फिर मैं करूँगी.

अवी-साथ मे करते है

नीता बुआ-साथ मे ,ठीक है

अवी-आइ लव यू बुआ

नीता बुआ-आइ लव यू टू
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

819

बुआ के हां करते ही मैं ने उनको सीधा लिटा दिया और मैं उनके उपर आ गया.

और बुआ ने होंटो पर एक छोटा सा किस किया.

ये छोटा किस हम दोनो को प्यार के समुन्द्र मे डूबने के लिए काफ़ी था.

अवी-बुआ आप बहुत टेस्टी हो ,आपको खाने का मन हो रहा है.

नीता बुआ-ऐसा कहोगे तो तुम मेरे हाथ से मार खाओगे

अवी-नही कहूँगा ,पर लाइट तो ऑन करने दो

नीता बुआ-मुझे शरम आती है.

अवी-पिछली बार भी आपकी खूबसूरती को देखने को नही मिला. इस बार देखने दो ना

नीता बुआ-ठीक है ,जो करना करो, आज मैं तुम्हारी हूँ.

मैं ने लाइट ऑन किया और बुआ के सुंदर मुखड़े को देखने लगा.

अवी-बुआ आपके होंठ कितने रसीले है.

नीता बुआ-ऐसा मत कहो, कहा ना तुम्हें जो करना है करो

मैं ने बुआ ने रसीले ,गुलाभी, होंटो से प्यार का रस पीने के लिए अपने होंटो को उनसे मिला दिए

बुआ ,बुआ ,का कोई जवाब नही. होंठ इतने भी रसीले होते है ये मुझे आज पता चला.

बुआ के होंटो मे जादू है. ऐसा जादू जो प्यार करने वालो को अपना दीवाना बना दे

बुआ के नरम नरम होंटो को टच करते ही चूसना सुरू किए बिना रह नही सका.

बुआ भी अपने बेटे को अपने होंठो का रस पिलाने लगी.

बुआ उनके होंटो को प्यार करने मे मेरा पूरा साथ दे रही थी.

नीता बुआ मुझे किस कर रही थी और मैं उनको किस कर रहा था.

बुआ के दोनो होंठो को बारी बारी से चूसने लगा.

बुआ भी कभी अपना निचला होंठ मुझे चूसने के लिए देती तो कभी उपर का होंठ मेरे होंटो के बीच लाती.

मैं बुआ को किस करते हुए अपने शरीर को उनके नाज़ुक बदन से रगड़ने लगा.

बुआ भी अपने पैरो को इस तरह रगड़ रही थी कि उनकी चूत से मेरा लंड टच हो

मैं ने होंटो को चूसने के साथ उनको काट कर खाना भी सुरू किया.

बुआ के होंटो को काटते ही बुआ मुझे कस के पकड़ लेती जिस से मेरा लंड बुआ की चूत से अच्छे से मिल लेता.

बुआ अपने होंटो को मुझसे चूसवाने के साथ मेरे होंटो से ऐसे मिलवा देती कि उनके मूह खोलते ही उनके होंटो के साथ मेरे होन्ट भी खुल जाते.

हमारे होन्ट एक दूसरे से मिल कर ओ शेप बनाते हमारी जीभ कबड्डी खेलने लग जाती.

इसी खेल मे कभी बुआ की जीभ मेरे मूह मे एंट्री करके कबड्डी खेलती तो कभी मेरी जीभ उनके एरिया मे एंटर होती.

इस खेल से हमारे बदन गरमी से तपने लगे.

हमारे बदन मे इतनी गरमी पैदा हो गयी कि हमे किस करना बंद करना पड़ा.

किस करना बंद होते ही हम सासे लेने लगे. पर प्यार इतना हम पे हावी हो गया कि हम सासलेते हुए बीच बीच मे छोटा छोटा किस करने लगे.

बुआ इस मे आगे थी , बुआ को मेरा प्यार करना पसंद आ गया जैसा पूजा बुआ को आया था,

जैसे पूजा बुआ को प्यार करके मुझे आनंद का अहसास होता वैसे नीता बुआ को प्यार करके हो रहा था.

मेरी बुआ ,मेरी चाची, मेरी बहन प्यार का दूसरा नाम थी. उनको प्यार करने से मेरी आत्मा को सुकून मिलता था

बुआ को किस करने के बाद मैं ने अपनी टीशर्ट निकाल कर अपना पहलवान शरीर बुआ को दिखा दिया.

मेरा शरीर देखते बुआ की आँखों मे चमक आ गयी.

मैं ने बुआ को एक और किस करके उनके पैरो के पास चला गया.

