thnx bhaiakp wrote:Nice
ब्रा वाली दुकान complete
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Re: ब्रा वाली दुकान
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!
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Re: ब्रा वाली दुकान
आंटी ने कहा मम्मों पर निकाल दे और मम्मों को चोद दे। मैंने अभी आंटी की चूत से अपना लंड निकाल लिया और उसको टों के पास जड़ पकड़ कर थोड़ी देर दबाए रखा, उसका फायदा यह होता है कि अगर वीर्य निकलती हो तो थोड़ी देर के लिए रुक जाती है। जब मुझे लगा कि अब वीर्य नहीं निकलेगी तो मैं ऐसे ही आंटी के सीने पर आकर बैठ गया और अपना लंड आंटी के 38 इंच के मम्मों के बीच रख दिया, आंटी ने अपने दोनों बूब्स को अपने हाथों से आपस में मिलाकर मेरे लंड के ऊपर मम्मों की मजबूत पकड़ बना ली तो मैंने आंटी के बूब्स में अपना लंड आगे पीछे करना शुरू कर दिया। आंटी की चूत का पानी मेरे लंड पर लगा हुआ था जिससे आंटी के मम्मे भी चिकने हो गए थे। आंटी के नरम नरम मम्मों को चोदने का भी अपना ही एक मजेदार अनुभव था। जब मैं पीछे की ओर अपनी गाण्ड लेकर जाता तो मेरा 8 इंच लंड आंटी के बूब्स में गायब हो जाता और जब मैं वापस आगे की ओर होता तो आंटी के बूब्स की क्लीवेज़ से मेरे की लंड टोपी बाहर निकलती जिसको आंटी बड़े शौक से देख रही थीं । 2 मिनट तक चाची के 38 इंच के मम्मे चोदता रहा तो मुझे लगा कि मेरा लंड अब अपने प्यार का रस निकालने वाला है, मैंने आंटी को इशारा किया तो आंटी ने कहा रुकना नहीं बस ऐसे ही मम्मों पर लंड के घस्से मारता रह ताकि तेरी वीर्य की धार मेरे मुंह तक आए, मैंने धक्के लगाना जारी यहाँ तक कि मेरे टट्टों से एक पतली सी धार निकल कर मेरे लंड से होते हुए मेरे लंडकी टोपी तक आ गई, और फिर एक दम से मेरे लंड ने वीर्य की एक गर्म धार निकाल दी। जब मेरे लंड की धार निकली तो मेरा लंड आंटी के बूब्स की क्लीवेज़ से बाहर निकला हुआ था जिसकी वजह से शुक्राणु की धार सीधी आंटी के खुले मुंह में गई और फिर एक के बाद दूसरी और फिर तीसरी धार निकली जिससे आंटी का मुंह भी भर गया इसके अलावा कुछ वीर्य आंटी के चेहरे और कुछ होठों पर और कुछ आँखों पर गिरा कुछ वीर्य आंटी के चेहरे से आगे जाकर मेरी दुकान के फर्श पर भी गिर गई। कुछ देर मेरे लंड मे झटके लगते रहे, जब सारा वीर्य निकल गया तो मैंने अपना लंड आंटी के बूब्स से साफ किया और आंटी के ऊपर से नीचे उतर आया। आंटी ने अपनी आंखों से और अपने सीने से वीर्य साफ किया और अपनी उंगलियां चाटने लग गईं। जो वीर्य आंटी के मुंह में थी आंटी उसको भी पी गईं, उसी तरह अपने गालों से भी आंटी ने वीर्य साफ करके अपनी जीभ से उंगली चाट ली। फिर आंटी ने मेरा लंड देखा जो वीर्य छोड़ने के बावजूद अब तक खड़ा था और उस पर आंटी की चूत का और मेरे लंड के पानी का मिश्रण मौजूद था। आंटी ने आगे बढ़ कर मेरे लंड हाथ में पकड़ा और उसे अपने मुंह में डाल कर एक बार फिर उसकी छूसा लगाना शुरू कर दी
