ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का ) complete

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kunal
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )

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फिर उसके लरज रहे होंठो मे भी एक प्यास उजागर हुई और उसने अपना मुँह नीचे करके सोनिया के निप्पल को मुँह में लेकर चूस लिया...

''आआआआआआआआआआआहह ....ओह एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स..... तुम्हारे लिप्स बता रहे है की तुम एक अच्छी सक्कर हो.....''

उस लड़की ने अपना मुँह उपर उठाया और बोली : "वो तो मैं हूँ ही...मेरा बी एफ भी यही बोलता है...''

सोनिया : "साली, आज तेरा बी एफ भी तेरे साथ होता तो कितना मज़ा आता...''

उसकी बात सुनकर उस लड़की के साथ-2 मॉम भी हंस दी...

और बोली : "शायद ये भी एक दिन हो सके...''

तीनो उस दिन को इमेजीन करने लगे..

पर आज के लिए जो हाथ में था, पहले उसका तो स्वाद ले लेना चाहिए था ...

मॉम ने अपनी उंगलियो की थिरकन थोड़ी तेज कर दी और सोनिया उसे चूमती हुई, उसके बूब्स को काटती हुई धीरे-2 नीचे जाने लगी...
और खुद ही उसने अपनी माँ की उंगलिया उसकी चूत से निकाली, उन उंगलियो को अपने मुँह में लेकर चूसा और फिर अपनी जीभ उसकी चूत में घुसा दी....



इतनी कसी हुई चूत तो तनवी की भी नही थी....
उसने उसकी चूत की तितली के दोनो पर खोले और उसके बीच अपनी जीभ घुसा दी...
सोनिया को ऐसा लगा जैसे वो जीभ दो पाटों के बीच फँस गयी है...
इतनी टाइटनेस थी उसकी चूत के मसल्स में...

सोनिया ने उसकी चूत संभाली और मॉम ने उसके बूब्स...
एक बार फिर से लंबी और गर्म सिसकारियो का खेल शुरू हो गया...
और जल्द ही वो सिसकारिया तेज होने लगी....
इतनी देर से उसके जिस्म में जिस ऑर्गॅज़म का निर्माण हो रहा था वो अपने चरम पर आ चुका था....
और जल्द ही उसकी चूत का फुव्वारा फुट गया और उसमे से गरमा गर्म जूस निकलकर सोनिया के मुँह में जाने लगा...

''आआआआआआआआआआआआआआआहह.... ओह एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स.... इतनी ज़्यादा सॅटिस्फाइ मैं आजतक नही हुई....आआआआआआआआआआआहह...आई इम लविंग इट....''

उसने सोनिया को उपर खींचा और उसके मुँह से मुँह लगाकर अपनी चूत से निकला प्यार आपस में ही बाँट लिया...
मॉम भी बीच में आ गयी और अब एक साथ 3 जोड़े नर्म होंठ आपस में छीना झपटी करते हुए स्मूच करने में लगे थे..

अब सोनिया की बारी थी...
उसने उस लड़की को पंजो पर बिठा दिया और अपनी एक टाँग उठा कर कोमोड पर रखी और दूसरी उसके कंधे पर... और साथ ही अपनी लश्कारे मार रही चूत को उसके मुँह के पास लाकर लटका दिया...

बाकी का काम उस लड़की ने बेख़ुबी किया
अपनी लंबी जीभ से उसने जब सोनिया की टपक रही चूत की मलाई चाटनी शुरू की तो सोनिया ने अपना सिर झटका मारकर पीछे किया, मॉम ना होती तो वो गिर ही जाती...
पर मॉम ने अपनी लाडली बेटी के नंगे जिस्म को बड़े ही सलीके से अपनी नर्म छाती से चिपका कर उसकी छातियो की मालिश करनी शुरू कर दी...

नीचे से नर्म जीभ की कसमसाहट और उपर से मॉम के प्यार भरे हाथो की मालिश...
सोनिया का मन तो कर रहा था की उसी पोज़िशन में सो जाए...
दुनिया जाए भाड़ में.

