एक राजा और चार रानियाँ complete

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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

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रात अपने पूरे शबाब पे थी महक और शबनम बातें करते करते सो गयी थी पर सॅम को नजमा के बिना चैन कहाँ आता था वो सीधा नजमा के रूम में चला जाता है.

नजमा;के रूम में पहुँच कर वो डोर लॉक कर देता है नजमा जाग रही थी और ब्लू नाइटी में सॅम का ही इंतजार कर रही थी

सॅम;नजमा के पास जाके बैठ जाता है

नजमा;बड़ी देर कर दी जी

सॅम;हाँ वो आबिद के साथ कुछ बातें कर रहा था
बहुत थक गया हूँ सोच रहा हूँ सो जाऊ

नजमा;उसे देख के मुस्कुराती है और दोनो की नज़रें एक दूसरे में समा जाती है.



नजमा;;बिना किए

सम;मुस्कराता हुआ क्या मैं समझा नही

नजमा;सॅम के होंठों के पास आती है और धीरे से कहती है बिना अपनी नजमा को चोदे आपको नींद आएँगी जानू

सॅम;उसे अपनी बाहों में भर लेता है नही मेरी रानी जब तक मैं तुझे नही चोदता ना मुझे नींद आती है और ना तुझे क्यूँ सही कह रहा हूँ ना

नजमा;हाँ सॅम पता नही क्या जादू कर रखा है तुमने मेरे जिस्म पे जब तक ये तुम्हारे नीचे नही पिसता आकड़ा रहता है आज बहुत दिल कर रहा है मेरा कल रात भी तुमने महक को ऐसे लिया कि मुझे भूल ही गये

सॅम;नजमा आज तो बस तू और मैं आज तेरे तीनो सुराख ऐसे लूँगा कि तू दिल से दुवा देगी मुझे

और दोनो माँ बेटे के होंठ एक दूसरे से चिपक जाते है.




दोनो ये बहुत अच्छी तरह जानते थे कि आज उनके बीच कोई नही आने वाला सारी रात उनकी है पर दिल की तड़प कोई काम सुकून से करने कहाँ देती है दोनो की ज़ुबान एक दूसरे के मुँह में नाच रही थी और हाथ एक दूसरे के जिस्म पे थिरक रहे थे.

कुछ ही पलों में दोनो अपने कपड़ों से निजात पा चुके थे

सॅम;नजमा को लेटा के पूरे जिस्म को चूमने लगता है वो सर से लेके पाँव तक नजमा को चूमता चला जाता है और नजमा खुद को जल बिन मछली की तरह महसूस करने लगती है.

नजमा;के होंठ सूख चुके थे वो बार बार अपनी ज़ुबान होंठों पे फेर रही थी

अहह बेटा मेरी चूसो ना अहह तुम्हारे होंठ मेरी चूत से मिला दो बेटा अहह

सॅम;अपनी अम्मी की लाल गुलाबी चूत देख के पहले से पागल हुआ पड़ा था वो चूत के उपर थूक के उसे और चिकनी कर देता है.

रात की रोशनी में नजमा की चिकनी चूत किसी कटे हुए स्ट्राव्बेरी की तरह लग रही थी.




सॅम;के मुँह से राल टपकने लगती है और वो भीगी हुई उंगली नजमा की चूत पे रगड़ने लगता है अहह नजमा तेरी चूत बहुत प्यारी है



नजमा;अहह आपके ही तो है गगगगगगगगगगग देखो मत खा जाओ उसे हमेशा परेशान करती है कहते है जानू कहाँ है जानू को बुलाओ देखो ना जानू होके भी कुछ नही कर रही अहह चाटो ना अहह चूस लो एक एक कतरा उसका

सॅम;अपनी अम्मी के मुँह से ऐसे बातें सुनके खुद को रुक नही पाता और वो नजमा की चिकनी चूत पे झुकता चला जाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्पगलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



