एक राजा और चार रानियाँ complete

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prkin

Re: एक राजा और चार रानियाँ

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रात के 10 बजे;

सॅम; हॉल में बैठा कुछ पढ़ रहा था कि तभी अचानक उसे पेन महसूस हुआ और देखते ही देखते वो पेन खौफनाक दर्द में तब्दील हो गया.

वो फिर से दर्द से करहाने लगता है

नजमा फीरोजा;और महक जल्दी से उसके पास आके बैठ जाती है और उसे पानी पिलाके उसका पसीना पोछने लगती है.
पर सॅम का दर्द बढ़ते ही जा रहा था

नजमा;आँखों के इशारे से फीरोजा को कुछ कहती है
और फीरोजा सॅम को खड़ा करके उसकी पॅंट नीचे खिसका देती है

वो अपनी नाइटी भी नीची करके सॅम के लंड को सहलाने लगती है

महक;पीछे से आके फीरोजा को सलाह देती है कि खाला ऐसे से कुछ नही होगा आपको मुँह में लेना होगा

नजमा;सारा नज़ारा फटी फटी आँखों से चुप चाप देख रही थी.

फीरोजा;महक बेटा अपने कपड़े भी उतार दे शायद ये देख के सॅम का पनी बाहर निकल जाए

अगर नजमा वहाँ खड़ी नही होती तो कबका फीरोजा सॅम का लंड मुँह में भर चुकी होती

महक;प्युरे नंगी हो जाती है पर सॅम के लंड पे कोई असर नही पड़ता वो चिल्लाए जा रहा था

आख़िर फीरोजा को सॅम का लंड मुँह में लेके चूसना पड़ता है



पीछे से महक फीरोजा के ब्रेस्ट मसल्ने लगती है

फीरोजा;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

महक;से भी रहा नही जाता और वो भी नीचे बैठ के सॅम का लंड गटकने लगती है


दोनो खाला भांजी एक दूसरे को चूमते हुए सॅम का लंड मुँह में अंदर बाहर करने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प

नजमा;ये सब देख के अंदर ही अंदर जल रही थी ये वो जलन थी जिसे कोई समझ नही सकता था ये मोहब्बत की जलन थी

फीरोजा;सॅम को सोफे पे बैठा देती है

दोनो के हाथ में सॅम का लंड था और दोनो बड़े प्यार से उसके लंड को चूमते हुए चाट रहीं थी



सॅम;का लंड ज़ोरों से झटके खाने लगता है और वो फीरोजा के बाल पकड़ के अपना लंड ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगता है
अहह ज़ोर से खाला अहह प्लीज़ अहह और ज़ोर से

महक;हटो खाला तुमसे नही होगा और महक सॅम के लंड पे पूरा क़ब्ज़ा करके उसे हलक के अंदर तक गटक जाती है

और सॅम की आँखों में देखते हुए कहने लगती है

महक;निकाल पानी अपनी बहेन के मुँह में सॅम अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प पेला मुझे तेरा मीठा पानी अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

ये अल्फ़ाज़ सॅम के साथ साथ नजमा के भी तन बदन में आग पैदा कर देते है और सॅम एक चीख के साथ अपना गाढ़ा गाढ़ा पानी महक के मुँह में छोड़ने लगता है

सॅम;अहह पीजा महक अहह



महक;;का मुँह पूरी तरह सॅम के पानी से भर जाता है वो जितना पी सकती थी उतना पीती है और बाकी का पानी फीरोजा महक के मुँह पे से चाटने लगती है

दोनो एक दूसरे के मुँह में मुँह डालके सॅम का पानी पी रहीं थी उन्हे ये भी डर नही था कि सामने नजमा खड़ी है

वो एक अजीब ही दुनिया में पहुँच चुकी थी

महक;;अपने मुँह का सीमेन फीरोजा के मुँह में कुछ इस तरह उंड़ेल रही थी



दोनो को तब होश आता है जब नजमा खन्कार्ति है

और सॅम के साथ साथ वो दोनो भी नजमा को देखने लगती है

नजमा;;नंगा नाच हो गया हो तो तो अब कपड़े पहन लो तुम्हे सॅम का दर्द कम करने के लिए कही थी मैने अपना मज़ा करने के लिए नही चलो कपड़े पहनो बेशर्मो

और सॅम तुम जाके मेरे रूम में सोजाओ मैं अभी आती हूँ..

महक;और फीरोजा मुस्कुराते हुए मुँह सॉफ करने चली जाती है

फीरोजा;जान चुकी थी कि अब वो दिन दूर नही जब नजमा भी सॅम के नीचे होंगी.
रात 12 बजे;;

फीरोजा और महक अपने रूम में जाचुकी थी

सॅम;नजमा के रूम में लेटा हुआ था पर उसे नींद नही आरहि थी हालाँकि उसका पानी आज दो मर्तबा निकल चुका था पर एक नई खुशी का आलम उसपे सवार था उसे ऐसे लगने लगा था कि शायद उसके इस पेन की वजह से नजमा उसके करीब आजाए..वो दिल में सोचने लगा क्यूँ ना आज की रात अम्मी को सिड्यूस किया जाए और अगर किस्मत महरबान रही तो................

वो यही सब बातों में गुम था कि तभी नजमा रूम में बदबुदाते हुए दाखिल होती है.

नजमा;बेशरम बेहया कमिनाते कहीं की


सॅम;बेड पे उठ के बैठ जाता है क्या हुआ अम्मी

नजमा;डोर लॉक कर देती है और सॅम के पास आके बैठ जाती है

देख सॅम तू अभी बच्चा है और तेरी खाला और बहेन तुझे जिस तरह से गुमराही के रास्ते पे लेजा रही हैं तू सम्भल जा बेटा

सॅम;अम्मी वो तो मेरा दर्द कम कर रही थी ना
वो बड़ी मासूमियत से बोला

नजमा;क्यूँ तेरी अम्मी मर गयी है क्या जो तू

सॅम;मुस्कुराता हुआ अम्मी मैने तो आपसे उम्मीद लगा रखी थी इस मामले में पर आप ही ना कोई हेल्प नही करती मेरी

नजमा';चल अब सोजा बहुत रात होचुकी है और दोनो बेड पे एक दूसरे की तरफ मुँह करके लेट जाते है.

नजमा;बड़े गौर से सॅम का चेहरा देख रही थी

सॅम;क्या हुआ अम्मी क्या देख रही हो

नजमा;देख रही हूँ मेरा सोना बच्चा कितना बड़ा हो गया है

उसका इशारा सॅम के मोटे मुस्सल लंड पे था जिसे सॅम समझ के थोड़ा शरमा सा जाता है और अपनी अम्मी की छाती से चिपक जाता है

सॅम;एक बात पूछूँ अम्मी

नजमा;हाँ पूछ ना

सॅम;आपको वो सब देख के जलन हो रही थी

नजमा;मुझे क्यूँ जलन होने लगी तू भी ना

सॅम;नजमा का हाथ पकड़ के अपने सर पे रख देता है तो खाओ मेरी सर की कसम

नजमा;उसे गौर से देखते है और फिर धीमी आवाज़ में कहती है हाँ होरही थी मुझे जलन बस अब खुश

सॅम;क्यूँ अम्मी

नजमा;तू जानता है सॅम

सॅम;नही मैं नही जानता मुझे आपके मुँह से सुनना है

नजमा;मुझे नही पता अब चुप होज़ा और खबर दार जो पेन होने पे फीरोजा या महक को आवाज़ दिया तो

सॅम;तो फिर किसी आवाज़ दूं में

नजमा;वो हम बाद में देखेंगे अभी तू सोजा बेटा

सॅम;आगे कुछ नही बोलता और दोनो आँख बंद कर्लेते है पर नींद उनकी आँखों से कोसों दूर थी
कुछ देर बाद

सॅम;अम्मी मुझे भूक लगी है

नजमा;जा जाके दूध पीले

सॅम;मुझे ताज़ा दूध चाहिए

नजमा;क्या मतलब

सॅम;नजमा की नाइटी गले से निकाल देता है और ब्रा उपर सरका देता है ये सब वो इतनी स्पीड से करता है कि नजमा उसे रोक ही नही पाती
बिना देर किए वो नजमा के एक ब्रेस्ट को अपने मुँह में लेके चूसने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

पहले पहले नजमा थोड़ा विरोध करती है पर कहीं ना कहीं उसका दिल भी यही चाह रहा था कि सॅम उसके साथ भी वो सब करे जो वो हमेशा से करना चाहता था

अब नजमा भी मुस्कुराते हुए अपनी ब्रेस्ट सॅम के मुँह में घुसाने लगती है



नजमा;अहह सिसकारियाँ भरने लगती है अहह सॅम बेटा उन्हञंननणणन् आराम से काटो मत ना

सॅम;पूरा ब्रेस्ट मुँह में लेके चूस्ता जा रहा था हालाँकि उसमें दूध नही था पर दोनो को ऐसे एहसास हो रहा था जैसे नजमा सच में सॅम को दूध पिला रही हो और सॅम भी बड़े प्यार से ब्रेस्ट मसल मसल के ब्रेस्ट को चूस्ता चला जा रहा था

अचानक सॅम के दिमाग़ की घंटी बजती है और वो खड़ा हो जाता है

नजमा;जो अपने होश खोने लगी थी अचानक से जाग जाती है और नशीली आँखों से सॅम को देखने लगती है

नजमा;क्या हुआ बेटा

सॅम;अम्मी मुझे पेन हो रहा है

नजमा;भी जानती थी कि ये सिर्फ़ सॅम का बहाना है पर आज नज़ाने क्यूँ उसे सॅम के इस बहाने पे भी बे पनाह प्यार आ रहा था वो उठ के बैठ जाती है

और सॅम की पॅंट नीचे उतार कर फेंक देती है पर वो अब भी ब्रा और पैंटी में थी

और सॅम के लंड को अंडरवेर के उपर से ही मसल रही थी

नजमा;बेटा अब पेन कम हुआ क्या

सॅम;अहह नही अम्मी पहले आप अपने कपड़े उतारो शायद आपको देख के मेरा पानी निकल जाए और पेन कम होज़ाये

नजमा;दिल में स्मार्ट बॉय बेटा मैं तेरे माँ हूँ सब जानती हूँ तेरे पेन को
और नजमा सॅम की आँखों में देख के अपनी ब्रा और पैंटी भी निकाल देती है

वो सॅम के सामने घुटनों के बल बैठी हुए थी और सॅम अंडर वेअर में खड़ा हुआ था

सॅम;अहह प्लीज़ अम्मी कुछ करो ना बहुत पेन हो रहा है


नजमा;काँपते हाथों से सॅम के अंडरवेर में एक हाथ डाल देती है.


