मैं और मेरा परिवार

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xyz
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

826 डी

कोमल और रानी को पार्टी देने के बाद मैं घर की तरफ जाने लगा.

अवी-कोमल तुम इतनी टॅलेंट कैसी हो ,94% ,कुछ पर्सेंट मुझे दे देती

कोमल-मैं टॅलेंटेड हूँ कि नही ये छोड़ो ,तुम ऐसे कैसे हो गये

अवी-तुम मेरा ध्यान रखती नही. बस अपनी पढ़ाई मे लगी रहती हो, मेरी मदद भी कर दिया करो

कोमल-मैं ध्यान नही रखती. अगर मैं ना होती तो ये मार्क्स भी नही मिलते

अवी-रहने दो ,थोड़ी ज़्यादा मदद करती तो अच्छे मार्क्स मिल जाते

कोमल-सही कहा ग़लती मेरी है. और मुझे पता है इसको कैसे सुधारना है

अवी-कैसे

कोमल-तुम शाम को 2 घंटे मेरे साथ रहोगे

अवी-क्यू ,मूवी देखनी है.

कोमल-तुम्हारी पढ़ाई लूँगी.

अवी-मैं तो मज़ाक कर रहा था

कोमल-तुम मज़ाक करो या कुछ और, तुम शाम मेरे साथ बितायोगे, और मैं पूछ नही रही हूँ बता रही हूँ कि तुम्हें क्या करना है

अवी-मैं कर लूँगा पढ़ाई .

कोमल-देख ली तुम्हारी पढ़ाई , शाम को मेरे साथ पढ़ाई करनी होगी. और इस साल तुम लेक्चर मिस नही करोगे.

अवी-मज़ाक के चक्कर मे कहाँ फँस गया.

कोमल-अवईीईईईई

अवी-आ जाउन्गा. तुम्हारे साथ पढ़ाई करूँगा खुश

कोमल- मैं जैसा कहूँगी वैसी पढ़ाई करनी होगी

अवी- एस मेडम , वोसे तुमने बताया नही की कॉलेज मे तुम्हें कैसा लगा था

कोमल-डबल खुश थी ,आज कॉलेज मे मुझे ऐसा लगा कि मैं 2न्ड नही 1स्ट आई हूँ ,थॅंक्स

अवी-वेलकम ,तुम्हारी खुशी के लिए इतना तो कर ही सकता हूँ.

कोमल ने मुझे गले लगा लिया और मैं बाइक अपने गाओं की तरफ ले जाने लगा.

मैं ने कोमल के पास होने के खुशी मे गाओं मे मिठाई बाटने के लिए ले ली.

और छोटी चाची को कॉल करके बता दिया की मैं कोमल के साथ आ रहा हूँ.

कोमल के साथ रहने से मुझे पहले नेहा बुआ से मिलना तो पड़ेगा.

ऐसे मे चाची बच्चों के साथ नेहा बुआ के घर जाकर हमारा इंतज़ार कर रही थी.

मैं ने घर पहुँचते ही गेट की तरफ देखा तो गेट के सामने इतनी सारी सॅंडल देख कर समझ गया कि सब यही पर है.

मैं नेहा बुआ से डरते हुए अंदर चला गया

कोमल के चेहरे की खुशी देख कर सब समझ गये कि उसने टॉप किया होगा.

मैं कोमल के पीछे से चुप चाप सरक कर छोटी चाची के पास जाकर बैठ गया.

और उनके हाथ मे अपना रिज़ल्ट दिया. छोटी चाची मेरा रिज़ल्ट देखने लगी और बाकी सब कोमल से उसका रिज़ल्ट पूछने लगी.

नेहा बुआ-कोमल कितने मार्क मिले

कोमल-94% ,

कविता-दीदी ,इतने मार्क्स ,


स्वेता दीदी-कोमल ने तो आज सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए.