नजमा;अपनी ब्रेस्ट को मरोड़ने लगती है और चीखने लगती है हन्ंनननणणन् ऐसे ही अहह उउईईईईईई माआआआअ बड़ा ज़ालिम बेटा है मेरा अहह काटो मत ना बेटा अहह उसे प्यार करते है काटते नही है ना उःन्णननननननननणणन् अहह

सॅम;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प आज मत रोक नजमा मुझे अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प

वो कुत्ते की तरह नजमा की चूत को चाटे जा रहा था और इस दौरान वो नजमा को एक बार झाड़ा भी चुका था सॅम हर कतरा पीता चला गया उसका मुँह नजमा के चिपचिपे पानी से भीग चुका था जब वो अपना चेहरा नजमा की चूत से उठाता है तो नजमा अपने महबूब के मुँह को अपनी ज़ुबान से चाट चाट के सॉफ करने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;खड़ा हो चुका था वो पानी पीने जाने लगता है पर तभी नजमा उसके लंड को पकड़ लेती है और बेड पे लेटके उसे अपने मुँह में भर लेती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प कहाँ जा रहे हो मुझे भी पिलाओ ना आपका पानी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह साली कितनी बार कहा है तुझे धीरे किया कर अहह



10 मिनट लगातार चूसने के बाद सॅम का लंड तन के एक दम रोड बन चुका था वो नजमा को नीचे लेटा देता है और उसके उपर आजाता है

नजमा;अपनी टाँगें खोल के सॅम के लंड को अपने हाथ में पकड़ के चूत पे घिसने लगती है अहह दोनो एक दूसरे को ही देख रहे थे पर चुप थे

सॅम;नजमा के लिप्स को मुँह में लेके चूस्ते हुए हल्का सा धक्का देता है जिससे उसके लंड का कुछ हिस्सा अंदर घुस जाता है.



नजमा;की एक चीख निकलती है पर वो उसे सॅम के मुँह में घोल देती है दोनो की साँसे तेज होचुकी थी वो पछले कई दिनो से ये सब कर रहे थे पर हर बार जब भी सॅम का लंड नजमा की चूत में घुसता दोनो एक नई दुनिया में पहुँच जाते थे

दूसरा धक्का सीधा बच्चे दानी से टकराता है और फिर ऐसे कई धक्के नजमा की चूत पे पड़ते जाते है चिकनी चूत और चिकनाहट उंड़ेलने लगती है चिपचिपा पानी सॅम के लंड को पूरी तरह गीला करचूका था और बड़े आसानी से वो अंदर घुसता चला जा रहा था

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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

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सटा सॅट धक्को से नजमा चीखने लगती है और उसकी ये आवाज़ शबनम के कानो तक पहुँच जाती है वो बेड से उठ के खड़ी हो जाती है और नजमा के रूम की तरफ बढ़ने लगती है जब वो कान लगा के नजमा के रूम की आवाज़ें सुनने लगती है तो उसे अंदर के हालत का पता चल जाता है उसके दिमाग़ में यकायक एक ख़याल आता है और वो आबिद के रूम में चली जाती है.

आबिद;बेड पे लेटा हुआ था उसे शायद अभी अभी नींद लगी थी शबनम के उसे हिलाने से वो हड़बड़ा कर उठ जाता है और सामने शबनम को देख डर सा जाता है.

आबिद;क्या क्या हुआ भाभी सब ठीक तो है ना

शबनम;नही पता नही क्या हो रहा है तू चल मेरे साथ अम्मी के रूम से अजीब सी आवाज़ें आ रही है चल तू

वो आबिद का हाथ पकड़ के नजमा के रूम के पास ले आती है और दोनो दरवाज़े से कान लगा के अंदर की आवाज़ें सुनने लगते है.

अंदर नजमा उलटी होचुकी थी और सॅम अपना लंड उसकी चूत पे लगा के अंदर झटका मारने को था

वो थोड़ा सा थूक लंड पे लगा के उसे नजमा की चूत में घुसा देता है अहह

नजमा;चीख पड़ती है अहह सॅम बेटा अहह आराम से चोदो ना तुम्हारा लंड बहुत गहराई तक चला जाता है पीछे से अहह ऊइईई माआ ज़ालिमम्म्मममम कहीं के अहह




सॅम;चुप कर साली अभी तो तेरी गान्ड भी लेना बाकी है चिल्ला मत अहह गपा गॅप वो अंदर बाहर किए जा रहा था और नजमा हर धक्के के साथ और ज़ोर से चीख रही थी इस बात से अंजान कि रूम के बाहर आबिद और महक उनकी सारी बातें सुन रहे है.

