पाप पुण्य complete

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Rishu
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Re: पाप पुण्य

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मेरी तो छुट्टिया चल रही थी पर दीदी के पेपर होने वाले थे तो वो पूरा दिन अपने रूम में बैठ कर पढ़ती रहती थी.

एक दिन मैं घर का कुछ सामान लेने घर के सामने वाली दुकान पर गया था. लौटते हुए मैंने देखा की एक आदमी मेरे घर की दीवार पर पेशाब कर रहा है. इसको मैंने एक-दो दिन पहले भी यहाँ पेशाब करते देखा था. मैंने सोचा जल्दी से ऊपर जाकर इसके ऊपर पानी फेक देता हूँ. तभी मैंने देखा वो बार बार ऊपर देख रहा है. मेरी नज़र ऊपर गयी और मैंने देखा की दीदी अपने रूम के खिड़की में से देख रही है.

मैं जब ऊपर गया तो दीदी अपने रूम में नहीं थी और वो आदमी भी जा चूका था. मुझे लगा क्या ये आदमी रोज़ यहाँ आता है और दीदी इसको खिड़की से देखती है.

अगले दिन मैं उसी टाइम पर धीरे से दीदी के रूम में गया और दरवाजे की ओट से मैंने देखा की दीदी खिड़की के पास खड़ी थी और टीशर्ट के ऊपर से अपनी एक चूची को दबा रही थी और उनके दुसरे हाथ में जो पेन था उसे वो अपनी चूत के पास गोल गोल घुमा रही थी और लगातार खिड़की से नीचे देख रही थी. उनका चेहरा वासना से लाल हो गया था.

फिर दीदी थोडा आगे की तरफ हुई और उन्होंने अपना निचला हिस्सा दीवार से रगड़ना शुरू कर दिया. ये सब देख कर मैंने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया और मैं भी मुठ मरने लगा. चूँकि घर पर कोई और नहीं था तो मुझे पकडे जाने का डर नहीं था. दीदी भी जल्दी जल्दी अपना निचला हिस्सा दीवार से रगड़ने लगी और अपनी कड़क हो चुकी चूचियों को जोर से दबाने लगी.

आह हह आ इसस दीदी की हलकी से आवाज़ मेरे कानो में आई और मेरे लंड ने पानी निकाल दिया. शायद दीदी भी झड गयी थी और वो आकर बेड पर लेट गयी और मैं जल्दी से घर से बाहर आ गया. मैंने देखा की वो आदमी पेशाब करके जा रहा था. ये सिलसिला कुछ दिन तक चला फिर उस आदमी ने वहा आना बंद कर दिया.
Rishu
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Re: पाप पुण्य

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अब मेरा मन कहीं नहीं लगता था दिमाग में सिर्फ सेक्स ही घूमता रहता था. मैं चाहे जितनी भी कोशिश करता दिमाग इन सबसे हटाने के लिए पर कही न कहीं से घूम कर बात वही आ जाती थी और इसका एक बड़ा कारण रिशू भी था. उसी ने मेरे अन्दर हवस का शैतान जगाया था.

रश्मि दीदी के बारे में मेरा नजरिया और गन्दा होता जा रहा था. मुझको अब लगने लगा था की दीदी अपनी मदमस्त जवानी लुटाने को बेताब है. और इसी दौरान एक दिन दीदी ने मुझसे कहा की उन्हें कॉलेज से एक असाइनमेंट मिला है जिसमे उन्हें झोपड़ पट्टी वाले इलाके का एक सर्वे करना है और उन्हें साफ़ सफाई के बारे में जागरूक करना है. उनकी पार्टनर शहर के दुसरे हिस्से के ५० घरों में जाएगी और हमारे घर के पास वाले इलाके में दीदी को ५० घरों में जाना था. दीदी ने कहा तुम मेरे साथ चलना.

अगली सुबह 9 बजे मैं और दीदी सर्वे के लिए निकल पड़े. दीदी ने उस दिन ब्लैक रंग का सूट पहना था और जूडा बंधा हुआ था. काले रंग के कपड़ो में दीदी का गोरा बदन क़यामत बरपा रहा था. थोड़ी ही देर में हम स्लम एरिया में पहुच गए. हर तरफ गंदगी फैली हुई थी. गन्दी नालिया टूटी सड़के. हवा में बदबू. ज्यादातर घर खाली पड़े थे, उनमे रहने वाले लोग अपने अपने काम पे चले गए थे. सड़क पर जो मर्द दिख रहे थे वो दीदी को भूखी नज़रो से देख रहे थे.

