मॉल की सारी प्लानिंग दिया की थी , मेरा काम जेठानी को सिर्फ हाँक कर लाने का था।
" और वो तो सिर्फ लहसून प्याज वाली संस्कारी ,... " मैंने बोला।
" मजबूरी है " दिया का मुंह लटक गया ,फिर बोली ," मटन कबाब तो बिना लहसुन प्याज के बनता नहीं , .. प्योर नॉन वेज और साथ में चिल्ड बियर ,इंटर पास करने की ख़ुशी की पार्टी है और हमारी प्यारी प्यारी भाभी दे रही हैं ,आज देखियेगा , सबके सामने , आपकी जेठानी, .... नान वेज भी गटकेंगी और बियर भी। "
तब तक हम लोग दूकान में घुस गए थे।
तू , दिया को देखते ही वो लड़का चिल्लाया। लड़का क्या अच्छा ख़ासा मर्द था , २४-१५ का , एकदम जिम टोन्ड बॉडी ,जबरदस्त मसल्स। एकदम क्लीन शेव्ड ,...
" हाँ मैं , ... और ये हैं मेरी भाभी। "
और जिस तरह से उसने मेरी ओर से देखा , पहली नजर में मैं ताड़ गयी ,नम्बरी चोदू होगा ये। और खूब हचक हचक के लेने वाला।
मैं हलके से मुस्करायी और जैसे देवरों को देख के होता है मेरा आँचल थोड़ा ढलक गया ,गोलाई ,गहराई , कड़ापन शेप साइज , सब
और उस बिचारे की जींस टाइट होगयी।
दिया मेरी शरारत समझ रही थी।
" मेरी भी तो भाभी हुयी ," मेरे उभारों को बेशरमी से निहारते हुए वो दिया से बोला।
" एकदम ,इसमें कोई पूछने की बात है और दिया बता दे न इन्हे हम किस काम के लिए आये हैं।
और दिया ने बता दिया। कंसेशनल रेट पे साडी ,५० % डिस्काउंट सारी कहानी ,.. अभी भी उस लड़के के समझ में नहीं आया।
" भाभी आपको साडी लेनी है तो ,... "
उसकी निगाहें अब खुल के मेरे गदराये उभारों को सहला रही थीं।
" मुझे लेना होता है तो मैं , ले लेती हूँ , खासतौर से देवरों का ,पूछती नहीं हूँ "
मेरी निगाह भी अब उसके टाइट बल्ज पर थी , जंगबहादुर कुनमुना रहे थे।
" ये हुयी न भाभी वाली बात। " हँसते हुए वो बोला।
मैंने और दिया ने उसे सब समझा दिया।
मेरी जेठानी थोड़ी देर में आ रहे होंगी। पहले तो उन्हें खूब मक्खन लगाना ,तारीफ़ करना ,फिर मुश्किल से ५० % कंसेशन। दाम पहले ही दूना।
असली बात ये थी एक साडी जो वो पसंद करेंगी और दो जो मैं और दिया कहेंगे वो पैक करनी होगी लेकिन उन्हें पता नहीं चलना नहीं चाहिए।
अब वो पूरा खेल समझ गया।
लेकिन कैसी साड़ी तुम चाहती हो , जो मुझे बिना बताये उन्हें पैक करनी है " उसने दिया से पूछा।
" एकदम शीयर आलमोस्ट ट्रांसपेरेंट , ... "
" आलमोस्ट नहीं पूरी ट्रांसपरेंट , ट्रांसपरेंसी का जमाना है। " मैंने साफ़ किया ,
उसने कुछ नेट जार्जेट टाइप दिखाने की कोशिश की पर मैंने रोक दिया , और बोली ,
" अरे यार जैसे वो बार गर्ल्स , घटिया टाइप की आइटम गर्ल ,... "
"समझ गया मैं "
और उसने एक लड़के को आवाज दे के कुछ समझाया।
एक गट्ठर ले आया वो और दिया ने तुरंत चार पांच छांट ली , दो स्किन कलर की , एक प्याजी ,एक गुलाबी ,
" ब्लाउज है इसमें। " दिया ने पूछा।
" हाँ है लेकिन ये इतनी झलकौवा , नीचे से अस्तर लगाना पडेगा। " वो दिया को समझाते बोला।
" क्यों तेरे घर की औरतें लड़कियां ब्लाउज के नीचे ब्रा नहीं पहनतीं "
मैं उसे चिढ़ाने को मौका क्यों छोड़ती।
फिर जोड़ा , " अरे अस्तर का पैसा क्यों बर्बाद करें , ब्रा तो पहनेंगीं न वो "
" भाभी जो वो प्रॉपर साडी खरीदेंगे , उसके साथ भी ब्लाउज ऐसा ही ,... "
दिया एकदम मेरी ननद थी।
" एकदम , और हाँ मान लो उनका ब्लाउज ९५ सेंटीमीटर बनता हो ,बस आप ९० बल्कि ८५ काटना। " मैंने भी योगदान दिया।
" अरे सुन यार , वो लेडीज टेलर वाला , अरे वही जहां तुम सब अड्डेबाजी करते थे , उसकी शाप अभी चल रही है क्या। " दिया ने पूछा।
" हाँ एकदम इसी फ्लोर पे है , और उसके लड़के को तो अच्छी तरह जानती हो , आज कल वही बैठता है मैं उसे मेसेज कर देता हूँ।
ब्लाउज का कपड़ा भी उसी तरह झलकौवा ,...
