हँसकियां, चूतकुले, जोकस

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kunal
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Re: हँसकियां, चूतकुले, जोकस

Post by kunal »

Husband : Shadi ke baad zindgi kutte jaise ho gai hai
Wife : Kutte se kya Barabari karte ho

Kutta to 1 ghante tak fasa kar rakhta hai tumhari 1 min me gaand phat jati hai.



एक आदमी की बीवी बहुत ही चुद्दक्कड़ थी, बेचारा जितना चोदता उतना ही वह और चोदने को कहती. एक बार जब वो दुखी होकर पहाड़ पर एक साधू के पास गया तो साधू ने उसे वरदान मांगने को कहा .
आदमी - बाबा मेरे १०० लौडे लगा दीजिये जिससे अगर एक थक जाये तो दुसरे से छोड़ने लग जाउ और दूसरा थक जाये तो तीसरे से लग जाउ
साधू ने उसको सौ लौडे लगा दिए, जब वो खुश होकर जाने लगा तो साधू बोला -

" रुक बहन के लौडे ये आंड का बोरा क्या तेरा बाप लेके जायेगा, एक के साथ दो फ्री मिलते है "



खुले रेगिस्तान मेँ भीषण गर्मी से परेशान एक मरियल सा व्यक्ति रह रह कर करुण आहेँ भर रहा था आहोँ के सिग्नल इतने प्रबल थे कि भगवान को उसके पास आकर उससे वरदान माँगने को कहा । काफी देर बाद जब विश्वास आगया तो उस मरियल ने कहा प्रभु भीषण गर्मी , प्यास और तेज धूप ने हलकान कर दिया है अतः आप मुझे गले तक पानी से भरे ठण्डे व कम प्रकाश वाले स्थान मेँ भेज दो । एवमस्तु कह कर प्रभु मुड़े ही थे कि उस बंदे ने पुकार लगायी प्रभु एक कृपा और कर देँ । क्या । अरसा गुजर गया चूत के दर्शन नहीँ हुए । आप ऐसा कुछ कर देँ कि मैँ अब आगे चूतोँ के दर्शन करता रहूँ । प्रभु ने पूछा कि क्या तीनो बातेँ एक साथ ही चाहते हो । और इधर उसने हाँ कहा उधर प्रभु ने उसे एक गर्ल्स हॉस्टल के लेट्रिन का डिब्बा बना दिया ।



रेप केस : वकील - बहेनजी क्या हुआ था ?
1st टाइम इसने मुझे गिराया .
फिर बहेनजी ?
फिर ब्लोउज़ फाडा .
फिर बहेनजी ?
फिर पेटीकोट फाडा .
फिर बहेनजी ?
फिर आपकी बहन चुद गयी ..




एक सरदार की बीबी का पड़ोसी के साथ अफेयर हो जाता है सरदार जब ऑफिस चले जाते थे तब सरदारनी पड़ोसी के साथ रंगरेलियां मनाती थी,एक दिन सरदार को सर दर्द होता है और सरदार लंच टाईम पर घर चले आते है,सरदारनी पड़ोसी के साथ रंगरेलियां मना रही थी सरदार को अचानक आया देखकर सरदारनी पड़ोसी को खाट पर चादर से ढक देती है जल्दी-जल्दी में ठीक से ढक नही पता और लिंग बहार निकल जाता है,सरदार अन्दर आते है और लिंग को देखकर सरदारनी से पूछते है यह क्या है?
सरदारनी कहती है अपना बेटा है आज ही पैदा हुआ है जाओ मिठाई बाटो,सरदार सोचते है ऐसा बेटा बड़े गिरे मन से पूरे मोहल्ले में मिठाई बाट कर आते है और सरदारनी से पूछते है अपना बेटा कहा गया.
सरदारनी कहती है बेटा मर गया मैंने फेक दिया
सरदार अच्छा हुआ मर गया साला लंड माफिक दीखता था!





एक फेरी वाला चड्ढी बेचते हुए चिल्ला रहा था चड्ढी ले लो चड्ढी ले लो,गांड फट जाएँगी मगर चड्ढी नही फटेंगी.
एक सज्जन बोले भाई कौनसी चड्ढी है जो नही फटेंगी,कितने में दे रहे हो?
फेरी वाला- साहब २०० की एक.
सज्जन बोले- २०० की एक दे रहे हो नही लेना है
फेरी वाला – साहब मैंने पहले ही कहा था गांड फट जाएँगी मगर चड्ढी नही फटेंगी!




