रानी बना लो मुझे complete

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rangila
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रानी बना लो मुझे complete

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रानी बना लो मुझे


साथियो बहुत दिनो बाद आपके लिए एक और मस्त कहानी लेकर आया हूँ ये कहानी आपको ज़रूर पसंद आएगी .
मित्रो कभी कभी जीवन में ऐसी ऐसी घटनाए हो जाती है जिनके बारे में इंसान सोच भी नही सकता . ऐसी ही एक घटना जिसमे इस कहानी के मुख्य किरदार को ऐसा अपनी ईमानदारी का इनाम मिला जो उसने कभी सोचा भी नही था . भाइयो अब कहानी शुरू कर रहा हूँ कहानी ................. एक दिन की बात है, मैं होटल पर कुछ खाने के लिए गया था तभी मेरी नज़र टेबल पर पड़ी.. वहाँ एक औरत का पर्स पड़ा था.. मैंने उसमें देखा तो दो “ए टी म”, 8500 रुपये और एक बिल था.. उस पर एक मोबाइल नंबर था..
मैंने वहाँ फोन मिला कर पता लगाया की वो किसी सोनम जी का है.. वहाँ से उनका नंबर भी मिल गया..
फिर, मैंने फोन मिलाया – हेलो मैडम जी, मैं रोहित बोल रहा हूँ.. मुझे होटल पर आपका पर्स मिला है.. मैं इंडस्ट्रियल एरिया से मेरे रूम से बोल रहा हूँ.. आप आ कर पर्स ले जाओ..
सोनम – आपका धन्यवाद.. आप अपना पूरा पता दे दो.. मैं शाम को आ जाउन्गी..
शाम को, एक नंबर से कॉल आया.. मैंने फिर से अपना पता बताया..
थोड़ी देर बाद, मेरे रूम के आगे एक कार आ कर रुकी.. उसमें से एक बहुत ही खूबसूरत औरत निकली..
वो एकदम गोरी और काफ़ी लंबी थी.. उसका चेहरा तो बहुत ही सुंदर था..
उसकी सारी बॉडी एकदम फिट थी.. उसके गाल और होंठ तो ज़बरमस्त थे..
साड़ी में कयामत ढा रही थी.. उसके बूब तो क्या खूब थे.. गले में एक छोटा सा लॉकेट था.. उसके बूब के बीच की दरार दिख रही थी.. मैं तो बस देखता ही रह गया..
सोनम – हेलो, मैं सोनम हूँ.. आप रोहित हैं ना.. उसकी आवाज़ में तो जादू था.. वो हर वर्ड को बहुत ही सुंदर ढंग से बोल रही थी.. मानो हिन्दी की टीचर हो..
मैंने कहा की मैं ही रोहित हूँ..
फिर मैं उनको कमरे में ले गया.. उनको चाय पिलाई..
फिर मैं उनको अपनी बातों से हँसने लगा..
सोनम – आप क्या करते हैं .?.
रोहित – मैं यहाँ पढ़ाई करता हूँ.. यही रहता हूँ.. पहले उप – डाउन करता था.. अब 3 महीने बाद पेपर है.. अब यहीं रहता हूँ.. मेरा फ्रेंड गाँव गया है.. हम दोनों रहते हैं.. यही बिजली बोर्ड में पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं.. हमारे सर ने यहाँ लगाया है.. यहाँ का एक्सपीरियेन्स काम आएगा..
सोनम – तुम यहाँ क्यों रहते हो .?. सिटी से इतनी दूर यहाँ स्मेल नहीं आती .?. सर्दी नहीं लगती .?.
रोहित – यहाँ किराया बहुत कम है.. 800 रुपये और शिमला सिटी में इतना बड़ा मकान तो 4000 में भी नहीं मिलता.. पैसे की भी प्राब्लम है, जी.. ट्यूशन भी करनी पड़ती है.. 4000 – 5000 खर्च हो जाते हैं..
सोनम – आप तो काफ़ी इंटेलिजेंट हो.. मेरे पर्स को वापस दिया है इसलिए आपकी ये प्राब्लम तो अभी दूर कर देते हैं.. मेरे घर में रूम है.. वहाँ सारी सुविधा भी मिल जाएगी.. खाना – पीना और कपड़े धोने की सुविधा एकदम फ्री..
