जोरू का गुलाम या जे के जी

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kunal
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी

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मम्मी ने मेरा सास का प्रोग्राम एकदम पक्का करवा दिया था ,

हमारे पहुँचने के ठीक १२ वे दिन।

उन्हें गुड्डी का प्रोग्राम गुड्डी के घर वालों से मिल गया था ,

बस वो एक बात से हिचक रही थीं की जब वो मेरे घर रहेंगी तो गुड्डी ,फिर उसके सामने कैसे खुल के ,...

और आज मम्मी ने बिना उनके कहे बता दिया था , की उनके आने के पहले ही गुड्डी मेरे गाँव आ जायेगी।

कोचिंग में कुछ दिन की छुटियाँ है ,

सावन में गाँव का मजा




और दस पंद्रह दिन जब तक मेरी सासु जी मेरे साथ रहेंगी , गुड्डी मेरे मायके में।


गाँव में शीला भाभी , मेरी छोटी कजिन बेला ,...

और सासु जी ने तुरंत हाँ कर दी।

तो अब गुड्डी का हमारे साथ जाना पक्का

सासु जी का हमारे यहाँ आना पक्का ,


और उसी समय वो किचेन में आ गए ,

हग्स ,किसेज

और मैंने उन्हें सारी खुशखबरी बता दी , बहनचोद मादरचोद बोल के।

मोर हग्स और किसेज

लेकिन तभी जेठानी जी बाथरूम से बाहर निकलीं ,

बाल खूब धुले ,छितराये , उनके नितम्बों तक

मैं उनकी ओर देख के मुस्करायी , और वो भी जवाब में मुस्करायी।

छुट्टी ख़तम।

"आप तैयार हो के आइये तब तक मैं नाश्ता लगाती हूँ ."

मैं बोली और वो मुस्करती हुयी अपने कमरे में घुस गयीं।

लेकिन सबसे पहले मैंने गुड्डी को फोन लगाया , नहीं मिला तो दिया को।

रिजल्ट अभी तक नहीं आया था लेकिन बस कभी भी आ सकता था। दिया ने मुझे गुड्डी का रोल नंबर और साइट दोनों बता दीं।




जित्ता गुड्डी परेशान हो रही होगी उतनी ही मैं भी उसकी परेशानी सोच के परेशान हो रही थी।

आलू के पराठे ,मक्खन लगे , दही ,चटनी ,अचार ,




मूंग का हलवा ,चाय सब कुछ मैंने टेबल पर लगा दी।





पौने दस बज गया था।

और फिर जेठानी जी आयीं।

उनके चेहरे की चमक , मुस्कान और लम्बे खुले अभी भी थोड़े थोड़े गीले बालों से साफ़ साफ़ लग रहा था की उनकी आंटी जी चली गयी हैं।





जैसे ही हम लोगो की आँखे मिली ,वो जोर से मुस्करायीं और मै भी ,

अभी कुछ देर तक तो ये सीज फायर चलने ही वाला था , जबतक उनके अगवाड़े पिछवाड़े मैं ,... और सरप्राइज वाज माय बेस्ट वेपन।

आफ कोर्स उनके देवर उनके बगल में बैठे और इसरार करके खिला रहे थे।

" देवर के रहते हुए भाभी को अपनी उँगलियों का इस्तेमाल करना पड़े, घोर कलियुग , "


मैंने उन्हें उकसाया।

फिर क्या था पराठा सीधे इनके हाथों से जेठानी जी के मुंह में , और वो लाख ना नुकुर करती रहीं पर , वो कहाँ मानने वाले थे , और

कुछ देर में उनका एक हाथ जेठानी जी के कंधे पर ,

" आपके लिए एक खुशखबरी है ,आपकी भौजाई की ओर से , .... "

जेठानी जी के प्लेट में ढेर सारा मूंग का हलवा डालते मैं बोली।

जेठानी जी मेरा मतलब समझ के मुझे पहले तो आँख से बरजती रहीं ,फिर मुस्कराते हुए डांटने की मुद्रा में बोली ,

