कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास complete

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Jemsbond
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Re: कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास

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राम्या की कमर खुद बा खुद उपर उचकने लगी और वो अपनी चूत अपनी माँ के मुँह पे मारने लगी.

आधे घंटे तक माँ उसे अपनी जीब से चोदती रही और इस दोरान राम्या तीन बार झड गई. अब राम्या के जिस्म में ताक़त ही ना बची और वो निढाल पड़ गई. माँ भी हाँफती हुई उसके बगल में लेट गई.

थोड़ी देर में राम्या को होश आया और वो अपनी माँ के उरोज़ पर टूट पड़ी, अब राम्या की बारी थी अपनी माँ को खुश करने की.

राम्या अपनी माँ के निपल ऐसे चूस रही थी जैसे बहुत दिनो के भूके बच्चे को माँ का दूध नसीब हुआ हो. माँ की आँखों में में राम्या का बचपन घूमने लगा ऐसे ही ज़ोर ज़ोर से उसके निपल चूसा करती थी.

अहह माँ की सिसकी निकल जाती है और वो राम्या के सर को अपने उरोज़ पर दबा देती है. वो अपने देवरानी के साथ कई बार लेज़्बीयन कर चुकी थी पर आज बेटी का असर कुछ और ही पड़ रहा था, उसके जिस्म का पोर पोर मज़े की इंतेहा से खिल उठा था और उसकी उत्तेजना अपनी सारी सीमाएँ लाँघ रही थी.

राम्या अपनी माँ के दोनो उरोज़ एक के बाद एक चुस्ती रहती है और साथ साथ हल्के हल्के दाँत भी लगा देती थी.

जब भी राम्या के दाँत निपल पे गढ़ते माँ की चूत में साथ साथ खलबली मचना शुरू हो जाती और उसकी जोरदार सिसकी निकल पड़ती उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़

अपनी माँ के उरोज़ अच्छी तरहा लाल सुर्ख कर राम्या अपनी माँ के नेवेल को चूमने लगी और अपनी जीब बीच में डाल कर गोल गोल घुमाने लगी.

नेवेल शायद माँ का सबसे वीक हिस्सा था, और उसे भी खुद आज ही पता चला क्यूंकी पहले किसी ने भी उसके नेवेल के साथ छेड़ खानी नही की थी. इधर राम्या की जीब नेवल में घूमती उधर माँ की चूत अपना रस छोड़ने लगती. माँ ने राम्या के सर को ज़ोर से दबा दिया ताकि उसकी हरकतें रुक जाएँ, पर राम्या लगी रही और माँ उत्तेजना में अपनी टाँगें पटाकने लगी.

राम्या धीरे धीरे चूमते हुए नीचे बढ़ती है और अपनी माँ की चूत पे अपनी ज़ुबान फेरने लगती है.

जैसे ही राम्या की ज़ुबान माँ की चूत को छूती है एक तरंग दोनो के जिस्म में दौड़ जाती है. राम्या आज पहली बार किसी चूत पे अपनी ज़ुबान चला रही थी वो भी अपनी माँ की और माँ पहली बार अपनी बेटी की ज़ुबान का असर अपनी चूत पे महसूस कर रही थी.

माँ राम्या को उपर खींचती है और दोनो 69 में आ जाती हैं. अब माँ राम्या की चूत पे फिर से अपनी ज़ुबान का कहर बरसाने लगती है और उधर राम्या अपनी माँ की चूत को पूरा मुँह में भर लेती है.

दोनो एक दूसरे के जिस्म को आपस में रगड़ते हुए एक दूसरे को अपनी टाँगों से भीच लेती है और ज़ोर ज़ोर से एक दूसरे की चूत चूसने लगती हैं.
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Jemsbond
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Re: कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास

Post by Jemsbond »

राम्या की पूरी ज़ुबान माँ की चूत में घुस जाती है जबकि राम्या की चूत टाइट थी तो माँ की ज़ुबान थोड़ा ही अंदर घुस पाती है. दोनो एक दूसरे की चूत को चूस्ते हुए अपनी ज़ुबान से चोदने लग गई. दोनो की सिसकियाँ अंदर ही अंदर दम तोड़ने लगी. रूम में एक ज़लज़ला आ गया, एक ऐसा तूफान जो थमने का ना ही नही ले रहा था.

साँसे लेना दूभर होता जा रहा था पर ज़ुबानो का चलना नही . ये मंज़र कोई आदमी देख लेता तो बस एक ही दुआ माँगता, एक और लंड , ताकि वो दोनो को एक साथ चोद सके.

दोनो एक दूसरे को ज़ुबान से चोद रही थी, बीच बीच में अपने दाँत भी गाढ रही थी, एक अपने दाँत गढ़ाती तो बदला लेने के लिए दूसरी भी अपने दाँत गढ़ा देती.

दोनो की चूत रस बहा रही थी और दोनो ही उसे पीते हुए रुकने का नाम नही ले रही थी.
अपनी माँ की चूत को चूस्ते हुए राम्या सोच रही थी कि जब एक औरत के साथ इतना मज़ा आता है तो एक मर्द के साथ कितना आएगा. उसकी आँखों के सामने उसके भाई का चेहरा घूमने लगा और उसकी पकड़ अपनी माँ की चूत पे और भी सख़्त हो गई है.

आधे घंटे से दोनो एक दूसरे पे कहर ढा रही थी. और संवेदना सहती हुई दोनो चूत अपने चर्म पे पहुँच गई और दो बाँध एक साथ टूट पड़े. उफ्फ माँ का ज़्यादा बुरा हाल था इतना रस तो अपनी पूरी जिंदगी में नही बहाया था जितना आज बहा रही थी.

