दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete

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jay
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Re: दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार )

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thanks all
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार )

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रात करीब 1 बजे रेणु की नींद टूटी तो उसने अपने आप को देखा रेणु एक दम नंगी बिना कपड़ों के लेटे हुई थी उसकी जाँघो पे और चूत की फांकों पर उसका और बबलू का काम रस लगा हुआ था रेणु अपने आप को इस हालत में देख कर शरमाने लगी उसे बेड पर देखा बबलू वहाँ पर नही था अंदर बाथरूम से कुछ आवाज़ आ रही थी थोड़ी देर बाद बबलू बाहर आया वो भी बिल्कुल नंगा था उसका लंड एक दम तना हुआ था जो उसके चलने से इधर उधर हिल रहा था रेणु ने बबलू को देखा तो उसने शरमा कर आँखें बंद कर ली बबलू के होंठो पर मुस्कान आ गयी बबलू बेड पर आ गया और रेणु के ऊपर झुक गया

बबलू;क्या हुआ मुझे देख कर आँखें क्यों बंद कर ली

रेणु: मुझे शरम आती है

बबलू रेणु के ऊपर लेट गया और अपनी टाँगों से रेणु की टाँगों को फैला कर अपनी टाँगों को रेणु की टाँगों के बीच में कर लिया और झुक कर रेणु के होंठो को अपने होंठो में लेकर चूसने लगा रेणु ने आँखें बंद किए ही अपने होंठो को खोल लिया और बबलू ने अपनी जीभ को रेणु के मूँह मे धकेल दिया रेणु बबलू की जीभ को चूसने लगी कुछ देर रेणु के होंठो को चूसने के बाद बबलू धीरे-2 नीचे आने लगा बबलू रेणु के बदन की हर इंच को चूमता हुआ नीचे आ रहा था रेणु का बदन वासना के मारे काँप रहा था बबलू ने दोनो हाथों से रेणु की चुचियों को पकड़ कर उसके निपल्स को चूसने लगा रेणु मस्ती में फिर सी अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह करने लगी कुछ देर रेणु की चुचियों को चूसने के बाद बबलू नीचे आने लगा और उसकी नाभि में अपनी ज़ुबान डाल कर चाटने लगा रेणु जल बिन मछली की तरह छटपटाने लगी

रेणु:ओह्ह्ह बब्लुउउउउ क्या कर रहीईई हो उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह रेणु ने अपने हाथों से बबलू के बालों को पकड़ रखा था बबलू अपनी जीभ को रेणु के नाभि पर गोल-2 घुमा कर चाट रहा था रेणु की मस्ती का कोई ठिकाना नही था धीरे-2 बबलू रेणु की कमर से नीचे होने लगा रेणु के पूरे बदन में सिरहन दौड़ गयी उसने अपनी जाँघो को भींच लिया

रेणु:नहियीईईई जानंनन्णनिउ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह तुम सच मेंन्न्न् मुझे पागलल्ल्ल ओह और बबलू ने रेणु की चूत के दाने (क्लिट ) को अपनी झीभ से चाटना चालू कर दिया रेणु का पूरा बदन झंझणा उठा उसके मुँह से एक ज़ोर से सिसकारी निकल कर पूरे कमरे में गूँज गयी

रेणु:ओह अहह अहह बाअ नहियीईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई

और बबलू ने अपने दोनो हाथों से एक झटके में रेणु के दोनो टाँगों को फैला दिया और रेणु की चूत की भगनासा को मूँह में लेकर चूसने लगा उसका पूरा बदन मस्ती में काँपने लगा रेणु के कमर झटके खाने लगी

रेणु:ऊऊऊहह बब्ब्ब्ब्बबब नहियीईईई ओह मेंन्ननननननननननणणन् अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

