एक राजा और चार रानियाँ complete

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prkin

Re: एक राजा और चार रानियाँ

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इधर सॅम के तो जैसे मज़े हो रही थे वो लड़की सॅम के पूरे जिस्म पे आयिल लगा के गर्दन से लेके लंड तक मसल रही थी और सॅम का लंड उसकी इस हरकत से अपनी औकात में आने लगा था.




वो लड़की सॅम के लंड को दोनो हाथों में लेके सहलाने लगती है और धीरे से सॅम से कहती है

युवर डिक ईज़ सो ब्यूटिफुल कॅन आइ किस इट

सॅम;ओह या स्योर

ये सुनके उस लड़की के चेहरे पे मुस्कान आ जाती है और वो सॅम के लंड को पकड़ के अपनी नाज़ुक लिप्स से लगा के पहले किस करती है.



और फिर अचानक अपने मुँह में घुसा के चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प उनह सू यम्मी गलपप्प्प्प्प्प्प्प आइ लव इट ओह इट्स सो ब्यूटीफूल गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प

वो लड़की जैसे पागल हो गयी थी उसे सॅम का लंड बहुत पसंद आ गया था वो तो मसाज करना ही भूल गये थी और अब बिना किसी झिझक के सॅम के उपर बैठ के उसका मुस्सल अपने मुँह में लिए जा रही थी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;भी उस लड़की की कमर पकड़ के दबाने लगता है अहह यू नॅस्टी बिच अहह आइ वाना फक यू अहह

लड़की बीच बीच में सॅम का लंड मुँह से बाहर निकालती और फिर खींचते हुए अहह कमोन फक मी अहह फक मी स्वीट हीआर अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

इधर नजमा का बुरा हाल था उस लड़की ने तकरीबन अपनी सभी फिंगर्स नजमा की चूत में घुसा दी थी और अंगूठे से नजमा की क्लिट को मसल रही थी जिससे नजमा चीखने लगती है अहह उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

सॅम अहह यहाँ आओना उन्हञंनननणणन् मुझे चोदो अहह ये कमिनाते मुझे मार देगी अहह सम्म्म्ममममममममम



नजमा ;की आवाज़ सुनके सॅम खड़ा हो जाता है और नजमा की तरफ चला जाता है

सॅम;क्या हुआ नजमा

नजमा;इन दोनो को पहले यहाँ से भगा दो और जल्दी से मुझे नीचे लेलो अहह मुझे अंदर चाहिए अभी के अभी

सॅम;जान चुका था कि मामला क्या है वो दोनो लड़कियो को उनके फीस देके रवाना कर देता है और नजमा के पास आजाता है
बहुत चिकनी लग रही है मेरी जान सॅम का एक हाथ नजमा के चिकने ब्रेस्ट पे था.

वो नजमा की आँखों में चुदाई की हवस सॉफ देख सकता था.



नजमा;बातें मत करो मुझे चोदो पहले कस के उसके बाद सब

सॅम;पहले थोड़ा दबाने तो दो जाने मन वो नजमा के दोनो ब्रेस्ट को मसल्ने लगता है.



नजमा;इतनी गरम हो चुकी थी कि उसके मुँह से कुछ निकल ही नही रहा था वो तो बस आने वाले वक़्त की राह देख रही थी
अहह चोद ना रे ज़ालिम लौडे वाले अहह चोद ना मुझे क्यूँ तरसा ता है हमेशा अहह देख ना कैसे पानी छोड़ रही है तेरी नजमा की चूत उनह चोद दे रीईईईईईई

सॅम;का भी लंड पहले से उस लड़की के सक करने से तन चुका था और उपर से नजमा की ये बातें कौन काफ़िर भला बर्दास्त करसकता था वो आव देखता है ना ताव और अपने लंड को नजमा की तेल से भीगी हुई चूत पे रगड़ने लगता है अहह

बहुत बातें करती है तू चुदने से पहले अहह आज हमारे हनिमून का पहला दिन है नजमा मेरी रानी ये लीईईईईईईईई अहह



और वो जवान लंड अपनी गरम अम्मी की चूत में घुसता चला जाता है

नजमा;उह्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न ऐसे ही अहह आज नही बाहर निकालने दूँगी अहह इससे अहह रगड़ के ठोकना रे बेटा हाआआआआआआअ ज़रा ज़ोर से उन्हञंनननननननणणन् शबनम को कैसे चोदता है अहह कमिनाते मेरी चूत में क्या काटें लगें है अहहहहहहहहहहहहः

