मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है complete

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rajsharma
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Re: मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है

Post by rajsharma »



सुबह हम हॉस्पिटल गये मोम को मिलने मोम की हालत बहतेर थी लेकिन अभी उन्हे वहीं रहना था.

सारा दिन हम मोम के पास रहे फिर शाम को अंकल के आने के बाद हम घर को रवाना हो गये.

वापसी पे काफ़ी अंधेरा और सर्दी थी और हम आराम से रोड पे चल रहे थे आगे एक लिंक रोड आया मैने बाइक लिंक रोड पे ले जा कर रोक दी और दीदी को उतार के आगे बिठा दिया कि आप बाइक चलाएँ.

प्रीति दीदी ने कहा नही भाई सर्दी है मैं फिर कभी चलाउन्गी तो मैने दीदी को अपने आगे बिठा दिया और दीदी का फेस मेरी तरफ था टांगे मेरी साइड पे.

मैने दीदी की शलवार नीचे करनी चाही तो दीदी ने रोक दिया.

भाई घर चल के प्यार करेंगे अभी कुछ ना करें.

बस दीदी थोड़ा सा प्लीज़.

दीदी मान गई मैने दीदी की शलवार नीचे की और अपना लंड बाहर निकाल के दीदी की फुद्दि के लिप्स पे रख दिया.

दीदी की फुद्दि को मेरा लंड टच हुआ तो वो गीली होने लगी.

मैने बाइक स्टार्ट की और आराम से चलाने लगा रोड पुराना था गड्ढे थे तो जंप लग रहे थे.

दीदी की कमर हाथों मे थी और टांगे मेरी साइड से हो के पीछे को थीं और मेरा लंड दीदी की फुद्दि के होल पर था.

भाई मज़ा आ रहा है थोड़ा तेज़ चलाओ जब वो वहाँ रगड़ता है तो मज़ा आता है.

मैने बाइक की स्पीड तेज़ की और जंप ज़्यादा लगने लगे जिस की वजह से दीदी और मैं मूव होते और मेरा लंड दीदी की फुद्दि पर रगड़ ख़ाता.

मैने बाइक धीरे की और लंड दीदी की फुद्दि के होल पे रखा और स्पीड बढ़ा कर जान कर आराम से आगे को झटका दिया तो मेरे लंड की कॅप दीदी की फुद्दि में चली गई.

दीदी को थोड़ा पेन हुआ तो दीदी ने कहा भाई धीरे करो मैं खुद को सेट कर लूँ मैने बाइक धीरे की और दीदी मेरे शोल्डर को पकड़ के थोड़ा पीछे होने लगी जैसे ही दीदी ने अपनी गान्ड उठा के पीछे करनी चाही मैने स्पीड बढ़ा दी और साथ ही जंप लगा और मेरा लंड दीदी की टाइट फुद्दि में पहले से ज़्यादा चला गया.

दीदी की चीख निकल गई दीदी को पेन हो रहा था प्रीति दीदी ने कहा भाई प्लीज़ स्टॉप मुझे दर्द हो रहा है.

दीदी अभी ख़तम हो जाए गा आप एंजाय करें और टाइट ना करें इस को ढीला छोड़ दो.

मैं धीरे धीरे झटके लगाने लगा और जंप की वजह से भी झटके लग रहे थे लेकिन मेरा हाफ से भी कम लंड दीदी की फुद्दि में था.

प्रीति दीदी की आँखे बंद थीं और मैं रिलीज़ होने वाला था मैने स्पीड और तेज़ कर दी और झटके खुद भी लगाने लगा और तभी मैं दीदी की फुद्दि में फारिघ् हो गया.

जैसे ही में फारिघ् हुआ मैने ब्रेक लगा दी और मेरा थोड़ा सा लंड लगभग दीदी की फुद्दि में चला गया.

मैने अपनी पूरी कम दीदी की फुद्दि में निकाल दी और दीदी को बाइक से उतारा तो देखा दीदी की फुद्दि से मेरी कम बह रही थी और कुछ सीट पे भी गिरी हुई थी क्योंकि लंड पूरा दीदी की फुद्दि में नही गया था.