रेणु की कमर खुद ब खुद ऐसे झटके खाने लगी जैसे वो अपनी छूट को बबलू के होंठो पर रगड़ रही हो उसकी चूत से पानी बह कर बबलू के होंठो तक आने लगा बबलू ने रेणु की जाँघो को मोड़ कर ऊपर कर दिया जिससे रेणु की चूत और ऊपर हो गयी बबलू ने अपने होंठो को रेणु की चूत से हटाया और अपने हाथों से रेणु की चूत के फांकों को फैला कर खोल दिया अब रेणु की चूत का गुलाबी छेद बबलू की आँखों सामने था जो रेणु के काम रस से भीगा हुआ था उसकी चूत का छेद सिकुड और फैल रहा था बबलू ने अपनी जीभ को बाहर निकाल कर चूत के छेद को चाटना शुरू कर दिया रेणु फिर से मस्ती भरी आहहें भरने लगी उसने अपने हाथों को ऊपर करके तकिये को कस के पकड़ लिया और अपने होंठो को अपने दाँतों में दबा लिया मस्ती में उसकी कमर फिर से उचकाने लगी


रेणु:बुसस्स्स्स्सस्स करूऊऊऊओ जनन्न ओहह मुझीईईईईई अहह प्लेअसएसस्स्स्स्स्स्सस्स बुसस्स्स्स्सस्स करूऊऊऊओ

बबलू सीधा हो कर घुटनो के बल बैठ गया और अपने हाथों को रेणु के आगे फैला दिया रेणु ने अपने हाथों को बबलू के हाथों में दे दिया बबलू ने रेणु के हाथों को पकड़ कर उसे खींच कर बिठा दिया और खुद बेड पर खड़ा हो गया और एक हाथ रेणु के सर के पीछे गर्दन पर रख कर उसके होंठो की तरफ अपना तना हुआ लंड बढ़ा दिया रेणु ने अपनी आँखें खोली जो ठीक से खुल नही पा रही थी बबलू एक हाथ से अपने लंड को थामें आगे पीछे कर रहा था रेणु ने बबलू की आँखों मे देखा


रेणु की आँखों में वासना और प्यार दोनो की लाली रेणु की हालत बयान कर रही थी रेणु अब बबलू को किसी भी काम के लिए मना नही करना चाहती थी रेणु ने बबलू के लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया बबलू ने अपना हाथ लंड से हटा दिया और रेणु ने धीरे- 2 लंड को आगे पीछे करना चालू कर दिया फिर आँखें बंद करके अपने होंठो और मुँह को खोल कर बबलू के लंड के सुपाडे को मुँह में ले लाया और अपने होंठो को बबलू के लंड के सुपाडे पे कस लिया और बबलू के लंड को चूसने लगी रेणु के होंठो का दबाव बबलू के लंड के सुपाडा पर बढ़ता जा रहा था बबलू के लंड का सुपाडा अब रेणु के मुँह के अंदर बाहर होने लगा था रेणु अपनी जीबे से बबलू के लंड के पेशाब वाले छेद को कुरेदने लगी बबलू भी मस्ती से भर चुका था उसे उम्मीद नही थी कि रेणु इतनी जल्दी उसका लंड चूसने के लिए मान जाएगी अब रेणु ज़्यादा से ज़्यादा बबलू के लंड को मुँह में लेकर चूस रही थी लंड चूसने से पुत्च-2 की आवाज़ रेणु के मूँह से हो रही थी जो बबलू को और उतेज़ित कर रही थी

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Re: दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार )

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रेणु ने बबलू के लंड को बाहर निकाला और कुछ पलों के लिए हाथ से हिलाया रेणु अपनी नशीली आँखों से बबलू की ओर देख रही थी रेणु अपनी जीभ को बाहर निकाला और बबलू के लंड के सुपाडे को चाटने लगी लंड के सुपाडे को चाटते हुए वो धीरे बबलू के लंड के हर हिस्से को चाटती हुई उसके अंडकोष पर आ गयी और उसकी गोलाईयों को हाथ में लेकर अपने मूँह में ले लिया और चूसने लगी बबलू रेणु के इस रूम को पहली बार देख रहा था रेणु ने फिर से बबलू के लंड को मुँह में लेलिया और चूसना चालू कर दिया बबलू ने रेणु के फेस को पकड़ कर पीछे किया लंड बाहर आ कर झटके खाने लगा फिर बबलू ने रेणु को उल्टा कर दिया और उसे डॉगी स्टाइल में बेड पर बैठा दिया और खुद घुटनो को बल बैठ कर झुक कर पीछे से रेणु की चूत को चाटने लगा रेणु फिर से मस्ती में अहह ओह करने लगी बबलू सीधा घुटनो के बल बैठ गया और अपने लंड के सुपाडे को रेणु की चूत के छेद पर टिका कर अपनी कमर को ज़ोर से आगे की तरफ हिलाया आधा लंड रेणु की चूत में समा गया