सोनिया ने उस लड़की के घुंघराले बालो को पकड़ कर अपनी चूत के उपर ज़ोर-2 से घिसना शुरू कर दिया....
उस लड़की ने सिर्फ़ अपनी जीभ निकाली हुई थी, बाकी का काम सोनिया उससे करवा रही थी...
उसके सिर को पकड़ कर उपर नीचे करते हुए वो अपनी चूत की पुताई उसकी जीभ से करवा रही थी..



मॉम की चूत भी पनिया गयी ये सब देखकर और वो भी खिसककर आगे आ गयी...
और उसने भी अपनी नंगी चूत का खुल्ला दरबार उसके सामने पेश कर दिया...

पहले बेटी लगी हुई थी और अब माँ भी आ गयी थी...
पर वो लड़की शायद इससे और भी ज़्यादा एक्ससाईटिड हो गयी थी...
उसने बारी-2 से दोनो की चूत को चूसा, उनके अंदर अपनी जीभ डालकर वो खजाना खोजने की कोशिश की जिसे निकालने के बाद वो झड़ सकती थी...
पर दोनो अपने-2 तरीके से उस खजाने को ज़्यादा से ज़्यादा देर तक अपने अंदर समेट कर रखना चाहती थी...

पर जब उत्तेजना ज़्यादा बढ़ जाए तो ऐसा करना संभव नही होता
उस लड़की की करामाती जीभ के सामने जल्द ही दोनो ने अपने हथियार डाल दिए और एक के बाद एक दोनो माँ -बेटियां उसके नंगे बदन को देखते हुए, मन ही मन , सोनू के बारे में सोचते हुए, झड़ने लगी...

''आआआआआआआआआआआआहह ओह्ह्ह्ह माय गोड .........आई एम कमिंग.....''

मॉम भी चिल्लाई : "ओफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़.... लगातार दूसरी बार झाड़ रही हूँ मैं ..... तूने तो मेरी जान ही निकाल दी.....आआआआआआआआआहह.... मज़ा आ गया.....''



वैसे, आज के दिन ये तीसरी बार झड़ी थी .....
मॉम की हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी..

उन दोनो माँ बेटी की चूत से निकला गन्ने का रस पीकर उस लड़की के चेहरे पर एक अलग ही चमक आ चुकी थी...

वो अपने चेहरे से उस रस को सॉफ करती हुई बोली : "तुम दोनो के जूस का टेस्ट एक दम सेम है... कोई सिर्फ़ इसे चखकर ही बता सकता है की तुम माँ बेटी हो...''

सभी खिलखिलाकर हंस दी...


टाइम काफ़ी हो चुका था, और उनकी किस्मत अच्छी थी की उसके बाद अभी तक कोई और बाथरूम में नही आया था, वरना कुछ भी हो सकता था...

उन तीनो ने अपने-2 कपड़े पहने और फिर बाहर निकल आई...
कुछ ही देर में सब आपस में काफ़ी घुल मिल चुकी थी...
सोनिया ने मॉम को पटा कर उस लड़की को अपने घर चलने को राज़ी कर लिया...
वो उसे अपने भाई से मिलवाना चाहती थी...
ताकि उसे पता चल सके की वो उसका कितना ध्यान रखती है...
पहले अपनी सहेली को, फिर मॉम को और अब इस लड़की को उसके लिए अरेंज करवा रही है...

और वो लड़की भी उस भाई से मिलने के लिए उत्सुक थी जिसकी वजह से वो दोनो माँ बेटियाँ पब्लिक प्लेस पर ही, उसके बारे में सोचते हुए शुरू हो गयी थी...

पर जाने से पहले , सोनिया ने उसे अच्छे से समझा दिया था की भाई के सामने वो ऐसा कुछ भी उजागर ना करे की उसे पता चल सके की उसकी माँ और बहन, उसी के बारे में सोचकर , मॉल के बाथरूम में , एक दूसरे की मूठ मार रही थी...

यानी कुल मिलाकर उस लड़की को सिर्फ़ घर पर लेजाकर मिलवाना ही था सोनू से...
बाकी बाद में देखी जाएगी..

पर उन्हे नही मालूम था की वो क्या करने जा रहे है...

