एक आहट जिंदगी की complete

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Ankit
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Re: एक आहट जिंदगी की

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अगले दिन सनडे था…..अंजुम ने रात को खाने में मुझे बताया कि, उनके मामा की मौत हो गयी है….और कल सुबह हमें उनके घर जाना है….शाम को हम 4-5 बजे तक आ जाएँगे…एक पल के लिए मुझे सब बेकार होता नज़र आया….पर ये सोच कर मन को तसल्ली मिली के शाम को तो हम वापिस आ ही जाएँगे…..अब कल के प्लान के मुताबिक अब राज को किसी बहाने से वही सहर में 8 बजे तक रुकना था. और विमला भाभी को मुझे अपने घर सोने के लिए अंजुम को कहना और मनाना था…..अगली सुबह अंजुम और में उनके मामा के गाँव के लिए निकल गये.

राज भी हमारे साथ ही घर से निकला था स्टेशन को जाने के लिए…..स्टेशन में हमे ट्रेन में चढ़ा कर वो अपने कॅबिन में चला गया…..अब मेरे पीछे राज जानता था कि, नाजिया घर पर अकेली है…..और में इस बात से अंजान थी कि, राज और नाजिया इतने करीब आ चुके है कि वो सेक्स भी कर चुके है…..में और अंजुम करीब 11 बजे उनके मामा के घर पहुँचे….पर हमें वहाँ देर हो गयी, और हमारी लास्ट ट्रेन मिस हो गयी….

मेने और विमला भाभी ने जो भी प्लान बनाया था……वो मुझे सब मिट्टी मिलता हुआ नज़र आ रहा था….मुझे समझ में नही आ रहा था कि, में क्या करूँ……उधर नाजिया घर पर अकेली थी. मेने नाजिया कभी रात भर के लिए अकेला नही छोड़ा था…..मुझे उसकी चिंता सताने लगी थी. मेने अंजुम से कहा कि, वो नाजिया को घर पर फोन कर दें…..और उसे बता दें कि, हम आज रात नही आ पाएँगे….कल सुबह आएँगे…..इसलिए वो विमला भाभी के यहाँ सो जाए….

मेरे जेहन में अजीब सा डर था….राज को लेकर….कहीं वो नाजिया के साथ कुछ ग़लत ना कर दे. इस बात से अंजान कि वो किस हद तक आगे बढ़ चुके थे….मेरी परेशानी समझते हुए अंजुम ने घर पर नाजिया को फोन क्यिया….और उसे बताया कि, ट्रेन मिस हो गयी है..इसलिए वो विमला भाभी के घर सो जाए….उसके बाद मेने अंजुम से मोबाइल लेकर विमला भाभी को फोन किया….और सारी बात बताई….और कहा कि, नाजिया को आज रात अपने घर सुला ले….और राज के आने पर उसे घर की चाभी दे दी…..

विमला भाभी ने मुझे निश्चिंत रहने के लिए कहा….मेने दिल ही दिल में शूकर किया कि, चलो विमला भाभी की वजह से मुझे नाजिया की फिकर नही करने पड़ेगी…..पर जो में सोच रही थी. शायद उससे भी बदतर होने वाला था….शाम के 5 बजे के करीब विमला भाभी हमारे घर जाने के लिए अपने घर से बाहर निकली…..ताकि वो नाजिया को साथ लेकर अपने घर आ सके….जैसे ही विमला भाभी अपने घर से बाहर निकली, तो उन्होने देखा कि राज बाइक पर था…थोड़ी देर बाद डोर ओपन हुआ, और राज ने बाइक अंदर कर डी…फिर डोर बंद हुआ…..