रेणु:अहह धीरीईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह

बबलू ने रेणु के चुतड़ों को पकड़ कर फैला दिया और फिर से अपना थोड़ा सा लंड बाहर खींच कर पूरी ताक़त से वापिस पेल दिया लंड चूत के द्वारों को फैलाता हुआ सीधा अंदर घुस गया और अंदर बच्चेदानी से जा टकराया रेणु का पूरा बदन हिल गया

रेणु:अहह जान्नूऊऊुुउउ हन्ंनणणन् भरर्र्र्ररर दो मेरी बच्चेदानी को अपनीईई पानी सीईई अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

बबलू ने रेणु की कमर को पकड़ कर अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया लंड अंदर बाहर होने लगा रेणु मस्ती से इस कदर भर चुकी थी कि उसकी सिसकारियाँ पूरे कमरे में गूंजने लगी थी रेणु को ये अहसास भी था कि उसकी मदहोशी भरी आवाज़ें बाहर ना जाए लंड चूत के दीवारों पर रगड़ ख़ाता तो रेणु मस्ती से सरोबार हो जाती उसका बदन झटके खाने लगता रेणु आगे से नीचे की ओर झुक गयी और उसने बेड शीट को अपने दाँतों में भींच लिया और अपनी जाँघो को फैला कर बबलू के लंड को चूत में लेने लगी रेणु इस कदर गरम हो चुकी थी कि उसने अपनी गान्ड को बबलू के लंड पर पीछे की तरफ़ धकेल -2 कर बबलू का लंड अंदर लेने लगी

रेणु;अहह बब्लुउउुुुुुुउउ में बता नाहहिईीईईईईई सकती मुझे कितना मजाआाअ आ रहा हाईईईईईईई में सारी रात अपनी चूत में तुम्हारा लंड ले सकती हूँ

बबलू:लगता हाईईईईईईईई तुम्हारी चूत्त में आज आग लगी हुई है

रेणु;हााआआं ईईए बात भीईई है पर्र्र्र्ररर में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ बबलू

बबलू अपनी कमर हिला-2 कर रेणु को चोदने लगा रेणु मस्ती से भर चुकी थी बबलू ने अपना लंड रेणु की चूत से निकाला और रेणु को सीधा लेटा दिया और उसकी टाँगों को पकड़ कर अपने कंधों पर रख दिया और अपने लंड को रेणु की चूत पर लगा कर अपनी कमर को हिलाया लंड फिर से रेणु की चूत में समा गया और बबलू लंड को अंदर बाहर करने लगा

रेणु भी मस्ती में आ कर अपनी गान्ड को ऊपर की ओर उछालने लगी रेणु की चूत जैसे काम रस के रूप में आग उगल रही थी

रेणु:अहह बब्लुउउुुुुउउ में झदेन्ंणणन् वाली हुन्न्ञननननणणन् ओह और जोर्र्र्रर से चोदूओ अहह पूरा अंदर डलों ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और रेणु की चूत ने अपने काम रस से बबलू के लंड को भिगो दिया बदले में बबलू का लंड भी रेणु की चूत में अपने वीर्य की बौछार करने लगा रेणु ने अपनी चूत को ऊपर की ओर उठा लिया

रेणु:अहह बबलू अपनईए काम रस्स्सस्स से मेरे बच्चे दानी को भर दो अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मुझे जल्द से जल्द तुम्हारे बच्चे की माँ बनना हाईईईई

