रानी बना लो मुझे complete

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rangila
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Re: रानी बना लो मुझे

Post by rangila »

सुबह उसने चाय पिलाई और नाश्ता करवाया..
सोनम – यार तैयार हो जाओ.. कॉलेज जाना है..
रोहित – कॉलेज में जूनियर की पेपर हैं.. इसलिए 14 दिन की छुट्टी हैं..
सोनम – फिर तो आज मज़े ही मज़े हैं.. आज एक नया गिफ्ट देने वाली हूँ.. देखते ही रह जाओगे..
रोहित – गिफ्ट कैसा .?.
सोनम – रात बताया था ना.. ..चलो खाना का टाइम हो गया..
हम नीचे जा रहे थे रास्ते में नौकरानी से सोनम बोली की काम जल्दी कर जाना..
सोनम – तुम घर जल्दी जाना.. बबिता को भेज देना.. ज़रूरी काम है.. ..11 बजे तक भेज देना.. ज़रूरी काम है.. रात को यही रुकना होगा..
नौकरानी ने हामी भरी और मेरी तरफ देख कर मुस्करा कर चली गई.. हम खाना खाने कमरे में आ गये..
रोहित – यार, वो नौकरानी मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा कर क्यों गई थी .?. तुम ने बबिता को क्यों बुलाया .?.
सोनम – यार, तुम भी ना.. ..वो तुम्हें मेरी जैसी अपनी सील बंद चूत गिफ्ट करेगी.. ..
रोहित – रहने दो ना यार.. ..ये सब ठीक नहीं है.. ..
सोनम – सब ठीक है.. .. वैसे भी वो भी किसी ना किसी दूसरी जगह मरवा लेगी.. .. जो अच्छे पैसे दे देगे.. ये लोग हमेशा ऐसा ही करती हैं.. .. मां बेटी जैसा कोई हिसाब किताब नहीं होता.. इसकी मां तो मौसा जी से सारी रात मरवाती थी.. .. सारी नौकरानी तो 1000 2000 के लिए मेरे हज़्बेंड के दोस्तों से भी चुदवाती है.. .. और बबिता तो बॉम्ब है.. .. तुम एक बार देखना.. .. मज़ा आ जाएगा.. डरने जैसी कोई बात नहीं.. इन लोगों का कोई ईमान धरम नहीं होता.. इनका मज़हब सिर्फ़ पैसा होता है.. हाँ बबिता के लिए कीमत ज़रा ज़्यादा अदा करनी पड़ेगी.. बस..
रोहित – जैसी तुम्हारी मर्ज़ी.. ..
हम खाना खा चुके थे..
खाना खा कर मैं सोने चला गया.. सोनम मेरे साथ सो गई..
मैं बातों बातों में उसके बूब दबा रहा था.. फिर थोड़ी देर बाद, बाहर कमरे से आवाज़ आई – मैडम जी..
सोनम बाहर गई.. बाहर शायद कोई आया था..
सोनम – तुम आ गई.. .. तुम्हें पता है ना.. ..साहब को खुश करना है.. .. बहुत पैसा दुगी मैं.. ..
बबिता – जी मैडम.. .. साब को मज़ा आ जाएगा.. लेकिन वो मैडम कितना मिलेगा..
सोनम – तुम बोलो..
बबिता – 10,000 चलेगा मैडम.. वो क्या है ना अभी तक मेरी खुली नहीं..
सोनम – ठीक है दिए.. तो कमरे में पानी लेकर जाओ.. .. झुक कर पानी देना साहब को.. .. समझ गई ना.. ..
बबिता ने हामी भरी और पानी लेकर अंदर चली गई.. ..
बबिता ने झुक कर पानी दिया.. .. पानी देते समय उसके गोल बूब दिख रहे थे..
रोहित – क्या नाम है तुम्हारा.. .. सोनम कहाँ है .?.
बबिता – मैडम जी तो नीचे चली गई.. .. मेरा नाम बबिता है.. .. मैडम जी ने आपके पास भेजा है.. ..
वो थोड़ी मुस्कुराइ.. .. उसने गिलास उठाया और मूड कर ग्लास रखने लगी तो उसकी गोल गोल गाण्ड दिख गई.. वो तो मस्त माल थी..
रोहित – आओ मेरे पास..
वो मेरे पास आई तो मैंने बिना देर किए उसको अपनी तरफ खीच लिया और कमीज़ के ऊपर से ही उसके बूब पकड़ लिए..
