सियासत और साजिश complete

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mastram
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Re: सियासत और साजिश

Post by mastram »

lalaora wrote:Thanks pls keep continue
rajaarkey wrote:dost bahut hi majedar kahaani hai . utna achha update
xyz wrote:plz keep updating
superstar wrote:Mast update



जहेनसीब दोस्तो साथ देने के लिए आप सब का तहेदिल से धन्यवाद

अपडेट थोड़ी ही देर में
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mastram
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Re: सियासत और साजिश

Post by mastram »

गुरमीत लकी के पास आती है और उसके सामने फर्श पर घुटनों के बल बैठ जाती है और लकी के दोनो हाथों को पकड़ कर उसके हाथों को चूमती है

गुरमीत: ओह्ह लकी आइ लव यू सो मच मैं भी तुम्हारे बिना एक पल नही रह पाती

और गुरमीत ने लकी को हाथ को छोड़ दिया और अपने टॉप को दोनो साइड से पकड़ कर ऊपेर उठाना चालू कर देती है लकी अपने आँखें फाडे सब देख रहा था गुरमीत की नाभि और पतली कमर को बिना कपड़ों के देख लकी का लंड उसकी जीन्स मे एक दम तन जाता है गुरमीत अपने टॉप को अपनी बाहों को ऊपेर करके निकाल देती है और नीचे रख देती है गुरमीत की 38 साइज़ की चुचियाँ पर अब एक लाइट पिंक कलर नाइलॉन की छोटी से ब्रा से धकि होती हैं जिसमे से आधी से ज़्यादा चुचियाँ बाहर झलक रही थी लकी का तो बुरा हाल हो चुका था गुरमीत बड़ी अदा के साथ खड़ी हुई और अपनी स्कर्ट के हुक्स को खोलने लगी लकी का गला सूख गया लंड जीन्स मे झटके खाने लगा गुरमीत का दिल जोरों से धड़क रहा था गुरमीत ने अपनी स्कर्ट के हुक्स को खोल दिया पर उसने अपने हाथों से अपनी स्कर्ट को पकड़े रखा शायद उसे शरम आ रही थी लकी ने हिम्मत करके अपने दोनो हाथों को गुरमीत के हिप्पस पर रख दिया और उसकी स्कर्ट को नीचे की तरफ खींचा गुरमीत के हाथों से स्कर्ट निकल गयी लकी ने हिप्पस से हाथ हटा लिए जैसे ही लकी के हाथ उसकी स्कर्ट से हटे स्कर्ट एक दम से गुरमीत के पैरों मे गिर कर फर्श पर इकट्ठी हो गयी गुरमीत ने अपनी आँखें बंद कर ली और अपनी स्कर्ट मे से पैरों को निकाल कर लकी की तरफ पीठ कर ली लकी गुरमीत के पर्फेक्ट फिगर को देख कर पागल सा हो गया अब उसे बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था वो बेड से खड़ा हुआ और गुरमीत के पीछे जाकर खड़ा हो गया और अपने हाथों को गुरमीत के कंधों के पास बाहों पर रख कर थाम लाया

लकी: क्या हुआ मुझ से मुँह क्यों मोड़ लिया

गुरमीत: (काँपती आवाज़ मे) मुझे शरम आती है

लकी: अब मुझ से क्या शरमाना प्लीज़ एक बार मेरी तरफ देखो ना

गुरमीत: नही मे नही देख पाउन्गी

लकी ने अपने होंटो को गुरमीत के नंगी पीठ पर लगा दिए गुरमीत का पूरा बदन मस्ती मे काँप गया आँखें मस्ती मे बंद हो गयी

