एक राजा और चार रानियाँ complete

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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

sexi munda wrote:Behatareen shuruat
thanks bhai
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(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »


सॅम; नजमा के गाल पे एक किस करदेता है
आप मेरी सबसे प्यारी अम्मी हो

नजमा;बुरी तरहा शर्मा जाती है और उठ के बैठ जाती है

सॅम; अम्मी एक बात कहूँ

नजमा; ह्म्म्म्म ममम

सॅम;आप ना ये ओल्ड फैशन कपड़े नही पहना करो घर पे हाँ ऑफीस की बात अलग है
आप लेटेस्ट कपड़ों मे कितने प्यारे लगते है

नजमा;अच्छा अच्छा अब उठो भी और नजमा सॅम के रूम से निकल जाती है
और सीधे अपने रूम मे जाके दरवाज़ा लॉक कर देती है
वो आएने के सामने खड़ी थी उसके कानों मे सॅम की बातें गूँज रही थी
नजमा;दिल ही दिल मे क्या सॅम को मैं अभी भी जवान लगती हूँ
वो खुद को सामने आएने मे इधर उधर से देखने लगती है
और फिर नज़ाने क्यूँ वो अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा देती है
पीछे से अपना ब्लाउस और ब्रा भी निकाल देती है
और अपनी साड़ी खोल देती है
वो पूरी तरह नंगी खड़ी थी मिरर के सामने
नजमा;के 38डी के सुडोल चुचे बहुत खूबसूरत थे गुलाबी निपल पेट एकदम सपाट वो पीछे घूम के देखती है उसकी कमर थोड़ी बाहर निकली हुई थी जो उसकी खूबसूरती मे चार चाँद लगा रही थी
उसे खुद से शरम आजाती है
और वो अपनी चूत पे हाथ लगा के देखती है जो सॅम की हरकतों से थोड़ी गीले होचुकी थी
वो अपने निपल को मरोदते हुए अपनी चूत को रगड़ने लगती है उसकी आँखें अपने आप बंद होजाती है
उसकी आँखों के सामने सॅम का चेहरा आजाता है और वो अपनी चूत और निपल को मसल्ने लगती है
अहह उःन्णनननणणन् श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह सम्म्म्मममममममम एक हल्के से चीख उसके मुँह से निकलती है और वो पानी छोड़ देती है
उसे अलग ही फील हो रहा था
उसने अपने बेटे को सोच के पानी छोड़ा था ये बात उसके तन बदन मे सन सनाहट पैदा करदेती है
कुछ देर बाद वो नहा के दूसरे कपड़े पहेन के बाहर आजाती है

सॅम;नाश्ता कर रहा था
वो नजमा को एक स्माइल देता है
नजमा;भी एक स्माइल देके किचन मे अपने कुछ काम करने लगती है
नजमा;सोचने लगती है ये मुझे क्या हो रहा है मैं अपने ही बेटे से नज़रें नही मिला पा रही हूँ मेरा दिल इतनी ज़ोरों से क्यूँ धड़क रहा हैनही ये ग़लत है आयेन्दा ऐसा नही होगा

आबिद; जब हॉल मे आया तो वो लड़ खड़ा रहा था
सॅम; को उसे देख हँसी आजाती है
क्या हुआ आबिद ऐसे क्यूँ चल रहा है

आबिद; सॅम को देखते हुए आपकी वजह से भाई

सॅम; उसे घुरके देखता है और इशारे से बताता है कि अम्मी किचन मे है
आबिद;बेचारा गान्ड के दर्द का मारा चुप चाप सोफे पे बैठ जाता है

महक; गूड़.मॉर्निंग गब्बर आज बड़े जल्दी उठ गया और नाश्ता भी हो गया वाहह नोट बॅड हन्णन्न् वो सॅम को सताने की कोशिश कर रही थी

सॅम; अब तेरी तरहा कुंभ करण तो हूँ नही मैं

महक; हाँ जा जा बड़ा आया
वो सॅम को जीब दिखाते हुए नाश्ता करने बैठ जाती है

कुछ देर बाद नजमा;सॅम को बताती है कि उसके नाना जान की तबीयत खराब है और हमे कल उनके यहाँ जाना है
सॅम;अम्मी हम आज रात चलते है हो सकता है खाला को हमारे ज़रूरत हो

नजमा;कुछ सोचते हुए ओके हम आज रात निकल जाएँगे मैं फीरोजा को फोन करके बता देती हूँ

आबिद; का मुँह उतर जाता है खाला के यहाँ जाना है मतलब मेरा क्या होगा

सॅम;नाश्ता करके नजमा को कहता है
अम्मी मैं अपने फरन्ड से मिलने जा रहा हूँ लेट हो जाएगा

