नए पड़ोसी complete
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Re: नए पड़ोसी
फ्लाइट में मुझे रेणुका की थोड़ी चिंता भी हो रही थी की राजेश और रेणुका के बीच क्या होगा. कहीं रेणुका बाद में कोई बवाल न खड़ा कर दे पर दिव्या ने मुझे भरोसा दिलाया की राजेश दूसरो की बीवियां फ़साने में बहुत एक्सपर्ट है और जब तक रेणुका उसे ग्रीन सिग्नल नहीं देगी तब तक वो बातों से कुछ भी नहीं करेगा. यही सब बात करते हुए हमारी फ्लाइट लंड हो गयी. गोवा पहुंचकर हम दोनों राजेश के बुक कराये होटल में पहुच गए. होटल काफी शानदार था. मैंने दिव्या से कहा की राजेश भैया ने काफी पैसा खर्च कर दिया. तो दिव्या बोली अब अपनी बीवी पर ही तो किया है किसी गैर पर तो नहीं. रात काफी हो गयी थी तो हम दोनों ने खाना खाया और अपने कमरे में जाकर सो गए. अगले ७ दिन हम दोनों कमरे में ही रहे और मैं दिव्या की धुआधार चुदाई करता रहा बीच में सिर्फ एक बार मैंने और दिव्या ने घर फोन किया. रेणुका ने मुझे बताया की राजेश भैया ने ठीक से उसे घर पंहुचा दिया और राजेश ने दिव्या से कहा की अभी तक मामला आगे नहीं बढ़ा है बस वो रेणुका के साथ थोडा हसी मजाक कर लेता है. मुझे थोड़ी तसल्ली हुई की वहां सब ठीक है. आठवे दिन दिव्या बोली "यार अब ये चुदाई तो वापस लौट कर भी होती ही रहेगी लेकिन गोवा आये है तो थोडा घूम भी लेते है." दिन में तो हम दोनों बीच में नहाने चले गए. दिव्या का सेक्सी बदन बिकिनी में इतना कमाल लग रहा था की मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ और मैं उसे चोदने के लिए होटल में वापस ले आया.
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Re: नए पड़ोसी
दोपहर भर मैंने दिव्या को चोदा और शाम को फिर से नहा धोकर हमने अपने अपने कपड़े पहने और घूमने बाहर निकल गए.
गोवा आकार दिव्या तो एकदम बिंदास हो गयी थी. सुबह वो बिकिनी में बीच में घूम रही थी और अब उसने एक बहुत छोटी और ट्रांसपेरेंट ड्रेस पहनी थी जिसमे दिव्या का शरीर बहुत खूबसूरत लग रहा था. उसकी भरी हुई चूचियां और उसकी गोल मटोल गांड बहुत ही सेक्सी लग रही थी. रस्ते में बहुत से लोग पीछे से उसकी गांड को मटकते हुए बहुत वासना भरी नजरों से देख रहे थे जैसे उसका पिछवाड़ा नंगा करके वहीं चोद लेंगे. उस छोटी और ट्रांसपेरेंट ड्रेस में दिव्या ऐसा चुदाई वाला माल लग रही थी की 20 साल के लड़कों से लेकर 50 साल तक के आदमी दिव्या के शरीर को वासना भरी नजरों से नजरों से घूर रहे थे. दिव्या की ड्रेस जांघों पर सिर्फ वहीं तक आ रही थी जहां से चूत की लाइन शुरू होती है.
