ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का ) complete
- kunal
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
दोनो एक दूसरे को चूमते-2 बेड पर जा गिरे...
वहां भी वो धक्का मुक्की जारी रही...
दोनो बुरी तरह से हाँफ रहे थे..
एक दूसरे को चूम रहे थे...
मसल रहे थे.
और अचानक सोनू का फंनफनाता हुआ लंड सोनिया की चूत से जा टकराया...
और एक पल के लिए जैसे पूरी दुनिया रुक सी गयी...
दोनो की नज़रें एक दूसरे से टकराई.
और सोनिया ने बहकति हुई सी...
लड़खड़ाती हुई सी आवाज़ मे कहा : "अहह सोनू....म्*म्म्मममममममम.... वॉट ए फीलिंग.......भाईईईईईईई ..........उम्म्म्मममममममममम''
इतना कहकर उसने अचानक सोनू के लंड के चारों तरफ अपनी जांघों को कस कर शिकंजा बना लिया...
सोनू को तो लगा की वो उसे अपनी चूत में ले रही है, पर उसने सिर्फ उसे चूत के पास दबाया, और कुछ नही.
और अब आलम ये था की सोनू का अकड़ा हुआ लंड उसकी संगमरमरी टाँगो के बीच फँसा हुआ, चूत से बुरी तरह लिपटा हुआ पड़ा था..
उसका लंड गले मिल रहा था अपनी बहन की चूत से
सोनू की तो आवाज़ ही नही निकल रही थी...
सोनिया की चूत से निकल रही भाप से उसका लंड झुलस सा रहा था...
पर उसकी चूत का मखमली स्पर्श उसे एक नये आनंद की अनुभूति भी करवा रहा था...
वो सोचने लगा की सिर्फ़ उसकी चूत के टच से उसके लंड का ये हाल है तो वो अगर चूत में घुस गया तो कैसा फील होगा....
ये सोचते हुए उसके दिमाग़ ने काम ही करना बंद कर दिया.
बेचारा चाह कर भी कुछ बोल नही पाया...
पर सोनिया के दिमाग़ में कुछ और ही चल रहा था...
उसने जाँघो को धोड़ा ढीला छोड़ा और फिर अपनी कसी हुई चूत की फांको को उसके लंड पर रगड़ने लगी...
उपर से नीचे तक उसके लंड की मालिश करने लगी अपनी चूत से निकले देसी घी से.
और कुछ ही देर में जगह बनाते हुए सोनू के लंड का बाहरी हिस्सा उसकी चूत की अंदरूनी दरार में फंसकर घिसाई करवा रहा था...
ये एक ऐसी फीलिंग थी जिसका कोई और मुकाबला ही नही था..
कुछ ही देर में सोनू का लंड इतना अंदर धँस चुका था की उसे लंड की दीवारों पर अंदर से कुछ चुभता हुआ सा महसूस हुआ...
और वो थी सोनिया की कड़क क्लिट.
अपनी क्लिट के दाने पर गर्म लंड की घिसाई महसूस करते ही उसके अंदर भी एक नये ऑर्गॅज़म का निर्माण हो गया...
और वो दुगनी तेज़ी से उसके लंड पर अपनी चूत को रेती की तरह घिसने लगी...
आज सोनिया ने समझदारी से काम लेकर अपने रिश्तों को पूरी तरह से बदलने से रोक लिया था...
हालाँकि अंदर से सोनू शायद ये सोच चुका था की आज तो कुछ होकर रहेगा पर सोनिया ने ये तरीका निकालकर कम से कम अभी के लिए तो चुदाई को टाल ही दिया था.
पर आज ये जो भी हो रहा था, वो भी चुदाई से कम नही था...
दोनो को सीधा अपने लंड और चूत पर दबाव महसूस हो रहा था.
सोनू ने उसके कुल्हों पर हाथ रखकर उसे अपने लंड पर उपर नीचे करना शुरू कर दिया...
सोनिया भी अपना मुम्मा उसके मुँह में फँसाकर, अपने भाई के लंड के बाहरी हिस्से का आनंद लेती हुई, सिसकारियाँ मारते हुए घिसाई करती रही...
और अंत में वो पल भी आ ही गया जब सोनू से और सहन नही हुआ और उसने अपनी बहन की गर्म चूत के नाम अपनी जवानी का एक और फुव्वारा लिख दिया....
