चूतो का समुंदर

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Ankit
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Re: चूतो का समुंदर

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सुजाता मेरी बात सुन कर सकपकाई और फिर उठ कर गेट लॉक किया और पलट कर मुस्कुराने लगी....


मैं- आंटी...इस जवान रात मे इस कपड़ो की क्या ज़रूरत..हाँ...क्यो अपने नाज़ुक जिस्म पर इस नाइटी का बोझ डाले हो...

सुजाता मेरी बात सुन कर मुस्कुरा दी और अपनी नाइटी को उपेर उठाने लगी...फिर अचानक रुक गई...

सुजाता- तुम ऐसे मत देखो...मुझे शरम आती है...

मैं- आंटी..मैं इस मामले मे बेशरम औरत को ही पसंद करता हूँ...शरम करनी है तो फिर...

मैने इतना ही बोला की सुजाता ने एक झटके मे अपनी नाइटी निकाल फेकि....अब वो सिर्फ़ एक पैंटी मे खड़ी थी...ब्रा भी नही पहनी थी उसने....

उसके बड़े-बड़े बूब्स और उन पर पिंक निप्पल लाइट मे दिखने लगे....उसका थोड़ा मोटा सा पेट और गहरी नाभि मुझे आकर्षित करने लगी...और उसकी सुड़ोले मोटी जाघे...उफ्फ...क्या कमाल लग रही थी....

मैं सुजाता को एक टक देख रहा था और वो शर्मा रही थी....उसने शरम से अपने हाथो से अपने बूब्स छिपा लिए ....

सुजाता- प्ल्ज़ अंकित...ऐसे मत देख...

मैं- आंटी...तुम जैसी माल हो तो आँखो का क्या दोष....

सुजाता(शरमाते हुए)- अंकित्तत्त...

मैं- अब आ भी जाओ आंटी...आज की इस जवान रात मे आपकी मदमस्त जवानी को चखने तो दो...आओ मेरी रानी...

सुजाता मेरे मुँह से रानी सुन कर खुश हो गई और मटकते हुए बेड के पास आ गई....

मैं उठ कर बेड के किनारे गया और सुजाता के हाथो को पकड़ कर बोला...

मैं- आंटी...आज खाने के बाद कुछ मीठा नही खाया था...पर अब आपके जिस्म से मुँह मीठा हो जायगा...

सुजाता- अंकित...खा जाओ मुझे...मैं नही रोकूगी...

मैं( मन मे)- मैं जानता हूँ साली...तू रुकवाने नही...ठुकवाने आई है...

मैने सुजाता के दोनो हाथो को हटा कर उसके बूब्स पर अपनी जीभ फिरा दी तो सुजाता सिसक पड़ी...

आंटी- उउंम्म...अंकित....

मैं- सस्स्र्र्ररुउउप्प्प्प.....आअहह....टेस्टी...सस्स्रररुउउप्प्प्प.....सस्ररुउप्प्प.....

और फिर मैने सुजाता के बूब्स को बारी-बारी चाटना सुरू कर दिया और सुजाता मेरी जीभ के स्पर्श से मस्ती मे झूमते हुए सिसकने लगी.....

थोड़ी देर बाद ही सुजाता की सिसकिया और भी ज़्यादा हो गई...जब मैने सुजाता के निप्पल को होंठो मे दबाकर चूसना सुरू किया....

आंटी- ओह्ह्ह..बेटा....आहह...ऐसा तो...आअहह...बएटाा.....

मैं- उउउम्म्म्ममम.....उूुउउम्म्म्मम....उूउउंम्म...उूउउम्म्म्म...उूुउउम्म्म्म...

आंटी- ओह्ह बेटा....चूसो...और ज़ोर से...आअहह....ऐसे ही...आअहह....आअहह.....

मैं- उउउंम्म...आअहह...मेरी टेस्टी आंटी....उूउउम्म्म्मम....उूउउम्म्म्मम....उूुउउम्म्म्ममम...उूउउंम्म....

मैने सुजाता के पिंक निप्पल को चूस -चूस कर लाल कर दिया...और उसके बड़े-बड़े बूब्स को मुँह की लार से तर कर दिया...सुजाता अब पूरी मस्ती मे आ गई थी...वो मेरा सिर अपने सीने पर दबाते हुए मस्ती मे उड़ रही थी......

थोड़ी देर बाद मैने सुजाता को बेड पर लिटाया और उसके उपेर आ कर उसके होंठो को चूसने लगा...सुजाता भी किसी भूकि कुतिया की तरह मेरे होंठो को चूसने लगी...हम दोनो एक दूसरे के होंठो का रस्पान करते हुए एक-दूसरे के जिस्म को जकड़ने लगे.....दोनो ही मस्ती के सागर मे गोता लगा रहे थे...