गनीमत थी जैसे हम लोगों की प्लानिंग ख़तम हुयी मेरी जेठानी दूकान में , और साथ में गुड्डी ,छन्दा।
दिया ने जब तक इंट्रोड्यूस कराया तब तक गुड्डी और छन्दा मेरी जेठानी को भेज के गायब ,मॉल में घूमने के लिए।
अब सिर्फ मैं ,दिया ,जेठानी जी और वो दूकानदार जो दिया का राखी बंद भाई था।
और मान गयी मैं दिया का सच में भाई ही होगा ,जिस तरह से उसने दिया की स्कीम पे काम किया।
क्या मक्खन लगाया मेरी जेठानी को। उठ कर के खुद , चेयर ऑफर की , फिर ठंडा गरम , ... कोकाकोला मंगवाया।
और पचीसियों साड़ी , और हर साडी उनकी देह पे रख के ,
जब वो डिस्काउंट पूछतीं तो वो बस एक बात बोलता ,
" आपकी दूकान है , आप से क्या लेना। और फिर इस से पिटना है क्या , दिया की ओर इशारा करता वो बोला. आप इसकी भाभी मेरी भाभी। "
बहुत जिद करने पे बोला , चलिए जिस भाव लिया है उस भाव , और एक साडी जेठानी जी ने पसंद कर ली।
हम लोगों ने सर हिला के इशारा कर दिया , हाँ। और वो साडी पैक हो गयी।
लेकिन अगली दो साड़ियों में दिया ने इशारा नहीं का कर दिया , यानी हम लोगों ने जो झलकौवा सी ग्रेड फिल्मो वाली आइटम गर्ल की तरह साडी तय की थी वो पैक , ...
ब्लाउज ,दिया ने पूछा।
पहली वाली को छोड़ के बाकी दोनों का तो साडी में ही है।
पहली वाली का फिर कौन लाएगा , दिया ने हड़काया और कहा इसका भी मैचिंग पैक कर दो।
और फिर सवाल सिलाई का उठा ,दिया ने भाभी को चढ़ाया ,भाभी जो फेमस बाबीज टेलर हैं उस की एक ब्रांच यहाँ भी खुल गयी है , ... कहिये तो। "
" अरे नहीं , वहां नहीं , बहुत महंगा है। फिर महीने भर से पहले तो वो देता नहीं , और जब तक कोई ,... "
जेठानी जी हिचकिचाती बोलीं।
" अरे नहीं भाभी , उसकी फिटिंग , और फिर ,... "
वो दुकान वाला भी हिचकिचाते हुए लेकिन उसकी बात दिया ने काट दी ,और उसे जोर से हड़काया।
" साफ़ साफ़ क्यों नहीं बोलते की हमारी भाभी की फिगर पे और कोई जस्टिस नहीं कर सकता। देवर किस बात के हो , लगाओ फोन उसे , और बोलना की वो खुद नाप लेगा और सब काम छोड़ के , खाली भाभी की फिगर घूरने के लिए देवर हो , ... "
तब तक वो फोन लगा चुका था।
और बोला ,
" दिया तू ,भाभी को ले जा मेरी बात हो गयी है। सब काम छोड़ के यही करेगा वो , और नाप भी खुद लेगा , चार घंटे में तीनो ब्लाउज दे देगा। "
मेरी जेठानी का मुंह खुला रह गया , चार घंटे में। यहाँ तो महीने की लाइन ,...
दिया ने जेठानी के कान में फुसफुसाया , अरे भाभी जिस शाप में इस मॉल में बॉबी ने दूकान खोली है वो इसी की है , १. / ३ शाप इस माल में इसी की ,.. "
" पैसा ,... " जेठानी के मुंह से निकल गया।
" आप मार लीजिये न मुझे , इसने अभी इतना डांटा ,... बस आगे से शॉपिंग आपकी सब यहीं से ,...इसी बहाने आप से मुलाकात हो जायेगी। "
ये कह के उस लड़के ने अपना कार्ड उन्हें दिया और दिया जेठानी को लेके शाप से बाहर साथ में मैं.
