अनाड़ी खिलाड़ी

NISHANT
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Re: अनाड़ी खिलाड़ी

Post by NISHANT »

VERY NICE UPDATE
LEKIN UPDATE JALDI JALDI DIYA KARO
Jemsbond
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Re: अनाड़ी खिलाड़ी

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हॉस्पिटल में अभी तक रति को होश नहीं आया था लेकिन उसकी हालत बेहतर थी इसलिए उसे आईसीयू से निकाल कर स्पेशल रूम में शिफ्ट कर दिया गया था। आशका भी उसके साथ थी। शाम होने पर मन्मथ हॉस्पिटल में जाता है और आशका अपने घर चली जाती है। वो काफी थकी हुई लग रही थी। सब के मना करने के बावजूद मनीषा भी हॉस्पिटल आई थी। यह बोल कर की लड़की हॉस्पिटल में है तो कुछ काम ऐसे होंगे की मन्मथ नहीं कर पाएगा तो किसी महिला का वह होना आवश्यक है। यह सुन कर मन्मथ की माँ भी उन के साथ आ गयी। अब रूम में स्पेस सिर्फ 2 लोगो के लिए ही थी तो मन्मथ बाहर लॉबी में जा कर एक खाली बेंच पर बैठ जाता है। पिछले कुछ दिनो की भाग दौड़ से वो थक गया था और जल्द की उसे नींद आने लगी तो वो bench पर ही लेट गया और सो गया। तभी उसकी नींद किसी के बुलाने पर खुल जाती है। वो देखता है तो मनीषा उसे उठा रही थी।

“डॉक्टर बुला रहे है। शायद कुछ मेडिसिन वगैरा मंगवानी होगी।“
वे दोनों कमरे में जाते हैं वहाँ पर एक डॉक्टर और एक नर्स खड़े होते हैं और रति को एकसमीन कर रहे होते हैं। मन्मथ घबरा जाता है

“डॉक्टर कोई सिरियस बात तो नहीं है ना?”

डॉक्टर ने उसे देखा फिर हंस कर कहा “नहीं। सिर्फ ये दवाइया ले आओ। यह दवाई हॉस्पिटल के स्टोर में नहीं होंगी। तुम्हें बाहर से ले कर आणि होगी। ला कर मुझे दिखा देना मैं फिर बताऊंगा उसे कैसे देना है।“

“ठीक है। लेकिन डॉक्टर इसे कब तक होश आएगा?”

“जल्द ही। सिचुएशन इम्प्रूव हो रही है। पिछले दो दिनो मैं काफी इम्प्रोवेमेंट दिखाया है।लेट्स होप फॉर द बेस्ट।और हाँ मेरा ऑफिस इसी फ्लोर पर है। आस्क फॉर डॉ कार्तिक’स ऑफिस।“

तभी उसकी माँ बोल उठी है “डॉ यह manmathभी काफी दुबला हो गया है। अगर आप एक बार इसे भी एकसमीन कर लेते तो अच्छा होता।“
डॉ ज़ोर से हंस देते हैं। “माँ का दिल। ठीक है में इसे भी एकसमीन कर लूँगा और बॉडी ग्रोथ की दवाई भी लिख दूंगा अगर जरूरत पड़ी तो। पर पहेले यह दवाई ज़रूरी है।“

मन्मथ अपनी माँ को कोसते कोसते जल्द ही वहाँ से निकल जाता है वहाँ से और दो घंटे के बाद दवाई ले कर आता है और डॉ कार्तिक का ऑफिस ढूँढने लगता है। एक ऑफिस पर नेम प्लेट लगी थी डॉ कार्तिक के नाम की। लेकिन वो बंद था। वो परेशान हो जाता है और सोचता है क्या करे। वो सिस्टर’स रूम में जा कर पूछता है “डॉ कार्तिक ने यह दवाई मँगवाई थी। लेकिन वो नहीं है ऑफिस में।“
नर्स : “वो तो चले गए। उनकी शिफ्ट खतम हो गयी। वोनाइट ड्यूटी वाले डॉक्टर को बता कर गए होंगे। रूम नो 803 में जाओ वो डॉक्टर’स रूम है।“

मन्मथ 803 में जाता है वहाँ पे एक और नर्स बैठी होती है। मन्मथ डॉ कार्तिक के बारे में कहता है।
नर्स: हाँ। डॉ कार्तिक बता कर गए है।
वो दवाई चेक करती है और बोलती है ठीक है इसे दिन में 3 टाइम देना है इसे पेशंट के पास ही रखो। बाद में चेकअप रूम में आ जाना डॉ ने तुम्हारा चेकअप करने को बोला है। मन्मथ दवाई दे कर चेकअप रूम में आता है। नर्स उसे कपड़े उतारने को कहती है और एक हॉस्पिटल का गाऊन दे देती है और चली जाती है।

मन्मथ थोड़ा घबरा रहा था एक तो वो डॉक्टर के चेकअप रूम में था और गाऊन पहन कर उसे अजीब सी फीलिंग आ रही थी। नर्स उसे बोल कर तो गयी थी की डॉक्टर जल्द ही आ जाएंगे उसे इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। रात का समय था और फ्लोर पर कोई नहीं था। सन्नाटा छाया हुआ था और मन्मथ डॉक्टर का इंतज़ार करते करते बोर हो रहा था। ठंड बढ़ गयी थी तो उसके रोंगटे खड़े हो गए थे। उसने सोचा “यह डॉक्टर के ऑफिस इतने ठंडे क्यों होते हैं? एसी भी चालू नहीं है फिर भी इतनी ठंड लग रही है।“
मन्मथ को यह समझ नहीं आ रहा था की सिर्फ चेकअप के लिए सारे कपड़े क्यों उतरवा दिये? और माँ को भी क्या जरूरत थी यह सब करने की। वो तो सुपेरिओर शेप में था एकदम हट्टा कट्टा। मन्मथ चेकअप रूम में आस पास नज़र डालता है। कई टाइप के चार्ट्स लटक रहे थे और कई मेडिकल बुक्स और मेगेजीन्स पड़े थे डॉक्टर के टेबल पर। वो उठ कर एक मेगेजीन उठा ही रहा था की अचानक दरवाजा खुलता है और नर्स अंदर आती है “ तुम ठीक तो हो ना?”
“हाँ ठीक हूँ।सिर्फ थोड़ी ठंड लग रही है।“शर्मीली मुस्कुराहट के साथ मन्मथ ने नर्स को कहा।
मन्मथ काफी हेंडसम था और ऊपर से उसकी यह मुस्कुराहट ने नर्स की धड़कन तेज़ कर दी। और इधर मन्मथ भी अन ईज़ी फील कर रहा था। एक तो हॉस्पिटल गाउन और उसके नीचे कुछ नहीं पहना था। उस पर एक क्यूट नर्स बार बार आ कर उस से बात कर रही थी। उसकी धड़कने बढ़ गयी थी उस नर्स को देख कर। नर्स के सिल्की डार्क ब्राउन बाल, छोटी सी नाक, भरे पूरे होंठ, लाइट ब्राउन आंखे वो देखता ही रहा। नर्स भी उसे ऐसे अपने और देखता हुआ देख कर शर्मा गयी। उसने लेब कोट पहेना था जिस के बटन खुले थे और उसके अंदर उसने डीप नेक टॉप पहेना था जिस में से उसकी गलियों का दर्शन हो रहा था मन्मथ को। उसने नर्स से उसका नाम पूछा नर्स ने कहा “जेनी” जेनी 24 साल की एक मदमस्त लड़की थी। मन्मथ ने पहेली बार किसी एडल्ट लड़की को इतने करीब से देखा था। नर्स ने ब्लड प्रैशर नापने की मशीन निकाली और मन्मथ के आर्म्स पर लगाई और पम्प प्रैस करने लगी। मन्मथ का दिल और ते से धड़कने लगा जेनी उसके काफी करीब थी और उसकी खुशबू जैसे मन्मथ को नशे में डूबा रही थी।