उसे सॅम के लंड की झलक तो दिख गयी थी पर ललचाई नजमा और भी बहुत कुछ देखना चाहती थी वो धीरे धीरे अंडरवेर नीची उतार देती है अब सॅम का लटका हुआ लंड नजमा के मुँह के सामने था

नजमा;बेटा तू लेट जा मैं कुछ करती हूँ

सॅम;अहह अम्मी जल्दी कुछ करो मैं मर रहा हूँ

नजमा;मुस्कराते हुए दिल में सोचने लगती है हाँ पता है तू किस चीज़ के लिए मर रहा है.

नजमा ;सॅम के लंड को देखती है मुँह में राल तो आ रही थी उसके पर दिल पे अभी दिमाग़ का क़ब्ज़ा था वो पास में पड़ा हुआ टवल उठा लेती है और उसे सॅम के लंड पे लपेट के सहलाने लगती है

सॅम;अहह अम्मी ऐसे नही होगा
आप रहने दो में खाला को आवाज़ देता हूँ

फीरोजा का नाम सुनते ही नजमा के तन बदन में आग लगज़ाती है और वो गुस्से में टवल को फेंक देती है और बिना देर किए सॅम के लंड को अपने मुँह में भर के चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
prkin

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सॅम;;अहह मारे खुशी के उछल पड़ता है आख़िर नजमा ने उसका लंड अपने मुँह में ले ही लिया अहह वो धीमी आवाज़ में सिसकने लगता है अहह अम्मी गगगगगग ऐसे ही ओह कितना अच्छा लगता है आपके मुँह में अहह चूस्लो गगगगगगग अहह अम्मी

नजमा;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प ऐसे ना सॅम अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प अहह

वो बड़ी तेज़ी से लंड को चुसाइ थी और आज सॅम की ज़िंदगी का सबसे खुस्गवार दिन था और इससे जोश में वो ना चाह्ते हुए भी पानी छोड़ देता है और जैसे ही सॅम का पानी लंड से बाहर निकलता है नजमा अपना मुँह हटा लेती है और सॅम के लंड को मुट्ठी में भर के ज़ोर से हिलाने लगती है

सॅम;अहह सोच रहा था कि शायद नजमा पानी पीएगी पर हाइईईईईईईईई रे किस्मत

जब सॅम आज दिन भर में तीसरी बार झड्के शांत हुआ वो निढाल पड़ा बोझल आँखों से नजमा को देख रहा था

नजमा;उसके चेहरे पे हाथ फेर के वॉश बेसिन में अपने मुँह धोने चली जाती है.

वो बिल्कुल नंगी थी और वॉश बेसिन पे झुके हुए अपना चेहरा सॉफ कर रही थी



सॅम;बेड पे लेटा हुआ अपनी अम्मी की गान्ड को देख रहा था और सोच रहा था कब इसमें में अपना घुसाउन्गा.

जब नजमा अपना चेहरा सॉफ करके मूडी तो सॅम अपना लंड हाथ में लेके हल्के हल्के हिला रहा था वो सॅम के पास आके बैठ जाती है और उसे समझाने लगती है

नजमा;;देखो सॅम बेटा अगर कल तुम्हे पेन महसूस हो तो तुम अपनी खाला या बहेन की मदद नही लोगे तुम समझ रहे हो ना मैं क्या चाहती हूँ.


सॅम;जी अम्मी मैं समझ रहा हूँ.दिल में..चूत तो नही दे रही हो बस मेरे जज़्बात से खेल रही हो

अम्मी कब दोगि

नजमा;हंसते हुए क्या

सॅम;जाओ मैं आपसे बात नही करता और सॅम बेड से उठ के अपने रूम की तरफ बढ़ जाता है.

नजमा;उसे जाने देती है वो जानती थी कि ये वक़्त सही नही है क्यूँ कि आज नजमा के एम.सी पीरियड्स का लास्ट डे था..

वो बेड पे लेट जाती है और सुबह होने का इंतजार करने लगती है क्यूँ कि नींद तो उसे भी नही आने वाली थी..

उसके दिमाग़ में क्या चल रहा था ये सिर्फ़ और सिर्फ़ नजमा जानती थी.
बस इंतजार था तो सुबह का.


सुबह 8एएम;

सुबह का सरज निकल चुका था पर सॅम अभी तक नींद से जगा नही था शायद उसे कल रात बहुत गहरी नींद आई थी..

नजमा;उसके पास बैठी उसका चेहरा देख रही थी तभी एक ज़ोर की बिजली आसमान में गर्जि और सॅम की आँख खुल गयी

सॅम;गुड मॉर्निंग अम्मी उसके चेहरे पे गुलाब खिल रहे थे

नजमा;सॅम की पेशानी चूमते हुए गुड मॉर्निंग मेरी जान तुम्हे पता है रात भर बारिश होती रही और बाहर का नज़ारा देखने लायक है और तुम हो कि सोते पड़े हो

सॅम;अम्मी मेरे लिए तो आपके चेहरे से अच्छा नज़ारा और कोई हो ही नही सकता

नजमा;शरमा जाती है और बनावटी गुस्सा दिखाते हुए बस बस रहने दे तेरी ये चापलूसे बातें चल जल्दी तैयार होज़ा तेरे नानू घर जा रहे है

सॅम;क्यूँ

नजमा'अर्रे उन्हे घर की याद आरही है फीरोजा और महक भी साथ जा रही है
ये कहके नजमा का चेहरा लाल हो जाता है

सॅम;खुशी के मारे बेड पे बैठ जाता है इसका मतलब घर में सिर्फ़ हम दोनो ही रहने वाले है

नजमा;जी नही सिर्फ़ आप क्योंकि मैं ऑफीस जाने वाली हूँ और ये कह के नजमा वहाँ से निकल जाती है.

सॅम;आज नही अम्मी आज नही

जब सॅम फ्रेश होके बाहर आया तो फीरोजा और महक के साथ साथ सत्तार ख़ान के भी जाने के तैयारी होचुकी थी सिर्फ़ सत्तार ख़ान खुश थे

फीरोजा और महक का चेहरा उतरा हुआ था जिसे देख देख सॅम के साथ साथ नजमा भी मुस्कुरा रही थी

कुछ देर इधर उधर की बातें करने के बाद नजमा और सॅम तीनो को कार में बैठा के रवाना कर देते है.

और नजमा किचिन में बर्तन सॉफ करने चले जाती है.

सॅम;अम्मी अम्मी करते हुए वहाँ आजाता है और पीछे नजमा को पकड़ लेता है
अम्मी आज मौसम बड़ा बेईमान है

नजमा;वो तो रोज़ ही रहता है

सॅम;अम्मी आपका दिल इस मौसम में कुछ करने को नही करता

नजमा;जी नही अब जाओ मुझे काम करने दो फिर ऑफीस भी जाना है

पर सॅम के दिमाग़ में तो कुछ और ही चल रहा था वो पीछे से नजमा के दोनो ब्रेस्ट को नाइटी में से निकाल के मसल्ने लगता है अहह

नजमा;ऊउउउउउउउउ छोड़ो ना बेटा काम करने दो

सॅम;अपनी ज़ुबान नजमा के गले पे लगा के किस करते हुए अम्मी आइ लव यू और वो ब्रेस्ट मसल्ते हुए किसिंग शुरू रखता है

नजमा;जो कल रात से इसी पल के इंतजार में थी कि कब सॅम उसे छेड़ता है वो सॅम की इस हरकत से मचलने लगती है.


नजमा;अहह नही ना बेटा ये ग़लत है ना

सॅम;अपनी अम्मी को प्यार करना कोई ग़लत नही है अम्मी
और सॅम नजमा को गोद में उठाके बेड रूम में ले जाता है और उसकी नाइटी बदन से अलग कर देता है

नजमा;अहह नही सॅम रुक जा वरना बहुत देर हो जाएगी बेटा अहह वो खामोशी से अपने सारे कपड़े भी निकाल देता है दोनो एक दूसरे के सामने बिल्कुल नंगे खड़े थे

नजमा;की आँखे सॅम के लटकते हुए लंड पे टिकी हुई थी और सॅम की नजमा की चिकनी चूत पे दोनो की साँसे फूली हुई थी पर दोनो जल्दी में नही थे

सॅम;नजमा के पास आके उसे अपनी बाहों में भरके अपने होंठ उसके होंठों के पास लाता है
अम्मी मैं आपको प्यार करना चाहता हूँ आपकी मर्ज़ी से क्या आप मुझे अपना जिस्म राज़ी खुशी से दोगि

नजमा;के होंठ लराज़ जाते है ज़ुबान हिल नही पाती सॅम ने उससे वो सवाल किया था जिसका जवाब उसने रात में जागते हुए ही सोच लिया था वो अपनी बाहें सॅम के गले में डाल देती है और उसकी आँखों में देखते हुए धीरे से कहती है

समीर बेटा आज तू अपनी अम्मी को हमेशा हमेशा के लिए अपनी बना ले मुझे ऐसे प्यार कर कि मैं दुनिया को भूल जाऊ मुझे इस घर में हर जगह हर तरह से प्यार कर मैं तेरी गुलाम बन जाऊ.
अगर तू मेरा बेटा है तो तू आज मेरे दूध का क़र्ज़ अदा कर्दे बना ले अपनी अम्मी को अपनी .बोल करेगा ना मुझे प्यार इस वादे के साथ कि ये सिर्फ़ कुछ वक़्त की मोहब्बत नही बल्कि ज़िंदगी भर का साथ होगा.


दोनो एक दूसरे की आँखों में देखते हुए मुस्कुराए और सॅम ने अपनी अम्मी नजमा को अपनी बाहों में ऐसे समेटा कि नजमा पिघलती चली गयी.