नजमा;जल्दी आना सम हमे जाना भी है
सम;ओक अम्मी और वो फरन्ड से मिलने निकल जाता है

रात 8पी एम; सभी लोग जाने के लिए तैयार थे शबनम ने एक सूट पहना था
वो बहुत प्यारी लग रही थी
सॅम;उसे देखते हुए भाभी यू आर लुकिंग सो प्रीटी

शबनम;शरमाते हुए सच

सॅम; रियली

नजमा;पीछे से अर्रे बाबा बातें ही करोंगे कि चलो गे भी चलो चलो कार मे बैठो
और ये आबिद और महक कहाँ है
आबिद;कार के अंदर से यहाँ है अम्मी

नजमा;अर्रे तू लेटा हुआ क्यूँ है

आबिद;मुझे नींद आ रही है मैं यही ठीक हूँ
वो बीच की सीट पे लेटा हुआ था

महक;फ्रंट सीट पे बैठ जाती है
नजमा;शबनम को कार के कीस देते हुए लो बेटा तुम ड्राइव करो

ये एक बड़ी लॅंड क्रूज़र कार थी जिसमे फ्रंट मे दो उसके पीछे एक और उसके पीछे दो सीट्स थी
आबिद के बीच मे लेट जाने से नजमा और सॅम को बॅक सीट पे बैठना पड़ता है
रात हो चुकी थी इसीलिए नजमा शबनम को मीडियम स्पीड मे चलाने का कहती है

शबनम;अच्छे ड्राइव करती थी और जब पास मे महक बैठी हो तो नींद किसे आनी थी उसकी उत्पाटांग बातें उउफफफफफफफ्फ़
कार मेन रोड पे आजाती है ये एक 1घंटा का लंबा सफ़र था
आबिद; भाभी प्लीज़ लाइट बंद करदो मुझे सोना है
आबिद की गान्ड लाल होचुकी थी कल रात के हमले से
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »


नजमा;और सॅम पास पास बैठे थे कुछ देर बाद सॅम नजमा की तरफ देखते हुए
सॅम; अम्मी मुझे भी नींद आ रही है

नजमा;आजा बेटा यहाँ मेरी गोद मे सर रख दे

और सॅम नजमा के गोद मे सर रख के लेट जाता है

पिछली सीट्स पे अंधेरा था सामने से महक को कुछ नज़र नही आसकता था बॅक का
सॅम;जैसे ही नजमा की गोद मे सर रखता है उसकी आँखों के सामने नजमा का सफेद पेट आजाता है
नजमा;सॅम के सर पे अपना आँचल डाल देती है जैसे कोई माँ अपने बच्चे को दूध पिलाते टाइम डालती है
बाहर हल्की हल्की हवा चल रही थी
अचानक नजमा को एक झटका लगता है
सॅम;ने उसके पेट पे किस किया था
नजमा;अहह सॅम को हल्के से चपत लगाते हुए
पर सॅम कहाँ रुकने वाला था
सॅम; नजमा को गोरे पेट पे एक और किस करदेता है और अपनी ज़ुबान बाहर निकाल के नजमा के पेट को चाटने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प

नजमा;सिहर जाती है उसका बदन कांप जाता है
वो कुछ नही करती

सॅम;की हिम्मत बढ़ जाती है और वो नजमा के पेट को अपनी ज़ुबान से बुरी तरहा चाटने और हल्का हल्का काटने भी लगता है

नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह स्स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
नजमा;का जिस्म उसका साथ छोड़ रहा था वो सामने की सीट पे अपने दोनो हाथ टिका देती है
जिससे उसके गोल गोल चुचे लटक जाते है

सॅम;की आँखों मे चमक आजाती है वो अचानक अपना मुँह नजमा के चुचे पे रख देता है और मुँह मे भर लेता है

नजमा;अहह हल्के से सिसकते हुए सॅम के सर को अपने चुचे पे दबा देती है
उसकी हालत खराब होचुकी थी वो सॅम को रोकना चाहती थी पर उसका जिस्म इस बात की इजाज़त नही दे रहा था
5मिनट ऐसे ही ब्लाउस के उपर से चूसने के बाद सॅम अपने हाथ पीछे लेजाके नजमा के ब्लाउस की गाँठ खोल देता है
इससे पहले कि नजमा उसे रोक पाती बहुत देर होचुकी थी
नजमा;के चुचे नंगे होचुके थे