और बुआ के सुंदर बदन को प्यार करना सुरू किया.

बुआ की साड़ी को पेटीकोट के साथ उपर ले जाते हुए उनके पैरो पे किस करने लगा.

बुआ मेरे ऐसा करते अपनी जाँघो को एक दूसरे से रगड़ने लगी अपनी हाथो से बेडशीट को पकड़ लिया.

मैं धीरे धीरे पैरो पे किस करते हुए उनके जाँघो तक आ गया.



जाँघो पर किस करने के लिए साड़ी को थोड़ा उपर किया कि बुआ की रेड पैंटी की झलक देखने को मिल गयी.

पैंटी पे कुछ दाग के निशान दिख रहे थे. इन दागों को और ज़्यादा बढ़ाना होगा.

मैं ने बुआ के जाँघो पर किस करके वापस उपर आ गया.

और साड़ी का पल्लू हटा कर बुआ के क्लीवेज देखने लगा.

क्लीवेज़ मेरी आँखों को इतना सुकून पहुँचा रहा है तो ब्लाउस के अंदर छुपे हुए बूब्स देख कर मैं अँधा हो जाउन्गा. क्यू कि इसके बाद कुछ देखने की इच्छा नही होगी.

मैं बुआ की तरफ देखते हुए अपने दोनो हाथो को उपर उठा कर बुआ के बूब्स पर ले आया.

बुआ के बूब्स को ब्लाउज के उपर से दबाते बुआ की शीष्कारी निकल गयी.

अभी ये हाल है तो बूब्स चूसने पर क्या होगा.

बुआ के सुंदर पके हुए आम को देखने के लिए मैं ने उनके ब्लाउस के हुक निकाल दिए

ये क्या ,बुआ के बूब्स और मेरे बीच मे ब्रा कहाँ से आ गयी.

मैं ने ब्रा को उपर करके बुआ के बूब्स के दर्शन कर लिए

बुआ के गोरे बूब्स ,ब्राउन निपल ,टाइट निपल ,देख मेरे मूह मे पानी आ गया.

अवी-बुआ मैं आपके पके हुए आम का खा जाउ

नीता बुआ-तुम्हें कहा ना ,जो करना है करो. खा जाओ, आज ये तुम्हारे है.

बुआ को इस तरह सत्ताने मे बड़ा मज़ा आ रहा था.

बुआ के किस बूब्स मे ज़्यादा प्यार होगा ,

लेफ्ट या राइट

आज पता करके रहूँगा.लेफ्ट से शुरुआत करते है.

मैं ने लेफ्ट बूब्स के निपल पे एक प्यारा सा किस किया ,

और बुआ के मूह से शीष्कारी निकल गयी.

अवईीईईईईईईईईईईईईईईईईईई

बुआ के निपल तो जादुई है ,प्यार मैं ने किया और नशा बुआ को छाने लगा.

निपल को किस करने से काम नही चलेगा

बुआ के निपल को प्यार से चूसना पड़ेगा. और मैं ने ऐसा ही प्यार से बूब्स चूसना स्टार्ट किया.

बुआ के बूब्स को निप्पल के साथ मूह मे लेकर चूसने लगा.

और दूसरे बूब्स के निपल को उंगली मे पकड़ कर मरोड़ ने लगा.

एक साथ दोनो निपल के साथ खेलने से बुआ पूरी मस्ती मे आने लगी

आआआहह.........अवईीईईईईईईईईई........तूमम्म्ममममममीईईरी.......मुझीईईईईवए.........ईईईई......क्य्ाआआआआ......
..कार्रर्र्र्र्ररर.......दियाआआआआआ.......अवईीईईईईईईईई.......आईसीईईई.....प्यरर्र्र्र्र्ररर.......करूऊऊऊओ......अपणीईीईईईई.......
बुआााआअ.....कूऊव

बुआ की प्यार वाली शीष्कारी मुझे उनको प्यार करने का जोश बढ़ा रही थी

उसी का एक्सपीरियेन्स का इस्तेमाल करके बुआ के बूब्स को चूसने लगा.

बुआ के बूब्स मे जो प्यार भरा था उनको पीकर मैं खुद को भाग्यवान समझने लगा.

बुआ मेरे बालो मे हाथ घुमा कर अपने बूब्स चूस्वा रही थी.

पूजा बुआ हो या नीता बुआ ,उनको प्यार करने के लिए मैं हज़ारो वर्जिन लड़की को कुर्बान कर दूं

क्यूँ कि बुआ को प्यार करने से मेरी आत्मा को सुकून मिलता है .