दोनो माँ बेटे एक दूसरे को चूम रहे थे काट रहे थे नजमा के नाख़ून सॅम की पीठ पे उसे कुरेद रही थी आज इश्क़ और जुनून का मिलन हो रहा था वो जोश वो बल वाला इतना ज़्यादा था कि उन्हे दर्द का एहसास भी नही हो रहा था

सॅम;नजमा को बेड पे लिटा देता है और अपनी पैदाइश की जगह को कुछ देर गौर से देखने लगता है

नजमा ;भी पैर खोल के सॅम को चूत और गान्ड दिखाने लगती है


फिर धीरे से सॅम अपनी ज़ुबान से नजमा की चूत को पहले चूमता है और फिर उसे बड़े प्यार से चाटने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प


नजमा;अंदर तक कांप जाती है उसके रोम रोम में बिजलियाँ दौड़ रहीं थी और जिस्म सॅम के चूमने से मचल उठता था वो बस सिसक जाती थी और सॅम के सर को अपनी चूत पे दबाते जा रही थी उन्हञंनननणणन् अहह मेरा बेटा अहह समीर उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आज अपनी अम्मी को उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नही नाआआआआआ

समीर ने नजमा के क्लाइटॉरिस को इतने प्यार से चाटते हुए मुँह में भर के कटता है कि नजमा उछल पड़ती है.

नजमा;की चूत से पानी रिस रहा था और वो जोश की इंतेहा पर करने के करीब थी वो इंतेहा जिसके पार होने के बाद दो जिस्म एक हो जाते है और दुनिया की आवाज़ें उन्हे सुनाई नही देती .

एक चीख के साथ नजमा की चूत थोड़ा सा पानी छोड़ देती है
वो बेड पे बैठ जाती है और सॅम के गुलाबी लंड को अपने हाथ में पकड़ के मसल्ने लगती है

सॅम;अहह अम्मी मुँह में लोना मेरा

नजमा;हाँ बेटा क्यूँ नही और नजमा सॅम के लंड के हेड को चूमने के बाद अपने मुँह में समा लेती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प


सॅम;फिर लंड बाहर निकालता है और नजमा की ज़ुबान पे रगड़ता है दोनो एक दूसरे को देख रही थी
नजमा;सॅम के टेस्ट्स पकड़ के इस बार लंड अंदर तक लेके चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह अम्मी आपका मुँह अहह कमाल का है गगगगगगगगगगग अहह

नजमा;पागल हुए जा रही थी वो कल रात में भी सॅम का लंड चूस चुकी थी आज वो जल्द से जल्द उसे अपनी चूत में लेना चाहती थी वो सॅम को बेड पे लेटा के उसके उपर चढ़ जाती है और दोनो पैर उसके इर्द गिर्द डालके अपनी चूत को उसके लंड पे रगड़ने लगती है अहह ये पहली मर्तबा लंड का एहसास उसकी चूत को और चिकना बना रहा था और नीचे लेटा हुआ सॅम अपनी अम्मी की मस्ती भरी आहे सुन रहा था

सॅम;अपने लंड पे थूक लगा के उसे खड़ा कर देता है और सीधा नजमा की चूत के दोनो लिप्स के बीच में टिका देता है वो चाहता था कि नजमा पहला धक्का मारे

नजमा;भी ये जान चुकी थी वो मुस्कुराते हुए अपनी कमर को नीचे करने लगती है अहह समीररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर बएटााआआआआआआआआआअ उनह

सॅम;जल्दी से दूसरा फिर तीसरा और उसका लंड सनसनाता हुआ नजमा की चूत में घुस जाता है वो सीधा बच्चे दानी पे टक्कर मार रहा था जिससे नजमा की कमर उपर को उठने लगती है



नजमा;की नज़र सामने आयने पे जाती है जहाँ उसे अपना अक्श दिखाई देता है अपने बेटे समीर के लंड पे कूदती नजमा बुरी तरह शरमा जाती है पर ये शरम दो पल के लिए थी वो जोश में अपनी कमर नीचे उपर करने लगती है अहह बेटा मैं थक गयी हूँ मुझे नीचे लेके चोदो ना हाआआआआ

सॅम;अम्मी क्या कहा आपने फिर से कहो ना अहह
नजमा;;समीर बेटा चोदो ना अपनी अम्मी को नीचे लेके
उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह वो जानती थी सॅम क्या सुनना चाहता है वो नीचे हो जाती है और सॅम उसके उपर दोनो अलग नही होते बस पोज़िशन चेंज करते हैं

सॅम;नजमा के दोनो पैर खोल के सटा सट अपना लंड नजमा की चूत में पेल ने लगता है अहह अम्मी आपकी चूत अहह बहुत टाइट है अहह

नजमा;हन्ंनननणणन् बेटा तेरे अब्बू के जाने के बाद मैं तो जैसे लंड का मज़ा ही भूल गयी थी आज तूने मेरी चूत को जगा दिया है आज से इसकी देखभाल अहह तेरी ज़िमेदारी है मेरे लाल अहह अपनी अम्मी को रोज चोदा कर अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह


दोनो एक दूसरे के होंठों को चूमते हुए ज़ोर शोर से चुदाई का मज़ा लेरहे थे आज नजमा को जन्नत मिल गई थी और सॅम को उस जन्नत में जगह.

दोनो इस कदर दुनिया से बेख़बर थे कि दुनिया से बेख़बर अपनी नई दुनिया बसाने में मसरूफ़ थे

सॅम;नजमा को एक करवट लिटा देता है और पीछे से अपना लंड अंदर बाहर करने लगता है
नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आहिस्ता बेटा अहह दर्द होता है ना अहहहहहहहहहः

सॅम;अम्मी मैं क्या करूँ मेरा लंड आपकी चूत का दीवाना हो चुका है वो और अंदर जाना अहह चाहता है अहह

नजमा;सिसक रही थी उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंहंह्न दरद हो रहा है रीईईई


दोनो अपनी आख़िरी मोड़ पे थी दोनो चिल्लाते हुए एक दूसरे के अंदर पानी छोड़ने लगते है अहहहहहहहहहहहहहः

सॅम;अम्मी आगगगगगगगगगगगगग

नजमा;उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंह्न समीर बेटा अंदर अहह और अंदर शायद नजमा सॅम का पानी अपनी चूत की गहराईयो में लेना चाहती थी इस लिए वो सॅम को और अंदर करने का बोलते जा रही थी और सॅम आखरी झटके मारता जा रहा था,अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

10मिनट बाद नजमा उठा कर बाथरूम में घुस जाती है उसके पीछे पीछे सॅम भी चला जाता है.

नजमा;मुझे पेशाब तो करने दो

सॅम;करो ना अम्मी मैने कब मना किया है

नजमा;जैसे ही पेशाब करने मुड़ती है सॅम पीछे से नजमा की कमर को पकड़ अपना लंड उसकी गान्ड के सुराख पे टिका देता है

नजमा;नही सॅम वहाँ नही बेटा मैने आज तक नही लेना वहाँ

सॅम;मुझसे प्यार करते होना आप

नजमा;हाँ पर बेटा अहह

सॅम;को बस यही सुनना था वो अपने लंड का हेड नजमा की गान्ड में घुसा देता है अहह


ये दर्द नजमा से बर्दास्त नही होता और वो चिल्लाने लगती है अहह निकाल ले रीईई बेटा अहह अपनी अम्मी की गान्ड फाड़ देगा क्या अहह

सॅम;अम्मी आज आपके तीनो सुराख में डालने की कसम खाई थी मैने बस ये आखरी है अहह प्यार से करने दो वरना अहह उसके धक्कों की रफ़्तार तेज होते जाती है और नजमा बेहोश सी होने लगती है ये दर्द सच में उसके लिए ना काबिल ए बर्दास्त था पर कहीं ना कहीं उसे भी इस दर्द का एक नया मज़ा आ रहा था ..

सॅम;नीचे लेट जाता है और नजमा को अपने उपर लेके फिर से अपना मुस्सल लंड उसकी गान्ड में घुसा देता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

नजमा;काफ़ी देर से पेशाब रोके हुए थी वो सिसक सिसक के मूतने लगती है अहह


वो पेशाब की धार सीधा सॅम की जाँघ पे गिराती है और सॅम नजमा को और ज़ोर से पेलने लगता है अहह

सॅम;अम्मी आपकी गान्ड मार कर मुझे वो मज़ा आ रहा है जो खाला और महक की चूत को मारने के बाद भी नही आया
prkin

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नजमा;उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंह्न नाम ना ले उन दोनो का मेरे बेटे को मुझसे छीन रही थी अहह धीरे वो कमिनाते उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह पर तू सिर्फ़ मेरा है अहह तेरे लिए तो मैं हर दर्द सह जाउन्गी रे अहह ज़ालिमम्म्ममममममममम आराम से मारना उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;का पानी दूसरी मर्तबा नजमा की गान्ड में निकलने लगता है और नजमा की चूत का पानी सॅम की जाँघ पे दोनो हलकान होके खड़े होजाते है

नजमा;सॅम को देखने लगती है और सॅम के लंड को पकड़ के मरोड़ देती है बड़ा ज़ालिम है तू सॅम देख मेरी चूत और गान्ड की क्या हालत कर दी है तूने

सॅम;अभी तो कुछ भी नही क्या है अम्मी जान ये सितम तो रोज बारपेगा आप पे

नजमा;जैसे ही शवर के नीचे नहाने जाती है सॅम उसका हाथ पकड़ के उसे अपनी तरफ़ घुमा लेता है

अम्मी मुझे पेशाब करना है

नजमा;कर ना बेटा

सॅम;आपके मुँह में करना है

नजमा;को ये बात बुरी लगनी चाहिए थी पर वो मुस्कुरा के नीचे बैठ जाती है और अपना मुँह खोल के कहती है
ले मूत मेरे मुँह में पीला मुझे तेरा पेशाब

सॅम;अपना लंड पकड़ के दो तीन बार हिलाता है और फिर सीधा पेशाब की धार नजमा के मुँह में छोड़ने लगता है.


नजमा;भी बड़े प्यार से वो पीती चली जाती है.

सॅम;;का पेशाब नजमा को नहलाने लगता है उसकी धार अब नजमा के चेहरे और बालों को गीला करने लगती है.

जिससे नजमा और जोश में आजाती है.


जब सॅम पूरी तरह नजमा को नहला देता है तो नजमा सॅम के लंड को मुट्ठी में लेके चूसने लगती है और बचा हुआ पेशाब भी निचोड़ लेती है उसके ब्रेस्ट पूरे तरह भीग चुके थे.