जेनी ने कहा “तुम्हारा ब्लड प्रैशर काफी ज्यादा है एक 18 साल के लड़के ले लिए। क्या सोच रहे थे? गर्ल फ्रेंड के बारे में?” बोल कर वो खिलखिला कर हंस देती है। मन्मथ कुछ नहीं बोल पाता सिर्फ एक ज़ोर की सांस लेता है। वो गाउन के अंदर बिलकुल नंगा था और यह खूबसूरत नर्स उसके साथ फ्लर्ट कर रही थी।
“मैं हीटर चालू कर देती हूँ। कुछ ही देर में डॉक्टर आएंगे तब तक तुम आराम करो।“
जैसे ही हीटर ऑन होता है मन्मथ की ठंडी गायब होने लगती है और उसे इस गर्माहट में सुकून मिलता है। वो लाऊंज चैर पर लेट जाता है और डॉक्टर का वेट करने लगता है।

उसे दरवाजे के बाहर कुछ आवाज़े सुनाई देती है दरवाजा खुलता है और जेनी अंदर आती है। बोलती है “डॉक्टर आ गए हैं। यह है डॉक्टर इशानी“बोल कर वो दरवाजे से हट कर खड़ी हो जाती है। मन्मथ का दिल जैसे धड़कना बंद हो गया। उसकी साँसे रुक गयी और देखता ही रहा। उसकी नयी कृश क्यूट नर्स के बगल में एक 30 साल की खूबसूरत औरत खड़ी थी। उसे लगा इस से खूबसूरत दुनिया में कोई हो ही नहीं सकता। उसे अपनी मैथ्स टीचर की याद आ जाती है जिस पर उसे बचपन में कृश था। लेकिन यह तो उन से कई गुना ज्यादा खूबसूरत थी। डॉ इशानी के बाल जेननी की ही तरह सिल्की और ब्राउन थे जिनहे उसने पोनी टेल में बंधे हुए थे। उसकी आंखे गोल्डेन ब्राउन कलर की थी, और उसकी स्किन जैसे सोने जैसी थी गोल्डेन। वो इंडियन नहीं बल्कि किसी लेटीनो ब्युटि जैसी लग रही थी एक्सोटिक। इशानी ने भी लेब कोट पहेना था जिस पर उस नेम टेग था। उसके अंदर एक व्हाइट टॉप और एक छोटी सी स्कर्ट पहेनि थी जिस में से उसके पेरफक्तली शेप्ड टाँगे और उसमे हाइ हिल्स। वो टाँगे देख कर सोचता है डॉ काफी वर्क आउट करती होगी तभी इतनी शेप में है।

उसके रोंगटे फिर से खड़े होने लगे थे और उसका चेहरा गरमाने लगा था और लाल हो गया था। इन दो खूबसूरत हसीनाओ के सामने वो इस बेवकूफाना गाउन में अच्छा नहीं फील कर रहा था। उसे पता नहीं चला क्या कहे उसने कहा

“हैलो डॉ।“
“हैलो मन्मथ। “ इशानी ने अपनी सुरीली आवाज़ में कहा।
मनमथ को अन ईज़ी फील करता देख कर डॉ ने कहा “यह तुम्हारा फ़र्स्ट टाइमचेकअप है न फ़ीमेल डॉ से?”
“ज ज जी डॉ।“
“इसमे डरने वाली कोई बात नहीं है। डॉ तुम्हारा अच्छे से चेक अप करेंगी और में भी यहीं रहूँगी। हम पूरी कोशिश करेंगे की तुम्हें कोई तकलीफ नहीं हो” – जेनी
“ओके” मन्मथ बोल कर हल्के से मुस्कुरा देता है।
“वेरी गुड। क्या खूबसूरत स्माइल है। आवाज़ भी अच्छी है। “ – डॉ इशानी
मन्मथ रीएक्ट नहीं कर पाता और डॉ को अपनी तरफ घूरता पाता है। और उसे लगता है डॉ ने उसको एक छोटी सी स्माइल दी वो और भी कन्फ्युज हो जाता है। जेनी की भी येही हालत थी।

इशानी : “तुम्हारा फुल्ल बॉडी चेक अप करने को कहा है डॉ कार्तिक ने।तुम्हारे पापा के दोस्त है और हमारे सीनियर तो हम पूरी कोशिश करेंगे के हमारा काम में कोई कमी ना हो।“

मन्मथ: “ओके डॉ”

इशानी : “तुम्हें पता है प्रोस्टेट ग्लैंड क्या होता है?”

मन्मथ ने सुना तो था लेकिन फिर भी बोलता है “शायद नहीं”
प्यास बुझाई नौकर से Running....कीमत वसूल Running....3-महाकाली ....1-- जथूराcomplete ....2-पोतेबाबाcomplete
बन्धन
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दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!
तुफानो में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!
यूँ तो मिल जाता है हर कोई!
मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं!
*****************
Jemsbond
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उसने उनदोनों हसीनाओ को फिर से हँसते हुए देखा और देखा की जेनी का कोट एक तरफ से थोड़ा सा हट गया था जिस में से उसकी एक तरफ की बड़ी चुचि दिखाई दे रही थी। उसके सिल्की टॉप में से उसके निपल का इम्प्रैशन दिखाई दे रहा था वो नोटिस करता है की जेनी ने ब्रा नहीं पहेनि थी। वो ऊपर देखता है तो जेनी को मुसकुराते हुए पाता है जेनी उसे देख कर एक आँख मार देती है और अपने होंटो से फ्लाइंग कीस देती है। मन्मथ को अब एक्सट्रा हार्डनेस्स लग ने लगी थी अपने बाबुराओ में।

डॉ: में कुछ टेस्ट करना चाहूंगी। यह कंप्लीटली ऑप्शनल है। तुम अगर न चाहो तो हम नहीं करेंगे।
मन्मथ : ओके।

मन्मथ की रजामंदी देख कर डॉ जेनी की और देखती है। जेनी मन्मथ को एक्षामिनेशन टेबल पर लेटा देती है और कहेती है “मन्मथ मैं तुम्हारा गाउन उतार कर तुम्हारे गोद में रख रही हूँ ताकि डॉक्टर चेक कर पाये। “