गुरमीत: ओह्ह लकी मुझे अहह अपनी बाहों मे आह कस्स लो

लकी एक पल के लिए पीछे हटा और उसने जल्दी से अपनी शर्ट और पेंट को उतार दिया अब लकी के बदन पर सिर्फ़ एक अंडरवेर रह गया था लकी ने अपनी बाहों को गुरमीत की कमर मे से डाल कर उसके बल खाते पेट पर अपने हाथों को रख लिया गुरमीत एक दम कसमसा गयी और अपने सर को लकी के कंधे पर टिका लिया लकी का लंड अंडरवेर मे एक दम तन कर खड़ा था जो गुरमीत की पिंक कलर की वीशेप पैंटी के ऊपेर से उसकी चुतड़ों की दरार मे धँस गया गुरमीत अपने चुतड़ों पर पैंटी के ऊपेर से लकी के लंड को महसूस करके एक दम गरम हो गयी उसके हाथ पैर मस्ती मे कांम्पने लगे दिल की धड़कने और तेज हो गयी चूत की दीवारों मे धीमे-2 सरसारहात होने लगी जो गुरमीत को और गरम कर रही थी लकी गुरमीत की ब्रा स्ट्रॅप्स के थोड़ा सा ऊपेर अपने होंटो को गुरमीत के पीठ पर रगड़ कर चूम रहा था और अपनी जीभ से नंगी पीठ को चाट रहा था गुरमीत इस्कदर मस्त हो चुकी थी अब उसने अपना बदन लकी को पूरी तरह सौंप दिया गुरमीत ने अपने दोनो हाथों से लकी के हाथों को पकड़ कर ऊपेर करना चालू कर दिया और लकी के हाथों को अपनी ब्रा के ऊपेर से चुचियों पर रख कर अपने हाथों से लकी के हाथों को दबाया

गुरमीत: अहह उंह लकी इन्हे अकेला मत छोड़ो मेरा दिल कर रहा हैं तुम इन्हे मसल कर इनकी सारी अकड़ निकाल दो

लकी ने धीरे -2 गुरमीत की चुचियों को ब्रा के ऊपेर से मसलना चालू कर दिया गुरमीत पूरी तरह गरम हो चुकी थी उसकी सिसकारियाँ पूरे रूम मे गूँज रही थी

गुरमीत: उंह सीईईई आहह लकी ऐसी हीए मसलों इनको और ज़ोर से दबाओ जानते हो जब मे कही भी जाती हूँ तो मेरी ये चुचियाँ ऐसे तनी रहती हैं जैसे हिमालय सर उठाए खड़ा हो सब लोगों की नज़र मुझे अपनी चुचियों पर चूबती हुई महसूस होती है अहह इन्हे ऐसी मस्लो कि इनकी सारी अकड़ निकल जाए हाईए में मर गयी ओह लुक्कयययययी

गुरमीत एक दम से आगे हो जाती है लकी के हाथ उसकी चुचियों से हट जाते हैं लकी एक दम हैरान रह जाता है कि अब क्या हो गया पर अगले ही पल गुरमीत अपने दोनो हाथों को पीछे लेजा कर अपने ब्रा के हुक्स को खोल कर ब्रा निकाल देती है और उसे फर्श पर फेंक देती है लकी एक दम पागल हो जाता है और गुरमीत को पीछे से अपनी बाहों मे भर कर उसकी चुचियों को अपने हाथों मे थाम कर उसके निपल्स को मसलना चालू कर देता है गुरमीत से भी बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था

गुरमीत: लकी बॅस अब मैं और खड़ी नही रह सकती मेरे पावं मेरा साथ नही दे रहे हैं ओह्ह लकी उंह मुझी कुछ हो रहा है

लकी गुरमीत के आगे आकर उसे अपने बाहों मे उठा लेता है गुरमीत ने अपने दोनो हाथों से अपनी चुचियों को ढक रखा था लकी गुरमीत को उठा कर बेड लेटा दिया और गुरमीत के ऊपेर लेट गया लकी ने गुरमीत के दोनो हाथों को पकड़ उसकी चुचियों से हटा दिया और उसके होंटो को अपने होंटो मे लेकर चूसने लगा गुरमीत मस्ती मे डूब चुकी थी आँखें बंद और तेज़ी से चल रही साँसें उसकी कामुकता को उजागर कर रही थी लकी गुरमीत के होंटो को किस करने के बाद धीरे -2 चूमता हुआ नीचे आने लगता है लकी ने गुरमीत के हाथों को छोड़ दिया गुरमीत और लकी की नज़रें मिली और गुरमीत ने आने वाले पल के इंतजार मे एक बार फिर से अपनी आँखें बंद कर ली लकी ने झुक कर गुरमीत के एक निपल को मुँह मे ले लिया और चूसने लगा गुरमीत के गुलाबी रंग के निपल एक दम तन चुके थे जैसे ही लकी के होन्ट गुरमीत के निपल पर पड़े गुरमीत एक दम काँप उठी सारे बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गयी चूत की फांके फुदकने लगी गुरमीत ने अपने हाथों से बेड शीट को कस के पकड़ लिया उसके होंठ काँपने लगे वासना के मारे उसकी आँखें और भारी हो गयी लकी ने दूसरी चुचि को हाथ से मसलना चालू कर दिया