ये अल्फ़ाज़ जहाँ सम का खून और गरम कर रहे थे वहीं ये नजमा की चूत की गर्मी को भी बयान कर रही थी

सॅम;पूरी ताक़त से सटा सॅट अपना लंड नजमा की चूत में घुसा रहा था अहह नजमा मेरी जान अहह तुझे ऐसे चोदुन्गा कि इंडिया पहुँचने से पहले तू भी इस लौडे से प्रेग्नेंट हो जाएगी अहह ले अहह

नजमा;हन्ंननननणणन् सॅम करदो अपनी नजमा को प्रेग्नेंट अहह मैं जानू गी तुम्हारे बच्चे को अहह दोनो को रोज दूध भी पिलाउन्गी अहह

वो दोनो अपने आने वली ज़िंदगी की बातें करते हुए लंड और चूत का मिलाप करा रहे थे

सॅम;नजमा को उल्टा कर देता है और पीछे से उसकी मोटी कमर पकड़ के अपना लंड चूत में ठोकने लगता है अहह

नजमा;सिसक सिसक के उसे चूत की गहराइयों में लेती चली जाती है अहह ऊइईईई अम्मी गगगगगगगगगग



पूरे रूम में दोनो की ज़ोर दार चीखे गूँज रही थी उनके रूम के सामने से जो भी गुज़रता हो साँसे लिए बिना नही रह पाता

सॅम;का लंड पानी छोडने को तैयार नही था और नजमा की चूत उसे बाहर निकालने को तैयार नही थी पर लगातार धक्को से सॅम की कमर हिलना थोड़ी स्लो हो गयी थी

नजमा;मुझे उपर आने दो मुझे अपने घोड़े के सवारी करनी है अहह

वो सॅम को नीचे लेटा के अपनी दोनो टाँगे उसके आजू बाजू करके उसके लंड पे बैठती चले जाती है अहह

नीचे से ज़ोरदार झटका उसकी बच्चे दानी को भी हिला के रख देता है.

सॅम;इतने खीच खींच के झटके मार रहा था कि लंड बार बार बाहर आने लगता है जिसे नजमा हाथ में पकड़ के फिर से अंदर घुसा देती है अहह

नजमा;मेरे ब्रेस्ट मसल्ते हुए चोदो मुझे अहह



एक वफ़ादार शोहर की तरह सॅम अपनी अम्मी की सेवा करता चला जाता है और तकरीबन आधी घंटे बाद ये मिलाप अपने चरम पे पहुँचता है एक दो तीन मार देने वाले झटकों के बाद सॅम और नजमा एक दूसरे की बाहों में निढाल लेट जाते है.
आख़िर वो दिन भी आ गया जिसका सॅम के साथ महक को भी बेसब्री इंतजार था ऑपरेशन का दिन..

सॅम;ऑपरेशन के एक घंटा पहले
सॅम;महक के पास बैठा हुआ था पास में नजमा भी थी.

महक;की आँखे लाल थी शायद वो रात भर नही सोई थी दिल में अजीब से उलझन थी कहीं एक सवाल था कि सॅम तुम हमारे बच्चे को अपना नाम दोगे ना?

सॅम;महक के दिल की हालत से अच्छी तरह वाकिफ़ था वो चुप्पी तोड़ता है और महक के बिल्कुल पास बैठ जाता है दोनो भाई बहन एक दूसरे की आँखों में देखने लगते है.

सॅम;महक मैं तुझ से जो कहने जा रहा हूँ वो गौर से सुन उसके बाद ही सही ग़लत का फ़ैसला करना

हमारे बीच जो कुछ हुआ वो अम्मी को पता है पर मेरे और अम्मी के बीच जो हालत पैदा हुए वो तू नही जानती.
जब तू खाला के साथ उनके घर गयी हुई थी उस दौरान मैं और अम्मी इतने पास आगये जितने तू और मैं हुए थे
हाँ महक मैं अम्मी के साथ जिस्मानी तालुकात बना चुका हूँ..और ये हमेशा से ही चाहता था तेरे और भाभी के साथ से भी पहले आज मैं और अम्मी जिस रास्ते पे खड़े है वहाँ से वापस लौटना नामुमकिन है.

मैं अम्मी के बिना नही जी सकता और ना वो मेरे बिना रह सकती है.