जेनी पास में गयी और झुक कर मन्मथ के दोनों कंधो पर से गाउन उतारने लगी और उसने गाउन मन्मथ के गोद में रख दिया। जेनी मन्मथ के इतनी पास थी की वो उसकी बॉडी को स्मेल कर सकता था। उसकी एक्सोटिक खुशबू फिर से सूंघ कर मन्मथ वापस नशे में जाने लगा लेकिन इस बार उसके शरीर की गर्मी भी उसे महसूस हो रही थी। उसने जेनी का चेहरा लाल होते हुए देखा और देखा की वो भी उसकी आंखो में देख रही है। जेनी गाउन उतारने के बाद डॉ के सामने खड़ी हो गयी। दोनों अब आधे से भी ज्यादा नंगे मन्मथ के जिस्म की और देख रहे थे।

दोनों मन्मथ की और देख रही थी। उसकी आंखे, लिप्स, चौड़े कंधे, एथेलिट जैसा कसा हुआ शरीर, सिक्स पेक एब्स तो नहीं थे लेकिन रेगुलर वर्जिश की वजह से कसा हुआ शरीर था। किसी फिट स्वीम्मर के जैसा। मन्मथ ऑल्मोस्ट नंगा था और उस पर दो खूबसूरत हसीनाए उसको देख रही थी इस हालत में उसने महसूस किया की दोनों की साँसे भरी हो चली थी। जेनी के निपल्स सख्त हो कर उसे टॉप में से बाहर आने को बगावत कर रहे थे और इशानी के होंठ गीले हो चले थे।

डॉ :”मन्मथ अब में सेंसिटिविटी और रिएक्शन चेक करूंगी जिस में जेनी भी मेरा साथ देगी। तुम्हें घबरानेकी या शर्माने की कोई जरूरत नहीं है।“

मन्मथ: “ओके” उसकी साँसे भी भारी हो रही थी।

डॉ: उठ कर वो जो ऊपर आइरन बार दिखाई दे रहा है उसे दोनों साइड से पकड़ो।

मन्मथ देखता है तो वो बार करीबन 2 फीट ऊपर था। मन्मथ थोड़ा सा उठता है और वो बार पकड़ लेता है। उसके हाथ शरीर के ऊपर बार के हैंडल को पकड़े हुए थे और उसके पीठ बिलकुल सीधी थी। यह पोसिशन से मन्मथ की सॉफ्ट और स्मूद गाँड़ के भी दर्शन हो रहे थे।
डॉ: इसी पोसिशन में रहना। हिलना मत।
डॉ और जेनी उसकी पीठ की और देखते हैं और फिर उसके गांड की और। एक दूसरे को देख कर दोनों मुस्कुरा देते हैं। डॉ उसकी लेफ्ट साइड पर और जेनी उसकी राइट साइड पर खड़े थे।
डॉ: में तुम्हारा स्पाइनल कॉलम चेक कर रही हूँ।
मन्मथ: ओके
अचानक मन्मथ ने डॉ की सॉफ्ट उँगलियाँ महसूस की अपनी गर्दन पर। कुछ देर तक वो वहीं रही फिर उसने मूवमेंट महसूस की उन उँगलियों की अपने कान के पीछे की तरफ और फिर वहाँ से फिर से गर्दन की और। उसकी साँसे भरी हो गयी। उसे इशानी के हर एक स्पर्श से गुड़गुड़ी सी महसूस हो रही थी।

डॉ: में सिर्फ तुम्हारी सेंसिटिविटी चेक कर रही हूँ न्यूरो स्टिम्युलस के दौरान। जेनी तुम भी मेरे मोवेमेंट्स को मिरर करो आगे से। ताकि पता चले कहीं इमबैलन्स तो नहीं है।

जेनी: जी डॉ।

जेनी पास में आई और अपने दाहिने हाथ की उँगलियाँ मन्मथ के गले से ले कर उसकी गर्दन और फिर वहाँ से उसके दिल तक हल्के से घूमने लगी। मन्मथ के शरीर में ठंड बढ़ रही थी और उसके रोंगटे फिरसे खड़े हो रहे थे।

डॉ ने यह क्रिया उसके जारी रखी उसके गर्दन से बाए हाथ की और वहाँ से उसकी कलाई की और हल्के से वो अपनी उंगली घूमा रही थी। जेनी भी राइट साइड पर सेम कर रही थी। धीरे धीरे दोनों उंगली उसके बाई-सेप्स से होकर उसकी आर्म पिट्स तक पहुँच गयी और वहाँ मन्मथ को गुदगुदी हुई तो मन्मथ के हाथ से बार छूट गया और वो धम्म से नीचे बैठ गया।

डॉ: मन्मथ डीयर ऐसा नहीं चलेगा। तुम हमे चेक अप नहीं करने दे रहे। ऐसा दोबारा नहीं हो सकता जेनी इसके हाथ बार से बांध दो।

जेनी: जी डॉक्टर।
जेनी जा कर ड्रोवर में से रिस्ट स्ट्रेप ले आती है। यह स्ट्रेप्स 2 इंच चौड़े थे जिनहे जेनी एक साइड से बार पर लगाती है फिर धीरे से मन्मथ का राइट हेंड पकड़ कर एक लूप में और डालती है और उसे टाइट बांध देती है। इसी तरह डॉ भी उसके लेफ्ट हेंड पकड़ कर बांध देती है। और एक स्विच दबा देती है जिस से वो बार थोड़ा और ऊपर हो जाता है। जिस से मन्मथ का शरीर थोड़ा ऊपर की और खींच जाता है।

डॉ : मन्मथ चिंता मत करो तुम्हें कुछ दर्द नहीं होगा तुम्हें जल्द ही अच्छा लगने लगेदा सिर्फ हमे हमार काम करने दो।

मन्मथ को विश्वास नहीं हो रहा था की उसके साथ यह सब हो रहा है। वो चेकअप रूम में लगभग नंगा बैठा था उसके हाथ बंधे हुए थे और दो सुंदर औरते उसके शरीर को सहला रही थी। इस की वजह से उसके शरीर में अजीब तरह की हलचल मच रही थी।

डॉ: फिर से कोशिश करते हैं।

फिर से दो मुलायम हाथ मन्मथ के शरीर पर घूमने लगे। वे दोनों अपनी उँगलियाँ मन्मथ की पीठ, गर्दन, गले पर और छाती पर फिरा रही थी। मन्मथ के रोंगटे फिर से खड़े होने लगे और उसके मूह से धीरे से आह निकाल गयी। उसे दो उँगलियाँ अपनी नाभि में और दो उँगलियाँ अपने आर्म्स पर रेंगती हुई दिखाई दी। उस से यह मीठा टोर्चर बरदाश्त नहीं हो पा रहा था। धीरे धीरे वो उंगली फिर से उसके अर्म्पिट्स पर जाने लगी। मन्मथ घबराने लगा की वो फिर से कोई गलती न कर दे ताकि ये लोग उसके हाथ और टाइट बांध दे। जैसे ही उँगलियाँ उसकी अर्म्पिट्स पर घूमने लगी उसने हाथ नीचे करने का ट्राय किया लेकिन उसके हाथ बंधे हुए थे जिस की वजह से वो नीचे नहीं आए और उसके मूह से ज़ोर से सिसकारी निकाल गयी। जिसे सुन कर दोनों लड़कियां हस पड़ी।

