मेरी दो कज़िन सिस्टर्स complete

Post Reply
User avatar
rajsharma
Super member
Posts: 15829
Joined: 10 Oct 2014 07:07

मेरी दो कज़िन सिस्टर्स complete

Post by rajsharma »

मेरी दो कज़िन सिस्टर्स

अली 10थ का स्टूडेंट था लैला बी.ए की और आशि एफ.ए में थी वो मुल्तान में रहते हैं उन के फादर बॅंक में जॉब करते हैं और मोम स्कूल टीचर हैं . वो ना ज़्यादा अमीर हैं और नही ज़्यादा ग़रीब परिवार है . उन के घर में 2 बेड रूम हैं और एक लॉन है एक रूम में मोम और डॅड होते हैं और सेकेंड में सभी दो बहनें और एक भाई .

उन सब की लाइफ बहुत सिंपल और बहुत अच्छी गुज़र रही थी कोई टेन्षन या कोई प्रॉब्लम्स नही थे सब हॅपी थे और अपनी अपनी स्टडी में ध्यान था और घर के काम वग़ैरह भी साथ मिल कर किया करते थे.उन के पापा ऑफीस में ओवर टाइम करते थे और लेट आया करते थे मोम स्कूल के बाद शाम को प्राइवेट ट्यूशंस देती थीं एक ट्यूशन सेंटर में जो उन के घर के पास ही था

दोनो बहनों को स्कूल और कॉलेज से लाना और छोड़ना अली का ज़िम्मा था वो अपनी बाइक पर एक को स्कूल और दूसरी को कॉलेज छोड़ता और वापिस भी ले आता.जैसा कि आप सब जानते हैं कि स्कूल में लड़के सेक्स पर बातें करते हैं तो ऐसा ही अली के साथ भी होता था लेकिन उस को कोई इंटरेस्ट नही था सेक्स में सो वो अपना ध्यान ज़्यादा स्टडी में ही देता था

उधेर लैला के कॉलेज में भी यही काम था लड़कियाँ सेक्स पर बातें करती थीं खैर यहाँ ऑपोसिट पोज़िशन थी आइ मीन लैला को इंटरेस्ट होने लगा सेक्स में वैसे ज़्यादा बातें लेज़्बीयन की होती थीं लेकिन वो बहुत शरीफ लड़की थी इस लिए दिल में ही रख जाती और हिम्मत नही पड़ती थी कि किसी फ्रेंड से कहे कि उस से सेक्स करो

आशि क्योंकि छोटी थी तो उस का कोई ध्यान नही था सेक्स की तरफ ना ही कोई सेक्स की बात करती थी अपनी जिंदगी मे खैर जब जून का महीना आया तो सब को छुट्टी मिली स्कूल और कॉलेज बंद हो गये और 3नों भाई बहनें घर में टाइम गुज़ारने लगे लेकिन फादर जॉब पर ही होते थे केवल सनडे को बच्चों के साथ टाइम गुज़ारते थे या कहीं सैर कराने ले जाते. मोम की ड्यूटी पेपर्स में लगी और शाम को ट्यूशन भी होती थी

12 जून को हम कज़िन्स ने मुर्री जाने का प्रोग्राम बनाया तो अली को भी इन्वाइट किया मैने अंकल को फोन किया कि अली को हमारे साथ मुर्री जाने की इज़ाज़त दे दो तो अंकल ने कहा हां ले जाना तो मैने कहा की कल हम आ जाएँगे टिकेट करा ली है डवू बस की अली को तैयार रखिएगा हम शाम को उस को पिक कर लेंगे 13थ जून 2004 को हम मुल्तान पहुँचे अंकल आंटी और कज़िन्स से मिले बातें कीं शाम के 7 बजे थे और बस का टाइम 10 बजे का था फ्रॉम मुल्तान टू इस्लामाबाद. सो हम ने खाना खाया और 9:15 पर निकले और बस स्टॅंड पर 9:45 पर पहुँच गयी इस तरह अगले दिन सुबह इस्लामाबाद देन मुर्री और हमारा टूर था 15 डेज़ का

