बहू नगीना और ससुर कमीना

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Smoothdad
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Re: बहू नगीना और ससुर कमीना

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अब चेतन आकर माँ से लिपट गया और बोला: कैसी हो आंटी। बहुत दिन बाद आपके घर आया हूँ। वो यह कहते हुए माँ की मस्त गदरायी हुई गाँड़ दबाने लगा।

माँ हँसकर उसे चुमी और फिर उसे अलग किया और शंकर को अपने से लिपटा लिया। वो भी माँ के गाल चूमा और फिर होंठ भी चूस लिया।

माँ उसे भी अलग करके बोली: चलो पहले खाना खा लो। फिर मस्ती कर लेना।

शंकर: नहीं पहले आपकी चुदाई होगी खाना बाद में खाएँगे।

मैं: मॉ मैं नहा कर आती हूँ फिर खाना खाऊँगी।

चेतन: चलो ना आंटी पहले चुदवा लो ना।

माँ: अच्छा चलो मेरे बेडरूम में । मै अभी आती हूँ।

उनके जाने के बाद वो बोलीं: बेटी इन लोगों को हाथ में रखना पड़ता है। अच्छे ग्राहक ये ही तो लाते हैं। वैसे भी आज वाला लड़का आया नहीं तो क्यों ना इनको ही ख़ुश कर दूँ। चल तू नहा ले।

मम्मी के जाने के बाद मैं नहाई और फिर तय्यार होकर बाहर आयी तो देखा कि वो सब अभी भी बेडरूम में ही थे। मैं चुपके से उनके रूम की खिड़की से अंदर झाँकी और देखी कि माँ घोड़ी बनी हुई थी। शंकर का लौड़ा चूसते हुए वो पीछे से मज़े से चेतन से चुदवा रही थीं।उसका लौड़ा बहुत तेज़ी से आवाज़ के साथ अंदर बाहर हो रहा था। माँ भी उन्ननन उन्नन कहकर मस्ती से सिसकियाँ भर रहीं थीं।

मैं आकर टेबल पर बैठी और खाना खाने लगी। थोड़ी देर बाद वो तीनों बाहर आए और सबने खाना खाया। खाना खाते हुए भी अश्लील बातें हीं हो रहीं थीं। चेतन माँ की बुर की तारीफ़ कर रहा था। शंकर उनकी चूचियों के बारे में बता रहा था। ख़ैर खाना खाकर वो चले गए।

उसके बाद मैं पैसे के लिए कई बार चुदी और फिर आसपास के लोंगों को शक होने लगा कि हम कोई काम नहीं करते पर शान से कैसे रहते हैं। कुछ लोग कभी कभी घर पर भी आते थे।

माँ के कहने पर मैंने ये जॉब कर लिया और क़िस्मत की बात देखो यहाँ भी दोनों बाप बेटा मुझसे मस्ती करने लगे। बाद में इन दोनों ने मेरी माँ को भी एक रात को भरपूर चोदा।

लिली ने लम्बी साँस लेकर कहा: तो ये है मेरी कहानी।

उसकी कहानी सुनकर सब गरम हो चुके थे तो एक बार फिर से चुदाई का दौर चला।

जब राजीव और सरला थक कर उस दुकान से सब लड़कियों की गिफ़्ट लेकर बाहर आए तब सरला बोली: आप तो बोले थे कि माल बचा कर रखेंगे आज रात के लिए। मुन्नी की बुर के उद्घाटन के मौक़े के लिए। पर आप तो दो बार झड़ चुके हो और साथ ही मुझे भी २ बार झड़वा दिया।

राजीव: अरे मुझे क्या पता था कि इस गिफ़्ट के चक्कर में ऐसी मस्त चुदक्कड लड़की से मुलाक़ात हो जाएगी । कोई बात नहीं वैसे भी आज रात तो शिवा ने ही मुन्नी की लेनी है। हम तो दर्शक ही रहेंगे ना।

सरला: मुझे बस चारु के लिए दुःख हो रहा है। उसकी आज कौन लेगा?

राजीव: अरे उसके लिए रात तक मैं फिर से तय्यार हो जाऊँगा। चारु की चिंता मत करो।

सरला: हाँ ये सही रहेगा अगर आप रात तक फिर से तय्यार हो सके तो।

फिर वो दोनों घर के लिए निकल गए।

घर में मालिनी बोली: पापा आप दोनों कहाँ रह गए थे? कोई गिफ़्ट लेने में इतना समय लगता है भला?

अब वो दोनों भला क्या कहते कि कैसे लिली के चक्कर में देर हो गयी।

सरला: वो क्या है ना कि सिलेक्शन में टाइम लग गया।

अब मालिनी ने सबकी गिफ़्ट्स देखी और अपनी स्पेशल गिफ़्ट देखकर ख़ुशी से राजीव के गोद में आकर बैठी और उसे चूमते हुए बोली: पापा आज भी मैं ही आपके लिए स्पेशल हूँ ना?