बुआ के एक बूब्स को प्यार करके दूसरे बूब्स को चूस कर बुआ को मज़ा देने लगा


.
बुआ के बूब्स को चूस रहा था काटने का मन नही हो रहा था. अगर मैं ने अपना नाम लिख दिया तो लीना के पापा का क्या होगा.

मैं धीरे धीरे बड़े प्यार से बुआ को एग्ज़ाइट करके बूब्स चूस रहा था.

जिसे हम प्यार करते है उसके साथ प्यार से करने का मन करता है. उनको चोट लगी तो मेरे दिल को दर्द होता है.

बुआ ने अपने बूब्स का दूध पिला कर मुझे और स्ट्रॉंग बना दिया.

बूब्स को चूसने के साथ ही मैं वापस बुआ की जाँघो के बीच आ गया.

बुआ ने मेरे लिए अपने पैर फैला दिए ताकि अपने बेटे को परेशानी ना हो

मैं ने बुआ की पैंटी को गोर से देखा तो उनपे दाग नही पूरी गीली हो चुकी थी.

मैं ने बुआ की गीली पैंटी पे किस करके बुआ को बता दिया कि उनको क्या करना है और मैं क्या करने वाला हूँ

बुआ ने अपनी कमर उपर करके मुझे उनकी पैंटी निकालने मे मदद की.

पैंटी निकालते ही मैं उसको हाथ मे लेकर सूंघने लगा.

मुझे इस तरह अपनी पैंटी को सूँघता हुआ देख कर शरमा कर अपनी आँखे बंद की.

मैं ने बुआ की पैंटी को साइड मे किया और बुआ की प्यारी चूत को देखने लगा.

पिछली बार मैं इसको देख नही पाया था.

बुआ की चूत चिकनी थी. लगता है मेरे घर मे बाल किसी को पसंद नही है.

पूजा बुआ की चूत की तरह फूली हुई नही थी ,पूजा बुआ कुछ ज़्यादा चुदाई करती है.

नीता बुआ की चूत छोटी थी. उसके होंठ अभी तक अच्छी हालत मे थे. गुलाबी पन भी बरकरार था.

बुआ ने अपनी चूत को अच्छे से मेनटेन करके रखा था.

अवी-बुआ मैं

नीता बुआ-चुप कर वरना सच मे मार खाएगा.

मैं बुआ की बात सुनकर हँसते हुए उनकी चूत की महक को सूंघ कर मेरा दिमाग़ उसके नशे मे झूम ने लगा.

अब और बर्दास्त नही हो रहा है.

और मैं ने उनकी गीली चूत पे किस करके अपने होंटो को गीला किया.

किस करते ही मैं ने अपनी उंगली से उनकी चूत को खोल दिया

और अपनी जीभ को उनकी चूत मे डाल दिया.

जीभ का टच होते ही बुआ की जाँघो ने मेरे सर को पकड़ लिया.

बुआ कुछ भी कर लें मैं उनका पानी पीकर रहूँगा.

मेरी जीभ अपना काम अच्छे से जानती है. अगर चूत घर की हो तो मेरी जीभ कुछ ज़्यादा ही खुश होकर प्यार करने लग जाती है.

बुआ तो मेरी जीभ के वजह से गाना सुरू कर दिया

अवईीईईईईईईईईई..... .आआआहह... ....तुउुुुुुुउउ,..... .......नीईईई... ....कहाआआआआआअ... ...सीईईई सिखााआअ ईईईई सब्बब्ब्बबब.. ...आआअहह..... .ऊऊऊओह......

बुआ की शीष्कारी बता रही थी कि मैं अपना काम अच्छे से कर रहा हूँ

मेरी जीभ बुआ की चूत मे अंदर तक जाकर रस निकाल रही थी.

ऐसा भी कह सकते है कि मैं बुआ की चूत को चोद रहा हूँ

बुआ को मेरी जीभ से इतना मज़ा मिल रहा था तो मेरा लंड कितना मज़ा देगा.

मैं चूत को चाटने के साथ दाने को अपनी जीभ से च्छेड़ने लगा.

अपनी जीभ से इतना हल्का टच उनके दाने पर करने लगा कि बुआ अपने सर को इधर उधर घुमाने लगी.

बुआ पूरी तरह से मस्ती मे झूमने लगी.

मैं कभी उंगली तो कभी जीभ से बुआ की चूत को चोदने लगा.

बुआ मेरे प्यार को और ज़्यादा देर बर्दास्त नही कर पाएगी.

ये बात उनके कमर उपर करने से पता चल रही थी

बुआ अपनी चूत को मेरे मूह पे मारने लगी.