Mother: ladkon se bach ke rahna.agar tumhara boy friend bra me haat dalne ki koshish kare to kehna "ruko"

Girl: ok

Mother: agar tumhari panty me haath dalne ki koshish kare to kahna "mat daal na".

Girl: samajh gai maa!

*next day when girl back to her home. Her mother ask her

Mother: kya hua?

Girl: maa usne apna ek haat meri bra me aur dusara panti me daal diya.

Mother: to tumne kya kaha

Girl:"ruko mat dalo na"




एक चौधरी के बेटे की शादी हुई ,चौधरी ने बेटे की सुहागरात का नया कमरा जल्दबाजी में घर की छत पर बनवाया था जिस में दो दरवाजे थे !
दरवाजो पर चौखट तो चढ़ी हुई थी पर पल्ले (डोर) नहीं लगे थे !
शादी के बाद जब लड़का दुल्हन के पास आया तो दुल्हन उठ खड़ी हुई और दूर जा कर दुल्हे को ठेंगा और जीभ दिखाने लगी ,क्युकीं उसकी सहेलियों ने बताया था कि पहली रात दुल्हे को खूब तंग करना !
लड़का पहले तो सकपकाया फिर लड़की को पकड़ने के लिए भागा !
लड़की भी एक नम्बर की हरामी थी वो एक दरवाज़े से निकल कर बहार चली जाती और दुसरे से अंदर आ जाती ! लड़का पीछे पीछे लड़की आगे आगे ,कमरे के अन्दर बहार होते रहे !
सुबह तक यही ड्रामा चलता रहा पर लड़की हाथ नहीं आई !
लड़का थक हार कर सीड़ियों पर बैठ गया !

चौधरी सुबह सुबह सोकर उठा !बेटे को बहार बैठा देखकर पूछा - "अबे तू बहार मुंह लटकाए क्यों बैठा है ?"
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बेटा चुप ! ''बोलता क्यों नहीं के बात हो गयी?"
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बेटा गुस्से में बोला -"बापू! या तो कमरे में किवाड़ चढ़वा दे या बहु को पकड़ के चुदवा दे !"







अकबर बादशाह को मुर्गियां पालने का बड़ा शौक था , उनके पास कई किस्म की मुर्गियां थी ! उनमे से एक देसी मुर्गी अकबर को बड़ी पसंद थी वो उस मुर्गी को दरबार में अपने साथ भी ले जाते थे !
बीरबल की गद्दी अकबर बादशाह की गद्दी के पास ही थी !
मुर्गी अक्सर बीरबल की गद्दी पे बीट कर देती थी जिससे बीरबल के कपडे ख़राब हो जाते थे ! बीरबल की गांड बहुत सुलग जाती थी ये देखकर पर ,क्या करे बादशाह से मुर्गी कि शिकायत कैसे करे !
एक दिन तो हद ही हो गयी भरे दरबार में मुर्गी ने बीरबल के सर पे बैठ कर बीट कर दी !बीरबल की झांटे फुंक गयी !

"जहाँपनाह ! इस मुर्गी को यहाँ मत लाया कीजिये वर्ना में इसे मार डालूँगा !"

"ख़बरदार! बीरबल अगर तुम इस मुर्गी को मारोगे तो मैं भी तुम्हे उसी तरीके से मारूँगा जिस तरीके से तुम मुर्गी को मारोगे !"

यह सुनकर बीरबल की गांड फट गयी ! पर बीरबल भी पक्का मादरचोद था ! उसने अपनी गांड खुजाई !और बोला -
"ठीक है जहाँपनाह ! मैं मरने के लिए तैयार हूँ बशर्ते आप मुझे खुद वैसे ही मारें जैसे मैं मुर्गी को मारूँ ! "

अकबर की गांड में मिर्ची सी लग गयी !

"ठीक है बीरबल अगर तू मरना ही चाहता है तो मार ले मेरी मुर्गी "!

बीरबल ने मुर्गी पकड़ी और नाडा खोलकर अपना पायजामा उतारा और मुर्गी की गरदन अपनी गांड में डालकर तोड़ दी !
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