जोरू का गुलाम या जे के जी

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kunal
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी

Post by kunal »

मैं उन सब लोगों को अंदर ले आयी ,लेकिन बजाय ड्राइंग रूम में बैठाने के , सीधे लिविंग रूम में जहां उन्होंने आलरेडी सेटिंग कर दी थी।


दो मैट्रेस , ऊपर काली साटन की मुलायम सेक्सी चादर , दो बड़ी सी एरोमैटिक कैंडल्स , हलकी हलकी लाइट ,

"वाह बेड पोलो की सेटिंग तो अच्छी कर रखी है , ... "

रीनू ने मेरी ओर देख कर मुस्कराते हुए कहा।

" और खिलाड़िन भी तैयार है , ... "

हँसते हुए मैं बोली।






" आज तेरे घुमड़ दास नहीं है क्या जो इत्ते जोश में दिख रही है। " रीनू मेरे कान में फुसफुसाते हुए बोली।


" हैं न बुलाती हूँ अभी। " मैं खुश होते बोली और बुलाया ,

" सुनो , देख ने कौन स्साली याद कर रही है तुझे। "

रीनू के साथ मेरे दोनों जीजू की आँखे एकदम फ़ैल गयीं , जिस टोन के साथ मैंने उन्हें बुलाया था , और ऊपर से सुनिये की जगह सुनो।


और आँखे उन लोगों की और फ़ैल गयी ,जब वो सीन पर हाजिर हुए ,

एकदम हिला देने वाला एक्सपेरिएंस ,खासतौर से कमल जीजू के लिए जो स्कूल में उनके सीनियर थे।






पिंक लेसी शर्ट ,फ्रिल्स के साथ , जेल किये बाल बड़े आलमोस्ट कंधे तक ,सीधी मांग , टाप बटन शर्ट की खुली ,बेयर चेस्ट झलकता , हिप हगिंग जीन्स ,हल्का सा फेमनिन परफ्यूम , अ टच आफ काजल , गले में एक गोल्डन चेन ,कानों में हलके स्टड्स डायमंड्स के .... गोरे चिकने नमकीन तो वो बचपन से थे।

और वो ज़रा सा मुड़े तो उनकी गुलाबी शर्ट के पीछे इम्ब्रायडर्ड ' बी ' साफ़ साफ़ झलक गया।

और कोई बी फॉर बॉटम समझ न समझे ,कमल जीजू की अनुभवी आँख से वो कहना बचने वाला था।


और उनके चेहरे को देख के मैं समझ गयी की कोई और समझे न समझे ,कमल जीजू समझ गए हैं।

" अरे ज़रा जा के पानी वानी तो ले आ।

"मैं बोली।

'इस साल्ले को तो पानी आज मैं पिलाऊंगा , "


कमल जीजू बुदबुदाये , और किसी और ने सुना हो न सुना हो मैंने साफ़ साफ़ सुन लिया।


इरादा उनका साफ़ था .

" अरे मैंने पहले ही कहा था , पानी वानी मै घास फूस नहीं चलेगा। "


अजय जीजू ने मेरी ओर शिकायत भरी निगाह डालते कहा।

" सुन ,ड्रिंक्स विंक्स और कॉकटेल स्नैक्स , और ज़रा जल्दी , ... "

श्योर वो बोले और वापस मुड़े , और मेरे जीजू और रीनू दोनों का बदले हालत का अंदाज हो गया।

पर कमल जीजू पर किसी 'और चीज ' का असर हुआ ,

जब वो मुड़े तो , टाइट हिप हगिंग जीन्स में उनके फर्म, टाइट ,बबल बॉटम , कसर मसर करते , और पिछावड़े की दरार ,...