तेरे पेट मे जो हमारे प्यार की निशानी है मैं उसे अपना नाम देना चाहता हूँ तुझ से शादी करके पर एक शर्त पे

महक;क्य्ाआआआआ

सॅम;तू मेरे और अम्मी के रिश्ते को अपना ले
मैं तुझ से और कुछ नही चाहता महक तू मेरी ज़िंदगी में वही जगह रखेगी जो अम्मी रखती है है बस फरक इतना होगा कि अम्मी जिस बच्चे को जनम देगी उसे तेरा नाम दिया जाएगा तू उसकी माँ कहलाएगी दुनिया की नज़र में तू उसकी माँ होंगी...बोल तुझे क़ुबूल है.

नजमा;एक टक महक को देख रही थी

कुछ पलों की खामोशी के बाद महक बोलती है

महक;जिस दिन तुमने मुझे हमबिस्तर किया था उसे दिन मैने तुम्ही अपना शोहर मान ली थी अगर अम्मी की जगह किसी और के साथ तुम मेरी मोहब्बत शेयर करने को कहते तो मैं उसे जान से मार देती पर अम्मी के लिए तो मेरी जान भी हाज़िर है.

मैं हर कदम पे तुम्हारा साथ दूँगी बस अपनी मोहब्बत कम मत होने देना.

सॅम;मारे खुशी के महक को चूम लेता है और तभी डॉक्टर स्मिथ अपने टीम के साथ वहाँ आती है और महक को ऑपरेशन थियेटर में लेज़ाती है.

3घंटे के ऑपरेशन के बाद जब डॉक्टर बाहर आते है तो उनके चेहरे सॉफ बता रहे थे कि ऑपरेशन कामयाब रहा है.

सॅम और नजमा का खुशी का ठिकाना नही था वो महक से मिलती है और उसे आने वाले वक़्त की मुबारक बाद देती है.

वक़्त कुछ और आगे बढ़ता है ऑपरेशन को 7दिन होचुके थे आज महक की सारी पटियाँ हटाई जानी थी वो लम्हा सभी के लिए बहुत इंपॉर्टेंट था जबडॉक्टर ने आखरी पट्टी भी हटा दी तो हैरत और खुशी के नजमा और सॅम का मुँह खुला का खुला रह गया.

महक;का चेहरा पूरी तरह बदल चुका था जिस्म वही था बस रूह बदल गयी थी वो जो आम सी दिखने वाली लड़की थी आज बहुत खास लग रही थी हुस्न ओ जमाल की रंगत उसके चीरे पे झलक रही थी लाल गुलाबी होंठ अपने महबूब को चूमने के लिए तड़प रही थी.

कितनी ही देर महक खुद को आयने में देखती रही उसे यक़ीन नही हो रहा था कि जो अक्स वो देख रही है वो उसका खुद का है.

सॅम और नजमा ;;महक को हॉस्पिटल से डिसचार्ज करवा कर होटेल ले आते है.
होटेल के रूम में महक को काफ़ी अच्छा महसूस हो रहा था वो फ्रेश होके कुछ देर आराम करने का सोचती है.

पास ही में नजमा भी सोई हुई थी सॅम बाहर किसी काम से गया हुआ था.

तकरीबन 1घंटे के बाद जब सॅम अपने होटेल के रूम में आता है तो उसे नजमा और महक दोनो गहरी नींद में सोई हुई मिलती है.

सॅम;डोर बंद कर देता है और शर्ट पॅंट उतार कर बेड के पास आता है.

दोनो के चेहरे पे सुकून सॉफ झलक रहा था

सॅम;नजमा;को हिलाता है पर शायद नजमा बहुत गहरी नींद में सोई हुई थी.
वो धीरे से उसके गालों को चूमता है और कान में कहता है.

नजमा मेरी जान अब उठो भी

नजमा;सोने दोना जी बहुत थक गयी हूँ

नजमा की इस आवाज़ से महक जाग चुकी थी पर उसने अभी तक अपनी करवट नही बदली थी शायद दिल में कहीं नकहीं वो झिझक अभी बाकी थी अभी तक वो अपनी अम्मी के सामने नही चुदी थी.वो चुप चाप लेटी रहती है

सॅम;पछले कई दिनो से भूका था ये भूक पेट की नही थी बल्कि चूत की थी वो नजमा की टी शर्ट उपर हटा कर उसके नरम मुलायम ब्रेस्ट मसल्ने लगता है.