रोहित – लेकिन.. ..
सोनम – ये सब छोड़ो.. .. मैं फोन करती हूँ.. मेरा ड्राइवर तुम्हारा सारा सामान ले जाएगा.. तुम बैठो कार में..
वो बड़ी खुश थी..
उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोली – असल में मुझे तुम जैसे ईमानदार लड़के की तलाश थी..
मैंने तुरंत ही रूम लॉक कर दिया और कार में बैठ गया.. उसका जादू मुझ पर चढ़ गया..
उसने कार का एसी चालू कर दिया.. मुझे ठंड लगने लगी..
थोड़ी देर बाद हम उसके घर पर पहुँच गये..
उसका घर बहुत बड़ा था.. मानो कोई बहुत बड़े आदमी का घर हो..
2 – 3 नौकरानी थी.. एक बड़ा सा पार्क था..
उसने घर पर जाकर अपने नौकर को मेरा सामान लाने को कहा..
मैंने उसे अपना पता बताया..
सच में मैंने ऐसा घर आज तक नहीं देखा.. घर को बस देखता ही रह गया..
फिर सोनम ने पानी दिया और फिर ठंडा पिलाया..
थोड़ी देर बाद वो नहा कर आई.. क्या क्यामत लग रही थी.. उसके पर्फ्यूम की महक लाजवाब थी..
उसने कहा की तुम्हारा सामान आने वाला है.. तुम जल्दी से नहा लो.. मैं नहाने चला गया..
पहली बार शावर के नीचे नाहया.. मज़ा आ गया..
फिर सोनम ने मुझे कपड़े दिए तो वो मुस्कुरा दी..
मैं नाह कर बाहर आया.. अब सोनम मेरे पास बैठ गई..
मैंने काफ़ी देर तक बात की और वो मेरी बात सुनकर बहुत हँसी.. फिर हम दोनों ने खाना खाया..
वो बार – बार खड़ी होकर खाना परोस रही थी.. उसके बूब मुझे दिख रहे थे..
वो ये देख कर मुस्करा रही थी.. मज़ा आ गया..
फिर हम ने काफ़ी बातें की..
इतनी सुंदर औरत क साथ बात करते हुए मज़ा आ रहा था.. फिर हम दोनों टीवी वाले रूम में आ गये.. एक ही बेड पर बैठे थे..
रोहित – आपने अपने बारे में नहीं बताया..
सोनम – मेरे पति चंडीगढ़ में बिज़्नेस करते हैं.. महीने दो महीने बाद आते हैं.. उनके दो भाई और माता – पिताजी गुजरात में रहते हैं.. मैं यहाँ मेरी मौसी जी के साथ रहती हूँ.. हमारी यहाँ दो मिल है.. मैं उनको संभालती हूँ.. थोड़े ही दिनों में मौसी जी की बेटी की डेलिवरी होने वाली है इसलिए वो वहाँ गई हुई है.. मेरी शादी को 5 साल हो गये हैं.. और कहते कहते वो थोड़ी उदास हो गई थी..
रोहित – आपका कोई बेबी.. ..
सोनम – मेरे हज़्बेंड शायद पिता नहीं बन सकते.. वो बेड पर … … ..
रोहित – सॉरी मैडम जी.. ..
सोनम – ना ना कोई बात नहीं.. एक बार मेरे हज़्बेंड ने कोई न्यू सेक्स पाटनेर लेने क लिए भी कहा था.. मैंने सॉफ मना कर दिया..
रोहित – आपने सही किया..
सोनम – जब आपको देखा तो मेरा मन कहने लगा की आप मेरे फ्रेंड बन जाओगे..
रोहित – आप फ़िकर ना करें.. और मैंने उनका हाथ अपने हाथ में ले लिया.. मुझे ठंड लग रही थी..
मैं रज़ाई के अंदर बैठ गया.. हम आम आदमियों को “ए सी” की इतनी आदत नहीं होती..
वैसे भी मैं आपको बता दूं शिमला में मई में भी काफ़ी सर्द मौसम रहता है पर अमीरों को गर्मी कुछ ज़्यादा ही लगती है..
