चूतो का समुंदर
- Ankit
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Re: चूतो का समुंदर
रेडी हुआ ही था और फिर से फ़ोन बजना सुरू....और इस बार स्क्रीन पर रक्षा का नाम था....
मैं- आज साला गर्ल फ्रेंड डे है क्या....???
और मैने कॉल पिक की....
( कॉल पर )
मैं- हाँ जी...अब आपको क्या परेसानि है....
रक्षा- क्या...क्या कहा आपने...
मैं- वो..कुछ नही...बोल ना...कैसे याद किया...
रक्षा- बस यू ही...अभी नहा कर आई थी...
मैं- तो..क्या मैं तावीार करने आउ...
रक्षा- इउम्म्म...काश आ जाते..तो तावीार कौन होता फिर...
मैं- तो फिर क्या करती...
रक्षा- अगर आ जाते तो अपनी प्यास बुझा लेती...
मैं- तू तो बस...कितनी प्यासी है ...
रक्षा- बहुत...देखो मेरी चूत आपके नाम से ही फडक उठी...
मैं- अच्छा...चल बस भी कर....मैं आ गया ना तो खुद ही भाग जायगी...
रक्षा- भाग जाउन्गी...कभी नही...अरे आप आ कर तो देखिए...आपको अपने आप मे समा लूगी...
मैं- अच्छा...तो रुक..मैं आता हूँ...
और इस बार मैने बिना कुछ सुने फ़ोन रखा और संजू के घर निकल गया.....
जब मैं संजू के घर पहुचा तो पता चला कि संजू के पापा और पूनम , संजू की मौसी के घर गये है ..किसी फंक्षन मे...
और रजनी आंटी कामिनी के घर निकल गई...संजू के साथ...
तो मैं मेघा के रूम मे चला गया...वहाँ पता चला कि आज उन्हे फीवर आ गया....जिस वजह से वो आज नही आ पाई...
मैने उन्हे रेस्ट करते छोड़ा और अनु के रूम मे चला गया....मुझे लगा था कि रक्षा भी साथ होगी..बट वहाँ अनु अकेली मिली.....
मुझे सामने देख कर अनु की मारे खुशी की आँखे फटी रह गई...
उसे यकीन ही नही हो रहा था कि मैं सिर्फ़ 15 मिनट मे उसके सामने आ गया...
अनु को ऐसा खड़ा देख कर ..मैने गेट को अंदर से लॉक किया और उसके पास पहुच गया...
मेरे पास आते ही अनु की साँसे तेज हो गई...उसकी बॉडी मे कंपन सी होने लगी थी...
मैं- क्या हुआ जान...शॉक्ड...हां..
अनु- मैं..वो..आप...यहाँ...
मैने अनु के मुलायम गालों को अपने हाथो मे भरा ही था कि उसकी सिसकी निकल गई....
अनु की बॉडी की थरथराहट को मैं अपने हाथो से महसूस कर रहा था....
मैं- अनु...तुम ठीक हो..
अनु- उउंम..हाँ..पर आप..इतनी जल्दी...
मैं- अरे...मेरी जान ने आवाज़ दी और हम आ गये...
अनु- पर मैने तो बस...
मैं(बीच मे)-सस्शहीए...ये होंठ बहुत काँप रहे है...इन्हे ठीक कर दूं...
और मैने अनु के थरथराते होंठो पर अपने होंठ रख दिए...और होंठो का रस चूसने लगा...
फिर हम दोनो ही एक दूसरे के होंठो का रास्पान करते रहे...जब तक अनु का फ़ोन नही बजा...
फ़ोन की आवाज़ ने हमे वापिस होश मे लाया...
वो फ़ोन मेघा का था..जिसने अनु को नीचे बुला लिया....
अनु- वो..मोम की तवियत...आप..
मैं- ओके..ओके...रक्षा कहाँ है...??
अनु- वो पूनम दी के रूम मे होगी...मैं मोम के पास...
मैं(बीच मे)- जानता हूँ...तुम जाओ...और उनका ख्याल रखो...मैं रक्षा से मिल कर आता हूँ...फिर कॉफी साथ मे पिएगे...वैसे भी जिस काम से आया था..वो तो हो गया....
अनु कुछ नही बोली बस मेरी बात सुन कर शरमा गई और नीचे चली गई...और मैं पहुचा रक्षा से मिलने पूनम के रूम मे ....
मैं(नॉक कर के)- हेलो...
रक्षा- कौन...??
मैं- कौन की बच्ची....खोल ना....