नजमा;आँखे खोल देती है सामने सॅम खड़ा मुस्कुरा रहा था उसके आँखों में नशा सॉफ दिखाई दे रहा था ये सॅम के हाथों का छूना था या उसकी मोहब्बत नजमा पिघल जाती थी वो ना चाहते हुए भी अपने आप को सॅम के नीचे बिच्छा देने को तैयार हो जाती थी.

नजमा;आँखों के इशारे से सॅम को समझाती है कि महक जाग सकती है

सॅम;उसके लिप्स पे किस करके उसे धीरे से कहता है.
जाग जाएगी तो वो भी लेट जाएगी अभी तू क्यूँ नखरे कर रही है.

नजमा;अपनी बाँहे सॅम के गले में डालते हुए मुस्कुराने लगती है
अपने जानू के लिए तो मैं हमेशा तैयार हूँ जहाँ चाहो जैसे चाहो लेलो मेरी

सॅम;अपनी अंडरवेर भी नीचे गिरा देता है और लंड को हाथ में पकड़ के नजमा के मुँह में डाल देता है

नजमा;लेटे लेटे ही सॅम का लंड चूसने लगती है धीरे धीरे इधर सॅम का लंड टाइट हो रहा था उधर नजमा की सिसकारियाँ बढ़ रही थी और इस सब से महक की चूत में पानी आने लगा था तीनो अपनी अपनी जगह तड़प रहे थे.

नजमा;के कपड़े उसे बोझ लगने लगते है और वो पल भर में उनसे छुटकारा पा जाती है दोनो माँ बेटे बिल्कुल नंगे थे ना शर्म थी और ना किसी का डर सॅम का लंड नजमा के मुँह में अकड़ के तन चुका था बस उसे तलाश थी बिस्तर की नजमा के आशियाने की.

नजमा;हलक तक लंड घुसा के घुन घुन की आवाज़ के साथ पूरा का पूरा अपने मुँह में समाने लगती है कि तभी महक बेड पे उठ के बैठ जाती है.

महक;की आँखे लाल होचुकी थी चूत की आग आँखों से बरस रही थी होंठ सूख चुके थे ज़ुबान एकदम कड़क और जिस्म गर्म आग उगलता हुआ.

उसकी नज़रें नजमा के मुँह की तरफ थी जिसमें सॅम का लंड फसा हुआ था.

नजमा;उसे मुँह से बाहर निकलती है और महक को देखते हुए बड़े प्यार से कहती है
आजा मेरी बच्ची तू भी हलक गीला करले.

महक;बिना नजमा को जवाब दिए सॅम के मुस्सल लौडे पे टूट पड़ती है.

कुछ देर बाद ऐसा भी पल आता है जब दोनो माँ बेटी एक साथ सॅम के लंड को अपने मुँह में लेना चाहती थी.



दोनो में जैसे कोल्ड वॉर शुरू थी कि कौन अचही तरह सॅम के लंड को चूस्ता है.

आख़िर इसका फ़ैसला सॅम करता है वो दोनो के मुँह से अपना औज़ार निकाल के दोनो की कमर पे एक एक थप्पड़ जड़ देता है

अहह से चीख दोनो के मुँह से एक साथ निकलती है और दोनो सॅम को देखने लगती है.

सॅम;मुस्कुराता हुआ दोनो को बारी बारी चूमना है
और प्यार से उन्हे देखते हुए बैठ जाता है.
और महक को अपनी गोद में बैठा लेता है नजमा पास ही में बैठी हुई थी.

सॅम;नजमा की तरफ देखते हुए
पहले माँ को चाहिए कि बहन को

दोनो के चेहरे शरम से लाल थे पर आँखों में वो नशा था जो शरम की वो पतली सी चिलमन को तोड़ने के लिए काफ़ी था.

महक;अपने दोनो पैर सॅम के इर्द गिर्द डालते हुए सॅम के लंड को अपने हाथ में थाम लेती है

नजमा;सॅम की तरफ देखते हुए मुस्करा देती है जवाब तीनो को मंजूर था बिना देर किए सॅम अपने लंड को महक की चिकनी चूत के मुँह पे लगा के तेज़ झटका मारता है

जैसे महक को बिजली का झटका सा लगा हो वो उछल जाती है पर नजमा के हाथ उसे वापस सॅम के लंड पे बैठा देती है.