तब तक 9 बज गये थे..
सोनम – मैं ड्रेस चेंज कर आती हूँ..
रोहित – ये ड्रेस भी बहुत सुंदर है..
वो हँसने लगी..
फिर वो थोड़ी देर बाद आई.. उसे देखते ही मुझे झटका सा लगा..
मेरा लंड तो मुँह उठा कर खड़ा हो गया..
वो सीधे मेरी रज़ाई में आ गई..
सोनम – आज मैं बहुत खुश हूँ.. मुझे तुम बहुत ही खूबसूरत और मस्त दोस्त मिले हो..
उसने मेरे हाथ को किस किया..
वो नाइटी में जादू कर रही थी..
सोनम – आओ.. ..
मैं उसकी पीठ के पीछे था.. मैंने उसे पीछे से पकड़ा..
बिना सेक्स के बारे में एक शब्द बोले, चुदाई शुरू होने वाली थी..
समझ तो मैं पहले ही गया था लेकिन इतना आसान होगा इसका ईलम नहीं था..
खैर, अगले ही पल उसके दोनों बूब मेरे हाथ में थे.. उसके बूब लाजवाब थे..
एकदम रस से भरे.. उसने गर्दन मोडी तो मैंने भी बिना कुछ कहे गाल को चूसना शुरू कर दिया..
यार, बहुत मज़ा आ रहा था..
हर लड़की इतनी बिंदास हो तो मज़ा ही आ जाए..
काफ़ी देर ऐसे ही चलता रहा..
सोनम – रोहित मेरी नाइटी उतारो.. आज बहुत मज़ा आएगा.. मेरे राजा तुम समझ ही गये होगे मैं तुम्हारी हूँ.. मेरे बूब, मेरे गाल, मेरी चूत सब तुम्हारी है.. अब तक तुम समझ गये होगे मैं तुम्हें यहाँ क्यूँ लाई..
रोहित – हाँ डार्लिंग..
अंधे को क्या चाहिए दो आँखें..
एक अमीर लड़की वो भी बिंदास चूत और बूब बोलने वाली..
मैंने तुरंत उसकी नाइटी उतार दी..
अगले ही पल वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थी..
उसने बेजीझक मेरे कपड़े भी उतार दिए..
मुझे अमीर लोग काफ़ी पसंद आए..
मेरा लंड अंडरवियर फाड़ रहा था.. मैं अब भी उसके पीछे था.. उसके बूब को पकड़ रखा था..
कभी ज़ोर से कभी धीरे से उसके गाल चूस रहा था..
काफ़ी देर तक मीठा – मीठा मज़ा आता रहा.. वो आगे झुकी तो मैंने ब्रा का हुक खोल दिया..
उसकी नंगी पीठ मेरे सीने से लग चुकी थी.. बहुत मज़ा आने लगा..
असली मज़ा तो अब आने वाला था..
उसके गोल – गोल बूब मेरे हाथ में थे.. गुलाबी रंग की निप्पल हाथ में आ गये..
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rangila
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Re: रानी बना लो मुझे

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चोकिए मत, बचपन से पहाड़ी या सर्द इलाक़े में रहने वाली लड़कियों के निप्पल गुलाबी ही होते हैं..
दोनों बूब को साथ में दबाने मे लाजवाब मज़ा था.. बीच की दरार तो जोरदार थी..
मैंने फटा फट अपना अंडरवियर खोल दिया.. लंड उसकी गाण्ड के दोनों उभरो के बीच घुस गया..
हम दोनों अभी भी बैठे ही थे..
सोनम – मेरे पति तो 5 मिनिट्स भी नहीं कर पाते.. आज तुमने यहाँ तक आने में 20 मिनिट्स लगा दिए..
मेरा लंड मस्ती में झूम रहा था.. मैं बस मज़े लूट रहा था..
मां चुदाए उसका पति..
मैं थोड़ी थोड़ी देर बाद दोनों गाल चूस रहा था..
दोनों बूब पर हाथ फेर कर मज़ा आने लगा..
उसके बूब बहुत ही गोल थे.. लटके हुए बिल्कुल भी नहीं थे..
पहले कुछ मुलायम थे.. अब तो एकदम टाइट हो गये थे..