" ऐसा करते हैं दीदी , चार घंटे का टाइम अभी मुश्किल से तीन बजा है , आधे घंटे तो आपको लगेगा ही नाप वाप देने में , सवा चार से कोई फिल्म होगी तो उसका टिकट ले लेती हूँ मैं सात सवा सात तक ख़त्म हो जाएगी , फिर ब्लाउज लेके पौने आठ तक हम लोग घर , ... '
जोरू का गुलाम या जे के जी
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी
मेरी बात ख़तम भी नहीं हुयी थी की दिया बीच में कूद पड़ी ,
" लेकिन भाभी फिल्म के पहले पेट पूजा , मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं। "
" एकदम ,तुम लोग ब्लाउज देके आओ तब तक मैं तेरी बाकी दोनों सहेलियों की खोज खबर लेती हूँ , दोनों कहाँ लौंडे पटा रही हैं। या फिर मौके का फायदा उठा के क्विकी , चल ,...क्रेजी फॉक्स में मिलते हैं। "
" एकदम भाभी ,दिया बोली और जेठानी जी को ले के बाबीज टेलर्स की ओर चल दी उसकी दूकान नेक्स्ट फ्लोर पे थी।
और मैं गुड्डी और छन्दा के पास.
" लेकिन भाभी फिल्म के पहले पेट पूजा , मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं। "
" एकदम ,तुम लोग ब्लाउज देके आओ तब तक मैं तेरी बाकी दोनों सहेलियों की खोज खबर लेती हूँ , दोनों कहाँ लौंडे पटा रही हैं। या फिर मौके का फायदा उठा के क्विकी , चल ,...क्रेजी फॉक्स में मिलते हैं। "
" एकदम भाभी ,दिया बोली और जेठानी जी को ले के बाबीज टेलर्स की ओर चल दी उसकी दूकान नेक्स्ट फ्लोर पे थी।
और मैं गुड्डी और छन्दा के पास.
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी
mast update
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी
जोरु का गुलाम भाग ११७
उन दोनों बल्कि उन तीनों के लिए शॉपिंग भी तो करनी थी ,उनके प्यारे प्यारे भैय्या ने अपनी इन तीन बहनों के लिए स्पेशली बोला था। दिया मिशन पर थी ,लेकिन अब उसकी नाप एक दरजी से भी ज्यादा उसके भइया को मालूम थी ,
टाइट अल्ट्रा लो स्किन रिप्ड जींस ,
टॉप और इनर वियर , जब तक मैं पहुंची गुड्डी और छन्दा ने सेलेक्शन कर लिया था। हाँ सिर्फ मैंने ब्रा में चेंज करवाया ,
बजाय नार्मल ब्रा के तीनों के लिए क्वार्टर कप ब्रा खरीदवाई ही नहीं ,पहनवाई भी।
" अरे ,सालियों ये उमर छुपाने की नहीं दिखाने की है और जो दिखता है वो बिकता है। "
क्वार्टर कप में बस १/४ कप होता है , नीचे से उभारों को और उभारने के लिए। निप्स एकदम खुले रहते हैं।
एक सेट सी थ्रू लिंगरी के , और वो अपने और जेठानी जी के लिए भी।
२० मिनट में हम तीनों क्रेजी फॉक्स में थे।
ये आइडिया भी दिया का ही था , बुकिंग भी उसी ने करवाई थी एडवांस में एकदम कार्नर टेबल।
ये बार ज्यादा था रेस्टोरेंट कम ,पर कबाब के लिए मशहूर था।
हम लोग बैठे ही थे की वो दोनों भी आगयी। दिया और मेरी जेठानी।
दिया ने दूर ही मुझे हाई फाइव किया और जबरदस्त आँख मारी।
कहानी उसने पहले ही
टेक्स्ट कर दी थी।
जेठानी जी की नाप अच्छी तरह ली गयी , ब्लाउज के ऊपर से नहीं , ब्लाउज के अंदर से , ब्रा के हुक भी खुलवा के , और निकलने के बाद वो वापस रहमान ,वही बॉबी वाले का लड़का जो बाहर से टेलरी सीख के आया था , और दिया को पहले से जानता था ,
" नाप तो तूने अच्छे से ले लिया हैं , अब ये समझ ले , एकदम लो कट ऑलमोस्ट बैकलेस , और एक ब्रा की डिजाइन का ,साइड से भी थोड़ा ओपन :"
और लौट के जेठानी जी को समझाया वो डिस्काउंट करवाने गयी थी। २५ % डिस्काउंट।
बैठते ही जेठानी जी ने दिया के तारीफ़ के पल छन्दा और गुड्डी के सामने बाँध दिए और मुझे भी बताने लगी।
" सोच नहीं सकती हो ,बॉबी टेलर मजाक है ,लेकिन मेरी इस ननद के सामने , एकदम , महीने भर से पहले कोई मजाल नहीं और वही चार घंटे में और ऊपर से डिस्काउंट , दिया बहुत पावर है यार तेरा ,मुझे मालूम नहीं था। उस दूकान में भी ,... "
और तबतक स्टार्टर का आर्डर लेने आ गया।
कबाब चिकेन या मटन , दिया ने सबसे पूछा।
अब एक बार फिर जेठानी जी घबड़ायी लेकिन मैंने बात सम्हाली ,
हम दोनों के लिए वेज।
और जेठानी ने ऐसी गन्दी निगाह से गुड्डी की ओर देखा ,
दिया और छन्दा तो थी लेकिन तू संस्कारी तुझे क्या होगया।
आर्डर लेकर वो चला गया , और फिर गप्प जेठानी जी की आज जुबान खुल गयी थी और हम सब ,...