बबलू रेणु के ऊपर लूड़क गया

बबलू:क्या अभी हमारी उमर ही क्या है कुछ साल तो मज़े लूटने दो

रेणु:जैसा आप का हुकम आप की दासी आप की सेवा में हमेशा रहे गी

बबलू का लंड सिकुड कर रेणु की चूत से बाहर आ गया बबलू रेणु के ऊपर लेटा हुआ था रेणु ने अपनी टाँगों को अभी भी बबलू की कमर पे लपेट रखा था बबलू के फेस के नीचे रेणु की चुचियों दबी हुई थी बबलू कुछ देर सोचने लगा रेणु ने उसके बालों में अपनी उंगलियों को घुमाते हुए पूछा

रेणु:क्या सोच रहे हो आप

बबलू:तुम्हे याद है ना जब तुम्हें मेरे और तुम्हारी माँ के बारे में पता चला था हमारे बीच किया समझौता हुआ था

रेणु:हां जानती हूँ पर क्या तुम भी माँ के साथ संबंध रखना चाहते हो

बबलू:बात वो नही है रेणु अगर मैं उनसे किया वादा भूल गया तो वो समझेंगी कि हमने अपना मतलब निकल जाने पर उनसे मूँह मोड़ लिया

रेणु: में भी यही चाहती हूँ कि माँ भी खुश रहे चाहे उसके लिए मुझे अपने प्यार को भी बाँटना पड़े तुम्हारी और माँ की खातिर में ये भी कर लूँगी

बबलू के होंठों पर मुस्कान आ गयी उसे अपनी किस्मत पर यकीन नही हो रहा था उसने रेणु के होंठो को चूम लिया

बबलू: अगर इतना सब कुछ कर रही हो तो मेरे लिए एक काम और कर दो

रेणु:आप बस हुकम करो आप की दासी आपका हर हुकम मानने के लिए तैयार है

बबलू: में चाहता हूँ कि हम तीनो में कोई परदा ना हो हम तीनो एक ही बिस्तर पर सोएँ जैसे अब जिस हालत में हैं वैसे

रेणु: नही ये मुझ से नही हो गा मुझे शरम आती है और माँ के सामने नही-2

बबलू:अभी तो कह रही थी कि मेरी हर बात को हुकम समझ कर मानोगी क्या मेरे लिए इतना भी नही कर सकती

रेणु:मुझे समझ में नही आ रहा कि ये में कर पाउन्गी कि नही

बबलू:अच्छा ठीक है वो चोदो बस सुबह का इंतजार करो तुम्हारे लिए एक सर्प्राइज़ है

दोनो एक दूसरे की बाहों में समा के सो गये बबलू के दिमाग़ में क्या चल रहा थे ये सिर्फ़ बबलू ही जानता है

सुबह 4 बज रहे बबलू बेड से उठा और रेणु की तरफ देखा जो बिल्कुल नंगी बेड पर लेटी हुई थी बबलू के होंठो पर मुस्कान आ गयी बबलू उसने धीरे से डोर को खोला और बाहर आ गया बबलू भी एक दम नंगा था उसका लंड उसके चलने के कारण इधर उधर हिल रहा था बबलू शोभा के रूम के पास आ गया और डोर नॉक किया शोभा जो सो रही थी आवाज़ सुन कर उठ गयी और बेड से नीचे उतर कर डोर के पास आकर डोर खोला जैसे ही शोभा ने डोर खोला तो सामने बबलू को नग्न देख कर शोभा के सांसी रुक गयी

शोभा: हड़बड़ाते हुए)तुम यहाँ इस वक़्त और इस हालत में कर रहे हो जाओ यहाँ से रेणु क्या सोचेगी

बबलू शोबा को पीछे धकेल कर अंदर आ गया और डोर बंद कर दिया

बबलू:कुछ नही सोचेगी वो सो रही है

और बबलू ने शोभा को अपनी तरफ खींच कर अपनी बाहों में भर लिया शोभा के होंठो पर मुस्कान आ गयी पर शोभा नाटक करते हुए बोली
शोभा:अर्रे नही तुम जाओ यहाँ से मुझे सोने दो

