वतन तेरे हम लाडले complete
- rajsharma
- Super member
- Posts: 15829
- Joined: 10 Oct 2014 07:07
Re: वतन तेरे हम लाडले
रश्मि करीब हुई तो राज ने अपने होंठों से रश्मि के नरम और नाजुक होठों पर अपने होंठ रख दिए। रश्मि को 440 वोल्ट का झटका लगा। वह नहीं जानती थी कि जब कोई पुरूष स्त्री के होठों को चूमता है तो कैसा लगता है। आज पहली बार उसके होंठों पर राज के होंठ लगे तो वह इस भावना से परिचित हुई। रश्मि ने भी जवाब में राज के होठों को चूमा और फिर दोनों एक दूसरे के होंठ चूसने में लग गए। रश्मि के होंठ एक गुलाब की पत्ती की तरह नरम और नाजुक और रसीले थे। राज यह रस अपने होंठों से लगातार चूस रहा था। इसी दौरान रश्मि ने अपने दुपट्टे में लगी सेफ्टी पिन को खोलना शुरू किया और कुछ ही देर में भारी दुपट्टा उसके सिर से उतर चुका था। दुपट्टा उतरते ही रश्मि को अपना बदन बहुत हल्का महसूस होने लगा और वो और भी अधिक तीव्रता के साथ राज की बाहों में उसके होंठों को चूसने लगी। राज थोड़ी थोड़ी देर बाद रश्मि के ऊपरी होंठ को अपने मुंह में लेता और उसे अच्छी तरह चूसता और फिर नीचे वाले होंठ को अपने मुँह में लेकर चूसता। रश्मि को यह सब बहुत अच्छा लग रहा था। उसकी जिंदगी में यह सब पहली बार हो रहा था मगर वह पूरी तरह उसकी लज़्जत का आनंद ले रही थी।
राज ने अपनी ज़ुबान को रश्मि के होठों पर फेरना शुरू किया तो वह समझ गई और अपने होंठों को खोल कर राज को अंदर का रास्ता दिखाया। जैसे ही रश्मि ने अपने होंठों को खोल कर राज की जीब को रास्ता दे दिया राज की ज़ुबान रश्मि के मुंह में चली गई और रश्मि की ज़ुबान के साथ खेलने लगी। रश्मि ने भी राज का पूरा साथ दिया और अपने मुंह में उसकी ज़ुबान को चूसने लगी। रश्मि के नरम और नाजुक होंठ जब राज की ज़ुबान को चूस रहे थे तो इसी दौरान राज को अपने अंडरवेअर में हलचल महसूस होने लगी। और राज के हाथ स्वतः की रश्मि की कमर से होते हुए उसको चूतड़ों तक जा पहुंचे। मांस से भरे हुए चूतड़ हाथ में पकड़ते ही राज ने उन्हें जोर से दबा दिया और रश्मि के मुंह से एक सिसकी निकली आवोच।आह्ह्ह्ह्ह । । अब दोनों एक दूसरे को आँखों में आँखें डाल कर फ्रेंच किस करने लगे और साथ ही राज के हाथ रश्मि के 32 "के चूतड़ों की मालिश करने लगे। रश्मि को भी अपनी पैन्टी में गीला पन महसूस होने लगा।
कुछ देर रश्मि के होंठों का रस चूसने के बाद अब राज ने अपने होंठों का रुख रश्मि की गर्दन की ओर कर दिया, जैसे ही रश्मि की गर्दन पर राज के होंठ लगे रश्मि तड़प उठी। उसने अपना हाथ राज की गर्दन पर रख कर उसको मजबूती के साथ थाम लिया और राज रश्मि के ऊपर झुक कर उसकी गर्दन पर ज़ुबान फेरने लग गया। राज कभी रश्मि की गर्दन पर ज़ुबान फेरता तो कभी अपने होंठों से चूसता। जब राज अपने दांतों से रश्मि की गर्दन को हल्का सा दबाता तो काम की तीव्रता की भावनाओं से रश्मि की सिसकी निकलती जिसको राज बहुत एंजाय करता है। गर्दन से होते हुए अब राज की ज़ुबान रश्मि की क्लीवेज़ लाइन को चूसने लगी।