दिया ने मेरी ओर देखा , मैंने हलके से सर हिलाया ,और फिर दिया ने छन्दा का हाथ दबाया।
बस दो मिनट बाद छन्दा ने बड़ी बिनती भरी आँखों से मेरी जेठानी को देखा ,बोली
" भाभी ज़रा दो मिनट चलेंगी मेरे साथ , जहाँ हम सब नेल पालिश चेक कर रही थीं न वहीँ , मेरा आधार कार्ड छूट गया है। अकेले जाने में ,... "
" लड़के पीछा करेंगे यही न और कही दीदी के पीछे लग गए तो ,आज वो तुम तीनों से ज्यादा हॉट लग रही हैं। "
जेठानी ख़ुशी से मुस्करायीं , पर हलके से बोलीं , तू भी न " और छन्दा के साथ उठ गयीं।
उन दोनों के बाहर निकलते ही हम तीनो इतनी तेजी से हँसे की पूरा रेस्टोरेंट हमारी ओर देखने लगा।
जबरदस्त हाई फाइव हुआ , और दिया ने वेटर को बुला के आर्डर चेंज करा दिया।
" सारे के सारे कबाब ,मटन और हाँ इस टेबल पर कुछ भी वेज नहीं आएगा , समझ लो ,चाहे कोई कुछ भी बोले।
और बियर पांच ग्लास अभी खूब ठंडी। "
एक बार फिर हम लोग खिलखलाने ;लगे।
जेठानी जी के आने के पहले मटन क़बाब और बियर आ चुके थे।
" भाभी आप दोनों के लिए घास फूस वाला ,... "
हम दोनों की ओर मटन कबाब की प्लेट सरकाती वो पंजाबी कुड़ी बोली और बियर की ग्लास भी
" एक नया मॉकटेल डिजाइन किया है इन्होने। "
उन दोनों बल्कि उन तीनों के लिए शॉपिंग भी तो करनी थी ,उनके प्यारे प्यारे भैय्या ने अपनी इन तीन बहनों के लिए स्पेशली बोला था। दिया मिशन पर थी ,लेकिन अब उसकी नाप एक दरजी से भी ज्यादा उसके भइया को मालूम थी ,
टाइट अल्ट्रा लो स्किन रिप्ड जींस ,
टॉप और इनर वियर , जब तक मैं पहुंची गुड्डी और छन्दा ने सेलेक्शन कर लिया था। हाँ सिर्फ मैंने ब्रा में चेंज करवाया ,
बजाय नार्मल ब्रा के तीनों के लिए क्वार्टर कप ब्रा खरीदवाई ही नहीं ,पहनवाई भी।
" अरे ,सालियों ये उमर छुपाने की नहीं दिखाने की है और जो दिखता है वो बिकता है। "
क्वार्टर कप में बस १/४ कप होता है , नीचे से उभारों को और उभारने के लिए। निप्स एकदम खुले रहते हैं।
एक सेट सी थ्रू लिंगरी के , और वो अपने और जेठानी जी के लिए भी।
२० मिनट में हम तीनों क्रेजी फॉक्स में थे।
ये आइडिया भी दिया का ही था , बुकिंग भी उसी ने करवाई थी एडवांस में एकदम कार्नर टेबल।
ये बार ज्यादा था रेस्टोरेंट कम ,पर कबाब के लिए मशहूर था।
हम लोग बैठे ही थे की वो दोनों भी आगयी। दिया और मेरी जेठानी।
दिया ने दूर ही मुझे हाई फाइव किया और जबरदस्त आँख मारी।
कहानी उसने पहले ही
टेक्स्ट कर दी थी।
जेठानी जी की नाप अच्छी तरह ली गयी , ब्लाउज के ऊपर से नहीं , ब्लाउज के अंदर से , ब्रा के हुक भी खुलवा के , और निकलने के बाद वो वापस रहमान ,वही बॉबी वाले का लड़का जो बाहर से टेलरी सीख के आया था , और दिया को पहले से जानता था ,
" नाप तो तूने अच्छे से ले लिया हैं , अब ये समझ ले , एकदम लो कट ऑलमोस्ट बैकलेस , और एक ब्रा की डिजाइन का ,साइड से भी थोड़ा ओपन :"