रक्षा की तरफ से कोई आवाज़ नही आई...फिर थोड़ी देर मे मैने आवाज़ देनी चाही ..कि गेट खुल गया...और मेरे शब्द मेरे मूह मे रह गये....
मैं- रक़सस्शह.....वाउ...
रक्षा- कम तो मे माइ लव....
मैं तो रक्षा को देख कर ही शॉक्ड था ...उपेर से आज उसकी हॉट अदा...और भी क़हर ढा रही थी...
रक्षा मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा-पैंटी मे खड़ी हुई थी...उपेर से उसकी इतराती हुई आँखे...खुले बाल...वाउ...सो हॉट...
उसका अंग-अंग मादकता से भरा हुआ लग रहा घ...चिकना बदन....गुलाबी जॉंठ....कसे हुए बूब्स...और पैंटी मे क़ैद खजाना....
साला..ना चाहते हुए भी मूड बन जाए....
रक्षा- कम ऑन डार्लिंग...कम टू मी...
और रक्षा ने मेरा हाथ पकड़ के मुझे अंदर खीच लिया....और गेट लॉक....
मैं- रक्षा...तुम..तुम तो आज...
रक्ष मेरे करीब आई और मेरे गले मे बाहें डाल कर बोली...
रक्षा- सब कुछ आपके लिए...
और रक्षा ने पंजो के बल उपेर उठ कर अपने गुलाबी होंठ मेरे होंठो से चिपका दिए....
मैं तो उसे देखते ही गरम हो रहा था ...और आप उसके होंठो की गर्मी ने मेरी भूख को जगा दिया...
मैने रक्षा को अपनी बाहो मे कसा और उपेर उठा कर उसके होंठ चूसने लगा...
रक्षा भी कम नही थी...वो भी उतनी ही मस्ती से मेरे होंठो पर क़ब्ज़ा जमाए हुए थी...
मैं- आओउउंम...सस्स्रररुउउउप्प्प...सस्स्रररुउउप्प्प्प...उउउम्म्म्म....
रक्षा- उउंम्म....उूउउंम्म...उउउंम...
आज हम दोनो ही काफ़ी जोश मे किस कर रहे थे...और बहुत देर तक किस्सिंग करते रहे......
किस करते हुए मेरे हाथ रक्षा की बड़ी हो रही गान्ड पर चले गये...जो पहले से ज़्यादा भारी लग रही थी...
मैं पूरी स्पीड से रक्षा की गान्ड दबाते हुए किस करने लगा...आज रक्षा की हॉटनेस्स पहले से ज़्यादा ही लग रही थी...लग रहा था कि आज जूरदार चुदाई होने वाली है....
आख़िरकार हमारा किस ख़त्म हुआ और हम दोनो ही जोरो से साँसे लेने लगे....
मैं- आअहह...आज तो तू ज़्यादा ही हॉट है...
रक्षा- हाँ भैया...आज बहुत मन हो रहा है...
मैं- ह्म्म..अब तो मेरा भी मूड हो गया....दिखा तो सही..मेरे खजाने का क्या हाल है...
और मैने रक्षा की गान्ड पर चपत मार दी...
रक्षा ने कुछ नही बोला...बस बेड पर जा कर कुतिया बन गई...और अपनी गान्ड को मेरे सामने कर के अपनी पैंटी की पट्टी साइड कर दी....
अब मेरे सामने रक्षा के दोनो छेद उजागर थे...और इन्हे देखने के बाद तो मेरा रहा-सहा मूड भी चुदाई के लिए रेडी हो गया.....
- Ankit
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Re: चूतो का समुंदर
मैने रक्षा की गान्ड पर हाथ फिराया और फिर दोनो फाको को फैला दिया....अब उसके गुलाबी छेद खुले हुए दिखने लगे...
मैं- रक्षा....आज तेरी गान्ड गई....
रक्षा- उउउंम..तो आओ ना भैया...देर मत करो...
और मैने अपनी उंगलियों से रक्षा के दोनो छेदों को कुरेदना शुरू कर दिया...जो रक्षा की सिसकी निकालने के लिए काफ़ी था...
रक्षा- आअहह......भैया....तड़पाओ मत प्लज़्ज़्ज़...
मैं- थोड़ा तड़प ले बेटा...इसी मे तो मज़ा है...
और मैने दोनो छेदों मे अपनी उंगलिया डाल दी...
रक्षा- उउउंम्म...आअहह..भैया...नही ...