दुनिया कितनी छोटी होती है..

क्योंकि, घर जाकर जब उन्होने बेल बजाई और सोनू ने दरवाजा खोला तो सोनू उस लड़की को देखकर और वो लड़की सोनू को देखकर एकदम से सकते में आ गये...

सोनू के मुँह से सिर्फ़ ये निकला : "साक्षी....तुम....और यहाँ ..मेरे घर में ....मॉम,सोनिया, ये तुम्हे कहां मिल गयी.....''

सोनिया तो साक्षी के बारे में अच्छे से जानती थी, अपने भाई की स्कूल वाली जी एफ के बारे में उसने काफ़ी सुन रखा था..

और साक्षी की तो हालत खराब थी....
उसने तो सोचा भी नही था की उसका बी एफ ही वो लड़का है जिसके बारे में सोचकर उसकी माँ और बहन बाथरूम में वो मस्तियाँ कर रहे थे...
और उसने भी तो अपना रंडीपन दिखाते हुए उनका भरपूर साथ दिया था...
उसकी समझ में नही आ रहा था की ये क्या हो रहा है..
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shubhs
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )

Post by shubhs »

हमे भी नहीं
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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kunal
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )

Post by kunal »

मॉम तो किसी से भी नज़रे नही मिला पा रही थी...
उनके चेहरे का रंग उड़ चुका था...
इसलिए सोनू के सवालों का जवाब दिए बिना वो लगभग भागती हुई सी अंदर चली गयी.

सोनू भी हैरान था की ये मॉम को क्या हो गया..

वैसे फटी तो उसकी भी पड़ी थी
ये सोचकर की मॉम को अगर ये पता चल गया की स्कूल में उसकी कोई जी ऍफ़ है तो उसकी शामत आ जानी थी..

तनवी के संबंध तो सोनिया के साथ उसकी दोस्ती की वजह से छुप गये थे..
पर साक्षी के यहां आने का क्या रीज़न देगा वो..
यही सोचकर सोनू घबरा रहा था.

इसी बीच सोनिया ने आँखो का इशारा करके साक्षी को कुछ समझा सा दिया और सोनू से बोली

''ये हमारे साथ नही आई, बल्कि खुद ही हमारा घर ढूँढती हुई यहां घूम रही थी... ये तो अच्छा हुआ की हम मिल गये और इसे सीधा यहा ले आए...साक्षी शायद स्कूल के बारे में तुमसे कुछ पूछना चाह रही थी....इसे उपर ले जाओ...मैं तुम दोनो के लिए कुछ स्नैक्स लाती हूँ ...''

इतना कहकर वो भी अंदर चली गयी...
सोनू और साक्षी एक दूसरे को अजीब सी नज़रो से देख रहे थे.



सोनू को सबसे ज़्यादा चिंता मॉम की वजह से हो रही थी...
इसलिए वो उनकी आँखो से बचने के लिए उसे लेकर सीधा उपर आ गया...
अपने रूम में.

सोनिया जब किचन में पहुँची तो मॉम ने घबराई हुई सी आवाज़ में पूछा : "क्या बोला तूने सोनू से...वो लड़की सोनू को कुछ बोलेगी तो नही ना...मुझे तो बहुत डर सा लग रहा है...''

सोनिया : "नही माँ , आप उसकी चिंता मत करो...मैने साक्षी को समझा दिया है...और सोनू को ये बोला है की वो शायद स्कूल के किसी काम से आई है...वो दोनो अभी उपर है...आप नॉर्मल रहो बस...साक्षी को मैं बाद में एक बार फिर समझा दूँगी..''

मॉम : "मुझे तो बहुत शर्म आ रही है ये सोचकर की वो लड़की, जिसके साथ हम दोनो ने इतने ओपन होकर वो सब किया, वो सोनू की क्लास में पड़ती है....हे भगवान, मेरी मत्ती मारी गयी थी शायद, जो मैने ये काम कर दिया वहां पर...''

मॉम का चेहरा रोने वाला हो गया...
जैसे पूरी जिंदगी की कमाई हुई इज़्ज़त किसी ने सरेआम लूट ली हो.