अब विमला भाभी तो थी ही ऐसी…..वो हर बात में कुछ ना कुछ उल्टा ज़रूर सोचती थी. वो तेज़ी से चलते हुए हमारे घर के पास आई, और डोर के पास ऐसे खड़ी होकर रिएक्ट करने लगी जैसे वो डोर नोक करने के बाद डोर खुलने का वेट कर रही हो….फिर उसने गली में इधर उधर देखा….और फिर थोड़ा सा आगे होकर गेट के पल्लों के बीच की झिर्री में अंदर झाँकने लगी…..

अंदर का नज़ारा देख कर विमला भाभी के होंटो पर एक कमीनी मुस्कान फेल गयी…अंदर राज ने नाजिया को गेट के कुछ ही फाँसले पर अपनी बाहों में भरा हुआ था….नाजिया और राज एक दूसरे के होंटो को चूस रहे थे…नाजिया अपने पैरो की एडियाँ उठाए हुए, राज से किसी बच्ची की तरह लिपटी हुई अपने होंटो को चुसवा रही थी….राज का एक हाथ नाजिया की सलवार के अंदर था…..और वो उसकी बुर को मसल रहा था….

नाजिया: ओह्ह्ह्ह राज ये आप ने मुझे क्या कर दिया है……

राज: ओह्ह नाजिया मेरी जान….बहुत दिनो बाद आज तुम मेरे हाथ आए हो…..

नाजिया: राज प्लीज़ हट जाओ….विमला आंटी आने वाली होंगी…अम्मी ने विमला आंटी को फोन करके बताया है कि वो आज घर नही आने वाली तो वो मुझे अपने साथ अपने घर सुला लें…

राज: ओह्ह ये क्या बात है……..साला आज इतना अच्छा मौका था…..

नाजिया: अब में क्या कर सकती हूँ…में तो खुद आप से मिलने के लिए तड़प रही थी….

तभी विमला भाभी ने गेट नॉक किया….राज और नाजिया दोनो हड़बड़ा गये…राज जल्दी से ऊपेर चला गया…..नाजिया ने अपने आप को ठीक किया और गेट खोला तो सामने विमला भाभी खड़ी थी….”नाजिया क्या कर रही थी…”

नाजिया: कुछ नही आंटी पढ़ रही थी….

विमला: अच्छा वो लड़का जो ऊपेर किराए पर रहता है आ गया क्या ?

नाजिया: जी….

विमला: कहाँ है वो ?

नाजिया: जी ऊपेर है…..

विमला: अच्छा एक काम कर तू जल्दी से उसके लिए चाइ बना दे…..में उसे छाई दे आती हूँ. और उसे बता दूँगी, आज तेरे अम्मी और अब्बू नही आएँगे और तुम मेरे साथ मेरे घर पर सोने जा रही हो…खाना वो होटेल में खा लेगा…..

नाजिया: जी ठीक है….

उसके बाद नाजिया ने चाइ बनाई, और विमला भाभी राज को चाइ देने ऊपेर चली गयी…राज अपने बेड पर बैठा कुछ सोच रहा था….विमला भाभी ने उसकी तरफ देख कर मुस्कुराते हुए कहा “चाइ रखी है आपके लिए पी लेना….वो आज नजीबा और अंजुम भाई साहब नही आ पाएँगे….इसलिए नाजिया को में अपने साथ अपने घर ले जा रही हूँ….किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो बता दो…..”

राज: जी कोई बात नही में मॅनेज कर लूँगा…..

विमला भाबी पलट कर जाने लगी…फिर वो रुकी और राज की तरफ पलटी….”वैसे राज नजीबा ने जो आज प्लान बनाया था. वो तो हाथ से गया…..पर अगर तुम चाहो तो रात को 9 बजे आ सकते है….में 9 बजे तक इंतजार करूँगी…..” विमला भाभी ने कॅटली मुस्कान के साथ राज की तरफ देखते हुए कहा…..