मैने रक्षा की बात पर ध्यान ना देते हुए उंगलियों को आगे-पीछे करना जारी रखा...
थोड़ी ही देर मे रक्षा की चूत ने मेरी उंगली को गीला कर दिया ..और मैने उंगलिया निकाल कर रक्षा के मुँह मे डाल दी...
मैं- ले ...अपना रस भी चख ले...
रक्षा- उउउम्म्म्म...आअहह...मुझे आपका चखाओ....
मैं- तो आजा फिर...
और रक्षा पलट गई और मेरा पेंट खोल कर नीचे किया और लंड को आज़ाद करते ही मुँह मे भर लिया....
रक्षा- उूउउंम्म....आअहह...अब मज़ा आया ना....उूउउम्म्म्मम...
मैं- ओह्ह...यस बेटा....यस....
रक्षा ने मेरे लंड को ऐसे चूसना शुरू कर दिया...जैसे जन्मो की प्यासी हो....
रक्षा- सस्स्रररुउउउगग़गग...सस्स्रररूउउग़गग...उूुुउउम्म्म्ममम....
मैं- यस ....ज़ोर से...आअहह...
रक्षा- सस्स्र्र्ररुउउउगग़गग....सस्स्रररूउउगग़गग...सस्स्रररूउउगगगगग...सस्स्रररुउउउगग़गग....
मैं- ओह यस....फास्ट बेबी....फास्ट...आअहह....
आज रक्षा से लंड चुसवाने मे अलग ही आनंद आ रहा था....और रक्षा भी पूरी शिद्दत से लंड को चूस कर तैयार कर रही थी....
थोड़ी देर बाद ही मेरा लंड पूरे जोश मे आ गया...और मैने रक्षा को रोक दिया....
रक्षा ने तुरंत अपनी पैंटी निकाल दी और टांगे फैला कर चुदने के लिए रेडी हो गई...
रक्षा- अब डाल भी दो भैया...देर ना करो...
मैने पेंट को पैरो से निकाला और आगे बढ़ कर रक्षा की चूत पर लंड रगड़ने लगा...
रक्षा- आओउउंम्म...अब डाल भी दो ना...
मैने रक्षा की एक टाँग उपेर उठाई और लंड को चूत की जगह गान्ड ने डाल दिया....
रक्षा- आआहह...गान्ड ही मार दी पहले....उउउम्म्म्म...
मैं- तो क्या....मेरा मान...
और मैने दूसरे धक्के मे ही पूरा लंड गान्ड मे डाल दिया....
रक्षा- आाऐययईईईईई......मार दिया...आआहह....
मैं- बड़ी गर्मी थी ना...अब झेल...
और मैने गान्ड मारना शुरू कर दिया....रक्षा भी चीख रही थी...पर मज़े से गान्ड मरवा रही थी...
रक्षा- आअहह....करो भैया करो...आअहह..आअहह..आअहह...
मैंन- यस बेटा....ले...ईएह..ईएह...
रक्षा ने अपने हाथ से अपनी चूत को मसलना शुरू कर दिया और गान्ड को हिला कर गान्ड मरवाने लगी...
रक्षा- श भैयाअ....फाड़ दो ...आहह..ज़ोर से...आआअहह....
मैं- हाँ बेटा....तू मज़ा कर...ये ले...एस्स..एस्स...
कुछ देर तक रूम मे सिर्फ़ चुदाई की आवाज़े गूँजती रही और रक्षा की सिसकारियाँ तेज होती गई....
रक्षा- आअहह...भैया...अब मैं गई...आअहह...आअहह...
और रक्षा झड़ने लगी....रक्षा के झाड़ते ही मैने स्पीड थोड़ी कम कर दी....
और लंड को गान्ड से निकाल कर रक्षा को इशारा किया....रक्षा ने जल्दी से उठ कर लंड को गले तक भर लिया और चूसने लगी....
आज रक्षा हार्ड चुदाई के मूड मे थी ..और मैं उसे वही दे रहा था...
थोड़ी देर तक लंड चुसवाने के बाद मैने रक्षा को कुतिया बना दिया और उसके उपेर आ कर गान्ड मे लंड पेल दिया...
इस बार मैने एक ही झटके मे पूरा लंड गान्ड मे डाल दिया...
- shubhs
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Re: चूतो का समुंदर
क्या बात है
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
- Ankit
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Re: चूतो का समुंदर
shubhs wrote:क्या बात है
shukriya janaab
- Ankit
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Re: चूतो का समुंदर
इस बार रक्षा को दर्द हुआ और आँसू भी निकले पर वो रुकी नही...बल्कि और जोश मे बोली.....