रश्मि के ब्लाऊज़ की फिटिंग शानदार थी जो उसने स्पेशल तैयार करवाया था। वह अपने पति को अपने हुस्न से पूरी तरह से मज़ा देना चाहती थी। फिटिंग वाले ब्लाऊज़ में रश्मि के सीने के उभार बहुत ही सुंदर क्लिवेज की लाइन बना रहे थे जो किसी भी आदमी को पागल कर देने के लिए काफी थी।। राज ने अभी रश्मि को बेड पर लिटा दिया और खुद उसके साथ लेट कर रश्मि के ऊपर झुक कर उसके सीने पर प्यार कर रहा था। राज का एक हाथ रश्मि की गर्दन के नीचे से निकलता हुआ उसके कंधे पर प्यार कर रहा था और दूसरा हाथ रश्मि के बाएं पैर की थाई की मालिश कर रहा था। और रश्मि अपना सिर पीछे की ओर खींच कर हल्की हल्की सिसकियाँ ले रही थी।
राज का हाथ अब रश्मि की थाई से होता हुआ उसके बाएं मम्मे के ऊपर आ गया था। रश्मि की सांसें तेज तेज चलने की वजह से उसके सीने के उभार यानी उसके मम्मे भी ऊपर नीचे हो रहे थे। राज ने बहुत प्यार से रश्मि का दाहिना मम्मा अपने हाथ में पकड़ा और उसे दबाने लगा। राज की ज़ुबान अभी भी रश्मि की क्लिवेज लाइन को चूसने में व्यस्त थी। कुछ देर इसी स्थिति में रश्मि को प्यार करने के बाद राज ने रश्मि को अपनी ओर करवट दिलवाई और उसकी कमर पर मौजूद ब्लाऊज़ की ज़िप पूरी खोल दी। अब मेजर राज अपने मजबूत हाथ के साथ रश्मि की कोमल और नाजुक कमर की मालिश कर रहा था। संगमरमर की तरह मुलायम कमर की मालिश करते हुए राज अपने आपको दुनिया का सबसे भाग्यशाली आदमी होने की कल्पना कर रहा था। 32 साल की उम्र में 20 साल की सुंदर गर्म जवानी का मिल जाना निश्चित रूप से सौभाग्य ही हो सकता है। और जवानी भी ऐसी जिसको आज तक किसी ने छुआ तक नहीं है।
कुछ देर बाद मेजर राज ने रश्मि का ब्लाऊज़ उतारा तो नीचे गोरे शरीर पर लाल रंग का ब्रा रश्मि के मम्मों को छिपाने मे योगदान कर रहा था। रश्मि का स्कर्ट उसकी नाभि से काफी नीचे था स्कर्ट के ऊपर रश्मि का गोरा शरीर शुरू होता नजर आ रहा था जो बहुत ही पारदर्शी और हर प्रकार के दाग से मुक्त था। राज ने अपने होंठ रश्मि की नाभि पर रख दिए और उसे चूमने लगा। इस प्रक्रिया से रश्मि को एक अजीब सा स्वाद या कहें आनंद मिल रहा था जो उसने पहले कभी नहीं देखा और न ही उसके बारे में कभी सोचा था। राज ने अपने दोनों हाथों से रश्मि के मम्मे पकड़ रखे थे जो लाल ब्रा में कैद थे और वह अपनी जीभ और होंठों को रश्मि की नाभि में घुमा रहा था। रश्मि ने अपने नाजुक मेंहदी वाले हाथों से राज को सिर से पकड़ रखा था और मजे की तीव्रता से बंद, ऊच ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओय हेययीयीयैआइयीयीयियी की आवाजें निकाल रही थी। अब राज ने रश्मि की नाभि छोड़ अपनी ज़ुबान को उपर की ओर फेरना शुरू किया और धीरे धीरे रश्मि के मम्मों से होता हुआ पुनः उसकी क्लीवेज़ की लाइन में अपनी ज़ुबान फिराने लगा। रश्मि के हाथ अब राज की कमर पर थे और उसने अपने हाथों से राज की कमर मे घेरा बनाया हुआ था कुछ देर क्लीवेज़ लाइन के साथ खेलने के बाद राज एक बार फिर से अपनी ज़ुबान को नीचे लाया और नाभि से होता हुआ भी नीचे तक आ गया जहां से रश्मि का स्कर्ट शुरू होता था।