धीरे -धीरे मैं सुजाता के होंठो से उसके सीने से होता हुआ उसकी नाभि तक पहुँच गया और अपनी जीब उसकी गहरी नाभि मे डाल दी....


आंटी- उउफ़फ्फ़....बेटा....आआहह...तुम जादूँगर हो...इतना मज़ा....आअहह....

मैने थोड़ी देर तक सुजाता की नाभि को चाटा और फिर नीचे की तरफ बढ़ कर उसकी पैंटी को दांतो से दबा लिया...

और फिर दांतो से खीच कर पैंटी को नीचे खिसकाया....सुजाता ने भी गान्ड उठा कर अपनी पैंटी को नीचे हो जाने दिया....

पैंटी थोड़ी ही नीचे हुई तो सुजाता की बिना बालो वाली चूत का कुछ हिस्सा चमक उठा...

मैं(मन मे)- साली पूरी तैयारी से आई थी....एक दम चिकनी चूत कर के आई आई है...मज़ा आएगा...

फिर मैने हाथो से पैंटी पकड़ी और सुजाता ने गान्ड उठा कर अपने पैर हवा मे उठा लिए...पलक झपकते ही उसकी पैंटी जिस्म से अलग हो गई...

मैने तुरंत सुजाता के पैर फैला कर उसकी चूत पर मुँह लगा दिया और जीभ फिरते ही सुजाता कसमसा कर सिसक उठी....

आंटी- आअहह...मेरे राजा...आज ऐसा मज़ा दो की मज़े को भी मज़ा आ जाए...

मैं- हाँ मेरी रानी...आज की रात तुझे जन्नत दिखाउन्गा....सस्स्स्र्र्ररुउुउउप्प्प्प....

और फिर मैने चूत चुसाइ चालू कर दी.....

मैं- सस्स्रररुउउउप्प्प्प्प......सस्स्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प्प्प....सस्स्स्रररुउउप्प्प्प्प......सस्स्रररुउउप्प्प्प्प....

आंटी-आहह..आह..आ..ऊहह..म्माआ.आआहह..बेटा…आअहह.....

मैं-उउंम..सस्ररुउपप,उउंम्म..उउम्मह.....

आंटी-आहह..अंदर चूस आहह....बेटा…आहह…उउउम्म्म्म....

मैं-उम्म्म…उउंम..उउंम्म.....उूउउंम्म....

आंटी-आअहह..मैइयैईंन…आइईइ..अहहह….ओह्ह..आऐ…बेटा…आअहह....आआहह.....

आंटी मेरे मुँह को चूत मे दबा कर झड़ने लगी और मैने आंटी का चूत रस पीने लगा….जब मैने आंटी की चूत खाली कर दी तो आंटी को चोद दिया और आंटी भी मेरा सिर छोड़ कर तेज साँसे लेने लगी..…

मैं- बस...इतनी जल्दी...

आंटी- आअहह...बहुत दिनो बाद कोई मर्द मिला ना...इसलिए...

मैं- ह्म्म..तो रात का क्या होगा अब....

आंटी- रात तो रंगीन ही होगी...

मैं- अच्छा...कैसे....

आंटी- रुक...बताती हूँ...

और फिर सुजाता ने मुझे लिटाया और मेरे बॉक्सर को निकाल कर मेरे आधे खड़े लंड को आज़ाद कर दिया.....

लंड देखते ही सुजाता की आँखो मे चमक आ गई और वो तुरंत लंड को हिलाने लगी...

मैं- आंटी...हिलाने से काम नही होगा...ये प्यार माँगता है...प्यार करो...

आंटी- ह्म्म...अभी लो बेटा...ये है ही प्यार करने के लिए...सस्स्रररुउउप्प्प्प्प...

और सुजाता ने अपनी जीभ लंड के टोपे पर फिरा दी...और फिर सुपाड़ा मुँह मे भर कर चूसने लगी....

मैं- आअहह...ऐसे ही...ये ठीक है...ऐसे ही प्यार करो...

आंटी- उूुउउम्म्म्मम....उूउउंम्म....उउउम्म्म्म...उउउम्म्म्म....

मैं- यस आंटी...कम ऑन...एसस्स......