कनखियों से मैं देख रही थी , ... कमल जीजू की जीन्स एकदम टाइट हो गयी/

मुश्किल से मैंने अपनी मुस्कराहट रोकी।


थोड़ी देर में जब वो लौटे तो कोई फाइव स्टार होटल का वेटर मात था , जिस तरह से उन्होंने अपने हाथ पर ट्रे बैलेंस कर रखी थी ,और उसपर सिंगल माल्ट स्काच व्हिस्की की बोतल , ग्लासेज और कॉकटेल स्नैक्स ,








और , मैं कमल जीजू की गोद में , अजय जीजू भी साथ ,...दोनों ने हाल्टर से झांकते ,ललचाते मेरे उभार ,दोनों जीजू ने बाँट लिया था।

" अरे वाह ,जीजू आप तो , लाइए मुझे दीजिये , .... मुझसे अच्छी साकी कहाँ मिलेगी , आगे का काम मेरे हवाले। "


रीनू ने ट्रे उनके हाथ से ले लिया और वो कमल जीजू के बगल में बैठ गए ,एकदम सट कर।

रीनू ने ग्लास भरते हुए , अपने जीजू यानी उनको 'कुछ ज्यादा ' ही फेवर किया।

और फिर वो भी ठसके से उनकी गोद में चढ़ के बैठ गयी , और बोली ,

" क्या यही साली अपने जीजू लोगों की गोद में बैठ सकती है , देखना आज तुझसे ज्यादा मैं अपने जीजू के साथ मजे ले के दिखाउंगी। "

रीनू मुझे चढाती बोली , और अपने दोनों हाथ उनके गले में , अपने टैंक टॉप फाड़ते उभार उनके सीने पर रगड़ के उसने अपना इरादा साफ़ कर दिया।

खुश हो के उन्होंने अपने हाथ से बनाया उसे सीक कबाब खिलाने की कोशिश की ,पर उसने जोर जोर से सर हिला के ना ना का इशारा किया।


मेरे बालम ,एकदम नासमझ , ...





मैंने जोर से उन्हें घूरा ,साली को ऐसे खिलाते हैं ?

और वो समझ गए।

अपने होंठों के बीच दबा के उन्होंने ऑफर किया और अब की उनकी साली ,मेरी मौसेरी बहन रीनू के रसीले होंठों ने सीधे गपक लिया।

अगले ही पल में वो फ्रेंच किस में , रीनू की जीभ उनके मुंह में और वो इस तरह से चूस रहे थे ,जैसे कोई नयी नयी जवान हुयी लड़की पहली बार लन्ड चूस रही हो।




कुछ देर में उनके होंठ भी रीनू के होंठों का रस ले रहे थे , फिर हाथ क्यों पीछे रहते , साली के उभार ,और रीनू के जोबन थे भी बहुत गद्दर।

पहली बार वो खुल के जीजू साली के रिश्ते का मजा ले रहे थे।





चार पांच मिनट के बाद जब दोनों के होंठ अलग हुए तो , रीनू कबाब की तारीफ़ करती बोली ,

" जिसने इत्ता मस्त कबाब बनाया उसके हाथ चूम लेने का मन करता है। "

" अरे , साली , अगर ये पहले मालूम होता तो न तो हाथ के साथ कुछ 'और भी ' इस्तेमाल कर लेता। " उन्होंने रीनू को चिढाया।

" अच्छा ये मुर्गा भी अब बोलने लगा , " रीनू ने उन्हें चिढाया।

उनके तंबू में भी बम्बू अच्छा खासा तना नजर आने लगा था।

और रीनू मेरी ही बहन थी ,ऐसा मौक़ा क्यों छोड़ती , उसने कस के एक हाथ से उनके बल्ज को रगड़ दिया ,

उनका खूंटा और बौरा गया।

रीनू ,बचपन की शरारती , रीनू ने उनकी ज़िप भी थोड़ी खोल दी।

वो भी अब जीजू साली का खेल सीख गए थे ,अबकी चिकन टिक्का उनके होंठों ने रीनू के होंठों के सामने ,...

और चार होंठों का खेल फिर चालू हो गया , अबकी उनकी जीभ रीनू के होंठों के बीच ,
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Kamini
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी

Post by Kamini »

superb

agar Komal update deti to bahut achha tha
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kunal
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जोरू का गुलाम भाग ७१

Post by kunal »

जोरू का गुलाम भाग ७१



और जीभ की देखादेखी , एक हाथ भी सीधे रीनू के छोटे छोटे टैंक टॉप के अंदर सेंध लगा के ,सीधे से उसके कड़े कड़े उभार ,





उनके दोनों हाथ तो साली के उभारों में बिजी थे , लेकिन साली के दोनों हाथ तो खाली थे।


और साली के हाथों ने खेल कर दिया ,

डबल पटियाला पेग बना के सीधे उनके होंठों पे ,...

