वतन तेरे हम लाडले complete
- Ankit
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Re: वतन तेरे हम लाडले
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Re: वतन तेरे हम लाडले
सुपर से ऊपर
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
- rajsharma
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Re: वतन तेरे हम लाडले
धन्यवाद दोस्तो
Read my all running stories
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
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Re: वतन तेरे हम लाडले
समीरा को देख गार्ड ने अंदर जाने का रास्ता दिया तो समीरा सीधा कमरे में चली गई जहां लोकाटी किसी व्यक्ति के साथ फोन पर बात कर रहा था। समीरा को आता देखकर लोकाटी के चेहरे पर खुशी का काफी प्रभाव देखा जा सकता है। समीरा सीधी लोकाटी के पास गई और उसकी एक टांग पर इस तरह बैठ गयी कि समीरा के दोनों नितंबों लोकाटी की थाई पर थे और उसने अपना एक हाथ फैलाकर लोकाटी की गर्दन में डाल लिया था और हौले से उसके कान के साथ अपने मखमली होठों से एक किस कर ली थी।
लोकाटी ने भी अपना एक हाथ फैलाकर समीरा की पतली कमर के चारों ओर लपेट लिया था। कुछ और बातें करने के बाद लोकाटी ने फोन बंद कर दिया और समीरा को अपनी बाँहों में लेकर अपने सीने से लगा कर उसके होठों को चूसने लगा। समीरा भी लोकाटी का भरपूर साथ दे रही थी। कुछ देर होंठ चूसने के बाद लोकाटी ने समीरा को अपनी गोद से उतार दिया और बोला अंजलि बेबी, पहले ही बहुत देर हो गई है, चलो अब चलें हमारे फ़्लाईट का समय हो रहा है। तुम्हारी यह इच्छा अब मैं इंडिया जाकर ही पूरी करूंगा। अंजलि ने भी एक स्माइल पास की और बोली चलो डार्लिंग, मैं तो बिल्कुल तैयार हूँ। मगर नीचे रिसेप्शन पर मेरे रूम का बिल लेने वाले रहते हैं। यह सुनते ही लोकाटी ने रिसेप्शन पर कॉल की और उन्हें बताया कि मिस अंजली जिस कमरे में ठहरी थीं उसका बिल लोकाटी के क्रेडिट कार्ड से चार्ज कर लें।
फिर लोकाटी ने अंजलि को चलने का इशारा किया और कमरे से बाहर निकल गया। अंजलि भी लोकाटी के पीछे पीछे कमरे से निकल गई, कमरे से निकलते ही एक गार्ड ने अंजलि के हाथ से उसका माल पकड़ लिया और अंजलि लोकाटी के साथ उसके हाथ में हाथ डाले चलने लगी। जबकि लोकाटी का समान उसके गार्ड और दूसरा दल पीछे ला रहे थे। होटल से निकले तो होटल के बाहर ही एक काले रंग की मर्सिडीज तैयार खड़ी थी, लोकाटी उस मर्सिडीज की ओर बढ़ने लगा। जैसे ही कार के पास पहुंचा चालक ने तुरंत लोकाटी के लिए दरवाजा खोला जबकि अंजलि कार के पीछे से होती हुई घूमकर दूसरी ओर वाले दरवाजे की तरफ गई और इतनी देर में ड्राइवर भागता हुआ उसकी ओर गया और उसके लिए भी दरवाजा खोला। अंजलि कार में बैठ गई। कार में बैठते ही लोकाटी का एक हाथ अंजलि की थाईज़ पर था और कार अब फर्राटे भर्ती हवाई अड्डे की ओर रवाना हो चुकी थी।
लोकाटी हौले हौले अपना हाथ अंजलि की थाईज़ पर मसल कर अपनी ठरकी पूरी कर रहा था, उसे यकीन नहीं हो रहा था कि इतनी जवान और सेक्सी लड़की यूं उसके साथ जाने के लिए राजी हो गई, मगर फिर उसने मन ही मन सोचा कि पाकिस्तान में लड़कियों के लिए यह कोई बड़ी बात नहीं। इंडिया में परिवारों की समस्या है, मगर पाकिस्तान में तो लड़कियों को स्वतंत्रता ही महफूज नही है और अंजलि तो एक बड़े बाप की बेटी थी उसके लिए यह फैसला कोई बड़ी बात नहीं थी। लोकाटी अपनी किस्मत पर रश्क करते हुए मन ही मन में अंजलि की चूत में अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था। कुछ देर बाद जब एयरपोर्ट निकट आ गया तो लोकाटी ने समीरा को कहा कि इंडिया का माहौल थोड़ा