आबिद;को पसीना आने लगता है
शबनम;पीछे से उसे कस लेती है अंदर की आवाज़ें सुनके उसकी चूत भी पनिया गयी थी लंड लेने की ख्वाहिश दिल में घर करचुकी थी वो अपने दोनो हाथों से आबिद के लंड को पकड़ने की कोशिश करती है

आबिद;को कुछ समझ नही आ रहा था कि क्या करे वो चुप चाप खड़ा था शबनम नीचे बैठ जाती है और आबिद की नाइट पॅंट अंडरवेअर के साथ नीचे खींच लेती है.

एक छोटा मुरझाया हुआ लंड उसकी आँखों के सामने आजाता है पर चूत की आग इतनी ज़्यादा थी कि वो खुद को रोक नही पाती और उसे अपने मुँह में लेके चूसने लगती है इस उम्मीद के साथ कि थोड़ा तो बड़ा होगा कुछ तो अंदर जाएगा.

अंदर नजमा ;की चूत पानी छोड़ रही थी और गान्ड तैयार होरही थी सॅम का सिर्फ़ एक बार पानी निकला था पर आज उसके इरादे कुछ ठीक नही लग रहे थे

नजमा;अपनी गान्ड को हिलाने लगती है
देख क्या रहे हो घोड़ी नही चढ़ोगे

सॅम;की आँखों के सामने नजमा की चमकती हुए गान्ड थी और दिल में उसे लेने की चाहत वो नजमा की कमर को अपने हाथों में पकड़ के तोड़ा उपर उठता है और धीरे से लंड को गान्ड के सुराख पे टिका देता है

उसका टिकना था कि नजमा का पूरा जिस्म काँप जाता है नजमा को हमेशा से पीछे से लेने का दिल करता था पर ना कभी उसके शोहर ने उसे वहाँ कभी छुआ था और ना कभी मारा था वो एक घायल शेरनी थी जिसे ताकतवर शेर की बहुत कमी महसूस होती थी और जब से सॅम उसकी ज़िंदगी में वो शेर बनके आया था उसे एक नई ज़िंदगे जीने का मौका मिला था.

गान्ड के सुराख पे सॅम के लंड का दबाव बढ़ते जा रहा था पर अभी तक वो अंदर नही घुसा था

नजमा;और थोड़ी टाँगें खोलती है
अहह लेले ना सॅम क्यूँ तड़पता है मार ना अपनी नजमा की गान्ड कस के मार ना अहह मार मेरी गान्ड को अहह

सॅम;ईईई ले मेरी नजमा अहह अहह

वो चीरता हुआ गान्ड में घुसता चला गया



नजमा;अहह मार रे मेरी गान्ड में तेरा लंड बहुत अच्छा लगता है मुझे अहह हर रात मेरी गान्ड मारे गा ना बेटा अहह

सॅम;हाँ नजमा रोज तेरी लूँगा आगे से भी और पीछे से भी अहह बहुत टाइट है साली अहह देख ना कैसे अटक अटक के जा रहा है अहह

नजमा;उनह उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंह्न रोज मारने से वो भी खुल जाएगी मेरी चूत की तरह अहह बस तू रोज लिया कर अहह ऐसे ही अहह अंदर तक हाईईईईईईईईई रीईई ज़ालिम लॉडा अहह मेरी गान्ड अहह



सम;अहह नजमा तेरी चूत और गान्ड दोनो एक जैसी है दोनो पूरा लंड अंदर तक खींचती है अहह

नजमा;हन्ंननननननणणन् जिस चूत से बाहर निकला था उसी में खींचूगी ना अहह तू पेलता रे अंदर तक अहह मेरा पानी निकलने वाला है रीईईई अहह अहहसामीर अहह

समीर;रुका नही वो नजमा की गान्ड लगातार 15मिनट तक मारता रहा और फिर दोनो एक साथ झड गये.