गुरमीत; ओह अहह उंहणंनणणन् उंघह अहह सीईईईईईईईई ओह लाकिईईईईईईईईईईई अहह मुझीए ईईई क्या हूऊ रहा हाईईईई ओह लुक्कययययययी मेन्न अहह ओह

लकी ने अपने टाँगों की मदद से गुरमीत की जाँघो को फेला दिया लकी की टाँगें अब गुरमीत की जाँघो के बीच मे आ चुकी थी और लकी का तना हुआ लंड गुरमीत की पैंटी के ऊपेर से उसकी चूत पर रगड़ खाने लगा बरसों की प्यासी तड़पती चूत ने पानी उगलना चालू कर दिया गुरमीत से रुका नही गया उसकी कमर अपने आप ही हिलने लगी और लंड पैंटी के ऊपेर से उसकी चूत की फांकों पर रगड़ खाने लगा ऊपेर लकी बारी-2 दोनो चुचियों को चूस रहा था मसल रहा था लकी का लंड भी फटने के कगार पर आ चुका था लकी ने गुरमीत की चुचियों को छोड़ा और घुटनों के बल गुरमीत की जाँघो के बीच बैठ गया गुरमीत का फेस एक दम लाल होकर दहक रहा था जैसे उसके फेस पर किसी ने गुलाल डाल दिया हो लकी ने गुरमीत की पैंटी को कमर से दोनो साइड से पकड़ कर खींचना चालू कर दिया गुरमीत ने अपने चुतड़ों को थोड़ा सा ऊपेर उठा लिया जिससे लकी ने पैंटी को आसानी से निकाल दिया लकी का लंड अंडरवेर मे झटके खाने लगा लकी जल्दी से खड़ा हुआ और अपनी अंडरवेर को उतार कर बेड के एक साइड मे रख दिया और फिर से घुटनो के बल बैठ गया लकी ने गुरमीत की टाँगों को घुटनों से मोड़ कर ऊपेर कर दिया जिससे गुरमीत की चूत ऊपेर की तरफ हो गयी चूत के फाँकें आपस मे सटी हुई थी पर वासना के कारण वो कभी फेला रही थी तो कभी सिकूड रही थी लकी ने अपने दोनो हाथों के अंगूठे से गुरमीत की चूत की फांकों को फैला दिया गुरमीत की चूत का गुलाबी छेद उसके काम रस से एक दम भीगा हुआ था और उसकी चूत के छेद मे सकुंचन हो रहा था

गुरमीत: लकी उंह क्या कर रहूऊओ हूओ मुझीईई शरम आ राहियी हाईईइ ऐसे क्या देख रहे हो

लकी; ओह मैं अपनी महबूबा की चूत का छेद देख रहा हूँ सच मे बहुत खूबसूरत है

गुरमीत: लकी प्लीज़ ऐसी बातें ना करोन्ंनणणन् मुझे शरम आती हाईईईई

लकी गुरमीत के हाथ को पकड़ कर नीचे लाया और अपने तने हुए 8 इंच के लंड पर रख दिया गुरमीत के बदन मे जैसे करेंट दौड़ गया हो उसने झटके से अपना हाथ पीछे खींच लिया और अपनी आँखों को खोल कर लकी के तने हुए लंड को देखती है फिर लकी के फेस को देखती है और फिर से अपनी आँखें बंद करके अपना हाथ नीचे लेजा कर लकी के लंड के ऊपेर रख दिया और धीरे-2 सहलाने लगी

गुरमीत: ओह्ह्ह अब और बर्दास्त नही होता जल्दी करो (गुरमीत ने लंड से हाथ हटा लिया)

लकी ने अपने लंड के सुपाडे को गुरमीत की चूत के छेद पर टिका दिया गुरमीत का बदन हिलने लगा उसके पेट और कमर मे उठ रही तरंगो को लकी सॉफ देख पा रहा था लकी ने लंड के सुपाडे को चूत के छेद पर टिका कर थोड़ा सा दबाव डालना शुरू किया लंड का सुपाडा चूत के फांकों को फैलाता हुआ अंदर घुस गया गुरमीत की दर्द से आँखें फॅट गयी लंड का सुपाडा चूत मे घुस गया और चूत के फाँकें लंड के सुपाडे के इर्द गिरद कस गयी
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mastram
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Re: सियासत और साजिश

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गुरमीत: आहह बहुत दर्द हो रहा है