" तू भी न ,कुछ भी कहीं भी बोलती रहती है। "

" तो ठीक है आप ही बता दीजिये न ,बिचारे इतने दिन से इन्तजार कर रहे थे ,रोज मन मसोस कर ,... " मैंने और रगड़ाई की।

अच्छी तो उन्हें खूब लग रहा थी ये छेड़छाड़ , पर तबतक उनकी निगाह उनकी प्लेट में रखे मूंग के हलवे पर पड़ी और वो बोल पड़ीं ,

" अरे इतना ज्यादा डाल दिया , एक साथ। "

"दी ,आपके देवर इतनी देर से डाल रहे हैं तो कुछ नहीं और ज़रा सा मैंने डाल दिया तो ,... अरे देखिये कितना घी पड़ा है ,सटासट चला जाएगा। "

मैंने चिढ़ाया।

मन में तो आया की बोलूं ,अगर ऊपर वाले मुंह से खाने में दिक्कत हो रही हो तो नीचे वाले मुंह से , पिछवाड़े से ,... जाएगा तो दोनों ओर से पेट में ही।



पर लगा की बस अब थोड़ी देर का इन्तजार है तबतक जेठानी जी को बिचकने से बचाना था।

और ये भी अपना रोल बखूबी निभा रहे थे , खिलाते हुए कभीअपनी भौजाई के मालपुवा ऐसे गाल सहला दे रहे थे तो कभी होंठ छू देते और भाभी भी उनकी पक्की पतुरिया ऐसे , सिहरने लजाने की ऐसी एक्टिंग करतीं जैसे नयी बहुरिया हों।

और इस चक्कर में उनकी भौजाई का आँचल थोड़ा ढलक गया ,और दोनों पथरीले बड़े बड़े जोबन झलक गए ,

और जैसे ही वो ठीक करने लगीं मैंने मना कर दिया।




" अरे दी आपके देवर इतनी सेवा कर रहे हैं तो थोड़ा सा टिप ,मेरा मतलब टिट दर्शन बनता है न। "


मैंने छेड़ा।
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी

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नाश्ता आलमोस्ट ख़तम होने के कगार पे था ,मैं चाय पोर कर रही थी।

जेठानी जी बनावटी गुस्से से मुस्कराती बोलीं ,

तू भी न

और अपना आँचल ठीक कर लिया पर पूरा नहीं , क्लीवेज अभी भी दिख रहा था। बड़े बड़े दूध के कटोरे जैसे छलक रहे हों।

नाश्ते के बाद इनका और जेठानी जी का कोई सीरियल देखने का प्लान था। १० मिनट में शुरू होने वाला था।


और तब तक दिया का फोन बजा, मैंने तुरंत काट दिया , तब तक दिया का टेक्स्ट भी आ गया। वो गुड्डी और छन्दा एक साथ गुड्डी के घर पे थे ,

मैंने जेठानी की नजर बचा के टेक्स्ट देख लिए।
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी

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जोरू का गुलाम भाग १११


दिया का मेसेज था गुड्डी के नंबर अच्छे है लेकिन वो बहुत सैड है , कालेज में सेकेण्ड आने से।



सच में जेठानी की नजर उड़ती चिड़िया का पर गिन लेती थी। उन्होंने देख लिया की उनकी नजर बचा के मैं मोबाईल पे कुछ पढ़ रही हूँ।




" किसका मेसेज है " उन्होंने पूछ लिया।

मैंने तुरंत मोबाइल आफ किया और मुंह बना के बोली ,

" गुड्डी का इंटर का रिजल्ट आ गया लेकिन अच्छा नहीं है , इसलिए वो थोड़ा ,... "

अब तो जेठानी जी ,एकदम जैसे कोई टीम हारते हारते जीत जाय बस उसी तरह ,

चालू एकदम ,

" ये तो होना ही था। अरे जवानी सब पे आती है।

लेकिन पढ़ाई लिखाई की उमर में , जब देखो तब कटी पतंग की तरह इधर उधर , कभी दोस्ती बाजी तो कभी ,... हरदम फोन से चिपकी ,जैसे फोन न हो गया ,यार हो गया।