आंटी-सस्स्स्सुउउउप्प्प…ऊओंम्म….उउउंम्म….सस्स्रर्र्र्र्रप्प्प्प

मैं-आआहह…ऑंटी….क्कक्या चूस्ति हो….ओर तेज,…हहाअ …ऐसे ही

आंटी-सस्स्स्र्र्ररुउउप्प्प…..ऊओंम्म….उउउंम्म…सस्स्रररुउउप्प

मैं-आअहह…..ऐसे ही….ओर तेज…मेरी रानी…आअहह…

आंटी-सस्रररुउुउउप्प्प्प्प्प….सस्स्स्र्र्ररुउुउउप्प्प…..उूुउउम्म्म्ममनममम….सस्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प......

मैं-आंटी …मज़ा आ गया…आअहह...
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shubhs
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Re: चूतो का समुंदर

Post by shubhs »

Nice
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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Ankit
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Re: चूतो का समुंदर

Post by Ankit »


थोड़ी देर की लंड चुसाइ मे मेरा लंड अपनी औकात पर आ गया और अब मैं आंटी की गान्ड को सहलाते हुए इशारा करने लगा कि बस करो..अब चूत फाड़नी है….

आंटी भी मेरी बात समझ कर रुक गई और लंड को मुँह से निकाल के बोली….

आंटी- आहह ..कितने दिन बाद…मज़ा आ गया…

मैं- ह्म्म्म ..अब आओ…आपकी खुजली मिटा दूं…

फिर मैने सुजाता को लिटाया और उसकी चूत पर लंड सेट कर के बिना कुछ बोले एक धक्का मारा तो सुपाडा आंटी की चूत मे घुस गया और उसकी चीख निकल गई....

आंटी- आआईयईईईई...सस्स्स्शीईए....आअहह...

मैं- इतने मे ही जान निकल गई...अभी तो पूरा बाकी है...

आंटी- आअहह....बड़े दिन बाद कुछ गया है अंदर.....थोड़ा धीरे....

मैं- धीरे नही...ये लो...

और दूसरे धक्के मे मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे चला गया....इस बार सुजाता की आँखो से आँसू निकल गये....

आंटी- आआआहह....म्म्माूररर...ग्गाऐयइ.....आअहह...

मैं- मुझे तड़पति हुई औरत को चोदने मे बड़ा मज़ा आता है...अब मज़े करो....यहह...

और फिर मैने जोरदार चुदाई सुरू कर दी....

थोड़ी देर सुजाता तड़पति रही...पर कुछ देर बाद उसकी चीखे सिसकियों मे बदल गई और वो चुदाई का मज़ा लेने लगी....

आंटी-आहह….उउउफफफ्फ़..म्माआ….

मैं- बड़ी जल्दी थी ना…चूत मरवाने आ गई…

आंटी-आहह…हाँ..बेटा…तू बस.. मार…ऐसे ही..आहह....

मैने भी आंटी के कहते ही उनके बूब्स को ज़ोर से पकड़ा और तेज़ी से धक्के मारने लगा……

आंटी-आअहह….आआहह..ऊहह..माँ..

मैं-मज़ा आया...

आंटी-आअहह…बहुत….मार बेटा…अहहह...

मैने धक्के मारते हुए लंड को बाहर तक निकाला और एक बार मे पूरा लंड अंदर डाल दिया....

आंटी-आआहह…..म्म्म्मा आररररर द्दददााालल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआ

मैं-यीहह…ओर तेज मारो,….हाँ..

आंटी-अया..आअहह..आहह…आहह..आहह…अहह...

मैं-ययईएह….ययईईहह…यी…ल्ल्लीए…ओर तेज..हाँ..

आंटी-ऊओ….म्म्माोआ…आआहह….अहहाा...

थोड़ी देर बाद मैने सुजाता को उठा कर गोद मे बैठा लिया और फिर मैने आंटी का एक बूब मुँह मे भर लिया ऑर तेज़ी से उपेर -नीचे उछल्ने लगा….

आंटी-आहह…अहः…तेज..ऊहह..माँ..

मैं- ये ले..साली…ऑर तेज…हाँ..ऑर ले..

आंटी-आअहह….म्म्म्मीममाआअ...आआहह....

मैं-ओर चिल्लाअ….मैं ऐसे ही फाड़ुँगा

और मैने एक थप्पड़ आंटी की गान्ड पर मारा.....

आंटी-आआहह…..आआअहह…आह….मारूव..आहह..तेज....तेज....

मैं- चिल्ला मत...कोई आ जायगा....ये ले...

आंटी-आआहह….हहाा…ज्ज्जूऊर्र…सससे…मारूव…आहह..अह्ह्ह्ह...