वहाँ अब घर में लैला और आशि थीं दिन के वक़्त और शाम के वक़्त दोपहेर को उन की मोम आ जाती थीं खैर शाम हुई कि दोनो सिस्टर्स बातें कर रही थीं और घर के काम भी और काम से फारिग होने के बाद आशि और लैला बातें करने लगीं कि अचानक आशि ने परेशान शकल बना कर कहा बाजी (लैला) आप से एक बात पूछूँ आप नाराज़ तो नही होंगी. क्योंकि आप मेरी सिस्टर हैं और फ्रेंड भी इस लिए मैं अपनी प्राब्लम आप से शेयर करना चाहती हूँ तो लैला ने कहा हां बिल्कुल पूछो क्या पूछना है में नाराज़ नही होउंगी आख़िर तुम मेरी प्यारी बहन हो और आइ लव यू सो मच

आशि: बाजी वो असल में वो...... में ना क्या है कि ................

लैला: अरे बाबा क्या है इधेर आओ ना बताओ क्या बात है अब

लैला के दिल की धड़कन कुछ तेज हो गई थी डर की वजह से कि कहीं इस ने कोई ग़लत काम मीन्स सेक्स ना किया हो या किसी ने उस की छोटी बहन के साथ रेप ना किया हो वग़ैरह

आशि उठ कर लैला के पास बैठ गई और अपना सिर लैला के कंधे पर रख दिया और कहा कि बाजी मेरे वो ना......
लैला ने कहा हां हां बताओ क्या बात है में कुछ नही कहूँगी .....

मेरे जिस्म में से बाल (बाल) निकल रहे हैं और मुझे बहुत डर लग रहा है और में बहुत परेशान हूँ कि ऐसा क्यों हो रहा है आशि ने कहा

लैला ने सुकून का साँस लिया और कहा ओह आशि में तो डर ही गई थी खैर अल्लाह का शुक्र है कोई प्राब्लम नही है और कहाँ से निकल रहे हैं बाल.(लैला जानती थी कि उस की क्या प्राब्लम है लेकिन उस की प्राब्लम दूर करने के लिए उस ने ऐसे ही पूछ लिया कि बाल कहाँ हैं

आशि ने अपना हाथ उठा कर आर्म पिट पर दूसरा हाथ रख कर कहा यहाँ और फिर अपने हाथ को अपने पेट से थोड़ा नीचे अपनी फुद्दि के पास रख कर कहा यहाँ भी ... और थोड़ा सा शरमा कर उस ने अपना सिर लैला की चेस्ट में दबा दिया उस का ऐसा करना ही था कि लैला की बॉडी को करेंट लगा और उस ने भी आशि को अपनी तरफ और दबाया शायद उस को मज़ा आ रहा था आशि का सिर अपने बूब्स में दबा कर .

लैला ने कहा ओके बातरूम में चलो में देखती हूँ और सब ठीक कर देती हूँ आशि को शरम आने लगी वैसे ये नई बात नही थी क्योंकि अक्सर सुबह देर होने की वजह से दोनो सिस्टर एक दूसरे के सामने कपड़े चेंज करती थीं लेकिन आज आशि को थोड़ी शरम महसूस हो रही थी

खैर उस ने कहा ओके बाजी और दोनो उठ कर एक दूसरे का हाथ पकड़ कर बाथरूम में एंटर हुई और उन्होने बाथरूम का डोर लॉक किया और लैला ने आशि से कहा चलो कपड़े उतारो आशि शरमा रही थी लैला ने देखा तो समझ गई और उस ने बिना कुछ कहे आशि की कमीज़ ऊपर को उठाई और आशि ने भी हाथ ऊपर कर लिए तो लैला ने कमीज़ उतार दी लेकिन आशि ने ब्रा पहना हुआ था ब्लॅक कलर ब्रा सो स्माल साइज़ 28सी

फिर लैला ने देखा आशि की आर्म पिट में बिल्कुल छोटे और ब्राउन बाल थे क्योंकि आशि के हाथ ऊपर ही थे इस लिए तो लैला ने कहा कि ये तो अभी बहुत छोटे हैं और तुम खामखा इतनी परेशान थीं इन के लिए इन को थोड़ा और बड़ा होने दो फिर में इन को रिमूव कर दूँगी और डोंट वरी ये कोई बड़ी प्राब्लम नही है( लेकिन लैला ने उस को ये नही बताया कि हर किसी को होते हैं नॅचुरल है ये अब वही जाने कि अभी क्यों नही बताया

