एक राजा और चार रानियाँ complete

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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

नजमा;रोते रोते बस चिल्ला रही थी ये क्या कर रहे हो आप अहह आज की रात कोई भला ऐसे करता है क्या अहह

सॅम;चुप कर बीवी है आज से तू मेरी और बीवी का काम है शोहर की हर बात मानना वो शबनम और महक को अपने पास बुलाता है और उन्हीं भी झुकने को कहता है.

शबनम;नही आप हमे भी मारोगे

सॅम;झुक साली वरना इस रूम से क्या इस घर से बाहर निकाल दूँगा.

डर और ख़ौफ़ उन तीनो औरतों की हालत खराब हो चुकी थी शबनम झुकती है हाई झुकते ही उसके गान्ड पे भी उस बॅट की बारिश होने लगती है

शबनम;उन्न्ह अम्मी अहह मेरी कमर आम्मि गगगगगगगगग अहह अहह महक इन्हे रोक ना अम्मी रोको ना इन्हे अहह मैं मर जाउन्गी .



महक;चुप चाप दीवार से खड़ी ये सब देख रही थी और अपने वक़्त का इंतजार कर रही थी उसे पता था कि सॅम उसे भी नही छोड़ेगा.

इधर नजमा;अपनी कमर पे हाथ फेरती तो दर्द और बढ़ जाता वो चिल्ला भी नही सकती थी कि कहीं सॅम उसकी आवाज़ सुनके वापस उसके पास आजाए.

शबनम;की कमर लाल हो गयी थी और महक की आँखे उसकी कमर पे थी.



शबनम;का दर्द से बुरा हाल था लगातार कमर पे पड़ने वाले उन बात के थपेड़ों से वो बेहोश से होने लगी थी कि महक सॅम को रुक देती है

महक;बस करो ना जी वो मर जाएँगी.

सॅम;अच्छा तुझे बड़ी फिकर होरही है इसकी चल अब तेरी बारी
वो महक को सोफे पे लेटा देता है और उसे अपने दोनो पैर पकड़ने को कहता है

जैसे ही महक अपने दोनो पैर पकड़ती है उसकी कमर पे भी वही सितम ढाया जाता है जो नजमा और शबनम के कमर पे सॅम ने ढाया था.



महक;अहह सच में ये रात अहह हम तीनो कभी नही भुला सकते अहह क्या सोची थी मैने उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंहंहंह्न और क्या हो रहा है अहह

सॅम;स्टा सॅट उसकी कमर को भी सूजा देता है.
मेरी जान रोज रोज मीठा खाने से डायबिटीज़ हो जाता है कभी कभी कुछ तीखा भी खा लिया करो,

मैं तो तुम सब को प्यार से करने वाला था पर तुमने ही कहा कि उमर भर याद रहना चाहिए.

नजमा;हाँ पर उसका मतलब ये तो नही था ना उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह देखो ना कैसे कमर दर्द कर रही है अहह

सॅम; नजमा के पास जाता है और उसकी कमर पे हाथ फेरने लगता है अर्रे हाँ सच में बहुत सूज गयी है ये तो

सॅम;का हाथ नजमा को ऐसे लग रहा था जैसे किसी ने आइस उसकी कमर पे रख दिया है सॅम का उसकी कमर सहलाना उसे बहुत अच्छा लग रहा था कि तभी सटा सॅट लगातार थप्पड़ उसकी कमर पे पड़ने लगते है/

नजमा;उःन्णनननननणणन् अहह मममम्ममममममम

सॅम;साली दर्द हो रहा है ना तुझे बहुत थप्पड़ खाए है मैने तेरे हाथ से अहह अब बोल कैसे लग रहा है

नजमा;उःन्णनननननणणन् नहियीईईईईईईईई ना गगगगगगगगगगगगगगगगगगग

सॅम;अपने कपड़े उतार के फेंक देता है

और नजमा के बाल पकड़ के उसे अपनी कमर चौड़ी करने को कहता है

सॅम;चौड़ा दे और गान्ड में लेना अच्छा लगता है ना तुझे आज देख तेरी गान्ड कैसे मारता हूँ



और देखते ही देखते सॅम का लंड नजमा की गान्ड में घुसके अपना गुस्सा उतारने लगता है अहह बहुत टाइट गान्ड है तेरी नजमा अहह तुझे तो मैं रोज पीछे से लूँगा अहहहहहहहहहहः

नजमा;की कमर का सारा दर्द अब गान्ड में उतर चुका था उसे कमर पे मार की तकलीफ़ नही बल्कि सॅम के गान्ड फाड़ देने का डर सता रहा था वो तेज़ी के साथ नजमा के बाल पकड़ के उसे किए जा रहा था.