लकी: कहों तो निकाल लूँ

गुरमीत: नही थोड़ी देर रूको

लकी गुरमीत के ऊपेर झुक गया और उसकी एक चुचि को चूसने लगा और एक हाथ नीचे लेजा कर गुरमीत की चूत के क्लिट को धीरे-2 मसलने लगा गुरमीत को मज़ा आने लगा जैसे-2 लकी गुरमीत के क्लिट को अपनी उंगलियों से मसलता उसी तरह गुरमीत की कमर हिलने लगती थोड़ी देर मे गुरमीत का दर्द कम होने लगा लकी ने गुरमीत को अपनी बाहों मे कस लिया और अपने कमर को आगे की तरफ धकेलने लगा और बिना रुके चार पाँच बार अपनी कमर को आगे को धकेला

गुरमीत: ओह्ह्ह लकी बस ओह्ह्ह्ह नहियीई बहुत दर्द हो रहा हाीइ ओह लाकिईईईईईईईईईईईई

लकी का लंड पूरा का पूरा गुरमीत की चूत के छेद मे समा चुका था गुरमीत की चूत की दीवारों ने लकी के लंड को जकड कर रखा था लंड का सुपाडा गुरमीत की बच्चेदानी से जा टकराया गुरमीत का बदन दर्द के कारण ऐंठ गया लकी सीधा हुआ और अपने लंड को गुरमीत की चूत से धीरे-2 बाहर निकाला लंड खून से सना हुआ था लकी खून देख कर थोड़ा सा घबरा गया

लकी: ओह्ह खून निकल रहा है आपको ज़्यादा दर्द तो नही हो रहा

गुरमीत: (अपने होंटो पर मुस्कान लाते हुए) दर्द तो बहुत हो रहा है जालिम बलमा पर ये खून तुम्हारे हथियार के लिए मेरे लव होल का पहला तोहफा है तुम्हारे लिए मे दुनिया का हर दर्द सहन कर लूँगी

लकी: आइ लव यू आइ रीयली लव यू गुरमीत

और लकी ने झुक कर गुरमीत के होंटो को अपने होंटो मे ले लिया और उसके होंटो को चूसने लगा गुरमीत ने खून से सने हुए लकी के लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर टिका लिया लकी को गुरमीत का इशारा समझते देर ना लगी लकी ने अपनी कमर को झटका दिया लंड का सुपाडा फिर से चूत की फांकों को फैलाता हुआ अंदर घुस गया

गुरमीत: ओह अभी भी दर्द हो रहा है

लकी अपने दोनो हाथों से गुरमीत की चुचियों को मसलते हुए अपने लंड को धीरे -2 अंदर करने लगा कुछ ही पलों मे लकी का लंड फिर से गुरमीत की चूत मे समा चुका था लकी धीरे -2 अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा और झुक कर गुरमीत के निपल्स को बारी-2 चूसने लगा धीरे-2 गुरमीत का दर्द कम होने लगा उसकी दर्द से भरी कराहें सिसकारियों मे बदलने लगी अब लकी का लंड सुपाडे तक बाहर आकर वापिस पूरा अंदर जाने लगा गुरमीत की चूत से पानी निकल कर लकी के लंड को और चिकना बना रहा था लंड बिना किसी रुकावट के अंदर बाहर होने लगा जब लकी को अहसास हुआ कि अब गुरमीत को दर्द नही हो रहा है तो उसने अपनी पूरी तेज़ी और ताक़त से गुरमीत की चूत मे लंड को अंदर बाहर करना चालू कर दिया लंड का मोटा सुपाडा सीधा गुरमीत की बच्चेदानी से जाकर टकराता हर बार गुरमीत के बदन मे मस्ती की लहर दौड़ जाती

लकी: अब कैसे लग रहा है मेरी जान

गुरमीत: ओह्ह्ह्ह अहह मे बता नहियिइ सकती लुक्कययययी ओह्ह उफफफफफफफफ्फ़ बहुत्त्त्त मजाअ आआआआअ रहा हाईईईईईईई ओह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उंह दिल कर रहहह हाई तुम मुझीई आईसीई ही चोद्ते ओह अहह

लकी: क्या ऐसे ही

गुरमीत: बस असिए हीई चोदते रहूऊऊओ ाओह मेरीईई जानंनननणणन् मेन्णन तुम से बहुत प्यारररर करती हूँ उंघह