Read my all running stories

(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
User avatar
rajsharma
Super member
Posts: 15829
Joined: 10 Oct 2014 07:07

Re: मेरी दो कज़िन सिस्टर्स

Post by rajsharma »

लैला आशि के बूब्स देख रही थी बहुत ही नशीली आँखों से क्योंकि उस को उस वक़्त अपनी फ्रेंड्स की सेक्सी बातें लेज़्बीयन वाली याद आ रही थीं और आशि के बूब्स छोटे थे लेकिन बहुत क्यूट और खास कर ब्रा में और भी अच्छे लग रहे थे आशि ने लैला को देखा कि उस का ध्यान कहाँ है तो उस ने कहा बाजी आप क्या देख रही हैं कहाँ गुम हो गई हैं आप कोई नई चीज़ तो नही है ये तो आप के पास भी हैं और मुझ से भी ज़्यादा बड़े हैं

लैला ने अचानक झटके से अपनी नज़र आशि के चेहरे पर कीं और कहा नही ऐसे ही देख रही हूँ कि हम दोनो के एक ही जैसे हैं कलर भी सेम है लेकिन छोटे बड़े हैं खैर और अब नीचे वाले बाल दिखाओ मुझे ये कह कर लैला ने आशि की शलवार नीचे की आशि ने शरम से आँखे बंद कर लीं और पाँव थोड़े खोल लिए और शरमीली साँसे ले रही थी तेज़ तेज़ और उस के दिल की धड़कन भी पहले से तेज हो गई थी

उधर लैला ने जब अपनी छोटी मासूम बहन की फुद्दि देखी तो बस देखती ही रह गई क्योंकि उस की फुद्दि पर ब्राउन छोटे छोटे बाल और फुद्दि वाइट और पिंक कलर और लिप्स बिल्कुल बंद थे वाउ क्या सीन था वो लैला कुछ देर के लिए तो होश गँवा बैठी. फिर अचानक आशि के हाथ उस के सिर पर टच हुआ तो उस को होश आया और उस ने ऊपर देखा तो आशि की आँखे बंद थीं और तेज़ तेज़ साँसे ले रही थी लैला ने अपना हाथ आशि के प्यूबिक बाल में डाला और वहाँ हाथ फेरने लगी आशि को झटका लगा और उस ने आँखे खोल कर देखा कि लैला अपना हाथ फिरा रही है बालों में तो उस ने कहा बाजी ये क्या कर रही हैं अब इन का मैं क्या करूँ और कैसे रिमूव करूँ आप मेरी हेल्प करो ना प्लीज़

लैला भी अब होश में आ गई और अपना हाथ वहाँ से हटा लिया और आशि को देख कर हंस कर बोली कि मेरी छोटी आशि कोई प्राब्लम नही है डोंट वरी में सब ठीक कर दूँगी लेकिन एक शर्त पर फिर में जो कहूँगी तुम करो गी लेकिन किसी को भी नही बताओगी प्रॉमिस मी. आशि ने कहा ओके बाजी में प्रॉमिस करती हूँ में किसी को नही बताउन्गी लेकिन मेरी ये परेशानी प्लीज़ जल्दी दूर कर दो

लैला ने कहा ओके वेट करो में अभी आती हूँ और वो बाथरूम से अपने रूम में गई वहाँ से यू क्रीम उठा कर बाथरूम में आई तो आशि वहीं खड़ी थी उसी हाल में जैसे लैला उस को छोड़ कर गई थी. खैर लैला ने कहा आशि अपने सारे कपड़े उतार दो और शवर के नीचे खड़ी हो जाओ में अभी इन का इलाज करती हूँ आशि ने अपनी शलवार उतारी और ब्रा भी उतार दिया क्योंकि लैला ने कहा सारे कपड़े उतारो लैला अभी क्रीम खोल रही थी वो नीचे बैठी थी और जब उस ने सिर उठाया तो उस का मूँह खुला का खुला रह गया क्योंकि उस की नज़र आशि के स्माल बूब्स और क्यूट निपल्स पर पड़ी वो इतने क्यूट थे कि क्या बताऊ लैला ने कहा आशि तुम्हारे बूब्स और निपल कितने क्यूट हैं मेरे भी इतने नही हैं और ना ही तुम्हारी एज में ऐसे थे