एक आदमी जो सड़क के किनारे चरस पी रहा था दीदी को देख कर बोला, अरे कहा जा रही है मेरी जान... मेरे पास आ जा. बेहेन्चोद रण्डी की क्या गांड है. अरे मस्त कर दूंगा अपने लंड से.

हम उसकी बात को इगनोर करके आगे बढ़ गए. अनपढ़ जाहिल लोगो से वैसे भी हम क्या उम्मीद करते. खैर कुछ घरों में औरते थी जिनसे दीदी ने बात की. कुछ ने हमारी मदद की और कुछ ने नहीं की. ये सब करते करते दोपहर के 2 बज गए पर अभी भी ५० घर पूरे नहीं हुए.

दीदी कितना घूमना पड़ेगा. मैं थक गया हूँ. मैं दीदी से बोला.

ओह मोनू मैं भी बहुत परेशान हो गयी हूँ. ये लोग तो ठीक से बात ही नहीं करते. तभी मैंने जो देखा तो मेरे पैरों के नीचे से जमीन खिसक गयी. सामने से वही बैंक वाला गन्दा आदमी चला आ रहा था. हमारे पास आकर वो रुक गया. और दीदी की तरफ देख कर मुस्कुराते हुए बोला

किसी ने सही कहा है, जब उपरवाला देता है तो छप्पर फाड़ के देता है आज जुए में १०००० रूपए जीता और अब आप से मुलाकात हो गयी. पहचाना मैडम? कुछ याद आया. आप आज यहाँ कैसे.
Rishu
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Re: पाप पुण्य

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रश्मि दीदी को तो साप सूंघ गया वो कुछ बोल ही नहीं रही थी तो मैं बोला हम यहाँ सर्वे करने आये है.
कैसा सर्वे.
जी हम लोगो को साफ़ सफाई के बारे में बता रहे है.
वाह बहुत नेक काम है जरा मुझे भी तो कुछ बताइए. आइये मैडम मेरा घर पास ही में है. वो आदमी मुझे पूरी तरह इग्नोर कर रहा था और उसने दीदी से इशारे में कुछ कहा. दीदी ने अपनी नज़रे नीची कर ली.

चलिये न मेरे घर. सामने ही है. वो फिर बोला

न..न..नहीं. हमारा काम पूरा हो गया अब हमे घर जाना है. दीदी ने कापती आवाज़ में बोला.

पर वो भी बड़ा हरामी आदमी था. वो इतना अच्छा मौका कैसे जाने देता. उसने फ़ौरन दीदी का गोरा हाथ पकड़ लिया और बोला, अरे ऐसे कैसे.. आप तो मेरी मेहमान है. मुझे भी सेवा का कुछ मौका दे. और वो दीदी को सामने वाले घर की तरफ ले जाने लगा. दीदी तो काठ की गुडिया की तरह उसके साथ चल दी. मैं चाहता तो उनको रोक सकता था पर मेरे अन्दर का हवस का शैतान मुझे ऐसा करने से रोक रहा था. मैं भी उन दोनों के पीछे उस घर के अन्दर आ गया. झोपड़े जैसा घर था. एक कमरा आगे और एक पीछे बना था. एक कोने में शराब की कुछ खाली बोतले पड़ी थी. सामान के नाम पर एक पुरानी चारपाई, एक मेज़, एक बड़ा बक्सा आगे वाले कमरे में था. उसने दीदी को चारपाई पर बिठा दिया.

देखा मैडम हमारा हवा महल हा हा हा. वो अपनी जेब से एक क्वाटर निकाल कर मेज़ पर रखता हुआ बोला.

वो आदमी अन्दर चला गया और 2 मिनट बाद जब वो बाहर आया तो उसके हाथ में एक स्टूल था और सिर्फ लुंगी में था. वो एकदम दुबला पतला था. उसने बनियान भी नहीं पहनी थी.
अरे मैडम मुझे भी तो बताइए सफाई के फायदे. देखो मेरा घर कितना गन्दा है और मेरे घर में सफाई करने वाली भी कोई नहीं है. वो दीदी के बिलकुल पास स्टूल रखकर बैठ गया. अब दीदी की साँसे कुछ तेज़ चलने लगी. दीदी की घबराहट मैंने और उस आदमी ने भी नोट की. वो फिर बोला अरे कुछ जवाब नहीं दिया आपने.