और घमंड इतना की न बड़ों का लिहाज न शरम , जबान कैंची की तरह ,.... अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे ,... "

इतने दिनों का फ्रस्ट्रेस्शन सब उगल रही थीं।

और मेरी उँगलियाँ अब फोन से चिपक गयीं थी , रिजल्ट की साइट ,...गुड्डी का रोल नंबर

मेरी दिल की धड़कन तेज हो गयी थी .

मैं सब देवी देवता पीर मना रही एकदम सेक्युलर ढंग से ,

और रिजल्ट देखते ही बहुत जोर का गुस्सा आया ,



गुड्डी के ऊपर ,

ये मैडम जी भी न




99. 2. % नंबर था , बायो, फिजिक्स केमेस्ट्री में १०० में १०० , इंग्लिश में ९९ सिर्फ हिंदी में थोड़ा कम था ,

और कितना नंबर चाहिए इस लड़की को।



गनीमत था की गुड्डी को जली कटी सुनाने के चक्कर में , जेठानी जी मेरी उँगलियों का चक्कर नहीं देख पायीं। वो चालू थी ,

" अरे इस उम्र में लड़कियां घर का काम काज सीखती हैं ,लेकिन ये आज कल की लड़कियां बस उड़ती रहती हैं इधर उधर ,

कुछ काम बोलो भी तो बस एक बहाना पढ़ना है पढ़ना है , और अब उसमें भी फिसड्डी।

मुझे मालूम नहीं क्या मोबाइल ले के बस नैन मटक्का , गप्पे ,... "

लेकिन वो परेशान थे , गुड्डी के रिजल्ट के बारे में , मैंने उन्हें मेसेज कर दिया और ये भी बोल दिया की वो एकदम चुप रहें।

" उसका कोचिंग का क्या होगा ,जायेगी तुम लोगों के साथ ,... " उन्होंने वो सवाल कर दिया जो उन्हें साल रहा था।





" पता नहीं ,... " मैंने मुंह बना के जवाब दिया फिर जोड़ा ,

" मुश्किल लगता है , लेकिन आप उससे कहियेगा मत उसका दिल टूट जाएगा , कोचिंग वालों ने बोला था रिजल्ट आने पर पक्का करेंगे

और रिजल्ट अच्छा नहीं है तो , अब हम लोग ये कितना प्रेशर डाल सकते हैं , "

मैंने बुझे मन से बोला।

" तुम लोग भी न , अरे क्यों परेशान हो रहे हो अगर अपना ही सिक्का खोटा है तो , कोई सोर्स वॉर्स की जरुरत ना है।

अरे इहाँ लड़कियां नहीं पढ़ती क्या , चुपचाप लड़कियों के स्कूल में नाम लिखाये ,... "

फिर कुछ रुक कर बोलीं ,


" अरे मैंने भी इंटर किया था अपने गाँव के स्कूल से , कौन ,... साढ़े चार किलोमीटर पैदल जाती थी और घर का काम , गाँव का सब रीत रिवाज ,....

और गुड सेकेण्ड डिवीजन पास भी हुयी थी।

और ये ,... ले गए और कहीं ऊंच नीच कुछ हुआ तो ,... अब तो ये पता ही चल गया ये लड़की पढ़े लिखेगी तो है नहीं खाली ,... "

ये बात मैंने सही बोली थी की कोचिंग वालों को रिजल्ट चाहिए था और मैंने रिजल्ट मिसेज मल्होत्रा को फॉरवर्ड कर दिया और टेबल समेटने लगी।

दूसरा टाइम होता तो जरूर पूछती अपनी जेठानी से से ,

" दीदी उस साढ़े चार किलोमीटर में रास्ते में गन्ने के और अरहर के खेत भी तो पड़ते होंगे तो कितनी बार उनमे एक्स्ट्रा क्लास कीं "

लेकिन अभी तो मैडम जी की क्लास लेनी थी ,99 . 2 % और मुंह फुला के बैठी थीं।


किचेन में पहुँच के मैंने दिया और छन्दा के रिजल्ट भी देख लिए ,उन दोनोके भी अच्छे थे , जितना वो मस्ती करती थीं उस हिसाब से।



छन्दा के 91.. 4 % थे




और दिया के 8 8 % .