और वो फड़फड़ाते हुए, सोनिया की गर्म चूत के नीचे दबा हुआ, आग उगलने लगा..
एक के बाद एक कई पिचकारियाँ निकलकर उसके खुद के पेट पर आ गिरी...
और इसी बीच उसके लावे की गर्म हवा को महसूस करके उसकी चूत भी अपने चरम पर पहुँच गयी और उसमे से भी शहद से मीठा पानी निकल कर लंड पर लग गया...
ये एक ऐसा पल था जब दोनो की साँसे उखड़ी हुई थी, पर अंदर से दोनो को एक नये और संपूर्ण आनंद की प्राप्ति हुई थी...
सोनिया हाँफती हुई सी साइड में लुढक गयी और सोनू के लंड को अपने हाथ में लेकर उसके लंड के बचे हुए माल को दबा-दबाकर निकालने लगी...
और जब प्लेट पूरी सज गयी तो वो उसपर झुकी और अपनी गर्म जीभ से वो सारा माल किसी कुतिया की तरह चाटने लगी...
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!
- shubhs
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
बिंदास
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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- kunal
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
shubhs wrote:बिंदास
thanks mitr
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!
- kunal
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
सोनू उसके बालों में हाथ फेरता हुआ उसे अपने लंड तक ले गया और अपने मुरझाए हुए लंड को भी उसके मुँह में डालकर, उसे अच्छी तरह से सॉफ करवाकर, उसे वापिस अपनी तरफ खींच लिया...
और एक बार फिर से दोनो भाई बहन एक गहरी स्मूच में डूब गये.
आज सोनिया उसी के बिस्तर पर सोई...
नंगी.
सोनू से लिपट कर
जो शायद आज के बाद रोज़ होने वाला था...
सोनू भी उसके गुलाभी होंठों को मुँह में लेकर तब तक चूसता रहा जब तक उसे नींद नही आ गयी...
सोते हुए भी दोनो के होंठ एक दूसरे में ही फँसे हुए थे...
आज की रात एक और कारनामा लिख गयी थी दोनो के रिश्तों में ...
आने वाले समय में और पता नही क्या-2 होने वाला था.
अगले दिन जब सोनू की नींद खुली तो सोनिया उसकी बाहों में नंगी पड़ी थी..
ये एक ऐसी फीलिंग थी जिसके लिए उसने ना जाने कैसे-2 सपने देखे थे... वो अक्सर सोचता था की जब उसकी शादी होगी तो अपनी बीबी की रोज मारा करेगा...दोनो नंगे सोया करेंगे... रात को जब भी नींद खुले , फिर से शुरू जो जाया करेगा... और मॉर्निंग में भी कभी वो अपनी बीबी को किस्स करके उठाएगा और कभी उसकी बीबी उसका लंड चूसकर उठाएगी..और एक बार फिर से मॉर्निंग सेशन किया करेंगे, पर ये तो शायद 8-10 साल के बाद होने वाला था..
और कल रात से जो हो रहा था,वो बिल्कुल वही था जो उसने अपने आने वाले वक़्त के लिए सोच रखा था...
फ़र्क सिर्फ़ इतना था की ये उसकी बहन थी और चुदाई के अलावा वो सब हो रहा था जो उसकी फेंटेसी थी.
बिस्तर से उठने के बाद सोनिया का नंगा बदन उपर से नीचे तक निहारते हुए सोनू का मॉर्निंग इरैक्शन अपनी चरम सीमा पर जा पहुंचा.
साली, ये लड़कियाँ नंगी होकर इतनी सैक्सी लगती है...फिर चाहे वो अपनी खुद की बहन ही क्यो ना हो.
**** नंगी सोनिया..
सोनू ने टाइम देखा, 7 बजने वाले थे...
मम्मी पापा अभी सो रहे होंगे...
इसलिए उसने अभी सोनिया को उठाना सही नही समझा...
फ्रेश होकर, स्कूल के लिए तैयार होकर उसने सोनिया को उठाया..ताकि मम्मी उसे ऐसे नंगा सोते हुए ना देख सके.
सोनिया ने एक मादक सी अंगड़ाई लेते हुए अपनी आँखे खोली, सोनू को अपनी तरफ खींच कर उसे गुड मॉर्निंग क़िस्सी दी और फिर ऐसे ही नंगी भागती हुई वो बाथरूम में घुस गयी.