आशि शरम से ज़रा सा हँसी और कहा बाजी मुझे क्या पता कि ऐसा क्यों है लेकिन पहले मेरा काम करो ना प्लीज़ लैला ने कहा ओके मेरी सिस्टर अब अपने पाँव ज़रा ओपन करो और उस ने उस की फुद्दि के बालों पर क्रीम लगानी शुरू कर दी अब लैला के अंदर सेक्स की गर्मी चढ़ने लगी और उस को कोई होश नही था कि वो क्या कर रही है किस के साथ कर रही है और क्यों कर रही है बस उस की अपनी फ्रेंड्स की सेक्सी लेज़्बीयन बातें याद आ रही थीं उस ने देखा नही था लेज़्बीयन कभी किया भी नही था.

लेकिन बातें सुन सुन कर इमेजिन ज़रूर करती थी ऐसा लगता था खवाब देखा करती थी जो आज थोड़ा सा उस के सामने सच हो रहा था. खैर क्रीम लगाने के बाद लैला उठी और आशि से कहा अपने हाथ ऊपर करो और उस ने वहाँ भी यू क्रीम लगा दी दोनो आर्म पिट में और तब तक कुछ टाइम गुज़र गया था तो लैला ने हाथ शवर उठाया और एक हाथ आशि की फुद्दि पर रखा और शवर ऑन किया और पानी से वॉश करने लगी और हाथ भी फेरती रही आशि की फुद्दि पर और कुछ ही देर में आशि की फुद्दि बिल्कुल क्लीन हो गई और शाइनिंग मारने लगी आशि ने देखा तो बहुत खुश हुई अभी तक उस के हाथ ऊपर ही थे अब लैला उठी और उस ने अपने आप को संभालने के लिए आशि का राइट बूब पकड़ा और खड़ी हुई आशि को थोड़ा पेन हुआ क्योंकि लैला ने ज़रा ज़ोर से दबाया था लेकिन आशि को ज़्यादा पेन नही हुआ था हां थोड़ा झटका ज़रूर लगा उस को

खैर उसी तरह लैला ने उस की आर्म पिट को भी सॉफ कर दिया और फिर शवर ओपन कर दिया वो दोनो शवर के नीचे खड़ी थीं आशि तो नंगी थी लेकिन लैला फुल्ली कपड़ों थी खैर दोनो शवर के नीचे खड़े थे कि अचानक आशि के मूँह से निकला बाजी अपने कपड़े उतार दो नही तो कपड़े खराब हो जाएँगे लैला ने ना कुछ सोचा ना समझा और आशि की बात सुनते ही अपने कपड़े उतार कर बिल्कुल नंगी हो गई थी और मज़े की बात एक दिन पहले ही लैला ने अंडरशेव की हुई थी इस लिए आशि ने देखा लैला का जिस्म भी प्यारा था तो आशि ने कहा बाजी आप का जिस्म भी तो प्यारा है और आइ थिंक की मुझ से भी ज़्यादा अच्छा है

लैला ने कहा क्या सच में तुम्हे मेरा जिस्म अच्छा लगा

आशि ने कहा जी बाजी सच्ची बहुत अच्छा है प्यारा है आप का जिस्म

लैला अच्छा मेरे जिस्म में सब से अच्छा क्या लगा हाथ लगा कर बता

(लैला अब हॉट थी इस लिए बहाना बना रही थी क्योंकि उस का दिल बहुत कर रहा था कि उस के साथ कुछ करे बे शक कोई भी हो लेकिन कुछ करे उस के साथ

आशि ने कहा बाजी आप का पूरा जिस्म बहुत खूबसूरत है सच अब क्या पूरे जिस्म पर हाथ लगा कर बताऊ

लैला ने कहा हां ना जो बहुत अच्छा है उस पर हाथ लगा और आराम से दबा भी देना और अगर पूरा अच्छा लगता है तो पूरे पर हाथ से सहला दो लेकिन जल्दी करो ना और ये कह कर उस ने आशि को गले से लगा लिया और उस के फोरहेड और चीक्स पर एक दो किस कर लिए आशि ने समझा ऐसे ही कर रही है