बबलू;अब सोने का वक़्त नही है जाने मन
और बबलू ने शोभा के होंठो को अपने होंठो में ले लिया और चूसने लगा थोड़ी छटपटाहट के बाद शोभा ढीली पड़ गयी बबलू ने अपने होंठो को शोभा के होंठो से हटाया और अपना एक हाथ नीचे लेजा कर शोभा के पेटिकॉट का नाडा खोल दिया पेटिकॉट शोभा की कमर से सरक कर नीचे आ गिरा बबलू ने अपना एक हाथ नीचे लेजा कर शोभा की चूत के ऊपर रख दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा

शोभा:ओह बब्लुउउउ तुम नहियीईई जानतीईईई में तुम्हारी लिए कितना तडपी हूँ पीछले 5 महीने में कैसे बिताए है मुझे ही पता हाईईईईई

बबलू शोभा की चुचियों को ब्लाउस के ऊपर से मूआं में भर कर चूसने लगा शोभा के होंठो पर कामुक मुस्कान आ गयी उसका बदन भी गरम हो गया शोभा ने अपने हाथों से अपने ब्लाउस के हुक्स खोल दिए और ब्लाउस को निकाल कर फेंक दिया शोभा की चुचियाँ अब छोटी सी ब्रा में क़ैद थी बबलू ने बिना किसी देर किए अपने हाथों को पीछे ले जाकर शोभा के ब्रा के हुक्स को खोल दिया और ब्रा निकाल कर फेंक दी और शोभा की चुचियों को मूँह में भर कर चूसने लगा शोभा अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह करने लगी बबलू ने शोभा को बेड पे लेटा दिया और उसकी जाँघो को घुटनों से मोड़ कर फैला दिया शोभा की चूत का छेद ऊपर की ओर हो गया शोभा की चूत का छेद मानो जैसे बबलू के लंड का इंतजार कर रहा हो उसकी चूत का छेद सिकुड और फैल रहा था बबलू ने अपने लंड के सुपाडे को शोभा की चूत के छेद पर टिका दिया

शोभा:अहह बब्लुउउुुुुुुुुुउउ उंह बबलू तुम्हारे लंड का अहसास मुझे बहुत अच्छा लग रहा है जल्दी से घुसा दो अब मुझे रहा नही जा रहा

बबलू ने अपने लंड को हाथ में पकड़ लिया और शोभा की चूत के छेद पर रगड़ने लगा

शोभा:अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई बब्लुउउुुुउउ बहुत मज़ा आ रहा हाईईईईई ओह जल्दी करो नाआअ

बबलू शोभा की बात को अनसुना करते हुए अपने लंड के सुपाडे को शोभा की चूत के छेद पर रगड रहा था शोभा की चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया

शोभा:क्योंन्नणणन् तडपा रहीईए हूऊओ इश्स प्यसीईईईई चूत्त्त्त्त्त्त को कब से तरस रही तुम्हारे लंड को अंदर लेने के लिए आब्ब्ब्ब और ना तडपाओ

बबलू ने झुक कर शोभा के होंठो को अपने होंठो में लेकर चूसा और फिर सीधा होकर बैठ गया
बबलू; इतनी जल्दी भी क्या है मेरी रानी तुम्हे तो सारी जिंदगी चोदुन्गा पर अब तुम्हे मेरे बात माननी पड़ेगी

शोभा: इससस्स समीईए तो ब्स्स्स मेरी चूत्त्त की अग को अपने कामरस से ठंडा तो कर दो

बबलू: अगर मेरा लंड चाहिए तो तुम्हें अभी रेणु के सामने चुदना होगा नही तो में तुम्हें कभी नही चोदुन्गा

शोभा:तुम क्या कह रहे हो अभी नही में रेणु के सामने नही कर सकती

बबलू खड़ा हो गया और शोभा के हाथ को पकड़ कर अपने सर पर रखते हुए तुम्हें मेरी कसम हैं जैसे मेंने अपनी कसम को निभाया है अब तुम्हारी और रेणु की बारी है में उसे लाने जा रहा हूँ तुम बस यूँ ही लेटी रहो और हां कपड़े मत पहन लेना नही तो मुझे हमेशा के लिए खो दो गी

शोभा;बबलू प्लीज़ ऐसे ना करो में शरम के मारे मर जाउन्गी
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vnraj
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Re: दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार )

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बबलू के दोनो हाथो मे लड्डू है
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