थोड़ी देर उपर नीचे उछलते हुए आंटी झड़ने लगी और मुझे कस कर बाहों मे जकड लिया....

आंटी- आआअहह...माऐइं गई बेटा...आआहह....उूउउंम्म...

आंटी का चूत रस मेरी जाघो पर बह गया था...

मैने आंटी को गोद से उतारा और अपनी जाघो पर लगा चूत रस चाटने को बोला....

मैं- आजा मेरी रानी...चाट इसे...अपना रस चख ले...आजा...

आंटी- हाँ बेटा...सस्स्ररुउउप्प...सस्रररुउउप्प्प...सस्ररुउप्प्प...

फिर आंटी ने चूत रस चाटा और एक बार फिर मेरे लंड को मुँह मे भर कर चूसने लगी...

मैं- आआहह...सबाश मेरी रानी....ऐसे ही....चूस....आअहह...

आंटी- उउंम्म....उउउंम..उउंम..उउंम..उउंम..उूउउम्म्म्ममम....

थोड़ी देर तक मैने लंड चुस्वाया और फिर आंटी को कुतिया ले पोज़ मे करके पीछे से चुदाई चालू कर दी....

मैं- आअहह...अब तू मेरी कुतिया बन गई....

आंटी- आअहह...हाँ बेटा...मार कुतिया की...ज़ोर से मार...आआहह....

और मैने आंटी की कर पकड़ कर जोरदार चुदाई स्टार्ट कर दी....

आंटी-आअहह….माअर…बेटा…मार…ज़ोर से…आहह....आहह…बेटा…ज़ोर से…आअहह..ऊहह..ऊहह...

त्ततप्प…त्तप्प्प…आअहह…आहह..त्त्थप्प…त्ततप्प्प्प....

मैं-यस आंटी …फाड़ता हूँ …ये ले…

आंटी-आआहह..आहह..आह…आ..आह..आह..ज्जूओर्र..सससे..उउउम्म्म्ममम…हमम्म…आअहह.....

मेरे हर धक्के पर मेरी जाघे सुजाता की मोटी गान्ड से टकरा कर रूम मे तालियों की आवाज़ सुना रही थी....

सुजाता भी फुल जोश मे अपनी गान्ड पीछे कर के लंड का मज़ा ले रही थी...और चुदाई की आवाज़ो से रूम गूज़्ने लगा था....

मैं-आहह….थक गई क्या साली...ये ले...ईएह....

आंटी-आअहह….हहाअ…म्माअर्ररूव…त्ट्तीएजज्ज़…ऊओ.....

मैं-ऑर तेज ये…ये लीयी…

आंटी-आअहह…म्माआ……आऐईयइ….हहाअ…ज्ज्ज्ूओर्र…
सस्ससे…बबबीएटत्त्ताअ…फ़ाआड़ द्दूव…उउउम्म्म्ममम......

और कुछ देर की दमदार चुदाई के बाद सुजाता थक कर लेट गई....पर मैं नही रुका ...मैने सुजाता को लिटाया और उसके उपेर आ कर उसकी चूत पेलने लगा....

आंटी-आअहह….आआहह..ऊहह..मा..उउउफ़फ्फ़.....आआहह

मैं-मज़ा ले रानी...ईएहह....यईहह....

आंटी-आअहह…हाँ बेटा.….मार बेटा…अहहह......

मैं- आज तेरी फाड़ के रख दूँगा...ईएहह....यईएहह....

आंटी-आआहह….फाड़ दे...ज़ोर से ...आअहह....आअहह....

मैं-यीहह…ऑर तेज मारू,….हाँ..

आंटी-अया..आअहह..आहह…आहह..आहह…अहह....

मैं-ययईएह….ययईईहह…यी…ल्ल्लीए…और तेजज्ज़..और तेज.....

आंटी-ऊओ….म्म्माूआ…आआहह….अहहाा....

मैं- ये ले साली....पूरा ले....एसस्स....आआहह..यहह....ईएहह....

आंटी-आहह…अहः…तेजज्ज़..ऊहह..माँ..आअहह....

मैं- ये ले..साली…ओर तेज…हाँ..ऑर ले..ईएहह....

इस दमदार चुदाई से सुजाता फिर से झड़ने लगी....

आंटी-आअहह…अहहह..उउउंम…ऊहह..ऊहह..ऊहह..
ऊहह…ज्ज्ज्ूओर्र…सीई…बबबीएटत्त्ताआअ….आाऐययईईई….
उूउउंम्म…आहह…आहह…आह….

मैने भी थोड़ी देर बाद झड़ने के करीब आ गया..