नेहा बुआ-1स्ट आई या 2न्ड

कोमल-आई तो 2न्ड पर 1स्ट आने से ज़्यादा खुशी हुई

कविता-माँ दीदी पागल हो गयी ,इतने मार्क्स देख कर

नेहा बुआ-तू तो कभी नही लाती.

कविता लीना-इस बार हमने भी बहुत मेहनत की है

नीता बुआ-वो रिज़ल्ट के बाद देखेंगे ,हा कोमल तुम कुछ कह रही थी

कोमल-मौसी अवी ने मेरे लिए इतनी तालियाँ बजाई कि उसकी गूँज अब भी मेरे कानों मे सुनाई दे रही है. मैं तो आज बहुत खुश हूँ

कविता- भैया है ही ऐसा की उनके गिफ्ट अनोखे होते है

कोमल- हाँ , पूरा कॉलेज मेरे लिए तालियाँ बजा रहा था

नीता बुआ- मुझसे पहले अवी ने अच्छा गिफ्ट दिया है

नेहा बुआ-कोमल तुम्हें ऐसे पढ़ाई करके डॉक्टर बनना है , तेरी 2न्ड आने पे तुझे क्या गिफ्ट चाहिए

कोमल-मुझे जो चाहिए वो देंगी

नेहा बुआ-हाँ, बोल क्या चाहिए

कोमल-आप अवी को कम मार्क मिलने की वजह से कुछ नही कहेगी.

नेहा बुआ-ये क्या माँग लिया,

कोमल-आपने प्रॉमिस किया है

नेहा बुआ-कितने मार्क मिले है अवी को

पूजा बुआ-अवी कितने मार्क मिले है.

सी चाची-65%

सीतल दीदी-65% ,ये भी कोई मार्क है

स्वेता दीदी-तुम चुप रहो

नेहा बुआ-मैं ने कहा था अवी को शहर मे पढ़ाई करने मत भेजो ,देख लिया, बिगड़ गया ना ,

कोमल-माँ, आपने प्रॉमिस किया है

नेहा बुआ-मैं मीना से बात कर रही हूँ.

सी चाची-शहर जाने या ना जाने से मार्क कम नही हुए है

नेहा बुआ-ये मार्कशीट पे दिख रहा है , कोमल को पिछले साल से ज़्यादा मार्क मिले है और इसको पिछले साल से कम मार्क मिले है , तुमने कहा था कि ऐसा कुछ नही होगा ,

सी चाची- तुम बिना वजह गुस्सा हो रही हो

नेहा बुआ- गुस्सा ना करूँ तो क्या करूँ , मेरी तो कोई सुनता ही नही, सबको अपनी अपनी पड़ी है

नीता बुआ- नेहा , मीना क्याकहने जा रही है वो तो सुन ले

पूजा बुआ- मीना , अवी के मार्क किस वजह से कम हुए है.

सी चाची-हमारे वजह से

पूजा बुआ-हमारे वजह से?

सी चाची-हम ने अवी को पढ़ाई करने दी ही नही

नेहा बुआ-हम ऐसा क्यू करेंगे

सी चाची-मेले का काम अवी को किसने दिया था, हम ने ,2 महीने अवी पढ़ाई से दूर रहा किस के वजह से , हमारे वजह से

नेहा बुआ- मैं तब भी मना कर रही थी कि अवी को मेले का काम मत दो , देख लिया क्या हुआ ,

नीता बुआ- नेहा , अवी ने मेले का काम उम्मीद से अच्छा किया ना

नेहा बुआ- अच्छा तब कहा जा सकता है जब मार्क भी अच्छे आते , मैं ने कितनी बार कहा कि मेले का काम मत दो पर मेरी तो कोई सुनता ही नही