होटल से निकल कर मैंने एक बाइक रेंट पर ली और बीच की तरफ घूमने निकल गया. बीच पर पहुंचकर मैंने देखा वहां पर एक मार्केट लगी हुई थी जहां पर म्यूजिक बज रहा था और लोग डांस कर रहे थे एक तरफ शराब की दुकान और बार था. बार में लड़के-लड़कियों बैठकर दारु पी रहे और डांस कर रहे थे. हमने अपने लिए भी शराब का ऑर्डर दिया और हम बैठकर दारु पीने लगे. वहां का माहोल बहुत ही खुला और सेक्सी था. शराब के नशे में लड़के और लड़कियां चिपक चिपक कर नाच रहे थे हम दोनों को भी नशा चढ़ गया था. तो हम दोनों भी नाचने पहुच गए. मैं तो आराम से नाच रहा था पर दिव्या काफी बेपरवाह होकर नाचने लगी. हमारे पास एक खूबसूरत सा फिरंगी लड़का भी नाच रहा था. मैंने देखा की वो लड़का जान बूझ कर नाचते नाचते दिव्या को टच कर रहा था. मुझे ये देख कर बहुत उत्तेजना हुई पर दिव्या उस से थोड़ा अलग हटने लगी. मैंने दिव्या को रोका और लड़के का हाथ पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया और हम तीनो डांस करने लगे.
लड़का उम्र में मुझसे भी छोटा होगा पर सुंदर था उसकी बॉडी भी काफी अच्छी थी. जब दिव्या उस लड़के की तरफ मुंह करके नाची तो मैं मौका देख कर दिव्या के पीछे की तरफ आ गया और दिव्या से चिपक कर डांस करने लगा. मैंने दिव्या को पीछे से पकड़ लिया और उसको धीरे-धीरे आगे सरका कर उस लड़के के साथ सटा दिया. अब हम दोनों ने दिव्या को बीच में दबा लिया था और दिव्या को बीच में लेकर सैंडविच की तरह सहलाना शुरू किया. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. दिव्या भी डांस को एंजॉय कर रही थी. उसने दोनों हाथों से लड़के की कमर पकड़ ली और इस तरह से डांस करने लगी जिससे मुझे लगा कि शायद उस लड़के का लंड दिव्या की चूत से टच हो रहा है. मुझे लगा की अगर वो लड़का अपना लंड दिव्या की चूत में डाले तो कितना मजा आयेगा. थोड़ी देर में मैंने दिव्या का मुंह अपनी तरफ घुमा लिया अब वो लड़का भी डांस करते हुए दिव्या की गांड के बीच में अपने लंड को रगड़ रहा था. मैंने उस लड़के के हाथ उठा कर दिव्या की चून्चियो पर रख दिए. मेरी तरफ से छूट पाकर उसने दिव्या की चूचियां दबाना शुरू कर दिया. दिव्या की ड्रेस छोटी थी तो उस लड़के ने उसे ऊपर उठा दिया और दिव्या की पेंटी पर अपना लंड रगड़ने लगा.
गोवा आकार दिव्या तो एकदम बिंदास हो गयी थी. सुबह वो बिकिनी में बीच में घूम रही थी और अब उसने एक बहुत छोटी और ट्रांसपेरेंट ड्रेस पहनी थी जिसमे दिव्या का शरीर बहुत खूबसूरत लग रहा था. उसकी भरी हुई चूचियां और उसकी गोल मटोल गांड बहुत ही सेक्सी लग रही थी. रस्ते में बहुत से लोग पीछे से उसकी गांड को मटकते हुए बहुत वासना भरी नजरों से देख रहे थे जैसे उसका पिछवाड़ा नंगा करके वहीं चोद लेंगे. उस छोटी और ट्रांसपेरेंट ड्रेस में दिव्या ऐसा चुदाई वाला माल लग रही थी की 20 साल के लड़कों से लेकर 50 साल तक के आदमी दिव्या के शरीर को वासना भरी नजरों से नजरों से घूर रहे थे. दिव्या की ड्रेस जांघों पर सिर्फ वहीं तक आ रही थी जहां से चूत की लाइन शुरू होती है.