और लौट के जेठानी जी को समझाया वो डिस्काउंट करवाने गयी थी। २५ % डिस्काउंट।
बैठते ही जेठानी जी ने दिया के तारीफ़ के पल छन्दा और गुड्डी के सामने बाँध दिए और मुझे भी बताने लगी।
" सोच नहीं सकती हो ,बॉबी टेलर मजाक है ,लेकिन मेरी इस ननद के सामने , एकदम , महीने भर से पहले कोई मजाल नहीं और वही चार घंटे में और ऊपर से डिस्काउंट , दिया बहुत पावर है यार तेरा ,मुझे मालूम नहीं था। उस दूकान में भी ,... "
और तबतक स्टार्टर का आर्डर लेने आ गया।
कबाब चिकेन या मटन , दिया ने सबसे पूछा।
अब एक बार फिर जेठानी जी घबड़ायी लेकिन मैंने बात सम्हाली ,
हम दोनों के लिए वेज।
और जेठानी ने ऐसी गन्दी निगाह से गुड्डी की ओर देखा ,
दिया और छन्दा तो थी लेकिन तू संस्कारी तुझे क्या होगया।
आर्डर लेकर वो चला गया , और फिर गप्प जेठानी जी की आज जुबान खुल गयी थी और हम सब ,...
दिया ने मेरी ओर देखा , मैंने हलके से सर हिलाया ,और फिर दिया ने छन्दा का हाथ दबाया।
बस दो मिनट बाद छन्दा ने बड़ी बिनती भरी आँखों से मेरी जेठानी को देखा ,बोली
" भाभी ज़रा दो मिनट चलेंगी मेरे साथ , जहाँ हम सब नेल पालिश चेक कर रही थीं न वहीँ , मेरा आधार कार्ड छूट गया है। अकेले जाने में ,... "
" लड़के पीछा करेंगे यही न और कही दीदी के पीछे लग गए तो ,आज वो तुम तीनों से ज्यादा हॉट लग रही हैं। "
जेठानी ख़ुशी से मुस्करायीं , पर हलके से बोलीं , तू भी न " और छन्दा के साथ उठ गयीं।
उन दोनों के बाहर निकलते ही हम तीनो इतनी तेजी से हँसे की पूरा रेस्टोरेंट हमारी ओर देखने लगा।
जबरदस्त हाई फाइव हुआ , और दिया ने वेटर को बुला के आर्डर चेंज करा दिया।
" सारे के सारे कबाब ,मटन और हाँ इस टेबल पर कुछ भी वेज नहीं आएगा , समझ लो ,चाहे कोई कुछ भी बोले।
और बियर पांच ग्लास अभी खूब ठंडी। "
एक बार फिर हम लोग खिलखलाने ;लगे।
जेठानी जी के आने के पहले मटन क़बाब और बियर आ चुके थे।
" भाभी आप दोनों के लिए घास फूस वाला ,... "
हम दोनों की ओर मटन कबाब की प्लेट सरकाती वो पंजाबी कुड़ी बोली और बियर की ग्लास भी
" एक नया मॉकटेल डिजाइन किया है इन्होने। "
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी
जेठानी जी ने हम लोगों के साथ चियर्स भी किया ,बीयर के ग्लास टकराकर
संस्कारी जेठानी जी ने सामी कबाब ,सीक कबाब , बीयर सब कुछ खुले रेस्टोरेंट में , ...और दिया के साथ बीयर चियर्स करते सेल्फी भी खींची।
दो ग्लास बियर जेठानी जी डकार गयीं और उसके बाद हम लोग पिक्चर हाल में।
गुड्डी मेरे बगल में और जेठानी जी दिया और छन्दा के बीच।
मैं तो खैर खूब सोई , आज रात भर जगना जो था जेठानी जी तस्सली बख्स ठुकाई के लिए।
पर इंटरवल में मैंने गुड्डी को कल का प्रोग्राम बता दिया।
" सुन ,अब हम लोग कल शाम को ही चल रहे हैं , पांच बजे के आसपास ,तो बस तुम आ जाना। "