राज: पर नाजिया वो तो आपके घर ही जा रही है……

विमला: तुम उसकी फिकर ना करो…..तुम ठीक 9 बजे हमारे घर की बैठक के डोर के बाहर आ जाना….में उसका डोर अंदर से खुला छोड़ दूँगी…..बैठक में आने के बाद अंदर से डोर लॉक कर लेना…और वही बैठे रहने…जब नाजिया सो जाएगी..तो में वहाँ आ जाउन्गी….
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Ankit
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उसके बाद विमला अपने घर नाजिया को साथ लेकर चली गयी…..नाजिया विमला भाभी और सन्नी रूम में बैठे थे….शाम के 6 बज चुके थे….” नाजिया चल खाना बना लेते है….” विमला भाभी ने नाजिया को कहा….फिर नाजिया और विमला भाभी किचन में आ गये….और खाना बनाने लगी……”नाजिया एक बात पूछूँ…” विमला भाभी ने नाजिया की तरफ देखते हुए कहा..

नाजिया: जी आंटी……

विमला: तुम्हे राज कैसा लगता है….

नाजिया: (विमला भाभी की बात सुन कर घबराते हुए) जी पर आप ये सब क्यों पूछ रही हो…

विमला: चल अब नाटक करने से क्या फ़ायदा….में तुम्हे बता ही देती हूँ….जब में तुम्हारे घर आई थी….तब मेने गेट की झिरी से सब देख लिया था…..तू कैसे उससे अपने होंटो को चुसवा रही थी….और वो तेरी फुद्दि को सलवार के अंदर हाथ डाल कर मसल रहा था…

ये बात सुनते ही नाजिया का रंग एक दम से उड़ गया….उसका केलज़ा मुँह को आ गया. वो कभी विमला भाभी की तरफ देखती तो, कभी नीचे फरश की तरफ….. “तुझे ये सब करते हुए डर नही लगा…..बता अगर तेरी अम्मी और अब्बू को पता चल गया कि, तू उनके पीछे अपना मुँह काला करवाती फिरती है……तो वो तुझे जिंदा छोड़ेंगे….बोल बताऊ तेरी अम्मी को…..”

नाजिया की हालत रोने जैसी हो गयी थी…..उसकी आँखों से आँसू निकल कर उसके गालों पर आने लगे….नाजिया ने सुबकते हुए विमला भाभी का हाथ पकड़ लिया….और रुआंसी आवाज़ में बोली… “ प्लीज़ आंटी अम्मी को नही बताना…..वो मुझे माफ़ नही करेंगी….

विमला: (शिकार को अपने जाल में फँसता देख कर….)तुझे क्या यही लड़का मिला था नाजिया….क्यों क्या तूने उसके साथ ये सब…तुमने उसे रोका क्यों नही…..

नाजिया: आंटी में राज से प्यार करती हूँ…..

विमला: प्यार हुन्न्ं…….आने दे तेरी अम्मी को सब प्यार व्यार भूल जाएगी….

नाजिया: आंटी में आपके हाथ जोड़ती हूँ प्लीज़ आप अम्मी से कुछ मत कहना….

विमला: ह्म्म्म्म चल ठीक है नही बताती…..पर उसके बदले में मुझे क्या मिलेगा….

नाजिया: जी आप जो कहेंगी में वो करूँगी……

विमला: सोच ले, वरना फिर मत कहना कि मेने तुम्हे मौका नही दिया और तुम्हारी अम्मी से तुम्हारी शिकायत कर दी….

नाजिया: नही आंटी ऐसे नौबत नही आएगी…..आप जो कहेंगी में वही करूँगी…..

विमला: तो फिर मेरी बात का सही सही जवाब देना….ये बता तूने राज के साथ सेक्स किया है क्या देख सच बोलना…वरना पता लगाने के मुझे और भी तरीके आते है…..
विमला की बात सुन कर नाजिया खामोश हो गयी…वो कुछ ना बोल पाई….विमला ने फिर से उससे पूछा पर नाजिया चुप रही…हार कार उसने नाजिया को दीवार से सटाते हुए कहा…”चल अपनी सलवार खोल…

नाजिया: क्या ?