पूजा बुआ- नेहा , ऐसा नही है , जो इस घर के लिए ठीक था वही किया हमने

नीता बुआ-और , मीना ठीक कह रही है. हमारे वजह से अवी को कम मार्क मिले

नेहा बुआ-फिर भी


सी चाची- अगली बार ऐसा नही होगा इस से ज़्यादा मैं कुछ नही कह सकती ,

अवी-(ये हो क्या रहा है , बात कहाँ से कहाँ चली गयी , इनकी बातें तो टॉप सीक्रेट जैसी होती है , पता नही ये सब ऐसे क्यू बात कर रहे है, छोटी चाची बड़ी बुआ से माफी क्यू माँग रही है , मुझ पे तो छोटी चाची का हक है पर यहाँ तो ऐसा लग रहा है की नेहा बुआ मुझ पे अपना हक बता रही हो )

पूजा बुआ-नेहा जाने दे ,ग़लती हमारी है. हमारे वजह से अवी को कम मार्क मिले है

स्वेता दीदी-इतने भी बुरे नही मार्क , मुझे तो 64% ही मिले थे

नेहा बुआ- वो 4 साल पहले की बात है ,

स्वेता बुआ-मौसी , अवी अगले साल अच्छे मार्क लेकर आएगा , आएगा ना अवी

मैं ने हाँ मे गर्दन घुमा दी

राजेश-भैया इतना सबका ख़याल रखते है ऐसे मे उनको खुद के लिए टाइम ही नही मिलता होगा जिस से मार्क कम मिले है

पूजा बुआ- राजेश ने सही कहा है , हम ही तो उसे काम बताते रहते है ,अवी शहर से ये लाना वो लाना

ब चाची-मुझे तो कुछ नही करना ,मेरा बेटा पास हो गया इतना काफ़ी है मेरे लिए

और बड़ी चाची ने मुझे गले लगा कर प्यार किया

अवी-नेहा बुआ ठीक कह रही है. मुझे ज़्यादा पढ़ाई करनी चाहिए थी

ब चाची-कोई ज़्यादा पढ़ाई करने की ज़रूरत नही है ,तू टेन्षन मत ले

पूजा बुआ-सुमन तू अवी को बिगाड़ रही है

ब चाची-टेन्षन मे पढ़ाई नही होती. और मीना है इसकी पढ़ाई लेने के लिए

सी चाची-अवी को पता है कि उसे कम मार्क मिले है इस लिए उसने एग्ज़ॅम के बाद भी पढ़ाई चालू रखी

स्वेता दीदी-भाई किसका है.

पूजा बुआ-बड़ी आई भाई किसका है बोलने वाली. मेरा बेटा है

अवी-बुआ मैं इस साल से अच्छे से पढ़ाई करूँगा

कोमल-हम साथ मे पढ़ाई करेंगे, माँ अब गुस्सा करके दिन खराब मत करो

नेहा बुआ-ठीक है

कोमल-तो इसी खुशी मे मूह मीठा करते है

राज-मैं ने तो कर भी लिया

नीता बुआ-तू लगा रह

और कोमल ने सबको मिठाई खिला कर मूह मीठा किया.

चाची ने सब संभाल लिया.

छोटी चाची ने संभाल तो लिया पर मुझे अपनी मस्ती के साथ पढ़ाई पर भी ध्यान रखना होगा

मैं ने भी सबको मिठाई खिलाई

और बाकी की मिठाई गाओं मे बाँटने के लिए राज को बोल कर मैं चाची के साथ घर आ गया

घर आते मैं सोफे पर बैठ कर रिलॅक्स हो गया

छोटी चाची ने मुझे थोड़ी ज्ञान की बातें बताई

बड़ी चाची ने कहा की पढ़ाई तो होती रहती है पहले अपना ख़याल रखना.

सीमा चाची ने कहा बिंदास रहा करो ,जिस से लाइफ मज़ेदार होती है.

पर मुझे पता था मुझे क्या करना था.
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rajsharma
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by rajsharma »

bahut achha update hai
Read my all running stories

(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
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`·.¸.·´ -- raj sharma
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shubhs
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by shubhs »

बिंदास
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
Aadi
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by Aadi »

Bhai story mstt hai update v but thora jaldi update bhai
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