बबिता – साहब आराम से.. .. कचनार की कली हूँ अभी..
वो मुस्कराने लगी.. ..
उसके बूब तो सलवार में जंप खा रहे थे..
रीडर्स को बता दूं वो शिमला की नौकरानी की लड़की थी इसलिए उसका चित्रण अपने दिमाग़ में काली गंदी सी बाई जैसा ना बनाए..
हिमालय की गोद मे बैठने वाली किसी भी वर्ग की लड़की को खूबसूरती वरदान में मिलती है..
उसके बूब एक दम तीखे थे..
मैंने उसके कपड़े उतार दिए..
इधर वो मेरे कपड़े उतार चुकी थी..
फिर मेरा लंड देख कर वो थोड़ी चिहुँक गई..
सॉफ लग रहा था उसने पहली बार लंड देखा था..
उसकी उम्र मुश्किल से 15 या 16 साल थी..
मैंने उसको पीछे से पकड़ा और उसके बूब दबाने लगा..
फिर मेरा लंड उसकी गाण्ड में लग गया.. वो सिसकारियाँ भरने लगी..
मैं उसके बूब को दबा रहा था..
उसके बूब सुंदर थे पर सोनम जैसे नहीं..
वो भी पहाड़ी थी पर निप्पल हल्के गुलाबी की जगह डार्क गुलाबी थे.. उतने छोटे भी नहीं थे..
सोनम के निप्पल अगर अनार के दाने थे तो उसके अंगूर के..
दूध गोल ज़रूर थे पर सोनम जैसी गोलाई दूर दूर तक नहीं थी..
हाँ रंग गोरा होने के साथ साथ लाल ज़रूर था..
खैर, वो लड़की थी और उसके पास चूत थी.. सबसे बड़ी बात सील बंद..
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zainu98
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Re: रानी बना लो मुझे

Post by zainu98 »

rangila wrote:
zainu98 wrote:hi nice kahani kash ke humko bhe asaihe koi miljay pls jalde update dena
Mitr dil chhota na karo

kisi ne kaha hai ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

laga rah dil kinare se kabhi to lahar ayegi

thx brother
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rangila
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Re: रानी बना लो मुझे

Post by rangila »

सोचने की बात ये थी की लोगों को एक कुँवारी लड़की नहीं मिलती कुछ ही दिनों में मेरी ये दूसरी थी..
बहुत सोचने पर भी याद नहीं आ रहा की मैने ऐसा कोई अच्छा काम किया हो..
जो भी हो मैने उसको पीछे से चोदने का प्लान बनाया पर उसकी चूत कुँवारी थी..
वो बहुत रोमांचित थी.. ..
मैं महसूस कर सकता उसके रोंगटे खड़े हैं..
मैंने काफ़ी देर उसके बूब और गाल चूसे..
फिर उसको लेटा कर चोदना शुरू किया ..
दोनों टाँगे चौड़ी कर लंड अंदर डालने लगा.. पर लंड अंदर नहीं जा रहा था..
ना जाने क्यूँ चाटने का मन नहीं हो रहा था..
ऐसा नहीं की पहली बार में सोनम की झाँटे नहीं थी..
ना जाने क्यूँ मुझे बबिता को देख कर बार बार ये एहसास हो रहा था की मुझे सोनम से प्यार सा हो गया था..
मज़ा तो उसके साथ बहुत आ रहा था.. लंड भी अपने उफान पर था पर सोनम भी दिमाग़ से नहीं जा रही थी..
खैर, मैने अपने लंड पर ढेर सा थूक लगाया और थोड़ी देर धीरे धीरे रगड़ कर एक ज़ोर का धक्का मारा और आधा अंदर चला गया..
उसकी चूत से खून रिस के मेरे लंड पर बहने लगा..
वो चीखने लगी और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे..
मैं थोड़ी देर रुका..
जब वो थोड़ी शांत हुई तो उसने उठ कर अपनी चूत को देखने की कोशिश की..
बबिता – माई तो बोलती थी, बहुत मज़ा आता है इसको अंदर लेने में..
रोहित – माइ सही कह रही थी पर पहली बार में दर्द होता ही है.. अगली बार से तुम्हे बहुत मज़ा आएगा..
अब मेरे एक जोरदार झटके से लंड सारा उसकी चूत में समा गया..
वो फिर से दर्द से चीख मारने लगी..