जब आंटी मेरे लंड की सारी वीर्य चूस चुकीं तो उन्होंने मुझसे सफाई वाला कपड़ा मांगा। मैंने अपने काउन्टर से एक कपड़ा निकाल कर आंटी को दिया तो उन्होंने पहले अपनी चूत को साफ किया और फिर काउन्टर और फर्श पर गिरे हुए चूत और लंड के पानी को साफ किया कि मैं नंगा ही सोफे पर बैठ गया। आंटी ने पानी का पूछा तो मैंने आंटी को बताया कि ट्राई रूम से थोड़ा आगे वॉश बेसिन लगा हुआ है। आंटी वॉश बेसिन पर जाकर अपना मुंह को अच्छी तरह साफ कर आईं और थोड़ी देर बाद ही आंटी अपने कपड़े पहन कर मेरे साथ बैठ चुकी थीं। मैंने आंटी की तरफ देखा और फिर उनके बूब्स को देखने लगा,
आंटी ने भी मेरी ओर मुंह कर लिया और मेरे सोए हुए लंड पर हाथ फेर कर कहने लगीं लगता है अब तक तुम्हारा मन नहीं भरा मेरी चुदाई से। मैं हंसा और कहा आंटी भला वह आदमी ही क्या जिसका चुदाई से दिल भर जाए, लेकिन मैं जानता हूँ अब दूसरा राउंड लगाना संभव नहीं क्योंकि ब्रेक का समय समाप्त होने वाला है, और वैसे भी आप काफी थक गई होंगी। आंटी ने कहा हां आज तो तेरे धक्कों ने मेरा अंग अंग हिलाकर रख दिया है। फिर कभी दुबारा तेरे से चुदाई करवाने जरूर आउन्गी मैंने आंटी से पूछा आंटी गांड की चुदाई कैसे लगी आपको? आंटी ने नीचे झुककर मेरे मुरझाए हुए लंड पर एक पप्पी और बोलीं, तेरे लंड ने तो मजे करवा दिए आज। इतना ज़बरदस्त मज़ा तो असंभव ही था फिर पड़ोस वाला लड़का भी इतना नहीं चोदता। 10, 15 मिनट में ही इन दोनों लंड जवाब दे जाता है। मगर तू ने खूब जमकर चुदाई है अपनी आंटी की। चिंता न कर अब तेरे लंड को मैं अपनी गाण्ड और चूत में लेती रहूँगी। उसके बाद मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए आंटी को उनके आकार के अनुसार 2 ब्रा दे दिए और 4 बजने से कुछ देर पहले दरवाजे पर लगा साइन बोर्ड बदल दिया। मगर आंटी को अब बाहर निकलने से मना कर दिया ताकि देखने वालों को यह न लगे कि साइन बोर्ड परिवर्तित होते ही अंदर से महिला निकली है। कुछ देर बाद निकलेंगी तो लोगों को शक नहीं होगा
फिर कुछ देर के बाद आंटी मुझे फिर चुदाई करवाने का वादा करके चली गईं और सलमा आंटी की गाण्ड को याद करता रहा। 3 से 4 दिन अधिक बीत गए मगर सलमा आंटी का न तो फिर से फोन आया और नही सलमा आंटी खुद आईं, मैंने भी सलमा आंटी को तंग करना उचित नहीं समझा, जब उनकी चूत में खुजली होगी वो खुद ही मेरे से चुदाई करवाने आ जाएगी यही सोचकर मैंने सलमा आंटी का इंतजार करने की बजाय अपनी पड़ोसी को घर बुला कर उसकी खूब चुदाई कर डाली। जिस दिन अपनी पड़ोसी की चुदाई की इससे अगले दिन दुकान पर बैठा था कि नीलोफर और शाज़िया मेरी दुकान पर फिर से आईं। वही कॉलेज वर्दी और गले में कैथेटर दुपट्टा जिससे फिटिंग वाली कमीज से मम्मों का आकार बड़ा स्पष्ट नजर आता था। मगर आज इन दोनों के साथ राफिया नहीं थी जिसको देखने के लिए में खासा बेताब था।