सॅम;सटा सॅट नीचे से महक को चोदने लगता है अहह
ले महक अपनी अम्मी के सामने भाई का लौडा अहह कैसा लग रहा है मेरी रानी को अहह



महक;;उःन्णनननणणन् सॅम अहह मेरे भाई मेरे शोहर मेरे जानू चोदो ना गगगगगगगग अहह कब्से प्यासी है आपकी ये चूत उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अम्मी मुझे संभालो ना अहह भाई से कहो ना आराम से करे अहह

नजमा;महक के ब्रेस्ट को मुँह में लेके चूसने लगती है चोदने देना बेटी शोहर को मना नही करते

महक;अम्मी अहह मेरी चूत अहह चिर जाएगी ना अहह

सॅम;महक को ऐसे ज़बरदस्त अंदाज़ में चोद रहा था कि महक के मुँह से ये अल्फ़ाज़ अपने आप निकल रही थी और शायद महक भी यही चाह रही थी कि वो सोए चूत को फिर से जगा दे.

नजमा;से ये सब देखा नही जा रहा था वो अपनी चूत को रगड़ने पे मजबूर हो गयी थी वो कुछ दिनो से इस कदर सॅम के लंड की दीवानी होचुकी थी कि बिना अंदर लिए उसे नींद भी नही आती थी पिछले कई दिनो से सॅम महक की खिदमत में ऐसा बिज़ी हुआ कि नजमा को चूमा तक नही ये उसी का नतीजा था कि नजमा मचल रही थी अपने महबूब को अपने जिस्म में समाने के लिए.



नजमा;सॅम की तरफ खा जाने वाली नज़रों से देखने लगती है

सॅम;महक की चूत का ऐसा दीवाना बना हुआ था कि नजमा पे कुछ ध्यान ही नही दे रहा था आख़िर कार नजमा चीख पड़ती है.

नजमा;मेरी चूत में आग लगी है बेटा उसका भी कुछ ख़याल करो ना

सॅम;सटा सॅट महक की चुदाई करने लगता है जिससे महक तड़प जाती है और सॅम के लंड बाहर निकालते ही ज़ोर से पानी छोड़ने लगती है अहह

सॅम;;का लंड महक के पानी से गीला हो चुका था वो नजमा के पैर पकड़ के अपने नीचे खींच लेता है और दोनो पैरों को चौड़ा करके अपने लंड को चूत पे रगड़ने लगता है अहह
कहाँ आग लगी है अम्मी

नजमा;अहह यहाँ बेटा यहाँ देखो ना अहह

सॅम;अपने लंड का सुपडा जैसे ही नजमा की चूत में घुसा ता है उसके चेहरे पे सुकून फैल जाता है मुँह से जोश में डूबी हुई नजमा की सिर्फ़ सिसकारियाँ ही निकल रही थी

नजमा;उःन्णननननणणन् अंदर तक घुसा दे बेटा अंदर तक कर्दे अपनी नजमा को प्रेगनेंट अहह
भर दे रे अहह मेरी कोख को तेरे पानी से अहह कस के देना मुझे उन्हञंनननननननननणणन् अहह श्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स महक अहह देखना तेरा भाई कैसे चोद रहा है मुझे अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

महक;नजमा का एक पैर पकड़े ये सब देख रही थी.




सॅम;;महक के बाल पकड़ता है अहह देख क्या रही है साली मुँह पे बैठ जा अपनी माँ के वरना ये और चिल्लाएगी अहह

महक;;नजमा;के मुँह के पास अपनी चूत लाती है और नजमा चुदाई के जोश में महक के दोनो पैरो के बीच की वो जगह जिसे चूत कहते है चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प

दोनो पैर मुड़े हुए नजमा अपनी चूत की गहराइयों में सॅम का लंड लेरही थी और अपनी जवान बेटी की चिकनी चूत को चूसे जा रही थी



ना चूत से सॅम का लंड निकलने को तैयार था और ना महक की चूत से नजमा का मुँह लगातार 20मिनट की दमदार चुदाई के बाद सॅम नजमा की चूत की गहराइयों में अपना गाढ़ा पानी छोड़ देता है.

और यही वो पल था जब सॅम के स्पर्म दौड़ते हुए सीधा नजमा की बच्चे दानी में घुस जाते है और देखते ही देखते फर्टाइलाइज़ेशन का प्रोसेस पूरा करने लगते है.

इस चीज़ से ये तीनो अंजान थी कि कल सुबह तक नजमा भी उस जगह पहुँच चुकी होंगी जहाँ शबनम और महक रहती है.

सॅम का लंड नजमा की चूत से बाहर निकलते ही नजमा सॅम को चूमने लगती है वो आज सॅम के चुदाई पे निहाल हो गये थी..