" जीजू आपको साली की कसम , उसके गदराये जोबन की कसम ,एक घूँट में , .... "





हम सब ,मैं खास तौर से रीनू की ये हरकत देख रहे थे ,

मैने और मुझसे ज्यादा मम्मी ने उन्हें ड्रिंक तो टेस्ट करा दिया था ,लेकिन एक दो पेग तक , बहुत हुआ तो कभी तीन पेग , लेकिन यहाँ तो एक झटके में ,डबल पटियाला पेग ,


असर जो होना था वही हुआ , उनकी बची खुची थोड़ी बहुत शरम झिझक भी।


डबल मीनिंग डायलॉग्स जोक्स और फिर हनी सिंह छाप गाने और उससे भी ज्यादा ,आगे बढ़ के ,


" गांड में डंडा ,... " अजय जीजू ने शुरू किया , और मैं और कमल जीजू ,

फिर तो वो और रीनू भी एकदम सुर में


गांड में डंडा ,

न बांस की बंसी

न सोने की सरिया ,अरे गांड में डंडा ,

नशे का असर सब पर चढ़ रहा था। कमल जीजू तो हलके हलके उनकी पीठ सहला रहे थे , और कभी कभी उनके नमकीन गोरे गोरे गाल पे प्यार से चुटकी भी काट लेते थे।

और वो भी खुल के अब जीजू का तन्नाया खूँटा देख रहे थे ,बालिश्त भर से बड़ा ही होगा और मोटा भी खूब ,जबरदंग। ललचायी निगाह से ,


" अरे डंडा क्यों ऐसी मस्त गांड में डालने के लिए मेरा मोटा लन्ड है न। "


कमल जीजू मस्ती से उनका गाल सहलाते बोले।




लेकिन तबतक रीनू उन्हें अगले गाने के लिए उकसा रही थी , और उन्होंने बड़े सुर में रैप चालू कर दिया ,

" तेरी चूत मारूँ ,

तेरे सर से चुदने का भूत उतारूँ ,... "

और रीनू ,उनकी साली भी मस्ती में साथ दे रही थे ,

उसके बाद तो उससे भी बढ़ के ,

अजय और कमल जीजू के हाथ अब मेरे हॉल्टर शोल्डर लेस टॉप में घुस चुके थे , और मेरे दोनों निपल उनकी उँगलियों के बीच रगड़े मसले जा रहे थे , और वोभी अपनी साली रीनू केजोबन को खुल के मीज रहे थे।


" हे चलो ताश खेलते हैं , ... " रीनू बोली , लेकिन फिर उसने टाइप भी बता दिया ,


" हे चलो ताश खेलते हैं , ... " रीनू बोली , लेकिन फिर उसने टाइप भी बता दिया , स्ट्रिप पोकर।


इम्पोर्टेड सिंगल माल्ट स्काच की एक बोतल खाली हो चुकी थी और उनकी साली रीनू ने ये इंश्योर किया था की आधे से ज्यादा बोतल उसके जीजू के पेट में जाए।






और मेरी देह में झुरझुरी दौड़ गयी।

पिछली बार जब हम लोगों की ट्रिपल स्वैपिंग प्लान थी , बल्कि बस शुरू ही होने वाली थी, माहौल बनाने के लिए उस बार भी रीनू ने यही प्रपोज किया था ,

कार्ड्स






और माहौल बिगड़ गया था ,

ये मेरे कान में बोले , तुम्हे तो मालुम है मैं ये सब ,...