डॉ: बहूत बढ़िया मन्मथ। अभी तक सब कुछ ठीक है। अपनी बॉडी को रिलैक्स करो। तुम्हारे रीएक्शन वैसे ही है जैसे होने चाहिए। जेनी अब अपने दोनों हाथ यूज़ करो।

दोनों लड़कियां अपने दोनों हाथो को मन्मथ के शरीर के ऊपर घुमाने लगी। जेनी ने तभी अपनी उंगली उसके निपल पर रख दी और हल्का सा दबाया जिस से मन्मथ बोल पड़ा “ओह माइ गोड़” अब उसके लिए यह सहन करना मुश्किल हो रहा था। उसे अपने लंड में सरसराहट होती महसूस हुई और वो इतना सख्त हो गया था की उसे वहाँ दर्द होने लगा था। वो सोच रहा था की डॉ और नर्स क्या सोचेंगे उसे इस्स हालत में देखेंगे तो।

इधर डॉ की उँगलियाँ पीठ से होते हुए धीरे धीरे उसके कूल्हो की और बढ़ रही थी और जेनी की उँगलियाँ उसके पेट से होती हुई नीचे की और। जेनी की उँगलियाँ बढ़ती हुई उसकी झांटों की और पहुँच गयी और उसके लंड़ के बेस तक पहुँच गयी थी जो की पूरा खड़ा था जिस की वजह से जो गाउन ने कवर कर रखा था वो थोड़ा ऊपर की और उठ गया था। जेनी की नज़र वहाँ जाती है वो धीरे से अपनी नजरे उठती है और मन्मथ को आँख मार देती है। मन्मथ हड्बड़ा जाता है तभी डॉ हल्के से उसके एक कूल्हे को दबा देती है मन्मथ ने यह एकस्पेक्ट नहीं किया था वो आऊच बोल उठता है और थोड़ा सा ऊपर की और उठ जाता है। गाउन जो की उसकी गोद में था वो नीचे गिर जाता है और उसका 8 इंच लंबा और 3 इंच चौड़ा लंड उन दोनों लड़कियों के सामने आ जाता है।

मन्मथ: डॉ, सॉरी मुझे पता नहीं क्या हो रहा है मैं अपने आप पर काबू नहीं रख पाया।

डॉ: शरमाने को कोई बात नहीं है। जैसा मैंने पहेले भी कहा की तुम्हारे सारे रिएक्शन नॉर्मल है। सिर्फ रिलैक्स करो और अपनी ट्रीटमंट एंजॉय करो।

मन्मथ थोड़ा रिलैक्स होता है पर अभी भी वो आधा लटका हुआ था बार पर और उसका उस्ताद खड़ा हुआ। किसी होलीवूड मूवी के सीन जैसा लग रहा था जैसे की जेम्स बॉन्ड को टोर्चर किजा जाता है।

डॉ: जेनी गर्मी लग रही है ना?

जेनी: हाँ डॉ।

डॉ: एक काम करो हीटर बंद कर दो और हम भी अपने कोट उतार देते है ताकि हम भी गर्मी से परेशान ना हो।
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Re: अनाड़ी खिलाड़ी

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यह सुन कर मन्मथ की आंखे चार हो जाती है। एक तो वो वैसे ही मुश्किल से अपने आप पर काबू रखे हुआ था और अब कोट उतारने की बात सुन कर वो और परेशान हो गया। दोनों लड़कियों ने अपने अपने कोट उतारे और पास ही रखी एक चैर पर रख दिये। मन्मथ एक हाथ दर्द को रहे थे इतनी देर से बंधे होने की वजह से। तभी वो दोनों हसीनाए अपना कोट रख कर उसकी और मुड़ती है। मन्मथ जेनी को ही निहार रहा था। उसके डीप नेक टॉप में से उसकी घाटियां दिख रही थी टॉप सिल्की था तो वो उसके बदन से चिपक गया था किस से उसके कड़े निपल दिखाई दे रहे थे। उसकी छोटी और कसी हुई गांड़ उसके टाइट स्किन लोअर में गजब लग रही थी। मन्मथ ने देखा तो जेनी ने पेंटी भी नहीं पहेनि हुई थी। वो मन्मथ के पास आई और थोड़ा सा झुकी, उसके स्तन किसी मध्यम आकार के अमरूद जैसे थे। वो उन्हे और उसकी निपल दोनों को देख सकता था उसके टॉप में से। उसका पेट एकदम सपाट था जरा भी चर्बी नहीं थी। वो बोल उठता था “ओह गोड”

तभी डॉ मुड़ती है और उसके पास आती है उसको दूसरा नज़ारा देखनेको मिलता है। शॉर्ट स्कर्ट और व्हाइट टॉप में वो किसी पॉर्न स्टार जैसी दिख रही थी। लेकिन वो सिर्फ इन दोनों हसीनाओ को सिर्फ देख ही सकता था और उत्तेजना से उसके लंड़ का बुरा हाल हो रहा था। जो की इतना सेंसिटिव हो गया था की सिर्फ किसी के छूने की देर थी और वो अपना सारा रस निकाल देता।

डॉ: “मुझे अभी भी गर्मी लग रही है। अगर तुम्हें ऐतराज ना हो तो मैं अपना टॉप थोड़ा खोल दूँ? जेनी, मन्मथ क्या बोलते हो?”

मन्मथ: “उहह अम्म न न न नहीं। “वो हकलाने लगता है। इतनी भी गर्मी नहीं थी की उन्हे कपड़े उतारने पड़े।

उसे हकलाता देख कर डॉक्टर मुस्कुरा देती है और धीरे से अपना टॉप उतारने लगती है। जैसे जैसे टॉप ऊपर होता है मन्मथ की आंखे बाहर आने लगती है इशानी का खजाना देखा कर। उसका दूध जैसा सफ़ेद पेट, उसके मखखन जैसे आर्म्स, उसके गोल गोल बूब्स और गुलाबी एरोला मन्मथ अपनी आंखे नहीं हटा पा रहा था इशानी के ऊपर से। वो सोचने लगा था की अगर इसकी लेने को मिल जाय एक बार तो वो किसी और के बारे में कभी नहीं सोचेगा।

जेनी: “डॉ अगर आप और मन्मथ को भी ऐतराज न हो तो मैं भी थोड़ा कोमफ़ोर्टबेल हो जाती हूँ अभी सिर्फ मैं ही हूँ इस रूम में जो सारे कपड़े पहेने हुए है। “वो खिलखिला देती है। जिसे सुन कर मन्मथ थोड़ा सा झेंप जाता है।