दीदी ने फुद्दि को सॉफ किया और शलवार पहन कर पीछे बैठ गयीं.
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
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Rohit Kapoor
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Re: मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है

Post by Rohit Kapoor »

Raj bhai apka jabab nahi............hot kahani hai boss
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rajsharma
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Re: मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है

Post by rajsharma »

Rohit Kapoor wrote:Raj bhai apka jabab nahi............hot kahani hai boss

ये सब आपका प्यार है दोस्त
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rajsharma
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Re: मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है

Post by rajsharma »


भाई तुम भी पता नही क्या है डेली मेरे कपड़े खराब कर देते हो.

सॉरी दीदी मुझ से बर्दाश्त नही होता तो क्या करूँ.

दीदी आप अपने ये वाले कपड़े खुद वॉश करना ये ना हो मोम को पता चल जाए.

डॉन'ट वरी भाई में डेली वॉश कर देती हूँ.

हम घर पहुँचे तो वहाँ मेरे एक अंकल आए हुए थे.

यार कहाँ रह गये थे मैं तो परेशान हो गया था तुम तो कब से निकल आए हो हॉस्पिटल से और अब पहुँच रहे हो खैर तो थी.

वो अंकल बाइक पांचार हो गई थी इस लिए रास्ता चेंज कर के आए हैं.

अंकल कुछ समान लेने आए थे वो ले कर चले गये.

प्रीति दीदी और मैं अपने रूम में गये चेंज किया और खाना बना कर खाया.

मैने दीदी से कहा कि दीदी फुल मज़ा करें प्लीज़?

प्रीति दीदी ने कहा नही भाई मैं बहुत थक गई हूँ कल करेंगे अब सो जाते हैं.

ओके दीदी लेकिन क्या मैं आप के साथ सो जाऊं इस से तो कुछ नही हो गा.

हां मेरे प्यारे भाई आ जाओ और अपनी दीदी के साथ सो जाओ चिपक कर.

मैं उठा और दीदी के बेड पर आ गया और दीदी के साथ लिपट कर उन की रज़ाई ले कर लेट गया कुछ देर में दीदी सो गयीं और में दीदी के जिस्म पे हाथ फेरता रहा मज़ा करता रहा.

कुछ देर बाद दीदी ने करवट ली और बॅक मेरी तरफ कर के सो गयीं दीदी थकि हुई थीं क्योंकि वो खर्राटे ले रही थीं मैं समझ गया कि दीदी गहरी नींद में हैं.

मैने अपना हाथ प्रीति दीदी की गान्ड पर रखा और उसे सहलाने लगा. मेरा लंड हार्ड हो गया तो दिल ललचाने लगा और मैने आराम से दीदी की शलवार नीचे की और दीदी की क्यूट गान्ड बाहर निकाल ली और अपना लंड भी बाहर निकाल लिया उस पर थूक लगा कर दीदी के हिप्स में लंड रखा और आराम आराम से मूव करने लगा.

दीदी की टांगे सीधी थीं इस लिए में दीदी की फुद्दि में लंड नही डाल सकता था तो मैं दीदी की गान्ड पे ही अपना लंड स्लिप करता रहा फिर मैने दीदी के आस होल पे थूक लगा कर अपना लंड दीदी की गान्ड के सुराख पे रखा और आराम से ज़ोर दिया दीदी की गान्ड बहुत टाइट थी मेरा लंड अंदर नही जा रहा था लेकिन मैं आराम से ट्राइ करता रहा बट ऑल इन वेन.

दीदी की गान्ड बहुत हॉट और बहुत टाइट थी मैं अपना लंड दीदी की गान्ड में नही डाल सका लेकिन वहीं मूव करता रहा और कुछ ही सेकेंड में दीदी की लव्ली गान्ड पे रिलीज़ हो गया.

मैने दीदी की गान्ड को सॉफ किया और उन्हे लिपट कर सो गया.