बबिता – साहब बाहर निकालो.. मेरी तो फट गई.. पहली और आख़िरी बार किया है.. मुझे नहीं चाहिए पैसे.. छोड़ दो मुझे.. साब जाने दो..
मैंने लंड बाहर निकाला और तुरंत दुबारा अंदर डाला..
फिर कुछ देर लेट गया..
दो – तीन बार मैने ऐसा किया.. ..
लगभग आधे घंटे बाद..
रोहित – अब कैसा लग रहा है..
बबिता – चूत में बहुत जलन है पर अब ठीक है.. चोदो आप साहब.. .. मेरी चिंता मत करो.. 10000 का सवाल है.. और फिर शुरू हो गया चुदाई का नया प्रोग्राम..
मैं पहले धीरे धीरे फिर थोड़ी देर बाद ज़ोर से उसको चोद रहा था.. बड़ा मज़ा आ रहा था.. वो भी चुदाई में मेरा साथ देने लगी..
बबिता – बड़ा मज़ा आ रहा है.. .. सही कहती थी माइ चुदाई का तो मज़ा ही अलग है.. ..
उसके बूब हिल रहे थे..
उसकी आँख बंद थी और वो चुदाई का मज़ा ले रही थी..
एकदम बंद सील को चोदने में मज़ा ही मज़ा है..
मैं रफ़्तार बढ़ाने के बाद लगभग 5 मिनिट तक चोदता रहा.. तभी सोनम कमरे.. में चुपके से आई उसके हाथ में फोन था..
उसने मुझे चुप रहने का इशारा किया..
फिर उसने मुझे इशारे से समझाया की बबिता से कहो की आँख बंद ही रखे..
सोनम ने उसे घोड़ी बना कर चोदने का इशारा किया.. वो हमारे सेक्स की वीडियो बना रही थी..
रोहित – बबिता आँख बंद ही रखना.. मैं ना कहूँ तब तक आँख नहीं खोलनी.. .. चलो घोड़ी बन जाओ.. ..
उसने हामी भारी..
उसे मज़ा ज़रूर आ रहा था पर मैने देखा उसकी चूत के उपर सूजन आ गई है और उसे घोड़ी बनने में परेशानी हो रही है..
वो घोड़ी नहीं बन पे..
मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी कमर पकड़ कर धीरे धीरे चोदने लगा.. घोड़ी बनाकर चोदने का मज़ा ही अलग है..
सोनम मेरे पास आ के खड़ी हो गई और मूवी बनाने लगी..
गाण्ड तो बबिता की बहुत सॉफ थी.. एक भी स्ट्रेच मार्क नहीं था..
सोनम से काफ़ी छोटी थी.. सो टकराने पर कम माँस होने से इतना मज़ा नहीं आ रहा था.. पर गाण्ड उसकी भी सुंदर थी.. छोटी प्यारी सी.. आख़िर वो अभी सिर्फ़ 15 16 साल की तो थी..
बबिता – बहुत दर्द हो रहा है पर मज़ा भी आ रहा है आहा आहा.. ..चोदो.. .. चोदो.. .. और चोदो.. .. चूत को फाड़ दो.. .. आ हा आ आ.. .. आ.. ..आ.. .. ऊओ.. .. उई मा आ.. .. ओहो ऊवू हाअ.. .. चोदो.. .. मज़ा आ रहा है.. .. .. ज़ोर.. .. से चोदो.. ..ओ.. .. ऊ.. ..
सोनम के देखने से ना जाने मुझे क्या हो रहा था की ऐसा लग रहा था अभी निकल जाएगा..
मैंने उसकी कमर छोड़ दी, बाहर निकाला और कुछ देर रुक कर फिर बूब पकड़ कर चोदने लगा.. ..
थोड़ी देर बाद सोनम की मौजूदगी और हमारी चुदाई देखना मुझ से सहा नहीं गया और मैं पूरा ऊपर चढ़ गया जैसे घोड़ी पर घोड़ा चढ़ जाता है.. ..
मुझे अब और भी मज़ा आने लगा..
खास तौर के सोनम के देखने से तो नशा सा छा रहा था..
2 3 मिनिट करने के बाद, मैं उसके ऊपर चढ़ कर रुक गया..
मेरा लंड उसकी चूत में ही था.. ..
मैने कुँवारी चूत में जोश में आ कर ज़्यादा तेज़ी से धक्के लगा दिए सो वो दर्द से मचल रही थी.. ..
मेरी सारी बॉडी उसके ऊपर थी..