सोनिया : "मॉम, आप बेकार की चिंता मत करो...मैने कहा ना की मैने उसे समझा दिया है, और वो लड़की भी समझदार थी, इसलिए कुछ नही बोली...अब उन दोनो को कुछ देर के लिए अकेला छोड़ दो और आप भी ज़्यादा मत सोचो...''

इतना कहकर उसने उन दोनो के लिए स्नैक्स बनाने लगी.

सोनू के रूम में जाकर साक्षी सीधा उसके बेड पर बैठ गयी...
पर अभी भी उसके जहन में सोनिया और उसकी माँ के साथ की हुई बाथरूम वाली चूत चुसाई का सीन घूम रहा था...

उसने भी शायद ऐसा नही सोचा था की अपने ही बी एफ की मॉम और बहन के साथ वो सैक्स करेगी...

पर एक बात तो पक्की थी,जैसे वो सोनू का लंड लेने के लिए तड़प रही है, उसकी माँ और बहन भी वैसे ही तड़प रही है...

पर इन बातो से उसे कोई फ़र्क नही पड़ रहा था...
उसने सोनू से कौन सा शादी करनी थी जो उसके लिए इतनी पोस्सेसिव बने...
वैसे भी वो काफ़ी ओपन माइंडेड थी...
उसने तो कई बार ये भी सोचा था की जब कभी उसकी शादी हुई तो वो अपने पति को पूरी छूट देकर रखेगी, वो कुछ भी करे, उससे उसे कोई फ़र्क नही पड़ने वाला था...
इसलिए भी शायद उसे इस बात का ज़्यादा शॉक नही लगा था...

पर एक्साईटमेंट ज़रूर हुई थी उसे ये सोचकर की एक लड़की अपने भाई के साथ और एक माँ अपने बेटे के साथ सैक्स करने के लिए कुलबुला रहे है...

और वो जानती थी की जिस तरह से वो दोनो तड़प रहे थे, उसके अनुसार तो जल्द ही वो अपनी चूतें चुदवाने में कामयाब हो जाएँगे..

हालाँकि साक्षी को ये नही पता था की सोनू पहले से ही अपनी बहन सोनिया की चूत मार चुका है...
और अब सिर्फ़ माँ ही बची है.

पर वो माँ भी कब तक खैर मनाएगी...
आजकल जो उनके घर में चल रहा था, उसके अनुसार तो उसकी माँ भी एक हफ्ते में सोनू का लंड अंदर डलवा लेगी..

पर बातों अंजान साक्षी की चूत में, आज बातों को सोचकर खुजली होने लगी....
स्कूल में जिस अंदाज से सोनू ने उसकी चूत बंद क्लास में चूसी थी और उसने भी जब सोनू के लंड का पानी पिया था तो तभी से ये कसक उसकी चूत में दबी हुई सी पड़ी थी....
और आज ये फिर से उजागर होकर बाहर आ गयी थी...
अब जल्द ही उसे ऐसा मौका निकालना होगा ताकि वो सोनू का लंड ले सके..

साक्षी को इस तरह से गहरी सोच में डूबा हुआ देखकर सोनू उसके करीब आया और बोला : "ओ हेलो, ये क्या सोच रही हो...और पहले ये बताओ की आज तुम्हे मेरी याद कैसे आ गयी...हम स्कूल में तो मिल ही रहे थे ना कल...''

साक्षी उठी और उसने दरवाजे की कुण्डी अंदर से बंद कर दी ताकि कोई अंदर ना आ जाए..

अब वो सोच चुकी थी की जल्द ही उसके लंड को अपनी चूत में लेकर रहेगी, और ये काम वो उसकी मॉम और बहन से पहले करना चाहती थी..
हालाँकि वो ये भी जानती थी की आज , अभी वो सब मुमकिन नही हो सकता पर उसे कम से कम ये तो दर्शा देना ही चाहती थी की वो उसके लंड के लिए कितना तरस रही है..