विमला: में जो बोल रही हूँ वो कर चल अपनी सलवार खोल……

ये कहते हुए विमला भाभी ने आगे बढ़ कर नाजिया की सलवार का नाडा पकड़ कर खेंच दिया…..और झटके के साथ उसकी सलवार उसकी जाँघो तक सरका दी….फिर उसकी पैंटी के अंदर हाथ डाल कर उसकी बुर को मसलने लगी…..फिर अपनी एक उंगली नाजिया की बुर के अंदर पेलने लगी…विमला भाभी की उंगली नाजिया के गीली बुर में फिसलती चली गयी….”हाईए मर जावां में तू तो उसका लंड भी अपनी फुद्दि में ले चुकी है…..कब तोड़ी उसने तेरी फुद्दि की सील…”

नाजिया: वो आंटी एक दिन घर पर ही…..

विमला: इसका मतलब तू उससे चुदवा चुकी है ना ?

नाजिया ने हां में सर हिला दिया….

विमला: और ये क्या तूने आपनी झांते क्यों बढ़ा रखी है….रात को जब राज तेरी बुर देखे गा तो उसे तेरी झान्टे पसंद आएँगी क्या ?

नाजिया: रात को में समझी नही….

विमला: चल ठीक है तो फिर सुन मेने राज को आज रात यहाँ बुलाया है….

नाजिया: (एक दम चोन्कते हुए) क्या ?

विमला: हाँ मेने उसे बुलाया है….वो रात को 9 बजे आएगा….अब मुद्दे की बात करते है… देख तू तो जानती है तेरे अंकल तो मेरी बुर की प्यास नही बुझा पाते…..इसलिए मुझे भी जवान लंड की ललक है…..आज में भी तेरे साथ उससे अपनी बुर की आग को ठंडा कर्वाउन्गी..

नाजिया: ये ये आप क्या बोल रही है आंटी……

विमला: वही जो तू सुन रही है….अगर तुझे मेरी बात नही माननी तो ठीक है में कल तुम्हारी अम्मी को सब बता दूँगी….

नाजिया: नही नही प्लीज़ आप अम्मी से कुछ नही कहना आप जो बोलेंगी वो में करूँगी…..

विमला: अच्छा चल अब पहले जल्दी से खाना तैयार करते है….फिर अपनी झान्टो को सॉफ करके राज के लंड के लिए तैयार करते है…..

फिर विमला और नाजिया ने जल्दी से खाना बनाया….और फिर दोनो ने एक दूसरे की बुर की झान्टो को सॉफ किया….8 बजे दोनो फुद्दियाँ लंड लेने के लिए मचलने लगी…राज भी बाहर खाना खाने चला गया….
रात के 9 बज रहे थे……नाजिया सन्नी के साथ विमला भाभी के रूम में टीवी देख रही थी…. और विमला भाभी अपनी बैठक के छोटे से दरवाजे से बाहर जो गली की तरफ खुलता है, उसके पास खड़ी होकर थोड़ा सा बाहर झाँक रही थी…..पर राज अभी तक नही आया था….गली में अभी भी काफ़ी लोग इधर उधर टहल रहे थे…गर्मियों के दिन होने के कारण लोग काफ़ी समय तक आते जाते रहते थे…..9: 30 तक विमला भाभी ने इंतजार किया, फिर दरवाजा बंद किया, पर कुण्डी नही लगाई, और अपने बेड रूम में चली गयी…..

सन्नी को नींद आने लगी थी…..वो सन्नी के पास आकर लेट गयी…उसने नाजिया को कहा कि, वो स्टोर रूम में जाकर नीचे ज़मीन पर बिस्तर लगा ले…..नाजिया उठ कर स्टोर रूम में चली गयी…थोड़ी देर में सन्नी गहरी नींद में जा चुका था….नाजिया भी वापिस रूम में आई, और विमला भाभी से कहा कि उसने बिस्तरा लगा दिया है…विमला ने नाजिया को वही जाकर लटने को कहा….नाजिया स्टोर रूम में चली गयी…..विमला बेड से खड़ी हुई, उसने अपनी कमीज़ को उतारा, और उसे रूम में टाँग दिया….

