चूतो का समुंदर
- Ankit
- Expert Member
- Posts: 3339
- Joined: 06 Apr 2016 09:59
Re: चूतो का समुंदर
मैं घर पहुँचा तो ना ही डॅड घर पर थे और ना ही सुजाता....फिर मैं पारूल के रूम मे चला गया...और साथ खाना खा कर पूरा दिन उसी के साथ रहा....
शाम होते ही मेरा मोबाइल बज उठा...ये शीला का फ़ोन था....
( कॉल पर )
मैं- हेलो जी...क्या हाल है...
शीला- हम तो बढ़िया है...लगता है आप ठीक नही...
मैं- मुझे क्या होना है..हम भी मस्त है...
शीला- तो क्लब क्यो नही आते...
मैं- ह्म्म..बस थोड़ा बिज़ी था...वैसे हमे ये जान कर खुशी हुई कि आपको हमारी कमी खलती है...
शीला- नही..ऐसा कुछ नही...वो तो मैं बस...नही आना है तो मत आओ...मुझे क्या...
मैं- अगर आपको कुछ नही पता तो आप डेली फ़ोन नही करती ...समझी शीला जी...
शीला(इतराते हुए)- ऐसा कुछ नही...वैसे भी आप हमारे है कौन...ह्म्म...
मैं- ये तो पता नही..पर कौन जानता है...क्या पता हम जल्दी ही आपके कुछ हो जाए....है कि नही...
शीला(मुस्कुरा कर)- बस...आप बातें ही करते रहो....कहाँ से सीखा इतनी अच्छी बाते करना...
मैं- अजी हम तो बस बोल देते है...अच्छी तो अपने आप लग जाती है...
शीला- वाह...क्या डायलॉग है...अच्छा सुनो...आज आओगे ना...
मैं- आप इतने प्यार से बुलयगी तो हम कैसे नही आएँगे....पर ..
शीला- पर...क्या पर ..
मैं- आने से हमे कुछ मिलेगा क्या....
शीला- मतलब...मिलना क्या है..मैं मिलूगी ना...
मैं- ओह..तो आप मुझे मिल जाएगी...वाउ...
शीला- अरे..अरे...मतलब मुलाक़ात होगी...कुछ और मत समझना...ओके...
मैं- हाँ..मैं वही कह रहा था....आपने क्या समझा...हां..
शीला(मुस्कुरा कर)- आप भी ना...कुछ नही...आइए...हम आपका वेट करेंगे...
मैं- ह्म्म..सी यू सून...बाइ...
शीला- ओके..बाइ...
जैसे ही मैने कॉल कट की तो पारूल मेरे कंधे पर चढ़ कर बोली...
पारूल- क्या भैया...किससे मिलने जा रहे हो....कोई खास है क्या...
मैं- नही रे पगली...कोई खास नही...पर है खास काम की...बस हाथ मे आ जाए...फिर मौजा ही मौजा...
पारूल- आपने सोच लिया तो जाएगी कहाँ..आ ही जाएगी...आप हो ही इतने ग्रेट...
मैं- बस...इतनी तारीफ मत कर...मैं शरमा जाउन्गा...
पारूल- हहहे...आप भी ना...
मैं- ओके..अब तू रेस्ट कर..मैं इसे निपटा कर आता हूँ...ओके...विश मे गुड लक..फास्ट...
फिर पारूल ने मुझे गाल पर किस कर के गुड लक बोला और मैं उसका माथा चूम कर वहाँ से निकल गया...
फिर मैं सही टाइम पर रेडी हो कर क्लब पहुँच गया...जहा शीला मेरा ही वेट कर रही थी...
आज भी शीला को देख कर बदन मे हलचल मच गई...आज उसने डीप नॅक और स्लीवलेशस गाउन पहना हुआ था...जिसमे उसकी बॉडी कयामत दिख रही थी....
शीला- हाई हॅंडसम.....
मैं- हॅंडसम...ह्म्म...पर तुम्हारे सामने सब फीके है ...
शीला- अपना -अपना नज़रिया है...मेरी नज़र मे तुम कमाल हो...
मैं- ओके...और...मेरी नज़र मे तुम सबसे ज़्यादा हसीन हो...सच मे..
और मैने शीला का हाथ पकड़ कर उसे किस कर दिया...
शीला ने अपनी बड़ी-बड़ी आँखो से मुझे देखा और मुस्कुरा दी...
फिर हम दोनो ने वाइन के कुछ पेग मारे और तभी क्लब मे डॅन्स सुरू हो गया....
मैं- हे ब्यूटिफुल...मेरे साथ डॅन्स करना चाहोगी...
शीला(मुस्कुरा कर)- क्यो नही...
और फिर हम डॅन्स करने लगे....
करीब 4 घंटे बाद मैं घर बापिस आया...घर पर सब आ चुके थे..और डिन्नर कर के अपने रूम्स मे रेस्ट कर रहे थे...