सोनू ने जब देखा की वो बिना कुछ बोले दरवाजा बंद कर आई है तो वो भी समझ गया की उसके मन में क्या चल रहा है...
पर नीचे मॉम थी और सोनिया तो कभी भी उपर आ सकती थी, इसलिए उसे डर भी लग रहा था की उसके रूम में रहते हुए दरवाजा बंद करने का मतलब उसके घर वाले अच्छे से समझ जाएँगे..

साक्षी ने सैक्सी अंदाज में उसकी तरफ देखा और अपनी कमर मटकाती हुई उसके करीब आई और बोली : "कल तक का वेट करने का मन नही था मेरा...सोचा तुम्हारे घर चलकर तुम्हे थोड़ा सर्प्राइज़ कर दूँ ...''

इतना कहते हुए वो उसके करीब आई और अपनी बाहें सोनू के गले में डालकर उसकी गोद में बैठ गयी..

सोनू का सरकारी लंड तो हमेशा तैयार रहता था...
अभी कुछ देर पहले ही उसने तनवी की सील तोड़ी थी और अब ये एक और कुँवारी चूत उसके उसी लंड के उपर आकर बैठ गयी थी....

वो बोला : "ऐसा सर्प्राइज़ तो मुझे भी बहुत पसंद है...पर जानेमन, नीचे मॉम और सिस्टर है, उन्हे पता चल गया ना की यहाँ क्या चल रहा है तो सब गड़बड़ हो जानी है...''

साक्षी ने मन में सोचा 'अगर तुम्हे ये पता चल जाए की उन दोनो ने मॉल के बाथरूम में ,उसके साथ मिलकर क्या किया है तो तुम्हे और भी बड़ा सर्प्राइज़ मिल जाएगा...''

पर वो कुछ नही बोली...
क्योंकि वो जानती थी की इस बात को सोनू से शेयर करके वो उस घर में दोबारा आने का रास्ता हमेशा के लिए बंद कर देगी..
और वो ये हरगिज़ नही चाहती थी....
उसे तो सोनू के इसी बिस्तर पर नंगा होकर चुदना था एक दिन...
पूरी ब्लू फिल्म बनानी थी उसके साथ...
पर अभी के लिए उस फिल्म का ट्रेलर तो बनता ही था.

इसलिए उसने बिना कोई भूमिका बाँधे , अपने प्यासे होंठ उसके होंठो पर रख दिए...
ये वही होंठ थे जो कुछ देर पहले तक उसकी बहन और माँ की चूत चूस रहे थे....
एक पल के लिए तो सोनू भी ठिठक सा गया, क्योंकि एक चिर-परिचित सी स्मेल उसकी नाक से आ टकराई...
पर फिर उसे अपना भ्र्म मानकर वो उसकी किस्स का जवाब देने लगा..

एक गर्म लड़की को, लेस्बियन सैक्स के बाद अगर अपने बी एफ का साथ मिल जाए तो उसे ऐसा लगता है जैसे अंडा खाने के बाद एकदम से चिकन मिल गया हो...

और वो अपने इस चिकन को अच्छे से चूस लेना चाहती थी...
इसलिए अपनी छातिया उसके सीने से रगड़ती हुई वो उसे ज़ोर -2 से स्मूच करती रही...



अब तो सोनू अपनी माँ और बहन का डर भी भूल चुका था....
वैसे भी एक जवान लड़की जब किसी की गोद में बैठकर खुद ही पहल करे तो दुनिया की परवाह किसे रहती है....
ऐसी सिचुएशन में तो वो पकड़ा भी जाए तो उसे कोई परवाह नही थी...

सोनू के हाथ अपने आप उसके बूब्स पर आ गये और उसने उन्हे नींबू की तरहा निचोड़ डाला....
अपने अंगूठे के बीच उसके निप्पल को लेकर ज़ोर से रगड़ दिया उसने...

''आआआआआआआआअहह......यूउऊऊऊ डॉगी.......उम्म्म्ममममममममम....''

और एक बार फिर से अपने लार टपका रहे होंठो को उसने सोनू के मुँह में ठूस दिया.