दोनो शवर शुरू करके उसके नीचे खड़े होजाते है

ठंडा ठंडा पानी जब जिस्म पे गिरता है तो दोनो के जिस्म की आग बुझने की बजाए और भड़क उठती है और नजमा नीचे से सॅम का लंड पकड़ के मसलने लगती है
दोनो एक दूसरे को चूम रहे थे और नजमा के मोटे मोटे सुडोल ब्रेस्ट सॅम की छाती से घिस रहे थे

ये मौसम और उसपे ये जोश ए जुनून दोनो माँ बेटों को पागल करने के लिए काफ़ी था वो आज रुकने वाले नही थे सॅम से रहा नही जाता और वो फिर से नजमा को वहीं खड़े खड़े चोद डालता है वो चुदाई बहुत लंबी चलती है .

और तकरीबन 20मिनट बाद दोनो एक दूसरे को चूमते हुए बाथरूम से बाहर निकलते है दोनो एक दूसरे को टवल से पोछने लगते है..दोनो की आँखों में चुदाई का नशा सॉफ नज़र आ रहा था.

वो फिर से उसे नशे में खो जाना चाहते थे पर तभी ऑफीस से फोन आता है और नजमा और सॅम को ऑफीस के लिए निकलना पड़ता है.
सॅम और नजमा ऑफीस तो पहुँच गये..

पर ना सॅम का किसी कम में दिल लग रहा था और ना नजमा का

ऑफीस वर्क जल्दी से निपटा कर नजमा सॅम को अपने कॅबिन में बुलाती है.

सॅम;जैसे ही कॅबिन में इंटर करता है नजमा उसे अपने से चिपका लेती है और उसके चेहरे पे होंठों पे किस करती चली जाती है..

सॅम;भी पिछले एक घंटे से खुद को रोके हुए था वो नजमा को अपनी छाती से इतनी कस्स के दबाता है कि नजमा की हल्की से चीख निकल जाती है..

अम्मी जल्दी घर चलो वरना यहीं आपको नंगी करके मैं शुरू हो जाउन्गा..

नजमा;हाँ सॅम अहह मैं भी वही कह रही थी कि चल ले चल मुझे अपने साथ और नंगी करके कस के चोद रे बेटा अहह आज से तीन दिन तक हम दोनो ऑफीस नही आएँगे मैने सोफ़िया को सब ऑफीस के काम समझा दिए है बस मुझे जल्द से जल्द ले चल बेटा..

दोनो की आँखे किसी शराबी की तरह लाल हुए जा रही थी..

सॅम;नजमा के हाथ पकड़ के उसे कॅबिन में बने बाथरूम में ले जाता है और उसे झुका के उसकी ब्रेस्ट पीछे से मसल्ने लगता है..

नजमा;अहह करते हुए मचलने लगती है हक़ीकत में सॅम से ज़्यादा नजमा चुदाई के मूड में थी सॅम तो पिछले कई दिनो से कितनी चूत मार्चूका था पर नजमा पिछले कई सालों से प्यासी थी

और आज इस ख़ूँख़ार शेरनी को वो मिल गया था जिसकी उसके साथ साथ उसकी चूत को भी तलाश थी..

सॅम;नजमा को नीचे बैठा देता है और अपनी पॅंट नीचे करके अपना लंड बाहर निकाल लेता है..

नजमा;एक पल के लिए सॅम की आँखों में देखती है और फिर दूसरे ही पल सॅम का लंड नजमा के मुँह में चला जाता है



सॅम;;अंदाज़ा लगा चुका था कि इस वक़्त नजमा को बहुत ज़ोरों की प्यास लगी है क्यूंकी नजमा उस शिदत से सॅम का लंड चूस रही थी वो ना ठीक से सांस ले पा रही थी और ना हिल पा रही थी बस हलक के अंदर तक सॅम का लंड लेते चली जा रही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प उन्हञणन्न् सॅम मुझसे बर्दाश नही हो रहा बेटा चल ना घर गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प मुझे ये अपनी चूत गान्ड में हर जगह चाहिए मेरे लाल गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प


सॅम;;नजमा को खड़ी कर देता है और उसके होंठों पे लगे हुए अपनी सीमेन की कुछ बूँदें चाट के उसके होंठो को सॉफ कर देता है

चलो अम्मी हनी मून पे चलें.

और दोनो बिजली की रफ़्तार से ऑफीस से निकलते है और जैसे उड़ते हुए घर पहुँच जाते है..

सॅम;जैसे ही घर में दाखिल होता है नजमा उसकी गोद में उछल के बैठ जाती है

और सॅम अपने दोनो हाथों से नजमा की कमर पकड़ के उसे चूमता हुआ बेडरूम में ले जाता है..

3मिनट से भी कम वक़्त में दोनो माँ बेटे बिल्कुल नंगें होचुके थे ना शर्म थी और ना हया बस जुनून था इश्क़ का हवस का और मोहब्बत का..

सॅम;का लाल गुलाबी लंड देख के नजमा से रहा नही जाता और वो घुटनों के बल बैठ के उसके लंड को हाथ में पकड़ लेती है..अहह

नजमा;बेटा आज दिन और रात भर ये मेरे सुराखों में रहेगा खबर दार जो तूने इसे बाहर निकाला मुझसे बुरा कोई नही होगा..

बड़े प्यार से ये कहते हुए नजमा सॅम के लंड को पहले चूमती है..



और फिर गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प 7इंच लंबा लंड ना जाने कहाँ नजमा के मुँह में गायब हो जाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;हाहहहहहहहहहहहः अम्मी प्लीज़ थोड़ा आराम से खीँचो ना अहह दर्द हो रहा है अहह

नजमा;होने दे सुबह तूने मुझपे रहम नही किया था गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प आब मेरे बारे गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



वो किसी नई नवेली दुल्हन की तरह अपने जवान बेटे के लंड को निचोड़ रही थी..

सॅम;;झड़ने से कुछ देर पहले अपना लंड नजमा के मुँह से बाहर खींच लेता है और नजमा को चूमता हुआ बेड पे लेटा देता है..

दोपहर की धूप में नजमा की चिकनी चूत बहुत खूबसूरत लग रही थी.



सॅम;नजमा के पैर थोड़े खोल देता है और अपनी ज़ुबान से नजमा की जाँघ को चूमता है और फिर लिटाता है और दोनो फिंगर्स से चूत के लिप्स को खोल के अपनी ज़ुबान अंदर घुसा देता है.गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

नजमा;एक हाथ से सॅम के बाल और एक हाथ से बेड शीट पकड़ लेती है अहह ज़ालिमम्म्मममममममममम अहह मेरी चूत अहह उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह यह तूने क्या सितम ढा लिया रीईईईईई सॅम बेटा हाआआआआ ऊइईईईईई आमियीईईईईईईईईईई तेरे अब्बू ने कभी यहाँ नही चूमा और तू अपनी अमिीईईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह को ये क्या बना रहा है अहह मैं तेरी आदि हो गयी हूँ एक चुदाई में राजा बेटा अहह

नजमा;बॅड बड़ा रही थी उसे खुद पता नही था कि वो क्या कह रही है ये एहसास उसके लिए ऐसा था मानो जैसे गुलशन में मौसम का पहला फूल खिलने पे माली को होता है..अपनी मेहनत सफल होने का

आज नजमा को फकर महसूस हो रहा था कि उसने एक ताकतवर मर्द को पैदा किया.जो उसे हर तरह से खुश रखे गा

नजमा;उठ के अपने बेटे को देखने लगती है पर सॅम तो चूत चाटने में मगन था



तभी नजमा सॅम का सर पकड़ के उसे अपनी चूत पे दबाती है और सुर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर के आवाज़ के साथ सॅम के मुँह पे पेशाब करने लगती है अहह

सॅम;फिर भी अपना चेहरा नही हटाता बल्कि चूत के पानी के साथ साथ पेशाब भी चाटने लगता है अहह
अम्मी आपका पेशाब हनी से भी ज़्यादा मीठा है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प वो दो फिंगर्स चूत के अंदर डालके बचा हुआ सारा पानी बाहर खींचने लगता है और चाटता चला जाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

नजमा;अहह बेटा आजा ना अपनी अम्मी पे अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्बर्दास्त नही हो रहा है सॅम उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;एक समझदार बेटा था वो नजमा का हुकुम मानते हुए उसके दोनो पैरों को फैलाक़े अपना लंड उसकी चूत के ठीक मुँह पे लगा देता है.



नजमा;अहह डाल ना बेटा अहह

सॅम;एक शर्त पे डालूँगा अम्मी

नजमा;बोल ना मुझे तेरी हर शर्त मंजूर है पहले डाल तो सही अहह

सॅम;वो शर्त ये है ये मुझे इस चूत से अपना एक बच्चा चाहिए वो भी जल्द से जल्द बोलो दोगी ना मुझे अपनी मोहब्बत की निशानी

नजमा;हन्ंननननननणणन् दूँगी तुझे ज़रूर दूँगी मैं वादा करती हूँ उसके लिए तुझे दिन रात अपनी अम्मी को चोदना होगा अहह बोल चोदेगा ना

सॅम;जवाब अल्फ़ाज़ में नही लंड चूत के अंदर तक घुसा के देता है

नजमा;अहह ऊइईईईईई मममममममममममम गगगगगगगगगगग इतने ज़ोर से अहह

सॅम;;ऐसे चोदना होगा ना अम्मी आपको अहह

नजमा;;हाँ बेटा अहह ऐसे ही अहह

फॅक फॅक की आवाज़ें और ज़ोर ज़ोर से साँसों की तड़प पूरे रूम में गूंजने लगती है..

दोनो एक दूसरे के जिस्म को नोच खरॉच रहे थे कभी नजमा सॅम के नीचे होती तो कभी सॅम नजमा के नीचे पर लंड से चूत का मिलाप अलग नही हो रहा था

नजमा;सॅम पे चढ़ के अपनी कमर नीचे उपर करते हुए अपनी दोनो चुची सॅम के मुँह के सामने लटका देती है अहह चूस्ते हुए चोद बेटा हाआआआअ



सॅम;;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प दोनो ब्रेस्ट को बारी बारी चूस्ता हुआ अपना लंड नजमा की चूत की गहराईयो में पहुँचा रहा था अहह

सॅम;का गाढ़ा पानी और नजमा का चिप चिपा चूत का पानी इतना ज़्यादा था कि वो बाहर निकल के बेड पे गिरने लगता है



नजमा;की कमर तेज उपर नीचे होने लगती है और सॅम की कमर के झटके उसे अपने हलक में महसूस होते है वो घुटी घुटी आवाज़ में सॅम को धीरे से चोदने का कहते है पर जब जोश अपने पूरे शबाब पे हो तो कोई दुनिया वे ताक़त उसे रुक नही सकते अहह उःन्णननननणणन् धीईईर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र

अहह
सॅम;;उह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न्ह्न धीरे तो अहह चोद रहा हुन्न्ञणन् अम्मी जी

सॅम;नजमा को नीची लेलेता है और तेज़ झटके मारने लगता है 10मिनट ऐसे ही ताक़त ताक़त से चोदने के बाद सॅम का गाढ़ा पानी नजमा की चूत को मुंहाने तक भर देता है उसकी चूत किसी शराबी के जाम की तरह लबरेज होचुकी थी.