अलग है, अगर आप शॉर्ट निक्कर की जगह कुछ और पहनें तो बेहतर रहेगा क्योंकि वहां पर पर्दा प्रथा है। और लोकाटी की होने वाली पत्नी अगर इन कपड़ों में इंडिया जाएगी तो उसकी नाक कट जाएगी। अंजलि ने मुस्कुराते हुए कहा चिंता मत करो जान, मैं एयरपोर्ट पर चेंज कर लूँगी। एयरपोर्ट पर उतर कर अंजलि अपने बैग से एक सलवार कमीज और अपना ब्रा निकालकर बाथरूम चली गई और वहाँ अपने कपड़े बदल लिए। वापसी पर लोकाटी ने अंजलि को एक नकली पासपोर्ट थमाया जो दिखने में बिल्कुल असली था। लोकाटी ने कहा अव्वल तो तुम मेरे साथ जा रही हो कोई तुम्हारा पासपोर्ट चेक नहीं करेगा, लेकिन अगर कोई करे भी सही तो यह अपने बैग में डाल लो जरूरत पड़ने पर दिखा देना। अंजलि ने ठीक है कह कर पासपोर्ट अपने बैग में डाल लिया और आश्चर्यजनक रूप से किसी ने भी अंजली से या किसी और व्यक्ति से वीजा या पासपोर्ट नहीं मांगा। यह काम शायद लोकाटी पहले ही करवा चुका था क्युशन से सभी तैयारी पहले से पूर्ण थी ताकि वीआईपी हस्तियों को इंतजार परेशान न करना पड़े। कुछ ही देर बाद अंजलि लोकाटी के साथ एक छोटे यात्री विमान पर सवार थी जिसमें मुश्किल से 25 लोग सवार होंगे और इन 25 में से भी 10 तो लोकाटी के लोग थे। अंजलि और लोकाटी एक साथ सीट पर बैठे थे, लोकाटी के हाथ यहाँ भी अंजलि की थाईज़ की मालिश कर रहे थे जबकि अंजलि इस बात से बेखबर आसमान की बुलंदियों से नीचे दिखने वाली जमीन का नज़ारा कर रही थी और मन ही मन में अमजद और दूसरे साथियों की खैरियत की दुआ कर रही थी और आने वाले हालात में मेजर राज की सुरक्षा और इंडिया मे उनके देश के दुश्मन धोखेबाज से मुक्ति की प्रार्थना कर रही थी
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अंजलि और राफिया को गुड बाय कह कर मेजर राज हट से निकला और सीधे एक पीसीओ पर जाकर अपने कुछ साथियों को कॉल किया जिनका करीबी रिश्ता था रॉ से। उन्हें फोन करके मेजर राज ने उन्हें हिदायत दी की कि अमजद और उसके साथियों के बारे में पता करें कि कर्नल इरफ़ान ने उन्हें छोड़ा है या नहीं, और वह खुद मेजर राज से संपर्क करने की कोशिश ना करें वो खुद ही संपर्क कर लेगा । मेजर राज के पास राफिया का सेल मौजूद था लेकिन वह इसका इस्तेमाल करके अपने साथियों को मुसीबत में नहीं फंसाना चाहता था इसलिए उसने राफिया के मोबाइल से कॉल नहीं की। राफिया का मोबाइल पास रखने का सिर्फ यही मकसद था कि कर्नल इरफ़ान अगर राफिया के मोबाइल को ट्रैक करे तो वह यही समझे कि मेजर राज उसकी बेटी को लेकर मुर्री से निकल चुका है। ताकि मुर्री में कर्नल इरफ़ान सुरक्षा न लगा दे अपनी बेटी को ढूंढने के लिए और समीरा को मौका मिल सके कि वह आराम के साथ लोकाटी के साथ इंडिया रवाना हो सके। राफिया की कार भी मेजर राज के उपयोग में थी वह मुर्री से लाहौर की ओर कूच कर रहा था क्योंकि उसका अगला लक्ष्य वो बीग्रेड की हीरोइन थी। इससे मिलकर मेजर राज जानना चाहता था कि आखिर इंडिया के खिलाफ कौन सी साजिश हो रही है जिसमें लॉलीवुड की हसीनाएँ भी शामिल हैं।
दोस्तो आज इतना ही
लोकाटी ने भी अपना एक हाथ फैलाकर समीरा की पतली कमर के चारों ओर लपेट लिया था। कुछ और बातें करने के बाद लोकाटी ने फोन बंद कर दिया और समीरा को अपनी बाँहों में लेकर अपने सीने से लगा कर उसके होठों को चूसने लगा। समीरा भी लोकाटी का भरपूर साथ दे रही थी। कुछ देर होंठ चूसने के बाद लोकाटी ने समीरा को अपनी गोद से उतार दिया और बोला अंजलि बेबी, पहले ही बहुत देर हो गई है, चलो अब चलें हमारे फ़्लाईट का समय हो रहा है। तुम्हारी यह इच्छा अब मैं इंडिया जाकर ही पूरी करूंगा। अंजलि ने भी एक स्माइल पास की और बोली चलो डार्लिंग, मैं तो बिल्कुल तैयार हूँ। मगर नीचे रिसेप्शन पर मेरे रूम का बिल लेने वाले रहते हैं। यह सुनते ही लोकाटी ने रिसेप्शन पर कॉल की और उन्हें बताया कि मिस अंजली जिस कमरे में ठहरी थीं उसका बिल लोकाटी के क्रेडिट कार्ड से चार्ज कर लें।