सोनू के हाथ उसकी जेकेट की चैन पर आए और उसने एक ही झटके में उसका ज़िप्पर खोल दिया....
अंदर तो उसने सिर्फ़ ब्रा ही पहनी हुई थी....
साक्षी को इस अंदाज में अपने घर आया देखकर सोनू की आँखो में उसके नाम की शराब तैरने लगी...
उसके हाथ उसकी ब्रा में क़ैद मुम्मो को निचोड़ने लगे...
उसके स्पंज जैसी बॉल्स को ज़ोर-2 से दबा कर वो उसे और अपने आप को उत्तेजित कर रहा था....

सोनू ने उसके बूब्स को ब्रा से बाहर निकाल लिया...
और उसके निप्पल्स को दबाने लगा...
हर लड़की की तरह साक्षी की बॉडी उत्तेजित करने वाला ये वो बटन था जिसे दबाने से वो बिफर सी गयी...

''आआआआआआआआययययययीीईईईईईईईईईई......... सोनुउऊुुुुुुुुुुुुुुउउ...... उम्म्म्मममममममममम..... सुक्कककककककककक इट........... चूऊऊऊ इसे........ अहह....... चूऊवसओओओओ ना इसे.....''

और उसने सोनू के सिर को पकड़ कर ज़बरदस्ती अपने सीने पर दबा लिया.....
वो तो खुद ही ऐसा करना चाह रहा था पर लड़की की तरफ से जब खुद पर ज़बरदस्ती की जाए तो उसका मज़ा भी अलग ही है...
इसलिए उसने खुद को ढीला छोड़ दिया और साक्षी के कहे अनुसार अपने शरीर को घुमाने लगा...उसके बूब्स चूसने लगा



साक्षी ने उसका हाथ पकड़ कर अपनी गरम कड़ाही जैसी चूत पर रख कर दबा दिया...
और सुलगती हुई आवाज़ निकाल कर उसकी गोद में कूदियां मारने लगी...

''आआआआआआहह सोनू........ आई एम् बर्निंग ....... कुछ कर दे यार....... कुछ कर दे ना..... ''

अपनी हॉट गर्लफ्रेंड के मुँह से ये बाते सुनकर तो सोनू का लंड और मर्दानगी एक ही बार में जाग गयी.....
एक घंटा पहले एक सील तोड़ चुके लंड को उसने फिर से एक और सील तोड़ने को राज़ी कर लिया...

और बोला : "यससस्स मेरी जान......आज तो कुछ करना ही पड़ेगा.......''

इतना कहकर उसने साक्षी को बेड पर पटका और अपना लंड निकाल कर खड़ा हो गया...


साक्षी उसके ख़ूँख़ार लंड को देख ही रही थी की अचानक दरवाजे पर नोक-नोक हुई...
ये सोनिया थी जो उनके लिए स्नेक्स लेकर आई थी.

एक ही पल में उसके खड़े लंड पर धोखा हो गया

सोनू ने मन ही मन अपनी बहन को जी भरकर गालियां दे डाली....
और अपने कपड़े सही करके दरवाजा खोलने चल दिया...
साक्षी भी अपने कपड़े सही करके बैठ गयी..

अंदर का नज़ारा देखकर सोनिया सब समझ गयी की वहां क्या चल रहा था..

वो मुस्कुराते हुए अंदर आई और बोली : "सॉरी टू इन्ट्रप्ट यू गायस ...पर ये भी ज़रूरी है...''

और फिर सोनू के कान में धीरे से उसने कहा : "बाइ द वे, मॉम अभी घर ही है...और तुम्हारी जी एफ की आवाज़ सीडियों तक आ रही थी...मॉम अगर सीडियों तक भी आ जाती तो उन्हे सब पता चल जाना था की यहाँ क्या हो रहा है...सो बी केयरफुल''

इतना कहकर वो मुस्कुराते हुए वापिस नीचे चली गयी..

साक्षी भी समझ गयी थी की शायद भावनाओ में बहकर वो कुछ ज़्यादा ही आगे निकल गये थे...

सोनू : "हे साक्षी...आई होप यु अंडरस्टॅंड दिस ....मॉम भी नीचे ही है....और उनके रहते....''

साक्षी : "या या...इट्स ओके ....वो तो बस थोड़ा लालच सा आ गया था...इसलिए....''