वो तकी नही थी बस अपनी चढ़ि हुई सांस को नॉर्मल करने लगती है..

नजमा;ऐसे ही नंगी किचिन में गान्ड हिलाते हुए चली जाती है और कुछ नाश्ता ले आती है..

दोनो बड़ी मुश्किल से नाश्ता करते है और जैसे ही नाश्ता ख़तम होता है सॅम नजमा को वहीं झुका के उसकी कमर पे थप्पड़ मारता हुआ अपना लंड उसकी चूत में पेल देता है

नजमा; हल्के हल्के सिसकती है
सम;को ये पोज़िशन बहुत पसंद थी वजह ये थी कि नजमा की चूत और गान्ड दोनो सॅम को दिखाई देती थी और वो किसी भी वक़्त किसी भी सुराख में अपना केला ठोक सकता था..

सॅम;अपना लंड बाहर निकालता है

नजमा;अहह क्या हुआ बेटा

सॅम;कुछ नही
और सॅम अपने लंड को नजमा की कमर पे मारते हुए मूतने लगता है अहह
उसके पेशाब से नजमा सिहर उठती है और उसकी गान्ड पूरी तरह सॅम के पेशाब से तरबतर हो जाती है सॅम लंड डालके नजमा को चोदने लगता है..



नजमा;उनहनहंहंहंहंहंहंह्न धीरे बेटा अहहहहहहः तेरा लौडा है कि हथौड़ा अहह मेरी चूत चीर के रख दिया है तूने बेटा अहहहहहहहहहहः

सॅम;अम्मी आपकी चूत है ही ऐसे कि लंड अंदर तक घुसता चला जाता है अहहहहहहहः

नजमा;सुन सॅम मुझे पीछे से लेना

सॅम;अम्मी कहाँ से

नजमा;अहह मेरी गान्ड में रे अहह

सॅम;आपको गान्ड मरवाना अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अच्छा लगता हाईईईईईईईईईईई

नजमा;हाँ सॅम अहह बहुत अच्छा अहह

सॅम;नजमा की कमर पकड़ के उसे थोड़ा झुका ता है और अपने लंड पे थूक लगा के नजमा की गान्ड में पेलता चला जाता हैयाहह

नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह करते हुए सॅम के लंड को अंदर की तरफ जगह देती है अहह




सॅम की ताक़त और नजमा का जोश लंड को गान्ड के अंदर ठोक देते है और सॅम दना दन नजमा की कमर पकड़ के धक्के मारने लगता है

नजमा;उःन्णनननननणणन् कितना ज़ालिम है रीईई तू बेटा अहह अपनी अम्मी के गान्ड मार रहा है अहह

सॅम;अम्मी की गान्ड चूत मारना किस्मत वालों को नसीब होता है अहह मैं तो ये रोज करने वाला हुन्नहह



नजमा;के पैर खुलते चले गये और सॅम का लंड कभी चूत में तो कभी गान्ड के सुराख को खोलता चला गया.

वो चुदाई रात के 9पी एम तक चलती रही दोनो निढाल होके एक दूसरे को चूमते हुए सो गये ना उन्होने रात का खाना खाया और ना उन्हे भूक लगी थी..

सॅम;का लंड अभी भी नजमा की चूत में था.
और दोनो एक दूसरे की बाहों में सुकून की नींद में सोए हुए थे..

रात 9पी एम;
एक तरफ जहाँ सॅम और नजमा एक दूसरे के बाहों में चैन की नींद सोए हुए थे वहीं दूसरी तरफ फीरोजा के घर पे महॉल बिल्कुल ऑपोसिट था..

सत्तार ख़ान अपने रूम में सोए हुए थे और महक अपनी खाला के रूम में लेटी हुए कुछ सोच रही थी

फीरोजा;अपने किचिन का कुछ काम निपटा कर महक के पास आके उसके पीछे लेट जाती है.
क्या हुआ महक परेशान लग रही है.



महक;;नही खाला बस ऐसे ही

फीरोजा;उसका चेहरा घुमा के अपनी तरफ कर्लेति है
अपनी खाला से भी छुपाएगी अब तू बोल क्या बात है

महक;खाला मुझे कल से पीरियड्स नही आया
डेट कल की थी पर नही आया कहीं मैं

फीरोजा;अर्रे पगली डेट आगे पीछे होती है तू फिकर क्यूँ करती है एक काम करते है हम कल तक वेट करते है अगर कल भी पीरियड्स नही आया तो प्रेग्नेन्सी चेक करने की किट से देख लेगे..डोंट वरी

महक;;थोड़ी चैन की सांस लेती है

फीरोजा;अब हंस भी दे गुड्डो

महक;चुप चाप सीधी लेट जाती है और एक टक फीरोजा को देखने लगती है

फीरोजा;जान चुकी थी कि महक के दिल में क्या चल रहा है वो अपना एक हाथ नीचे लेजाके महक की पैंटी में डालके उसकी चूत सहलाने लगती है

और उसका टॉप नीचे कर देती है महक खामोश थी उसे अभी वो बुखार नही चढ़ा था जो फीरोजा को सुबह से था.

फीरोजा;लगातार महक की चूत सहलाने लगती है..


महक;अहह खाला क्या कर रही हैं आप स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

फीरोजा;धीरे से महक के कान में कहती है तुझे प्यार मेरी बच्ची मुआहह

दोनो के लिप्स एक दूसरे से टकराते है और धीरे धीरे महक का मुँह खुलता चला जाता है



खाला भांजी की ज़ुबान एक दूसरे से खेलने लगती है दोनो एकदम गरम होचुकी थी और एकदुसरे को मसल्ने लगी थी.

वो पॅशनेट किसिंग कर रही थी जिससे उनका सलाइवा एक दूसरे के मुँह में मिक्स होने लगता है.



दोनो एक दूसरे को नंगा करने लगती है पर एक दूसरे के लिप्स नही छोड़ती ये पागल पन ये दीवानगी सिर्फ़ सॅम की पैदा की हुई थी.

फीरोजा;महक को नंगा करके अपने नीची कर्लेति है और उसकी चूत को मसलने लगती है
अहह महक तेरे भाई ने मुझे पागल कर दिया है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
उसे यहाँ बुला ले बेटा अहह मेरी चूत उसके लंड के बिना नही रह पा रही है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

फीरोजा;हन्ंनननननणणन् खाला सॅम का मुस्सल लंड अहह मेरे भाई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

वो बातें सॅम की कर रही थी पर नोच एक दूसरे को रही थी.



महक;;उन्हञंननणणन् खाला मेरी चूत का कुछ करो ना हााआअ इस में बहुत खुजली चढ़ रही है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कमिनाते बार बार सॅम सम चिल्ला रही है अहह

खाला चाटो ना मेरी चूत को अहह

फीरोजा;हाँ मेरे बच्ची तेरा भाई बड़ा ज़ालिम है पता नही किसकी चूत में घुसा हुआ होगा कम्बख़त मारा अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

वो नीची झुकती चली जाती है और महक की चूत के अंदर तक अपनी ज़ुबान डालके उसकी चूत को चाटने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

महक;;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह खाला काटो मेरे दाने को अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

फीरोजा;महक के क्लिट को मुँह में भर के चाटने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



फीरोजा;की इस तरह चूसने से और महक के अपने भाई के बारे में सोचने से वो इतनी एग्ज़ाइटेड हो चुकी थी कि बेड पे अपनी कमर उपर नीची करने लगती है उसे ऐसे महसूस हो रहा था कि सॅम उसे चोद रहा है

महक;बर्दास्त नही कर पाती और चीखते हुए झड्ने लगती है अहह खाला मेरी चूत चोद दोना अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

कुछ देर चाटने के बाद फिर से वो एक दूसरे को चूमने लगते है और महक
फीरोजा के होंठों पे लगा अपनी चूत का पानी चाटने लगती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;खाला अब मुझ से बिल्कुल बर्दास्त नही हो रहा प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज आप कुछ करो ना सॅम को यहाँ बुलाओ ना

फीरोजा;हाँ महक तू सच कह रही है बहुत हुआ तेरी अम्मी की मन मानी सॅम पे हमारा भी हक़ है मैं कल ही बाजी को फोन करके सॅम को कुछ दिनो के लिए यहाँ बुला लेती हूँ.

महक;ये सुनके खुश हो जाती है और अपनी खाला की चूत को मसल देती है

फीरोजा;अहह क्या कर रही है
इससे पहले जब महक और फीरोजा के बीच ये सब हुआ था तब सिर्फ़ फीरोजा ने महक की चूत चाटी थी पर आज महक का भी दिल खाला को खुश करने का था वो फीरोजा की चूत को और एक बार मसलती है

महक;खाला मुझे भी चाटनी है आपकी

फीरोजा;मुस्कुराते हुए महक के मुँह पे बैठ जाती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ले बेटा

महक;बड़े प्यार से फीरोजा की चूत को गान्ड के सुराख से लेके चूत तक चाटने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

फीरोजा;पहली बार किसी औरत के होंठ अपनी चूत पे महसूस कर रही थी वो ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ भरने लगती है हाआआआआआ बेटा आराम से अहह



महक;की ज़ुबान फीरोजा की चूत में पता नही क्या ढूँढ रही थी वो बस अंदर और अंदर जाना चाहती थी जिससे फीरोजा की कमर और नीचे होने लगती है

फीरोजा;अपनी दोनो ब्रेस्ट मसलते हुए अपनी चूत को महक के मुँह पे रगड़ती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा हाँ ऐसे ही हाँ बस वहीं अहह अहह ऐसे ही महक अहह और ज़ोर से अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह



चीखते हुए फीरोजा की चूत का पानी सीधा महक के मुँह में गिरता चला जाता है अहह सम्म्म्मममममम

महक;अपनी खाला की चूत का एक एक कतरा पानी पी ते चली जाती है अहह

दोनो सुस्त पड़ चुकी थी पर रात अभी बाकी थी और दोनो उस रात एक दूसरे को इसी तरह मसलते चूस्ते और चूमते हुए गुज़ारना चाहती थी.