जब मुझे एहसास हुआ की उसे काफ़ी दर्द है मैंने ऊपर से उसको बाहों में भर लिया..
कुछ देर बाद जब वो शांत हुई तो बोली –
बबिता – चोदो ना.. .. रुक क्यों गये.. .. मज़ा आ रहा है.. .. आपने तो.. .. मुझे पिंजरे में बंद कर दिया.. .. .. हिलने ही नहीं दे रहे.. .. मुझ से इतना वजन सहन नहीं हो रहो.. .. ऊऊ..
अब मैंने उसको ढीला छोड़ दिया..
अब फिर से उसको चोदने लगा.. ..
कभी पूरा ऊपर चढ़ जाता कभी नीचे से ही चोदता..
5 मिनिट के बाद वो ढीली पड़ गई..
मैं अब भी उसको चोद रहा था.. थोड़ी देर बाद मैंने सारा माल उसकी चूत में छोड़ दिया और खड़ा हो गया..
सोनम जल्दी से बाहर चली गई..
रोहित – आँख खोल कर खड़ी हो जाओ.. अपने बूब भी चूसा दो.. ..
वो खुश होती हुई खड़ी हो गई.. ..
खड़े होकर अपने गोल बूब मुझे चूसा रही थी.. ..
मैंने कई देर चूसने के बाद उसे छोड़ दिया.. वो मेरा इशारा पाकर कपड़े पहनने लगी..
बबिता – आज बहुत मज़ा आया.. आपका जी करे तब मैं आ जाउंगी.. ..ये आपकी चूत है.. .. आपके सिवा ये चूत किसी की नहीं है.. .. डिसकाउंट भी दे दूँगी साब..
रोहित – ठीक है बबिता तुम दूसरे कमरे में जाओ.. .. आराम करो.. .. रात को आना.. ..
वो ये सुन कर खुश हुई और बाहर चली गई.. ..
उसके जाते ही सोनम आ गई.. .. मैं अभी भी नंगा ही सोया था..
उसने आते ही अपना बूब मेरे मुंह में दे दिया.. ..
सोनम – अब बोलो कैसा रहा मेरा गिफ्ट .?. मज़ा आया ना.. ..
रोहित – बहुत मज़ा आया.. बंद बॉटल थी.. ..
सोनम – तो फिर रात क लिए बुक कर दूं .?.
रोहित – मैंने कर दी.. ..
सोनम – तुम रात में हम दोनों को चोदोगे.. .. बोलो.. .. मंज़ूर है .?.
रोहित – बिल्कुल मेरी छमक छल्लो.. .. ठीक है..
मेरी डार्लिंग सोनम ने प्लान बनाया की रात को सोनम और बबिता दोनों को अंधेरे में चोदा जाए..
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rangila
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Re: रानी बना लो मुझे

Post by rangila »

शाम को हम ने खाना खा लिया था.. मैं कमरे में आराम कर रहा था.. सोनम शाम को नहा कर मेरे पास आई..
सोनम – ये लो बादाम और केसर वाला दूध जिसे पीकर तुम्हारा स्टेमीना बढ़ जाएगा.. तुम पहले से ज़्यादा ठीक हो गये हो..
रोहित – वो तो तुम्हारे बूब का कमाल है..
सोनम – तुम भी ना.. सारे दिन मेरे बूब के पीछे पड़े रहते हो..
रोहित – बूब के पीछे नहीं मेरी जान बूब क आगे..
सोनम – तुम तो बात को नीचे पड़ने भी नहीं देते.. लो दूध पी लो.. 10 बजने वाले है.. बबिता भी आने वाली है.. आज होगा डबल धमाल..
मैंने दूध पी लिया..
रोहित – बबिता को तुम्हारे सामने चुदाई से तुम्हें कोई प्राब्लम तो नहीं होगी ना .?. .?.