और थोड़ी देर में हम लोग इनके मायके जानी वाली ट्रेन पकड़ रहे थे।

इनके मायके में भी ,मैं नयी नयी आयी थी , शादी के बाद।

एक दिन बैठी बोर हो रही थी बस , मैंने जेठानी जी और अपनी छोटी ननद से कार्ड खेलने के बारे में बात कर दी , बस ,

दोनों अल्लफ।

जेठानी तो खैर जैसी उनकी आदत थी ,मुंह फुला के बैठ गयी।

और ननद , वही इनकी ममेरी बहन ,,एलवल वाली गुड्डी , ... कतरनी की तरह जबान ,


बोलने लगी ,

" भाभी , मैं आप से बार बार कहती ,हूँ ,आप तो नयी नयी आयी हैं , आप मुझसे पूछ लिया करिये , भैया को क्या पसंद है ,क्या नापसन्द है।

अरे ताश तो मवाली ,सड़क छाप लोग , .... कभी उनके सामने मत बोलियेगा , वो मेरे भैया कोई जुआरी , मवाली नहीं है। "


मैं मन मसोस कर रही गयी ,तय तो उसी समय कर लिया था , अरे तेरे से भी खेलवाउंगी और ये तेरी कच्ची अमिया दांव पर लगा के

लेकिन आज , अब बहुत कुछ बदल गया था।

सब पहले उन्होंने ही हामी भरी , ताश के खेल के लिए भी , स्ट्रिप पोकर के लिए भी।


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kunal
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Re: जोरू का गुलाम या जे के जी

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उस दिन के फेल्ड स्वैप की याद अभी तक रीनू को भी थी , एक तीखी कसक की तरह ,


उनकी हामी से वो भी चहक कर कस के रीनू ने इन्हें चूम लिया ,चटाक चटाक , खूब मीठी वाली चूम्मी और चिढाते हुए बोली ,




" जीजू बहुत बचे हुए थे आप , आज आप को नंगा करवा के छोडूंगी। "

जवाब उनकी ओर से कमल जीजू ने दिया ,

" अरे साली जी , उसके लिए तो हर जीजा जब चाहे तब तैयार रहता है। "

खेल शुरू होगया।


पते फेंटे जा रहे थे , और मैं एक बार फिर सिहर गयी ,बिचारे अपने उनके बारे में सोच के ,

एक तो मेरे जीजू लोग दोनों पैदायशी हरामी , पते के बादशाह , और वो बिचारे अभी तो उन्होंने मम्मी की गालियां खा खा के ,

बड़ी मुश्किल से पत्ते पहचानने सीखे थे।

दूसरे हम सबने कम से कम चार कपडे पहन रखे थे ,लेकिन उन्होंने अपनी गुलाबी फ्रिल वाली शर्ट के नीचे कुछ भी नहीं पहन रखा था ,

एकदम से टॉपलेस


लेकिन सब से पहले टॉपलेस अजय जीजू हुए , या टॉपलेस होने की शुरुआत उनकी हुयी ,

मैं और रीनू हम दोनों बहने साथ साथ बैठे थे ,

और वो तीनो लोग सामने , वो एकदम कमल जीजू के साथ सट के ,




पहला राउंड मैं जीती , और अजय हारे , उनकी शर्ट मैंने उतरवा ली।





लेकिन मेरी आँखे उनकी बनयान से झांकती मसल्स की मछलियों पर , ललचायी निगाहें ,

क्या सिक्स पैक्स थी , फ़िल्मी ऐक्टर ,मॉडल मात।

और इस देखादेखी में मैं मात खा गयी ,

और मेरा हॉल्टर टॉप उतर गया।

कमल जीजू और अजय दोनों ही मेरी छोटी सी शियर ,आलमोस्ट ट्रांसपेरेंट , हाफ कप ब्रा से झांकते मेरे गदराये उभारो को देख ,





ललचा रहे थे।

मैं और रीनू एक दूसरे को देख के मुस्कराये ,

मैं एक क्रूशियल मूमेंट पर कमल जीजू की ओर झुकी ,

क्लीवेज ही नहीं निपल तक सब कुछ ,

और कमल जीजू , वो राउंड ही नहीं , अगला राउंड भी हार गए।





सबसे पहले वो पूरे टॉपलेस हुए , और उनकी मसल्स तो , चौड़ा चकला सीना , नो फैट एकदम वी टाइप , केसरि कटि ,