सुबह अंकल घर पर आए और हमे कहा कि उनकी कार ले जाएँ क्योंकि मोम को वापिस लाना है और वो पहले से बेहतर हैं अंकल ने रेस्ट करना था तो हम तैयार हो कर मोम को लेने अंकल की कार में रवाना हो गये.

प्रीति दीदी ने कहा भाई मुझे बाइक तो सिखा दी अब कार चलाना भी सिखा दो ना.

दीदी सीखा दूँगा पहले मुझे सक करें जैसे उस दिन किया था.

ओके भाई रात को कर दूँगी.

नही दीदी अभी यहीं कार में.

दीदी ने मुझे देखा और अपना हाथ मेरी ज़िप पे ले जा कर पॅंट की ज़िप ओपन की और मेरा लंड बाहर निकाल कर झुक गयीं और प्यार से मेरे लंड पे किस किए.

भाई ये अभी सॉफ्ट था लेकिन अब हार्ड हो रहा है. जब हार्ड होता है तब बहुत प्यारा लगता है.

दीदी आप के हुस्न का जादू है इस लिए आप के लिए हार्ड हो जाता है.

दीदी ने अपना मुँह ओपन किया और मेरा लंड मुँह में लिया और उसे सक करने लगी.

दीदी मेरा हाफ लंड अपने मुँह में ले जाती फिर पूरा बाहर निकालती.
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Re: मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है

Post by rajsharma »


दीदी इसे थोड़ा और अंदर तक ले जाएँ जहाँ तक आसानी हो.



प्रीति दीदी ने कहा ओके और दुबारा मेरा लंड अपनी मुँह में डाला और सक करने लगी दीदी पहले से ज़्यादा अपने मुँह में ले जा रही थीं मुझे बहुत मज़ा आ रहा था दीदी अपनी ज़ुबान मेरे लंड पर फेर रही थीं उसे मूव कर रही थीं कुछ ही पल में मैने फील किया कि मेरा लंड दीदी के गले को जा लगता था वाउ आइ कॅंट बिलीव मेरी दीदी ने मेरा लंड अपने गले तक घुसा लिया था और उस से प्रीति दीदी को मज़ा भी आ रहा था क्योंकि दीदी अब पहले से ज़्यादा मज़े से मेरा लंड सक कर रही थीं.

प्रीति दीदी वाज़ सकिंग माइ डिक सो हार्ड शी वाज़ गॅगिंग बट शी डिड नोट स्टॉप सकिंग माइ लंड.

दीदी ने मुझे बहुत मज़े से सक किया कुछ देर बाद में दीदी के स्वीट मुँह में फारिघ् हो गया और दीदी ने मेरा लंड अपने मुँह में ही रखा जब लास्ट ड्रॉप निकल गया तो दीदी ने आराम से मेरा लंड बाहर निकाला और मेरी सारी कम पी ली मैने दीदी के फेस की तरफ देखा तो दीदी की आँखो से पानी निकल आया था और दीदी की आँखे रेड थीं.

दीदी ने अपना फेस क्लीन किया और बाल ठीक किए.

भाई मज़ा आया क्या मैने पहले से अच्छा किया?

जी दीदी बहुत मज़ा आया मुझे यू आर सो स्वीट सिस्टर ऑफ माइन ऑन दिस वर्ल्ड.

हम मोम को ले के वापिस घर आ गये और मोम की ठीक होने की खुशी में पार्टी रखी क्योंकि मोम को खुश रखना था तो अंकल ने कहा सब रिलेटिव को बुला लेते हैं ऐज आ पार्टी.

शाम को सब आ गये हम सब बहुत खुश थे दीदी उस दिन ब्लू कलर के कपड़ों में बहुत सेक्सी लग रही थीं दीदी को देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं दीदी को चोदने के इंतेज़ार में था और आज दीदी को देख कर ज़्यादा जल्दी चोदने का दिल करने लगा.