राजीव उसकी बाँह सहलाता हुआ बोला: हाँ बेटी तुम ही सबसे स्पेशल हो। वो दोनों एक दूसरे से लिपट कर चुम्बन में खो गए। सामने बैठी सरला सोची कि सच में मेरी बेटी बहुत क़िस्मत वाली है जिसे दो दो मर्दों का भरपूर प्यार मिल रहा है। उसकी आँखें भीग गयीं।

तभी कमरे में चारु और मुन्नी आयीं और मालिनी को राजीव की गोद में देखकर मुस्करायीं। दोनों जाकर उनके पास खड़ी हुईं और राजीव दोनों को देखकर मुस्कुराया और बोला: तुम्हारी दीदी स्पेशल है। मैं इससे बहुत प्यार करता हूँ।

मालिनी हँसकर : चारु और मुन्नी भगवान ने चाहा तो तुम्हारी शादी भी ऐसे घर में होगी जहाँ तुम्हारे ससुर भी तुमको बहुत प्यार करेंगे।

सरला हँसकर : और क्या पता एक दो देवर और ज़ेठ भी हों जो तुम पर अपनी जान लुटाएँगे।

इस बात पर सब हँसने लगे। मालिनी उठी और बोली: चलो चाय बनाती हूँ।

अब राजीव ने चारु और मुन्नी को अपनी गोद में खींच कर बिठाया और उनको भी चूमने लगा।

सरला हँसकर : चारु तू तो इनके हथियार का मज़ा ले चुकी है। आज मुन्नी भी शिवा के मस्त हथियार का मज़ा लेगी।

राजीव ने चारु की चूचियाँ दबाकर कहा: देखो मुन्नी , इसके दूध क्या मस्त बड़े हो रहे हैं। अब तुम भी चुदवाओगी तो तुम्हारे भी बड़े बड़े ऐसे हो जाएँगे।

सरला: मुन्नी तुम्हारी सहेलियों के बड़े है या तुम्हारे जैसे ही छोटे छोटे हैं?

तभी राजीव ने मुन्नी की एक सख़्त चूची पकड़ ली और हल्के से दबा दी। मुन्नी : आऽऽऽह अंकल धीरे से ना प्लीज़। चाची ज़्यादातर की मेरे से बड़ी हीं है। सिर्फ़ चार पाँच लड़कियों की मेरी जितनी हैं। वैसे चाची क़रीब सभी लड़कियों के बोय्य फ़्रेंड्स हैं और सभी उनसे मज़े ले चुकी हैं। चार पाँच लड़कियाँ ऐसी है जिनके बहुत बड़े बड़े हैं और वो सब अपने परिवार में मज़े ले रहीं हैं। कोई पापा से कोई भाई से कोई किसी रिश्तेदार से । हम पाँच लड़कियों का एक ग्रूप है जो अपने घर वालों से ही मज़ा ले रहीं है।

सरला: ओह तो सब बताती होंगी कि कैसे कैसे मज़ा ले रहीं हैं ?

मुन्नी: हाँ सब बताती हैं।

राजीव: चारु तुम्हारे यहाँ भी ऐसा ग्रूप है क्या ?

चारु: जी अंकल हमारे यहाँ भी ५/६ लड़कियाँ खुल कर पारिवारिक मज़े की बात करती हैं।

सरला: तो तुमने भी बता दिया होगा कि तुम भी अपने अंकल और जीजे से चुदवा चुकी हो?

चारु: हाँ मैं भी बता चुकी हूँ। वैसे मेरा ग्रूप थोड़ा स्पेशल है क्योंकि उसने अपने पापा से करवाने वाली तीन लड़कियाँ हैं और बाक़ी सब अपने भाइयों से मज़े कर रहीं है।

राजीव: ओह क्या ग्रूप है? उनकी बातें कभी बताओगी क्या?

चारु: क्यों नहीं? बता दूँगी। वैसे कई लड़कियों के पापा अपनी बेटियों की भी अदला बदली भी करते हैं। एक लड़की ने हमारी ग्रूप फ़ोटो अपने पापा को दिखाई तो वो बोले कि ये यानी की मैं उनको अच्छी लगी। वो बोली कि उसके पापा चाहते हैं कि अगर आप (राजीव) चाहें तो मेरी सहेली और मेरी अदला बदली हो सकती है।

राजीव: ओह ऐसा क्या? सरला क्या कहती हो?

सरला : मुझे लगता है इस बारे में आप बाद में सोच लेना। आज को तैयारी करिए ना।

इस समय शाम के ५ बजे थे । शिवा आज सात बजे आने वाला था।
Jemsbond
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Re: बहू नगीना और ससुर कमीना

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jay
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Re: बहू नगीना और ससुर कमीना

Post by jay »

super hot update bhai
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