कोचिंग वाले तो सिर्फ बायो , फिजिक्स केमिस्ट्री के नंबर देखते थे और इन तीनों में मैडम जी के 100 .

जब मैं सीढ़ी से ऊपर जा रही थी तो जेठानी जी के कमरे से उनकी और उनके देवर की खिलखिलाने की आवाज सीरियल के साथ सुनाई दे रही थी।

कमरे में पहुँचते ही मैंने वीडियो चैट आन किया ,गुड्डी दिया और छन्दा तीनो थीं , गुड्डी मुंह लटकाये बीच में और एक ओर दिया और एक और छन्दा।

फोन चालू होते ही मैं चालू हो गयी ,

कमरे में पहुँचते ही मैंने वीडियो चैट आन किया ,गुड्डी दिया और छन्दा तीनो थीं , गुड्डी मुंह लटकाये बीच में और एक ओर दिया और एक और छन्दा।

फोन चालू होते ही मैं चालू हो गयी ,

" स्साली छिनार , तेरी बुर गांड तेरे भाई से चुदवाऊं ,अपने भाई से मरवाऊँ ,दिया के भाई से फड़वाऊं , किसी के और आगे जा के ये छिनारपना करना ,.. "

गुड्डी के चेहरे पर मुस्कराहट चालू हो गयी थी।

लेकिन मेरी गालियां जारी रहीं ,

" रंडी मुझसे रंडीपना मत करना ,अपनी इन बेचारी सीधी साधी सहेलियों को बेवकूफ बनाएगी तो बना ,मुझे नहीं चरा सकती , बचपन की छिनार , भाइचॉदी।

स्साली इत्ते अच्छे नंबर आये हैं और पार्टी देने से बचने के लिए ये नौटंकी फैला रखी है सुबह से। चल पार्टी की तैयारी कर और तू दोनों भी इतनी सीधी हो अपनी सहेली के चक्कर में ,

अरे भले आज इसकी शलवार खुले बाजार में नीलाम करनी पड़े , लेकिन पार्टी तो इसे देनी पड़ेगी। "




अब गुड्डी हंसी और दिया और छन्दा भी।

तबतक कोचिंग से मिसेज मल्होत्रा का मेसेज आ गया था कांग्रेट्स का , उनके पास गुड्डी का नंबर नहीं था मैंने दे दिया।


उनका मेल भी था स्काई कोचिंग के ऑफिसियल मेल अकाउंट से , बायो ,फिजिक्स और केमेस्ट्री तीनो में १०० होने से उसकी पूरी फ़ीस फ्री।


९९ % से ज्यादा होने के लिए ५५ हजार का अवार्ड भी। गुड्डी के पर्सेनटाइल वाली सिर्फ तीन लड़कियां उनकी कोचिंग में थीं और आल इंडिया लेवल पे ९ ,गुड्डी के मार्क उनकी कोचिंग के आल इंडिया लेवल में चौथा तह इसलिए ये पचास हजार।


उन्होंने गुड्डी का अकाउंट नंबर पूछा था।

मेल मैंने गुड्डी को फारवर्ड कर दिया।

गुड्डी लेकिन बोली ,भाभी कोचिंग , ...