अब विमला सिर्फ़ सलवार और समीज़ में थी, नीचे उसने ब्रा और पैंटी नही पहनी हुई थी.. वाइट कलर की पतली सी समीज़ में उसकी चुचियाँ सॉफ दिखाई दे रही थी…वो उठ कर बैठक में गयी, और थोड़ा सा डोर खोल कर बाहर देखा, तो उसे गली के मोड़ से राज अपने घर की तरफ आता हुआ दिखाई दिया….रूम की लाइट ऑफ थी….जैसे ही राज डोर के सामने पहुँचा, तो विमला ने डोर खोल दिया….और राज के अंदर आने के बाद डोर बंद कर कुण्डी लगा दी….फिर विमला ने लाइट ऑन की…..
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Ankit
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सामने का नज़ारा देख राज के होश उड़ गये…..32 साल की एक गदराई हुई औरत उसके सामने सिर्फ़ समीज़ और सलवार पहने खड़ी थी….उसकी समीज़ में से उसकी चुचियाँ सॉफ झलक रही थी…..चुचियों के निपल देखते ही राज का लंड पेंट में झटके खाने लगा. वो विमला के पास गया….और उसके चेहरे के करीब अपने चेहरे को लेजा कर सरगोशी में बोला. “तो तुम चुदने के लिए पूरी तैयारी करके बैठी हो…..”

विमला: (मुस्कुराते हुए) यू लकी बस्टर्ड……क्या किस्मत पे हुए तूने लड़के….अभी तो तुम्हे पता ही नही मेने क्या-2 तैयारी की हुई, इस रात को यादगार बनाने के लिए….

राज ने विमला का हाथ पकड़ कर उसे अपनी तरफ खेंचते हुए अपनी बाहों में भर लिया. विमला की बड़ी-2 गोलमोटल चुचियाँ राज के चौड़े सीने में धँस गयी….”आह सीईईई हाई मेरी जान निकल दी तूने छोरे….” विमला भाभी ने राज के गले में अपनी बाहें डालते हुए कहा…..”अच्छा तो मुझे भी तो पता चले कि, तुमने क्या क्या तैयारी कर रखी है…”

विमला: बताऊ…..?

राज: हां बताओ…..

विमला: (कामुक मुस्कान के साथ मुस्कुराते हुए) अंदर एक और चूत सज संवर कर तुम्हारे लंड का इंतजार कर रही है….

राज: क्या कॉन ?

विमला: (अपनी चुचियों को राज की छाती में रगड़ते हुए) नाजिया और कॉन……श्ह्ह अब तुम सोच रहे होगे कि मुझे कैसे पता ये सब कैसे हुआ है ना ? तो चलो में ही बता देती हूँ. आज जब तुम घर आए थे तब मेने गेट की झिर्री में सब देख लिया था..कैसे तुम उसकी बुर को मसल रहे थे…..फिर मेने नाजिया को धमकाया कि में उसकी शिकायत नजीबा से कर दूँगी… और उसे अपनी बात मानने पर मजबूर कर दिया….

राज: अच्छा जितना में सोचता था…तुम उससे कई गुना चालाक हो……बहुत चालू चीज़ हो तुम.

विमला: अज़ी चालू नही हूँ में….अब क्या करूँ……मेरी ये बुर लंड मांगती है….बस बुर के हाथों मजबूर हूँ…..चल अंदर चलते है….नाजिया भी चुदने के लिए मरी जा रही है तुमसे….