इतना कहते हुए उसने अपना लाल सुर्ख चेहरा नीचे कर लिया..

सोनू उसके करीब बैठा और उसे कोल्ड ड्रिंक दी...और सॅंड्विचस भी...

साक्षी : "अच्छा सुनो....तुम रात को बाहर नही निकल सकते क्या....हम लोग नाइट आउट का प्लान बनाते है ना...''

उसकी आँखो का गुलाबीपन देखकर ही पता चल रहा था की उसकी चुदाई की इच्छा कैसे कुलबुला रही है...
और वो गुलाबीपन सॉफ बता रहा था की वो कुँवारापन अब ज़्यादा देर तक रहने वाला नही है उसके पास..

साक्षी की ये बात सुनकर सोनू के दिमाग़ में एक विचार कोंधा...
ऐसा कुछ जिसके बारे में उसने कुछ दिन पहले एक एरॉटिक स्टोरी में पड़ा था...

और वो बोला : "नाइट आउट की एक शर्त है....''

साक्षी : "मंजूर है...''

सोनू : "अर्रे, पहले सुन तो लो...''

साक्षी : "बोला ना, सब मंजूर है...जो भी करना हो बता देना...आई एम् ऱेडी ''

उसकी ऐसी बेबाकी भरी बातें सुनकर तो सोनू का मन यही किया की उसकी चूत से पहले उसकी गांड मार ले...
जब सब मंजूर है तो गांड मरवाने से भी भला क्या प्राब्लम हो सकती है उसे...''

पर वो सिर्फ़ मुस्कुरा दिया...
और बोला : "ठीक है फिर....जल्द ही ये प्रोग्राम बनाते है...और मेरी क्या शर्त है, ये भी उसी दिन पता चल जाएगी...पर उससे पहले एक किस्स तो बनती ही है...''

सोनू ने सिर्फ़ इतना ही कहा था और साक्षी ने खुल्ले दरवाजे की परवाह किए बिना उसके होंठो को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया...



सोनू ने बड़ी मुश्किल से अपने होंठ उस जंगली बिल्ली के चुंगल से निकलवाए और बोला : "अर्रे...सुन तो लिया करो....मुझे किस्स कहां पर चाहिए...''

इतना कहकर उसने अपने खड़े हुए लंड की तरफ इशारा किया, जो उसकी शॉर्ट्स में तंबू बनाकर खड़ा था...

साक्षी की प्यास फिर से भड़क उठी....

वो बोली : "ऐसे तो तुम मुझे यहाँ से जाने ही नही दोगे...वैसे एक नज़र उसे देखकर मेरा भी मन कर रहा था उसे सक्क करने का....''

इतना कहकर वो उसकी टाँगो के बीच आकर बैठ गयी....
और शॉर्ट्स को नीचे करके उसके खंबे जैसे लंड को बाहर निकाल लिया...
एक नज़र भरके उसे देखा और फिर उसपर मुँह मारकर उसे जोरो से चूसने लगी...



''आआआआआआआआआअहह यएसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स......''

एकदम नर्म होंठ थे उसके, पर चूसने का तरीका उतना ही ख़तरनाक...
पर वो उसके घुंघराले बालो में उंगलिया फिराने के सिवा कुछ और कर ही नही पाया...

एक दो चुप्पे मरवाकर सोनू ने खुद ही उसे रोक दिया, दरवाजा खुला था और कोई भी, कभी भी उपर आ सकता था...

साक्षी भी समझ गयी और उसने भी उसके खिलोने से और खेलने की जिद्द नही की...
पर एक बात वो सोनू को समझा ही चुकी थी की आज के बाद, उसके साथ की सारी मुलाकातें ऐसी ही होने वाली थी...
और सबसे ख़तरनाक तो वो नाइट आउट होने वाला था, जिसका प्रोमिस सोनू ने किया था...

पर वो पगली ये नही जानती थी की सोनू के शैतानी दिमाग़ में क्या चल रहा है...

वो उस रात में, अपने दिल की उन दबी हुई इच्छाओं को भी पूरा कर लेना चाहता था, जिसके बारे में वो कई दिनों से फ़ेंटेसाइज़ कर रहा था..