“आप थोड़ा हेल्प करेंगी डॉ? मेरी कमर थोड़ी स्टीफ़्फ़ है इस लिए मुझे थोड़ी तकलीफ हो रही है”

मन्मथ सोचता है “इसे कमर में थोड़ी स्टीफ़्फ़्नेस्स हो रही है यहाँ तो लोड़ा स्टीफ़्फ़ हो कर किसी पेड़ के तने जैसा हो गया है।“

डॉ जेनी के पीछे गयी और उसका टॉप धीरे धीरे ऊपर करने लगी जैसा ही उसने टॉप उतारा उसके गोरे गोरे मम्मे मन्मथ के सामने आकर उसे ललचाने लगे। दोनों लड़कियां वहाँ टॉप लेस खड़ी थी और मन्मथ को देख रही थी। डॉ के मम्मे किसी छोटे खरबूजे जैसे गोलथे और जेनी के किसी कच्चे अमरूद जैसे। दोनों अपनी कमर पर हाथ रख कर खड़ी थी और मन्मथ की और देख रही थी।

डॉ: चलो काम कंप्लीट करते हैं। मन्मथ देअर आई होप की कल तुम्हें कोई इंपोर्टेंट काम नहीं है क्यों की आज बहुत देर होने वाली है।

मन्मथ: जी अच्छा।

डॉ: अच्छा तो हम कहाँ थे?

जेनी: “यहाँ “कह कर वो मन्मथ का लंड़ पकड़ लेती है। और मन्मथ की सिसकारी निकाल जाती है।

डॉ: “ओके। राइट। “ वो भी मन्मथ की सॉफ्ट गांड़ पकड़ कर हल्के से दबा देती है।

यह दोनों मन्मथ के शरीर के साथ खेल रही थी जो की मन्मथ अंदर की हवस को हवा देने का काम कर रहा था उस से सहन नहीं हो पा रहा था और उसका 8/9 इंच का लंड़ उत्तेजना से बढ़ता ही जा रहा था।

डॉ: जेनी इट्स मेज़रमेंट टाइम
जेनी: येस डॉक्टर अगर ज्यादा वेट किया तो इसका निकल जाएगा

मन्मथ आंखे फाड़ कर दोनों की बाते सुन रहा था और उनकी नंगी छातीया देख रहा था।

डॉ: हम तुम्हें फिर से दूसरी पोसिशन मेँ रखेंगे ओके?

जेनी पास आई और मन्मथ के हाथ खोलने लगी। वो इतनी पास थी की मन्मथ उसके स्तन देख रहा था। जेनी के काम करने की वजाह से उसके स्तन ऊपर नीचे हिल रहे थे और मन्मथ उन्हे ही देख रहा था। जैसे ही उसके दोनों हाथ खुले मन्मथ ने अपना शरीर ढीला छोड़ दिया और वो धम्म से चेक अप टेबल पर गिर पड़ा।
डॉ: “अरे क्या हुआ”बोल कर उसके पास आती है वो इतना करीब आ जाती है की उसके बूब्स मन्मथ के होंटो से सिर्फ कुछ ही इंचेस की दूरी पर होते हैं। वो मन्मथ के बालो मेँ हाथ घुमाती है और धीरे से उसके होंटो पे अपने होंट रख देती है। और फिर बोलती है “तुम अभी तक बच्चे ही हो।“

मन्मथ को लेटा कर दोनों मन्मथ का खड़े हुए मिसाइल को हस्तरत भरी नजरों से देखती है जो की रैडि था लॉन्च के लिए।

डॉ: “अब ठीक है। अब हम कुछ और टेस्ट करेंगे तुम इसी पोसिशन मेँ रहना। ज्यादा हिलना मत। “

मन्मथ के मूह से आह निकाल जाती है जब उसे डॉ के मम्मे अपनी छाती पर महसूस होते हैं। डॉ के सखता निपल उसकी छाती पर रगड़ खा रहे थे जिस से मन्मथ को एक अलग ही स्वर्गीय एहसास हो रहा था। तभी यह एहसास दुगुना हो जाता है जेनी भी अपने स्तन दूसरी साइड से उसकी छाती पर रगड़ने लगती है। मन्मथ की आंखे बांध हो जाती है और वो फिर से बोल उठता है “ओह गोड़ “
उए ऐसे देख कर डॉ कहती है “यह तुम्हारा सब से ईज़ी टेस्ट होगा। तुम इसमें 100% स्कोर करोगे” और वो मन्मथ के हाथ उठा कर उसके आर्म पीट मेँ अपने स्तन रगड़ने लगती है जेनी भी दूसरा हाथ उठाकर अपने स्तन उसके दूसरे आर्म पीट मेँ रगड़ने लगती है। मन्मथ ने सिर्फ चिल्लाना बाकी रखा था उसकी साँसे तेज़ चल रही थी तभी जेनी ने अपने नर्म होंठ उसके एक निपल पर रखे और चूसने लगी डॉ ने भी वही किया। दोनों मन्मथ के निपल को चूम रही थी और अपने दाँत उसके छोटे से मर्दाना निपल पर गड़ा रही थी। एक साथ ऐसे हमलो से मन्मथ का शरीर उत्तेजना से हिलने लगता है और वो बोल उठा “डॉ प्लीज मुझ से रहा नहीं जा रहा। कुछ अजीब सी फीलिंग हो रही है। ऐसा लग रहा है की मेरे अंदर कुछ फूट जाएगा।“

डॉ इशानी रुक जाती है और सोचती है यह तो बहुत जल्दी चला जाएगा। फिर वो मन्मथ को बोलती है। “रुक जाओ मैं तुम्हें कुछ देती हूँ जिस से तुम्हें अपने रिएक्शन डिले करने मेँ मदद मिलेगी। हमे सिर्फ थोड़ा और टाइम चाहिए अपने टेस्ट्स कंप्लीट करने मेँ।“वो जा कर अपने बेग मेँ से एक बॉटल निकलती है और एक इंजेक्शन मेँ थोड़ा सा भर कर मन्मथ के हाथो पर दे देती है।

डॉ: “यह तुम्हारे रिएक्शन को डिले करेगा लेकिन महसूस तुम्हें सब कुछ होगा। इसका असर अगले 4 से 6 घंटे तक रहेगा और तब तक हम हमारा काम कंप्लीट कर लेंगे।कल तुम्हें कहीं जाना तो नहीं है न?”

जेनी: “डॉ। यह रूम नो 812 के पेशंट के साथ है। “

डॉ।: “ओह आई सी “ वो मन ही मन खुश हो रही थी की मन्मथ अब कुछ दिन तक उसके पास ही रहेगा और वो जो चाहे वो कर सकती है अब।
प्यास बुझाई नौकर से Running....कीमत वसूल Running....3-महाकाली ....1-- जथूराcomplete ....2-पोतेबाबाcomplete
बन्धन
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Jemsbond
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Re: अनाड़ी खिलाड़ी

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इंजेक्शन शरीर में जाने के थोड़ी देर बाद ही मन्मथ को अपने शरीर में सरसराहट सी महसूस होने लगी। एक अजीब सी मीठी सी खुजली जैसा उसके लिंग मूँड़ पर होने लगी। उसका लंड़ अब बहुत कडा हो गया था उसका सुपाड़ा भी हल्के जामुनी कलर का हो गया था। उसके चहेरे पे मुसुराहट आ गयी जिसे देख कर इशानी ने पूछा “अब कैसा लग रहा है डीयर?”