मैं- ओह्ह..आंटी मैं आया….डाल दूं अंदर…

आंटी-आअहह…ब्ब्बबीएतत्टाअ…डाल दे…म्म्म्मामा……
ऊऊहह….बबबीएतत्टाअ…..भर दे….आअहह….आअहह...

मैं-आहह..ये ले..अहहह..अह्ह्ह्ह

और मैने आंटी की चूत को लंड रस से भरना सुरू कर दिया….जब मैं पूरा झड गया तो मैं भी आंटी के उपेर से उतर कर लेट गया और हम दोनो रेस्ट करने लगे......

---------------------------------------------------------------

सरद के घर.......


सरद वसीम को ले कर बहुत परेशान था...वो एक नंबर पर बार-बार कॉल कर रहा था पर सामने से कोई जवाब नही आया...शायद मोबाइल बंद था...

जब सरद कॉल करते-करते थक गया तो उसने लॅंडलाइन पर कॉल किया....

जहा उसने कॉल किया...वहाँ पति-पत्नी लेटे हुए थे...रिंग बजने पर पत्नी ने कॉल अट्टंड किया...

""हेलो...कौन...""

सरद- सम्राट सिंग का बेटा....

ये लाइन सुनते ही सामने वाली औरत शॉक्ड हो गई और अपने पति को देखने लगी........

सरद- क्या हुआ...सुनाई नही दिया क्या...

औरत ने फिर अपने पति को देखा और फिर बोला...

""रॉंग नंबर...""

और कॉल कट हो गई......और सरद गुस्से से तिलमिला उठा.....


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Ankit
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Re: चूतो का समुंदर

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अंकित के घर.........

मेरे रूम मे एक दमदार चुदाई के बाद मैं और सुजाता अपनी साँसे संभाल रहे थे....थोड़ी देर बाद हम दोनो नॉर्मल हुए और सुजाता मुझे देख कर मुस्कुरा दी.....

मैं- तो...कैसा रहा...रात जवान हुई...

सुजाता- ह्म्म...पूरे सबाब पर है....

मैं(सुजाता के पेट पर हाथ फेर कर)- ह्म्म...अभी तो शुरुआत है....रात अभी बाकी है...सबाब भी बाकी है...

सुजाता(मुस्कुरा कर)- तो देर किस बात की ...हम भी रात की जवानी मे जवान हो जाते है...

मैं- जवान...मैं तो जवान ही हूँ...पर तुम्हारी जवानी ज़रूर वापिस आयगी....

सुजाता(मेरे गाल सहला कर)- तू साथ है तो जवान होना ही होगा मेरे राजा...

मैं- अच्छा...सोच लो...जवानी दर्द भी देती है...

सुजाता(मेरे लंड को सहला कर)- इसके दर्द मे ही जवानी का असली मज़ा है राजा...मैं तैयार हूँ...

सुजाता ने इतना बोल कर अपने हाथ की पकड़ मेरे लंड पर बढ़ा दी और आगे खिसक कर मेरे होंठ चूमने लगी...मैने भी उसकी कमर को हाथो की गिरफ़्त मे किया और उसके किस का भरपूर रेस्पोन्स देने लगा...

थोड़ी ही देर मे हम एक-दूसरे के होंठो को चूस कर रस्पान करने लगे और सुजाता तेज़ी से मेरे लंड को मसल्ने लगी....

सुजाता के हाथ की गर्मी से मेरे लंड मे तनाव आने लगा और देखते ही देखते वो खड़ा हो गया...

मैने सुजाता को पकड़ कर अपने उपेर लिटा लिया और कस कर किस्सिंग स्टार्ट कर दी...

मेरे हाथ उसकी गान्ड को मसल्ने लगे और सुजाता मेरे सिर को पकड़ कर मेरे होंठो को चूसने लगी....

थोड़ी देर के बाद मैने उसके होंठो को छोड़ा और उसके बूब्स को मुँह मे भर लिया....अब सुजाता गरम हो गई और सिसकने लगी....

आंटी- आअहह ..हाँ बेटा....चूस लो...कब्से तरस रही थी मैं...ऊहह...ज़ोर से बेटा....आअहह...

मैं- उउउम्म्म्म....आअहह...सस्स्रररुउउउप्प्प्प...उउउंम्म..उउउंम...उूउउम्म्म्ममम...

आंटी- ओह्ह्ह्ह...ऐसे ही बेटा...आअहह...काटो...और काटो...खा जाओ...उउउम्म्म्म....

मैं- उूउउंम्म...उूउउम्म्म्म...उउउंम...उउउंम..