मैं भी अपने रूम मे आया और रूम मे लगी दोस्तो की फोटो मे अकरम.को देख कर सोच मे पड़ गया...
मैं(मन मे)- अकरम...क्या हाल होगा उसका....क्या सोच रहा होगा वो....उसे मैने सब बता दिया...क्या वो भी इसी बात को सच मान कर बैठ जायगा कि उसकी फॅमिली को मेरे दादाजी ने ख़त्म किया...या फिर वो सच जानने मे मेरा साथ देगा.....?????
लेकिन अगर ये सब ही सच हुआ तो..क्या अकरम की दोस्ती मेरे साथ रहेगी...या फिर दुस्मनि की आग मे ये दोस्ती की डोर भी जल कर रख हो जाएगी.....?????
कहते है कि दोस्ती दिल से होती है..और दोस्तो का दिल साथ जुड़ा होता है....
यहाँ मैं अकरम के बारे मे सोच रहा था और वहाँ अकरम मेरे बारे मे सोचता बैठा था....
अकरम(मन मे)- ये क्या किया अंकित....मुझे ये सब क्यो बताया....अब मैं क्या करूँ....अगर तेरी बात सच निकली तो...तो मेरी दोस्ती पर आँच आ सकती है....पर मैं जानता हूँ...तू सही का साथ देगा...ग़लत का नही....
इसलिए मैं भी सच जानने मे तेरा साथ दूँगा...और सच चाहे जो भी हो...मैं तुझे शर्मिंदा नही होने दूँगा...
मैं जानता हूँ अंकित..की तेरा दिल सॉफ है...इसलिए तूने मुझे सब बता दिया...बिना ये परवाह किए कि मुझे गुस्सा भी आ सकता है...
अंकित....सच जो भी निकले...पर एक बात दावे के साथ कह सकता हूँ...तू अकरम ख़ान की दोस्ती हमेशा याद रखेगा...हमेशा....
दोनो ही दोस्तो के दिल मे अजीब सी कस्मकस चल रही थी....
देखना ये है कि पुरानी दुश्मनी दोस्ती पर भारी पड़ती है...या हमारी दोस्ती एक नई मिसाल कायम करती है....कौन जीतेगा....
दुश्मनी या दोस्ती......??????????????
- Ankit
- Expert Member
- Posts: 3339
- Joined: 06 Apr 2016 09:59
Re: चूतो का समुंदर
मैं बेड पर पड़ा हुआ काफ़ी देर तक अकरम के बारे मे सोचता रहा...पर मुझे कोई भी साइल्यूशन नज़र नही आ रहा था ....उल्टा मेरा दिमाग़ खराब हुआ जा रहा था....
फिर मैने अपने दिमाग़ को शांत करने के लिए अपना ध्यान उन घटनाओ पर लगा लिया जो मेरे लिए अच्छी हुई थी....
आज सुबह काजल के घर पर पूल मे हुई मस्ती याद कर के मैं रिलॅक्स करने लगा....
काजल के घर....पूल मे.....
काजल- कम ऑन..कम ऑन..कॅच मी...हहहे....
ये बोलती हुई काजल किसी जल परी की तरह पानी मे सरसराती हुई निकल गई....और मैं भी उसके पीछे लग गया...
काजल- कम ऑन...पकडो मुझे....एस....ओह...नही....मैं नही फँसने वाली....हहहे....
मैने एक-दो बार काजल को पकड़ा पर उसकी चिकनी बॉडी मेरे हाथो से सरक गई.....
काजल- ह्म्म...वेल ट्राइ...पर ऐसे ट्राइ का क्या फ़ायदा जो सक्सेस ना हो...कम ऑन...ट्राइ हार्ड...कम ऑन...
मैं- ह्म्म...सक्सेस उन्हे ही मिलती है जो ट्राइ करते है...समझी...अब देखो...
लगभग 10 मिनट हम पूल मे ऐसे ही तैरते रहे....काजल मेरे आगे और मैं उसके पीछे....
काजल- आहह...लगता है की लड़कियों को पकड़ने का एक्सपीरियंस नही है...क्यो...
मैं- एक्सपीरियंस तो ऐसा है कि क्या कहूँ....बस एक बार हाथ मे आती है तो जाने का नाम नही लेती...अब देखो...
और मैने पूरा ज़ोर लगा कर काजल का पीछा किया और इस बार उसकी कमर को कस लिया...
काजल ने थोड़ी हरक़त की पर हाथ से निकल नही पाई और फिर हार मान ली...
काजल- आख़िर पकड़ ही लिया...
मैं- ह्म्म...क्या करूँ...इतनी अच्छी जलपरी को कैसे छोड़ देता ..ह्म...
मैं और काजल पूल मे खड़े हुए थे और मैं इस वक़्त काजल को पीछे से पकड़े हुए उसकी बॉडी से चिपका हुआ था...