बाहर;आबिद भी शबनम के मुँह में झटके मारने लगता है और उसके लंड से थोड़ा सा पानी शबनम के मुँह में गिरने लगता है 5मिनट बाद जब आबिद को होश आता है तो वो बुरी तरह डर के मारे वहाँ से भाग के अपने रूम में घुस जाता है और अंदर से रूम लॉक कर देता है.

शबनम;गान्डू कहीं का.

सुबह 8एम;
नजमा;नहा कर जब बाथरूम से निकली तो उसका सामना आबिद से होता है
नजमा को ये नही पता था कि आबिद ने रात को वो सब सुना जो उसे नही सुनना चाहिए था
कुछ अजीब सी नज़रों से आबिद नजमा को देख रहा था

नजमा;क्या हुआ बेटा तुम परेशान लग रहे हो

आबिद;कल आप और भाई क्या कर रहे थे

नजमा;के होश फाख्ता हो जाते है चेहरा पीला पड़ जाता है दिल की धड़कने ऐसी थी कि किसी भी वक़्त वो बंद पड़ सकती थी
वो दिल में सोचने लगती है ये क्या हो गया आबिद को सब पता चल गया
उसका हलक सुख ने लगता है ज़ुबान से कोई अल्फ़ाज़ अदा करने की उसकी हिम्मत नही थी.

आबिद;उसे और कुछ नही कहता और वहाँ से अपने रूम में चला जाता है

नजमा;ये बात सॅम को जाके बताती है

सॅम;जब ये खबर सुनता है तो वो थोड़ा सीरीयस हो जाता है पर कुछ देर बाद खुद को संभाल लेता है और नजमा से कहता है कि शबनम को ऑफीस भेज दो और महक को किसी काम से बाज़ार भिजवादो

नजमा;सॅम की बात सुनके हैरत में पड़ जाती है कि आख़िर सॅम करने क्या वाला है वो सॅम से कोई सवाल नही करती क्यूँ कि उसके दिल में पहले से उथल पुथल शुरू थी.

वो शबनम से कहती है कि आज वो ऑफीस नही आएगी वो अकेले चली जाए

शबनम;दिल में सोचती है हाँ रात भर जागो गे तो आराम करना ही पड़ेगा

शबनम;के ऑफीस जाने के बाद नजमा महक को भी कुछ काम सौंप के उसे मार्केट
भेज देती है.

अब घर में सिर्फ़ वो तीनो ही रहगए थे

नजमा;का दिल जोरों से धड़क रहा था वो सॅम के पास बैठी थी
अब क्या होगा सॅम मुझसे आबिद से नज़रें मिलाई नही जाएँगी

सॅम;नजमा के होंठ चूम लेता है और बड़े प्यार से उसे समझाता है कि वो जैसे कहे बस वैसे करना ना कोई सवाल और ना कोई जवाब.

नजमा;हाँ में सर हिला देती है और दोनो आबिद के रूम में चले जाते है

आबिद;बेड पे उल्टा लेटा हुआ था जब वो दोनो को इस वक़्त अपने रूम में देख के हैरान हो जाता है

सॅम;आबिद के पास जाके बैठा जाता है
क्या कहा तूने अम्मी से

आबिद;चुप था
और नजमा बे जान सी उसके पास खड़ी थी.