और जैसे मेरे जवाब में मिसेज मल्होत्रा का मेसेज आया गुड्डी के पास।

गुड्डी का चेहरा खिल गया। लिखा कुछ नहीं था लेकिन हग्स ,किसेज और थम्स अप की स्माइलीज ही बहुत कुछ कह रहे थे।

दिया और छन्दा ने उससे मोबाइल छीन लिया।

" एक मेल भी भेजा है उन्होंने कोचिंग से ,खोल " मैंने गुड्डी को बोला।





" स्साली , अभी तक कोचिंग पहुंची नहीं और अभी से 'मेल ' आने लगे। मिल बाँट के 'मेल ' का मजा लेंगे , समझी। "


छन्दा ने खींचा।

गुड्डी कोचिंग से आया मेल पढ़ रही थी और साथ में छन्दा भी , पूरी फ़ीस फ्री और ५०,००० रूपये का बोनस ज्वाइन करने के पहले ही ,

खुशी और ब्लश से उसके गुलाब से गाल और गुलाबी हो रहे थे।







" भाभी मुझे तो अब बस आप वाला , 'मेल ' चाहिए , बस "


दिया मुस्कराते हुए बोली।

मैंने दिया को जोर से हड़काया ,

" सालियों , दो साल पहले तक तो वो 'मेल' तुम सब के ही हवाले था। ले लेती खुल के मजे। तुम सबों के निकम्मेपन से उस स्साले 'मेल' की नथ मुझे उतारनी पड़ी। फिर दूसरी बात ये तेरा मेरा क्या लग रखा है , हम सब का , ... "


तब तक छन्दा ने दिया को मेल के बारे में बताया।

फिरतो दिया ने जोर से उसे हग किया और दे किस्सी पे किस्सी ,




" स्साली ,कमीनी पचास हजार लूट लिया तूने तो ,... "

आग`से दिया पीछे से छन्दा , क्या दो मर्द मिल के किसी लड़की को रगड़ेंगे।

" अरे पार्टी तो मांग अपनी सहेली से ," मैंने दोनों को उकसाया।

" पार्टी ,पार्टी पार्टी दोनों चिल्ला रही थीं और
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गुड्डी के दोनों कबूतरों की शामत आ गयी थी ,ऐसे बुरी तरह रगड़ रही थीं उसकी सहेलियाँ।

और गुड्डी ने बाल मेरे पाले में डाल दी ,

" कमीनियों ,तुम्हे शर्म नहीं आती ,मेरी भाभी के रहते ,अरे जो बड़े होते हैं उनका काम है , ... "

अब दिया और छन्दा मेरे पीछे ,





और मैं अंत में मान गयी। लेकिन मैंने एक शर्त रखी , पार्टी खूब हॉट हॉट होगी , सब कुछ ,\

" और घास फूस नहीं चलेगा। " दिया बोली।

" एकदम अब तुम लोगो की उम्र बैगन खीरे वाली थोड़ी रही अब तो असली लम्बा और मोटा , मेरी तीन तीन हॉट हॉट ननदे कालेज में पहुँच गयी , सब कुछ हॉट और हार्ड ,... "

छन्दा बोली ,


"ड्रिंक भी "

एकदम दिया ने कहा। और तय हुआ दिया सब सेट करेगी। एक नया माल खुला है वहां हम सब दो बजे इकठा होंगे। पहले पार्टी फिर चार बजे से एक इंग्लिश एडल्ट पिक्चर लगी है वो , चार बजे , सात बजे वापस। "

" और खबरदार कोई भी तुम तीनों में से बहन जी बन के आया ,




सारे लड़कों की पैंट मेरी ननदों को देख के टाइट हो जानी चाहिए। " हँसते हुए मैं बोली

"एकदम भाभी , " दिया और छन्दा साथ साथ बोलीं।

और वीडियों चैट से वो तीनों गायब।


साढ़े ग्यारह बज रहा था , और उन सबको अपने घर जा के तैयार भी होना था।

मैंने भी थोड़ी देर चैन की सांस ली , फिर अपनी फेसबुक अपडेट की , इनकी कजिन्स वाले ग्रुप में गुड्डी के स्कोर अपडेट किये फिर ढेर सारे किसेज और थम्स अप।

मम्मी को भी लेटेस्ट अपडेट भेजा , वो अभी भी बम्बई में थी , बी के सी में किसी बिजेनस मीटिंग में।