खैर फिर लैला ने आशि को छोड़ा तो आशि बड़े गौर से लैला के जिस्म को देखने लगी और फिर थोड़ा क़रीब आ कर उस ने कहा बाजी आप . बोबे बहुत क्यूट हैं मुझे सब से ज़्यादा ये अच्छे लग रहे हैं तो लैला ने कहा ऐसे नही जैसे मैने कहा वैसे बताओ तो आशि ने अपना हाथ लैला के बूब्स पर रख कर ज़रा दबाया भी और कहा ये अच्छे हैं और फिर उस ने वही काम सेकेंड बूब के साथ किया और 5 सेकेंड बाद दोनो हाथ दोनो बूब्स पर रख कर दबा दिया

अब लैला की आँखे बंद थी लेकिन उस का मूँह खुला था और खुद ही उस के मूँह से निकला और क्या अच्छा है इन के अलावा

आशि को कुछ समझ नही आ रहा था वो बहुत ईनोसेंट थी और कुछ भी नही जानती थी सेक्स के बारे में सो उस ने अपने दोनो हाथ की फिंगर्स से लैला के निपल्स लाइट पिंक निपल्स को पकड़ कर मसला कर कहा यह अच्छे हैं

अगेन लैला से आशि ने कहा और जो अच्छा लगता है उस को में दबा नही सकती और ना ही मसल सकती हूँ और ना ही मुझ से ऐसा हो गा

पानी तेज़ी से दोनो बहनो के सेक्सी जिस्म पर गिर रहा था दोनो बाथरूम में बिल्कुल नंगी एक दूसरे के सामने पहली बार खड़ी थीं और लैला की साँसे अब पहले से ज़्यादा तेज़ थीं लेकिन आशि वाज़ नॉर्मल बिकॉज़ शी डिड नोट नो एनी थिंग व्हाट्स गोयिंग ऑन ऑर व्हाट विल बी हॅपन सून

लैला ने कहा क्या मतलब आँखे खोल कर आशि को देखते हुए तो आशि ने कहा जी बाजी अब देखे ना अगर मुझे आप की गर्दन (नेक) अच्छी लगे तो में क्या दबाऊं या मसलूं और लिप्स अच्छे लगें तो क्या उन के साथ ऐसा करूँ हां मुझ से नही होगा ना इस लिए

ये सुन कर लैला के माइंड में आइडिया आ गया उस ने कहा हां ये तो है अच्छा फिर ऐसा करो हाथ से नही अब उन के बाद जो जो अच्छा लगता है उस को किस कर के बता दो अब ये तो कर सकती हो ना या नही और हां अगर दिल करे तो उस जगह पर अपनी ज़ुबान (टंग) भी लगा सकती हो. (बिकॉज़ लैला जानती थी कि आशि उस के लिप्स आइज़ नेक कान और इन लास्ट उस के पेट (बेल्ली) को तो ज़रूर किस करे गी क्यों की बोथ सिस्टर्स आर सो मच क्यूट लाइक ऐंजल्स.. विथ हॉट स्वीट और सेक्सी बॉडी

Read my all running stories

(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
User avatar
rajsharma
Super member
Posts: 15829
Joined: 10 Oct 2014 07:07

Re: मेरी दो कज़िन सिस्टर्स

Post by rajsharma »

ये कह कर लैला ने आँखे बंद कर लीं और कहा हां अब बताओ . आशि ने आगे बढ़ कर पहले लैला के लिप्स को चूमा और उस को अच्छा लगा तो उस ने अपनी टंग निकाल कर लिप्स पर फेरी ही थी कि लैला ने अपना मूँह खोल दिया ये सोच कर कि वो फ्रेंच किस या टंग उस के मूँह में डालेगी लेकिन जैसा कि बता चुका हूँ आशि कुछ नही जानती थी सो उस ने नोटीस ही नही लिया और लैला की नेक पर किस कर दिया और उस के बाद एअर लॉब्स पर.