सोनू भी नाश्ता करके स्कूल आ गया..
आज तनवी से कुछ ख़ास बात नही हुई, सिर्फ़ साक्षी ही उसके आगे-पीछे मंडराती रही, आख़िर शाम को उसके साथ शादी के फंक्शन में भी तो जाना था.
स्कूल से जाते हुए साक्षी ने उसे सब समझा दिया...
कार इंतजाम सोनू ने कर लिया,सोनू ने अपनी मोम को पहले ही बोल दिया था की उसके एक फ्रेंड के भाई की शादी है, इसलिए गाड़ी ले जाने में उसे कोई दिक्कत नही थी..
सोनू ने ब्लॅक कलर का सूट पहना, अपनी मोम की स्विफ्ट उठाई और चल दिया साक्षी के घर की तरफ...
पिंक कलर की सैक्सी सी साड़ी में वो कमाल लग रही थी
साक्षी को पिक करके वो दोनो शादी में पहुँच गये..
वो दोनो सीधा शादी के वेन्यू में ही पहुँच गये..
शादी एक फार्म हाउस में थी...
काफ़ी शानदार थी वो..
साक्षी और सोनू तो दूल्हे वालों की तरफ से आए थे और बारात अभी पहुँची नही थी.
दोनो अंदर जाकर बैठ गये, साक्षी किसी लवर की तरह उससे चिपक कर बैठी थी...
सोनू को उसके बदन से आ रही पर्फ्यूम की महक परेशान कर रही थी...उपर से उसने जो साड़ी पहनी हुई थी, उसमें से दिख रही उसकी क्लिवेज भी कमाल की थी...
माहौल में थोड़ी ठंडक थी, पर लगभग सभी लड़कियाँ और औरतों ने साड़ी ही पहन रखी थी...
उनके ठिठुर रहे बदन को देखकर सोनू मन ही मन हंस भी रहा था की फेशन करने की होड़ में ठंड की कोई परवाह ही नही है इन्हे..
कुछ ही देर में बारात आ गयी... मिलनी वगेरह करवाने के बाद दूल्हा और परिवार के लोग अंदर आ गये...साक्षी की दोस्त चाँदनी ने जब उन्हे देखा तो भागती हुई सी उनकी तरफ आ गयी..
और उसे अपनी तरफ भागता हुआ आता देखकर और उसकी उछल रही छातियों को देखकर सोनू को ऐसा लग रहा था जैसे बेवॉच का कोई सीन देख रहा है..
दूल्हे की बहन थी वो, इसलिए कुछ अलग ही तरीके से सजी हुई थी... भारी भरकम लहँगा पहना था उसने...और उपर थी उसकी सेक्सी चोली, जो की बेकलेस थी...
सॉफ पता चल रहा था की उसने अंदर ब्रा नही पहनी हुई..
और उपर से उसके मुममे इतने बड़े थे की ऐसा लग रहा था जैसे दो स्माल साइज़ की फूटबाल्स लेके घूम रही है वो.
पास आकर साक्षी ने उसका परिचय सोनू से करवाया...
और एक बार फिर से दोनो भाई बहन एक गहरी स्मूच में डूब गये.
आज सोनिया उसी के बिस्तर पर सोई...
नंगी.
सोनू से लिपट कर
जो शायद आज के बाद रोज़ होने वाला था...
सोनू भी उसके गुलाभी होंठों को मुँह में लेकर तब तक चूसता रहा जब तक उसे नींद नही आ गयी...
सोते हुए भी दोनो के होंठ एक दूसरे में ही फँसे हुए थे...
आज की रात एक और कारनामा लिख गयी थी दोनो के रिश्तों में ...
आने वाले समय में और पता नही क्या-2 होने वाला था.
अगले दिन जब सोनू की नींद खुली तो सोनिया उसकी बाहों में नंगी पड़ी थी..
ये एक ऐसी फीलिंग थी जिसके लिए उसने ना जाने कैसे-2 सपने देखे थे... वो अक्सर सोचता था की जब उसकी शादी होगी तो अपनी बीबी की रोज मारा करेगा...दोनो नंगे सोया करेंगे... रात को जब भी नींद खुले , फिर से शुरू जो जाया करेगा... और मॉर्निंग में भी कभी वो अपनी बीबी को किस्स करके उठाएगा और कभी उसकी बीबी उसका लंड चूसकर उठाएगी..और एक बार फिर से मॉर्निंग सेशन किया करेंगे, पर ये तो शायद 8-10 साल के बाद होने वाला था..