जिस ने मेरी जीभ अच्छे से बुआ की चूत को चोदने लगी.

बुआ का मेरे प्यार मे अपना कंट्रोल खो गयी.

अवईीईईईईईई मैंन्ननननणणन् गइईईई

और बुआ मेरे मूह पे अपना अनमोल पानी छोड़ने लगी.

इतना अनमोल पानी मैं वेस्ट कैसे जाने देता.

मैं बुआ की चूत के पानी का एक एक ड्रॉप पीने लगा.

बुआ भी मुझे अपना पानी पिलाने लगी. अपनी जांघों से मेरे सर को पकड़ कर अपना पानी पिलाने लगी.

बुआ का टेस्टी अनमोल पानी पीकर मैं ने उनके प्यार को स्वीकार किया
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rajsharma
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by rajsharma »

दीवाली की आप सभी दोस्तो को बहुत बहुत हार्दिक बधाई
Read my all running stories

(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

819 ए

बुआ मुझे पानी पिलाते ही जन्नत से ज़मीन पर आ गयी.

बुआ इतने दिनो के बाद इस तरह हल्की हुई होगी.

बुआ का पानी बहुत सारा निकला था जिस से मेरी प्यास बुझ गयी .

पर मेरे लंड की प्यास बुझनी बाकी थी.

मैं अपने गालों पर लगा हुआ बुआ का पानी जीभ से चाटने लगा.

ये देख कर बुआ शरम से पानी पानी हो गयी उनका पानी जो मैं इस तरह चाट रहा था

अवी-बुआ आप बहुत टेस्टी हो. और आपका पानी तो अमृत है अमृत

बुआ ने मुझे थप्पड़ दिखा कर डरा दिया.

नीता बुआ-तू मार खाए बिना चुप नही रहेगा. अपनी बुआ को सत्ताने मे तुझे मज़ा आ रहा है.

अवी-आप की तारीफ कर रहा हूँ ,आप है इतनी लाजवाब कि मैं खुद को रोक नही पा रहा था.

और मैं ने बुआ के होंटो को चूम लिया और उनको उठा कर उनकी ब्रा और ब्लाउस निकाल दिया.

फिर मैं ने बुआ की साड़ी और पेटिकोट भी निकाल कर बुआ की असली खूबसूरती के दर्शन कर लिए.

बुआ का खूबसूरत बदन बिना कपड़ो के देखना ,एक ख्वाब जैसा लग रहा था.

सर से लेके पैरो तक बुआ का बदन संगेमरमर जैसा था, नीता बुआ के बदन पर एक भी दाग नही था.

नीता बुआ और नेहा बुआ जुड़वा है

नीता बुआ इतनी खूबसूरत है तो नेहा बुआ कितनी खूबसूरत होगी

नेहा बुआ अपने चेहरे पे थोड़ी भी स्माइल लाई तो उनकी खूबसूरती मे कोई भी खो जाए

शायद नेहा बुआ को अपनी खूबसूरती पसंद ना हो

इसी लिए इस तरह रहती है कि उनकी खूबसूरती छुपी रहे

वो कहते हैना की खूबसूरती औरतों की दुश्मन होती है ,

देखते है नेहा बुआ का दुश्मस्न कौन है

पर कुछ भी हो नीता बुआ भी कुछ कम नही है

मेरी तीनो बुआ एक से बढ़कर एक है

पर तीनो मे एक कामन चीज़ है ,वो मैं हूँ , तीनो मुझे अपनी जान से ज़्यादा प्यार करती है , छोटी चाची ऐसा कहती है

पूजा बुआ की खूबसूरती कुछ कम थी नीता बुआ से ,

नीता बुआ का पूरा बदन रोशनदान से आती हुई चाँद की रोशनी मे चमक रहा था. दूध सा सफेद बदन ,

मैं तो बुआ के खूबसूरत बदन को घूरता रह गया.

अवी-बुआ आपको भगवान ने फ़ुर्सत से बनाया होगा. आप जैसी दूसरी इस दुनिया मे कोई नही हो सकती.

नीता बुआ-तू ,मुझे शरम से मार डालना चाहता है.

अवी-सच बुआ ,आप बहुत खूबसूरत हो,आप लाखों मे एक होगी.

नीता बुआ-नही. लाखों मे 2 हूँ. नेहा और मैं जुड़वा बहनें है ये भूल मत, नेहा मुझे से ज़्यादा खूबसूरत है

अवी-कुछ भी हो आज आपको पा कर दिल को सुकून मिल गया

नीता बुआ-बहुत बाते करता है तू

अवी-बातों के साथ काम भी करता हूँ



और मैं ने अपने कपड़े निकाल दिए और मेरे लंड को बुआ के सुंदर बदन के दर्शन करवा दिए.