जैसे ही वो अपना लंड उसकी गान्ड से बाहर निकालता उसकी गान्ड का सुराख खुला का खुला रह जाता.



शबनम और महक;नजमा को ही देख रही थी

अब नही दर्द कोई शोर मचाने वाला
आ गया है चूत को रुलाने वाला..

सॅम;अपनी जान से भी प्यारी नजमा पे सितम करचूका था और अब वक़्त था प्यार का मगर प्यार का तरीका भी ज़ालिम जैसा था

पर इस ज़ालिम का ज़ुल्म भी नजमा को बहुत अच्छा लग रहा था वो कमर पीछे करकर के सॅम का लंड अपनी गान्ड में लिए जा रही थी.\



ये कहर सिर्फ़ नजमा पे नही निकला बल्कि उस रात शबनम और महक भी उस तूफान की लपेट में आगये..



वक़्त कुछ और आगे बढ़ा और आज उस सुहागरात को तकरीबन 9 महीने होचुके है..

शबनम और महक डेलिवरी रूम में है..
नजमा को 8 वाँ महीना शुरू है वो और सॅम दोनो रूम के बाहर बैठे इंतजार कर रहे है..

तभी वहाँ डॉक्टर आता है.
डॉक्टर;नजमा और सॅम को बताता है कि शबनम और महक दोनो को लड़कियाँ हुई है..

मारे खुशी के सॅम नजमा को वहीं डॉक्टर के सामने गोद में उठा लेता है और चूमने लगता है आज वो बाप बना था और बाप बनने की खुशी दुनिया में सबसे बड़ी होती है..

दोनो;शबनम और महक से मिलके उन्हे भी मुबारक बाद देते है और कुछ दिनो बाद उन्हे घर ले आते है.

नजमा;का 9मंथ शुरू था इस लिए उसे डॉक्टर ने आराम करने को कहा था शबनम और महक अपनी गोद में नन्ही सी जान पा के सॅम का शुक्रिया अदा करते नही थकती थी वो दिन रात उन्दोनो बच्चो को संभाल रहीं थी और सॅम नजमा की देख भाल करने में लगा हुआ था.

रात 9पी एम;सॅम नजमा के पास लेटा हुआ था

सॅम;नजमा तुझे क्या लगता है लड़का होगा या लड़की

नजमा;आपको क्या चाहिए

सॅम;मुझे तो तेरे जैसी खूबसूरत लड़की चाहिए

दोनो मुस्कुराते हुए एक दूसरे को चूम लेते है.
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

शादी के बाद से नजमा में एक बहुत बड़ा बदलाव आया था वो सॅम को अब अपना बेटा नही बल्कि शोहर मान चुकी थी और वो सॅम को नाम से नही बल्कि आप कहके बुलाते थी..यही हाल महक और शबनम का था.

आबिद;अपनी मिल्टरी ट्रनिंग ख़तम करने वापस सागर चला गया था वैसे भी उसका यहाँ कोई काम नही था.

बड़ा से पेट लिए नजमा सॅम की आँखों में देख रही थी

सॅम;अपनी सबसे चहेती रानी नजमा का दीवाना था पछले 9 महीनो से कोई ऐसा दिन कोई ऐसी रात नही गुज़री होंगी जिस दिन सॅम ने उसकी गान्ड या चूत नही ली हो और यही वजह थी कि आज भी नजमा का दिल चाह रहा था कि सॅम उसे कस के चोदे.

सॅम;नजमा;के दिल की हर एक बात जानता था वो नजमा की नाइटी निकाल के फेंक देता है और अपनी पॅंट नीचे निकाल देता है.

दोनो एक दूसरे को किस कर रहे थे और एक दूसरे को जल्द से जल्द महसूस करना चाहते थे.