और कल रात से जो हो रहा था,वो बिल्कुल वही था जो उसने अपने आने वाले वक़्त के लिए सोच रखा था...
फ़र्क सिर्फ़ इतना था की ये उसकी बहन थी और चुदाई के अलावा वो सब हो रहा था जो उसकी फेंटेसी थी.
बिस्तर से उठने के बाद सोनिया का नंगा बदन उपर से नीचे तक निहारते हुए सोनू का मॉर्निंग इरैक्शन अपनी चरम सीमा पर जा पहुंचा.
साली, ये लड़कियाँ नंगी होकर इतनी सैक्सी लगती है...फिर चाहे वो अपनी खुद की बहन ही क्यो ना हो.
**** नंगी सोनिया..
सोनू ने टाइम देखा, 7 बजने वाले थे...
मम्मी पापा अभी सो रहे होंगे...
इसलिए उसने अभी सोनिया को उठाना सही नही समझा...
फ्रेश होकर, स्कूल के लिए तैयार होकर उसने सोनिया को उठाया..ताकि मम्मी उसे ऐसे नंगा सोते हुए ना देख सके.
सोनिया ने एक मादक सी अंगड़ाई लेते हुए अपनी आँखे खोली, सोनू को अपनी तरफ खींच कर उसे गुड मॉर्निंग क़िस्सी दी और फिर ऐसे ही नंगी भागती हुई वो बाथरूम में घुस गयी.
सोनू भी नाश्ता करके स्कूल आ गया..
आज तनवी से कुछ ख़ास बात नही हुई, सिर्फ़ साक्षी ही उसके आगे-पीछे मंडराती रही, आख़िर शाम को उसके साथ शादी के फंक्शन में भी तो जाना था.
स्कूल से जाते हुए साक्षी ने उसे सब समझा दिया...
कार इंतजाम सोनू ने कर लिया,सोनू ने अपनी मोम को पहले ही बोल दिया था की उसके एक फ्रेंड के भाई की शादी है, इसलिए गाड़ी ले जाने में उसे कोई दिक्कत नही थी..
सोनू ने ब्लॅक कलर का सूट पहना, अपनी मोम की स्विफ्ट उठाई और चल दिया साक्षी के घर की तरफ...
पिंक कलर की सैक्सी सी साड़ी में वो कमाल लग रही थी
साक्षी को पिक करके वो दोनो शादी में पहुँच गये..
वो दोनो सीधा शादी के वेन्यू में ही पहुँच गये..
शादी एक फार्म हाउस में थी...
काफ़ी शानदार थी वो..
साक्षी और सोनू तो दूल्हे वालों की तरफ से आए थे और बारात अभी पहुँची नही थी.
दोनो अंदर जाकर बैठ गये, साक्षी किसी लवर की तरह उससे चिपक कर बैठी थी...
सोनू को उसके बदन से आ रही पर्फ्यूम की महक परेशान कर रही थी...उपर से उसने जो साड़ी पहनी हुई थी, उसमें से दिख रही उसकी क्लिवेज भी कमाल की थी...
माहौल में थोड़ी ठंडक थी, पर लगभग सभी लड़कियाँ और औरतों ने साड़ी ही पहन रखी थी...
उनके ठिठुर रहे बदन को देखकर सोनू मन ही मन हंस भी रहा था की फेशन करने की होड़ में ठंड की कोई परवाह ही नही है इन्हे..
कुछ ही देर में बारात आ गयी... मिलनी वगेरह करवाने के बाद दूल्हा और परिवार के लोग अंदर आ गये...साक्षी की दोस्त चाँदनी ने जब उन्हे देखा तो भागती हुई सी उनकी तरफ आ गयी..
और उसे अपनी तरफ भागता हुआ आता देखकर और उसकी उछल रही छातियों को देखकर सोनू को ऐसा लग रहा था जैसे बेवॉच का कोई सीन देख रहा है..
दूल्हे की बहन थी वो, इसलिए कुछ अलग ही तरीके से सजी हुई थी... भारी भरकम लहँगा पहना था उसने...और उपर थी उसकी सेक्सी चोली, जो की बेकलेस थी...
सॉफ पता चल रहा था की उसने अंदर ब्रा नही पहनी हुई..