सोनम – रात के अंधेर में होगा सब.. वैसे भी पहले तुम उसे चोदना.. फिर उसे तुम दूसरे कमरे में भेज देना.. वो अगर सेक्स के बाद कपड़े माँगे तो कहना की सुबह ले लेना.. नंगी ही चली जाओ.. उसको तुम कह देना की जब तक मैं ना कहूँ कुछ नहीं करना.. तुम उसको इस स्टाइल से चोदना की वो 10 मिनिट में ही झड़ जाए.. खुद मत झड़ जाना.. नहीं तो मुझे प्यासी ही सोना पड़ेगा.. सेक्स के टाइम मैं तुम्हारे पास आ कर सो जाउंगी.. बबिता के साथ खुला सेक्स करना ठीक नहीं है.. वैसे वो जान तो जाएगी की तुम मुझे रोज चोदते हो.. पर वो किसी को कुछ नहीं बताएगी.. उसकी मां को मौसा जी चोदते थे तो भी वो किसी को कुछ नहीं बताती थी.. सभी नौकरानी को मौसा जी चोदते थे.. पर सभी नौकरानी यही समझती थी की वे केवल उसी को ही चोदते हैं.. ठीक है.. चिंता बिल्कुल मत करना इनका कोई धर्म ईमान नहीं होता.. पैसा ही सब कुछ है इनके लिए..
रोहित – ठीक है मैं कपड़े खोलता हूँ.. तुम बबिता को भेज दो.. यार, ये दूध जो तुम रोज़ देती हो पीते ही एनर्जी आ जाती है.. मेरा शरीर भी काफ़ी अच्छा हो गया है..
सोनम – इसमे एक आयुर्वेदिक दवा मिला कर देती हूँ.. इसे अश्वगंधा बोलते हैं, इसमे सोने की भस्म मिली होती है.. ये काफ़ी महनगी द्वाई है.. इससे आदमी जवान रहता है.. मज़ा भी तैयार होता है.. सेक्स टाइम और स्टॅमिना भी बढ़ जाती है.. मैंने मेरे हज़्बेंड के लिए मंगाई थी पर कोई फ्यादा नहीं हुआ.. वो लुल ही रहे.. तुम इस्तेमाल कर लो.. एक बात और मेरे पति अब दो महीने बाद आएगे.. कल उनका फ़ोन आया था.. मज़े लो राजा.. मेरी प्यासी चूत का.. मैं अब जाती हूँ..
रोहित – ठीक है.. जल्दी भेजो.. बबिता को..
वो चली गई.. मैंने सारे कपड़े उतार दिए.. मेरा लंड एकदम सीधा खड़ा था.. वो आ गई..
रोहित – जल्दी आओ मेरी रानी.. जल्दी से कपड़े खोल कर लाइट बंद कर दो.. उसने वैसे ही किया.. वो बेड पर आ गई..
उसने अंधेरे में हाथ से मेरा बेड ढूँढा.. उसका हाथ मेरे लंड से लगा.. हम दोनों को ज़ोर का झटका लगा.. मैंने उसको खीच कर बेड पर लिटा लिया.. उसके बूब जो काफ़ी जंप ले रहे थे उनको पकड़ कर खेलने लगा..
उनको चूसने क बाद उसकी तंग चूत को चौड़ी कर लंड अंदर डाल दिया..
उसकी चूत आज कम टाइट थी.. कम से कम कल से तो कम ही थी.. एक ही झटके में थोड़ा सा लंड अंदर चला गया..
उसकी चूत के उपर हाथ लगने पर मुझे महसूस हुआ की सूजन अभी भी है..
कुँवारी लड़की की खोलने में मज़ा भले ही बहुत आता हो पर लड़के और लड़की की कैसी मां चुद जाती है ये वो लोग समझते होंगे जिन्होने झिल्ली फाडी होगी..
मैंने उसको सारी बातें समझा दी जो सोनम ने बताई थी.. सोनम कमरे में आ गई थी..
उसने अंधेरे में मुझे छुआ था.. वो नंगी थी..
बबिता – बाबूजी.. मज़ा आ रहा है.. मैडम जी ने तो मुझे आपकी सेवा करने का बहुत बढ़िया मौका दिया है.. मैडम जी बहुत अच्छी हैं.. हम कई सालो से यहाँ काम करते हैं.. किसी चीज़ की कोई परेशानी नहीं है.. सब मैडम जी की दया है..
मैंने मन में सोचा मेडम जी की नहीं बेटा पैसे की दया है..
रोहित – ये तो बढ़िया है.. फिर तुम इसी तरह सेवा करती रहो..
बबिता – जी बिल्कुल.. आप भी मैडम जी को खुश रखना.. मैडम जी आपके आने के बाद बहुत खुश है.. मां बताती हैं, साब तो लुल हैं..
रोहित – तुम्हारी मां को कैसे पता..