राज ने रश्मि की स्कर्ट से उसका हुक खोला और देखते ही देखते उसका स्कर्ट भी उतार दिया। अभी रश्मि मात्र लाल ब्रा और लाल रंग की ही पैन्टी में राज के सामने लेटी थी। रश्मि की आंखों में अब लाल डोरे स्पष्ट नजर आ रहे थे जो उसकी सेक्स की इच्छा को स्पष्ट कर रहे थे। राज अभी रश्मि के गोरे चिट्टे पैरों पर प्यार करने लगा। रश्मि के पैर बालों से पूरी तरह मुक्त थे रश्मि ने अपने पति के साथ हनीमून मनाने की विशेष तैयारी कर रखी थी इसीलिए उसने आज ही अपनी टांगों की वेक्सिंग की थी और सारे फालतू बाल साफ कर दिए थे। नरम और मुलायम रेशमी पैरो पर राज कभी अपने हाथ फेरता तो कभी अपनी जीभ से उसकी गोरी गोरी टाँगें चाटने लगता। राज ने अब तक अपना हाथ रश्मि की पैन्टी से नहीं लगाया था। बल्कि उसने अपने हाथ और जीभ को रश्मि की पैन्टी से दूर ही रखा था। मगर फिर भी राज को रश्मि की लाल रंग की पैंटी में बीच के हिस्से में गीला पन नजर आ रहा था।
कुछ देर रश्मि के पैरों पर अपनी जीभ फेरने के बाद जब राज का लंड उसको ज्यादा ही परेशान करने लगा तो उसने रश्मि को छोड़कर पहले अपना कुर्ता उतारा और उसके बाद शेरवानी के साथ वाला पाजामा भी उतार दिया। रश्मि इस बार बिल्कुल भी नहीं शरमाई और बजाय शर्म से आँखें बंद करने के वह अपने पति के शरीर को बहुत प्यार और सेक्स भरी तीव्रता के साथ देख रही थी। राज रश्मि के सामने मात्र सफेद रंग के अंडर वेअर और सफेद रंग की बनियान में था। उसका शरीर भी बहुत सुंदर और कसरती था। बेशक राज एक सेना का जवान था जिसका आधा जीवन विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग और व्यायाम आदि में ही गुजरा था राज बेड पर बैठा था, रश्मि, जो लेटी हुई थी राज के शरीर को देखकर उठी और खुद ही राज के करीब हुई। लाल ब्रा और पैन्टी में रश्मि किसी कयामत से कम नहीं लग रही थी।
Read my all running stories
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
- rajsharma
- Super member
- Posts: 15829
- Joined: 10 Oct 2014 07:07
Re: वतन तेरे हम लाडले
राज के करीब आने के बाद रश्मि ने खुद ही अपने होंठ पहले राज के होंठों पर रख दिए और उसका रस चूसने लगी, फिर होठों को छोड़ वह राज की गर्दन तक आई और उसकी गर्दन पर अपने होंठ और दांतों से प्यार करने लगी। राज को 20 वर्षीय जवान रश्मि की ये बेबाकी बहुत अच्छी लग रही थी। फिर रश्मि ने खुद ही राज की बनियान ऊपर की और उसको उतार दिया। राज का सीना बालों से पूरी तरह मुक्त था। आजकल के युवा फैशन के रूप में अपना सीना भी शेव करते हैं ऐसा ही राज ने कर रखा था। हल्का गेहूंआ रंग और कसरती शरीर के लिए रश्मि का आदर्श मानो उसके सामने था रश्मि को हमेशा से ही सॉफ सीने वाले और कसरती शरीर वाले पुरुष पसंद थे। फिल्मों में भी वह जब हीरो को देखती जिसका सीना बालों से मुक्त होता तो उसका बहुत मन करता कि उसके होने वाले पति का सीना भी ऐसा ही हो। और राज का सीना और शरीर की बनावट बिल्कुल रश्मि की पसंद के अनुसार था। रश्मि आगे झुकी और राज के सीने पर मौजूद निपल्स पर ज़ुबान फेरने लगी। स्त्रियो के निपल्स की तरह पुरुषों के निपल्स भी कभी कभी सेक्स के दौरान सख्त हो जाते हैं। इसी तरह राज के निपल्स तब सख्त थे जिन पर रश्मि अपनी जीभ तेज तेज चला रही थी। कभी रश्मि राज के निप्पल मुँह में लेकर उनको चूसने लगती तो कभी मात्र ज़ुबान फेर कर ही गुज़ारा करती।