जब आंटी मेरे लंड की सारी वीर्य चूस चुकीं तो उन्होंने मुझसे सफाई वाला कपड़ा मांगा। मैंने अपने काउन्टर से एक कपड़ा निकाल कर आंटी को दिया तो उन्होंने पहले अपनी चूत को साफ किया और फिर काउन्टर और फर्श पर गिरे हुए चूत और लंड के पानी को साफ किया कि मैं नंगा ही सोफे पर बैठ गया। आंटी ने पानी का पूछा तो मैंने आंटी को बताया कि ट्राई रूम से थोड़ा आगे वॉश बेसिन लगा हुआ है। आंटी वॉश बेसिन पर जाकर अपना मुंह को अच्छी तरह साफ कर आईं और थोड़ी देर बाद ही आंटी अपने कपड़े पहन कर मेरे साथ बैठ चुकी थीं। मैंने आंटी की तरफ देखा और फिर उनके बूब्स को देखने लगा,
आंटी ने भी मेरी ओर मुंह कर लिया और मेरे सोए हुए लंड पर हाथ फेर कर कहने लगीं लगता है अब तक तुम्हारा मन नहीं भरा मेरी चुदाई से। मैं हंसा और कहा आंटी भला वह आदमी ही क्या जिसका चुदाई से दिल भर जाए, लेकिन मैं जानता हूँ अब दूसरा राउंड लगाना संभव नहीं क्योंकि ब्रेक का समय समाप्त होने वाला है, और वैसे भी आप काफी थक गई होंगी। आंटी ने कहा हां आज तो तेरे धक्कों ने मेरा अंग अंग हिलाकर रख दिया है। फिर कभी दुबारा तेरे से चुदाई करवाने जरूर आउन्गी मैंने आंटी से पूछा आंटी गांड की चुदाई कैसे लगी आपको? आंटी ने नीचे झुककर मेरे मुरझाए हुए लंड पर एक पप्पी और बोलीं, तेरे लंड ने तो मजे करवा दिए आज। इतना ज़बरदस्त मज़ा तो असंभव ही था फिर पड़ोस वाला लड़का भी इतना नहीं चोदता। 10, 15 मिनट में ही इन दोनों लंड जवाब दे जाता है। मगर तू ने खूब जमकर चुदाई है अपनी आंटी की। चिंता न कर अब तेरे लंड को मैं अपनी गाण्ड और चूत में लेती रहूँगी। उसके बाद मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए आंटी को उनके आकार के अनुसार 2 ब्रा दे दिए और 4 बजने से कुछ देर पहले दरवाजे पर लगा साइन बोर्ड बदल दिया। मगर आंटी को अब बाहर निकलने से मना कर दिया ताकि देखने वालों को यह न लगे कि साइन बोर्ड परिवर्तित होते ही अंदर से महिला निकली है। कुछ देर बाद निकलेंगी तो लोगों को शक नहीं होगा
फिर कुछ देर के बाद आंटी मुझे फिर चुदाई करवाने का वादा करके चली गईं और सलमा आंटी की गाण्ड को याद करता रहा। 3 से 4 दिन अधिक बीत गए मगर सलमा आंटी का न तो फिर से फोन आया और नही सलमा आंटी खुद आईं, मैंने भी सलमा आंटी को तंग करना उचित नहीं समझा, जब उनकी चूत में खुजली होगी वो खुद ही मेरे से चुदाई करवाने आ जाएगी यही सोचकर मैंने सलमा आंटी का इंतजार करने की बजाय अपनी पड़ोसी को घर बुला कर उसकी खूब चुदाई कर डाली। जिस दिन अपनी पड़ोसी की चुदाई की इससे अगले दिन दुकान पर बैठा था कि नीलोफर और शाज़िया मेरी दुकान पर फिर से आईं। वही कॉलेज वर्दी और गले में कैथेटर दुपट्टा जिससे फिटिंग वाली कमीज से मम्मों का आकार बड़ा स्पष्ट नजर आता था। मगर आज इन दोनों के साथ राफिया नहीं थी जिसको देखने के लिए में खासा बेताब था।
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!