रक्षा- आआहह.....भैय्ाआअ....अब रुकना मत..करो...
और मैने रक्षा की कमर पकड़ कर उसे तेज़ी से चोदना शुरू कर दिया....
रक्षा- आअहह....करो भैया करो...आअहह..आअहह..आअहह...
मैंन- येस बेटा....ले...ईएह..ईएह...
रक्षा- ऊहह…आअहह…डालो…ज़ोर से…आहह….आहह..
मैं-यस….बेबी…टेक इट..टेक इट…
रक्षा-आहह…जल्दी करो…मेरआई चूत...आअहह...
मैं- तेरी चूत भी मारता हूँ रुक ज़रा.....
रक्षा- आअहह....तेज ...आअहह…आअहह….ज़ोर से,…
मैं रक्षा को पीछे से धक्का मारता और रक्षा अपनी गान्ड को पीछे धकेल्ति…ओर उसकी गान्ड मेरी जाघो पर टकरा कर थप-थप की आवाज़ करती....
थोड़ी देर बाद मैने लंड को गान्ड से निकाला और चूत मे डाल दिया....
और अब फुल स्पीड मे चूत की धज्जियाँ उड़ाने लगा....
रक्षा- आआहह…मज़ा…एयेए…ग्ग्ग...
ययय्या…आहह…..आहह..आह...
मैं-ऐसे ही मज़े…लो…यीहह….टेक इट……
रक्षा-आहह..आह..तेज..तेजज्ज़..तेजज…..ऊहह…….म्मा....
मैं-यस..बेबी….यस….टेक इट....फ़ील्ल..इट…बेबी
रक्षा-आआअहह….फास्ट..फास्ट,,,उउंम..आअहह….फास्ट,….ईीस…यईसस्स…ऊओ...भाय्याअ....
मैं 6-7 मिनिट से रक्षा को पूरी तेज़ी से चोद रहा था….रक्षा फिर से चुदाई की मस्ती मे झड़ने लगी…
रक्षा-आहह...म्मायन्न्न...आइी...ऊहह...येस्स्स...एस्स..आहह....
रक्षा के झाड़ते ही मैने उसे बेड पर लिटा दिया और लंड को उसके मुँह मे डाल के मुँह चोदने लगा....
मैं- अभी मेरा नही हुआ....अब होगा....ईएहह...यीहह...
रक्षा- उउउंम्म...उउउंम्म..उउउंम..उउंम...
मैं- ईएह...एस्स...टेक इट...यीएस्स्स्स...
रक्षा- उउंम्म...क्क्हूओंम्म..क्क्हुऊंम्म..क्क्हुउऊंम्म...
रक्षा के मुँह से एक भी शब्द नही निकल रहा था...सिर्फ़ थूक लंड के साथ बाहर आ रहा था...
मैने रक्षा के बूब्स को हाथो मे लिया और स्पीड बढ़ा दी...
करीब 5 मिनट की मुँह चुदाई के बाद मैने पूरा लंड रस रक्षा के गले मे उतार दिया...
और लंड निकलते ही रक्षा खांसने लगी और उसके मुँह से मेरा लंड रस और उसकी लार बाहर निकल आई...
थोड़ी देर बाद रक्षा नॉर्मल हुई और मुझे देख कर मुस्कुरा दी...
रक्षा- आअहह...आज तो रंडी की तरह चोद डाला...
मैं- तू तो मेरी छोटी रंडी ही है...सिर्फ़ बेड पर...समझी...
रक्षा- ह्म्म्मे..मुझे भी यही पसंद आया...
मैं- अब तू रेस्ट कर..मैं निकलता हूँ...अनु कॉफी के लिए वेट कर रही होगी...
और फिर रक्षा की दमदार चुदाई कर के मैं फ्रेश हुआ और नीचे आ गया...
नीचे अनु मेरा ही वेट कर रही थी...उसने मुझे कॉफी पिलाई और कुछ प्यार भारी बाते भी...
फिर मैं अनु को जल्दी मिलने का बोलकर घर निकल आया....
मैं घर की तरफ आ ही रहा था कि फिर से मेरा फ़ोन बज उठा....इस बार रूही का कॉल था...
मैं- ये अकरम की गर्लफ्रेंड को क्या हुआ....साला आज तो इन लड़कियों ने हद कर दी...अब इसे भी आग लगी है क्या...