मैंने उसे जोर का झटका जोर से दिया।
पहले तो खुश होके उसने मुझे भींच लिया ,भाभी वो चीखी पर कुछ याद आया और वो सहम के बैठ गयी ,
" पर मेरे घर वाले , ...उनसे परमिशन , उन्हें बताना होगा न "
कचकचा के उसके गाल काटती मैं बोली ,
" तेरे भैय्या ने वो सब कर दिया है ,बस तुझे आ जाना है या रहने दे हम लोग ही तुझे रास्ते से पिकअप कर लेंगे। "
ये गुड्डी भी न ,आज कल की लड़कियां , तब तक उसको एक और बात याद आ गयी ,
" पर भाभी, कैसे कल हमारी जूनियर लड़कियां पार्टी दे रही हैं ,साढ़े बारह बजे से ढाई तीन घंटे तो चलेगी ही। तीन साढ़े तीन तो उसी में बज जाएगा और आप कह रही हैं पांच बजे तक निकलने के लिए ,फिर मैं घर जाउंगी ,तैयार होउंगी , पैकिंग कैसे ?"
एक मिनट तक तो मैं भी सोचती रही फिर मेरी प्रतुत्तपन्नमति ने सहायता की,
"सुन ,तू यार सुबह ही आ जाना १० बजे तक , पैकिंग वैकिंग कर के , बस वही पार्टी के लिए तैयार भी कर दूंगी तुझे और हम लोगों के साथ बस पार्टी से लौटना और हम चल देंगे। एक पार्टी ख़तम दूसरी शुरू। "
मैं उसके किशोर उभार पे चिकोटी काटती बोली।
" अरे यार तेरी बड़ी भाभी , उनके चक्कर में , जित्ती जल्दी , ... "
गलती से मेरे मुंह पे निकल गया।
और गुड्डी के गोरे चिकने मलायी से चेहरे पर काले काले बादल छा गए, आवाज हलकी हो गयी ,शक्ल एकदम रुंआसी।
" आप को मैंने बताया नहीं भाभी ,कल रात में एक बजे , ...मैं वैसे ही रिजल्ट के चक्कर में , आप लोगों ने इत्ती मुश्किल से कोचिंग में एडमिशन कराया ,मैं तो मेडिकल की उम्मीद ही छोड़ बैठी थी , और ऊपर से अगर कहीं रिजल्ट कुछ ऐसा वैसा हो गया और कोचिंग का एडमिशन गड़बड़ हो गया तो आप लोगी की बात भी ,... "
वो चुप हो गयी फिर खुद कुछ रुक के बोली। ,
" रात में एक बजे और आधे घंटे लगातार , उन्होंने ,.... उन्होंने क्या क्या नहीं बोला ,...
तू समझती क्या है अपने को , तूने अभी मेरी ताकत नहीं देखी है। अपनी कैंची से तेरे पर काट दूंगी , बस यहीं फड़फड़ाती रहना। भूल जा तू कोचिंग की बात , जैसे सब लड़कियां यहाँ पढ़ती हैं , कौन से तेरे में सुर्खाब के पर लगे हैं।
आने दे माता जी को ,
अपने जिस भइया भाभी के दम पे उछलती है न , वो भी ,... नहीं बचा पाएंगे।
बस एक बार उनको जाने दे यहाँ से ऐसी हालत करुँगी तेरी , , तेरे घर से बाहर निकलना बंद ,तेरा फोन बंद मेरे चंगुल में फंस गयी न तो ,... कल सुबह अपने घर वालों को भी बोल दे और अपने भैय्या भाभी को भी की तू नहीं जा पाएगी।
जरा ज़रा सा जोबन आ गए हैं तेरे और इतना उछलती है उसी के दम पे ,... "
बस रोई नहीं वो।
मैंने गुड्डी का मूड ठीक करने के लिए उसके उभारों को कस के पिंच करते हुए छेड़ा
" अरे ज़रा ज़रा सा कहाँ इत्ते मस्त तो है ,होली में जरूर तुझे बिग बी की टाइटल मिली होगी। "
वो कली थोड़ा खिलखिलाई ,