रश्मि ने राज को लेटने को कहा तो राज बेड पर लेट गया। वह रश्मि को पूरा मौका देना चाहता था कि वह भी अपनी मर्जी से राज के साथ अपने हनीमून को एंजाय करे। राज के लेटने के बाद रश्मि ने सिर से पांव तक राज के शरीर का जायजा लिया। कुछ देर उसने अपनी नज़रें राज के अंडर वेअर पर रोक ली जहां उसे उभार नजर आ रहा था। रश्मि जानती थी कि यह लंड का उभार है जो उसकी चूत में जाने को बेताब हो रहा है। रश्मि ने प्रशंसा भरी नज़रों से राज को मुस्कुराते हुए देखा और फिर अपनी टाँगें फैला कर राज के ऊपर बैठ गई। राज के पैरों पर बैठने के बाद रश्मि राज के ऊपर झुकी और उसके सीने पर प्यार करने लगी। सीने से होती हुई रश्मि नीचे तक आई और अंडर वेअर के ऊपर अपनी ज़ुबान फेरने लगी
अंडर वेअर तक पहुंचने के बाद रश्मि ने बिना झिझक अपना हाथ राज के लंड पर रख दिया जो अब तक अंडर वेअर की कैद में था। रश्मि की ये बेबाकी राज को बहुत पसंद आ रही थी। वह भी ऐसी ही पत्नी चाहता था जो न केवल गर्म हो बल्कि अपनी गर्मी व्यक्त करना भी जानती हो। और बिस्तर में अपने पति के साथ सेक्स एंजाय करने की इच्छा भी रखती हो। राज ने हल्की आवाज़ मे रश्मि से पूछा कि मेरा हथियार कैसा लगा तुम्हें ??? तो रश्मि ने एक शरारती मुस्कान से कहा, यह तो जब आप अपना काम करोगे तभी पता लगेगा इसके बारे में। यह सुनकर राज को रश्मि पर एकदम से प्यार आया और उसने रश्मि को अपने ऊपर गिरा लिया। और पागलपन की हद वाले प्यार से उसको प्यार करने लगा। राज अब अपने हाथ रश्मि के चूतड़ों पर भी फेर रहा था। 32 आकार के नरम और मांस से भरे हुए चूतड़ राज को बहुत पसंद आए मगर अब तक उन पर लाल रंग की पैन्टी मौजूद थी।
इसी दौरान रश्मि जो राज के ऊपर झुकी हुई थी उसको अपनी चूत पर सख्त चीज़ लगती महसूस हुई। रश्मि ने उसका मज़ा लेने के लिए अपना वजन राज के ऊपर डाला तो रश्मि की चूत इस कठोर लंड के और करीब हो गई। और चूत लंड की रगड़ से रश्मि और राज दोनों को ही मज़ा आने लगा। कुछ देर के बाद राज ने इसी स्थिति में रश्मि की ब्रा का हुक खोल दिया और और उसे सीधा बिठा कर उसके बूब्स को ब्रा की कैद से मुक्त कर दिया। रश्मि पैन्टी पहने राज के लंड के ऊपर बैठी थी, अंडर वेअर में होने के बावजूद राज का लंड रश्मि की चूत को मज़ा दे रहा था। और रश्मि के 34 आकार के मम्मे पहली बार किसी मर्द के सामने नंगे थे। और राज वह भाग्यशाली इंसान था जो इन सुंदर सुडौल और कसे हुए मम्मों को पहली बार अवलोकन कर रहा था। राज ने अपने हाथ रश्मि की कमर से आगे लाते हुए उसके मम्मों पर रख दिए और रश्मि के मुंह से एक सिसकारी निकली। और मजे की तीव्रता से उसकी आँखें बंद हो गई।
राज रश्मि को अपने ऊपर से उतार उसको बेड पर लिटा कर खुद उसके ऊपर झुक कर उसके गोरे गोरे दूध जैसे बूब्स को देखने लगा। रश्मि का पूरा शरीर सभी प्रकार के दाग से मुक्त था और इसी तरह उसके मम्मों पर भी कोई निशान नहीं था। गोरे गोरे बूब्स हल्के ब्राउन रंग के 2 घेरे और उन पर एक छोटा सा हल्का ब्राउन निप्पल बहुत सुंदर लग रहा था। राज ने पहले अपने हाथों से उनके नपल्स को छुआ और फिर उन्हें अपने मुँह में लेकर चूसने लगा। राज की इस प्रक्रिया ने रश्मि को पागल कर दिया था और उसने अपनी एक टांग राज के पैरों के बीच फंसा दी थी रश्मि की इस हरकत का नतीजा यह हुआ कि राज का भी एक पैर रश्मि पैरों के बीच चला गया और साथ ही साथ उसका लंड भी रश्मि की चूत के साथ गले मिलने लगा। रश्मि ने अपनी चूत को धीरे धीरे राज के लंड पर रगड़ना शुरू कर दिया था और राज लगातार रश्मि के मम्मे चूसने में व्यस्त था।