महक;अपने भाई के दमदार लंड को मुँह में लेके चूसने लगती है.



ये सिलसिला उस रात रुका नही महक और नजमा ने उस रात अपने सारे रिश्ते ताक पे रख दिए थे वो दोनो सॅम की दासी बन चुकी थी और सॅम के हर हुक्म को माने लगी थी सॅम ने एक साथ दोनो की ना सिर्फ़ चूत को ठोका बल्कि उन दोनो को एक के उपर एक लेटा के पीछे से उनकी गान्ड भी खोल दिया.



जहाँ नजमा पूरी तरह निहाल होचुकी थी वहीं महक बेपनाह खुश थी.

रात भर सॅम ने नजमा को ना महक को सोने दिया वो अपनी मोहब्बत का सुबूत देता रहा और नजमा उसकी मोहब्बत में डूबती चली गयी उसे पूरा यक़ीन हो गया था कि जो वादे सॅम उसे हर वक़्त करता था कि वो सिर्फ़ उसे प्यार करता है आज वो सारे कसमे वादे उसे हक़ीकत की शकल में महसूस करवाए थे समीर ने.

सुबह जब समीर की आँख खुली तो उसने नजमा और महक को चिपका हुआ पाया वो दोनो के सुकून भरे चेहरे देख के दिल ही दिल में बेहद खुश था जिसे शिद्दत से चाहा वो उसकी पास थी नजमा अपने मज़े को भुला चुकी थी और किसी नई नवेली दुल्हन की तरह खुद को पेश करती थी..ज़िंदगी में ऐसे खुश नसीब लोग बहुत कम ही होते है जिन्हे उनका सच्चा प्यार नसीब होता है..

सॅम;नजमा और महक को मुस्कुराता हुआ उठाता है. आज उनकी इंडिया वापसी थी..

डॉक्टर स्मिथ से मिल के दोपहर की फ्लाइट से सॅम महक और नजमा के साथ इंडिया के लिए रवाना हो जाता है.

पूरे रास्ते महक और नजमा बेहद खुश थी पर सॅम कुछ परेशान सा था वो शबनम के बारे में सोच रहा था.पर कहीं ना कहीं ये खुशी भी थी कि अगर शबनम आबिद से शादी के लिए राज़ी हो जाती है तो वो सब एक साथ एक छत के नीचे खुश रह सकते है.

रात 11पी एम;

तीनो घर पहुँच चुके थे जब शबनम डोर खोलती है तो महक को देख के जैसे बेहोश होने लगती है वो जिस महक को यूके रवाना करके आई थी वो कोई और थी और आज जो महक उसके सामने खड़ी थी वो तो जैसे जन्नत की कोई हूर थी.

आबिद;भी अपनी बड़े बहेन को इस नये अवतार में देख के बहुत खुश हो रहा था सभी एक दूसरे से मिलके खैर ख़ैरियत पूछे जा रहे थे पर दो लोग एक दूसरे को ऐसे घूर रहे थे जैसे कोई पुरानी दुश्मनी हो.

शबनम;की आँखे सॅम के चेहरे से हट ही नही रही थी वो चुप थी और ये चुप्पी आने वाले तूफान का अंदेशा दे रही थी.

रात का खाना खाने के बाद महक शबनम के साथ उसके रूम में बैठी बातें कर रही थी और सॅम आबिद के रूम में था.

सॅम;आबिद के बेड पे लेटा हुआ था और आबिद उसके पास एक कोने में चुप चाप सा बैठा था.

इधर उधर के बातें करने के बाद सॅम आबिद से यहाँ के हालात का जायेज़ा लेता है.

सॅम;और सुना आबिद कैसे गुज़रे ये दिन

आबिद;कुछ नही कहता बस चुप चाप सा बैठा रहता है.

सॅम;अबे बोल ना क्या हुआ

आबिद;वो भाई वो भाभी

सॅम;का माथा ठनकता है
भाभी क्या क्या हुआ बोल तो सही

आबिद;वो भाई भाभी आपके पीछे मेरे साथ अजीब सा बिहेव कर रही थी

सॅम;दिल ही दिल में मुस्कुराता हुआ

क्या कर रही थी भाभी सॉफ सॉफ बता ना बात क्या है.