महक;खाला अगर मैं प्रेग्नेंट हो गयी तो

फीरोजा;हंसते हुए तो क्या तेरी शादी सॅम से करवानी पड़ेगी

दोनो हंसते हुए एक दूसरे को फिर से चूमने लगती है.

घड़ी में रात के 2 बज रहे थे पर महक और फीरोजा सोने के मूड में नही लग रही थी.

इधर नजमा और सॅम जहाँ गहरी नींद में थे

तभी अचानक एक मच्छर आके नजमा के ब्रेस्ट पे काटता है

नजमा;अहह नींद में समझती है कि सॅम ने काटा है
अहह

सॅम;आँखे खोलता हुआ क्या हुआ अम्मी

नजमा;उसे प्यार भारी नज़रों से देखते हुए तूने मुझे काटा क्यूँ

सॅम;कहाँ काटा मैने

नजमा;अपने निपल पे उंगली रखते हुए यहाँ

सॅम;अपनी अम्मी के लिप्स को चूमता हुआ मेरी जान मैने नही काटा आपको

नजमा;अच्छा जिस किसी ने भी काटा हो पर अब तो मैं जाग गयी हूँ और

सॅम;और क्या अम्मी

सॅम;का लंड अभी भी नजमा की चूत में ही था पर अभी वो गहरी नींद में था

नजमा;सॅम मेरा दिल कर रहा है

सॅम;क्या अम्मी

नजमा;सॅम के कान में धीमे आवाज़ में कहती है चोदो ना मुझे

सॅम;नजमा को अपने उपर खींच लेता है और दोनो एकदुसरे को चूमने लगते है

नजमा;के ब्रेस्ट सॅम की छाती में धन्से हुए थे और चूत के अंदर सोया हुआ छोटा सॅम हरकत में आने लगता है



नजमा;अहह चोदो ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज अहह

सॅम;पहले इसे टाइट करो मेरी जान
और सॅम नजमा की चूत से लंड बाहर निकाल लेता है

नजमा;सॅम की पेशानी से चूमते हुए नीची गर्दन फिर चेस्ट और फिर पेट को चूमते हुए लंड पे आकर रुकती है अहह
वो सॅम के लंड को हाथ में पकड़ती है

अर्रे सॅम ये तो सोया हुआ है अभी इसे जगाती हूँ और नजमा सॅम के लंड को मुँह में भरके चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प
prkin

Re: एक राजा और चार रानियाँ

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नजमा;के होंठ लगने भर की देर थी सॅम का लंड कुछ सेकेंड में ही अपनी असली शकल लेलेता है

सॅम;बस मेरी जान अहह और मत चूस अहह वरना तेरे मुँह में कर्दुन्गा अहह

नजमा;भी चूत की मारी थी वो जल्दी से सॅम के लंड को मुँह से निकाल के उसके पास आके लेट जाती है

सॅम;अपने लंड को हाथ में लेके नजमा की चूत से सटा देता है अहह
यहाँ डालूं ना अम्मी

नजमा;अहह अम्मी नही सॅम नजमा अहह तेरी नजमा अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अम्मी में दुनिया के लिए हूँ तेरी हााआ पर तेरे लिए सिर्फ़ तेरी नजमा डाल दे रीईईईई



कुछ देर नजमा की चूत पे रगड़ने के बाद सॅम अपने लंड को झटके के साथ अंदर पेल देता है अहह ले नजमा अहह अहह

नजमा;हन्ंनननननणणन् मेरे जानुउऊुुुुुुउउ अहह चोदो अपनी नजमा कूऊऊऊऊऊ अहह ऐसे ही अंदर बाहर अहह ऐसे ही अहह तेरे लंड के लिए ही बनी है तेरी नजमा की चूत अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;;नजमा के लिप्स को चूमता कभी ब्रेस्ट को मुँह में लेके चूस्ता तो कभी कमर पे थप्पड़ मारता हुआ नजमा की चिकनी चूत में लंड अंदर बाहर करने लगता है अहह अम्मी अहह मेरी जान अहह मेरा बच्चा चाहिए मुझे इसी चूत से अहह

नजमा;हाँ मेरी जान दूँगी ना मैं अहह सब कुछ तुम्हारा है अहह मेरी हर चीज़ अहह जो माँगों गे वो दूँगी अहह ऊइईईईईई माआआआअ मेरी बच्चे दानी को ठोकर मार रहा है तुम्हारा ये ज़ालिम लौडा हाआआआआअ सम्म्म्ममममममममम

सॅम;नजमा के कान में अपनी ज़ुबान डालके हल्के हल्के बोलने लगता है अहह नजमा तुझे मैं तेरी बेटी और बहू के सामने चोदुन्गा अहहहहहहः ऐसे नंगी करके तेरी बहेन को चोदु नजमा अहहहहहहहहहहहः



नजमा;हाँ सॅम जहाँ चाहो वहाँ चोदो मुझे महक और शबनम के सामने चोदो मुझे अहह बस अपना प्यार कम मत होने देना मेरी जनंननननननणणन् अहह मैं रह नही पाउन्गी तुम्हारे बिना हाआआआआअ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;अम्मी आपकी चूत के लिए तो मैं दुनिया को भी छोड़ सकता हूँ अहह बस मेरी अम्मी मेरे नीचे रहे हमेशा हर रात ऐसे ही पूरे नंगी मेरे लंड से पिसते हुए अहह ऐसे ना अम्मी ऐसे ना अहहहहहहहहहः

नजमा;हन्ंनननननणणन् सॅम इसे अंदर तक घुसा दीईईईई रीईईई ज़ालिम लौडा है तेरा अहह मेरी चूत पे बिल्कुल रहम नही करता अहह

सॅम;हर रात आपकी चूत में जाएगा मेरा लंड अम्मी अहह

नजमा;हन्ंनननननणणन् बेटा मैं प्रेगनेंट होने के बाद भी नही छोड़ूँगी इसे 9वे महीने तक लूँगी मेरे जानू के लौडे को अपनी चूत में अहह चोदो बेटा और रगड़ के अहह कर दे मुझे आज ही प्रेगनेंट अहह

दोनो मोहब्बत की आग में जलते हुए एक जिस्म दो जान..

सॅम; नजमा को उस रात सुबह 5 बजे तक ऐसे ही रगड़ता हुआ चोदता रहा और नजमा भी बिना थके अपने बेटे से हर तरह से चुदते रही ..

ये रात जल्दी ख़तम नही होने वाली थी जहाँ एक तरफ महक और फीरोजा अपनी चूत की आग एक दूसरे की चूत पे रगड़ के बुझाने की कोशिश कर रही थी
वहीं यहाँ सॅम अपनी अम्मी के हर खावहिश पूरी करने में लगा हुआ था

नजमा;जिस तरह चाहती सॅम उसे उसी तरह चोद रहा था..
और देखते ही देखते सुबह के 5 बज गये और एक लंबी चुदाई के बाद सॅम और नजमा की आँख फिर से लग गई.
सुबह जब सॅम की आँख खुली तो नजमा उसके पास नही थी वो आँख मल्ता हुआ फ्रेश होने बाथरूम में घुस जाता है
और 30मिनट बाद जब नहा के किचिन में आता है तो नजमा उसे टवल लेपटि हुई कुछ काम करते दिखाई देती है.



नजमा;सॅम की तरफ देखती है और एक प्यारी से मुस्कान दोनो के होंठों पे फैल जाती है.

सॅम;अम्मी आप जल्दी उठ गये आज

नजमा;सॅम को अपनी बाहें खोल के अपनी तरफ बुलाती है
हाँ वो भूक लगी थी ना इसीलिए और दोनो एक दूसरे की बाहों में सिमट जाते है

सम;नई सुबह मुबारक हो अम्मी

नजमा;कल रात क्या कही थी मैने...अकेले में तुम मुझे नजमा कहोगे अम्मी नही

सॅम;ठीक है मेरी जान और दोनो एक दूसरे के लिप्स को अपनी गिरफ़्त में ले लेते है
सुबह की रोशनी में दोनो के जिस्म किसी डाइमंड की तरह चमक रहे थे खास तौर पे सॅम की चौड़ी छाती और उसपे गोल्डन बाल..

नजमा;के मुँह में पानी आ रहा था .
वो सॅम के गालों को ज़ोर से कटती है और उसे अलग होके फिर काम में लग जाती है.

सॅम;पीछे से नजमा को देख रहा था झुकी हुई नजमा की चूत उसे सॉफ दिखाई दे रही थी



सॅम;पीछे से नजमा को दबोच लेता है नजमा तेरी चूत पीछे से दिख रही है

नजमा;धीमी आवाज़ में जानती हूँ

सॅम;मुझे भूक लगी है नजमा
वो नजमा के ब्रेस्ट को मसलता हुआ उसके कानों में बोल रहा था

नजमा;कसमसाते हुए हल्के से कहती है अहह मुझे भी लगी है

सॅम;नजमा को उठाके डिन्निंग टेबल पे बैठा देता है
और नजमा की टवल खींच लेता है

नजमा;जानती थी सॅम को क्या चाहिए वो अपनी चूत पे हाथ फेरते हुए सॅम की आँखों में देखने लगती है




नजमा;आँखों के इशारे से सॅम को पास बुलाती है और सॅम नजमा के उपर झुक जाता है

सॅम;के लिप्स नजमा के पेट को चूमने लगते है जिससे वो गुदगुदी होने से हँसने लगती है फिर अचानक सॅम की दो फिंगर्स अपनी चूत में अचानक घुस जाने से नजमा की हँसी सिसकारियों में तब्दील हो जाती है

नजमा;अहह बेटा उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्या जादू कर दिया है रे तूने मुझपे उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह दिल दिन रात नंगी रहने को कर रहा है और तेरे नीचे उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह लिपट के चुदने कूऊऊऊऊऊऊ सॅम अहह