मैं किसी बहाने से अपने कज़िन्स से दूर हो गया और बाहर आ कर बाहर की कुछ लाइट्स ऑफ कर दीं और मौका देख कर मैने प्रीति दीदी को आवाज़ दी और उन्हे बाहर बुलाया दीदी बाहर आ गयीं और पूछा कि क्या बात है भाई मैने दीदी से कहा कि पीछे गलरी से कुछ उठाना है दीदी ने पूछा भाई क्या उठाना है इस वक़्त सब वहाँ हैं बाद में उठा लेंगे.

नही दीदी बस एक मिनिट के लिए चलें प्लीज़ और मैं दीदी को हाथ से पकड़ के घर के साइड में पीछे तक गॅलरी है वहाँ ले गया.

भाई यहाँ तो अंधेरा है कुछ नज़र नही आ रहा लाइट्स तो ऑन कर लो यहाँ तो कुछ भी नज़र नही आ रहा है.

दीदी वेट.. मैने दीदी को गले से लगा के किस करना शुरू कर दिया और धीरे धीरे गॅलरी की बॅक साइड पे ले गया जहाँ बहुत अंधेरा था मैने दीदी की कमीज़ उँची की और ब्रा से दीदी के टिट्स बाहर निकाल कर उन को सक करने लगा.

भाई हम रात में सकून से कर लेते इतना भी सबर नही होता तुम्हे?

नो दीदी अब मुझ से बर्दाश्त नही होता बस जितना कर लिया काफ़ी है.

मैने दीदी की शलवार उतार दी और अपना लंड बाहर निकाल लिया दीदी ने मेरा लंड पकड़ लिया और मैं दीदी के जिस्म पे चेस्ट पे फेस पे लिप्स पे किस करने लगा दीदी कुछ देर में हॉट हो गयीं.

मैने एक हाथ दीदी की लेग्स के बीच रखा और दीदी की फुद्दि पे लगाया दीदी की फुद्दि बहुत गीली थी मैने दीदी घुमा कर दीदी की बॅक मेरी तरफ कर कर झुका दिया और दीदी की लेग्स थोड़ी खोल दीं और अपना लंड पकड़ कर दीदी की फुद्दि के लिप्स में रखा और आराम से लंड को ज़ोर दिया जो थोड़ा सा दीदी की फुद्दि में चला गया.

मैने अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर ज़ोर दिया इस बार लंड पहले से थोड़ा ज़्यादा दीदी की फुद्दि में चला गया.

प्रीति दीदी ने कहा भाई आराम से करो मुझे दर्द हो रहा है मैने कहा था ना दर्द नही सिर्फ़ मज़ा देना मुझे प्लीज़ डू इट धीरे.

दीदी आप थोड़ा सा बर्दाश्त करें एक बार पूरा चला जाए फिर पेन नही हो गा.

मैने लंड दीदी की फुद्दि में इन आउट करना शुरू किया और पहले से काफ़ी दीदी की फुद्दि में डाल दिया.

फिर मैने दीदी के टिट्स पकड़ कर उन्हे मसलना शुरू कर दिया और आराम से अपना लंड बाहर निकाल कर ज़ोर से झटका लगाया और मेरा लंड दीदी की सील फाड़ता हुआ पूरा अंदर चला गया दीदी को ज़ोर से झटका लगा पेन की वजह से लेकिन मैने अपना एक हाथ दीदी के मुँह पर रख दिया था और दीदी की चीख नही निकलने दी.

कुछ देर बाद दीदी का मुँह फ्री किया तो दीदी मुझ से नाराज़ होने लगीं दीदी रो भी रही थीं कि बहुत दर्द हुआ अचानक झटका दिया लेकिन मैने परवाह ना की और दीदी को चोदता रहा मेरा लंड अब धीरे धीरे दीदी की फुद्दि से इन आउट कर रहा था दीदी की फुद्दि बहुत टाइट थी और मुझे दीदी को चोद कर बहुत मज़ा आ रहा था आज पहली बार मेरा लंड किसी फुद्दि में चुदाई कर रहा था वो भी मेरी दीदी की फुद्दि सब से प्यारी छोटी और टाइट फुद्दि.
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