और उपर से उसके मुममे इतने बड़े थे की ऐसा लग रहा था जैसे दो स्माल साइज़ की फूटबाल्स लेके घूम रही है वो.
पास आकर साक्षी ने उसका परिचय सोनू से करवाया...
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!
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Re: ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
चाँदनी ने उसे उपर से नीचे तक निहारा और बोली : "वाव...साक्षी...ही इस टू हॉट...''
इतना कहकर वो बिना किसी वॉर्निंग के सोनू से लिपट गयी...
सोनू का हाथ अपने आप उसकी लचीली कमर पर आ लगा...
एकदम ठंडी और चिकनी थी वो.
गले लगने के बाद वो साक्षी से बोली : "यार...इसे छोड़ने का मन ही नही कर रहा ... ठंड काफ़ी है ना...''
उसकी बात सुनकर सोनू और साक्षी दोनो हंस दिए...
पर सोनू उसके गले लगने के तरीके से ही समझ चुका था की वो चालू माल है.वो जान बूझकर अपनी छातियाँ उसके सीने से रगड़ रही थी.
कुछ देर उनके साथ बैठने के बाद वो स्टेज पर चली गयी.
साक्षी : "तो मिस्टर, कैसी लगी मेरी सहेली...?''
सोनू : "सही है...''
साक्षी : "सिर्फ़ सही....तुम्हे पता भी है, उसे देखकर मैं कितनी जेलस फील करती थी...वो मुझसे सुंदर थी, उसके बूब्स मेरे से ज़्यादा बड़े थे...और है भी.. उसके पीछे हमेशा लड़कों की लाइन लगी रहती थी...और वो तुम्हे सिर्फ़ सही लगी...कम ओंन सोनू...बताओ मुझे....मुझे बिल्कुल भी बुरा नही लगेगा...''
सोनू शरमाते हुए : "या....आई मीन...जो तुम कह रही हो वो सब ठीक है...एंड ...शी इस हॉट...''
साक्षी उसकी बात सुनकर मुस्कुरा दी...
और बोली : "मैं ये सब इसलिए कह रही हूँ ताकि तुम्हे ये बता सकू की मैं और गर्लफ्रेंड्स की तरह नही हूँ जो तुमपर अपना अधिकार समझ कर सिर्फ़ अपने लिए ही रखू...हमारी रिलेशन्षिप ओपन होनी चाहिए...अगर तुम्हे कोई और भी पसंद आती है तो तुम उसके साथ कुछ भी करो, मुझे कोई प्राब्लम नही होगी...''
साक्षी ने 'सब कुछ' पर कुछ ज़्यादा ही ज़ोर डाला था..
सोनू की तो नसों मे गर्म खून दौड़ गया ये सुनकर, पहले तो उसे विश्वास ही नही हुआ..पर फिर उसने ये आज़माने की सोची और बोला : "ओके ...ईट मीन्स अगर मैं तुम्हारी इस फ्रेंड के साथ...कुछ करू, तो तुम्हे बुरा नही लगेगा...''
साक्षी मुस्कुराइ और बोली : "तुम एक नंबर के हरामी हो...मुझे पता था तुम चाँदनी के बारे में ही बोलॉगे सबसे पहले...''
सोनू : "अब तुमने ऑफर ही इतना बढ़िया दिया की जो सामने आया मैने उसी के बारे में बोल दिया...''
साक्षी : "आई नो...वैसे वो भी तुम्हे लाइक करती है, मैने उसे तुम्हारी पीक भेजी थी, तभी तो उसने तुम्हे यहां बुलाने के लिए इतना ज़ोर दिया और अभी कुछ देर पहले उसे गले लगाकर तुम समझ ही गये होगे की उसके अंदर क्या चल रहा था..''
सोनू समझ गया की आज उसके साथ कुछ स्पेशल होने वाला है..
साक्षी : "पर इसका मतलब ये नही है की तुम मुझे भूल ही जाओगे...तुम चाहे किसी के साथ भी कुछ भी करो, बट मेरे साथ तुम्हे डबल ड्यूटी लगानी पड़ेगी...समझे मिस्टर सैक्सी..''
इतना कहते हुए उसने भरी महफ़िल में धीरे से उसके होंठों पर किस कर दिया...
वो तो शुक्र था की वो एक कोने में बैठे थे, किसी ने देखा नही, वरना ऐसे शादी के माहौल में ये सब करना कितना ग़लत समझा जाता..