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Re: ब्रा वाली दुकान
मैंने एक मुस्कान के साथ नीलोफर और शाज़िया हेल्लो किया। आज दोनों काफी खुश नजर आ रही थीं। मैंने दोनों से पानी पूछा लेकिन उन्होंने मना कर दिया और मुझसे कहा आज कोई नई और अच्छी ब्रा दिखाएं। मैंने उनसे पूछा, किस प्रकार का ब्रा चाहिए आपको? उन्होंने कहा बस कोई नया और जबरदस्त शैली का हो। में थोड़ा थोड़ा समझ गया था कि वह क्या कहना चाह रही है। मैंने पूछा आपका मतलब है कोई सेक्सी शैली में हो ??? इस पर शाज़िया थोड़ा हिचकी मगर नीलोफर ने मुस्कुराते हुए कहा, हां सेक्सी हो। मैंने नीलोफर ने मम्मों पर नजर डालते हुए कहा क्या आप शादीशुदा हैं ??? नीलोफर ने कहा नहीं, लेकिन तुम क्यों पूछ रहे हो ??? मैंने कहा कुछ नहीं, अक्सर शादीशुदा लड़कियाँ सेक्सी ब्रा की मांग करती हैं ताकि वह अपने पति को दिखा सकें इसलिए पूछ लिया, खैर मैं आपको दिखा देता हूँ। मेरी इस बात पर नीलोफर भी थोड़ी हड़बड़ा गई थी। जैसे मैंने उसकी चोरी पकड़ ली हो।
दरअसल नीलोफर को सेक्सी ब्रा इसीलिए चाहिए था कि वह उसे अपने प्रेमी को दिखा सके और मैं ने पहली शादी का पूछकर और फिर पति को बनाने के लिए कह कर उसको यह एहसास दिला दिया था कि वह अपने प्रेमी को दिखाने के लिए सेक्सी ब्रा मांग रही है। खैर मैंने एक लाल रंग का ब्रा निकाला जिस पर सफेद रंग के सितारे लगे हुए थे। ये एक हाफ कप ब्रा था, अर्थात इससे मम्मों के ऊपर का हिस्सा स्पष्ट नजर आता था, यह ब्रा न केवल मम्मों को उठा कर रखता था बल्कि बूब्स को बहुत स्पष्ट कर देखने वाले को दिखाता था। ये ब्रा मम्मों पर केवल निपल तक ही आता था, निपल्स ऊपर का हिस्सा नंगा था। मैंने यह ब्रा दिखाते हुए नीलोफर को बताया कि यह आधे कप का ब्रा है जो आपके साथी निश्चित रूप से पसंद करेंगे और आपके सीने को भी एक्सपोज करेगा। मेरी बात सुनकर शाज़िया थोड़ा परेशान दिख रही थी मगर नीलोफर को जैसे कोई चिंता नही थी। नीलोफर ने ब्रा पलट कर देखा और बोली, इसके अलावा भी दिखाओ ना मैंने कहा मिस आपको ब्रा और पैन्टी सेट दिखा दूँ ?? नीलोफर ने कहा हां अगर अच्छा है तो दिखाओ। मैंने एक और ब्रा दिखाया। इस काले रंग वायर्ड ब्रा था, उसके दाहिने मम्मे के कप से स्ट्रिप कंधे के ऊपर से होकर बाईं हुक में लगती थी और बाएँ मम्मे के कप की स्ट्रिप कंधे से होकर दाँये हुक पर लगी थी। यानी कमर पर ब्रा स्ट्रिप से पार हो जाता था। इसके अलावा उसके साथ एक पैन्टी भी थी। यह रंग भी ब्लैक कलर की ही थी। पैंटी और ब्रा आपस में मिले हुए थे। दाएँ मम्मे के कप से एक स्ट्रिप पेट से होती हुई पैन्टी के बाईं ओर लगी हुक से मिलती थी और बाएँ मम्मे के कप से स्ट्रिप निकलकर पैंटी मे राइट साइड पर हुक से मिलती थी।