मेरा लंड तो बुआ को देखते ही उनको प्यार करने के लिए झटके मारने लगा.

बुआ इतनी जल्दी मेरे लंड को प्यार नही करेगी. और मेरा लंड भी पहले अपनी मनपसंद चीज़ को प्यार करना चाहता है.

मेरे नंगे होते ही बुआ ने अपनी आँखों बंद कर ली और मैं उनके उपर आगया.

और बुआ का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रखा.

बुआ को अपने हाथ मे एक गरम रोड फील होते ही उनके बदन मे एक लहर दौड़ गयी. और बुआ ने अपना हाथ पीछे ले लिया.

बुआ को पता चल गया कि उनका बेटा कितना बड़ा हो गया है.

बुआ ने पिछली बार मेरे लंड को फील किया था इस बार उनको प्यार करने दूँगा.

पहले मैं तो कर लूँ बुआ को प्यार.

मैं ने अपने लंड को थूक लगा कर बुआ की चूत पर रगड़ने लगा.

चूत पर लंड की गर्माहट का अहसास होते बुआ का बदन मे रोमांच पैदा हुआ.

बुआ और मेरा मिलन पहले भी हो चुका था

दोनो को एक दूसरे की पहचान थी

लंड और चूत का किस होते , दोनो पिछले मिलन को याद करने लगे

वो बारिश का मौसम , और ये दोनो इतने गरम थे कि उनका मिलन यादगार बन गया था

बुआ को उस रात मे जो प्यार किया उसके याद करते मेरा लंड झटके मारने को बेताब हो गया था

वही हाल बुआ का भी हो रहा होगा

तभी तो उनकी कमर उपर होकर मेरे लंड को किस करने की कॉसिश कर रही थी

बुआ की आँखों बंद थी पर उनकी धड़कने तेज चल रही थी.

अवी-बुआ मैं आपके दिल मे जगह बनाने जा रहा हूँ

बुआ ने कुछ नही कहा बस हल्के से प्यार से मेरे गाल पर थप्पड़ मार कर इजाज़त दे दी.

मैं ने लंड को बुआ की चूत के मूह पर सेट किया .चूत के होंठ खुल कर मेरे लंड को चूसने लगे.

बुआ अपनी सासे रोक कर मेरे पहले झटके का इंतज़ार कर रही थी.

मैं ने बुआ का इंतज़ार ख़तम किया ,और हल्का सा पुश करके बुआ को डरा दिया.

लंड अंदर नही डाला पर लंड अंदर जाने के खुशी मे बुआ को हार्ट अटॅक आते आते रह गया.

बुआ ने मुझे कुछ नही कहा और फिर से अपनी सासे रोक कर मेरे लंड को अपने अंदर लेने का इंतज़ार करने लगी.

मैं ने बुआ के दिल मे अपना घर बनाने के लिए पहली नीव रख दी.

मैं ने पहला झटका मारकर टोपे के साथ थोड़ा लंड बुआ के अंदर डाल दिया.

मेरे लंड को अपने अंदर महसूस करते बुआ ने अपनी आँखों मज़बूबी से बंद की और अपने होंठ को भींच लिया ताकि उनकी खुशी मुझे सुनाई ना दे

बुआ का बदन खुद को मेरे लंड की हिसाब से अड्जस्ट करने लगा. बुआ अपनी कमर को उपर करने लगी.

मतलब बुआ मुझे और अंदर फील करना चाहती है.

मैं ने दूसरा झटका मार कर आधे से ज़्यादा लंड अंदर डाल दिया.

बुआकी चूत की दीवारों पे अपना नाम लिखते हुए मेरा लंड अंदर चला गया.

बुआ इसी का इंतज़ार कर रही थी

बुआ की चूत मे मेरा लंड अंदर जाते ऐसे गले लगाया कि वो इसका कब से इंतज़ार कर रही हो

मेरे लंड पर बुआ के प्यार का दबाव साफ महसूस हो रहा था.

बुआ ने मेरे दूसरे झटके के साथ अपने हाथो से मेरे हाथो को कस के पकड़ लिया.

उनके हाथो की पकड़ बता रही थी कि उनको कितना दर्द हो रहा है.

पर बुआ ने शरम के कारण अपने मूह से आवाज़ नही निकलने दी.

बुआ के चेहरे पे दर्द की लकीर साफ दिख रही थी.



बुआ को दर्द मे देख कर मुझे अच्छा नही लग रहा था
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