फिर लोकाटी ने अंजलि को चलने का इशारा किया और कमरे से बाहर निकल गया। अंजलि भी लोकाटी के पीछे पीछे कमरे से निकल गई, कमरे से निकलते ही एक गार्ड ने अंजलि के हाथ से उसका माल पकड़ लिया और अंजलि लोकाटी के साथ उसके हाथ में हाथ डाले चलने लगी। जबकि लोकाटी का समान उसके गार्ड और दूसरा दल पीछे ला रहे थे। होटल से निकले तो होटल के बाहर ही एक काले रंग की मर्सिडीज तैयार खड़ी थी, लोकाटी उस मर्सिडीज की ओर बढ़ने लगा। जैसे ही कार के पास पहुंचा चालक ने तुरंत लोकाटी के लिए दरवाजा खोला जबकि अंजलि कार के पीछे से होती हुई घूमकर दूसरी ओर वाले दरवाजे की तरफ गई और इतनी देर में ड्राइवर भागता हुआ उसकी ओर गया और उसके लिए भी दरवाजा खोला। अंजलि कार में बैठ गई। कार में बैठते ही लोकाटी का एक हाथ अंजलि की थाईज़ पर था और कार अब फर्राटे भर्ती हवाई अड्डे की ओर रवाना हो चुकी थी।
लोकाटी हौले हौले अपना हाथ अंजलि की थाईज़ पर मसल कर अपनी ठरकी पूरी कर रहा था, उसे यकीन नहीं हो रहा था कि इतनी जवान और सेक्सी लड़की यूं उसके साथ जाने के लिए राजी हो गई, मगर फिर उसने मन ही मन सोचा कि पाकिस्तान में लड़कियों के लिए यह कोई बड़ी बात नहीं। इंडिया में परिवारों की समस्या है, मगर पाकिस्तान में तो लड़कियों को स्वतंत्रता ही महफूज नही है और अंजलि तो एक बड़े बाप की बेटी थी उसके लिए यह फैसला कोई बड़ी बात नहीं थी। लोकाटी अपनी किस्मत पर रश्क करते हुए मन ही मन में अंजलि की चूत में अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था। कुछ देर बाद जब एयरपोर्ट निकट आ गया तो लोकाटी ने समीरा को कहा कि इंडिया का माहौल थोड़ा अलग है, अगर आप शॉर्ट निक्कर की जगह कुछ और पहनें तो बेहतर रहेगा क्योंकि वहां पर पर्दा प्रथा है। और लोकाटी की होने वाली पत्नी अगर इन कपड़ों में इंडिया जाएगी तो उसकी नाक कट जाएगी। अंजलि ने मुस्कुराते हुए कहा चिंता मत करो जान, मैं एयरपोर्ट पर चेंज कर लूँगी। एयरपोर्ट पर उतर कर अंजलि अपने बैग से एक सलवार कमीज और अपना ब्रा निकालकर बाथरूम चली गई और वहाँ अपने कपड़े बदल लिए। वापसी पर लोकाटी ने अंजलि को एक नकली पासपोर्ट थमाया जो दिखने में बिल्कुल असली था। लोकाटी ने कहा अव्वल तो तुम मेरे साथ जा रही हो कोई तुम्हारा पासपोर्ट चेक नहीं करेगा, लेकिन अगर कोई करे भी सही तो यह अपने बैग में डाल लो जरूरत पड़ने पर दिखा देना। अंजलि ने ठीक है कह कर पासपोर्ट अपने बैग में डाल लिया और आश्चर्यजनक रूप से किसी ने भी अंजली से या किसी और व्यक्ति से वीजा या पासपोर्ट नहीं मांगा। यह काम शायद लोकाटी पहले ही करवा चुका था क्युशन से सभी तैयारी पहले से पूर्ण थी ताकि वीआईपी हस्तियों को इंतजार परेशान न करना पड़े। कुछ ही देर बाद अंजलि लोकाटी के साथ एक छोटे यात्री विमान पर सवार थी जिसमें मुश्किल से 25 लोग सवार होंगे और इन 25 में से भी 10 तो लोकाटी के लोग थे। अंजलि और लोकाटी एक साथ सीट पर बैठे थे, लोकाटी के हाथ यहाँ भी अंजलि की थाईज़ की मालिश कर रहे थे जबकि अंजलि इस बात से बेखबर आसमान की बुलंदियों से नीचे दिखने वाली जमीन का नज़ारा कर रही थी और मन ही मन में अमजद और दूसरे साथियों की खैरियत की दुआ कर रही थी और आने वाले हालात में मेजर राज की सुरक्षा और इंडिया मे उनके देश के दुश्मन धोखेबाज से मुक्ति की प्रार्थना कर रही थी
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