बबिता – साब को रिझाने की कई नौकरियों ने कोशिश की पर कोई फ़ायदा नहीं हुआ.. बस एक बार खूब दारू पी के चंदा नाम की नौकरानी के उपर चड़े थे.. उसने देख लिया साब का ज़रा से है और फिर भी ढंग से खड़ा नहीं होता.. उसने ही सब को बताया.. कोई फ़ायदा नहीं साब पे वक्त बर्बाद करने का..
रोहित – तुमने नहीं देखा अपने साब का..
बबिता – नहीं.. मैंने आपके सिवा अब तक किसी का नहीं देखा..
रोहित – क्यूँ ??
बबिता – माई कहती है, बाहर किसी को नहीं पता चलना चाहिए कुछ.. मालिक लोग तो अपनी इज़्ज़त बहुत प्यारी होती है तो कोई ख़तरा नहीं..
रोहित – वाह.. सही कहती है तुम्हारी माई.. चलो अब बातें बहुत हुई.. तुम्हारी चूत पर सूजन है दर्द तो नहीं हो रहा है..
बबिता – नहीं साब.. मज़ा आ रहा है अंदर डाले रहने में..
रोहित – तो फिर अब चुदाई शुरू करें..
फिर मैंने उसे घोड़ी बना कर चोदना शुरू कर दिया.. सोनम मेरी पीठ पर हाथ फेरने लगी..
सोनम भी सारी बातें सुन रही थी..
इससे मुझे और भी मज़ा आने लगा..
थोड़ी देर बाद सोनम ने अपने मस्त बूब मेरी पीठ पर रख दिए.. मज़ा दुगना हो गया..
आप किसी को चोद रहे हो औ कोई दूसरी देख रही हो लंड कैसे फटने को आ जाता है मैं बता नहीं सकता.. वो तो सोनम की दवाई का कमाल था थी की मैं अब तक रुका हुआ था..
जब लगा मैं झड़ने वाला हूँ तो फिर मैं पीछे से ही उसके उपर लेट गया और बातें शुरू कर दी..
रोहित – तुम्हारी माँ कौन सी है .?. क्या काम करती है .?.
बबिता – वो आज सुबह हरी साड़ी में आई थी ना.. वो मेरी माई है.. बंगले में ही काम करती हैं..
रोहित – उनका किसी से चक्कर तो नहीं है .?.
बबिता – मुझे तो पता नहीं है जी.. क्या आप उनको भी चोदना चाहते हो .?. अगर मैडम जी कहेगी तो वो मन जाएगी.. मेरे पिताजी तो है नहीं.. उनको भी शायद लंड चाहिए..
करो ना साब.. मेरा काम होने वाला था..
लंड तो अंदर था ही, मैंने लेटे लेटे ही स्पीड बड़ाई तो वो झड़ गई..
फिर मैंने उसको नीचे वाले कमरे में भेज दिया.. वो नंगी ही चली गई.

उसके जाते ही सोनम मेरे बिल्कुल पास आ गई..
सोनम – यार तुमने उसकी माँ के बारे में क्यों पूछा .?. उसकी चूत चाहिए क्या !
रोहित – नहीं.. मैं तो ये जानना चाहता था की वो ये बात बताती है या नहीं .?. उसने नहीं बताई.. मगर वो तो जानती थी ना.. मौसा जी उसकी मां को रोज चोदते थे..
सोनम – मैंने कहा था ना की वो किसी को कुछ नहीं बताएगी..
रोहित – लेकिन तुम्हारे पति के बारे में कुछ सुना.. लाइट जला लो.. तुम्हारी तो मैं लाइट में ही लूँगा..
सोनम – वो एक अलग बात है.. और फिर सच तो है मर्द की पास कितना ही कुछ क्यूँ ना उसकी सबसे बड़ी दौलत उसकी मर्दानगी होती है.. अब लुल है तो लुल है..
मैं हँसने लगा..
फिर सोनम खड़ी होकर लाइट जलाने गई.. लाइट जल चुकी थी.. सोनम आज बहुत सुंदर लग रही थी..
उसने गोरे रंग पर काली पैंटी और ब्रा पहन रखी थी.. उसके बूब ब्रा फाड़ कर बाहर आना चाहते थे.. बीच की दरार ने तो दिल ही लूट लिया..
वो फ़्रीज़ से पीने क लिए जूसे ले आई.. हमने जूसे पी लिया..
सोनम – तुम अभी झड़ तो नहीं गये ना.. मेरी चूत का जी आज सारी रात चुदने का है.. आज मैं स्लो सेक्स का मज़ा लेनी वाली हूँ.. तुम रुक रुक कर सारी रात चोद मचाना..