किस्स करने के बाद वो बोली : "तुम यहीं रूको, मैं तुम्हारे लिए कुछ करती हूँ .''
इतना कहते हुए वो स्टेज की तरफ चली गयी...और सोनू ने देखा की वो चाँदनी के कानों मे कुछ कह रही है...दोनो में कुछ बातें हुई और फिर उसने देखा की चाँदनी अकेली ही उसकी तरफ आ रही है.
सोनू का दिल धड़क गया...वो पास आई और बोली : "मुझे तुम्हारी हेल्प चाहिए, मुझे अर्जेंट्ली 'लू' जाना है...प्लीज़ चलो मेरे साथ...''
सोनू का बुरा सा मुँह बन गया ''लू'' वर्ड सुनकर...
लू तो साक्षी भी जा सकती थी उसके साथ..उसने स्टेज पर खड़ी साक्षी की तरफ देखा, जो इस वक़्त चाँदनी की मोम से बाते कर रही थी...उसने दूर से ही इशारा करके उसे चाँदनी के साथ जाने के लिए कहा...वो समझ गया की उन दोनो का ही प्लान है ये.
वो चुपचाप चाँदनी के साथ चल दिया..
रिज़ॉर्ट में ही फैमिली वालों ने अपने लिए रूम्स बुक किए हुए थे, चाँदनी के पास एक रूम की चाभी थी, वो सोनू को लेकर टेंट के पिछले हिस्से में बने 4 स्टार होटल जैसे रिज़ॉर्ट में ले गयी...
उसकी चाल देखकर ही सोनू उसकी भारी भरकम गांड का अंदाज़ा लगाने की कोशिश कर रहा था...
उसके मन में सवाल उठ रहे थे की क्या वो आज इन्हे मसल पाएगा...
अंदर जाते ही चाँदनी ने दरवाजा बंद कर दिया..
बहुत ही शानदार कमरा था..
वो भागती हुई सी बाथरूम में घुस गयी और सोनू सोफे पर जाकर बैठ गया..
उसने साइड में रखा फ्रिज खोलकर देखा तो उसमें पानी, कोल्ड ड्रिंक और बियर की बॉटल्स थी...
तभी चाँदनी बाहर आ गयी...उसके चेहरे के एक्स्प्रेशन को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कोई शेरनी अपने शिकार को देखती है..
इतना कहकर वो बिना किसी वॉर्निंग के सोनू से लिपट गयी...
सोनू का हाथ अपने आप उसकी लचीली कमर पर आ लगा...
एकदम ठंडी और चिकनी थी वो.
गले लगने के बाद वो साक्षी से बोली : "यार...इसे छोड़ने का मन ही नही कर रहा ... ठंड काफ़ी है ना...''
उसकी बात सुनकर सोनू और साक्षी दोनो हंस दिए...
पर सोनू उसके गले लगने के तरीके से ही समझ चुका था की वो चालू माल है.वो जान बूझकर अपनी छातियाँ उसके सीने से रगड़ रही थी.
कुछ देर उनके साथ बैठने के बाद वो स्टेज पर चली गयी.
साक्षी : "तो मिस्टर, कैसी लगी मेरी सहेली...?''
सोनू : "सही है...''
साक्षी : "सिर्फ़ सही....तुम्हे पता भी है, उसे देखकर मैं कितनी जेलस फील करती थी...वो मुझसे सुंदर थी, उसके बूब्स मेरे से ज़्यादा बड़े थे...और है भी.. उसके पीछे हमेशा लड़कों की लाइन लगी रहती थी...और वो तुम्हे सिर्फ़ सही लगी...कम ओंन सोनू...बताओ मुझे....मुझे बिल्कुल भी बुरा नही लगेगा...''
सोनू शरमाते हुए : "या....आई मीन...जो तुम कह रही हो वो सब ठीक है...एंड ...शी इस हॉट...''
साक्षी उसकी बात सुनकर मुस्कुरा दी...
और बोली : "मैं ये सब इसलिए कह रही हूँ ताकि तुम्हे ये बता सकू की मैं और गर्लफ्रेंड्स की तरह नही हूँ जो तुमपर अपना अधिकार समझ कर सिर्फ़ अपने लिए ही रखू...हमारी रिलेशन्षिप ओपन होनी चाहिए...अगर तुम्हे कोई और भी पसंद आती है तो तुम उसके साथ कुछ भी करो, मुझे कोई प्राब्लम नही होगी...''