विमला और राज दोनो स्टोर रूम के तरफ जाने लगे….पहले विमला स्टोर रूम में दाखिल हुई, जिसमे ट्यूब लाइट जल रही थी…..विमला को देख कर नाजिया का दिल जोरो से धड़कने लगा….विमला ने बाहर खड़े राज को अंदर आने का इशारा क्या…..नाजिया नीचे ज़मीन पर बिछे हुए बिस्तर पर बैठी थी….उसने अपनी पीठ पीछे दीवार से सटा ली…फिर जैसे ही राज अंदर आया…नाजिया के दिल की धड़कने और तेज हो गयी…..

अंदर आते ही विमला ने राज को दीवार से सटा दिया…और खुद उसके सामने घुटनो के बल नीचे बिस्तर पर बैठ गयी….उसने राज के लोवर को पकड़ कर नीचे खेंचा, तो राज का 8 इंच का लंड बाहर आकर झटके खाने लगा….विमला के पीछे बैठी हुई नाजिया ये सब अपनी फटी आँखों से देख रही थी…..विमला ने राज के लौडे को अपनी मुट्ठी में भर लिया. और नाजिया की तरफ राज के लंड को देखते हुए बोली….. “हाईए देख कैसी शरमा रही है….जैसे पहली बार अपने यार का लंड देख रही हो…..” और फिर नाजिया की तरफ देखते हुए राज के लंड को तेज़ी से हिलाने लगी….विमला ने एक हाथ नाजिया की तरफ बढ़ाया जो उससे 2 फुट की दूरी पर दीवार से पीठ टिकाए हुए बैठी थी….विमला ने उसका हाथ पकड़ा और उसे अपनी तरफ खेंचा….पर नाजिया आगे को नही हुई…

पर विमला भाभी ने फिर से उसे ज़ोर लगा कर अपनी तरफ खेंचा, और उसे अपने पास खेंचते हुए बैठा लिया…” क्या हुआ नाजिया तू पहली बार तो नही देख रही राज का लंड इतना क्यों शर्मा रही है…ले पकड़ इसे हाथ में….” विमला ने नाजिया का हाथ पकड़ कर राज के लंड पर रखना चाहा तो नाजिया ने अपना हाथ पीछे कर लिया, और ना में सर हिलाने लगी….”चल तेरी मर्ज़ी फिर बैठ कर देखती रह….”

विमला ने राज के लंड को छोड़ा, और अपनी समीज़ को दोनो हाथों से पकड़ कर ऊपेर उठाते हुए अपने गले से निकल कर नाजिया की तरफ फेंक दिया….विमला भाभी की 38 साइज़ की बड़ी-2 चुचियाँ ट्यूब लाइट की रोशनी में चमकने लगी…फिर विमला भाभी ने राज के लंड को पकड़ा और अपनी दोनो चुचियों के बीच में लेकर उसके लंड को रगड़ने लगी….राज ने नाजिया की तरफ देखा जो, चोर नज़रों से उनकी तरफ देख रही थी…..राज ने विमला भाभी के मम्मों को पकड़ कर अपने लंड को उनके मम्मों के बीच की गहरी घाटी में आगे पीछे करते हुए रगड़ना शुरू कर दिया….

दोनो के मुँह से आहह आहह ओ की जैसी सिसकारियाँ निकल रही थी…जिन्हे पास बैठी नाजिया सुन कर गरम होने लगी थी…..राज पूरी मस्ती में विमला भाभी की बड़ी-2 गुदाज चुचियों के बीच अपने लंड को रगड़ रहा था….और विमला भाभी अपने सर को नीचे की तरफ झुकाए हुए राज के लंड के सुपाडे को देख रही थी….जो उसकी चुचियों के बीच से बाहर आता, और फिर से अंदर छुप जाता….विमला भाभी की बुर की फांके राज के लाल हो चुके लंड के सुपाडे को देख कर और फुदकने लगी….