गोरे रंग के होने के कारण बहुत सुंदर लग रहे थे.. और छोटे से गुलाबी निप्पल..
मेरे जिन दोस्तों की शादी नहीं हुई उनको मेरी राय है की पहाड़ी या सर्द इलाक़े की लड़की से शादी करे..
गोरा नहीं लाल बदन, एक दम चिकना और गुलाबी होंठ और गुलाबी निप्पल.. बाकी लड़कियों की तरह इन लड़कियों की चूत भी काली नहीं होती..
खैर, मैंने उनको बिल्कुल नीचे से पकड़ रखा था.. कभी छोड़ता, कभी पकड़ता, कभी दबाता..
सोनम – आगे भी आ जाओ.. बूब को भी चूस लो या सिर्फ़ दबाते ही रहोगे..
रोहित – आज सब कुछ होगा, मेरी रानी.. बहुत मज़ा आ रहा है किसी और की बीवी के साथ करते हुए.. ..
सोनम – मैं तुम्हारी ही बीवी हूँ..
मैं अब आगे आ गया.. वो बेड पर लेट गयी..
मैं उसके होंठ चूस रहा था.. एक हाथ से उसके बूब मसल रहा था.. कुछ देर ये चलता रहा..
अब मैं बिल्कुल उसके ऊपर आ गया.. उसके बूब मेरे सिने से लग रहे थे.. बहुत मज़ा आ रहा था.. मज़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा था..
सोनम – मेरे बूब तुम को पसंद आ गये.. इनके पीछे ही पड़े हो..
रोहित – हाँ मुझे पहाड़ी लड़कियाँ बहुत पसंद हैं.. लगता है आपका परिवार, पुश्तों से शिमला मे ही है.. आप यहीं की हैं ना..
सोनम – हाँ पर अब आगे आ जाओ..
अब मैंने बूब को चूसना शुरू कर दिया..
कभी सारा बूब मुंह में लेने की कोशिश करता, कभी साइड से चूसता, कभी निप्पल मुंह में लेता..
दोनों बूब में बड़ा मज़ा था.. चूत की तरफ जाने का मन ही नहीं कर रहा था..
इधर, सोनम बार बार सिसकारियाँ ले ले कर मेरा होसला बढ़ा रही थी..
जब मैंने चूत पर हाथ रखा तो बो बोली जल्दी करो.. टाइम मत लगाओ.. 5 साल से प्यासी हूँ..
अब उसने मेरे लंड को पकड़ा तो मुझे झटका सा लगा..
वो इतनी व्याकुल थी की उसने पैंटी के उपर से ही लंड को पकड़ कर चूत में डालने की कोशिश की..
मेरा लंड उसके शरीर पर फिर रहा था..
फिर मैंने लंड को पकड़ा और दोनों बूब के बीच में डाल कर आगे पीछे करने लगा..
सोनम को बोला की तुम दोनों हाथो से दोनों बूब को पकड़ कर दोनों को करीब लाओ..
अब लंड दोनों बूब के बीच था..
बूब की मुलायम चमड़ी में लंड को आगे पीछे कर चोदने में अपना मज़ा है.. लंड टाइट होता गया..
अब मैंने बिना देर किए पैंटी खींच कर लंड को चूत में डाल दिया..
चूत में लंड जा नहीं रहा था..
मुझ पर भी अब तक मदहोशी सवार हो चुकी थी सो मैंने एक जोरदार धक्का दिया पर लंड के आगे दर्द होने लगा..
उसकी सील टूटी हुई नहीं थी..
एक पल के लिए मुझे अपनी किस्मत पर भरोसा ही नहीं हुआ..
मैंने लंड पर थूक लगाया और एक ही झटके में पूरी ताक़ात लगा कर लंड अंदर घुसेड दिया..
सोनम की चीख निकल गयी और साथ में मेरे लंड पर खून की धार बहने लगी..
रोहित – किसी ने सुना तो नहीं..
सोनम – पूरे घर में कोई नहीं है.. डरो मत.. घर बहुत बड़ा है.. ज़ोर से चिल्ला दोगे तो भी आवाज़ बाहर नहीं जाएगी..