होटल से निकल कर मैंने एक बाइक रेंट पर ली और बीच की तरफ घूमने निकल गया. बीच पर पहुंचकर मैंने देखा वहां पर एक मार्केट लगी हुई थी जहां पर म्यूजिक बज रहा था और लोग डांस कर रहे थे एक तरफ शराब की दुकान और बार था. बार में लड़के-लड़कियों बैठकर दारु पी रहे और डांस कर रहे थे. हमने अपने लिए भी शराब का ऑर्डर दिया और हम बैठकर दारु पीने लगे. वहां का माहोल बहुत ही खुला और सेक्सी था. शराब के नशे में लड़के और लड़कियां चिपक चिपक कर नाच रहे थे हम दोनों को भी नशा चढ़ गया था. तो हम दोनों भी नाचने पहुच गए. मैं तो आराम से नाच रहा था पर दिव्या काफी बेपरवाह होकर नाचने लगी. हमारे पास एक खूबसूरत सा फिरंगी लड़का भी नाच रहा था. मैंने देखा की वो लड़का जान बूझ कर नाचते नाचते दिव्या को टच कर रहा था. मुझे ये देख कर बहुत उत्तेजना हुई पर दिव्या उस से थोड़ा अलग हटने लगी. मैंने दिव्या को रोका और लड़के का हाथ पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया और हम तीनो डांस करने लगे.
लड़का उम्र में मुझसे भी छोटा होगा पर सुंदर था उसकी बॉडी भी काफी अच्छी थी. जब दिव्या उस लड़के की तरफ मुंह करके नाची तो मैं मौका देख कर दिव्या के पीछे की तरफ आ गया और दिव्या से चिपक कर डांस करने लगा. मैंने दिव्या को पीछे से पकड़ लिया और उसको धीरे-धीरे आगे सरका कर उस लड़के के साथ सटा दिया. अब हम दोनों ने दिव्या को बीच में दबा लिया था और दिव्या को बीच में लेकर सैंडविच की तरह सहलाना शुरू किया. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. दिव्या भी डांस को एंजॉय कर रही थी. उसने दोनों हाथों से लड़के की कमर पकड़ ली और इस तरह से डांस करने लगी जिससे मुझे लगा कि शायद उस लड़के का लंड दिव्या की चूत से टच हो रहा है. मुझे लगा की अगर वो लड़का अपना लंड दिव्या की चूत में डाले तो कितना मजा आयेगा. थोड़ी देर में मैंने दिव्या का मुंह अपनी तरफ घुमा लिया अब वो लड़का भी डांस करते हुए दिव्या की गांड के बीच में अपने लंड को रगड़ रहा था. मैंने उस लड़के के हाथ उठा कर दिव्या की चून्चियो पर रख दिए. मेरी तरफ से छूट पाकर उसने दिव्या की चूचियां दबाना शुरू कर दिया. दिव्या की ड्रेस छोटी थी तो उस लड़के ने उसे ऊपर उठा दिया और दिव्या की पेंटी पर अपना लंड रगड़ने लगा.
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Re: नए पड़ोसी
मैंने देखा की काफी लोग वहां खुले आम किस कर रहे है. कई लडकिया तो बिकिनी में नाच रही थी तो मैंने भी दिव्या को पकड़कर किस कर लिया. दिव्या अब एकदम पागल हुई जा रही थी. वो डांस छोड़ कर टेबल पर वापस आ गयी. मैं भी उस लड़के को लेकर उस टेबल पर आ गया. मैं उस लड़के से बात करने लगा. उसने बताया की वो नार्वे से है और अपनी गर्लफ्रेंड के साथ गोवा आने वाला था पर उसकी गर्लफ्रेंड को कुछ काम पड़ गया तो वो अगले हफ्ते आएगी तो फिलहाल वो यहाँ अकेला है और अपनी गर्लफ्रेंड का वेट कर रहा है. उसने अपना नाम सनी बताया. मैंने खाना आर्डर किया और खाने लगे. उसने मेरे बारे में पुछा तो मैंने बताया की हम दोनों पति पत्नी है और गोवा घूमने आये है. उसने मुझसे पुछा की मेरी पत्नी उम्र में मुझसे थोड़ी बड़ी लगती है तो मैंने कहा की हमारी लव मैरिज है और दिव्या की ये दूसरी शादी. दिव्या की सारे शरीर की रगड़ाई करके अब वह खुल गया था और दिव्या भी उससे खुल गई थी.