एक क्रॉस कमर पर बनता था तो एक क्रॉस पेट पर बनता था। इसके अलावा इस ब्रा पैन्टी सेट के साथ एक ब्लैक कलर का वीर्य स्कर्ट भी था जो पैन्टी के ऊपर से पहनने के लिए था। यह पूरा सेट मैंने नीलोफर को दिखाया तो उसे बहुत पसंद आया। फिर मैंने इसी तरह एक और ब्रा और पैन्टी का सेट निकाल कर नीलोफर को दिखाया जो हल्के गुलाबी रंग का था, उस पर छोटे नगीने लगे हुए थे और ब्रा के दोनों कप्स पर गोल्डन कलर की छोटी चैन भी बनी हुई थी जो चादी की थी। और इस ब्रा के पीछे कमर पर कोई हुक मौजूद नहीं थी, बल्कि दोनों कपस के बीच में जहां दोनों मम्मों का मिलान होता है वहां पर एक क्लिप लगा हुआ था जिसको खोलकर ब्रा उतारा जाता था। इसके अलावा उसके साथ पैन्टी भी हल्के गुलाबी रंग की थी और यह थॉंग शैली पैन्टी थी। उसकी एक साइड जी स्ट्रिंग पैन्टी से ज़रा चौड़ी होती है मगर आम पैन्टी से ठीक होता है। और पैन्टी के फ्रंट पर ब्रा जैसे छोटे नगीने और चांदी की चेन लगी हुई थी। उसके साथ गुलाबी रंग की ही लीग स्टाकनग भी थीं जो मोजे की तरह पहनी जाती है लेकिन यह ठीक जालीदार कपड़े की होती है जो पैर से लेकर घुटनों तक आती है। फिर घुटनों से क्लिप लगे होते हैं जो स्टाकनग से लेकर पैन्टी तक स्ट्रिप के माध्यम आपस में मिले हैं।
ये ब्रा दिखाते हुए मैंने नीलोफर को जोर देकर कहा कि नवविवाहित जोड़े अपने हनीमून के लिए इस तरह के ब्रा पैन्टी सेट पसंद करते हैं और यह उनके प्यार में बेहद अच्छा लगता है। इस ड्रेस को देखकर भी नीलोफर की आंखों में एक चमक आ गई थी। उसने शाज़िया को देखा और बोली कि बहुत सुंदर हैं यह तो और कहीं से भी मुझे ऐसी ब्रा नहीं मिलीं। फिर उसके अलावा मैंने नीलोफर को कुछ अधिक सेक्सी ब्रा और पैन्टी सेट दिखाए। सभी सेट सुंदर और सेक्सी थे जिन्हें देखकर नीलोफर और शाज़िया दोनों ही खुश हो रही थीं। फिर मुझे नीलोफर ने कहा कि वह ट्राई करना चाहती है, मगर उन्हें ट्राई करने मे में थोड़ी देर हो सकती है, क्योंकि उनकी सेटिंग थोड़ी मुश्किल होती है और सारे कपड़े उतारने पड़ते हैं उनके लिए। मैंने नीलोफर को कहा क्यों नहीं आप जरूर ट्राई करें। फिर मैंने शाज़िया से पूछा आपको भी इस तरह के ब्रा पैन्टी सेट चाहिए ??? इस पर शाज़िया ने कहा नहीं मुझे अभी नहीं चाहिए मगर कुछ दिन बाद लूँगी आप से। आप अधिक से अधिक अच्छी शैली में मंगवा कर रखें। मैंने कहा ठीक है, अभी और भी अच्छी शैली के पड़े हैं, उसके अलावा कल नया माल आना है यह इस तरह के और भी अच्छे-अच्छे और सेक्सी शैली के ब्रा होंगे जिन्हें जब आप पहन कर अपने प्रेमी के सामने जाएंगी तो वह पागल हो जाएगा। मेरी यह बात सुनकर नीलोफर हंसी और बोली, उसका प्रेमी तो उसे वैसे ही देख ले तब भी पागल हो जाता है। यह कह कर शाज़िया और नीलोफर दोनों ही जोर से हंसने लगीं तो नीलोफर ने कहा, भाई यह ट्राई करने जा रही हूँ थोड़ा समय लग जाएगा प्लीज़ टेन्षन मत लेना मैंने कहा ठीक है आप तसल्ली से ट्राई करें।