कुछ देर वो शांत रही, मैं भी लंड डाले यूँ ही पड़ा था..
असल मे मुझे भी लंड की टिप पर दर्द हो रहा था..
फिर धीरे धीरे हम शुरू हुए और कुछ देर बाद वो लगातार बोलती जा रही थी..
सोनम – मेरे राजा.. .. चोदो मुझे.. .. मैं तुम्हारी हूँ.. .. सब तुम्हारा है.. ..चोदो.. .. सारी रात चोदो.. .. यार, तुम कमाल हो.. .. जो जी मैं आए वो सब करो.. .. मैं तुमको जाने नहीं दूँगी.. .. मेरे पति को भी बता दूँगी.. .. उनके सामने चोदना मुझे.. .. आज सारी रात तुम्हारी है मेरे राजा.. .. सारी रात चूत को चोदो.. .. मज़े लो मेरे जिस्म के.. फाड़ दो आज..
वो बोलती ही जा रही थी..
सोनम को बहुत मज़ा आ रहा था.. शायद मुझ से भी ज़्यादा..
मैं उसके ऊपर लेटा हुआ था..
काफ़ी देर से ज़ोर लगने के कारण थक गया था..
अब वो बोली – फ्रीज में एनर्जी ड्रिंक पड़ी है.. वो पीने से थकावट दूर हो जाएगी.. वो एकदम से खड़ी होकर फ्रीज से ड्रिंक ले आई..
उसकी फुर्ती देख कर मुझे ताजुब हुआ कुछ देर पहले ही उसकी झिल्ली फटी थी और खून की धार उसकी जाँघ पर अभी भी चमक रही थी..
खैर, पीने के बाद हम फिर शुरू हो गये..
रोहित – अब तुम को बहुत मज़ा आने वाला है, मेरी रानी.. ..
जल्दी से घोड़ी बन जाओ, मेरी जान.. ..वो घोड़ी बनी और मैं लंड डाल कर उसके ऊपर चढ़ गया..
मज़ा आने लगा..
सोनम – ये सेक्स स्टाइल पहले क्यों नहीं किया .?. बहुत मज़ा आ रहा है..
मैं लगातार चोद रहा था..
वो अभी भी दर्द में थी पर बहुत खुश थी..
5 साल से चुदने की तड़प सॉफ दिख रही थी..
अब मैं कभी चोदता, कभी पूरा ऊपर चढ़ जाता और कभी उसके दोनों बूब पकड़ कर चोदने लगता..
मेरे लंड और दोनों पैर उसकी मुलायम गाण्ड और पैरो से भीड़ – भीड़ कर फट फट की आवाज़ कर रहे थे..
आगे के मेरे सारे शरीर में मज़ा ही मज़ा आ रहा था..
जहाँ – जहाँ मेरी बॉडी सोनम की बॉडी से टच कर रही थी, वहाँ बहुत ही मज़ा आ रहा था..
अब मैं सोनम को बेड क कोने पर ले आया और खुद ज़मीन पर खड़ा होकर चोदने लगा.. अब ज़ोर कम लगाना पड़ रहा था..
अब मैं सोनम के बूब पकड़ कर चोद रहा था..
सोनम – तुम तो मेरे बूब के पीछे ही पड़े हो .?. कभी देखे नहीं क्या .?. करते रहो मज़ा आ रहा है.. .. ये बूब तुम्हारे ही हैं.. .. आराम से.. ..तुम मुझे पहले क्यों नहीं मिले .?. .?. .?. चोदो राजा.. .. चोदो.. .. फक मी वाइल्ड.. फक माइ पुसी..
रोहित – तुम्हें इंग्लीश में भी मज़ा आता है .?. .?.
सोनम – क्या करूँ, मैं इंग्लीश मीडियम से पढ़ी हूँ.. सारी ब्लू फिल्म मे पॉर्न स्टार इंग्लीश में ही बोलती है.. आ आहा बहुत मज़ा आ रहा है.. .. चोदो.. .. आ आहा आ मर गई.. ..
मैं सारा लंड बाहर निकलता और फिर सारा अंदर डालता..