सम;फ़ौरन एक चुचे को मुँह मे लेलेता है और निपल को किसी बच्चे की तरहा चूसने लगता है अहह गलपप्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प
सॅम;खुद ही नही जानता था वो ऐसा क्यूँ कर रहा है वो तो ऐसा सोच भी नही सकता था
एक शरारत से शुरू हुआ ये खेल ख़तरनाक रुख़ ले रहा था जिसका अंदाज़ा दोनो को था
पर दोनो अपने आपको रोकने की हालत मे नही थे

नजमा;हल्के हल्के सिसकियाँ भर रही थी और अपने नरम नरम चुचे सॅम के मुँह मे भर हुए थे और सॅम भी बड़े चाओ से निपल को चूसे जा रहा था वो एक हाथ से नजमा के चुचे को मसल्ने लगता है अहह

नजमा;बुरी तरह सन्न्न पड़ जाती है उसका जिस्म झटके खाने लगता है और वो ढीली पड़ जाती है
सॅम के इतने ज़ोर से चुचे चूसने और इस अहसास से कि उसका बेटा ऐसा कर रहा है उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था
वो ऐसे ही पड़ी थी हॉर्न की आवाज़ से उसे होश आता है और वो इधर उधर देखने लगती है फीरोजा का घर अचुका था
वो सॅम को हाथ से हिलाती है जो अभी भी चुचे मुँह मे लिए हल्का हल्का चूस रहा था

सॅम;नजमा की आँखो मे देखता है

नजमा;उसके मुँह से अपने निपल निकालते हुए उठो खाला का घर आ गया है
नजमा;अपना ब्लाउस पहन लेती है और जल्दी से कार से उतार जाती है वो सॅम से नज़रें नही मिला पाती

सम;अपने खड़े लंड को अड्जस्ट करते हुए आबिद की गान्ड दबा देता है जो सामने लेटा हुआ था

आबिद;अहह

सॅम;उठ घर आ गया
और सभी फीरोजा के घर मे दाखिल हो जाते है
सभी लोग फीरोजा के घर के अंदर दाखिल होते हैं
सम;के नाना का घर बहुत बड़ा था
20 एकर के ज़मीन थी

सामने की तरफ एक हवेली नुमा घर था जिसमे सिर्फ़ सॅम के नाना और खाला फीरोजा रहते थे.और दो औरतें काम करने आती थी और रात को चली जाती थी

घर के पीछे 20एकर की ज़मीन थी जिसकी बाउंड्री नीम के और पीपल के बड़े बड़े ट्रीस से घिरी हुई थी.
इस ज़मीन के बीच से एक छोटी से नदी बहती थी जो आगे गाओं तक जाती थी

नजमा;फीरोजा से मिलने के बाद सीधा बाथरूम मे घुस जाती है
उसे सॅम पे बहुत गुस्सा आरहा था

फीरोजा;पहले शबनम से मिलती है फिर आबिद से सॅम पीछे रह गया था
फीरोजा;सॅम कहाँ है

सम;मैं यहाँ हूँ खाला

फीरोजा;सॅम मेरा बच्चा कितना प्यारा लग रहा है
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

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फीरोजा ने तकरीबन एक साल बाद सॅम को देखा था फीरोजा की आँखों मे चमक आजाती है सॅम के डील डोल वाले जिस्म को देख

सॅम;आगे बढ़ के फीरोजा के गले मिलता है सॅम फीरोजा से काफ़ी हाइट मे बड़ा था जब वो फीरोजा के गले मिला उसने फीरोजा को थोड़ा अपने सीने से दबा लिया और थोड़ा उपर भी उठा लिया

फीरोजा;अपने भानजे के सीने से लग कर खुश हो जाती है आख़िर ये एक मर्द की पकड़ थी भला कौनसी औरत खुश नही होगी और फीरोजा तो वैसे भी कुँवारी थी उसकी सील अभी तक नही टूटी थी

सॅम;यू आर लुकिंग गॉर्जियस खाला

फीरोजा;ह्म्म्म्म म आते ही शुरू हो गया अब मुझे नीचे तो उतार

सॅम;ओह सॉरी
महक और शबनम वही खड़ी ये सब देख रही थी

फीरोजा;महक और शबनम को लेके अपने रूम मे चली जाती है और आबिद दूसरे रूम मे चला जाता है उससे तो बैठा भी नही जा रहा था

सॅम;कार वाले इन्सिडेंट के बारे पे सोच ही रहा था कि उसे पीठ पे एक ज़ोर दार थप्पड़ लगा
सॅम;औचह