और जब तक मैं सांस लेती गुड्डी का फोन घनघनाया।

" भाभी प्लीज ,

" क्यों तुम दो नंबर ज्यादा वाली के बारे में बात करने के लिए फोन किया है। अरे उसके फेसबुक अकाउंट में कित्ते लड़के हैं ,कित्ते लड़के उसको घर से स्कूल , स्कूल से घर पहुंचाते है। और फिर जिस कोचिंग में एडमिशन हुआ है उसका बहुत होगा तो किसी आयुर्वैदिक कालेज में ऐडमिशन होगा उसका ,पांच साल बाद कही बैठ के चूरन बांटती नजर आयेगी , और तेरा तो स्काई वालों ने , ...तूने तो खुद कहा था न की स्काई में एडमिशन मतलब मेडिकल कालेज पक्का। तू देखना स्मार्ट सी डाक्टरनी बनी , ... फिर अगर तू चेहरा लटका के अगर बैठ गयी न ,... " मैं चालू हो गयी




खिलखिलाती हुयी गुड्डी ने मेरी बात बीच में काट दी ,

" भाभी आप भी न , उसकी बात नहीं कह रही थी मैं ,न मुंह लटका के बैठी हूँ , मुझे फिर से गालियां सुननी हैं क्या।

और रही बात उस चश्मीश नर्ड की तो , उस का तो कोई फेसबुक अकाउंट भी नहीं हैं . और वो हाथ में ले के टहलेंगी तो भी कोई लड़का नहीं पूछनेवाला उसे ,एकदम पक्की बहनजी।

मैंने दूसरी बात के लिए फोन किया था , भईया के लिए। "

"चुदवाना है भैय्या से , तो चुदवा ले न ,मैंने कहाँ मना किया है ,




मेरी ननद के 99 . 2 % नंबर आये हैं एनीथिंग फॉर माय सेक्सी हाट स्वीट डार्लिंग ननदिया। " मैं भी आज मूड में थी।

" भाभी , ... " वो चीखी ,.फिर बोली ,


" हाँ चुदवाना है ,चुदवाउंगी भी और वो भी अपनी प्यारी मीठी भौजी के सामने।





लेकिन अभी नहीं। मैंने इस लिए अपनी अच्छीअच्छी भौजी को फोन किया था की पार्टी में भैय्या को मत लाइयेगा। वो चुड़ैलें रेप कर देंगी उनका। साल्ली मॉल में कंट्रोल नहीं कर पाएंगी। "

" पर हो जाने दे न रेप , तेरे भैय्या को भी तो मजा आएगा न "

मैं मुस्कारते बोली , फिर जोड़ा ,

" या तू सोचती है ,पहले तेरे भैय्या का तेरे साथ , उसके बाद तेरी सहेलियों के साथ , है न ,... "

" भाभी आप तो सर्वज्ञ हैं , दिल की बात बिना बोले जान लेती हैं। " वो हंस के बोली।
,
असल में चाहती तो मैं भी नहीं थी की पार्टी में मैं उन्हें ले जाऊं ,गुड्डी और उसकी सहेलियों के नाम पे जेठानी वैसे ही जल भून के ,... फिर आज रात की तैयारी भी तो करनी थी , उनके देवर को उनके लिए इसी घर के सात्विक किचेन में संस्कारी भोजन बनाना था , और उसके लिए छह घंटे का समय। .. आज का दिन आखिरी था ,कल तो हम लोगों को चल ही देना था।

मैंने एक शर्त रख दी ,

" ठीक है लेकिन तेरे भैय्या के बदले भाभी ,मेरा मतलब तेरी बड़ी भाभी। "








" पर भाभी , ... "

वो घबड़ायी लेकिन थूक घोंटते बोली ,

आप तो जानती ही हैं न अपनी संस्कारी जेठानी को , उनके रहते कैसे मौज मस्ती ,... "

" तभी तो , अरे यार अब तो तू मेरे साथ चल रही है। फिर दिया को बोल दूंगी मैं उन्हें हैंडल कर लेगी।

और मौज मस्ती तो होगी , जित्ता तुम लोग सोच सकती हो उससे भी ज्यादा होगी ,फुल टाइम ,जेठानी जी की माँ की , ..