नीलोफर और शाज़िया दोनों ही ट्राई रूम की तरफ चली गईं और अगले ग्राहकों का इंतजार करने लगा। नीलोफर और शाज़िया को ट्राई रूम में गए अब 2 से 3 मिनट ही हुए होंगे कि मेरे दिमाग की घंटी बजी। इस ब्रा पैन्टी की ट्राई मे तो लड़की को पूरा नंगा होना पड़ता है। अगर खाली ब्रा चेक करना हो तो केवल ऊपर से नंगा होना पड़ता है मगर ब्रा पैन्टी सेट ट्राई करने के लिए ऊपरी भाग के साथ निचले हिस्से को भी उजागर करना पड़ता है। और लड़कियां आमतौर तौर पर एक दूसरे के सामने अपने मम्मे तो दिखा देती हैं मगर अपनी चूत और गाण्ड नंगे नहीं करती। जबकि यहाँ शाज़िया और नीलोफर दोनों ही ट्राई रूम में मौजूद थीं। एक पल के हजारवें हिस्से में मेरे मन में कई विचार आए और चले गए मैंने अपने विचारों को गलत करने की कोशिश की मगर ऐसा न हो सका। अंत में मुझसे रहा नहीं गया और मैंने सोचा देखूँ तो सही कि अंदर दोनों क्या कर रही हैं ??? यह सोच कर मैंने अपने कंप्यूटर से ट्राई रूम का कैमरा ऑन किया और अपनी कंप्यूटर स्क्रीन ऑन कर ली। जैसे ही कैमरा चलाया अंदर का दृश्य देख मेरे 8 इंच के लंड ने अंगड़ाइयाँ लेना शुरू कर दीं अंदर नीलोफर काले रंग के ब्रा मे थी जो उसका अपना ही था जबकि शाज़िया बिल्कुल नंगी अपने 34 डी के मम्मे नंगे किए हुए थी और नीलोफर उसके बूब्स को अपने मुँह में लेकर चूस रही थी जबकि शाज़िया सिसकियाँ ले रही थी और उसकी आँखें बंद हुए जा रही थीं।
दरअसल नीलोफर को सेक्सी ब्रा इसीलिए चाहिए था कि वह उसे अपने प्रेमी को दिखा सके और मैं ने पहली शादी का पूछकर और फिर पति को बनाने के लिए कह कर उसको यह एहसास दिला दिया था कि वह अपने प्रेमी को दिखाने के लिए सेक्सी ब्रा मांग रही है। खैर मैंने एक लाल रंग का ब्रा निकाला जिस पर सफेद रंग के सितारे लगे हुए थे। ये एक हाफ कप ब्रा था, अर्थात इससे मम्मों के ऊपर का हिस्सा स्पष्ट नजर आता था, यह ब्रा न केवल मम्मों को उठा कर रखता था बल्कि बूब्स को बहुत स्पष्ट कर देखने वाले को दिखाता था। ये ब्रा मम्मों पर केवल निपल तक ही आता था, निपल्स ऊपर का हिस्सा नंगा था। मैंने यह ब्रा दिखाते हुए नीलोफर को बताया कि यह आधे कप का ब्रा है जो आपके साथी निश्चित रूप से पसंद करेंगे और आपके सीने को भी एक्सपोज करेगा। मेरी बात सुनकर शाज़िया थोड़ा परेशान दिख रही थी मगर नीलोफर को जैसे कोई चिंता नही थी। नीलोफर ने ब्रा पलट कर देखा और बोली, इसके अलावा भी दिखाओ ना मैंने कहा मिस आपको ब्रा और पैन्टी सेट दिखा दूँ ?? नीलोफर ने कहा हां अगर अच्छा है तो दिखाओ। मैंने एक और ब्रा दिखाया। इस काले रंग वायर्ड ब्रा