नए पड़ोसी complete

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Rishu
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Re: नए पड़ोसी

Post by Rishu »

मैंने ख़ुशी ख़ुशी कपडे उतार दिए. मेरा लंड तो आंटी को देखते ही खड़ा हो गया था. कपडे उतारते ही लहराने लगा. आंटी मेरा खड़ा लंड देख कर मुस्कुराई और कमर बलखाते हुए बाथरूम की तरफ चल दी और मैं भी उनके पीछे चल दिया. बाथरूम में पहुच कर आंटी ने अपना नाईट गाउन उतार दिया और अब वो सिर्फ नीले रंग की ब्रा पैंटी थी. फिर आंटी शावर के नीचे चली गयी और शावर ऑन कर दिया. मैं आगे बढ़ा तो आंटी बोली "वो लिक्विड सोप स्पोंज में डाल कर ले आओ और मेरी पीठ पर ठीक से लगा दो."
मैंने तुरंत आंटी के हुक्म की तामील की और साबुन उनकी पीठ पर लगाने लगा. आंटी का मखमली बदन साबुन की खुशबु से और महक गया. मैंने कहा "आंटी आप कहिये तो पुरे बदन पर ही अच्छे से साबुन लगा देता हूँ."
आंटी ने शावर बंद किया और ब्रा उतारते हुए बोली "ठीक है लगा दे". आंटी के ब्रा उतारते ही आंटी के मम्मे उछल कर बाहर आ गए और मैंने फ़ौरन उन पर हमला बोल दिया और साबुन लगाने के बहाने उनको मसलने लगा. आंटी भी अब आहें भरने लगी थी. थोड़ी देर आंटी के मम्मे मसलने के बाद मैंने आंटी की पैंटी भी उतार दी और उनकी चूत को मसलने लगा. धीरे धीरे मैंने अपनी तीन ऊँगलिया आंटी की चूत में डाल दी. हाथ में साबुन होने की वजह से उंगलिया आराम से अन्दर बाहर हो रही थी और साथ ही साथ मैंने आंटी की नाभि में अपनी जबान घुसा दी. इस चौड़ी नाभि में जबान डाल के मैं उसे घुमाने लगा. आंटी सिसकिया भर रही थी और मेरे माथे को पीछे से पकड़ के अपनी नाभि पर दबाने लगी. आंटी की गांड पर हाथ रख के मैंने अब नाभि में और भी जोर से उसे चाटना चालू कर दिया. आंटी की मस्ती भी अब चरम पर पहुच गयी थी. उनकी चूत में मेरी उंगलिया अन्दर बाहर हो ही रही थी. आंटी बोली, अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह आह्ह्हह्ह उईईइ बड़ा मस्त लगा अह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह. फिर मैंने आंटी की नाभि से जबान हटा कर उनकी चिकनी चूत में घुसा दी और उनके चूत के दाने को चूसने लगा. आंटी उत्तेजना के चरम पर तो थी ही मेरे इस पैतरे से आंटी का पानी छुट पड़ा जिसे मैंने पी लिया.
Rishu
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Re: नए पड़ोसी

Post by Rishu »

मैंने आंटी से कहा अब मेरा भी चूसिये न तो आंटी ने कहा अभी तो तुम मुझे चोदो. आज टाइम थोडा कम है.
और आंटी वही घोड़ी बन गयी और बोली अब जल्दी से डाल दो. मैंने ये पोजीशन ब्लू फिल्मो में देखी थी. मैंने थोडा पानी और साबुन ले लिया और उसकी चूत और गांड पर झाग कर दिया. फिर मैंने जब लंड को चूत पर रख दिया. आंटी की चूत में लंड एकदम आराम से घुस गया साबुन की चिकनाहट की वजह से. आंटी ने कहा, आह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह. मैंने गांड पकड के एक झटके से पुरे लंड को अन्दर उतारा. साबुन की वजह से पूरा लंड चूत में बैठ गया. अब मैंने अपने हाथों को आगे किया और आंटी के बूब्स पकड़ के चोदने लगा. आंटी को भी बड़ा मस्त लग रहा था और वो आह आह कर के अपनी गांड को हिला के चुदवा रही थी.
साबुन की वजह से चिकनाहट बहुत थी और मुझे भी अलग अनुभव मिल रहा था. मेरा दिल आंटी की नरम गांड को देख कर दोल रहा था. मैंने आंटी की गांड के छेद पर थोडा लिक्विड सोप डाल दिया और उनकी चूत मारने के साथ साथ उनकी गांड में ऊँगली भी डालने लगा. साबुन की वजह से ऊँगली आराम से गांड में जा रही थी. मुझे लगा शायद आंटी ने ओम से भी गांड मरवाई होगी. जब आंटी की गांड काफी चिकनी हो गयी तो मैंने लंड उनकी चूत से निकाल के गांड में डालना चाहा. मेरा लंड आराम से आंटी की गांड में घुस गया. मुझे लगा शायद आंटी रोकेगी पर आंटी को भी गांड मरवाने में बहुत मज़ा आता होगा तभी तो वो अपने कुल्हे हिला हिला के मेरा लंड गांड में ले रही थी.
Rishu
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Re: नए पड़ोसी

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थोड़ी देर बाद मैं झड़ने लगा और मैंने आंटी की गांड में ही अपना वीर्य निकाल दिया. जब मैंने लंड को बाहर निकाला तो उनकी गांड के अन्दर से वीर्य की बुँदे बहार टपक रही थी. मैंने आंटी से पुछा "कैसा लगा आंटी मुझसे गांड मरवा के?"
आंटी ने "मस्त लगा बेटा. अब जल्दी से नाहा कर कपडे पहनो और जाओ."
मैंने कहा "ऐसी भी क्या जल्दी है. थोडा लंड चूस दीजिये तो आपकी चूत को भी शांत कर दूं."
आंटी बोली "अभी नहीं. उसके लिए ओम आने वाला है. अब जल्दी तैयार हो कर भागो."
आंटी के मुह से ये सुन कर की अभी ओम आंटी को चोदने आने वाला है मेरा मन उन दोनों की चुदाई देखने का करने लगा. पर मैंने आंटी से नहीं कहा क्योंकि वो मना कर देती. इसीलिए मैंने चुपचाप आंटी के साथ नहाया और बाहर आकर कपडे पहन लिए और छत पर आकर ओम के आने का इंतज़ार करने लगा.
vnraj
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Re: नए पड़ोसी

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गर्मागर्म पेशकश
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