सॅम;अब्बे बोल ना क्या कहा तूने

आबिद;कहने का क्या है तुम एक नंबर के हरामी इंसान हो भाई तुमने अपनी अम्मी के साथ कितना कमिणता काम किया है तुम जानते भी हो चले जाओ मेरे रूम से
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

सॅम;अच्छा मैं हरामी और तू क्या बोल क्या है तू साले गान्डु
नजमा तुझे पता है ये तेरे लाड़ले को कौन्से शौक है

नजमा;सॅम को ऐसे देख रही थी मानो जैसे जल्द से जल्द उसे आबिद के राज़ पता करने हो

आबिद;खामोश हो जाता है

सॅम;बोल दूं

नजमा;क्या बात है सॅम बोलो ना

सॅम;आपके लाड़ले को गान्ड मरवाने का शौक है एक दो मर्तबा तो ये मुझसे भी मरवा चुका है पता नही वहाँ मिल्टरी कॅंप में कितनो को अपने उपर चढ़ा चुका होगा गान्डु साला

बेटा एक बात अच्छी तरह जान ले मैं और तेरी अम्मी एक दूसरे से बेपनाह मोहब्बत करते है और अगर हमारी मोहब्बत के बीच कोई आया ना तो मैं उसे मारूगा नही बल्कि जान से मार दूँगा फिर वो कोई भी हो समझा ना कोई भी मेरी नजमा को डराता है अब देख साले तेरा क्या हाल करता हूँ

आबिद;ख़ौफ़ जदा सा नजमा और सॅम को देख रहा था उसे बिल्कुल भी अंदाज़ा नही था कि सॅम उसके साथ क्या करने वाला है.

सॅम;अपनी टी शर्ट और पॅंट निकाल देता है और उसका मुरझाया हुआ लंड आबिद के मुँह के सामने आजाता है

आबिद;के पेशानी पे पसीने के कतरे सॉफ दिखाई दे रहे थे
वो अभी भी नाइट पॅंट में बैठा हुआ था

सॅम;एक ज़ोर दार करारा थप्पड़ उसकी कमर पे जड़ देता है उतार कपड़े साले

आबिद;पहले मना करता है फिर सॅम के गुस्से को देख के वो अपनी पॅंट निकाल देता है.

नजमा;जब आबिद के लंड को देखती है तो हैरत में पड़ जाती है एक तरफ सॅम का 8इंच का मज़बूत लंड और दूसरे तरफ आबिद का 5इंच का छोटा सा पतला सा

नजमा;का दिल भी ज़ोरों से धड़क रहा था वो भी जानना चाहती थी कि सॅम क्या करेगा वो कुछ बोल नही सकती थी उसे सॅम ने मना जो किया हुआ था

सॅम;आबिद को उल्टा कर देता है और उसके कमर को देनो हाथों से चौड़ा करके नजमा को आयिल उसके गान्ड के सुराख पे डालने को कहता है.

नजमा;वही करती जाती है जो सॅम उसे कहता है.

आयिल डालने के बाद आबिद की गान्ड का सुराख एक दम चिकना हो चुका था

सॅम;अपने लंड पे थोड़ा सा थूक लगा के उसे आबिद की गान्ड पे घिसता है



और फिर नजमा की आँखों में आँखे डाल के अपना मुस्सल धीरे धीरे आबिद के सुराख में घुसाने लगता है.अहह

आबिद;ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगता है उसे बहुत शरम भी आरहि थी कि वो अपनी अम्मी के सामने ऐसा कर रहा है पर गान्ड कहीं ना कहीं बहुत खुश थी की उसे अब नजमा का डर नही होगा

जैसे जैसे सॅम का लंड आबिद की गान्ड में घुस रहा था वैसे वैसे नजमा अपनी चूत को सहला रही थी
अपने एक बेटे को दूसरे बेटे की गान्ड मारते हुए देख उसकी चूत बुरी तरह गीली होचुकी थी पर वो जानती थी कि सॅम ये सब आने वाले वक़्त को आसान बनाने के लिए कर रहा है.