था, उसके दाहिने मम्मे के कप से स्ट्रिप कंधे के ऊपर से होकर बाईं हुक में लगती थी और बाएँ मम्मे के कप की स्ट्रिप कंधे से होकर दाँये हुक पर लगी थी। यानी कमर पर ब्रा स्ट्रिप से पार हो जाता था। इसके अलावा उसके साथ एक पैन्टी भी थी। यह रंग भी ब्लैक कलर की ही थी। पैंटी और ब्रा आपस में मिले हुए थे। दाएँ मम्मे के कप से एक स्ट्रिप पेट से होती हुई पैन्टी के बाईं ओर लगी हुक से मिलती थी और बाएँ मम्मे के कप से स्ट्रिप निकलकर पैंटी मे राइट साइड पर हुक से मिलती थी।
एक क्रॉस कमर पर बनता था तो एक क्रॉस पेट पर बनता था। इसके अलावा इस ब्रा पैन्टी सेट के साथ एक ब्लैक कलर का वीर्य स्कर्ट भी था जो पैन्टी के ऊपर से पहनने के लिए था। यह पूरा सेट मैंने नीलोफर को दिखाया तो उसे बहुत पसंद आया। फिर मैंने इसी तरह एक और ब्रा और पैन्टी का सेट निकाल कर नीलोफर को दिखाया जो हल्के गुलाबी रंग का था, उस पर छोटे नगीने लगे हुए थे और ब्रा के दोनों कप्स पर गोल्डन कलर की छोटी चैन भी बनी हुई थी जो चादी की थी। और इस ब्रा के पीछे कमर पर कोई हुक मौजूद नहीं थी, बल्कि दोनों कपस के बीच में जहां दोनों मम्मों का मिलान होता है वहां पर एक क्लिप लगा हुआ था जिसको खोलकर ब्रा उतारा जाता था। इसके अलावा उसके साथ पैन्टी भी हल्के गुलाबी रंग की थी और यह थॉंग शैली पैन्टी थी। उसकी एक साइड जी स्ट्रिंग पैन्टी से ज़रा चौड़ी होती है मगर आम पैन्टी से ठीक होता है। और पैन्टी के फ्रंट पर ब्रा जैसे छोटे नगीने और चांदी की चेन लगी हुई थी। उसके साथ गुलाबी रंग की ही लीग स्टाकनग भी थीं जो मोजे की तरह पहनी जाती है लेकिन यह ठीक जालीदार कपड़े की होती है जो पैर से लेकर घुटनों तक आती है। फिर घुटनों से क्लिप लगे होते हैं जो स्टाकनग से लेकर पैन्टी तक स्ट्रिप के माध्यम आपस में मिले हैं।
ये ब्रा दिखाते हुए मैंने नीलोफर को जोर देकर कहा कि नवविवाहित जोड़े अपने हनीमून के लिए इस तरह के ब्रा पैन्टी सेट पसंद करते हैं और यह उनके प्यार में बेहद अच्छा लगता है। इस ड्रेस को देखकर भी नीलोफर की आंखों में एक चमक आ गई थी। उसने शाज़िया को देखा और बोली कि बहुत सुंदर हैं यह तो और कहीं से भी मुझे ऐसी ब्रा नहीं मिलीं। फिर उसके अलावा मैंने नीलोफर को कुछ अधिक सेक्सी ब्रा और पैन्टी सेट दिखाए। सभी सेट सुंदर और सेक्सी थे जिन्हें देखकर नीलोफर और शाज़िया दोनों ही खुश हो रही थीं। फिर मुझे नीलोफर ने कहा कि वह ट्राई करना चाहती है, मगर उन्हें ट्राई करने मे में थोड़ी देर हो सकती है, क्योंकि उनकी सेटिंग थोड़ी मुश्किल होती है और सारे कपड़े उतारने पड़ते हैं उनके लिए। मैंने नीलोफर को कहा क्यों नहीं आप जरूर ट्राई करें। फिर मैंने शाज़िया से पूछा आपको भी इस तरह के ब्रा पैन्टी सेट चाहिए ??? इस पर शाज़िया