लंड फ़च-2 की आवाज़ करता हुआ अंदर बाहर होने लगा गुरमीत से अब बर्दस्त करना मुस्किल हो रहा था वो झड़ने के बिल्कुल करीब थी गुरमीत ने अपनी कमर को नीचे से हिलाना चालू कर दिया जैसे ही लकी का लंड अगली बार अंदर होने के लिए बाहर निकलता गुरमीत दोबारा अपनी चूत मे लंड लेने के लिए अपनी गान्ड को ऊपेर उठा लेती लकी पूरे जोश मे आकर अपना लंड फिर से उसकी चूत मे पेल देता गुरमीत के चूतड़ फिर से बेड पर आ टिकते

गुरमीत: लकी मुझ कुछ हो रहा कुछ हो रहा लकी कुछ हो रहा है

लकी: ( अपने लंड को अंदर बाहर करते हुए) तुम क्लाइमॅक्स के करीब हो तुम झड़ने वाली हो आज पहली बार झड़ने वाली हो

गुरमीत: अहह मुझीए नहियीई पता ओह अहह लुक्कययययययययययययययी

और गुरमीत की चूत मे बरसो का जमा हुआ पानी लावा के रूप मे निकलने लगा लकी ने भी तेज़ी से अपनी कमर को हिलाना चालू कर दिया और गुरमीत की चूत मे अपने वीर्य की बौछार कर दी गुरमीत लकी के गरम वीर्य को अपनी चूत और बच्चेदानी की दीवारों पर महसूस करके और गरम हो गयी और चूत ने और पानी छोड़ दिया लकी गुरमीत के ऊपेर झुक गया गुरमीत ने प्यार से लकी के फेस को अपने हाथों मे ले लिया और दोनो एक दूसरे के होंटो को किस करने लगे उन्हें वक़्त की कोई परवाह नही थी दोनो लगभग 10 मिनट तक एक दूसरे के बदन को सहलाते रहे और एक दूसरे के होंटो को चूमते रहे लकी का लंड भी सिकुड कर बाहर आ गया था गुरमीत ने घड़ी मे टाइम देखा 4:30 बज रहे थी लकी गुरमीत के ऊपेर से खड़ा हुआ था और बेड से उतर कर बेडरूम के अटेच बाथरूम मे चला गया

जब वो बाहर आया तो गुरमीत अपनी स्कर्ट पहन चुकी थी और ब्रा के हुक्स बंद कर रही थी लकी ने भी आकर अपनी शर्ट पहन ली ब्रा के हुक्स बंद करने के बाद गुरमीत ने अपना टॉप पहन लिया और जैसे ही वो अपनी पैंटी को उठाने के लिए झुकी लकी ने गुरमीत का हाथ पकड़ लिया

गुरमीत: (शरमाते हुए) हाथ छोड़ो

लकी: इतनी जल्दी भी क्या है आप ने तो अभी से सारे कपढ़े पहन लिए इसे तो रहने दो

गुरमीत: नही मुझ शरम आती है

लकी: अभी इतनी लंबी स्कर्ट पहन रखी है वैसे आंटी जी कितने बजे आने वाली हैं

गुरमीत: माँ मेरे मामा जी की घर गयी है रात को मामा जी उन्हे खुद ही छोड़ जाएँगे अभी काफ़ी टाइम है हमारे पास

लकी: तो फिर इतनी जल्दी क्या है (और लकी गुरमीत को सोफे के पास ले गया और सोफे पर बैठ कर उसे अपनी गोद मे बैठा लिया गुरमीत शरम से अपने फेस को झुकाए हुए थी)

गुरमीत: अब तो तुमने मेरा सब कुछ लूट लिया है अब मुझ धोखा तो नही दोगे ना
लकी: नही कभी नही मैं आप को कभी नही छोड़ूँगा ये मेरा वादा है आपसे ओह्ह्ह्ह वैसे मुझ से एक ग़लती हो गयी आज

गुरमीत: (मुस्कुराते हुए) क्यों क्या ग़लती हो गयी

लकी: हमने बिना प्रोटेक्षन के ही कर लिया यानी कॉंडम भी नही लगाया था अगर कुछ हो गया तो

गुरमीत : (शरमा गयी) मेरे सहजादे कुछ भी हो जाए पर तुम मेरा साथ ना छोड़ना

लकी:मेरा मतल्ब अगर बच्चा ठहर गया तो

गुरमीत: तो क्या मैं हमारे इस प्यार की निशानी को बहुत प्यार दूँगी और तुम्हारे अंश को जनम दूँगी (और गुरमीत लकी की तरफ घूम कर उसके गले से लग जाती है) लकी आइ लव यू सो मच
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