लेकिन रीनू की निगाह अपने जीजू की ओर लगी थी ,

" साला इसके कपडे कैसे उतरेंगे ,... " वो बुदबुदायी।

मैं मुस्करा रही थी , इनकी सास ने इनकी तगड़ी ट्रेनिंग कर दी थी।

पर ताश के खेल में थोड़ी बहुत बेईमानी न हो तो ताश का मजा क्या , और ख़ास तौर से जीजा साली के खेल में ,

सालियों का तो पूरा हक बनता है बेईमानी करने का। रीनू ने इनके लिए एक तगड़ा पटियाला पेग बनाया और अपने हाथ से दिया ,

साथ में इनके पत्ते झाँक लिए ,

वो साली थी भी बचपन की कमीनी , लेकिन मैं आज बजाय इनके अपनी बहन के साथ थी।

और अगला राउंड वो हार गए , और फिर पूरे टॉपलेस , ( बनयान तो उन्होंने पहन नहीं रखी थी। )

पर अगले राउंड में वो रीनू का छोटा सा टैंक टॉप उतरवा कर उन्होंने बदला ले लिया।

घंटे भर चला होगा गेम ,

वो और मेरे दोनों जीजू सिर्फ अंडर वियर में ,

कमल जीजू ब्ल्यू कलर की बस वेस्ट बैंड सी पतली सी ब्रीफ में , जो छिपाती कम थी दिखाती ज्यादा थी। ( मेरा तो मन कर रहा था की बस खींच केउतार दूँ )




अजय जीजू , एक आलमोस्ट शियर ,मेश बॉक्सर में। आलमोस्ट सब कुछ है दिखता है टाइप ,

और वो भी एक थांग नुमा ब्रीफ में जो उनके पिछवाड़े की दरार में बस एक पतले से धागे की तरह टाइट ,घुसी फंसी थी और उनका बबल बॉटम १००५ दिखता था।

हम दोनों बहने ब्रा और ,... मैं अपनी अल्ट्रा लो कट स्किन टाइट जीन्स









और रीनू ,छोटी सी स्कर्ट में।


जीन्स और स्कर्ट के नीचे वाला हम दोनों भी हार गए थे।

लड़कों ने खूब हल्ला मचाया जब रीनू अपनी पैंटी हारी ,पर वो छिनार , ... स्कर्ट के नीचे हाथ डाल के बिना अपनी सोन चिरैया दिखाए ,

उसने गुलाबी लेसी पैंटी निकाल के सीधे इनके चेहरे पर फेंक दिया।




एक अच्छे जीजू की तरह न उन्होंने सिर्फ कैच किया बल्कि बहुत प्यार से चूम भी लिया।


फिर अगले राउंड में मैं हारी , और अबकी शोर और तेज था , मेरे दोनों जीजू ,

जीन्स उतारो ,जीन्स उतारो ,

मैंने कुछ परेशान होने का नाटक किया ,जीन्स के एक दो बटन खोले भी ,लेकिन

अल्ट्रा लो जीन्स का फायदा भी तो है ,मेरी थांग की स्ट्रिंग बाहर निकली थी और एक बहुत छोटे से हुक से फंसी थी , बस

मैं हुक खोला ,खींचा और मेरी थांग बाहर , मैंने सीधे कमल जीजू के तंबू में बम्बू के ऊपर निशाना लगा के फेंका।


व्हिस्की की दूसरी बोतल भी आधी से ज्यादा खाली हो चुकी थी ,

कमल जीजू का हाथ जो इनके कंधे पर था , अब सरकते हुए इनकी नंगी पीठ पर फिसलता हुआ बार बार नीचे तक जा रहा था ,

और उनकी निगाहें भी ,एकदम कमल जीजू के बालिश्त भर से लंबे मोटे खूँटे पर ,

रीनू अंदर गयी थी , और बाहर आयी तो व्हिस्की की बोतल के साथ उसके हाथ में ट्रुथ और डेयर गेम्स के कार्ड ,


वही जो हम लोग लेडीज क्लब में खेलते थे।
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