मन्मथ: बढ़िया बहुत ही बढ़िया।

जेनी अब उसके सामने की तरफ आ गयी और उसका दिल धक से जैसे रुक गया और आंखे चौड़ी हो गयी। डॉ की भी यही हालत थी। उन के सामने एक खूबसूरत, विकराल, बहुत ही लंबा और चौड़ा लंड़ था। दोनों के गाल लाल गो गए और आँखों में भी लाली छाने लगी। उन दोनों को ऐसा मूह फाड़े घूरता देख कर मन्मथ शर्माने लगा।

डॉ: शर्माओ मत। तुम एक बहुत ही हेंडसम लड़के हो। आज की रात तुम हमेशा याद रखोगे

जेनी अपने आप से ( और हम भी )

डॉ: जेनी पहेले टेप ले कर आओ इसका पेनिस नापते हैं।

जेनी टेप लेने जाती है और डॉ अपना छोटा सा स्कर्ट भी उतार देती है। उसने सिर्फ एक छोटा सा थोंग ही पहना था जो की सिर्फ उसकी मखमली चुत को ढक रहा था। मन्मथ उसे देखता ही रहेता है। डॉ उसके पास आती है और झुक जाती है और धीरे से अपना थोंग भी उतार देती है। उसकी चुत के दीदार कर के मन्मथ का मूह खुला का खुला रह जाता है। उसकी छोटी सी चुत बिना बालो की थी जो थोड़े से बाल थे उन्हे उसने हार्ट शेप में ट्रिम कर रखा था। जेनी टेप ले कर आती है और डॉ को देख कर वो भी पूरी नंगी हो जाती है। जेनी के खूबसूरत क्रीमी स्तन उसकी किसी भी हरकत पर जेली की तरह उछल रहे थे। उसकी चुत भी क्लीनशेव्ड़ थी और उसकी चुत की गुलाबी पंखुडीया बाहर की और दिख रही थी। मन्मथ के दोनों हाथ अभी फ्री थे और उसका मन किया इन दोनों को यहीं पटक कर इनके खूबसूरत बदन के हर एक हिस्से हो चूम चूम कर लाल कर दे। तभी जेनी उसके सर के पीछे आ कर खड़ी हो गयी और झुक कर मन्मथ के दोनों हाथ पकड़ कर ऊपर की साइड कर दिये। जेनी के झुकने से उसके स्तन मन्मथ के चेहरे पर टच कर गए और मन्मथ ने हल्के से उसे काट लिया। जेनी के मूह से “आउच” की आवाज़ निकल गयी। डॉ ने ये देखा और मुस्कुरा कर मन्मथ को कहा “तुम्हारा पहला लव बाइट”जेनी ने मन्मथ की आंखो में देखा और पास जा कर अपने एक स्तन को उसकी आर्म पीट से धीरे धीरे रगड़ने लगी। डॉ और जेनी दोनों की आंखे मन्मथ के लंड़ से हट ही नहीं रही थी। इधर डॉक्टर भी मन्मथ की टाँगो के बीच में आ कर खड़ी हो गयी और अपने स्तनो को उसकी जांघों से रगड़ने लगी । जेनी ने आगे बढ़ कर मन्मथ को धीरे से उसके काँपते होंटो पर अपने होंठ रख दिये। डॉ उसका लिंग देख कर अभी तक अचंभीत थी उसने आगे जा कर मन्मथ के लिंग मूँद पर धीरे से कीस कर दिया। मन्मथ इस कीस से बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो जाता है और अपने आप को कूल्हो से थोड़ा उठाता है जिस से उसका लंड़ डॉ के होंठो को अलग कर के उसके दाँतो से टकरा जाता है। डॉक्टर अपनी जीभ से उसके सुपाड़े को लोलीपॉप के जैसे चाटने लगती है और अपनी एक हाथ की उँगलियाँ से उसके इन्नर थाइस पर गुदगुदी करने लगती है और दूसरे हाथ को उसके कूल्हो के नीचे ले जा कर उसकी गांड़ का छेद कुरेदने लगती है। मन्मथ एक साथ इतने हमले बरदाश्त नहीं कर पाता और कराह उठता है “"आहह!!!!!!!!!!!!!!!!! गॉड!!!!!!!!!!! आहह!!!!!!!!!!!!!!!!!"”मन्मथ जैसे स्वर्ग की सैर कर रहा था। उसके दोनों हाथ खुले हुए थे और टांगे भी जेनी उसको बूब ट्रीटमंट दे रही थी और डॉ ब्लोजॉब अचानक उसका प्रिकम जो की पारदर्शक था डॉ के मूह में निकाल जाता है। डॉ ने आँख मार के कहा “स्वीट और सोलटी। जेनी टेप लाओ।“

जेनी टेप देती है और डॉ उसके लिंग को नाप कर कहती है “वाऊ दिस इस माइ बिगगेस्ट डिक। ईट इस 11 इंचेस लगता है इंजेक्शन ने कुछ और ही काम कर दिया है। ”वो खिलखिलाकर हंस देती है।

जेनी: “मुझे पता था जब मैंने पहेले देखा इसका लंड़ कम से कम 10 इंच का तो होगा। लेकिन यह तो छुपा रुस्तम निकला। वैसे भी मुझे बड़े लंड़ पसंद है। अब तो डिल्डो की भी जरूरत नहीं है। है न डॉक्टर?“

डॉ उसको देख कर कातिल मुस्कान देती है और उसके लंड़ को जड़ में से पकड़ कर खड़ा कर देती है और आइसक्रीम कोन की तरह अपनी जुबान से चाटने लगती है।

जेनी : “में इसके बोल्स देखती हूँ।“ वो एक हथेली में मन्मथ के बोल्स लेती है और सहलाने लगती है। और झुक कर उसके जांघों और बोल्स की जगह को चाटने लगती है।

“हम्म ऊहह आहह “ मन्मथ के मूह से सिर्फ ऐसी ही आवाज़े निकाल रही थी। उसे लग रहा था की उत्तेजना के मारे उसका सर फट जाएगा। पिछले एक घंटे के टोरचर के बाद उसका शरीर अलग ही दुनिया में था। यह इंजेक्शन का ही असर था की अभी तक उसका निकला नहीं था वरना अभी तक तो 3-4 बार वो झाड चुका होता।

जेनी: “डॉ प्लीज मेरा टर्न?”