फिर आशि बैठ गई और लैला को देखने लगी और उस की नज़र लैला की फुद्दि पर पड़ी जो बहुत वाइट थी और अंदर से पिंक और रेड थी खैर आशि को भी वो अच्छी लगी लेकिन उस ने लैला के पेट पर किस किया और आराम आराम से किस करते हुए नीचे होती गई और लैला ने मज़े में अपनी टांगे खोल ली थीं आशि ने समझा कि लैला उस को इशारा दे रही है फुद्दि पर किस करने का तो उस ने बिना सोचे ही अपनी ज़ुबान लैला की फुद्दि के बिल्कुल पास ले जा कर लिक्क करने लगी और उस के ऐसा करने से लैला को झटका लगा और उस की फुद्दि ने पानी छोड़ दिया अब लैला की साँसे बहुत तेज़ थीं और उस की टांगे कांप रही थीं आशि को कुछ समझ ना आया और उस ने खड़े हो कर लैला को पकड़ा और कहा बाजी आप ठीक तो हैं क्या हो रहा है आप को अभी लैला की फुद्दि पानी छोड़ रही थी इस लिए उस को अभी होश नही था ये देख कर और कोई रिप्लाइ ना मिलने पर आशि घबरा गई और रोना शुरू कर दिया और उस की आँखे आँसू से भर गयीं

लैला जब होश में आई तो डर गई और आशि को पकड़ कर कहा क्या हुआ रो क्यों रही हो आशि ने लैला को गले से लगा कर कहा आप जो चुप हो गई थीं और आप की टांगे काँप रही थीं तो में डर गई कि आप को क्या हो गया अचानक

आशि: ऐसा क्यूँ हो रहा था क्या हुआ आप को मुझे डरा दिया आप ने तो

लैला: अरे पागल कुछ नही हुआ था मुझे बस में खड़े खड़े थक गई थी ना इस लिए टांगे काँप रही थीं और कुछ नही था सच्ची

बस फिर दोनो ने शवर बंद किया और कपड़े पहन कर बाहर आ गयीं और बातें करने लगीं लैला का माइंड अभी तक बाथ रूम में था और उस ने अचानक आशि को पकड़ कर लिप्स पर किस करना शुरू कर दिया 1 मिनिट ऐसा करने के बाद छोड़ कर कहा कि मेरी बहन कितनी अच्छी है और मुझ से इतना प्यार करती है मुझे आज पता चला

आशि किसी को बताना नही कि हम ने एक साथ बाथ लिया और जो भी हुआ कुछ नही बताना ओके

आशि अच्छा बाजी नही बताउन्गी लेकिन ऐसा क्या है जो ना बताऊ

लैला ने कहा मेरी जान में तुम्हे सब समझा दूँगी लेकिन बस कहा ना किसी से जिकर नही करना ओक आशि ने रिप्लाइ दिया ओके आइ प्रॉमिस किसी से नही कहूँगी

2 दिन ऐसे ही नॉर्मल गुज़र गये लेकिन लैला को अभी तक जब भी वो सीन याद आता उस का जिस्म काँपने लगता और मज़ा आने लगता और उस की फुद्दि क लिप्स मचलने लगते खैर 2 दिन वेट करने के बाद उस का दिल फिर वही करने का कर रहा था क्योंकि उस रात उस ने टीवी पर एक मूवी देखी जिस में कुछ सेक्सी शॉट थे और उन की वजह से लैला फिर हॉट हो गई थी

रात क 12 का टाइम था दोनो सिस्टर एक ही बेड में तीन लेकिन लैला की आँख मैने एंड नही थी और सोच रही थी क आज कैसे आशि को सेक्स करने का कहूँ क्योंकि आज कोई बहाना भी नही था उस के पास खैर इस तरह 1 बाज गया (लैला को मस्तेरबाटे का कोई एक्षपरिएनसे नही था थ्ट्स वाइ शी नीड सम वन्स हेल्प

उन के रूम में नाइट बल्ब ऑन था और उस को नींद नही आ रही थी करवट बदल बदल कर बुरा हाल था और उस की फुद्दि थी कि उस को सोने ही नही दे रही थी

फिर अचानक उस को कोई आइडिया आया तो वो उठ कर बैठ गई और आशि की तरफ देखने लगी फिर बेड से उठ कर बाथरूम में चली गई कुछ देर बाद वापिस आई तो उस ने देखा कि आशि भी उठी हुई थी आशि भी बाथरूम में चली गई और जब वापिस आई तो लैला से पूछा बाजी आप नही सोईं या अभी उठी हैं लैला ने कहा नही मुझे नींद नही आ रही है आज तो आशि ने कहा अच्छा चलो हम बातें करते हैं