सोनम – जल्दी करो.. .. 2 मिनिट में काम होने वाला है.. आहा मर दिया मुझे.. .. राजा जल्दी करो.. .. आ आहा आ मर गई मैं.. .. चूत का सारा रस निकल दो.. .. .. सारी रात चोदो.. .. .. मैं राजा की रानी हूँ.. रानी बना लो मुझे.. .. .. चलते रहो.. .. रुकना मत.. ..
थोड़ी ही देर में वो झड़ गई.. मैंने भी ज़ोर ज़ोर से झटके मर कर सारा पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया..
सोनम ने खड़ी हो कर मुझे गले से लगा लिया.
मैं उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगा.. उसके बूब मेरे सिने से टकरा रहे थे.. थोड़ी देर बाद उसने एक जोरदार किस किया..
सोनम – थोड़ी देर रुक कर नहा लेते हैं..
रोहित – आप नहा लो.. ठंड है सोनम..
सोनम – अरे मेरे बूब के दीवाने पानी गरम भी है..
मैं एक बार फिर लपक कर उसके बूब को चूमने लगा..
सोनम – तुम भी ना.. .. बाथरूम में चूसना.. ..
हम बाथरूम में चले गये.. उसने पानी चेक किया और बोली – देखो कैसा है..
रोहित – सही है..
फिर वो अपना सूखा खून और सफेद रस धोने के बाद बोली – थोड़ी देर रूको.. पानी शावर से आएगा..
फिर थोड़ी देर में पानी शुरू हो गया.. हम दोनों नहाने लगे..
dil1857
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Re: रानी बना लो मुझे

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rangila
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वो मुझे नहला रही थी.. साबुन लगा रही थी.. हर जगह साबुन लगा कर बोली – तुम भी लगाओ..
मैं भी लपक के साबुन लगाने लगा..
उसके गालो पर लगाकर गले में फिर उसकी काक में..
उसके बूब पर साबुन लगता रहा फिर उसकी नाभि पर.. आगे पीछे हर जगह लगाई..
फिर पानी शुरू हो गया.. हम दोनों ने एक – दूसरे को खूब नहलाया..
फिर टोलिए से वो मेरी बॉडी सॉफ करने लगी..
अब उसने लंड को भी पोंछ तो वो फिर खड़ा हो गया..
सोनम – ये फिर तैयार हो गया !!
रोहित – ये तो स्क्रीन टच है..
वो हँसने लगी और हम बाहर आ गये..
रोहित – मेरे कपड़े .?. .?.
सोनम – डार्लिंग कपड़े कल पहनेगे.. ..रात को पता नहीं कब मूड बन जाए.. वो हँसने लगी..
फिर वो मुझे पकड़ कर बेड पर आ गई..
रोहित – यार भूख लगी है.. ..
सोनम – दूध पियोगे .?.
मैं मुस्कराया..
वो फ्रीज की तरफ गई.. अंगूर लाई.. हम खाने लगे..
सोनम – डार्लिंग.. .. आज तो बहुत मज़ा आया.. .. तुम्हारी नौकरी पक्की..
रोहित – कैसी नौकरी .?. .?.
सोनम – अरे मुझे रोज चोदने की.. .. कोई छुट्टी भी नहीं मिलेगी.. 1000 रुपये डेली..
रोहित – ठीक है.. ड्यूटी रोज करूँगा..
वो अपने हाथों से अंगूर खीला रही थी.. मज़ा आ रहा था.. मैं उसके बूब को लगतार दबा रहा था..
सोनम – इतना मज़ा तो 5 सालों में भी नहीं आया.. आज से तुम मेरे हज़्बेंड.. हर महीने 30000 रुपये भी मिलेंगे मेरी चूत चोद्ने के लिए.. मंजूर है…
रोहित – 30 हज़ार.. ज़्यादा नहीं है…
सोनम – हमारी यहाँ 2 टिंबर मिल हैं रोजाना लाखों का कारोबार होता है.. .. तुमने मुझे वो खुशी दी है जो खरीदी नहीं दी जा सकती.. मैं हज़्बेंड को बताकर तुम्हें अपना बना लूँगी..
रोहित – यार हज़्बेंड को मत बताना.. वरना सब गड़बड़ हो जाएगा.. ये राज़ मेरे और तुम्हारे बीच ही रहना चाहिए.. पर तुम तो अभी तक कुँवारी थी.. तुमने कभी कुछ किया ही नही तो लंड, चूत, चुदाई ये सब कहाँ सुना..