ने कहा नहीं मुझे अभी नहीं चाहिए मगर कुछ दिन बाद लूँगी आप से। आप अधिक से अधिक अच्छी शैली में मंगवा कर रखें। मैंने कहा ठीक है, अभी और भी अच्छी शैली के पड़े हैं, उसके अलावा कल नया माल आना है यह इस तरह के और भी अच्छे-अच्छे और सेक्सी शैली के ब्रा होंगे जिन्हें जब आप पहन कर अपने प्रेमी के सामने जाएंगी तो वह पागल हो जाएगा। मेरी यह बात सुनकर नीलोफर हंसी और बोली, उसका प्रेमी तो उसे वैसे ही देख ले तब भी पागल हो जाता है। यह कह कर शाज़िया और नीलोफर दोनों ही जोर से हंसने लगीं तो नीलोफर ने कहा, भाई यह ट्राई करने जा रही हूँ थोड़ा समय लग जाएगा प्लीज़ टेन्षन मत लेना मैंने कहा ठीक है आप तसल्ली से ट्राई करें।
नीलोफर और शाज़िया दोनों ही ट्राई रूम की तरफ चली गईं और अगले ग्राहकों का इंतजार करने लगा। नीलोफर और शाज़िया को ट्राई रूम में गए अब 2 से 3 मिनट ही हुए होंगे कि मेरे दिमाग की घंटी बजी। इस ब्रा पैन्टी की ट्राई मे तो लड़की को पूरा नंगा होना पड़ता है। अगर खाली ब्रा चेक करना हो तो केवल ऊपर से नंगा होना पड़ता है मगर ब्रा पैन्टी सेट ट्राई करने के लिए ऊपरी भाग के साथ निचले हिस्से को भी उजागर करना पड़ता है। और लड़कियां आमतौर तौर पर एक दूसरे के सामने अपने मम्मे तो दिखा देती हैं मगर अपनी चूत और गाण्ड नंगे नहीं करती। जबकि यहाँ शाज़िया और नीलोफर दोनों ही ट्राई रूम में मौजूद थीं। एक पल के हजारवें हिस्से में मेरे मन में कई विचार आए और चले गए मैंने अपने विचारों को गलत करने की कोशिश की मगर ऐसा न हो सका। अंत में मुझसे रहा नहीं गया और मैंने सोचा देखूँ तो सही कि अंदर दोनों क्या कर रही हैं ??? यह सोच कर मैंने अपने कंप्यूटर से ट्राई रूम का कैमरा ऑन किया और अपनी कंप्यूटर स्क्रीन ऑन कर ली। जैसे ही कैमरा चलाया अंदर का दृश्य देख मेरे 8 इंच के लंड ने अंगड़ाइयाँ लेना शुरू कर दीं अंदर नीलोफर काले रंग के ब्रा मे थी जो उसका अपना ही था जबकि शाज़िया बिल्कुल नंगी अपने 34 डी के मम्मे नंगे किए हुए थी और नीलोफर उसके बूब्स को अपने मुँह में लेकर चूस रही थी जबकि शाज़िया सिसकियाँ ले रही थी और उसकी आँखें बंद हुए जा रही थीं।
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- shubhs
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Re: ब्रा वाली दुकान
ये सब क्या है
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
- kunal
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Re: ब्रा वाली दुकान
janaab main nahi samjhashubhs wrote:ये सब क्या है
फूफी और उसकी बेटी से शादी.......Thriller वासना का भंवर .......Thriller हिसक.......मुझे लगी लगन लंड की.......बीबी की चाहत.......ऋतू दीदी.......साहस रोमांच और उत्तेजना के वो दिन!