उनकी मोहब्बत उस तालाब की तरह होचुकी थी जिस में मौज नही आते पर गहराई बहुत ज़्यादा होती है उन्हे किसी चीज़ की जल्दी नही थी और ना वो वलवला था जो मर्द को जल्दी ठंडा कर्दे..एक कपल की तरह वो एक दूसरे की ज़रूरत को समझ चुके थे.

पेट बड़ा होने की वजह से सॅम नजमा के उपर नही चढ़ सकता था वो नजमा को एक करवट लेटने के लिए कहता है और पीछे से धीरे धीरे अपने लंड को नजमा की चूत में सरकाता जाता है

नजमा;अहह जानू आज भी जब आपका मेरे अंदर जाता है ना ऐसे लगता है जैसे पहली बार लेरही हूँ.अहह

सॅम;रानी मुझे भी ऐसे ही महसूस होता है अहह तुझे चोदना बहुत ज़रूरी है इससे तेरी चूत डेलिवरी के दिन आसानी से खुले गी और तुझे ऑपरेशन की ज़रूरत भी नही पड़ेगी अहह

नजमा;हन्ंनननननणणन् चोदो ना गगगगगगगगगगगग अहह

ये चुदाई ज़्यादा देर तक नही चली क्यूंकी नजमा को पेन शुरू हो गया था

सॅम;फ़ौरन उसे नाइटी पहनाके अपनी कार में लेके डॉक्टर के पास ले जाता है.

डॉक्टर;सॅम को बताते है कि नजमा की डेलिवरी किसी भी वक़्त होसकती है.

और देखते ही देखते नजमा को डेलिवरी रूम में ले जाया जाता है.रात भर इंतजार में कट गयी पर कोई खबर सॅम के कानो में वो रस नही घोल पायी जिसका उसे इंतजार था आख़िर कार सॅम की दुआ रंग लाती है और सुबह के 8एएम पे डॉक्टर एक खूबसूरत सा बच्चा सॅम की गोद में लाके देती है.

डॉक्टर;मुबारक को मिस्टर सॅम आपकी वाइफ को लड़का हुआ है.

सॅम;की आँखे उस वक़्त किसी बात से रुकने वाली नही थी मुसलसल आँसुओं की कतार उसकी आँखों से निकल रही थी अपनी अम्मी को प्रेग्नेंट करके उससे अपनी औलाद पैदा करना ये हर किसी के बस की बात नही है.

सॅम;रोए जा रहा था और अपने बच्चे को चूमे जा रहा था वो नजमा को चूमते हुए उसे भी माँ बनने की मुबारक बाद देता है शबनम महक दोनो हॉस्पिटल आचुकी थी दोनो नजमा से मिलती है..

पूरा घर खुशियों में डूब जाता है.

वक़्त कुछ और आगे बढ़ता है
आफ्टर 3 मंत्स................

फीडिंग करने से तीनो बच्चो की सेहत बहुत अच्छी थी पर पछले 3 मंथ से चुदाई ना करने से सॅम की हालत बहुत खराब थी पर आज सॅम को लाइसेन्स मिल गया था फिर से अपने काम में लग जाने का.

नजमा;अपने बेड रूम में बैठी हुई थी और उसका बेटा उसके पास खेल रहा था कि तभी सॅम उसके पास आता है और अपने बेटे को अपनी गोद में उठाके चूम लेता है.

कुछ देर बाद बच्चे को भूक लगती है तो वो रोने लगता है जिससे नजमा अपना ब्लाउज निकाल देती है.



दूध तो उसकी ब्रेस्ट में हर वक़्त भरा रहता था वो बच्चे को अपनी छाती से लगा के सॅम की आँखों में आँखे डालके फीडिंग करवाने लगती है.

कुछ देर बाद बच्चा सो जाता है पर नजमा अपनी ब्रेस्ट को ऐसे ही खुला रखती है.

नरम मुलायम दूध से भरे वो दोनो ब्रेस्ट देख सॅम के मुँह पानी आने लगता है..