सोनम – ठीक है डार्लिंग जैसा तुम्हें ठीक लगे.. मेरे पति के लंड में इतना कड़कपं नहीं है की वो चूत चोद सके.. दूध पीने या गाण्ड मे चुम्मि करने में ही वो झड़ जाते हैं.. शादी के पहले, मेरा एक बॉय फ्रेंड था पर जब उसका मेरी पैंटी उतारने के 2 मिनिट के बाद ही छूट गया.. फिर शायद शरम से या ना जाने क्यूँ उसने मुझसे ब्रेक अप ही कर लिया.. हलाकी मेरी सहेलियों ने मुझे बताया था की पहली बार लड़की को नंगी देखने में ही लड़के छूट जाते हैं.. लेकिन उसने दुबारा कोशिश ही नहीं की.. और जहाँ तक चूत, लंड गाण्ड की बात है..मेरी तो छोड़ो 15 16 साल की लड़कियाँ अपने स्कूल के कोर्स से पहले ये सब सिख जाती हैं.. इतना तो खैर तुम मर्द भी जानते होगे.. चलो छोड़ो ये सब.. अरे मैंने तुम्हें बताया नहीं मेरी मौसी भी यहाँ रहती है.. ..
रोहित – फिर तो गड़बड़ हो जाएगी.. ..
सोनम – नहीं यार.. .. वो किसी को कुछ नहीं बताएगी.. वो छोटी मौसी है.. 35 साल की है.. उसके हज़्बेंड ख़तम हो गये.. यहीं रहती है.. मेरा हाथ बँटाती है.. तुम एक बार उसे देख लोगे तो चोदने का मन करेगा.. ..मैं और वो कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म साथ देखते है.. ये मेरे मोबाइल में उनकी फोटो देखो.. ..
फिर वो फोटो दिखाने लगी..
रोहित – अरे ये तो बिल्कुल तुम्हारी सिस्टर लग रही है.. ..अगर तुम्हें एतराज ना हो तो इनको भी चोद दूं..
सोनम – तभी तो दिखाई है..
सोनम – यार ये फिर खड़ा हो गया.. .. आ जाओ उपर.. मना किसने किया है.. फिर घोड़ी बना कर चोदना.. मज़ा आता है..
मैं उसके ऊपर आ गया.. दो पल में लौड़ा उसकी चूत में था..
फिर झड़ने के बाद मैंने उसकी चूत चूसना शुरू कर दिया..
चूसना तो मैं शुरू से चाहता था पर वक्त ही नहीं मिल रहा था..
मुझे तो उमीद ही नहीं थी की कभी गोरी चूत देखने को भी मिलेगी..
सोनम – यार 1 बज गया है.. नींद आने लगी है.. रात में चोदने का जी करे तो जगा लेना.. या फिर सोते हुए ही चोद डालना.. शरमाना मत.. ठीक है..
चूत चूस के मेरा तीसरी बार फ़ि तैयार था सो मैं अंदर डाल के धीरे – धीरे धक्के मर रहा था..
चुदते चुदते ही उसे नींद आने लगी थी.. थोड़ी देर बाद मैं भी झड़ गया..
हिम्मत जवाब दे गयी थी.. शरीर में ताक़त नहीं थी लेकिन दिल अभी तक नहीं भरा था..
ना जाने कितनी देर उसके गुलाबी निप्पल चूसते हुए मैं भी सो गया..
सुबह 6 बजे आँख खुली तो देखा वो सो रही थी.. मैंने उसके बूब पकड़ कर उसे जगाया..
वो जाग चुकी थी.. मैंने अभी भी सोनम के बूब पकड़ रखा था..
क्या करूँ उसके छोटे से गुलाबी निप्पल एकदम गोरे और लाल मम्मे.. मेरा दिल ही नहीं भर रहा था.. मैं उससे पूछना चाहता था ये इतने गोल कैसे हैं..
क्या उगते टाइम किसी गोल चीज़ को उपर लगा दिया था जैसे हम पेड़ को सीधापन देने के लिए लकड़ी से बाँध देते हैं..