सॅम;की ज़ुबान नजमा की चूत पे पहुँच चुकी थी जिससे बोलते हुए नजमा हल्की हल्की मगर गहरी साँसें लेने लगती है उसके मुँह से कुछ बोला ही नही जा रहा था वो तो बस सॅम के सर को पकड़ के अपनी चूत पे दबाने लगती है अहह उनह अहह स्शह



सॅम;जितनी तेज़ी से नजमा की चूत चाट रहा था उतनी ज़ोर से नजमा चीख रही थी उसे सुबह सुबह सॅम से अपनी चूत चाटने में वो खुशी मिल रही थी जो रात के अंधेरे में भी नही मिली थी

नजमा;अहह सम्म्म्ममम अब घुसा दो जी जानुउऊुुुुुुुुुउउ मत तडपाओ अपनी जान को उनह ऊहह थोड़ा सा रहम खाओ अपनी नजमा पीईईईई अहह

नजमा;की चूत से पानी रिसने लगता है पर ये रिस्ता हुआ पानी उसकी आग को ठंडा करने की बजाए और भड़का देता है वो चीखने लगती है सॅम के बाल खींचने लगती है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम;अपनी अम्मी की चूत के मज़े लेरहा था उसे बहुत अच्छा लग रहा था कि नजमा उससे चुदने के लिए तड़प रही है वो और तेज़ी से क्लाइटॉरिस को मुँह भर के चूस्ता चला जा रहा था गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प

नजमा;दीवानी होचुकी थी जिस तरह लैला को सिर्फ़ मजनू दिखाई देता था उसी तरह नजमा को सिर्फ़ समीर का लंड अपनी चूत में घुसता दिखाई दे रहा था वो जल्द से जल्द उसे अपनी चूत में समा लेना चाहती थी पर ज़ालिम सॅम अपनी अम्मी को और उकसाना चाहता था जितना नजमा ने उसे सताया था शायद उसी का वो बदला लेरहा था

नजमा;हाँफने लगती है उसकी चूत का पानी उसकी जाँघ से होता हुआ नीची फर्श पे गिरने लगता है अहह कमिनाते चोदता क्यूँ नही मुझे अहह मेरी चूत में घुसाता क्यूँ नही अपना लौडा अहह डालना हरामी अहह मादर्चोद अहह अपनी अम्मी को सिर्फ़ तडपा रहा है अहह कुछ करना रीईईईई समीर बेटा अहह प्लीज़ डाल दे एक बार अंदर उनह मैं मार रही हूँ तेरे लौडे के लिए अहह

सॅम;को आख़िर अपनी नजमा पे रहम आ ही जाता है और वो नजमा को नीचे उतार कर झुका देता है और पीछे से अपना लंड उसकी चूत पे रगड़ने लगता है अहह

नजमा;इस रगड़ से और बेचैन हो जाती है वो एक हाथ पीछे लेजाके सॅम का लंड पकड़ लेती है और उसे अपनी चूत के मुँह में थोड़ा सा घुसा लेती है उःन्णनननननननणणन् मार ना धक्का ज़ालिम अहह कितना तड पा रहा है तू मुझे उनह

सॅम;नजमा मेरी जान तेरी चूत से निकला था और तेरी चूत से ही अपनी मोहब्बत की निशानी निकालूँगा हाआआआआआआअ ये लीईईई अहह अहह



नजमा;ऊइईईईई अहह उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह दूँगी ना मैं अपनी जान को अहह बस मुझे ऐसे ही लिटा कर तू दिन रात अहह मेरी कोख भरते जा ऐसे ही अहह मैं एक क्या तेरे लिए बच्चो की लाइन लगा दूँगी मेरे जानुउऊुुुुुुुुुुुुुउउ अहह धीरे रीईईईई बेटा उउन्न्ञननननननननणणन्

सॅम;दोनो हाथों से नजमा की कमर पकड़ के दना दन लंड चूत के अंदर तक ठोकता चला जा रहा था अहह नजमा मेरी रानी तू सिर्फ़ अहह मेरी है और ये तेरी चूत भी मेरी है अहह तुझे तो मैं चोद चोद के निहाल कर दूँगा मेरी जनंननननननननणणन् अहह

नजमा;खड़ी खड़ी थक गयी थी वो सॅम को सामने से आने का कहती है और सॅम झट से नजमा को किचिन के एक कोने में बैठा देता है और सामने से अपना खुन्टा फिर से नजमा की नरम दीवार में ठोक देता है अहह

दोनो की ज़ुबान एक दूसरे के मुँह में थी और लंड चूत में

नीचे से सिर्फ़ सॅम की कमर हिल रही थी और उपर से नजमा की ज़ुबान जो सॅम के मुँह के अंदर तक घुसी हुई थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



ना सॅम रुक रहा था और ना उसका फौलादी लंड दोनो आज सुबह सुबह नजमा की छूट की धज़ियाँ उड़ाने में लगे हुए थे

नजमा;सॅम को पकड़ लेती है और झड्ने लगती है अहह चोदता जा ज़ोर ज़ोर से अहह मेरी चूत में अहह ज़ोर ज़ोर से अहह

सॅम;नजमा मेरा पानी भी अहह निकलने वाला है अहह

नजमा;रुक जा सॅम मुझे तेरा पानी पीना है कहते है बीवी जब शोहार का पानी सुबह पीती है तो हमेशा जवान रहती है.

सॅम;झट से अपना लंड बाहर निकाल लेता है उसका प्रेशर बहुत बढ़ चुका था लावा किसी भी वक़्त बाहर आ सकता था इससे पहले कि वो ज़मीन पे गिरता नजमा एक चाइ का कप उठाके सॅम के लंड के नीचे लगा देती है
और सॅम अपना गाढ़ा गाढ़ा पानी उस कप में निकलने लगता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

नजमा;की आँखे कप पे जमी हुई थी वो चाइ का कप आधी से भी ज़्यादा पानी से भर चुका था बार बाकी का पानी नजमा निचोड़ लेती है सॅम के लंड से



जैसे ही सॅम मुड़ता है नजमा उसकी आँखों में देखते हुए वो कप अपने मुँह से लगा के पीने लगती है वो इस अदा से वो पी रही थी जैसे कोई बहुत ही मीठी चीज़ हो.

दोनो एक दूसरे का हाथ पकड़ के बाथरूम में घुस जाते है पर वहाँ सॅम नजमा को नही छोड़ता और नजमा भी सॅम को नही कहती क्यूंकी कल रात से दोनो ने कुछ नही खाया था और इस तरह चुदाई से वो बीमार पड़ सकते थे.

पर नजमा अपने समीर के लंड को अच्छे से सॉफ करना नही भूलती वो शवर के नीचे खड़ी होके सॅम के लंड को सोप लगा के घिस के सॉफ करने लगती है

ये नजमा के हाथों का असर था या सॅम कि जवानी का जोश हाथ लगने की देर थी सॅम का लंड फिर से खड़ा होने लगता है.



जब वो नहा के बाहर आते है तो समीर के सेल पे शबनम का फोन आता है.

कुछ देर बात करने के बाद जब सॅम मूड के देखता है तो नजमा उससे पूछ लेती है

क्या बात है सॅम क्या कह रही थी शबनम

सॅम;अम्मी वो भाभी कह रही थी कि वो आज वापस आ रही है.

नजमा;क्यूँ ख़ैरियत तो है ना

सॅम;अम्मी वो भाभी प्रेगनेंट हो गयी है.

नजमा;का मुँह शॉक से खुला का खुला रह जाता है.वो सिर्फ़ इतना कह पाती है

क्य्ाआआआआआआआआआआआआआआआ

उधर डूश्ऱेए तरफ फीरोजा के घर पे

एक मेडिकल शॉप से फीरोजा सुबह सुबह प्रेग्नेन्सी किट लाके महक के पास देती है और जब महक बाथरूम में जाके उसे चेक करती है तो उसकी चीख सुनके सत्तार ख़ान भी चौंक जाते है

फीरोजा;भागती हुए बाथरूम में घुस जाती है ,,क्या हुआ बेटा इतनी ज़ोर से चीखी क्यूँ तुम

महक;अपनी हाथ की किट फीरोजा को दिखाती है
उस किट पे दो रेड निशान दिखाई दे रही थी तो प्रेग्नेन्सी पॉज़िटिव होने की अलमत थी.

महक;के साथ साथ फीरोजा का भी सर चकरा जाता है

कितनी देर महक रोटी रहते है और आख़िर कुछ सोचते हुए वो बाहर निकल जाती है और कार में बैठ के कार कार स्टार्ट कर देती है

फीरोजा;उसे पूछती है कि कहाँ जा रही है

वो सिर्फ़ इतना कहती है इस बच्चे के बाप से मिलने और उसे पूछने कि अब मैं क्या करूँ.

वो फुल स्पीड में कार हाइवे पे दौड़ा रही थी उसकी आँखों से आँसू लगातार बह रहे थे और दिमाग़ में गुज़री हुई बातें घूम रही थी वो जैसे ही एक टर्न लेती है सामने से तेज़ रफतार में आता हुआ ट्रक उसे ज़ोर से टक्कर मारता है और महक की कार उल्टी होके रोड पे घिसते हुए 25 फिट दूर जाके एक पेड़ से चिपक जाती है.
महक; खून में लथ पथ कार में पड़ी थी

कुछ देर बाद वहाँ एक ब्लॅक स्कॉर्पियो आके रुकती है और उसमें से एक शक्स बाहर निकलता है वो सीधा महक की कार की तरफ लपकता है

वो महक को कार से बाहर निकालता है और उसे पूछता है आपके घर का कोई यहाँ आ सकता है नंबर है किसी का

महक;इतने होश ओ हवस में नही थी वो सिर्फ़ इतना कहती है
मेरे पर्स में मोबाइल है समीर ख़ान को फोन करो
और ये कहके महक बेहोश हो जाती है

वो शख्स महक के मोबाइल से सॅम का नंबर डाइयल करता है और सॅम को महक की कंडीशन बताता है

सम;ये शॉकिंग खबर सुनके जैसे सकते में पड़ गया था वो और नजमा सीधा उस हॉस्पिटल की तरफ निकल जाते है जहाँ महक को वो शख्स लेके गया था

डॉक्टर महक की कंडीशन देख के उसे फ़ौरन ऑपरेशन थियेटर में लेजाते है

और वो शख्स जिसने महक की जान बचाई थी वहीं एक चेयर पे सॅम का इंतजार करने लगता है.