फिर विमला भाभी ने अपने सर को और झुका कर राज के लंड के सुपाडे को अपने होंटो से चूम लिया….राज के बदन ने एक तेज झटका खाया….उसने अपने लंड को उसकी चुचियों से बाहर निकाला और विमला भाभी के सर को पकड़ कर अपने लंड के सुपाडे को उसके होंटो की तरफ बढ़ाने लगा….विमला भाभी ने अपना सर पीछे करना शुरू कर दिया….”आहह भाभी क्या हुआ चूसो ना इसे…..” विमला भाभी ने राज की आँखों में वासना से भरी नज़रों से देखा और फिर नाजिया की तरफ देखते हुए बोली….”ओह्ह्ह राज वैसे तो मेने आज तक किसी का लंड मुँह में नही लिया…पर तुम्हारे लंड की बात ही कुछ और है….तुम्हारे लंड का स्वाद तो में ज़रूर चखूँगी….”

ये कहते हुए विमला ने नाजिया की तरफ देखते हुए राज के लंड को अपने होंटो में भर लिया और अपने होंटो से राज के लंड के सुपाडे को पूरे जोश के साथ चूसने लगी….सामने का नज़ारा देख नाजिया की बुर फुदकने लगी…विमला भाभी अब किसी रांड़ की तरह राज का लंड चूस रही थी….राज का आधे से ज़्यादा लंड विमला के मुँह के अंदर बाहर हो रहा था….और उसका लंड विमला के थूक से गीला होकर और चमकने लगा था….

फिर विमला भाभी ने राज के लंड को मुँह से बाहर निकाला, और अपने हाथ से हिलाते हुए नाजिया की तरफ देखते हुए, राज के लंड के सुपाडे पर अपनी जीभ बाहर निकाल कर कुरेदने लगी…और आँखों ही आँखो में नाजिया को अपने पास आने का इशारा क्या…सामने चल रहा गरम नज़ारा देख नाजिया जैसे मंत्र मुग्ध सी होकर उसके पास खिंचती चली गयी..अब नाजिया विमला भाभी के बिल्कुल पास घुटनों के पास बैठी हुई थी…..
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विमला भाभी ने राज के लंड को हाथ में थामे हुए नाजिया से कहा…” ले तू भी चूस ले अपने यार का लौडा…” विमला भाभी की बात सुन कर नाजिया के दिल की धड़कने बढ़ गयी… और उसने ना में सर हिलाते हुए मना कर दिया….विमला भाभी ने मुस्कुराते हुए राज के लंड के सुपाडे के चारो तरफ अपनी जीभ को रगड़ा और बोली….”नाजिया देख ना राज का लौडा कितना मस्त है…..तू बहुत ख़ुसनसीब है कि, तेरा यार है राज….देख नाजिया आदमी के लंड को जितना प्यार तुम करोगी…..उतना ही उसका लंड तुम्हारी फुद्दि को ठंडक पहुँचाएगा….ले चूस ले….” और ये कहते हुए, विमला भाभी ने नाजिया का हाथ पकड़ राज के लंड पर रख दिया….

नाजिया अब पूरी तरह वासना से तड़प रही थी…उसने राज के लंड को अपनी मुट्ठी में भर लिया…और फिर राज की आँखों में झाँकने लगी….जैसे राज से पूछ रही हो अब क्या करूँ…राज ने उसकी तरफ मुस्कुराते हुए देखा, और फिर उसके प्यारे से चेहरे को अपने दोनो हाथों में लेकर उसके होंटो को अपने लंड के सुपाडे की तरफ झुकाने लगा…..नाजिया ने अपने होंटो खोल लिए, और राज के लंड को अपने होंटो में भर लिया….”ओह्ह्ह्ह नाजिया अह्ह्ह्ह” नाजिया के रसीले सर्द होंटो का स्पर्श अपने लंड पर महसूस करते ही राज एक दम से सिसक उठा…और नाजिया के सर को पकड़ कर अपने लंड को उसके मुँह में धकेलने लगा…