उसने इंग्लिश में दिव्या से कहा " यू आर अन अमेजिंग लेडी. यू अर वैरी हॉट एंड सेक्सी"
दिव्या के चेहरे पर शर्म से लाली आ गई पर फिर दिव्या बोली "आप भी बहुत सुंदर हो और मैंने आज लाइफ का सबसे सेक्सी डांस किया मुझे बहुत मजा आया." हम दोनों उस लड़के से अच्छी-अच्छी बातें करते खाना खाते खाते हमारी अच्छी दोस्ती हो गई. खाना खत्म होने के बाद जब चलने की बारी आई तो मैंने दिव्या से पुछा की क्यों न सनी को होटल ले चले पर दिव्या बोली की "नहीं. बस डांस तक ठीक था"
वैसे राजेश ने मुझे खुली छूट दे रखी थी. उसने मुझसे कह दिया था की अब अगले १५ दिन दिव्या तुम्हारी प्रॉपर्टी है. मेरा उससे कुछ लेना देना नहीं होगा. जो करना चाहो वो करना पर बस वो मत करना जो अपनी बीवी के साथ नहीं करोगे मत ब उसे किसी तरह को कोई चोट न लगे इसीलिए मेरा बहुत मन होने के बाद भी मैंने सनी को बाय किया और वापस होटल की तरफ चल दिए. रास्ते में बाइक पर मैंने महसूस किया की दिव्या मुझे बार-बार जोर से पकड़ कर मुझसे चिपक रही थी. मैं समझ गया की सैंडविच बन कर डांस करना उसे याद आ रहा है. हम होटल के कमरे में आ गए. कुछ गोवा का माहौल कुछ शराब का नशा और इन सबके ऊपर एक खूबसूरत अजनबी के बीच सैंडविच डांस का मजा दिव्या को पागल कर रहा था.
मैं और दिव्या दोनों ही बहुत एक्साइटेड थे. मैंने आते ही दिव्या की ड्रेस उतार दी और उसने मेरे कपड़े उतार दिए और एक दूसरे को चाटने लगे. अब मैं नीचे लेट गया और दिव्या ने मेरे ऊपर आकर 69 वाला आसन बनाकर मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और अपनी चूत मेरे मुंह के ऊपर रख दी मैंने चूत में जीभ डालकर उसे जोर जोर से चाटने लगा और दिव्या भी मेरा लंड पूरा मुंह में लेकर जोर जोर से चाटने लगी. उसकी चूत चाटने वजह से बहुत पानी छोड़ रही थी और वह बुरी तरह चुदना चाहती थी पर दिव्या ने मेरा लंड चूसते हुए मेरा पानी निकाल दिया और पूरा पी गयी. मैंने दिव्या से कहा " देखो मेरी बात मान लेती तो मेरा निकलने के बाद भी मस्त चुदाई करवाती रहती"
दिव्या सेक्स में पागल हुई जा रही थी मेरी तरफ देख कर बोली "सही में मजा आ जाता. गलती हो गई. आज तक किसी फिरंगी के साथ किया भी नहीं और वो लड़का तो पूरा माल था. आज साले को चोद डालती."
मैंने दिव्या से पुछा "अब बुला लूं क्या?" दिव्या बोली "अब कहां से आएगा"
मैंने कहा "तुम यह चिंता छोड़ो उसका इंतजाम मैं कर देता हूं. मैंने उसका फोन नंबर ले लिया था. फोन करेंगे तो फ़ौरन आ जाएगा क्योंकि वो इसी होटल में रुका है."