" नहीं भाभी ,मिली तो लेकिन दिया को हाँ मोहल्ले के लड़कों ने मुझे दी भी , चिपकाया भी और लाउडस्पीकर पे सुनाया भी "
थोड़ा मूड उसका ठीक हुआ तो उसने आगे की बात बतायी ,
" और यही नहीं सुबह सुबह , मेरे घर वालों को भी उन्होंने आग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी , बस वही एक रट गुड्डी कहीं नहीं जाएगी , यही पढ़ेगी।
मेडिकल में एडमिशन होना है तो अपने दम पे करे यही पे पढ़ के ,... ये तो तब तक मेरा रिजल्ट इतना अच्छा आ गया था
और फिर कल भइया ने घर पे आके सबको इतना समझाया था की उन लोगों के ऊपर कोई असर नहीं पड़ा , बस हाँ हूँ कर के बात काट दी।
आज भी देखिये दिया छन्दा के साथ इतनी लहक लहक के बात कर रही हैं पर मुझे कितना इग्नोर कर रही हैं ,... "
" अरे यार करने दे न इग्नोर , आज रात को इनका तस्सली बख्श इलाज करुँगी ,मेरी प्यारी सी ननद को इतना उदास कर दिया , तू ग्यारह सवा ग्यारह बजे फोन करना , फिर जेठानी जी की बदली हुयी बोली सुनना। "
इंटरवल ख़तम हो गया था , और तबतक दरवाके से दिया ,छन्दा और मेरी जेठानी दाखिल हुयी , हाथ में चाको बार , पाप कार्न। वहीँ से दिया चीखी
" भाभी आप जग गयीं "
" अरे भाभी ,आप सो रही थीं तो आप की पहरेदारी के लिए देखिये इसे छोड़ के गयी थी की कहीं आप के सोने का फायदा उठा के ,... "
छन्दा ने मुझे चिढ़ाया।
" अरे साफ़ साफ़ काहें नहीं बोलती , की कोई मेरी भाभी का गदराया जोबन लूट लेता। "
दिया अब तक मेरे पास पहुँच गयी थी ,गर्दन में मेरे हाथ डाल के प्यार से बोलीं।
पर तबतक गुड्डी दोनों पर चढ़ गयी ,
संस्कारी जेठानी जी ने सामी कबाब ,सीक कबाब , बीयर सब कुछ खुले रेस्टोरेंट में , ...और दिया के साथ बीयर चियर्स करते सेल्फी भी खींची।
दो ग्लास बियर जेठानी जी डकार गयीं और उसके बाद हम लोग पिक्चर हाल में।
गुड्डी मेरे बगल में और जेठानी जी दिया और छन्दा के बीच।
मैं तो खैर खूब सोई , आज रात भर जगना जो था जेठानी जी तस्सली बख्स ठुकाई के लिए।
पर इंटरवल में मैंने गुड्डी को कल का प्रोग्राम बता दिया।
" सुन ,अब हम लोग कल शाम को ही चल रहे हैं , पांच बजे के आसपास ,तो बस तुम आ जाना। "
मैंने उसे जोर का झटका जोर से दिया।
पहले तो खुश होके उसने मुझे भींच लिया ,भाभी वो चीखी पर कुछ याद आया और वो सहम के बैठ गयी ,
" पर मेरे घर वाले , ...उनसे परमिशन , उन्हें बताना होगा न "
कचकचा के उसके गाल काटती मैं बोली ,
" तेरे भैय्या ने वो सब कर दिया है ,बस तुझे आ जाना है या रहने दे हम लोग ही तुझे रास्ते से पिकअप कर लेंगे। "
ये गुड्डी भी न ,आज कल की लड़कियां , तब तक उसको एक और बात याद आ गयी ,
" पर भाभी, कैसे कल हमारी जूनियर लड़कियां पार्टी दे रही हैं ,साढ़े बारह बजे से ढाई तीन घंटे तो चलेगी ही। तीन साढ़े तीन तो उसी में बज जाएगा और आप कह रही हैं पांच बजे तक निकलने के लिए ,फिर मैं घर जाउंगी ,तैयार होउंगी , पैकिंग कैसे ?"