रोहित – ये सारा माल तुम्हारी चूत में ही डालूँगा..
वो अब मेरे साथ चिपक गई.. मेरे सीने पर हाथ फेरने लगी..
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Re: रानी बना लो मुझे

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सोनम – यार ऐसे होना चाहिए की हर आदमी की दो – दो बीवियाँ होनी चाहिए.. सारी रात मज़ा आए.. एक बूब चूसाए और दूसरी अपनी चूत में लंड की पार्किंग करवाए.. कभी आगे करे कभी पीछे करे.. रोज दो – दो चूत.. एक लंड 2 चूत 4 बूब्स.. आहा.. दोनों तरफ बीवियाँ सोई हो.. और तो और जब एक के पीरियड हो तो दूसरी मज़ा दे.. एक पिहर जाए तो दूसरी तो पास ही रहे.. मज़ा आ जाए..
रोहित – यार तुमने तो बहुत बढ़िया आइडिया दिया है.. एक आइडिया जो बदल दे आपका सेक्स एक्सपीरियेन्स..
वो हँसने लगी.. उसके बूब को मैं ब्रा क ऊपर से ही सहला रहा था.. उसके बूब चूसने से काफ़ी बड़े हो गये थे.. पर उनका मज़ा दिन – रात ज़्यादा आने लगा..
रोहित – यार एक बात बताओ.. अगर किसी क दो – दो पति हो तो .?. एक चूत मारे और दूसरा बूब चूसे.. एक आगे से और एक पीछे से..
सोनम – नहीं यार.. तुम्हारा जैसा तो एक ही बहुत है..
मैंने उसकी पैंटी उतार दी.. उसको बेड पर उल्टा कर दिया..
फिर उसकी ब्रा खोल दी.. उसके ऊपर लेट गया..
उसकी मखमली नितंबो का मज़ा लेने लगा.. लंड दरार के ऊपर था..
लंड धीरे – धीरे बहुत टाइट हो रहा था.. वो दोनों नितंबो के बीच की दरार को चीरता हुआ गाण्ड के छेद में चला गया..
मैं धीरे – धीरे धक्के मारने लगा.. हर शॉट पर मज़ा बढ़ता ही जा रहा था..
वो भी मज़ा ले रही थी.. उसके नितंबो की मखमली ज़मीन पर शॉट मारने से लंड के आस – पास के एरिया को असीम आनंद आ रहा था.. शायद इसी कारण लोग अपनी वाइफ को उल्टी कर उसके दोनों नरम सोफे पर कूद – कूद कर मज़ा लेते हैं..
सोनम – यार एक बात बताओ.. लोग औरत को उल्टा कर पीछे वाली क्यों लेते हैं .?. .?. मज़ा तो आगे वाली चूत में आता है..
रोहित – डार्लिंग तुम बताओ.. तुम्हें मज़ा आ रहा है या नहीं .?. ज़्यादा मज़ा कब आया .?.
रोहित – मज़ा तो आ रहा है.. तुम्हारा लंड जब दरार पर टीका तब मज़ा आया.. जब वो दोनों नितंबो को चीर रहा था तो मज़ा डबल हो गया.. अब भी आ रहा है मज़ा..
रोहित – बस यही बात है मेरी रानी.. लॅडीस क जब ऊपर लेट जाते है तो उसकी मखमली नितंबो का मज़ा आने लगता है.. लंड दरार के ऊपर रख कर फिर धीरे – धीरे टाइट होने लगता है.. वो दोनों नितंबो क बीच की दरार को चीरता हुआ गाण्ड के छेड़ में चला जाता है.. फिर धीरे – धीरे धक्के मारने से मज़ा आता है.. हर शॉट पर मज़ा बढ़ता ही जाता है.. वो भी मज़ा लेने लगती है.. उसके नितंबो की मखमली ज़मीन पर शॉट मारने से लंड क आस – पास के एरिया को असीम आनंद आता है.. शायद इसी कारण लोग अपनी वाइफ को उल्टी कर उसके दोनों नरम सोफे पर कूद – कूद कर मज़ा लेते हैं..
रोहित – वाह वाह उस्ताद एकदम सही कहा.. तुम्हारा जवाब नहीं.. आज बस इसी स्टाइल में गाण्ड मारो.. इस तरह चुदाई और बातें चलती रही.. हम दोनों सातवें आसामान पर एक दूसरे की ले रहे थे.. .. चुदाई 2 बजे तक चलती रही.. ..
