वतन तेरे हम लाडले complete
- sexi munda
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Re: वतन तेरे हम लाडले
bahut hi umda update hai Raj bhai
मित्रो नीचे दी हुई कहानियाँ ज़रूर पढ़ें
जवानी की तपिश Running करीना कपूर की पहली ट्रेन (रेल) यात्रा Running सिफली अमल ( काला जादू ) complete हरामी पड़ोसी complete मौका है चुदाई का complete बड़े घर की बहू (कामया बहू से कामयानी देवी) complete मैं ,दीदी और दोस्त complete मेरी बहनें मेरी जिंदगी complete अहसान complete
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- rajsharma
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Re: वतन तेरे हम लाडले
धन्यवाद दोस्तो अपडेट आने ही वाला है
Read my all running stories
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
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Re: वतन तेरे हम लाडले
मारिया ने फैजल की तरफ देखा और फिर कुछ देर फग़ान की आँखों में आँखें डाल कर देखती रही, फिर बोली तुम दोनों में से कौन है जो अपने आप को इस योग्य समझता है कि वह इंडियन सेना और सरकार के खिलाफ जनता के साथ खड़ा होकर उनका नेतृत्व कर सके ??? इस पर दोनों ने एक ज़ुबान में कहा, मैं ऐसा कर सकता हूं।दोनों की आवाज़ एक साथ ऐसे आई थी जैसे वह हां में एक दूसरे से आगे जाना चाहते हैं। फिर दोनों एक दूसरे देखने लगे तो मारिया ने कहा, हां मुझे पता है कि तुम दोनों इस लायक हो। मगर सोचने की बात यह है कि तुम दोनों में निपुण कौन है? इस बार फिर दोनों ने एक ज़ुबान होकर कहा आप आज़मा कर देख लें हर परीक्षा में पूरा उतरूँगा . वास्तव में उन दोनों के दिमाग में यह बात आ चुकी थी उनके पिता का खेल अब खत्म हो चुका है और पाकिस्तान सरकार इन दोनों में से किसी एक को घाटी की स्वतंत्रता के बाद यहाँ की सरकार देना चाहती है। मगर वह खुल कर उसको व्यक्त नहीं कर पा रहे थे
मारिया ने उन दोनों के सरकार पाने के लालच को देखकर अंतिम फैसला कर लिया कि वो अब खुलकर बात करेगी। मारिया ने अब थोड़ा धीमे स्वर में उनसे पूछा कि आप दोनों ही सरकार प्राप्त करना चाहते हो और यहाँ पर राज करना चाहते हैं। ठीक कह रही हूँ ना मैं। इस पर फग़ान तो चुप रहा मगर फैजल ने एक शातिर मुस्कान दी और बोला जाहिरी बात है जी, पावर का नशा किसे नहीं होता ???
इस पर मारिया ने कहा फिर तुम्हें इस बात की भी समझ आ गई होगी कि लोकाटी साहब के होते हुए ऐसा संभव नहीं ??? यह कह कर मारिया ने बारी बारी दोनों के चेहरे के भाव देखे, मगर वहाँ परेशानी या क्रोध की बजाय ऐसे आसार थे जैसे वह कुछ सोच रहे हों या आगे का फैसला कर रहे हैं।
फिर फग़ान बोला हां जाहिर सी बात है बाबा साईं के होते हुए हम दोनों में से किसी को भी सरदारी नहीं मिल सकती। इस पर मारिया ने कहा कि पाकिस्तान सरकार इस काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहती। बल्कि चाहती है कि उनका किस्सा उनके बेटों में से ही कोई तमाम कर दे।
मारिया की बात सुनकर कमरे में सन्नाटा छा गया और काफी देर तक कोई न बोला। मगर फिर एकदम फग़ान ने अपने होंठ खोले और बोला कब करना है यह काम ??
