एक राजा और चार रानियाँ complete

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shubhs
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by shubhs »

jay wrote:
shubhs wrote:ओह्ह गुड
kya bat hai bhai badi thandi saans lekar kaha
क्या करे भाई ऐसी कहानी है आहे तो भरी ही जायेगी
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

फीरोजा को अपने इतने करीब इतना सटा हुआ पाके सॅम के दिमाग़ की घंटी बजने लगती है और वो फीरोजा को अपने से चिपका लेता है जिससे फीरोजा की चूत सॅम के थोड़े से उभरे हुए लंड से जा टकराती है
फीरोजा;अहह क्या कर रहा है छोड़ मुझे

सॅम;पहले एक पप्पी दो

फीरोजा;घबराते हुए ये क्या बात हुई किस बात की पप्पी छोड़ दे मुझे बाजी ऐसे हमे देखेंगी तो क्या सोचेंगी

सॅम;एक खाला अपने भानजे को पप्पी भी नही दे सकती तो क्या फ़ायदा ऐसा भांजा होने का

फीरोजा;ह्म्म्म्म एमोशनल अत्याचार नोट फेर सॅम

सॅम;उसे और अपने से सटाते हुए जो भी समझो जब तक नही छोड़ूँगा जब तक आप मुझे पप्पी नही देदेती

फीरोजा;जल्दी से सॅम के गाल पे किस करदेती है
अब तो छोड़ दे मुझे

सॅम;गाल पे किसने कहा मैं तो होंठो पे कह रहा हूँ

फीरोजा;बुरी तरहा सकपका जाती है क्याआअ शरम कर बेशर्म इंसान मैं तेरी खाला हूँ
हालांकी फीरोजा को भी अब इन्सब बातों मे मज़ा आरहा था

सॅम;कहाँ टस से मस होने वाला था
जल्दी करो खाला वरना कोई अजाएगा

फीरोजा;नीचे सर करते हुए मैं नही करती जा

सम;मैं करलूँ

फीरोजा;उसे कुछ कहने के लिए सर उठाती है उसी वक़्त सॅम अपने होंठ फीरोजा के होंठों पे रख देता है
दोनो मे से सिर्फ़ सॅम लिप्स चूस रहा था
कुछ सेकेंड बाद फीरोजा अपने जिस्म को ढीला छोड़ देती है ये उसने जान भुज के नही की थी बल्कि बल्कि उसकी कुँवारी चूत का असर था जो उसे सॅम के होंठ चूसने से रोक नही रहा था
आख़िर कार ये उसकी ज़िंदगे का पहला किस जो था
3मिनट के बाद किसी के कदमों की आवाज़ से दोनो हान्फते हुए अलग होज़ाते है

महक;खाला अम्मी बुला रही है

फीरोजा;सॅम की आँखों मे घूरते हुए अभी आई बेटा

सॅम के चेहरे पे बेशर्मी की मुस्कान थी जिसे फीरोजा अच्छी तरहा जानती थी
फीरोजा;दाँत पीसते हुए नजमा की तरफ चल देती है

रात12पी एम;सभी लोग सोगये थे

आबिद तो जल्दी ही सो चुका था उसके रूम मे शबनम और महक सोए हुए थे
सॅम;और नजमा फीरोजा के रूम मे सोए हुए थे
एक बड़े किंग साइज़ बेड पे पहले सॅम उसके बाद नजमा और लास्ट मे फीरोजा;

नजमा;सॅम की तरफ देखती है जो शाएद सोगया था

वो फीरोजा से धीरे धीरे बातें करने लगती है पर उसे क्या पता था सॅम अपनी दिन भर की कार गुज़ारी सोच रहा है और नींद उसकी आँखों से मीलों दूर है जब उसके कानों में नजमा और फीरोजा की आवाज़ आती है तो वो अपना ध्यान इन्दोनो औरतों की तरफ करदेता है

नजमा;फीरोजा कैसे चल रहा है

फीरोजा;क्या बताऊ बाजी बॅस गुज़र रही है

नजमा;तू मेरे साथ चल मैं तेरी शादी करवा देती हूँ

फीरोजा;नही बाजी मैं चली गयी तो अब्बू को कौन देखेगा

नजमा;अब्बू को मैं मेरे पास रखलूँगी तू कबतक अपनी चूत को रगड़ रगड़ के तरसाएगी

फीरोजा;क्या करूँ बाजी और कर भी क्या सकती हूँ

नजमा;क्यूँ किसी से चुदि नही क्या इन्दिनो

फीरोजा;कैसे बात कर रही हो आप मैं किस से चुदवाउन्गी भला
फीरोजा थोड़ा गुस्से मे आ गई थी

नजमा;नाराज़ मत हो बस कुछ दिनो की बात है फिर सब ठीक होज़ायगा
तू फिकर मत कर और नजमा फीरोजा के चुचे मसल देती है

फीरोजा;उनह नही कुछ ठीक नही होगा मेरी किस्मत ही खराब है

नजमा;तेरी क्या मेरी भी किस्मत खराब है मैं भी तो तरस गयी हूँ लंड के लिए बाहर चुदा भी नही सकती और अब तो शबनम का दर्द भी नही देखा जाता

फीरोजा;हाँ बाजी बेचारी
पर कम से कम वो लंड का मज़ा तो लेचुकी है मैं तो अभी तक
वो बोलते बोलते रुक गयी
नजमा;अर्रे बेवकूफ़ एक बार औरत लौडा लेलेती हैना फिर वो बर्दाश्त नही करसकती तू बस खुद को कुछ दिन संभाल मैं कुछ करते हूँ तेरे बारे में
ऐसे ही कुछ बातें करने बाद दोनो बहनें सोजाती है
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shubhs
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by shubhs »

वाह
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
casanova0025
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by casanova0025 »

कहानी बढ़िया चल रही हँ... और जल्दी जल्दी आगे बढाओ ...
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