दोनों लड़कियां एक दूसरे को देखती है डॉक्टर मन्मथ को छोड़ कर अलग हट जाती है और जेनी को उसके लंड़ की कमान सौंप देती है। डॉ पास ही में रखे एक सोफा चैर पे बैठ जाती है और इन दोनों की हरकते देखने लगती है। डॉ के हट ते ही जेनी जंगली बिल्ली की तरह झपट कर मन्मथ का लंड़ पकड़ लेती है और देखने लगती है। वो सोचने लगती है की हर किसी औरत का सपना होता है ऐसा दमदार लंड़। अगर इसको सही से चोदना सिखाया जाये तो ये औरतों की चुत की धज्जिया उड़ा सकता है। जेनी जंगली बिल्ली की तरह उसके लंड़ को चूसने लगी और करीबन 5 मिनट की धुआंधार चुसाई के बाद वो अपनी उखड़ी साँसो पर काबू पाने के लिए रुक जाती है देखती है तो मन्मथ साँप की तरह लॉट रहा था और डॉ सोफा पर बैठ कर उन दोनों को देख रही थी। डॉ उठ के मन्मथ के पास आती है और उस से कहती है

डॉ: “मन्मथ यह टेस्ट भी तुमने पास कर लिया। अब फ़ाइनल टेस्ट है। तुम्हें लंबा टिकना होगा इस टेस्ट में।“

जेनी: “हाँ। इस टेस्ट के बाद अगर तुम्हें ट्यूशन लेना हो तो भी बता देना। हम तुम्हें हर चीज़ सिखाने को तैयार है” सुन कर मन्मथ शर्मा जाता है और दोनों लड़कियां हंस देती है। डॉ जेनी को देख कर आँख मार देती है क्यों की उसे पता था की वो मन्मथ के साथ आगे का जुगाड़ सेट कर रही थी। अगर मन्मथ रेगुलर हो जाता है तो उसे और जेनी को लेसबियन सेक्स नहीं करना पड़ेगा और जिस तरह मन्मथ यह टेस्ट दे रहा था उसे पता चल रहा था की वो एक साथ दो तीन को तो आसानी से चोद सकता था।

डॉ: “जेनी स्टार्ट नैक्सट फेज़। “
जेनी : “ओके डॉक्टर। “

डॉक्टर का ग्रीन सिग्नल मिलते है जेनी ने अपने जीभ बाहर निकाली और उसकी नोक को मन्मथ के पी होल में डालने लगी। मन्मथ अभी स्वर्गीय आनंद ले रहा था। डॉक्टर यह देख कर मन्मथ के पास गयी और अपना एक स्तन मन्मथ के मूह में डाल दिया। मन्मथ भी अच्छे बच्चे की तरह उसे पकड़ कर चूसने लगा। जेनी ने यह देख कर मन्मथ के एक पैर को अपने दोनों पैरो के बीच में ले लिया और उसके पाँव की हड्डी पर अपनी चुत रख कर रगड़ने लगी। इतनी देर के चुसाई और घिसाई के बाद तीनों अपनी मंज़िल पा लेना चाहते थे। जैसे जैसे मन्मथ डॉ के बूब्स चूसता जा रहा था वैसे वैसे डॉ की चुत में से पानी का बहाव होता जा रहा था। उसकी चुत फड़कने लगी थीतभी मन्मथ जोश में आ कर ज़ोर से काट लेता है और डॉ चिल्ला उठती है। “इतना ज़ोर से भी नहीं। तुम दोनों कंटिन्यू करो में थोड़ी देर बाद जॉइन करती हूँ।“ डॉक्टर को जाते देख कर जेनी झट से खड़ी हो कर मन्मथ के ऊपर लेट जाती है और उसको एक जोरदार किस करती है। मन्मथ भी उसका चहरा पकड़ कर बुरी तरह चूमने लगता है। वे दोनों एक दूसरे को जंगलियों की तरह 5 मीनाट तक चूमते रहते है

जब अलग होते हैं तो जेनी मन्मथ की आंखो में देख कर बोल उठती है “आई लव यू मन्मथ।“ मन्मथ ये सुन कर कन्फ्युज हो जाता है। लेकिन उसे ऐसे देख कर डॉ हंस देती है और कहेती है “मेरा अनाड़ी यार। एक रूल याद रखो अगर ऐसी परिस्थिति में लड़की आई लव यू कहेती है तो तुम उसे आई लव यू टू बेबी कहना। चाहे तुम उसे प्यार करते हो या ना करते हो। फिर देखना तुम्हें कितना मज़ा देगी वो।”

सुन कर मन्मथअपना सर हाँ में हिला देता है और जेनी से कहता है “आई लव यू तू बेबी।“
जेनी: “टू लेट किड”
मन्मथ अपना मूह किसी बच्चे की तरह लटका देता है। जिसे देख कर जेनी हंस देती है और फिर से उसको एक कीस दे देती है। और कहती है “इट्स शो टाइम”

जेनी: “मन्मथ मैं जब तक तुम्हें ना कहूँ तब तक तुम मेरी चुत चाटो।“ जेनी मन्मथ के ऊपर से हट जाती है और टेबल पर अपनी टाँगे चौड़ी कर के बैठ जाती है। उसे ऐसे देख कर इशानी भी जेनी के करीब वो ही पोसिशन में बैठ जाती है। और कहेती है “आई एम इन क्यू। आई केन वेइट।”मन्मथ इन दोनों हसीनाओ को अपनी टाँगे चौड़ी कर के बैठी देख कर मुसकुराता है और कहेता है “स्वर्ग के दो द्वार खुले है। पता ही नहीं चल रहा पहेले किस द्वार पे दस्तक दूँ।“ तीनों इस बात पे ठहाका मार के हंस देते है।

जेनी: “ तुम पहेले डॉक्टर साहिबा की प्यास बुझाओ”

मन्मथ इशानी के टाँगो के बीच आता है और उसकी केले के तने जैसी झांघो को पकड़ कर थोड़ा सा अपनी तरफ खींचता है। जेनी तब तक डॉक्टर के पीछे बैठ जाती है और अपनी टाँगे भी उसकी टाँगो के साथ मिला देती है। फिर वो अपने हाथो से डॉक्टर के स्तन मसलने लगती है और उसकी गर्दन को चूमने लगती है। मन्मथ ये देख कर एकसाइट हो जाता है और अपना मूह डॉ की चुत के करीब ले जाता है जहां उसके पहेले ही कुछ पानी जैसा द्रव्य निकलता हुआ दिखाई देता है और हीटर जैसी गर्मी का एहसास होता है। मन्मथ अपनी जीभ निकालता है और पहेले उसकी चुत के चीरे को चाट लेता है। और फिर जीभ को और अंदर डालके उसकी क्लिटोरिस को अपनी जीभ की नोक से चाटने लगता है फिर उसे अपने होंटो के बीच में ले कर हल्के से दबाता है। इशानी अपनी साँसे रोक कर यह हरकत देख रही थी। और वो आहें भरने लगती है। आज कई दिनो के बाद किसी मर्द की जुबान ने उसकी चुत को छुआ था। वरना वो और जेनी एक दूसरे की चुट चाट चाट कर थक गए थे। मन्मथ अब अपनी जुबान उसकी क्लीट पर क्लॉक वाइज़ और एंटी क्लॉक वाइस घुमाने लगा। यह तो डॉ के लिए भी नया था। किसी ने उसकी क्लीट के साथ ऐसे प्यार नहीं किया था जैसे ये अनाड़ी कर रहा था। इधर जेनी डॉक्टर की अपर बॉडी के साथ चूमाचाटी कर रही थी। काफी दोनों बाद था इस लिए डॉ के अंदर एक प्रैशर बिल्ड होने लगा और उसकी आहें और तेज़ हो गयी।