दीदी ने कुछ संभलते हुए एक फॉर्म निकाला और उससे कहा, पहले ये फॉर्म भर दो.

वो बोला मैडम मैं इतना पढ़ा लिखा होता तो मेरी ये हालत होती. मैं बोल देता हूँ आप ही भर दो.

दीदी ने बैग से पेन निकालते हुए पुछा, तुम्हारा नाम

मेरा नाम सलमान है. ये कह कर उसने अपना उल्टा हाथ दीदी की जांघ पर रख दिया. दीदी को तो मानो ४४० वाल्ट का करेंट लग गया और उनके बदन ने झटका सा लिया.

हम लेट हो रहे है. हम कल आकर आपको बता देंगे. दीदी ने एक बार फिर से वहां से निकलने की कोशिश की.

अरे अभी तो 2 ही बजे है और बाहर कितनी तेज़ धुप है. थोड़ी देर में चली जाना मैडम. सलमान जिसका हाथ अभी भी दीदी की जांघ पर था उससे दीदी की जांघ सहलाता हुआ बोला. दीदी ने फॉर्म को सर्वे के रजिस्टर में रखा और बोली नहीं हम कल आ जायेंगे.

कितनी गर्मी है. पानी पियोगी मैडम.

जी पिला दीजिये. दीदी ने सोचा वो पानी लेने जायेगा तो हम भाग भी सकते है. पर वो बहुत मंझा खिलाडी था. उसने मुझसे कहा जा बेटा जरा अन्दर से एक गिलास पानी तो ले आ. गिलास अन्दर अलमारी में है और पानी मटके में. ये कहते हुए वो स्टूल से उठ कर दीदी के बगल में चारपाई पर आ बैठा. और सीधा दीदी की छातियो को घूरता हुआ बोला तुम्हारा नाम क्या है मैडम.

जी मेरा नाम रश्मि है.

दीदी को देख कर वो बहुत उत्तेजित हो रहा था मुझे लगा अगर मैं वहां नहीं होता तो वो अब तक दीदी के कपडे फाड़ चूका होता.

तुम इतना क्यों डर रही हो रश्मि. फॉर्म तो पूरा भर लो. वो बोला और मैं मन मारकर पानी लेने अन्दर चला गया.
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Re: पाप पुण्य

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अब सलमान के साथ दीदी अकेले थी. अन्दर के कमरे में टीवी वीसीआर होम थिएटर जैसी चीजे एक कोने में पड़ी थी जिसको देख कर मुझे लगा या तो सलमान मैकनिक है या फिर चोर वरना इसके पास ये सामान कैसे आया. फिर जैसे ही सामने अलमारी से पीतल का गिलास उठाया वैसे ही मेरे कानों में दीदी की हलकी सिसकी सुनाई दी. आह इशह. ये सीत्कार बहुत धीमी थी पर वो घर इतना छोटा था की मुझे सुनाई दे गई. मै पानी भरना भूल के दीवार के पास आ गया और कान लगा कर सुनने लगा. कुछ हलकी हलकी आवाज़ सुनाई दे रही थी. मैंने ध्यान दिया और सुना

दीदी: आह सलमान प्लीज अब जाने दो हमे

सलमान: ऐसे कैसे जाने दू मेरी जान. मुझे तो मेरी किस्मत में यकीन नहीं हो रहा.

दीदी: अरे वो मेरा छोटा भाई साथ है. वो क्या सोच रहा होगा. मेरी बड़ी बदनामी होगी... अआह

सलमान: उस दिन बैंक में १०० लोगो के बीच में तेरी बदनामी नहीं हुई थी और आज तो यहाँ कोई नहीं है. साली तेरी शकल सोच कर मैंने कितनी रंडियों को चोदा है और कितना मुठ मारा है तुझे इस बात का ज़रा भी इल्म है.

तभी फिर मुझे दीदी की सिसकारी सुनाई दी. आह इश्श आह वो मेरा भाई तो यहाँ है अन्दर आह प्लीज

सलमान: अच्छा अब समझा तू अपने भाई से डर रही है रुक मैं कुछ करता हूँ.