राज ने पहले भी कुछ लड़कियों के सुंदर बूब्स को चूसा था मगर ऐसे साफ गोरे और खूबसूरत मम्मे उसे कभी नसीब नहीं हुए थे। इसीलिए वह दिल भर कर अपने मम्मों का दूध पीना चाहता था। और रश्मि भी राज के साथ पूरा सहयोग कर रही थी। यह एक हक़ीकत है कि अगर अकेला पुरुष ही महिला को प्यार करता रहे और उत्तर में महिला रिस्पोन्स न दे तो न पुरुष को सेक्स का मूल मज़ा आता है और न ही महिला को। मगर रश्मि उन महिलाओं में से नहीं थी। अपनी प्राकृतिक विनय हया और पाकदामनी होने के बावजूद वह सेक्स के तरीकों से न केवल परिचित थी बल्कि यह भी जानती थी कि सेक्स का मूल मज़ा लेने के लिए पति का पूरा पूरा साथ देना चाहिए।
जब राज का मम्मों से दिल भरने लगा तो वह धीरे धीरे नीचे की ओर आने लगा, और अब की बार राज ने एक ही झटके में रश्मि की पैन्टी उतार दी थी। रश्मि की पैन्टी जैसे ही उतरी रश्मि ने अपनी एक टांग दूसरे पैर पर रख कर अपनी योनी को छुपाना चाहा मगर राज ने बीच में हाथ रखकर रश्मि की नरम थाई को पकड़ा और उसकी टांगों को थोड़ा खोल दिया। पैर खोलने के बाद राज बड़ी ही उत्सुकता के साथ रश्मि की छोटी योनी को देखने लगा। छोटी इसलिए कि यह वास्तव में अन टच योनी थी। जिस पर कभी किसी पुरुष ने और तो और खुद रश्मि ने भी छेड़छाड़ नहीं की थी। उसने अपनी योनी को अपने पति की अमानत समझते हुए बहुत संभाल कर रखा हुआ था। रश्मि की योनी के दोनों होंठ आपस में मिले हुए थे। उनमें बाल बराबर भी दूरी नहीं था। योनी के होंठों का रंग हल्का पीला लाल और गुलाबी था और बालों का नामोनिशान तक नहीं था। लबों के बीच हल्की हल्की चिकनाहट मौजूद थी जो राज के शरीर की गर्मी पाने के बाद प्रकट हुई थी। राज ने अपना एक हाथ धीरे धीरे रश्मि की योनी के लबों पर फेरना शुरू किया तो रश्मि की आंखें लाल होने लगीं, उसके मुंह से आह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह, आह, उफ़फफफफफफफफफफफ्फ़ ऊचच्च्च्च्चक्, ओय आह आहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह जैसी सिसकियाँ निकल रही थी और उसने अपने दोनों हाथों से राज का वह हाथ पकड़ लिया था जिसे वह रश्मि की योनी के लबों पर मसल रहा रहा था मगर इसके बावजूद राज ने अपने हाथ से उसकी योनी को मसलना जारी रखा जिससे रश्मि की योनी के लबों में मौजूद चिकनाहट में वृद्धि होने लगी
कुछ ही देर बाद राज रश्मि के ऊपर झुक कर उसकी योनी की साईडों पर अपनी ज़ुबान फेर रहा था जिससे रश्मि का पूरा शरीर काँपने लगा था अब। रश्मि बुरी तरह कांप रही थी, उसका पेट तेज तेज साँसों की वजह से ऊपर नीचे हो रहा था जबकि उसके मम्मे भी लगातार ऊपर नीचे हो रहे थे।
राज ने अपनी जीभ को धीरे धीरे रश्मि की योनी के होंठों के ऊपर किया तो रश्मि ने सख्ती से राज का हाथ पकड़ लिया और उसको ऐसा करने से मना किया। राज ने सवालिया नज़रों से रश्मि की ओर देखा तो उसने काँपती हुई आवाज़ में कहा यह जगह गंदी है। मगर राज तो योनी चाटने के लिए बेकरार था। वह तो बहुत गंदी और बालों से भरी हुई योनी को भी मज़े से चाटता था तो ऐसी साफ-सुथरी और अन छुई योनी को वह कैसे छोड़ सकता था। राज ने मुस्कुराते हुए रश्मि की ओर देखा और अपने होंठ रश्मि की योनी ऊपर रखकर एक प्यार भरा लंबा चुंबन दिया। इस चुंबन ने तो जैसे रश्मि की जान ही निकाल दी थी।