उसने इंग्लिश में दिव्या से कहा " यू आर अन अमेजिंग लेडी. यू अर वैरी हॉट एंड सेक्सी"
दिव्या के चेहरे पर शर्म से लाली आ गई पर फिर दिव्या बोली "आप भी बहुत सुंदर हो और मैंने आज लाइफ का सबसे सेक्सी डांस किया मुझे बहुत मजा आया." हम दोनों उस लड़के से अच्छी-अच्छी बातें करते खाना खाते खाते हमारी अच्छी दोस्ती हो गई. खाना खत्म होने के बाद जब चलने की बारी आई तो मैंने दिव्या से पुछा की क्यों न सनी को होटल ले चले पर दिव्या बोली की "नहीं. बस डांस तक ठीक था"
वैसे राजेश ने मुझे खुली छूट दे रखी थी. उसने मुझसे कह दिया था की अब अगले १५ दिन दिव्या तुम्हारी प्रॉपर्टी है. मेरा उससे कुछ लेना देना नहीं होगा. जो करना चाहो वो करना पर बस वो मत करना जो अपनी बीवी के साथ नहीं करोगे मत ब उसे किसी तरह को कोई चोट न लगे इसीलिए मेरा बहुत मन होने के बाद भी मैंने सनी को बाय किया और वापस होटल की तरफ चल दिए. रास्ते में बाइक पर मैंने महसूस किया की दिव्या मुझे बार-बार जोर से पकड़ कर मुझसे चिपक रही थी. मैं समझ गया की सैंडविच बन कर डांस करना उसे याद आ रहा है. हम होटल के कमरे में आ गए. कुछ गोवा का माहौल कुछ शराब का नशा और इन सबके ऊपर एक खूबसूरत अजनबी के बीच सैंडविच डांस का मजा दिव्या को पागल कर रहा था.
मैं और दिव्या दोनों ही बहुत एक्साइटेड थे. मैंने आते ही दिव्या की ड्रेस उतार दी और उसने मेरे कपड़े उतार दिए और एक दूसरे को चाटने लगे. अब मैं नीचे लेट गया और दिव्या ने मेरे ऊपर आकर 69 वाला आसन बनाकर मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और अपनी चूत मेरे मुंह के ऊपर रख दी मैंने चूत में जीभ डालकर उसे जोर जोर से चाटने लगा और दिव्या भी मेरा लंड पूरा मुंह में लेकर जोर जोर से चाटने लगी. उसकी चूत चाटने वजह से बहुत पानी छोड़ रही थी और वह बुरी तरह चुदना चाहती थी पर दिव्या ने मेरा लंड चूसते हुए मेरा पानी निकाल दिया और पूरा पी गयी. मैंने दिव्या से कहा " देखो मेरी बात मान लेती तो मेरा निकलने के बाद भी मस्त चुदाई करवाती रहती"
दिव्या सेक्स में पागल हुई जा रही थी मेरी तरफ देख कर बोली "सही में मजा आ जाता. गलती हो गई. आज तक किसी फिरंगी के साथ किया भी नहीं और वो लड़का तो पूरा माल था. आज साले को चोद डालती."
मैंने दिव्या से पुछा "अब बुला लूं क्या?" दिव्या बोली "अब कहां से आएगा"
मैंने कहा "तुम यह चिंता छोड़ो उसका इंतजाम मैं कर देता हूं. मैंने उसका फोन नंबर ले लिया था. फोन करेंगे तो फ़ौरन आ जाएगा क्योंकि वो इसी होटल में रुका है."
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Re: नए पड़ोसी
दिव्या अपनी चूत को अपनी उंगली से रगड़ते हुए बोली "बुला लो उसको आज मुझे सेंडविच बनवा ही लो तुझे भी मजा आ जाएगा और मैं तो जन्नत की सैर करूंगी ही." मैंने सनी को मैसेज कर दिया. उसने कहा की वो ५ मिनट में आ रहा है. उसके आने के एक्साइटमेंट से दिव्या में और मुझ में जोश भर गया.
दिव्या अपनी चूत पर अभी उंगली फिरा ही रही थी की सनी ने दरवाजे पर दस्तक दी. दस्तक सुनकर दिव्या उठकर कपड़े पहने की तरफ चली. मैंने मना कर दिया "यार जब चुदाई ही करवानी है तो फिर शर्म कैसी? और वैसे भी वह तुम्हें कपड़ों के ऊपर तो रगड़ ही चुका है और तुम भी उसे कपड़ों के ऊपर रगड़ चुकी हो तो फिर शर्म छोड़ो. तुम दोनों एक दूसरे को नंगा करो और छेड़छाड़ शुरू करो मैं तब तक दो दो पैग और बनाता हूं. दो दो पैग लगाकर फिर चुदाई शुरू करेंगे."