मैं सुजाता के बूब्स को चूस रहा था और सुजाता अपनी गरम चूत मेरे लंड पर रगड़ रही थी...दोनो ही मस्ती मे चूर थे..और दूसरे दौर की चुदाई को तैयार हो रहे थे....

मैं- उउउंम्म...उूउउम्म्म्म..आअहह...उउउंम्म...उउउम्म्म्मम...उउउंम्म....

आंटी- आअहह...बस बेटा...अब मुझे भी प्यास लग गई...मुझे भी चूसने दो..आअहह....बस कर बेटा...

जैसे ही मैने सुजाता को अपनी गिरफ़्त से आज़ाद किया तो वो सरक कर मेरे पैरो के पास पहुँच गई और फिर से लंड को हाथ मे ले कर हिलाने लगी...

आंटी- उउउंम...क्या हत्यार है तेरा....मस्त...इसे चूसने मे अलग ही मज़ा है...गगल्लुउउउप्प्प...

और आंटी ने मेरे लंड को मुँह मे भर लिया और चुस्की की तरह चूसने लगी...
आंटी- उूउउम्म्म्मममममम......उूुुुउउम्म्म्मममममम......उूुुुुउउम्म्म्ममम.....

मैं- ओह यस आंटी....सक इट...आअहह...ज़ोर से...

आंटी- आअहह..सस्स्ररुउउप्प्प्प...हा बेटा...अब तू अपनी आंटी का कमाल देख...सस्स्रररुउुउउप्प्प्प...उूउउम्म्म्म...उउउम्म्म्म...उउउंम्म...

मैं- वाउ आंटी....गुड...ऐसे ही लगी रहो....एसस्सस्स.....

आंटी मेरे लंड को चूस्ते हुए एक हाथ से मेरे गोले सहला रही थी...जिससे मज़ा दोगुना हो रहा था....

आंटी- उूउउंम्म...उूउउंम्म..उउउंम्म...उउउम्म्म्म.....

मैं- आआहह...आंटी तुम कमाल हो....आअहह...मेरे गोले.....उउउफ़फ्फ़....

आंटी ने थोड़ी देर बाद लंड को मुँह से निकाला और लंड को हिलाते हुए मेरे बॉल को चूसने लगी....

आंटी- उूउउंम्म...सस्स्रररुउउप्प्प...सस्ररुउप्प्प...उउउंम्म...उउंम्म...

मैं- ओह आंटी....तुम सच मे कमाल हो....तू आज से मेरी कुतिया बनेगी...चूस्ति रह....ज़ोर से....ईसस्स...

फिर आंटी ने बारी-बारी मेरे लंड और बॉल्स को चूस-चूस कर गीला कर दिया....

मेरा लंड अब फड़कने लगा था...इसलिए मैने आंटी को रोक कर उसे बेड पर कुतिया बना दिया और पीछे आ कर अपना मुँह उसकी चूत मे लगा दिया....

मैने चूत को चाटा तो पता चला कि आंटी पानी निकाल चुकी है...फिर मैने अपनी जीभ आंटी की गान्ड के छेद पर फिरा दी...तो आंटी तड़प उठी....

आंटी- आआहह....बेटाअ....

आंटी की सिसक से मैं समझ गया कि साली की गान्ड भी तरस रही है...मैं भी इतनी मस्त गान्ड को मारे बिना छोड़ने के मूड मे नही था...

मैने आंटी की गान्ड के फाको को अलग किया और जीभ को गान्ड मे डाल दिया ...

आंटी- ओह्ह..ओह्ह..बेटा...आअहह...मज़ा आ गया....मैं तो...आआअहह....और करो.....

मैं- आओउउंम्म....सस्स्स्रररुउउउप्प्प्प....सस्स्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प....सस्स्स्रररुउउउप्प्प....उूुउउम्म्म्म...

आंटी- ओह्ह्ह बेटा....मज़ा आ गया....क्या करता है...ऊओह....ज़ोर से कर बेटा....ज़ोर से....

मैं- उउउंम्म...उउउम्म्म्म....उउउंम्म...उूउउम्म्म्म....

आंटी- ऊओ....ऐसे ही बेटा....आआहह....ज़ोर से ...आअहह...

थोड़ी देर तक मैने आंटी की गान्ड को जीभ से चोद-चोद कर चिकना कर दिया....और फिर अलग हो कर अपना लंड गान्ड पर सेट किया.....

आंटी- नहियिइ...बेटा वहाँ नही....दर्द होगा....

मैं- चुप कर...अब तू मेरी कुतिया है....समझी....