लैला ने कहा नही बातें नही करते हां एक काम है अगर तुम करो तो में बताऊं क्योंकि वो काम मेरे लिए बहुत ज़रूरी है और जिस की वजह से मुझे नींद नही आ रही है आशि ने कहा बाजी कैसी बातें करती हैं आप जो भी काम है बताओ में करूँगी आख़िर आप मेरी बाजी हैं और आप ने मेरी हेल्प हर काम में की है तो मैं आप की हेल्प क्यों नही करूँगी बताओ मुझे मैं जो आप कहेंगी वही करूँगी लैला खुश हो गई ये सुन कर और अब परेशान थी कि कैसे कहूँ और कैसे स्टार्ट करूँ खैर कुछ देर चुप रहने के बाद लैला ने कहा आशि मुझे गर्मी लग रही है अगर माइंड ना करो तो क्या में अपने कपड़े उतार दूं

आशि अरे मैं माइंड क्यों करूँगी उतार दो वैसे भी यहाँ कोई नही है और मैं भी लड़की हूँ तो शरम कैसी लेकिन पहले डोर लॉक कर दो कहीं अम्मी या अब्बू ना आ जाएँ लैला उठी डोर लॉक किया और कपड़े उतार कर बेड में आ गई और आशि के बिल्कुल सट्कर लेट गई और उस से कहा कि आशि इधर आ जाओ और मेरे साथ गले लग कर लेटो आशि पास आ गई और दोनो बाहों में बाहें डाल कर लेट गयीं अभी तक लैला ने कुछ नही किया और ना ही कहा तो आशि ने पूछा बाजी क्या बात है आप कुछ परेशान लग रही हैं

लैला थोड़ी शरमा कर कहने लगी आशि मुझे ना नीचे बहुत खारिश हो रही है पता नही क्या है और आज मैने अपनी फ्रेंड से फोन पर बात की और उस से पूछा तो उस ने कहा कि लैला कोई बहुत गरम लेकिन गीली नरम मुलायम चीज़ उस में डलवा लो तब आराम आ जाएगा इस लिए अब किसी और से तो मैं नही कह सकती तुम मेरी बहन हो सो अगर तुम को ऐतराज़ ना हो तो प्लीज़ तुम उस में डाल दो. अगर बुरा लगता है तो कोई बात नही मैं बर्दाश्त कर लूँगी

आशि ने मासूमियत से पूछा बाजी बहुत दर्द है खारिश और जलन है क्या लैला ने कहा हां आशि बहुत ज़्यादा है

आशि आप ने कुछ डाला था क्या कहीं मिर्च वाला हाथ तो नही लगाया था उस जगह जलन जो हो रही है

लैला नही मुझे याद तो नही है शायद लग गया हो लेकिन अब क्या करूँ

आशि अच्छा बाजी कोई बात नही लेकिन मैं क्या डालूं आप बताएँ तो सही क्या ले आऊँ और उस में डालूं

लैला अरे लाना कुछ नही है जो तुम्हारे पास है वही डालना है तो आशि ने कहा क्या बाजी मेरा हाथ

लैला नही पागल हाथ नही जाएगा आशि ने पूछा तो क्या अपनी फिंगर डालूं

लैला अरे मैने कहा ना कोई गीली नरम और मुलायम चीज़ ही डालनी है उसी से ही मुझे आराम मिलेगा

आशि अभी तक नही समझी थी तो उस ने कहा बाजी आप बता दो ना कि क्या डालना है और ऐसी चीज़ तो कोई नही है मेरे पास आप ही बता दो क्या डालूं

लैला ने थोड़ी हिम्मत कर के कहा कि आशि मेरी टाँगों के बीच में आ कर लेट जाओ और अपनी ज़ुबान डालो मेरी फुद्दि में जब ज़ुबान मेरी फुद्दि में जाएगी तो अंदर जो कुछ भी हुआ मिर्च या कुछ भी उस से निकल जाएगी और मुझे सुकून मिलेगा
Read my all running stories

(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
NISHANT
Novice User
Posts: 206
Joined: 07 Jan 2016 16:22

Re: मेरी दो कज़िन सिस्टर्स

Post by NISHANT »

VERY NICE
User avatar
jay
Super member
Posts: 9108
Joined: 15 Oct 2014 22:49
Contact:

Re: मेरी दो कज़िन सिस्टर्स

Post by jay »

राज भाई लगता है अब की बार लिसेबियन कहानी लेकर आए हैं .....................मुबारका जी मुबारका
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
Post Reply