साक्षी ने 'सब कुछ' पर कुछ ज़्यादा ही ज़ोर डाला था..
सोनू की तो नसों मे गर्म खून दौड़ गया ये सुनकर, पहले तो उसे विश्वास ही नही हुआ..पर फिर उसने ये आज़माने की सोची और बोला : "ओके ...ईट मीन्स अगर मैं तुम्हारी इस फ्रेंड के साथ...कुछ करू, तो तुम्हे बुरा नही लगेगा...''
साक्षी मुस्कुराइ और बोली : "तुम एक नंबर के हरामी हो...मुझे पता था तुम चाँदनी के बारे में ही बोलॉगे सबसे पहले...''
सोनू : "अब तुमने ऑफर ही इतना बढ़िया दिया की जो सामने आया मैने उसी के बारे में बोल दिया...''
साक्षी : "आई नो...वैसे वो भी तुम्हे लाइक करती है, मैने उसे तुम्हारी पीक भेजी थी, तभी तो उसने तुम्हे यहां बुलाने के लिए इतना ज़ोर दिया और अभी कुछ देर पहले उसे गले लगाकर तुम समझ ही गये होगे की उसके अंदर क्या चल रहा था..''
सोनू समझ गया की आज उसके साथ कुछ स्पेशल होने वाला है..
साक्षी : "पर इसका मतलब ये नही है की तुम मुझे भूल ही जाओगे...तुम चाहे किसी के साथ भी कुछ भी करो, बट मेरे साथ तुम्हे डबल ड्यूटी लगानी पड़ेगी...समझे मिस्टर सैक्सी..''
इतना कहते हुए उसने भरी महफ़िल में धीरे से उसके होंठों पर किस कर दिया...
वो तो शुक्र था की वो एक कोने में बैठे थे, किसी ने देखा नही, वरना ऐसे शादी के माहौल में ये सब करना कितना ग़लत समझा जाता..
किस्स करने के बाद वो बोली : "तुम यहीं रूको, मैं तुम्हारे लिए कुछ करती हूँ .''
इतना कहते हुए वो स्टेज की तरफ चली गयी...और सोनू ने देखा की वो चाँदनी के कानों मे कुछ कह रही है...दोनो में कुछ बातें हुई और फिर उसने देखा की चाँदनी अकेली ही उसकी तरफ आ रही है.
सोनू का दिल धड़क गया...वो पास आई और बोली : "मुझे तुम्हारी हेल्प चाहिए, मुझे अर्जेंट्ली 'लू' जाना है...प्लीज़ चलो मेरे साथ...''
सोनू का बुरा सा मुँह बन गया ''लू'' वर्ड सुनकर...
लू तो साक्षी भी जा सकती थी उसके साथ..उसने स्टेज पर खड़ी साक्षी की तरफ देखा, जो इस वक़्त चाँदनी की मोम से बाते कर रही थी...उसने दूर से ही इशारा करके उसे चाँदनी के साथ जाने के लिए कहा...वो समझ गया की उन दोनो का ही प्लान है ये.
वो चुपचाप चाँदनी के साथ चल दिया..
रिज़ॉर्ट में ही फैमिली वालों ने अपने लिए रूम्स बुक किए हुए थे, चाँदनी के पास एक रूम की चाभी थी, वो सोनू को लेकर टेंट के पिछले हिस्से में बने 4 स्टार होटल जैसे रिज़ॉर्ट में ले गयी...
उसकी चाल देखकर ही सोनू उसकी भारी भरकम गांड का अंदाज़ा लगाने की कोशिश कर रहा था...
उसके मन में सवाल उठ रहे थे की क्या वो आज इन्हे मसल पाएगा...
अंदर जाते ही चाँदनी ने दरवाजा बंद कर दिया..
बहुत ही शानदार कमरा था..
वो भागती हुई सी बाथरूम में घुस गयी और सोनू सोफे पर जाकर बैठ गया..
उसने साइड में रखा फ्रिज खोलकर देखा तो उसमें पानी, कोल्ड ड्रिंक और बियर की बॉटल्स थी...
तभी चाँदनी बाहर आ गयी...उसके चेहरे के एक्स्प्रेशन को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कोई शेरनी अपने शिकार को देखती है..
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!