आंटी- बेटा....धीरे करना....

मैं- ये हुई ना बात...अब तू लगी सही कुतिया...

आंटी- हाँ बेटा...बना दे कुतिया...फाड़ दीईईईईई......

और आंटी के बोलने के पहले ही मैने हाथ से पकड़ कर सुपाड़ा गान्ड मे घुसा दिया.....

आंटी- म्म्म्मा आरररर...डाला...आआहह....बीत्त्ताअ.....रुक जा...न्हिईीई........

और मैने दूसरे शॉट मे आधा लंड गान्ड मे उतार दिया....इस धक्के से आंटी की आँखो से आँसू छलक पड़े...

इससे पहले की आंटी संभाल पाती...मैं एक और धक्का मारा और पूरा लंड आंटी की गान्ड मे डाल दिया....

आंटी- आअहह....मर..गई....ऊओ....रुक जा .....आअहह...

मैं- बस हो गया आंटी...अब मज़े ही मज़े....

औरने हल्के हाथ से आंटी की गान्ड सहलाते हुए अपनी कमर को धीरे-धीरे घुमाना चालू कर दिया....

आंटी(रोते हुए)- फाड़ दी...आआहह....माँ...आअराम से करना....

मैं- हाँ मेरी रानी...अब मज़े कर...

और मैने हल्के धक्के मारना चालू रखा ...थोड़ी देर बाद आंटी भी नॉर्मल हुई और अपनी कमर को हिलाने लगी...

आंटी का इशारा पाते ही मैने धक्को को स्पीड तेज कर दी और आंटी भी सिसकते हुए गान्ड चुदाई का मज़ा लेने लगी.....

आंटी-आहह….उउउफफफ्फ़..म्माआ….फाड़ ही दी तूने....

मैं- बड़ी मस्त गान्ड है तुम्हारी...मज़ा आ रहा है....तुम्हे मज़ा आया....

आंटी-आआहह…हाँ..बेटा…तू बस.. मार…ऐसे ही..आहह....

मैने भी आंटी के कहते ही उनकी गान्ड को पकड़ा ऑर तेज़ी से धक्के मारते हुए उनकी गान्ड मारने लगा......

आंटी-आअहह….आआहह..ऊहह..मा....आअहह....उउउंम्म.....

मैं-मज़ा आ रहा है ना...हाँ....

आंटी-आअहह…बहुत….मार बेटा…अहहह...आआहह.....

आंटी बोल ही रही थी की मैने लंड बाहर तक निकाल कर एक जोरदार झटका मारे और आंटी की गान्ड मारने लगा…

आंटी-आआहह…..म्म्म्मा आररररर द्दददााालल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआ....

मैं-यीहह…ओर तेज मारू,….हाँ..

आंटी-अया..आअहह..आहह…आहह..आहह…अहह....

मैं-ययईएह….ययईईहह…यी…ल्ल्लीए…ऑर तेज..हाँ..

आंटी-ऊओ….म्म्माूआ…आआहह….अहहाा......

अपनी गान्ड मरवाते हुए आंटी झड़ने लगी और उनका दर्द थोडा कम हुआ....

आंटी- आअहह....अब थोड़ा आराम मिला....

मैं- ह्म्म ..तो और मज़ा करवाता हूँ...

और मैने आंटी को उठा कर बेड के नीचे खड़ा किया और खड़े-खड़े उसकी गान्ड मारना चालू कर दिया....
आंटी- आआहह.....खड़े हो कर....कमाल है ....उउउफ़फ्फ़....मज़ा आ गया...

मैं- तू बस मज़ा कर...ये ले...यीहह...यीहह.....

और एक बार फिर से गान्ड चुदाई चालू हो गई...

आंटी अपनी गान्ड को ज़ोर से पीछे कर के मरवा रही थी और मैं भी उनके बूब्स पकड़ कर तेज़ी से उनकी गान्ड मार रहा था....

आंटी- आअहह....यस बेटा...और तेज...और तेज.....आअहह....

मैं- हाँ मेरी रानी...ये ले...ईएहह....यहह....

आंटी- ओह्ह्ह...मज़ा आ गया....आअहह...तेज...तेज...तेजज़्ज़्ज...आआहह...


मैं- ईईहह....ईएहह....ईएहह....

थोड़ी देर तक खड़े-खड़े गान्ड मारने के बाद मैं रुका और आंटी को बेड पर झुका कर उनकी गान्ड मारना जारी रखा.....

आंटी-आअहह….म्म्म्ममममाआअ...मज़ेदार....तेज मार...आआहह...