एक मिनट तक तो मैं भी सोचती रही फिर मेरी प्रतुत्तपन्नमति ने सहायता की,
"सुन ,तू यार सुबह ही आ जाना १० बजे तक , पैकिंग वैकिंग कर के , बस वही पार्टी के लिए तैयार भी कर दूंगी तुझे और हम लोगों के साथ बस पार्टी से लौटना और हम चल देंगे। एक पार्टी ख़तम दूसरी शुरू। "
मैं उसके किशोर उभार पे चिकोटी काटती बोली।
" अरे यार तेरी बड़ी भाभी , उनके चक्कर में , जित्ती जल्दी , ... "
गलती से मेरे मुंह पे निकल गया।
और गुड्डी के गोरे चिकने मलायी से चेहरे पर काले काले बादल छा गए, आवाज हलकी हो गयी ,शक्ल एकदम रुंआसी।
" आप को मैंने बताया नहीं भाभी ,कल रात में एक बजे , ...मैं वैसे ही रिजल्ट के चक्कर में , आप लोगों ने इत्ती मुश्किल से कोचिंग में एडमिशन कराया ,मैं तो मेडिकल की उम्मीद ही छोड़ बैठी थी , और ऊपर से अगर कहीं रिजल्ट कुछ ऐसा वैसा हो गया और कोचिंग का एडमिशन गड़बड़ हो गया तो आप लोगी की बात भी ,... "
वो चुप हो गयी फिर खुद कुछ रुक के बोली। ,
" रात में एक बजे और आधे घंटे लगातार , उन्होंने ,.... उन्होंने क्या क्या नहीं बोला ,...
तू समझती क्या है अपने को , तूने अभी मेरी ताकत नहीं देखी है। अपनी कैंची से तेरे पर काट दूंगी , बस यहीं फड़फड़ाती रहना। भूल जा तू कोचिंग की बात , जैसे सब लड़कियां यहाँ पढ़ती हैं , कौन से तेरे में सुर्खाब के पर लगे हैं।
आने दे माता जी को ,
अपने जिस भइया भाभी के दम पे उछलती है न , वो भी ,... नहीं बचा पाएंगे।
बस एक बार उनको जाने दे यहाँ से ऐसी हालत करुँगी तेरी , , तेरे घर से बाहर निकलना बंद ,तेरा फोन बंद मेरे चंगुल में फंस गयी न तो ,... कल सुबह अपने घर वालों को भी बोल दे और अपने भैय्या भाभी को भी की तू नहीं जा पाएगी।
जरा ज़रा सा जोबन आ गए हैं तेरे और इतना उछलती है उसी के दम पे ,... "
बस रोई नहीं वो।
मैंने गुड्डी का मूड ठीक करने के लिए उसके उभारों को कस के पिंच करते हुए छेड़ा
" अरे ज़रा ज़रा सा कहाँ इत्ते मस्त तो है ,होली में जरूर तुझे बिग बी की टाइटल मिली होगी। "
वो कली थोड़ा खिलखिलाई ,
" नहीं भाभी ,मिली तो लेकिन दिया को हाँ मोहल्ले के लड़कों ने मुझे दी भी , चिपकाया भी और लाउडस्पीकर पे सुनाया भी "
थोड़ा मूड उसका ठीक हुआ तो उसने आगे की बात बतायी ,
" और यही नहीं सुबह सुबह , मेरे घर वालों को भी उन्होंने आग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी , बस वही एक रट गुड्डी कहीं नहीं जाएगी , यही पढ़ेगी।
मेडिकल में एडमिशन होना है तो अपने दम पे करे यही पे पढ़ के ,... ये तो तब तक मेरा रिजल्ट इतना अच्छा आ गया था
और फिर कल भइया ने घर पे आके सबको इतना समझाया था की उन लोगों के ऊपर कोई असर नहीं पड़ा , बस हाँ हूँ कर के बात काट दी।
आज भी देखिये दिया छन्दा के साथ इतनी लहक लहक के बात कर रही हैं पर मुझे कितना इग्नोर कर रही हैं ,... "
" अरे यार करने दे न इग्नोर , आज रात को इनका तस्सली बख्श इलाज करुँगी ,मेरी प्यारी सी ननद को इतना उदास कर दिया , तू ग्यारह सवा ग्यारह बजे फोन करना , फिर जेठानी जी की बदली हुयी बोली सुनना। "
इंटरवल ख़तम हो गया था , और तबतक दरवाके से दिया ,छन्दा और मेरी जेठानी दाखिल हुयी , हाथ में चाको बार , पाप कार्न। वहीँ से दिया चीखी
" भाभी आप जग गयीं "
" अरे भाभी ,आप सो रही थीं तो आप की पहरेदारी के लिए देखिये इसे छोड़ के गयी थी की कहीं आप के सोने का फायदा उठा के ,... "
छन्दा ने मुझे चिढ़ाया।
" अरे साफ़ साफ़ काहें नहीं बोलती , की कोई मेरी भाभी का गदराया जोबन लूट लेता। "
दिया अब तक मेरे पास पहुँच गयी थी ,गर्दन में मेरे हाथ डाल के प्यार से बोलीं।
पर तबतक गुड्डी दोनों पर चढ़ गयी ,
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!