मैं और मेरा परिवार

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Rohit Kapoor
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by Rohit Kapoor »

Congregation for 900000 Views
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rajaarkey
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by rajaarkey »

मुबारक हो दोस्त आपकी इस कहानी ने एक नया कीर्तिमान रच दिया है और अभी ना जाने और कितने रचेगी

आपकी इस कहानी नौ लाख व्यूज पार कर लिए हैं इस साइट की सबसे ज़्यादा व्यूज पाने वाली कहानी है ये
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xyz
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

lovelyssingh wrote: 24 Sep 2017 12:44 Mst update....
Ankit wrote: 24 Sep 2017 13:09superb update
Rohit Kapoor wrote: 24 Sep 2017 15:38 Congregation for 900000 Views
rajaarkey wrote: 25 Sep 2017 10:00 मुबारक हो दोस्त आपकी इस कहानी ने एक नया कीर्तिमान रच दिया है और अभी ना जाने और कितने रचेगी

आपकी इस कहानी नौ लाख व्यूज पार कर लिए हैं इस साइट की सबसे ज़्यादा व्यूज पाने वाली कहानी है ये

Raj bhai ye sab ap sab ke sath ki vajah se hi ho paya hai ...................thank to all
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xyz
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by xyz »

813 सी

चाची ने तो मुझे थप्पड़ मार दिया

थप्पड़ मारने की वजह मैं जान चुका था

चाची ने थप्पड़ तो मुझे मार दिया पर रो खुद रही थी

थप्पड़ मारने के बाद चाची.मेरे गले लग गयी

अवी- मज़ाक आपने किया और थप्पड़ मुझे मार दिया

सी चाची-और कुछ कहा तो एक और थप्पड़ पड़ेगा

अवी- मज़ाक आप करो और

सी चाची-तू क्या कर रहा था

अवी- आपने जो कहा उस का रिक्षन ऐसा ही होगा ना

सी चाची-अब तू बड़ा हो गया तो मुझे बताएगा कि रिक्षन क्या होगा

अवी-मैं तो वो

सी चाची-क्या मैं तो , तुझे कोई हक नही खुद को कुछ करने का, तेरी ज़िंदगी मेरी है उसपे मेरा हक है ,

अवी-हक

सी चाची-तेरी ज़िंदगी मेरी है , अगर दुबारा ऐसा किया ना मुझसे बुरा कोई नही होगा ,

अवी-आप बोल क्या रही है

सी चाची-तू खुद को समझता क्या है , तुझे कुछ हो जाता तो मेरा क्या होता ये नही सोचा तूने ,सुमन दीदी का क्या होता ये भी नही सोचा

अवी-क्या होता आपको अपनी मर्ज़ी से कुछ भी करने को.मिलता

सी चाची-तेरे बिना मैं एक पल.भी जिंदा नही रहती , और तू मज़े करने की बात कर रहा है

अवी-फिर आपने ऐसा कहा ही क्यू

सी चाची-एक मज़ाक ही तो किया था

अवी-आपकी मज़ाक ने मेरी जान ले ली थी , अगर मैं चाकू मार देता तो

और छोटी चाची ने फिर से मुझे एक थप्पड़ मारा

आज तो मैं सोच रहा था कि राजेश और नीता बुआ की मदद करने के बदले मे मुझे चाची इनाम देगी पर यहाँ तो थप्पड़ मिल रहे है

सी चाची-दुबारा ऐसा मत करना. अगर तुझे कुछ हुआ तो पूरी फॅमिली जीते जी मर जाएगी

अवी-फिर आपने ऐसा क्यू कहा

सी चाची-सिर्फ़ कहा था किया नही.तू तो करने जा रहा था. ऐसा कभी मज़ाक मे मत करना

अवी-सॉरी

सी चाची-क्या सॉरी , तुझे ये सब मज़ाक लग रहा होगा , मेरी तो जान निकल गयी थी

अवी-मज़ाक आपने किया था

सी चाची-किया था मज़ाक तो क्या तू कुछ भी कर लेगा

अवी-मैं तो

सी चाची-क्या मैं तो , तुझे कुछ हो जाता तो सुमन दीदी का क्या होता सोचा है कभी

अवी-मुझे बस आप चाहिए

सी चाची-मुझे बस आप चाहिए , मुझे क्या उपर जाके लेते

अवी-आप इतना गुस्सा क्यू हो रही है

सी चाची-गुस्सा ना करू तो क्या तेरी पूजा करू , तूने सोचा भी कैसे ऐसा करने का

अवी-आपने कैसे सोचा

सी चाची-मैं क्या सच मे थोड़ी करने वाली थी ,

अवी-पर मेरे लिए तो सच जैसा था ना

सी चाची-सच ये है कि तू क्या है

अवी-क्या मतलब

सी चाची-तुम एक बात समझ ले तू इस फॅमिली के लिए बहुत ज़रूर है ,मैं मर गयी तो कुछ नही होगा, पर तुझे कुछ नही होना चाहिए