मैं-ह्म्म्म...तू मज़े कर मेरी कुतिया...ईएहह...

और मैने एक थप्पड़ आंटी की गान्ड पर मारा....

आंटी-आआहह…..आआअहह…आह….मारो..आहह..टीज़्ज...

मैं- अरी....चिल्ला मत...कोई सुन लेगा....ये ले...

आंटी-आआहह….हहाा…ज्ज्जूऊर्र…सससे…मारूव…आहह..अह्ह्ह्ह

मैं आंटी की गान्ड पर थप्पड़ मारते हुए उनकी गान्ड मरने लगा ऑर आंटी भी अपने हाथ से अपनी चूत मसलने लगी.....

आंटी-आअहह….माअर…बेटा…मार…ज़ोर से…आहह... आअहह…बेटा…ज़ोर से…आअहह..ऊहह..ऊहह

त्ततप्प…त्तप्प्प…आअहह…आहह..त्त्थप्प…त्ततप्प्प्प

मैं-एस आंटी …फाड़ता हूँ …ये ले…

आंटी-आआहह..आहह..आह…आ..आह..आह..ज्जूओर्र..सससे..उउउम्म्म्ममम…हमम्म…आअहह

गान्ड मारते हुए मेरी जंघे भी आंटी की मोटी गान्ड पर टक्कर मार रही थी ऑर आंटी भी पूरी स्पीड से गान्ड पीछे कर-कर के मरवा रही थी….ओर अपनी चूत मसल रही थी….

ऐसे ही कुछ देर मैं आंटी की गान्ड मारता रहा ऑर आंटी झड़ने लगी…..

आंटी-आअहह…अहहह..उउउंम…ऊहह..ऊहह..ऊहह..
ऊहह…ज्ज्ज्ूओर्र…सीई…बबबीएटत्त्ताआअ….आाऐययईईई….
उूउउंम्म…आहह…आहह…आह….

जब आंटी झड गई तो थक कर बेड पर लेट गई....

मैं- अभी से थक गई...मेरा नही हुआ अभी...

आंटी- आअहह...अब नही...थोड़ा रेस्ट करने दे....

मैं- तो मैं क्या करूँ...हिलाऊ क्या...

आंटी- रुक...मैं चूस कर झाड़ती हूँ...

मैं- सही कहा...आजा जल्दी ...

आंटी ने जल्दी से मेरे लंड को मुँह मे भरा और चूसना सुरू कर दिया....

आंटी-सस्स्स्सुउउउप्प्प…ऊओंम्म….उउउंम्म….सस्स्रर्र्र्र्रप्प्प्प

मैं-आआहह…ऑंटी….क्कक्या चूस्ति हो….ओर तेज,…हहाअ …ऐसे ही

आंटी-सस्स्स्र्र्ररुउउप्प्प…..ऊओंम्म….उउउंम्म…सस्स्रररुउउप्प

मैं-आअहह…..ऐसे ही….ओर तेज…मेरी रानी…आअहह…

आंटी-सस्रररुउुउउप्प्प्प्प्प….सस्स्स्र्र्ररुउुउउप्प्प…..उूुउउम्म्म्ममनममम….सस्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प

मैने फिर आंटी का सिर पकड़ कर उनका मुँह चोदना सुरू कर दिया...

मैं- यीहह....एस..एस्स

आंटी- कक्ख़्हूंम्म..क्क्हूम्म...कक्खहुउऊंम....

मैं- एस बेबी...यहह...चूस ले..रंडी....यीहह

आंटी- क्क्हुउऊंम..उउंम...उउंम...क्क्हूम्म....उउम्म्म्म..

मैं- श....एस्स....यीहह..यईह..यईह

आंटी- उउंम्म...क्क्हुऊंम्म...क्क्हुऊंम....

मैं- ओह्ह..आंटी मैं आया….डाल दूं अंदर…

आंटी- उउंम..उउंम..

और मैं आंटी के मुँह मे झड गया....ओए आंटी मेरा लंड रस गटक गई.....

मेरा लंड खाली होते ही मैने लंड आंटी के मुँह से निकाल लिया...और मैं आंटी के साथ बेड पर लेट गया....

थोड़ी देर बाद ही आंटी ने मेरा लंड मुँह मे भर के सॉफ कर दिया...और फिर से रेस्ट करने लगी....

मैं- आंटी...मज़ा आया ना...अब खुश हो...

आंटी- हाँ बेटा...बहुत...और करे....

मैं- क्यो नही...अभी रात बाकी है...

तभी हमे मेन गेट खुलने की आवाज़ आई....
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