मैंने दरवाजा खोलकर सनी को अंदर बुला लिया उसका हाथ पकड़ कर डबल बेड के पास लेकर गया और बोला चलो भाई शुरू हो जाओ. उसे देखते ही दिव्या सेक्स से पागल हो गई. दिव्या ने बेड पर से उठ कर तेजी से सनी का हाथ पकड़कर बेड पर खींच लिया और बदहवासी में उसकी कमीज फाड़ दी और उसको ऊपर से नंगा करके उसकी छाती, कमर और पेट पर हाथ फिराने लगी. सनी तो पहले से ही दिव्या के शरीर पर फिदा हो गया था. दिव्या के इस तरह छेड़ने से बहुत बहुत उत्तेजित होने लगा.. दिव्या अब उसके लंड से खेलना चाहती थी. दिव्या ने उसकी पैंट की हुक को खोला और उसके पैंट की चैन को खोल दिया अब दिव्या को बहुत एक्साइटमेंट हो रहा था.
पैंट की चैन खोलने के बाद दिव्या ने पैंट नीचे उतार दी अंडरवेअर में सनी बहुत सेक्सी लग रहा था उसके सेक्सी बदन को देख कर दिव्या चेहरा खुशियों से खिल गया. दिव्या उसके सामने अपने घुटनों पर बैठ गयी और अपने दोनों हाथों से सनी की गांड को सहलाने लगी. सनी की गांड को सहलाने के बाद दिव्या ने सनी के लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही सहलाने शुरु किया. उसके लंड को पकड़ कर दिव्या की सांसे और तेज होने लगी अब दिव्या से सब्र नहीं हो रहा था. दिव्या ने उसका फिरंगी लंड अंडर वियर से बाहर निकाल लिया.. उसका लंड राजेश और मेरे लंड से कुछ बड़ा और ज्यादा मोटा रहा होगा. उसका लंड देखकर दिव्या पागल हो गई.. और उसकी खुशी देखकर मेरा भी लंड दोबारा से खड़ा हो गया. दिव्या ने सनी का लड बुरी तरह से चाटना शुरू कर दिया था. सनी ने दिव्या को उठाकर 69 का पोज बना लिया और उसकी चूत को चाटने लगा सनी दिव्या की चूचियां दबा रहा था नीचे से और फिर उसकी कमर उसकी गांड सहला रहा था. इसी बीच में मैंने दोनों को एक एक पैग बना कर दे दिया. उन्होंने अपना पैग जल्दी से खत्म करके अपना काम फिर शुरू कर दिया.
दिव्या अपनी चूत पर अभी उंगली फिरा ही रही थी की सनी ने दरवाजे पर दस्तक दी. दस्तक सुनकर दिव्या उठकर कपड़े पहने की तरफ चली. मैंने मना कर दिया "यार जब चुदाई ही करवानी है तो फिर शर्म कैसी? और वैसे भी वह तुम्हें कपड़ों के ऊपर तो रगड़ ही चुका है और तुम भी उसे कपड़ों के ऊपर रगड़ चुकी हो तो फिर शर्म छोड़ो. तुम दोनों एक दूसरे को नंगा करो और छेड़छाड़ शुरू करो मैं तब तक दो दो पैग और बनाता हूं. दो दो पैग लगाकर फिर चुदाई शुरू करेंगे."