नाजिया अब पूरी तरह गरम और चुदासि हो गयी थी….उसकी पैंटी सलवार के अंदर उसकी बुर से निकल रहे पानी से एक दम गीली हो चुकी थी…..विमला भाभी मौका देखते हुए उसके पीछे बैठ गयी…..और नाजिया की कमीज़ को पकड़ कर धीरे-2 ऊपेर उठाने लगी….जैसे ही नाजिया को इस बात का अहसास हुआ कि, विमला उसकी कमीज़ उतारने जा रही है…उसने दोनो हाथों से अपनी कमीज़ को पकड़ लिया…..”क्या हुआ नाजिया शरमा क्यों रही हो….यहाँ पर कोई गैर तो नही है…तुम्हारा बाय्फ्रेंड राज ही तो है…..राज देखो ना ये कैसी शरमा रही है…”

राज ने नाजिया के मुँह से लंड निकाला और नीचे बैठते हुए नाजिया के हाथों को पकड़ कर कमीज़ से छुड़वा लिया…..विमला भाभी ने तेज़ी दिखाते हुए नाजिया की कमीज़ पकड़ कर ऊपर कर दी….और फिर गले से निकाल कर नीचे फेंक दी…..नाजिया ने थोड़ा सा विरोध किया. पर राज ने उसके होंटो पर अपने होंटो को रख कर सक करना शुरू कर दिया…और एक हाथ नीचे लेजा कर नाजिया की बुर के ऊपेर रख दिया….बुर पर राज का हाथ पड़ते ही नाजिया के बदन में करेंट सा दौड़ गया…..और अपनी बाहों को राज के गले में डालते हुए उसके बदन से चिपक गयी…..

पीछे विमला ने अपना काम जारी रखा और उसने नाजिया की ब्रा के हुक खोल दिए…जैसे ही नाजिया के जिस्म से ब्रा ढीली हुई, राज ने ब्रा के स्ट्रॅप्स को पकड़ उसके कंधो से सरकाते हुए, उसकी ब्रा को भी उसके बदन से अलग कर दिया….धीरे-2 नाजिया को लिटाते हुए राज उस पर सवार हो गया….और उसकी चुचि को मुँह में भर कर चूसने लगा…..नाजिया एक दम से सिसक उठी…..उसकी बुर में कुलबुलाहट होने लगी…..ये देख विमला भाभी की बुर भी और ज़्यादा लार टपका रही थी….उसने जल्दी से अपनी सलवार को उतार फेंका नीचे से वो बिल्कुल नंगी थी…..

और नाजिया की बगल में लेटते हुए उसने नाजिया के दूसरे मम्मे को मुँह में भर लिया…. अपने दोनो मम्मों को एक साथ चुस्वाते हुए नाजिया एक दम बहाल हो गयी……उसकी आँखे मस्ती में बंद होने लगी…..विमला भाभी ने नाजिया की चुचि को मुँह से निकाला और राज को नाजिया की सलवार उतारने के लिए कहा…..राज ने नाजिया की चुचि को मुँह से बाहर निकाला और नाजिया की सलवार का नाडा खोलने लगा…

विमला भाभी ने फिर नाजिया की चुचि को मुँह में भर कर सक करना शुरू कर दिया और दूसरे हाथ से उसकी दूसरी चुचि को मसलना शुरू कर दिया….”सीईईईई ओह्ह्ह्ह आंटी प्लीज़ आह मत करिए ना……” नाजिया ने मस्ती में सिसकते हुए विमला भाभी के सर को अपने बाहों में जाकड़ लिया….दूसरी तरफ राज नाजिया की सलवार और पैंटी दोनो उतार चुका था….लोहा एक दम गरम था….नाजिया की बुर पानी से एक दम भीगी हुई थी…चुदाई का स्वाद ली चुकी नाजिया एक दम मदहोश हो चुकी थी…और पिछले कई दिनो से तड़प रही थी…..
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