सोनम – मेरे राजा ये बूब तुम्हें इतने अच्छे लगते हैं..
रोहित – हाँ असल में, मैंने इतने गोल मम्मे कभी नहीं देखे.. और गुलाबी निप्पल तो कभी नहीं देखे.. ये इतने गोल कैसे हैं..
सोनम – मेरी नानी की मौत ब्रेस्ट कॅन्सर से हुई थी.. उस समय में इसका कोई इलाज़ नहीं था.. बल्कि लोग इसके बारे में जानते ही नहीं थे.. मैं छोटी थी तो मेरी मां के ब्रेस्ट में भी गठान हो गई थी लेकिन देल्ही में इलाज़ के बाद वो ठीक हो गई.. पर मेरी मां इस सब से बहुत डर गई और इसलिए 13 14 साल की उम्र से जब से मेरे बदन में परिवर्तन चालू हुए उन्होने ना जाने कौन कौन से तेल से मेरे बूब्स की मालिश शुरू कर दी.. रोज़ नियम से नहाने से पहले वो ऐसा करती थी.. अब तो लगभग 13 14 साल से ये मेरी दिनचर्या में आ गया है.. मेरे ख़याल से शायद यही वजह है..
वाउ, कह कर मैं फिर से उसके बूब को चूसने लगा.. वो अपना हाथ मेरे सिर पर फेरने लगी.. ..
सोनम – आज मैं तुम्हें छोड़ कर कहीं नहीं जाउंगी.. आज सनडे है.. आज कोई नहीं आएगा.. बस एक नौकरानी आएगी.. वो यहाँ ऊपर नहीं आएगी..
थोड़ी देर ये चलता रहा.. फिर वो किचन में चाय बनाने चली गई..
मैं भी पीछे – पीछे चला गया वो गीत गुन गुना रही थी..
मैंने पीछे से जाकर पकड़ लिया.. लंड उसकी नरम गाण्ड के दोनों उभारों के बीच था..
मैंने उसके बूब पकड़ रखे थे..
सोनम – यार तुम आ गये.. तुम तो मुझे बीच बाज़ार में भी ऐसे पकड़ कर चोदना शुरू कर दोगे..
मैं मुस्कुराय और इस पर उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर अपनी गाण्ड के बीच में कर दिया..
चाय बन चुकी थी उसने वहीं से एक बड़े मग में चाय डाल दी..
रोहित – वो मैंने पूछना भूल गया.. तुम्हारी चूत इतनी गोरी कैसे है .?.
सोनम – मतलब काली होनी चाहिए…
रोहित – हाँ आम तौर पर लड़कियों की चूत काली होती है…
सोनम – इसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता.. चलो चाय पीतें हैं..
रोहित – रूको यार ऐसे ही खड़ी रहो.. मज़ा आ रहा है.. एक बार हिलना मत डार्लिंग..
सोनम – जैसी तुम्हारी मर्ज़ी..
वो चाय पीने लगी और मैं पीछे से उसको चोद रहा था मज़ा बॅडता ही जा रहा था.. अफ क्या मुलायम गाण्ड थी उसकी..
एकदम चेहरे की तरह चिकनी.. एक दाग नहीं.. कोई स्ट्रेच मार्क नहीं..
आम तौर पर पहाड़ी कबीलों में शादी के पहले दूल्हे की मां शादी के पहले लड़की की नंगी गाण्ड देखती है..
यूँ तो दुनिया भर में बहुत ही अजीब अजीब, अलग अलग और अनोखे रिवाज़ हैं पर यहाँ ऐसा बताया जाता था की लड़की की गाण्ड पर जीतने स्ट्रेच मार्क होते हैं उसने उतने ही लंड लिए होते हैं..
यानी मुझे सॉफ सूत्री और एक दम पवित्र लड़की मिली थी..
मुझे तो भरोसा ही नहीं था की मेरी किस्मत इतनी मस्त थी..
शर्त लगा सकता हूँ मैं बहुतों का मूठ तो उसकी एक दम गोरी, खरबूजे जैसी गोल और सेब जैसी लाल, एकदम चिकनी और सॉफ, नरम, मुलायम गाण्ड देख कर ही छूट जाता..
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