वो नजमा के ब्रेस्ट को पकड़ के मरोड़ता है जिससे दूध की एक धार उसके मुँह के पास आके गिरती है

वो दोनो हाथों से नजमा के ब्रेस्ट मरोड़ता चला जाता है

नजमा;अहह क्या कर रही हो जी उन्हञंननननननणणन्

सॅम;मुझे नही पिलाओगी

नजमा;अहह मुँह खोलो



गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

नजमा;उनह अर्रम से गगगगगगगगगग अहह

सॅम;तेरे ब्रेस्ट में बहुत दूध है मेरी जान गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

नजमा;आपका ही है पी जाओ सारा का सारा अहह

सॅम;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प


दोनो हाथों से नजमा के ब्रेस्ट मसल्ते हुए दूध पीने लगता है

नजमा;का दूध सॅम के मुँह से बाहर गिरने लगता है
जिससे वो चाटते हुए उसकी चूत भी सहलाने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

नजमा;पूरे जोश में आचुकी थी एक चुड़क्कड़ माँ अपने बेटे के प्यार में इस कदर डूब चुकी थी कि उसे अब कोई नज़र नही आता था

सॅम;एक ब्रेस्ट का दूध पीता तो दूसरे से दूध बहने लगता



वो प्युरे तरह नजमा के दूध से नहा चुका था नजमा भी निचोड़ निचोड़ के सॅम को दूध पिला रही थी.

नजमा;उःन्णनणणन् पीलो जी और फिर मुझे चोदो आज कितने दिन हो गये आपका लौडा लिए हुए अहह पीलो अपनी रानी का दूध अहह

सॅम;हन्ंनननननणणन् नजमा मेरी जान गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

उपर का दूध तो पिला दे तूने अब ज़रा नीचे का पानी भी पिला देना

ये कहते हुए सॅम नजमा की चूत पे झुक जाता है और बड़े प्यार से उसकी चूत चाटने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



नजमा;अहह जानुउऊुुुुुुुउउ जल्दी से चोदो ना गगगगगगगगगग आपका बेटा उठ जाएगा ना अहह

सॅम;उठने दे वो भी देख लेगा उसकी माँ कैसे अपने शोहर से चुदते है अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

10मिनट लगातार चूत चाटने से नजमा की चूत लाल होचुकी थी और नजमा बुरी तरह चिल्ला रही थी लंड चूत में लेने के लिए अहह

आख़िर कार सॅम को उसपे तरस आ ही जाता है और वो अपने लंड को उसकी चूत पे रगड़ता हुआ अंदर घुसा देता है अहह

नजमा;सुकून की सांस लेती है कई दिनो की प्यासी नजमा अपनी चूत में ठंडक महसूस कर रही थी और सॅम भी अपने लंड को उसकी चूत की गहराईयो में डालके चोद रहा था अहह

सामने शबनम और महक चुप चाप खड़ी थी उनकी चूत और ब्रेस्ट दोनो समीर को बुला रहे थे पर वो जानती थी कि ये राजा पहले अपनी सबसे लाडली रानी को चोदेगा उसके बाद दोनो रानियों का नंबर आएगा.

वक़्त ऐसे ही हसी खुशी गुज़रता गया दिन में तीनो बच्चे अपनी अपनी माँ का दूध पीते और रात में समीर दूध पीता और जितना वो दूध पीता उससे ज़्यादा वो तीनो को अपने लंड का पानी पिलाता.

आबिद;वापस आ चुका था पर उसके वापस आने से किसी को कोई फरक नही पड़ा था वो कभी इन चारों के साथ सोता तो कभी शबनम के साथ अपने रूम में रात में शबनम वापस सॅम की बाहों में आजाती और वही खेल शुरू हो जाता.

फीरोजा;एक बच्चे की माँ बन चुकी थी पर वो किसका था ये तो सिर्फ़ वो खुद जानती थी..

सॅम;ने ऑफीस का काम खुद संभाल लिया था और नजमा शबनम के ऑफीस से छुट्टी कर दिया था

सभी इस नई दुनिया में बहुत खुश थे

जिसका राजा था समीर गुलाम था आबिद और तीन रानियाँ थी नजमा शबनम और महक.


@@@@@@@@.........................दा एंड....................@@@@@@@@@@@
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Re: एक राजा और चार रानियाँ complete

Post by shubhs »

बहुत ही अच्छी कहानी
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ complete

Post by jay »

shubhs wrote:बहुत ही अच्छी कहानी
thanks bro

nayi kahani shuru ho chuki hai
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