जिस्म से जान निकलती जा रही थी और वो सातवें आसमान पे कहीं उड़ने लगी . राम्या भी पीछे नही रही और अपनी माँ के साथ ताल में ताल मिलाती हुई आनंद की गहराइयों में सराबोर हो गई.

दोनो ने एक बूँद भी बर्बाद नही होने दी. और दोनो का पेट इतना भर गया कि सुबह नाश्ता करने की नौबत नही आने वाली.

हाँफती हुई दोनो अलग हुई और अपनी साँसे संभालने लगी.
रात भर दोनो एक दूसरे को नोचती खसोट्ती रही . मुस्किल से एक घंटा ही सोई होंगी. राम्या के नींद जैसे ही खुली वो फिर अपनी माँ पे चढ़ गई.





जिस्म की प्यास फिर भड़क गई और दोनो 69 पोज़ में आकर एक दूसरे की चूत चूसने लगी


आधे घंटे तक माँ बेटी एक दूसरे की चूत चुस्ती रहती है आंड मे दोनो एक साथ झड जाती हैं. राम्या आज फुल मस्ती के मूड में आ चुकी थी, वो अपनी माँ को बाथरूम में खींच के ले जाती है और दोनो बाथ टब में घुस एक एक दूसरे के जिस्म पर साबुन रगड़ने लगती हैं.




एक घंटे तक माँ बेटी एक दूसरे को रगड़ रगड़ कर नहलाती हैं. ऐसे लग रहा था जैसे जिंदगी में पहली बार नहा रही हों.
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Re: कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास

Post by Jemsbond »

नहाने के बाद दोनो तैयार होती हैं और माँ किचन में लग जाती है. नाश्ता करने के बाद राम्या थोड़ी देर के लिए बाहर जाती है और जब वापस आई तो उसने अपनी नाक छीदवा कर एक नोज रिंग पहनी हुई थी. इस रूप में राम्या और भी कातिलाना लग रही थी.



राम्या जब अपने नये रूप में घर पहुँची तो माँ उसे देखती ही रह गयी. आस पास रहने वाले लड़को और मर्दों की तो जान आफ़त में पड़ने वाली थी.

राम्या तब अपने कमरे में चली गई और अपने लिए नया डिज़ाइन तैयार किया . जिस्म की प्यास जब बढ़ती है तो इंसान क्या क्या रूप नही धारण करता.

अपनी ड्रेस का नया कलेक्षन करने के बाद राम्या अपने कमरे में वही ड्व्ड लगा के बैठ गई जिसमें उसके मम्मी पापा और चाचा चाची थे. आवाज़ उसने बहुत धीमे रखी ताकि नीचे माँ तक आवाज़ ना पहुँचे. चाची की दमदार चुदाई के बाद चारों ने कुछ देर आराम किया और फिर मम्मी ने चाचा का लंड चूस चूस कर खड़ा किया और चाचा के उपर आकर उनके लंड को अपनी चूत में डाल लिया.


चाची भी पापा के लंड को चूसने लग गई. पापा का लंड जब खड़ा हो गया तो पापा ने चाची के होंठों पे अपने होंठ सटा दिए और दोनो एक दूसरे को चूमने लगे. पापा ने चाची की टाँग को उपर उठाया और अपने लंड को उनकी चूत में पेल दिया.



चाची दो बार झड चुकी थी और उनमे हिम्मत नही बची थी और चुदवाने की. पापा ने चाची की चूत से लंड निकाल लिया और मम्मी के पीछे जा कर उनकी गंद में एक ही झटके से अपना लंड घुसा दिया. मम्मी की चीखें निकलने लगी. अब चाचा और पापा मिलके मम्मी की जोरदार चुदाई करने लगे.


इनकी चुदाई देख कर राम्या की चूत भी रोने लग गई.
उससे और आगे देखा नही गया.

लॅपटॉप बंद किया और बाथरूम में घुस गई
बाथ टब में लेटी राम्या काफ़ी देर तक अपनी चूत में उंगली करती रहती है जब तक वो झड नही जाती.

फिर नहा कर बाहर आती है और अपने सेल फोन से अपनी नग्न तस्वीरें खींचती है. सिर्फ़ अपने बूब्स की अलग अलग आंगल्स से, सिर्फ़ अपनी चूत की और और अपना चेहरा छुपाते हुए बाकी जिस्म की . कुल 15 -20 फोटो अपनी खींच लेती है.

फिर कपड़े पहन कर तैयार होती है और अपने लॅप टॉप खोल कर अपनी एक फेम मैल आइडी बनाती है जिस्म की प्यासी (जकप).

और अपने बूब्स की एक फोटो अपने भाई विमल को मैल कर देती है.
साथ में एक रिमार्क डाल देती है

‘क्या तुम इन्हें चूसना चाहते हो? अगर हां तो जवाब देना.'

फिर राम्या नीचे आती है और अपनी माँ को फिर खींच कर बाहर घूमने निकल पड़ती है.

राम्या माँ को फिर मौर्या शेरेटन ले जाती है, दोनो फिर एक एक बियर पीते हैं, बैठ कर इधर उधर की बातें करतें हैं. राम्या की अभी हिम्मत नही पड़ रही थी कि वो माँ से फॅमिली चुदाई के बारे में पूछ ले.
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Re: कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास

Post by 007 »

बहुत ही बढ़िया कहानी है भाई
कांटा....शीतल का समर्पण....खूनी सुन्दरी

(¨`·.·´¨) Always

`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &

(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !

`·.¸.·´
-- 007

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Re: कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास

Post by Jemsbond »

007 wrote:बहुत ही बढ़िया कहानी है भाई

thanks for your rep
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