सोनम – यार तुम्हारी किस्मत को तो मनना पड़ेगा.. कल सुबह मेरी सिस्टर तान्या मंडी से आ रही है.. सुबह 7 बजे ट्रेन से यहाँ आ जाएगी..
रोहित – फिर तो मर गये.. चुदाई का प्रोग्राम बंद करना पड़ेगा.. अब क्या करे..
सोनम – डरो मत.. सब ऐसे ही चलता रहेगा.. मैंने ही उसको 8 – 10 दिनों क लिए बुलाया है..
रोहित – पर क्यों .?. .?.
सोनम – यार वो मंडी में एक स्कूल चलाती में है.. उसका पति करीब 2 महीने पहले बीमार हो गया था.. और उसको एकदम सही होने में काफ़ी वक्त लग जाएगा.. वो बेड रेस्ट पर है.. तान्या ने 2 महीने से सेक्स नहीं किया.. मैंने ही तुम्हारे बारे में बताया था.. पहले तो वो नहीं मानी पर फिर राज़ी हो गई.. तुम जब उसको देखोगे तो मज़ा आ जाएगा.. जब किसी और को चोदते हो तो मुझे देखने में बहुत मज़ा आता है..
रोहित – यार तुम कितना ख्याल रखती हो मेरा.. अब मेरी बूब की रानी नींद आ रही है सो जाओ.. फिर हम सो गये..
उस दिन सुबह उसकी बहन तान्या नहीं आई..
उस दिन हमने सेक्स नहीं किया.. सोनम बोली की रात को भी ऑफ रखेगे..
तान्या के आने पर ही तीनों मिलकर सेक्स करेंगे..
सुबह हम जागे.. चाय पी खाना खाया..
सोनम नाहकर मेरे कमरे में आ गयी..
आज उसके चहरे पर तेज था..
सोनम – यार तान्या तो आज शाम 8 बजे आएगी.. तब तक मैं ही तुम को चूत दूँगी..
रोहित – चलो.. आ जाओ..
वो थोड़ी देर के लिए बाहर गई..
फिर आई तो मैंने आते ही उसको पीछे से पकड़ लिया..
उसके दूध मेरे हाथ में थे और मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा..
वो एकदम चुप थी.. आँखें बंद कर मज़ा ले रही थी..
फिर मैंने उसकी साड़ी उतार दी..
मैं भी पूरा नंगा हो गया..
पैंटी उतार कर लंड उसकी चूत में जाने लगा..
नितंबो के बीच की दरार चौड़ी होने लगी..
लंड अब गाण्ड से होते हुए चूत के अंदर था.. थोड़ी देर ऐसे ही चलता रहा..
फिर मैंने ब्रा खोल दी..
अब उसकी नंगी पीठ मेरे सीने से लग गई.. दोनों को स्पर्श का खूब मज़ा आ रहा था..
रोहित – बेड पर चलो..
वो बेड पर लेट गई.. मैं उसके दूध चूसने लगा..
दूध की निप्पल मेरे मुंह में थी..
मैं बदल – बदल कर दोनों दूध चूस रहा था..
आप तो अब तक जानते ही होंगे मैं उसके गोरे, लाल दू दू और गुलाबी निप्पल का दीवाना था..
चूसने से दूध एकदम लाल हो गये..
अब उसके गालों और होंठों की बारी थी..
20 मिनिट तक गाल खूब चूसे और चाटे..
अब उसको उल्टी कर पीठ पर लेट गया..
शॉट मार मार कर लंड गाण्ड के पीछे से चूत में घुसा दिया..
उसके मुलायम चुत्तडों पर जंप आ रहा था..
सोनम – यार चूत में डालो..
मैंने ऐसे सुनते ही उसकी टाँग चौड़ी कर लंड चूत में डाल दिया..
3 – 4 झटको के बाद लंड चूत में था.. मज़ा आने लगा..
सोनम – ऐसे ही चुदाई मचाते रहो.. चूत पर बॅटिंग करते रहो..
रोहित – सिक्सर भी लगा दूँगा..
उसके दूध मेरे सीने से रगड़ खा रहे थे..
निप्पल के टच करने का मज़ा ही कुछ और था..
दूध का नशा मस्त था..
उसको घोड़ी बना कर ज़ोर से चोदा..
मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी कमर पकड़ कर चोदने लगा..
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