और वो क्या कर रहा था, ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा.
saras
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )

Post by saras »

So good bro... Waiting for long update, Pls...
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kunal
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )

Post by kunal »

साक्षी के जाने के बाद जब सोनू नीचे आया तो सब नॉर्मल सा था...
मॉम किचन में खाना बना रही थी और सोनिया टीवी देख रही थी.

सोनू उसके करीब जाकर बैठ गया..

सोनिया के चेहरे पर अर्थपूर्ण मुस्कान थी, सोनू के मन में भी कुलबुलाहट सी हो रही थी..

वो बोला : "दी, मॉम को कुछ शक तो नही हुआ ना...?''

सोनिया ने मन में सोचा, कहां तो माँ अपनी पोल् खुलने के डर से अपना मुँह छुपा रही है और कहां ये सोनू को अपनी पड़ी है..

सोनिया : "नही रे...वो तो शायद उन्होने पहली बार उसको देखा था, इसलिए ऐसा बिहेव कर रही थी...''

सोनू कुछ देर चुप रहा , फिर बोला : "ओके ...और आप दोनो की शॉपिंग कैसी रही...मज़ा किया ना...''

सोनू के मुँह से मज़ा शब्द सुनते ही उसकी आँखो के सामने बाथरूम वाली मूवी दोबारा चलने लगी...
जिसमें वो और मॉम, पूरी नंगी होकर अपनी चूतें साक्षी से चुस्वा रही थी...

सोनिया : "या या.... आज बहुत दिनों के बाद ऐसा मज़ा मिला है.... मॉम भी बहुत खुश थी....''

सोनू मुस्कुरा दिया...

सोनिया ने मंद-2 मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देखा और बोली : "मुझे पता है की तेरे माइंड में क्या चल रहा है...यही ना की मैने मॉम से तेरे बारे में कुछ बात की या नही....'''

सोनू का चेहरा लाल हो गया....
वो बोला : "अर्रे, नही दी...ऐसा कुछ नही है....''

सोनिया ने धीरे से कहा : "वैसे...एक प्लान है मेरे माइंड में ...''

सोनू की आँखो की चमक बढ़ सी गयी

सोनिया : "पर इसके लिए तुझे आज रात का इंतजार करना पड़ेगा...''

सोनिया तो जैसे पहेलियां बुझा रही थी...

सोनू : "मतलब...सॉफ-2 बोलो ना दी....क्या प्लान है...''

सोनिया : "प्लान सिंपल है....तुम्हे सिर्फ़ सोने का नाटक करना है...बाकी मैं संभाल लूँगी...''

सोनू के दिमाग़ के घोड़े दौड़ने लगे...
आने वाली संभावनाओ को सोचकर.

सोनिया ने उसे छेड़ने के अंदाज में कहा : "और इसमें कुछ ग़लत भी नही होगा...क्योंकि तू तो नींद में होगा ना...''

सोनू ने आँखे गोल करके अपनी बहन को देखा और उसकी टी शर्ट में से झाँक रहे मोम्मे की गोलाई देखकर उसकी नज़रें वहीं जम कर रह गयी..

सोनिया ने जान बूझकर अपनी टी शर्ट को खींच कर नीचे किया था, ताकि उसकी क्लिवेज उसे दिखाकर वो उसे ये भी याद दिला सके की मैं भी इस खेल का हिस्सा हूँ , सिर्फ़ मॉम , साक्षी और तनवी में ही ना उलझे रहना..

सोनिया ने अपनी डेयरिंग दिखाते हुए कुछ करने की सोची...
मॉम तो किचन में थी जो ठीक सोफे के पीछे थी, सोनिया ने अपने आप को पूरा सोफे की ओट में छुपा लिया और अपनी टी शर्ट को उपर करके अपनी ब्रा के कप को नीचे कर दिया...
एक ही पल में सोनू की आँखो के सामने अपनी बहन के गोरे-2 मोम्मे छलांगे भर रहे थे...
सोनू की हवा फिर से टाइट हो गयी
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