नजमा;सॅम क्या कर रहा था तू कार मे तुझे शरम नही आती मैं तेरे अम्मी हूँ

सॅम;मुझे पता है अम्मी कितनी ज़ोर से मारी आपने

नजमा;अगर मैं कार मे अकेली होती तो तेरी खूब खबर लेती बेशरम खबरदार जो ऐसी हरकत दुबारा की तो

सॅम;चिढ़ते हुए क्या हरकत की मैने बताओ तो ज़रा . बचपन मे आप खुद मुझे पकड़ पकड़ के दूध पिलाती थी और आप ही तो कहती है कि आपने मुझे महक से ज़्यादा दूध पिलाया है
अब अगर मुझे कार मे भूक लगी तो मैने सोचा खाना तो है नही चलो दूध पी लेता हूँ

सॅम ने इतने मासूम अंदाज़ मे कहा कि नजमा को हँसी आ गई

नजमा;उसका कान खेंचते हुए बेशरम जब तू बच्चा था और अब तू बड़ा हो गया है और अगर शबनम या किसी ने देख लिया होता तो

सॅम;तो क्या मैं क्या डरता हूँ किसी से

नजमा;का गुस्सा गायब हो चुका था
ह्म्म्म्म मम पर यहाँ ऐसी वैसी कोई हरकत नही करना समझे अब चल नाना जान से मिल आते है तेरे

सम;यानी घर जाके वो बोलने ही वाला था कि नजमा ने उसे घूर के देखा
और सॅम दिल ही दिल मे मुस्कुराता हुआ नाना जान से मिलने बढ़ गया

सॅम के नाना सत्तार ख़ान अपने वक़्त के एक बहुत बड़े पहेलवानों मे से एक थे पर उमर किस का साथ देती है वक़्त के थपेड़ों ने उन्हे कमज़ोर कर दिया था अब वो अपनी ज़िंदगी की आख़िरी साँसे गिन रही थी
उनकी सारी देख भाल की ज़िम्मेदारी फीरोजा उठा रहे थे

फीरोजा; एक 30 साल की कुँवारी औरत जिसके दिल मे लाखों अरमान हर रात सर उठाते थे और उसे अपनी चूत रगड़ने पे मजबूर कर्देते पर इसके आगे वो कर भी क्या सकती थी
उसका जिस्म एकदम टाइट था चुचे 36डी की कमर 34 और एकदम सपाट पेट रंग सांवला था मगर एक दिलकश लड़की थी फीरोजा

सत्तार;अपनी बेटी नवासे और बहू को देख बहुत खुश हुए वो सिर्फ़ अपने रोज मर्रा के (डेली)के काम करसकते थे उससे ज़्यादा करने जाते तो थक के बैठ जाते

नजमा;सत्तार के पास बैठते हुए कितने कमज़ोर हो गये है आप अब्बू
अब आप यहाँ नही रहेंगे आपको इस बार मेरे साथ चलना ही होगा

सत्तार;नही नजमा बेटी मैं यही ठीक हूँ यहाँ तेरी अम्मी के यादें जुड़ी हुई हैं मेरे साथ मैं इसी गाओं मे पैदा हुआ और यही दफ़न होना है मुझे

नजमा;और सभी की आँखों मे आँसू आ गये थे सत्तार की बातें और हालत देख के

सॅम;नानू हम आपको सही इलाज के लिए ले जाना चाहते है जब आप ठीक होज़ाएँगे तब वापस यहाँ आ जाना

सत्तार;नही सॅम बेटा मैं कही नही जाउन्गा
और तुम इतने उदास क्यूँ हो मैं एकदम ठीक हूँ चाहे तो सॅम के साथ कुश्ती लड़वालो
उनकी इस बात पे सभी को हँसी आजाती है और वो इधर उधर की बातें करने लगती है

फीरोजा;किचन चाइ बना रही थी

सॅम;उसके पास आजाता है
खाला एक बात कहूँ

फीरोजा;हाँ बोलो ना बेटा

सॅम;आप सच मे बहुत खूबसूरत लग रहीं है और ये पिंक ड्रेस तो आप पर खूब जच रहा है

फीरोजा;मुस्कुराने लगती है ह्म्म्म्म म क्या बात है खाला को मस्का किस लिए लगाया जा रहा है

सॅम;उफफफफफ्फ़ हो खाला आप भी ना अब सच बोलना भी गुनाह हो गया जाओ मैं आपसे बात नही करता

फीरोजा;सॅम के गले मे बाहें डालते हुए अर्रे रे मेरा बेटा नाराज़ हो गया मैं भी मज़ाक कर रही थी
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shubhs
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by shubhs »

ओह्ह गुड
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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