उसकी यह बात सुनकर मारिया के चेहरे पर मुस्कान आ गई और बोली अभी नहीं करना जब कर्नल साहब यहाँ आ चुके होंगे और आजादी के आंदोलन की घोषणा होने ही वाला होगी, इस घोषणा से पहले यह काम करना होगा और तब हम उसका आरोप हिन्दुस्तानी सेना पर डाल देंगे और आप में से किसी एक को पाकिस्तान सरकार अगला प्रधान चुनकर उसी से न केवल स्वतंत्रता आंदोलन की घोषणा कराएगी बल्कि अपने सैनिकबलों को भी तुम लोगों की सहायता के लिए भेज देगी।
अब की बार फैजल ने हस्तक्षेप किया और बोला लेकिन हम दोनों में से सरदार किसे चुना जाएगा? जो यह काम करेगा उसे या फिर किसी और को? और पाकिस्तान सरकार को कैसे मालूम होगा कि यह काम किसने किया? हो सकता है यह काम मैं करूँ मगर पाकिस्तान सरकार समझे कि यह फग़ान किया है ??? उसके स्वर में स्पष्ट बैर नजर आ रहा था अपने सगे भाई के लिए।
इस पर समीरा मुस्कुराई और बोली उसकी चिंता मत करो, जो सरकार इतना बड़ा आंदोलन शुरू करवा सकती है उसके लिए यह मुश्किल नहीं कि वो तुम दोनों में से सही पात्र व्यक्ति का चयन ना कर सके। और यह भी संभव है कि घाटी के पाकिस्तान मे विलय के बाद उसके 2 राज्य बना दिए जाए और तुम दोनों को ही एक एक राज्य दे दिया जाए। मगर इस बारे में तुम लोगों को अभी अंतिम रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि मुझे खुद भी इस मामले के बारे में पता नहीं है, लेकिन जो होगा अच्छा ही होगा।और अगर कोई एक भी चुना गया तो उसके लिए भी पहले लोकाटी का सफाया होगा।
फिर कुछ देर कमरे में चुप्पी छाइ रही और उसके बाद मारिया ने ही इस चुप्पी को तोड़ा और बोली- अब तुम्हारे भविष्य का फैसला तुम्हारे हाथ में है, अगर आपने ऐसा कर दिखाया तो तुम दोनों का ही भविष्य उज्ज्वल होगा।यह कह कर मारिया ने कहा ठीक है अब तुम लोग जाओ, लेकिन याद रखना अब यह बात सिर्फ हम तीनों के बीच रहेगी, और उचित समय आने पर ही यह काम करना है जल्दी करने की कोई जरूरत नहीं इस काम में नहीं तो अपना ही नुकसान होगा। मारिया की इस बात पर उन दोनों ने कहा ठीक है हम उचित समय का इंतजार करेंगे और दोनों वापसी के लिए चल पड़े।
अभी वह दरवाजे के पास ही पहुंचे थे कि मारिया ने कहा फैजल तुम रुको तुमसे एक और बात भी करनी है, फग़ान तुम जाओ अपने कमरे में। यह सुनकर फग़ान कमरे से निकल गया जबकि फैजल वहीं कमरे में ही रुक गया। फग़ान के जाने के बाद मारिया ने फैजल को दरवाजा बंद करने को कहा, फैजल ने धीरज के साथ दरवाजा बंद कर दिया और मारिया के पास आया तो मारिया ने मुस्कुराते हुए पूछा कि दोपहर में जब तुम मुझे हवेली दिखा रहे थे मैंने देखा कि तुम्हारी नजरें मेरे शरीर पर ज़्यादा केंद्रित थीं, ऐसा क्यों ??? यह सुनकर फैजल को एकदम चुप हो गया और उसकी समझ में कुछ नहीं आया कि वह इस बात का क्या जवाब दे।
फैजल को चुप देखकर मारिया ने फिर उससे कहा कि तुम्हारी निगाहें मेरे सीने पर थी, आखिर क्या देखना चाह रहे थे तुम। इस पर भी फैजल चुप खड़ा रहा और कोई एक बात भी मुंह से नहीं निकाली उसने .