तभी तो मजा आएगा। हाँ लेकिन उनके सामने ज़रा तुझे एक्टिंग करनी होगी ,बस न तो अपनी कोचिंग की बात करना न हम लोगों के साथ चलने की।

हाँ मैं उन्हें तेरी ओर से इन्वाइट कर दूंगी लेकिन तू भी आधे घंटे में फोन कर लेना ,अरे यार उसने पार्टी की बात कौन करेगा ,शॉपिंग और सेल की बात करेंगे न और बोल दूंगी की तेरी सहेली की परिचित दूकान है इसलिए तुझे और तेरी सहेलियों को भी , और मॉल में जाएंगे तो कुछ खाना पीना , पिक्चर ,... "


मैंने उसे सम्हाला।

तबतक ये सीन पर आ गए और मैंने इन्हे फोन पकड़ा दिया , फिर तो फोन पर इतनी चुम्मियाँ हुयी की बस तार गरम होकर पिघलने वाला था। मैंने स्पीकर ाँ कर दिया ,

" हे तेरे इत्ते अच्छे नंबर आये ,मिठाई ,... " ये बोले

फिर चुम्मियाँ

मुझे वो वाली चाहिए हवा मिठाई दोनों ,




ये शैतानी से बोले।

" बदमार्श ,गंदे ,सिंगल ट्रैक माइंड , चल तो रही हूँ न तुम्हारे साथ ले लेना ,अच्छा मुंह मत बनाओ ,कल , आज तो भाभी हम लोगो को पार्टी पर ले जारही हैं ओनली गर्ल्स। शॉपिंग मस्ती लंच फिल्म ,... लेकिन कल सुबह सुबह आ जाउंगी , और नदीदे तेरी हवा मिठाई तेरे हवाले , लेकिन अभी चलती हूँ ,दिया की पांच मिस्ड काल है जिन्दा नहीं छोड़ेगी मुझे छिनाल। "

ये कह के गुड्डी ने फोन रख दिया।
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ये मेरी ओर मुड़े और मैंने उन्हें सब समझा दिया, जेठानी जी के लिए स्पेशल डिनर।

" आपने तो कहा था न की ६ घंटे के लिए घर आपके हवाले तो बस डेढ़ बजे से साढ़े सात तक , घर किचेन सब ,.. आठ बजे से नौ बजे तक आपकी भौजाई के साथ डिनर और फिर , ठुकाई , वो ठंडी वाली डिश सर्व करने का मौक़ा। "

सच में यार तू न , इत्ती मुश्किल से मैं अपने पर कंट्रोल कर रहा था। वो बोले।

" बस अब बहुत हो गया कंट्रोल , आज रात में कोई कंट्रोल नहीं मंजू बाई और गीता की पूरी ट्रेनिंग इस्तेमाल कर देना। "

मैंने उनका गाल सहलाते बोला।


और पूछा और डिनर में , ..

" बस वही कर रहा हूँ , सबके नंबर मैंने ले लिए हैं ढाई बजे की होम डिलीवरी के लिए बोल रहा हूँ "

पोर्क ,मटन ,फिश ,किचेन और भी बहुत कुछ , पांच मिनट तो वो फोन करते रहे , फिर हम लोग मीनू तैयार करते रहे उस संस्कारी डिनर का

गलावटी कबाब चिकेन टिक्का , फिश चाप से लेकर रोगन जोश , कीमा मटर और मटन बिरयानी और भी लम्बी लिस्ट बनायीं थी उन्होंने।

मैंने सब अप्रूव कर दी उनके गालों पर चुम्मा लेकर ,

और फिर नीचे जेठानी की ओर ,

मेरा शैतानी चरखा टाइप दिमाग तेजी से चल रहा था।
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