सॅम;के धक्के लगतार आबिद की गान्ड में पड़ रहे थे और आबिद हर धक्के के साथ अपनी गान्ड को और थोड़ा उपर उछाल देता था

आबिद;अहह सॅम भाई ऐसे नही ना अहह मैने तो सिर्फ़ अम्मी से पूछा था अहह ऐसे मत करोना अहह आप जो कहोगे वो मैं करूँगा अहह अम्मी भाई को कुछ बोलो ना

सॅम;आहह पूरा का पूरा लंड आबिद की गान्ड के सुराख में घुसा के बोल शबनम से शादी करेगा बोल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल

आबिद;हन्ंनननणणन् करूँगा पर एक शर्त पे अहह
आप कभी कभी मेरी लोगे अहह

सॅम;हँसने लगता है और साथ में नजमा भी
देखा नजमा कितना बड़ा गान्डु है ये साला ठीक है बेटा लूँगा पर कभी कभी और हाँ अगर ये बात किसी बाहर वाले को पता चली तो तुझे गान्ड से लेके मुँह तक चीर दूँगा समझा ना

आबिद;अहह हाँ भाई जैसा आप कहो अहह

सॅम;दना दन अपने धक्के आबिद के गान्ड में जमा रहा था उसे आबिद के गान्ड मारना बिल्कुल पसंद नही था पर मजबूरी थी कुछ देर बाद जब आबिद निढाल हो जाता है तो सॅम अपना लंड उसकी गान्ड से निकाल देता है.

आबिद;भाई एक बार मेरे सामने अम्मी की लोना

सॅम;नजमा को देखता है
क्या कहती हो

नजमा;शरमा सी जाती है नही अभी नही

सॅम;अर्रे जाने मॅन अब आ भी जा इस गान्डु को भी देखना है मैं तुझे कैसे चोदता हूँ

नजमा;का अंग अंग इस चुदाई को चाहता था हर औरत चाहती है कि जब वो चौड़ी तो कोई उसे देख रहा हो

नजमा;धीरे धीरे सॅम के करीब आती है और अपनी नाइटी निकाल के फेंक देती है.

सॅम;झटके में उसे बेड पे उल्टा लेटा देता है और पीछे से नजमा की चूत में लंड घुसा देता है

आबिद;आँखे फाडे ये सब देख रहा था उसके लंड में भी जान आने लगी थी

सॅम;बड़ी ताक़त के साथ अपने धक्के मार रहा था
और नजमा उतने ही ज़ोर से चीख रही थी




नजमा;आबिद की आँखों में देखने लगती है अहह
आबिद इधर आ बेटा अहह देख ना तेरा भाई कैसे मुझे चोद रहा है तू नही करेगा अहह

नजमा;की ये बात सुनके सॅम और आबिद दोनो चौंक जाते है

आबिद;आगे बढ़ता है और अपना लंड नजमा के मुँह के पास ले जाता है

नजमा;मुँह में तो सिर्फ़ सॅम का लूँगी तू चूत में डाल दे रीईईई अहह

सॅम;नजमा को अपने उपर लेलेता है और आयिल उसकी गान्ड पे लगा के नीचे से अपना लंड नजमा की गान्ड में घुसाने लगता है अहह

चूत अब बिल्कुल खाली थी

सॅम;अब्बे देख क्या रहा है डाल दे चूत में तेरी अम्मी की अहह आज इसे दोनो का चाहिए अहह

आबिद;अपना लंड नजमा की चूत के पास लाके अंदर घुसाने लगता है पर वो इस काम में माहिर नही था नजमा उसके लंड को हाथ में पकड़ के चूत के मुंहाने लगा देती है और आबिद को कमर हिलाने को कहती है


.
दोनो बेटे नजमा को आगे पीछे से चोदने लगते है
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prkin

Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by prkin »

jay wrote:
jay wrote:
prkin wrote:This is the most updated status.
Enjoy.

Thank you so much prkin bhai aapne kafi had tak meri problem solve kar di mere pas is kahani ka koi backup nahi tha . mitr ek baat our kya abhi kuch kahani baki hai ya maine ise yahi tak post kiya tha plz reply me
Yeahi last update that.
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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

prkin wrote:
jay wrote:
jay wrote:
prkin wrote:This is the most updated status.
Enjoy.

Thank you so much prkin bhai aapne kafi had tak meri problem solve kar di mere pas is kahani ka koi backup nahi tha . mitr ek baat our kya abhi kuch kahani baki hai ya maine ise yahi tak post kiya tha plz reply me
Yeahi last update that.
thanks bro
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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