इससे पहले कि रश्मि राज को फिर रोकती ऐसा करने से राज की ज़ुबान रश्मि की योनी के होंठों पर अपना जादू चलाने की महारत से शुरू हो गई थी। राज की गीली जीभ को अपनी योनी के लबों पर महसूस करते ही रश्मि के शरीर में एक करंट दौड़ गया। और उसकी सिसकियों से अब की बार पूरा कमरा गूंजने लगा। राज की ज़ुबान ने रश्मि इतना मज़ा किया था कि वह फिर से राज को रोक ही ना पाई ऐसा करने से और राज लगातार अपनी जीभ से रश्मि की योनी को चूसे जा रहा था। कुछ देर बाद राज ने अपनी जीभ से रश्मि की योनी के होंठों पर दबाव बढ़ाया और अपनी ज़ुबान हल्की सी योनी के होंठों के बीच प्रवेश करा दी। राज की इस हरकत ने रश्मि की रही सही सहनशक्ति को भी खत्म कर दिया था और अब उसने अपनी टांगों को सख्ती से दबा लिया था मगर पैरों के बीच राज का सिर मौजूद था जिसकी वजह से वह अपनी योनी को राज की ज़ुबान से अलग न कर पाई। अभी रश्मि अपना सिर दाँये बाएं मारने लगी थी। और उसकी चूत लगातार पहले से अधिक गीली होती जा रही थी।
कुछ ही देर के बाद रश्मि को अपनी टांगों में चीटियाँ रेंगती महसूस होने लगी। और अपनी योनी में उसे सुई की चुभन महसूस हो रही थी। वह इस स्थिति से घबरा गई और काँपती हुई आवाज़ में राज से बोली कि यह मेरे शरीर को क्या हो रहा है? राज ने रश्मि की इस बात का कोई जवाब नहीं दिया, वह जानता था कि रश्मि जैसी कुंवारी लड़की इस रमणीय कामस्राव के आनंद से बिल्कुल ही नावाकिफ़ है और वह नहीं जानती कि अब उसकी योनी से कैसा लावा निकलने वाला है। राज बिना रुके रश्मि की योनी में अपनी जीभ चला रहा था कि अचानक ही रश्मि के शरीर ने झटके लगाना शुरू किया और साथ ही उसकी चूत से एक गर्म पानी वर्षा जल चल निकला जो थोड़ा गाढ़ा और चिकनाई से भरपूर पानी राज के मुंह पर आकर गिरा था, कुछ बूँदें उछल कर हवा में गई और राज की कमर पर आकर गिरी जबकि कुछ पानी उसके मुंह के अंदर भी गया जिसको वह बिना हिचक पी गया था।
रश्मि का शरीर कुछ देर झटके मारता रहा और फिर उसे आराम मिल गया। रश्मि के चेहरे पर खुशी और संतुष्टि के आसार थे। लेकिन साथ ही वह हैरान भी थी कि आखिर उसकी चूत से इतना पानी निकला कैसे। उसने सुन रखा था कि सेक्स के दौरान औरत की चूत पानी छोड़ती है मगर उसका विचार था कि जैसे उसकी पैन्टी गीली हो रही थी बस इतना ही पानी होता है। उसे नहीं मालूम था कि गर्म पानी का एक वर्षाके नाले जैसा पानी चल निकलता है योनी से।
दोस्तो दिल थाम के पढ़ते रहिए अभी रश्मि और राज का मिलन चल रहा है इसका पूरा आँखो देखा हाल आपकी सेवा में कल मिलेगा आपका दोस्त राज शर्मा
Read my all running stories
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
- Rohit Kapoor
- Pro Member
- Posts: 2821
- Joined: 16 Mar 2015 19:16
Re: वतन तेरे हम लाडले
superb update
Read my all stories
(संयोग का सुहाग)....(भाई की जवानी Complete)........(खाला जमीला running)......(याराना complete)....
(संयोग का सुहाग)....(भाई की जवानी Complete)........(खाला जमीला running)......(याराना complete)....
- Ankit
- Expert Member
- Posts: 3339
- Joined: 06 Apr 2016 09:59
Re: वतन तेरे हम लाडले
achha varnan hai suhag rat ka