फैजल को यूँ चुप देखकर मारिया ने अपने शरीर से चादर हटा दी और बोली लो अब जी भर कर देख लो मेरा शरीर। जैसे ही फैजल की दृष्टि मारिया के शरीर पर पड़ी तो वह अपनी आंखें झपकाना भूल गया था, मारिया वही नाइटी पहने थी जो अभी कुछ देर पहले ही पहन कर वह लोकाटी के साथ सेक्स कर रही थी। सेक्सी ब्रा में बड़े बड़े मम्मे आपस में मिलकर सेक्सी क्लीवेज़ बना रहे थे और उसके नीचे नेट की नाइटी से मारिया का सारा शरीर झलक रहा था जबकि उसके पेट से नाइटी वैसे ही हटी हुई थी और उसकी नाभि दिख रही थी, नीचे मात्र पैन्टी मारिया ने पहन रखी थी उसके नीचे मारिया के पैर बिल्कुल नंगे थे। मारिया को इतनी सेक्सी पोशाक में देखकर फैजल अपनी नज़रें झपकाना ही भूल गया। फैजल को यूँ अपनी तरफ देखते हुए पाकर मारिया ने प्रसन्नता से कहा अब यूँ ही देखते रहोगे या कुछ करोगे भी ??? अभी तुम्हारे बाबा साईं के लिए पहनी थी यह नाइटी मगर मेरे अंदर 4, 5 धक्के लगा कर ही वह खुद तो फारिग हो गए और मुझे वैसे ही प्यासा छोड़ दिया, क्या अब तुम मेरी प्यास बुझाओगे ???
मारिया ने उन दोनों के सरकार पाने के लालच को देखकर अंतिम फैसला कर लिया कि वो अब खुलकर बात करेगी। मारिया ने अब थोड़ा धीमे स्वर में उनसे पूछा कि आप दोनों ही सरकार प्राप्त करना चाहते हो और यहाँ पर राज करना चाहते हैं। ठीक कह रही हूँ ना मैं। इस पर फग़ान तो चुप रहा मगर फैजल ने एक शातिर मुस्कान दी और बोला जाहिरी बात है जी, पावर का नशा किसे नहीं होता ???
इस पर मारिया ने कहा फिर तुम्हें इस बात की भी समझ आ गई होगी कि लोकाटी साहब के होते हुए ऐसा संभव नहीं ??? यह कह कर मारिया ने बारी बारी दोनों के चेहरे के भाव देखे, मगर वहाँ परेशानी या क्रोध की बजाय ऐसे आसार थे जैसे वह कुछ सोच रहे हों या आगे का फैसला कर रहे हैं।
फिर फग़ान बोला हां जाहिर सी बात है बाबा साईं के होते हुए हम दोनों में से किसी को भी सरदारी नहीं मिल सकती। इस पर मारिया ने कहा कि पाकिस्तान सरकार इस काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहती। बल्कि चाहती है कि उनका किस्सा उनके बेटों में से ही कोई तमाम कर दे।
मारिया की बात सुनकर कमरे में सन्नाटा छा गया और काफी देर तक कोई न बोला। मगर फिर एकदम फग़ान ने अपने होंठ खोले और बोला कब करना है यह काम ??
उसकी यह बात सुनकर मारिया के चेहरे पर मुस्कान आ गई और बोली अभी नहीं करना जब कर्नल साहब यहाँ आ चुके होंगे और आजादी के आंदोलन की घोषणा होने ही वाला होगी, इस घोषणा से पहले यह काम करना होगा और तब हम उसका आरोप हिन्दुस्तानी सेना पर डाल देंगे और आप में से किसी एक को पाकिस्तान सरकार अगला प्रधान चुनकर उसी से न केवल स्वतंत्रता आंदोलन की घोषणा कराएगी बल्कि अपने सैनिकबलों को भी तुम लोगों की सहायता के लिए भेज देगी।
अब की बार फैजल ने हस्तक्षेप किया और बोला लेकिन हम दोनों में से सरदार किसे चुना जाएगा? जो यह काम करेगा उसे या फिर किसी और को? और पाकिस्तान सरकार को कैसे मालूम होगा कि यह काम किसने किया? हो सकता है यह काम मैं करूँ मगर पाकिस्तान सरकार समझे कि यह फग़ान किया है ??? उसके स्वर में स्पष्ट बैर नजर आ रहा था अपने सगे भाई के लिए।