सॅम और नजमा जब हॉस्पिटल पहुँचते है तब तक महक का ट्रीटमेंट होचुका था और उसे आइसीयू में ट्रान्स्फर कर दिया गया था

सॅम और नजमा ;डॉक्टर से मिलते है और महक के बारे में पूछते है

डॉक्टर;;देखिए घबराने के कोई बात नही है वो तो अच्छा हुआ महक को सही वक़्त पे हॉस्पिटल पहुँचा दिया गया वरना ज़्यादा ब्लॅडिंग से कुछ भी होसकता था हमने महक के कुछ टेस्ट्स किए थे उसमें महक की प्रेग्नेन्सी रिपोर्ट पॉज़िटिव निकली थी पर इस आक्सीडेंट से उसके प्रेग्नेन्सी पे कोई असर नही पड़ेगा..\\

हाँ बस

सॅम और नजमा दोनो शॉक होके डॉक्टर से पूछते है क्या डॉक्टर

डॉक्टर;;वो महक का फेस बुरी तरह खराब हो गया है शायद उसकी कार बहुत दूर तक घिसती गये होगी

सॅम;डॉक्टर साहब वो ठीक तो हो जाएगी ना मेरा मतलब है वो पहले जैसी तो दिखाई देगी ना

डॉक्टर;आइ एम सॉरी बट वो अपना असली चेहरा खो चुकी है हाँ अगर आप उसका किसी अच्छे डॉक्टर से प्लास्टिक सर्जरी करवाते है तो महक एक नई लुक के साथ एक नये चहरे के साथ दुनिया देख सकती है..आज कल ये कामन चीज़ बन गई है

नजमा;हम महक को कब घर लेजा सकते है

डॉक्टर;रात तक महक डिसचार्ज हो जाएगी उसे फ्रॅक्चर भी नही है और ना अन्द्रुनि ब्लॅडिंग आप कुछ देर बाद महक से मिल सकते है.

डॉक्टर की ये बात सुनके नजमा और सॅम के दिल में कुछ सुकून आता है वरना इतने ख़तरनाक आक्सिडेंट के बाद इस तरह सही सलामत बच निकलना किसी मिर्रकल से कम नही था.

नजमा;महक से मिलने रूम में जाती है और सॅम उस शख्स से मिलता है

सॅम;हाई माइ नेम इस समीर भाईजान मैं आपका शुक्रिया कैसे अदा करूँ आपने मेरी बहेन की जान बचा के हम सब पे बहुत बड़ा एहसान किया है.

वो शख्स सॅम से हाथ मिलाता है

समीर भाई मेरा नाम शम्स ख़ान है और आप मेरा शुक्रिया अदा करके मुझे शर्मिंदा कर रहे है मैं वहाँ से गुज़र रहा था तभी देखा आपकी बहेन इस कंडीशन में पड़ी है मैने जो किया वो सिर्फ़ इंसानियत के नाते किया भाई ...ये आपकी बहेन का फोन अच्छा मैं चलता हूँ

सॅम;शम्स भाई एक कप चाइ तो पी सकते है हम उसके बाद आप चले जाना

शम्स ख़ान;ओके

और शम्स समीर के साथ पास की एक कॅंटीन में चला जाता है

चाइ पीते पीते

सॅम;तो भाई आप करते क्या है मेरा मतलब है आपका बिज़्नेस क्या है.

शम्स ख़ान;अपने बॅग में से एक बुक निकाल के सॅम को देता है

जब सम वो बुक खोलता है तो उस बुक के फ्रंट पेज पे राइटर का नाम लिखा हुआ था

शम्स ख़ान एक गुमनाम शायर

वो एक इन्सेस्ट बुक थी

सॅम;ने कई मर्तबा ये नाम सुना था वो खुशी से खड़ा हो जाता है और शम्स के गले लग जाता है भाई आप शम्स ख़ान हो वो जिसने कई इन्सेस्ट स्टोरी लिखीं है मैं तो आपका बिग फॅन हूँ भाई

मुझे तो यक़ीन ही नही हो रहा कि आप मेरे सामने बैठे हो

शम्स;मुस्कुराते हुए सॅम भाई आप इस नाचीज़ बंदे की कुछ ज़्यादा ही तारीफ कर रही हो बस इन्सेस्ट पे लिखना मेरी हॉबी है और आपकी बातों से लगता है आप भी इन्सेस्ट को काफ़ी पसंद करते है.

सॅम;अपने फ़ेवरेट राइटर को अपने सामने देख के जैसे सातवें आसमान पे था वो ये भी भूल गया था कि महक की क्या कंडीशन है शबनम भी घर आने वाली है वो तो बस शम्स ख़ान को देख देख मुस्कुरा रहा था.

शम्स ख़ान;;क्या हुआ सॅम मैने कुछ ग़लत कहा क्या

सॅम;शम्स भाई मेरी हमेशा से खावहिश थी आपसे मिलने की आप जब आप मेरे सामने बैठे है तो आपसे झूट नही बोलूँगा और सॅम अपनी ज़िंदगी का हर एक पेज शम्स ख़ान के सामने खोलता चला जाता है

सॅम;ने आबिद से लेके नजमा तक गुज़री हर वो बात शम्स को बताता चला गया
नज़ाने क्यूँ उसका दिल चाह रहा था कि वो शम्स को हर बात बता दे तकरीबन एक घंटे बाद जब सॅम खामोश हुआ तो सॅम के साथ साथ शम्स ख़ान के चेहरे पे भी मुस्कान फैली हुई थी.

सॅम;शम्स भाई अब आप ही मुझे कुछ सजेशन दो कि मैं क्या करूँ मैं अम्मी के साथ ज़िंदगी गुज़ारना चाहता हूँ पर फीरोजा खाला शबनम भाभी और अब महक मुझे कुछ समझ नही आ रहा भाई मैं क्या करूँ.

शम्स;मुस्कुराते हुए सॅम को कहता है
सॅम भाई आपकी बातें सुनके मुझे इस पे एक स्टोरी लिखने का दिल कर रहा है और मैं उस स्टोरी का नाम रखूँगा

1 राजा 1 गुलाम और 4 रानियाँ.

और जहाँ तक आपकी प्राब्लम का सवाल है तो आप आपकी अम्मी के साथ रहो

आपकी शबनम भाभी की शादी आबिद से करवा दो

फीरोजा खाला की शादी बाहर कहीं और हो जाएगी

और रही आपकी बहेन महक तो अपने अभी बताया कि डॉक्टर ने उसकी प्लास्टिक सर्जरी करवाने को कहा है तो उसे यूके या अमेरिका ले जाके ऐसी प्लास्टिक सर्जरी करवा दो कि यहाँ कोई भी उसे पहचान ना पाए और आप कह देना कि ये आपकी कज़िन है या कोई फ्रेंड जिससे आप शादी कर रहे है..

बहेन और अम्मी दोनो आपके साथ
और डिस्काउन्ट में आबिद और शबनम भी


सॅम;की आँखों के सामने प्युरे पिक्चर घूम जाती है वो शम्स को मुबारक बाद देते नही थकता और शम्स को अपनी अम्मी नजमा से मिलाने की ज़िद करता है

शम्स ख़ान;;समीर भाई मैं एक गुमनाम इंसान हूँ मुझे गुमनाम ही रहने दो कोई नाम पहचान ना दो..ओके गुड डे हॅव आ ग्रेट लाइफ टेक केयर.

और शम्स अपनी गुमनाम दुनिया में लौट जाता है

कितने ही देर सॅम शम्स को जाता देखता रहता है.

रात में सॅम और नजमा ;महक को घर ले आते है महक के चेहरे पे ड्रेसिंग पट्टियाँ बँधी हुई थी डॉक्टर ने उसे आराम करने को कहा था

शबनम;घर आ चुकी थी उसे इस सब के बारे में नही पता था वो महक को देख के रोने लगती है पर सॅम और नजमा के समझने पे वो चुप हो जाती है ये सोचते हुए कि कहीं महक भी जज़्बाती ना होज़ाये.

रात का खाना खाने के बाद शबनम अपने रूम में जाके लेट जाती है वो जानती थी कि ऐसी हालत में अपनी बात करना सही नही होगा.

नजमा;अपने रूम में लेटे हुए कुछ सोच रही थी.



तभी वहाँ सॅम आता है

सॅम;डोर बंद करके नजमा के पास लेट जाता है क्या बात है अम्मी क्यूँ परेशान हो

नजमा;महक की फिकर होरही है सॅम पता नही वो खुद को आयने में देख पाएगी भी या नही

सॅम;उफफफफफफ्फ़ हो अम्मी डोंट वरी मैं ने यूके जाने का इंतज़ाम कर दिया है हम कल ही यूके के लिए निकल जाएँगे और वहाँ जाके एक अच्छे से डॉक्टर से महक का चेहरा ठीक करवाएँगे आप बिल्कुल फिकर मत करो मैं हूँ ना आप का बेटा

नजमा;घूम के सॅम की छाती पे सर रख देती है बेटा नही जनंननणणन् हो तुम मेरी

सॅम;नजमा दिल कर रहा है मेरा

नजमा;मुस्कुराते हुए धत्त ऐसी हालत में भी
सॅम;दुनिया जाए भाड़ में मुझे मेरी नजमा की रोज चाहिए मतलब चाहिए चल इधर आजा मेरी रानी

और सॅम नजमा को अपने उपर खींच लेता है और उसके कानो में धीरे से कहता है
मेरी जान ज़रा चार्जिंग तो करदो अपने बेटे की

नजमा;अपनी नाइटी निकाल के फेंक देती है और सॅम की पॅंट नीची सरका देती है चूत की प्यास तो उसे भी लगी हुई थी अगर आज ये सब ना हो जाता तो वो अपने हनी मून की रात मना रही होते

नजमा;सॅम के लंड को हाथ में लेके सॅम को किस करने लगती है.

नजमा;अहह सॅम आज मुझे बेरहमी से चोद ज़रा सुबह से चूत में आग लगी है गलपप्प्प्प्प्प

सॅम;नजमा की पैंटी भी जिस्म से निकाल देता है और उसे अपनी लंड पे झुका देता है अहह अम्मी आपकी चूत की खैर नही आज और देखते ही देखते सॅम का लंड नजमा के मुँह में घुसता चला जाता है दोनो माँ बेटे दुनिया दारी भुला के अपनी रास लीला मे मगन हो जाते है.
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