आबिद;जाने दो भाई कुछ नही

सम;आबिद का हाथ पकड़ के अपने पास खींचता है अबे साले बोल भी बात क्या है क्या किया भाभी ने तेरे साथ

आबिद;भाई शबनम भाभी मुझे पछले कुछ दिनो से अजीब निगाह से देख रही थी कल दोपहर में जब मैं सोया हुआ था तो वो मेरे रूम में आई और मेरी पॅंट खोल के मेरा वो देख रही थी

सॅम;क्या बात कर रहा है तू सच में

आबिद;हाँ भाई उन्होने मेरे उसको हाथ में पकड़ के कई बार हिलाया पर मैं सोने का नाटक करता रहा मुझे बहुत डर लग रहा था भाई पता नही भाभी को क्या हो गया है मेरे तो कुछ समझ में नही आ रहा.

सॅम;एक बात बता तुझे भाभी कैसी लगती है

आबिद;क्या भाई आप भी

सॅम;अबे बोल ना क्या लड़कियों की तरह शरमा रहा है

आबिद;धीरे से मुस्कुराता हुआ कहता है अच्छी है

सॅम;शादी करेगा शबनम भाभी से

आबिद;की गान्ड के साथ साथ मुँह भी खुला का खुला रह जाता है
क्य्ाआआआआअ शादी भाभी के साथ

सॅम;हाँ शादी
इधर आ मेरी बात गौर से सुन पहले
देख बेटा आबिद मुझे पता है तेरा लंड किसी काम का नही है छोटा भी है और दम भी कम है अगर बाहर वाली किसी लड़की से तेरी शादी होती है तो वो तुझे दूसरे दिन ही तुझे गान्डू कहके चले जाएगी..इस लिए बेहतर यही होगा कि तू भाभी से शादी करले किसी को तेरी प्राब्लम का पता भी नही चलेगा और हम सब बदनामी से भी बच जाएँगे..सोच ले अगर तू हाँ कहता है तो भाभी और अम्मी को मैं राज़ी करलूंगा.

ये कहके सॅम दिल में हंसता हुआ आबिद के रूम से बाहर निकल जाता है और आबिद गहरी सोच में डूब जाता है.
prkin

Re: एक राजा और चार रानियाँ

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This is the most updated status.
Enjoy.
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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

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prkin wrote:This is the most updated status.
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mitr aage bhi update karo na please mere pas koi backup nahi hai varna sari mehanat dubara karni padegee
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

jay wrote:
prkin wrote:This is the most updated status.
Enjoy.

Thank you so much prkin bhai aapne kafi had tak meri problem solve kar di mere pas is kahani ka koi backup nahi tha . mitr ek baat our kya abhi kuch kahani baki hai ya maine ise yahi tak post kiya tha plz reply me
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(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

रात अपने पूरे शबाब पे थी महक और शबनम बातें करते करते सो गयी थी पर सॅम को नजमा के बिना चैन कहाँ आता था वो सीधा नजमा के रूम में चला जाता है.

नजमा;के रूम में पहुँच कर वो डोर लॉक कर देता है नजमा जाग रही थी और ब्लू नाइटी में सॅम का ही इंतजार कर रही थी

सॅम;नजमा के पास जाके बैठ जाता है

नजमा;बड़ी देर कर दी जी

सॅम;हाँ वो आबिद के साथ कुछ बातें कर रहा था
बहुत थक गया हूँ सोच रहा हूँ सो जाऊ

नजमा;उसे देख के मुस्कुराती है और दोनो की नज़रें एक दूसरे में समा जाती है.



नजमा;;बिना किए

सम;मुस्कराता हुआ क्या मैं समझा नही

नजमा;सॅम के होंठों के पास आती है और धीरे से कहती है बिना अपनी नजमा को चोदे आपको नींद आएँगी जानू

सॅम;उसे अपनी बाहों में भर लेता है नही मेरी रानी जब तक मैं तुझे नही चोदता ना मुझे नींद आती है और ना तुझे क्यूँ सही कह रहा हूँ ना

नजमा;हाँ सॅम पता नही क्या जादू कर रखा है तुमने मेरे जिस्म पे जब तक ये तुम्हारे नीचे नही पिसता आकड़ा रहता है आज बहुत दिल कर रहा है मेरा कल रात भी तुमने महक को ऐसे लिया कि मुझे भूल ही गये

सॅम;नजमा आज तो बस तू और मैं आज तेरे तीनो सुराख ऐसे लूँगा कि तू दिल से दुवा देगी मुझे

और दोनो माँ बेटे के होंठ एक दूसरे से चिपक जाते है.