इस पर समीरा मुस्कुराई और बोली उसकी चिंता मत करो, जो सरकार इतना बड़ा आंदोलन शुरू करवा सकती है उसके लिए यह मुश्किल नहीं कि वो तुम दोनों में से सही पात्र व्यक्ति का चयन ना कर सके। और यह भी संभव है कि घाटी के पाकिस्तान मे विलय के बाद उसके 2 राज्य बना दिए जाए और तुम दोनों को ही एक एक राज्य दे दिया जाए। मगर इस बारे में तुम लोगों को अभी अंतिम रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि मुझे खुद भी इस मामले के बारे में पता नहीं है, लेकिन जो होगा अच्छा ही होगा।और अगर कोई एक भी चुना गया तो उसके लिए भी पहले लोकाटी का सफाया होगा।
फिर कुछ देर कमरे में चुप्पी छाइ रही और उसके बाद मारिया ने ही इस चुप्पी को तोड़ा और बोली- अब तुम्हारे भविष्य का फैसला तुम्हारे हाथ में है, अगर आपने ऐसा कर दिखाया तो तुम दोनों का ही भविष्य उज्ज्वल होगा।यह कह कर मारिया ने कहा ठीक है अब तुम लोग जाओ, लेकिन याद रखना अब यह बात सिर्फ हम तीनों के बीच रहेगी, और उचित समय आने पर ही यह काम करना है जल्दी करने की कोई जरूरत नहीं इस काम में नहीं तो अपना ही नुकसान होगा। मारिया की इस बात पर उन दोनों ने कहा ठीक है हम उचित समय का इंतजार करेंगे और दोनों वापसी के लिए चल पड़े।
अभी वह दरवाजे के पास ही पहुंचे थे कि मारिया ने कहा फैजल तुम रुको तुमसे एक और बात भी करनी है, फग़ान तुम जाओ अपने कमरे में। यह सुनकर फग़ान कमरे से निकल गया जबकि फैजल वहीं कमरे में ही रुक गया। फग़ान के जाने के बाद मारिया ने फैजल को दरवाजा बंद करने को कहा, फैजल ने धीरज के साथ दरवाजा बंद कर दिया और मारिया के पास आया तो मारिया ने मुस्कुराते हुए पूछा कि दोपहर में जब तुम मुझे हवेली दिखा रहे थे मैंने देखा कि तुम्हारी नजरें मेरे शरीर पर ज़्यादा केंद्रित थीं, ऐसा क्यों ??? यह सुनकर फैजल को एकदम चुप हो गया और उसकी समझ में कुछ नहीं आया कि वह इस बात का क्या जवाब दे।
फैजल को चुप देखकर मारिया ने फिर उससे कहा कि तुम्हारी निगाहें मेरे सीने पर थी, आखिर क्या देखना चाह रहे थे तुम। इस पर भी फैजल चुप खड़ा रहा और कोई एक बात भी मुंह से नहीं निकाली उसने .
फैजल को यूँ चुप देखकर मारिया ने अपने शरीर से चादर हटा दी और बोली लो अब जी भर कर देख लो मेरा शरीर। जैसे ही फैजल की दृष्टि मारिया के शरीर पर पड़ी तो वह अपनी आंखें झपकाना भूल गया था, मारिया वही नाइटी पहने थी जो अभी कुछ देर पहले ही पहन कर वह लोकाटी के साथ सेक्स कर रही थी। सेक्सी ब्रा में बड़े बड़े मम्मे आपस में मिलकर सेक्सी क्लीवेज़ बना रहे थे और उसके नीचे नेट की नाइटी से मारिया का सारा शरीर झलक रहा था जबकि उसके पेट से नाइटी वैसे ही हटी हुई थी और उसकी नाभि दिख रही थी, नीचे मात्र पैन्टी मारिया ने पहन रखी थी उसके नीचे मारिया के पैर बिल्कुल नंगे थे। मारिया को इतनी सेक्सी पोशाक में देखकर फैजल अपनी नज़रें झपकाना ही भूल गया। फैजल को यूँ अपनी तरफ देखते हुए पाकर मारिया ने प्रसन्नता से कहा अब यूँ ही देखते रहोगे या कुछ करोगे भी ??? अभी तुम्हारे बाबा साईं के लिए पहनी थी यह नाइटी मगर मेरे अंदर 4, 5 धक्के लगा कर ही वह खुद तो फारिग हो गए और मुझे वैसे ही प्यासा छोड़ दिया, क्या अब तुम मेरी प्यास बुझाओगे ???
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साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
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