दीदी कुछ नहीं बोली. मैं सोच में पड़ गया की क्या वाकई दीदी मेरी वजह से हिचक रही है, अगर मैं न होता तो क्या वो वाकई चुदवा लेती. मैं तुरंत पानी लेकर बाहर आ गया. मुझे देख कर सलमान खड़ा हो गया और मैंने देखा की दीदी की जुड़ा खुल चूका था और वो अपना दुपट्टा सही कर रही थी. सलमान अपनी लुंगी में खड़े लंड को मुझसे छुपाते हुए बोला
अरे ये पानी तो इस गर्मी में बिलकुल बेकार है. एक काम कर तू जल्दी से दो ठन्डे की बोतले ले आ. और उसने मुझे १०० रूपये का नोट दे दिया. मुझे बहुत गुस्सा आया क्योंकि वो तो मुझे एक नौकर की तरह ट्रीट कर रहा था पर उसका मकसद मैं समझ गया था.

तभी दीदी बोली की नहीं ये पानी ही ठीक है. इतनी धुप में ये कहा जायेगा. मैं समझ गया की वो मुझसे कहना चाहती है की मुझे इस आदमी के साथ अकेले मत छोड़ो

अरे जवान लड़का है. कुछ नहीं होता. जा बेटा जल्दी जा. अगर चौराहे वाली दुकान बंद हो तो थोडा आगे पानवाले के पास से ले आ. खूब ठंडी देख कर लाना. सलमान ने दीदी की बात काटते हुए कहा.

फिर मैं बाहर आ गया और सलमान ने दरवाजा बंद कर दिया. पर मेरे दिमाग में कुछ और चल रहा था. मैं घूम के साइड में खिड़की के पास आ गया. अन्दर क्या हो रहा होगा ये सोच कर मैं पागल हुआ जा रहा था. खिड़की की लकड़ी कई जगह से चिटकी थी. मैंने एक दरार में अपनी आँख लगा कर अन्दर देखा

सलमान ने रश्मि दीदी को अपनी बाँहों में जकड़ा हुआ था और उसका हाथ दीदी की कमर और चूतर को सहला रहा था.

अब तो शर्म छोड़ दो रश्मि... अब तो तेरा भाई भी चला गया मेरी जान. सलमान दीदी की गांड को दबाते हुए बोला

प्लीज् सलमान मुझे घर जाने दो प्लीज् , दीदी सलमान का हाथ अपनी गांड से हटाती हुई बोली.

तूने उस दिन बैंक में भी मेरे साथ KLPD कर दी थी. आज तो जाने नहीं दूंगा मेरी जान. आज तो तुझे जवानी का पूरा मज़ा दूंगा. और सलमान दीदी के बालो में अपना मुह डालते हुए बोला. दीदी के बालों की खुसबू से उसका लंड और ज्यादा तन गया. अब सलमान दीदी के बालो को अपने लंड से रगड़ने लगा और दीदी के बाल खीचने लगे तो दीदी कराहते हुए बोली आह दर्द होता है. मुझे ये जान के अच्छा लगा की उस दिन बैंक में उसने दीदी को चोदा नहीं था.

सलमान का जोश अब बढ़ता जा रहा था. और वो दीदी की जांघो को सहलाने लगा. दीदी भी थोडा बहकने लगी. अब वो सलमान को रोक नहीं रही थी.

तेरी उम्र क्या है छमिया, सलमान ने पुछा

जी १९ साल दीदी कापती आवाज में बोली.

पहले कभी लंड खाया है... सलमान दीदी की गर्दन को अपनी खुरदुरी जीभ से चाटता हुआ बोला. दीदी के बदन ने फिर से एक झटका खाया.

सलमान: बोल साली...चुदी है किसी से पहले. बोल कुतिया.

दीदी: आह नाही हह मैं कुवारी हूँ अआह

सलमान की आँखों में एक चमक आ गयी जैसे उसे कुबेर का खजाना मिल गया हो. उसने जल्दी से दीदी को चारपाई पर पटका और अपनी लुंगी खोल कर पूरा नंगा हो गया. उसका लंड झटके ले रहा था. मेरा तो हलक सूख गया था पता नहीं दीदी की क्या हालत हुई होगी.

हाथ में ले इसे. सलमान ने दीदी का हाथ पकड़ कर उसने अपने लंड पर रख दिया. दीदी ने धीरे से उसका लंड दबा दिया. दीदी के नर्म हाथो का स्पर्श पाकर लंड ने फिर से जोर का झटका खाया और इस बार सिसकी सलमान के मुह से निकली. आह साली क्या नरम हाथ है रंडी तेरे आ आह

अपनी बड़ी बहन को सलमान का लंड इस तरह से हिलाते देख मुझसे कण्ट्रोल नहीं हुआ और मैंने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया
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