अवी-क्या मतलब

सी चाची-तू इस घर का वारिस है तुझे कुछ हो गया तो हमारा क्या होगा , तेरे साथ पूरी फॅमिली मर जाएगी

अवी-सॉरी ,

सी चाची-क्या सॉरी ,मैं तो बस मज़ाक कर रही थी . और तूने तो अपने गले मे चाकू लगा लिया ,

अवी-सॉरी

चाची की बाते सुनकर मुझे बुरा लगने लगा

मज़ाक चाची ने किया और उल्टा गुस्सा मुझपे हो रही है

चाची बाते सुनकर मैं उनकी तरफ पीठ करके बैठ गया

चाची की बातों से मुझे भी बुरा लगा

मेरे उस तरह उनकी तरफ पीठ करके बैठने से चाची समझ गयी कि मुझे उनकी बात से बुरा लगा

और मैं उनसे बात करने मे इंट्रेस्टेड नही हूँ

सी चाची-(ग़लती मेरी थी , और मैं ही उल्टी अवी पे गुस्सा हो गयी ) अवी

मैं ने कोई जवाब नही दिया

सी चाची-(अवी को मेरी बतो से बुरा लग गया , मुझे मज़ाक नही करना चाहिए था , अवी ने कुछ ग़लत भी तो नही किया , पर उसे कुछ हो जाता तो मैं अवी के दादाजी को क्या मूह दिखाती , सुमन दीदी को क्या कहती) अवी

अवी-मुझे अकेला छोड़ दीजिए

सी चाची-(अवी को मनाना होगा , ग़लती मेरी है , मैं बड़ी हूँ तो मुझे समझदारी से काम लेना चाहिए था , पर मैं क्या करती अवी की गर्दन पे चाकू देखते मैं खुद की भावनाओं पे कंट्रोल रखना चाहिए था )

सी चाची-(अवी , को मनाना होगा , उसने आज इतना अच्छा काम किया , राजेश और नीता को मिला दिया , नेहा भी अवी से खुश हो गयी , उसे इनाम देने की जगह मैं उसपे गुस्सा हो गयी , उसका मूड खराब कर दिया )

सी चाची-(अवी को मेरे इस तरह बात करने से कितना बुरा लगा होगा )

सी चाची-(अवी के लिए मैं तो सब कुछ हूँ , मेरे गुस्सा होने पे वो तो सो भी नही पाएगा , मुझे उसको मूड ठीक करना होगा ) अवी

अवी-मुझे अकेला छोड़ दीजिए



सी चाची-(अवी , को मनाना होगा , उसने आज इतना अच्छा काम किया , राजेश और नीता को मिला दिया , नेहा भी अवी से खुश हो गयी , उसे इनाम देने की जगा मैं उसपे गुस्सा हो गयी , उसका मूड खराब कर दिया )

सी चाची-(अवी को मेरे इस तारा बात करने से कितना बुरा लगा होगा )

सी चाची-(अवी के लिए मैं तो सब कुछ हूँ , मेरे गुस्सा होने पे वो तो सो भी नही पाएगा , मुझे उसको मूड ठीक करना होगा ) अवी

अवी-मुझे अकेला छोड़ दीजिए

सी चाची-(अवी का मूड तो कुछ ज़्यादा ही खराब जो गया है , बीवी बन के मनाती हूँ )

सी चाची-अजी सुनते हो , मुन्ना सो गया ,आज मुन्ना ने बहुत तंग किया

अवी-(चाची ये क्या बोल रही है )

सी चाची-मैं तो आज अमित को संभाल कर थक गयी हूँ , आज आपको बिना प्यार किए सोना होगा,

अवी-(चाची मेरी बीवी बन कर मुझे मना रही है )

सी चाची-ओह मेरे पातिदेव प्यार ना करने से गुस्सा हो गये ,

अवी-आप कुछ भी कर लो , मेरा मूड खराब है

सी चाची-( , लाइन पे आ रहा है ) मेरे पातिदेव का मूड तो मैं एक झटके मे ठीक कर दूँगी , अभी अपने हाथों से बनी हुई टी लेकर आती हूँ

अवी-रात को कोई टी पीता है
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