मेरे हाथ काजल की कमर मे कसे थे...और काजल की गान्ड मेरे लंड पर दबाब बना रही थी....
मैं- अब निकल के दिखाओ...है दम...
काजल- नही...अब नही...तुम्हारी पकड़ बहुत मजबूत है...मैने हार मान ली...
मैं- अच्छा...तो फिर मेरा गिफ्ट...
काजल- गिफ्ट...क्या चाहिए...बोलो...
मैने अपने हाथो को काजल के बूब्स पर रखा तो काजल सिहर उठी...
काजल- आहह...बोलो ना...
मैं- मेरा गिफ्ट मेरे हाथो मे है...
और मैने काजल के बूब्स दबा दिए....
काजल- उउंम्म...तो ले लो ना...पूछ क्यो रहे हो...
मैं- ह्म...ले ही रहा हू...
और मैने काजल के बूब्स को मसलना सुरू कर दिया और काजल भी मस्ती मे सिसकने लगी....
काजल- ओह्ह...अंकित....उउंम्म....
मैं- क्या हुआ....दर्द हुआ क्या...
काजल- नही..आअहह....ज़ोर से करो...कब्से इंतज़ार था मुझे...उउउंम्म...
मैं- जानता हूँ...आज इंतज़ार पूरा हुआ...
और काजल ने पलट कर मेरे होंठो पर होंठ जमा दिए और चुसाइ सुरू कर दी...और मैं भी पूरा साथ देने लगा....
काजल- सस्स्रररुउउप्प्प....उूउउंम्म...उउंम्म..आअहह...उउउम्म्म्म...उउउंम्म...
मैं- उउउंम्म...उउउंम्म...उउउंम्म..उउंम्म....
मेरे हाथ काजल की गान्ड को मसल रहे थे और काजल दुनिया से बेफिकर हो कर मेरे होंठ चूस रही थी...
मैं- उउउंम्म....एस्स...उउंम्म...आअहह...सस्ररुउउउप्प्प...उउउंम्म...उउंम्म...
काजल- उउउम्म्म्म...आअहह...अंकित....उउउम्म्म्म...उउउम्म्म्म...उउउम्म्म्म...
अचानक मैने काजल की गान्ड को हाथो से थमा और उठा लिया...काजल भी अपनी टांगे मेरी कमर मे लपेट कर उपेर आ गई और जोश मे किस करने लगी....
थोड़ी देर किस करने के बाद काजल नीचे खड़ी हो गई और पलट कर अपनी गान्ड मेरे लंड पर घिसने लगी....
काजल- ओह अंकित....कितना मस्त है ये ...उउंम्म...
मैने भी हाथ आगे कर के काजल के बूब्स को आज़ाद कर दिया और ज़ोर से मसल्ने लगा....उसके निप्पल पूरे तन कर खड़े हो गये थे...
फिर मैने काजल को पलटाया और उसके निप्पल चूसने लगा...
काजल- आअहह...अंकित....उउउम्म्म्म....
मैं- सस्स्ररुउउप्प्प...उउउंम्म...आअहह...उउउम्म्म्म...उउउंम...
काजल- आहह...कम ऑन....सक इट...उउउंम्म....
मैं- उउउंम्म...उउउंम्म...उूउउंम्म...उउउंम्म....आअहह..
काजल ने मेरा सिर अपने सीने पर दबा दिया और अपने बूब्स को मेरे मुँह मे भर दिया....मैं बारी-बारी उसके बूब्स को चूसने लगा और काजल मस्ती मे तड़पने लगी....
काजल- आअहह...चूसो अंकित....ऐसे ही....आआहह.....
मैं- उउउंम्म....उउंम्म....आअहह...उउउम्म्म्म...उूउउम्म्म्म...
काजल- ओह माँ...कम ऑन...यस....सक इट...ऊओ...एसस्स.....
मैं- उउउम्म्म्म...उूउउम्म्म्म...उउउम्म्म्म..आहह...उउउम्म्म्म...उूउउम्म्म्म...उउउंम्म...
थोड़ी देर बाद मैने काजल के बूब्स को चूस-चूस कर लाल कर दिया और फिर उसे गोद मे उठा कर पूल के किनारे आ गया....
मैं जैसे ही पूल के किनारे पर बैठा तो काजल मेरा इशारा समझ गई और मेरा शॉर्ट्स निकाल कर मेरे लंड को सहलाने लगी......
- shubhs
- Novice User
- Posts: 1541
- Joined: 19 Feb 2016 06:23
Re: चूतो का समुंदर
इतना हॉट
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
- Ankit
- Expert Member
- Posts: 3339
- Joined: 06 Apr 2016 09:59
Re: चूतो का समुंदर
\Vinay86731 wrote:Superb very हॉट अपडेट
thanks Vinay