मैंने दरवाजा खोलकर सनी को अंदर बुला लिया उसका हाथ पकड़ कर डबल बेड के पास लेकर गया और बोला चलो भाई शुरू हो जाओ. उसे देखते ही दिव्या सेक्स से पागल हो गई. दिव्या ने बेड पर से उठ कर तेजी से सनी का हाथ पकड़कर बेड पर खींच लिया और बदहवासी में उसकी कमीज फाड़ दी और उसको ऊपर से नंगा करके उसकी छाती, कमर और पेट पर हाथ फिराने लगी. सनी तो पहले से ही दिव्या के शरीर पर फिदा हो गया था. दिव्या के इस तरह छेड़ने से बहुत बहुत उत्तेजित होने लगा.. दिव्या अब उसके लंड से खेलना चाहती थी. दिव्या ने उसकी पैंट की हुक को खोला और उसके पैंट की चैन को खोल दिया अब दिव्या को बहुत एक्साइटमेंट हो रहा था.
पैंट की चैन खोलने के बाद दिव्या ने पैंट नीचे उतार दी अंडरवेअर में सनी बहुत सेक्सी लग रहा था उसके सेक्सी बदन को देख कर दिव्या चेहरा खुशियों से खिल गया. दिव्या उसके सामने अपने घुटनों पर बैठ गयी और अपने दोनों हाथों से सनी की गांड को सहलाने लगी. सनी की गांड को सहलाने के बाद दिव्या ने सनी के लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही सहलाने शुरु किया. उसके लंड को पकड़ कर दिव्या की सांसे और तेज होने लगी अब दिव्या से सब्र नहीं हो रहा था. दिव्या ने उसका फिरंगी लंड अंडर वियर से बाहर निकाल लिया.. उसका लंड राजेश और मेरे लंड से कुछ बड़ा और ज्यादा मोटा रहा होगा. उसका लंड देखकर दिव्या पागल हो गई.. और उसकी खुशी देखकर मेरा भी लंड दोबारा से खड़ा हो गया. दिव्या ने सनी का लड बुरी तरह से चाटना शुरू कर दिया था. सनी ने दिव्या को उठाकर 69 का पोज बना लिया और उसकी चूत को चाटने लगा सनी दिव्या की चूचियां दबा रहा था नीचे से और फिर उसकी कमर उसकी गांड सहला रहा था. इसी बीच में मैंने दोनों को एक एक पैग बना कर दे दिया. उन्होंने अपना पैग जल्दी से खत्म करके अपना काम फिर शुरू कर दिया.
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Re: नए पड़ोसी
दिव्या के शरीर से खेलते हुए सनी को बहुत मजा आ रहा था और मुझे देखते हुए. मैंने सोचा की जब मैं रेणुका को ऐसे ही राजेश के साथ देखूँगा तब कितना मजा आयगा. सनी दिव्या को नंगा देखकर वासना मैं पागल हो गया. सनी के नंगे शरीर को दिव्या भी बहुत अच्छी तरह भोग रही थी वह सनी के शरीर के हर हिस्से को छेड़ रही थी और जीभ से चाट रही थी और दांतों से काट रही थी. सनी और दिव्या एक दूसरे को पूरा मजा दे रहे थे अब दिव्या और सनी से बर्दाश्त नहीं हो रहा था. सनी ने दिव्या को बेड पर लिटा दिया और उसकी टांग खोल कर उसकी चूत के मुंह पर अपना लंड लगा दिया.
दिव्या को सनी के खूबसूरत लंड को अंदर लेने की फीलिंग लेते हुए देखना बहुत एक्साइटिंग था जैसे जैसे सनी ने अपना लंड दिव्या की चूत में धीरे धीरे अंदर सरकाया तो दिव्या तड़प उठी और उसने सनी की गांड को पकड़ते हुए उसको अपनी चूत की तरफ खींचा जिससे उसका लंड दिव्या की चूत के और अंदर जाए.
सनी ने धीरे-धीरे सारा लंड दिव्या की चूत के अंदर पहुंचा दिया. दिव्या अब जन्नत के मजे लेने लगी थी. अब सनी ने चुदाई धीरे-धीरे तेज कर दी थी और अब दिव्या को और मजा आने लगा था. दिव्या ने मेरी तरफ देख कर कहा कि अब मुझे मजा आ रहा है अब मुझे दोनों मिलकर चोदो.