डॉ:”आहह!!! मन्मथ हाँ बिलकुल ऐसे ही करते रहो। ऊहह!!! ओहह!!!”उसका शरीर कडक होने लगा

“हम्म mmmm ऊहह oooooooo aaaaahhhhhhhhhhhh “और डॉक्टर ने पानी छोड़ दिया। उसकी बॉडी झटके खा रही थी और पानी छोड़ रही थी। उसका सारा जूस मन्मथ के मूह में जा रहा था जो की वो सारा पी नहीं पा रहा था। लेकिन कोशिश कर के उसने जितना बन पड़ा उतना चाट ही लिया। इतने जोरदार ओरगास्म के बाद 2 मिनट तक डॉ आंखे बंद कर के पड़ी रही और फिर बोली।

डॉ: “मैं चाहती हूँ की तुम जेनी को चोदो। मैं तुम्हें जेनी को चोदते हुए देखना चाहती हूँ”

जेनी एक प्रशंषा भरी नजरों से डॉ को देखती है। उसे पता था की दोनों ने पिछले कई महीनो से सेक्स नहीं किया है। और अपनी वासना दोनों मिल कर बुझाती थी। लेकिन जेनी ने पहेले डॉ की चुत मन्मथ से चटवा कर डॉ का दिल जीत लिया था। जेनी खुश थी की इस ग्रीक गोड़ से सब से पहेले चुदने वाली लड़की वो होगी।

जेनी लेट गयी और मन्मथ ने अपने आप को उसकी चुत के सामने एडजस्ट किया और अपना लंड़ पकड़ कर उसकी चुट के मुहाने पर ले गया और ऊपर नीचे घिस्से मारने लगा। अभी तक उसनेलंड़ अंदर नहीं डाला था वो सिर्फ उसकी चुत के पंखुड़ियों की मालिश ही कर रहा था। जेनी आहें भर रही थी और उसने मन्मथ की गांद पकड़ कर अपने और करीब लाई और कहा “देर मत करो मेरी जान। अभ नहीं रहा जाता।“मन्मथ अपना लंड़ पकड़ कर एक ज़ोर का धक्का देता है जिस से जेनी की आंखे बाहर आ जाती है। उसे बहुत दारा हो रहा था और दर्द के मारे उसके आँसू निकाल जाते है लेकिन लंड़ का अभी सिर्फ सुपाड़ा ही अंदर गया था। कुछ देर तक वो ऐसे ही रुका रहेता है। जेनी मन्मथ को कहती है रुको मत। मन्मथ फिर पिस्टोन की तरह अपना लंड़ उसकी चुट में चलाने लगता है। उसका लंड़ इतना मोटा था की उसके लिंग मूँड़ के अंदर जाते ही वो जेनी की क्लीट से रगड़ खाता था और जिस से जेनी चिहुँक देती थी। जेनी की चुट ने मन्मथ के लंड़ को जैसे पकड़ के रखा था और इस भीषण घर्षण से मन्मथ और जेनी दोनों की आहें निकाल रही थी।

डॉ: “जेनी को किस करो और थोड़े लंबे स्ट्रोक लगाओ”

मन्मथ किसी आज्ञाकारी स्टूडेंट की तरह जेनी को लीप किस करता है। दोनों के होंट एक दूसरे जो चूम रहे थे मन्मथ इधर लंबे लंबे शॉट्स मारता है। लंबे शॉटस की वजह से उसका लंड़ जेनी की चुट की गहेराइयों को छू रहा था। ऐसी ऐसी जगहो पर जेनी को मार लग रही थी जिसकी जेनी को आज पता चल रहा था की ऐसी जगह भी उसके शरीर में है और उसकी उंगली वहाँ तक आज तक पहुँच ही नहीं पायी और ना ही कोई डिल्डो। मन्मथ अपनी स्पीड बढ़ा देता है। कमरे में सिर्फ धक्को की और दो शरीर के आपस में टकराने की ही आवाज़ आ रही थी। जेनी हर शॉट पर हिल उठती थी पर कीस की वजह से उसकी आवाज़ दाब कर रेह जाती थी।

कुछ देर की ऐसी ही धुआंधार चुदाई के बाद मन्मथ को लगने लगा की वो छूट जाएगा जेनी अपना सर इधर से उधर कर रही थी जब भी मन्मथ का भीमकाय लंड़ उसके अंदर प्रवेश करता उसे शरीर में भी प्रैशर बिल्ड होने लग रहा था वो उत्तेजना से चिल्लाने लगी इस बार के धक्के में ज्यादा ताकत थी जैसे ही उसके लंड़ ने जेनी की क्लीट को छुआ जेनी की बॉडी में एक विस्फोट हुआ जिसे उसने आज तक महसूस नहीं किया और उसकी चुत ने पानी छोडना शुरू कर दिया। “ओहह गोड्ड!!! आहह मन्मथ मेरे प्यारे मन्मथ। आहह ऊहह “पानी छोडते छोड़ते उसका शरीर भी हिल रहा था और उसकी चुत भी फड़क रही थी मन्मथ अभी भी बिना रुके धक्के लगा रहा था। जेनी प्यार से मन्मथ को आंखे बंध कर के धक्के लगता हुआ देख रही थी। मन्मथ अब होल्ड नहीं कर पा रहा था। उसके लंड़ में एक दर्द सा उठने लगा लंड़ की नोक से ले कर जड़ तक। मन्मथ नेआखिरी धक्का ज़ोर से लगाया की उसका लंड़ पूरा अंदर समा गया एक एक कर के वीर्य की पिचकारी जेनी की छूट में छूटने लगी जेनी भी दूसरी बार झाड रही थी और ऐसे की उसकी आंखो से पानी बह रहा था। मन्मथ के वीर्य से जेनी की छूट भर गयी थी और वो संतुष्ट हो कर आंखे बंद कर कर हर पल एंजॉय कर रही थी। मन्मथ थक कर वही नीचे बैठ जाता है और अपनी उखड़ी साँसो पर काबू पाने लगता है।

उसे ऐसे देख कर जेनी उसके पास जा कर उसके गले लग जाती है और कहती है “थैंक यू डीयर।“मन्मथ हाँफते हुए सिर्फ अपना सर हिला देता है और जेनी को अपने पास खींच लेता है और दोनों लेट जाते हैं। उनको ऐसे लेटे देख कर डॉ भी मन्मथ की दूसरी साइड आ कर लेट जाती है। और तीनों नींद की आगोश में चले जाते है आने वाले कल से बेखबर।
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