दोनो ये बहुत अच्छी तरह जानते थे कि आज उनके बीच कोई नही आने वाला सारी रात उनकी है पर दिल की तड़प कोई काम सुकून से करने कहाँ देती है दोनो की ज़ुबान एक दूसरे के मुँह में नाच रही थी और हाथ एक दूसरे के जिस्म पे थिरक रहे थे.

कुछ ही पलों में दोनो अपने कपड़ों से निजात पा चुके थे

सॅम;नजमा को लेटा के पूरे जिस्म को चूमने लगता है वो सर से लेके पाँव तक नजमा को चूमता चला जाता है और नजमा खुद को जल बिन मछली की तरह महसूस करने लगती है.

नजमा;के होंठ सूख चुके थे वो बार बार अपनी ज़ुबान होंठों पे फेर रही थी

अहह बेटा मेरी चूसो ना अहह तुम्हारे होंठ मेरी चूत से मिला दो बेटा अहह

सॅम;अपनी अम्मी की लाल गुलाबी चूत देख के पहले से पागल हुआ पड़ा था वो चूत के उपर थूक के उसे और चिकनी कर देता है.

रात की रोशनी में नजमा की चिकनी चूत किसी कटे हुए स्ट्राव्बेरी की तरह लग रही थी.




सॅम;के मुँह से राल टपकने लगती है और वो भीगी हुई उंगली नजमा की चूत पे रगड़ने लगता है अहह नजमा तेरी चूत बहुत प्यारी है



नजमा;अहह आपके ही तो है गगगगगगगगगगग देखो मत खा जाओ उसे हमेशा परेशान करती है कहते है जानू कहाँ है जानू को बुलाओ देखो ना जानू होके भी कुछ नही कर रही अहह चाटो ना अहह चूस लो एक एक कतरा उसका

सॅम;अपनी अम्मी के मुँह से ऐसे बातें सुनके खुद को रुक नही पाता और वो नजमा की चिकनी चूत पे झुकता चला जाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्पगलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प



नजमा;अपनी ब्रेस्ट को मरोड़ने लगती है और चीखने लगती है हन्ंनननणणन् ऐसे ही अहह उउईईईईईई माआआआअ बड़ा ज़ालिम बेटा है मेरा अहह काटो मत ना बेटा अहह उसे प्यार करते है काटते नही है ना उःन्णननननननननणणन् अहह

सॅम;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प आज मत रोक नजमा मुझे अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प

वो कुत्ते की तरह नजमा की चूत को चाटे जा रहा था और इस दौरान वो नजमा को एक बार झाड़ा भी चुका था सॅम हर कतरा पीता चला गया उसका मुँह नजमा के चिपचिपे पानी से भीग चुका था जब वो अपना चेहरा नजमा की चूत से उठाता है तो नजमा अपने महबूब के मुँह को अपनी ज़ुबान से चाट चाट के सॉफ करने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;खड़ा हो चुका था वो पानी पीने जाने लगता है पर तभी नजमा उसके लंड को पकड़ लेती है और बेड पे लेटके उसे अपने मुँह में भर लेती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प कहाँ जा रहे हो मुझे भी पिलाओ ना आपका पानी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह साली कितनी बार कहा है तुझे धीरे किया कर अहह



10 मिनट लगातार चूसने के बाद सॅम का लंड तन के एक दम रोड बन चुका था वो नजमा को नीचे लेटा देता है और उसके उपर आजाता है

नजमा;अपनी टाँगें खोल के सॅम के लंड को अपने हाथ में पकड़ के चूत पे घिसने लगती है अहह दोनो एक दूसरे को ही देख रहे थे पर चुप थे

सॅम;नजमा के लिप्स को मुँह में लेके चूस्ते हुए हल्का सा धक्का देता है जिससे उसके लंड का कुछ हिस्सा अंदर घुस जाता है.



नजमा;की एक चीख निकलती है पर वो उसे सॅम के मुँह में घोल देती है दोनो की साँसे तेज होचुकी थी वो पछले कई दिनो से ये सब कर रहे थे पर हर बार जब भी सॅम का लंड नजमा की चूत में घुसता दोनो एक नई दुनिया में पहुँच जाते थे

दूसरा धक्का सीधा बच्चे दानी से टकराता है और फिर ऐसे कई धक्के नजमा की चूत पे पड़ते जाते है चिकनी चूत और चिकनाहट उंड़ेलने लगती है चिपचिपा पानी सॅम के लंड को पूरी तरह गीला करचूका था और बड़े आसानी से वो अंदर घुसता चला जा रहा था

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