मैंने अपना लंड दिव्या के मुंह में डाल दिया और सनी दिव्या की चूत में अपने लंड से मालिश करता रहा. हम दोनों दिव्या के मुंह और चूत को चोदते रहे. थोड़ी देर चुदाई के बाद सनी ने कहा कि मुझे भी अपना लंड चटवाना है तब उसने दिव्या को घोड़ी बनाया और उसके मुंह के सामने खुद अपना लंड लेकर खड़ा हो गया मैंने पीछे से दिव्या की चूत की चुदाई शुरू कर दी. चूत की चुदाई से दिव्या को मजा आ रहा था और सनी का लंड पीने में उसे और मजा आ रहा था क्योंकि मेरा लंड पीते-पीते काफी टाइम हो गया था…थोड़ा चेंज मिलने उसको भी अच्छा लगा… और जब एक नया और बड़ा लंबा लंड चूसने को मिला तो दिव्या बहुत एक्साइटेड हो गई थी और मुझे भी बहुत अच्छा लगा मैं भी यही चाहता था दिव्या इस चेंज के पूरे मजे ले और खुलकर चुदाई करें और करवाए.
सनी का लंड बड़ा था लेकिन दिव्या फिर भी उसे काफी अंदर ले रही थी और उसके मुंह से लार टपक रही थी. दिव्या को सनी का लंड चाटना इतना अच्छा लग रहा था कि उसका रुकने का मन नहीं कर रहा था. थोड़ी देर ऐसे ही चुदाई के बाद दिव्या बोली मुझे सेंडविच भी तो बनाओ.
दिव्या को सनी के खूबसूरत लंड को अंदर लेने की फीलिंग लेते हुए देखना बहुत एक्साइटिंग था जैसे जैसे सनी ने अपना लंड दिव्या की चूत में धीरे धीरे अंदर सरकाया तो दिव्या तड़प उठी और उसने सनी की गांड को पकड़ते हुए उसको अपनी चूत की तरफ खींचा जिससे उसका लंड दिव्या की चूत के और अंदर जाए.
सनी ने धीरे-धीरे सारा लंड दिव्या की चूत के अंदर पहुंचा दिया. दिव्या अब जन्नत के मजे लेने लगी थी. अब सनी ने चुदाई धीरे-धीरे तेज कर दी थी और अब दिव्या को और मजा आने लगा था. दिव्या ने मेरी तरफ देख कर कहा कि अब मुझे मजा आ रहा है अब मुझे दोनों मिलकर चोदो.
मैंने अपना लंड दिव्या के मुंह में डाल दिया और सनी दिव्या की चूत में अपने लंड से मालिश करता रहा. हम दोनों दिव्या के मुंह और चूत को चोदते रहे. थोड़ी देर चुदाई के बाद सनी ने कहा कि मुझे भी अपना लंड चटवाना है तब उसने दिव्या को घोड़ी बनाया और उसके मुंह के सामने खुद अपना लंड लेकर खड़ा हो गया मैंने पीछे से दिव्या की चूत की चुदाई शुरू कर दी. चूत की चुदाई से दिव्या को मजा आ रहा था और सनी का लंड पीने में उसे और मजा आ रहा था क्योंकि मेरा लंड पीते-पीते काफी टाइम हो गया था…थोड़ा चेंज मिलने उसको भी अच्छा लगा… और जब एक नया और बड़ा लंबा लंड चूसने को मिला तो दिव्या बहुत एक्साइटेड हो गई थी और मुझे भी बहुत अच्छा लगा मैं भी यही चाहता था दिव्या इस चेंज के पूरे मजे ले और खुलकर चुदाई करें और करवाए.
सनी का लंड बड़ा था लेकिन दिव्या फिर भी उसे काफी अंदर ले रही थी और उसके मुंह से लार टपक रही थी. दिव्या को सनी का लंड चाटना इतना अच्छा लग रहा था कि उसका रुकने का मन नहीं कर रहा था. थोड़ी देर ऐसे ही चुदाई के बाद दिव्या बोली मुझे सेंडविच भी तो बनाओ.