नए पड़ोसी complete

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Rishu
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Re: नए पड़ोसी

Post by Rishu »

फ़ौरन लंड की पिचकारियों को दिव्या ने अपने मुँह में ले लिया एक दो पिचकारी दिव्या के बूब्स पर गिरी जिनको बाद में दीदी ने चाट लिया. रश्मि दीदी और दिव्या ने लंड को अच्छे से चाटा और साफ़ किया. फिर हम लोगों ने नंगे ही खाना खाया. खाने के बाद दिव्या बोली "बर्थडे है तो मीठा तो होना ही चाहिए." और वो फ्रीज़र से आइसक्रीम निकाल लाई.

रश्मि दीदी को मस्ती आ रही थी. वह एक बड़ा सा पीस काटकर अपनी चुचियों के बीच रख कर मुझसे बोली "भैया आज मेरा आइसक्रीम खाने का अलग मूड है. लंड को मेरी चुचियों के बीच में इस आइसक्रीम में रगड़ो. मैं लंड से ही आइसक्रीम खाऊंगी."

मैं खड़ा हुआ और रश्मि दीदी ने अपनी दोनों चुचियों को आपस में मिलाया. मैंने लंड को चुचियों के बीच में घुसाया और दिव्या से बोली "भाभी, थोड़ी और आइसक्रीम डालो न लंड के टोपे पर!" तो दिव्या ने काफी आइसक्रीम मेरे लंड के टोपे पर डाल दी.

अब मैं लंड से दीदी की चुचियों को चोदने लगा. जैसे ही लंड आगे जाता तो दीदी जीभ से लंड के टोपे को चाटकर साफ़ कर देती और फिर जब लंड पीछे आता तो लंड के टोपे पर फिर आइसक्रीम लग जाती लंड भी ठंडा हो रहा था तो मुझे भी मजा आ रहा था.



रश्मि दीदी को इस तरह आइसक्रीम खाते देख दिव्या भी ‘ऐसे ही मैं भी आइसक्रीम खाऊंगी’ कह कर बची आइसक्रीम को वापस फ्रीज़र में रख आई की पिघले ना!

रश्मि दीदी ने अपनी पूरी आइसक्रीम लंड के टोपे से खाई. अब मैंने लंड को दीदी की चुचियों से निकाल कर उनके मुँह में दे दिया जिसको दीदी ने अच्छे से चाटकर साफ़ कर दिया और मैंने रश्मि की चुचियों पर बची हुई आइसक्रीम को चाट कर साफ़ कर दिया. दिव्या ने भी मुझे लंड उसकी चुचियों के बीच घुसाने को बोली तो अब मैंने लंड को दिव्या की चुचियों में घुसा दिया. लंड बिलकुल लोहे की रॉड की तरह हो रहा था जिससे लंड का टोपा पूरा खुला हुआ और लाल टमाटर की तरह चमक रहा था.

दिव्या ने रश्मि दीदी से आइसक्रीम लाकर दिव्या की चुचियों पर डालने को कहा तो रश्मि दीदी आइसक्रीम निकल लाई और काफी सारी आइसक्रीम दिव्या की चुचियों और लंड के टोपे पर गिरा दी. अब फिर मैं दिव्या की चुचियों को चोदने लगा तो दिव्या भी रश्मि दीदी की तरह आइसक्रीम खाने लगी. उधर रश्मि दीदी ने थोड़ी आइसक्रीम दिव्या की चूत पर डालकर खुद भी खाने लगी तो मैं बोला "साली कमीनी रश्मि की बच्ची, कुछ आइसक्रीम मेरे लिए भी तो छोड़! मुझे भी तुम दोनों की चुचियों और चूत पर डाल कर आइसक्रीम खानी है."

तो रश्मि दीदी बोली "मैंने अभी देखा की एक पैक और रखा है. खा लेना, क्यों भूखा मर रहा है, तेरा लंड तो खा ही रहा है आइसक्रीम!"

फिर दिव्या लंड के टोपे से आइसक्रीम खा रही थी और रश्मि दीदी दिव्या की चूत से. अब मेरा लंड अपनी मलाई भी फेंकने लगा तो दिव्या की आइसक्रीम स्पेशल आइसक्रीम बन गई. लंड की मलाई के साथ आइसक्रीम का मजा दिव्या ले रही थी. जैसे ही आइसक्रीम खत्म हुई दिव्या ने लंड को अच्छे से चूस कर साफ़ किया और मेरी गोलियों को भी चूस कर साफ़ किया. मेरा बर्थडे ऐसा कभी नही मना था. अब हम लोग दिव्या के बैडरूम में आकर वापस बाथरूम में घुस गए और एक बार फिर नहाये और बाहर आकर हम तीनो नंगे ही बैडरूम में सो गए.
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pongapandit
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Re: नए पड़ोसी

Post by pongapandit »

superrrrrrrrrrrrrrrr hotttttttttttttttttttttt
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rajaarkey
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Re: नए पड़ोसी

Post by rajaarkey »

mast dhamake dar update hai dost
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &;
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- Raj sharma
Rishu
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Re: नए पड़ोसी

Post by Rishu »

अगले दिन सुबह हम काफी देर से उठे. उठते ही जब मैंने दिव्या और दीदी का नंगा बदन देखा तो उन्हें एक बार और चोदने का मन करने लगा पर बैंक के लिए देर हो रही थी तो मैं फटाफट तैयार होकर बैंक निकल गया और रश्मि दीदी और दिव्या नहाने बाथरूम में घुस गए. शाम को जब मैं बैंक से लौटा तो घर पर ताला लगा था. मैं समझ गया की दीदी दिव्या के घर पर ही हैं. मैं कपडे बदल कर जब दिव्या के यहाँ पंहुचा तो मैंने देखा की दिव्या और दीदी एक दुसरे की बाँहों में नंगे ही सो रहे थे.

मैंने उनको जगाया नहीं और किचेन में जाकर कुछ खाने के लिए बनाने लगा. थोड़ी देर बाद आवाज से दिव्या जाग गयी और किचन में आ गयी. मुझे देख कर बोली "अरे हमे जगाया क्यों नहीं."

"तुम दोनों नंगी सोती हुई बहुत सुन्दर लग रही थी. जगाने का मन नहीं हुआ." मैंने कहा.

दिव्या हसने लगी और बोली "सब लडको को नंगी औरत बहुत सुन्दर लगती है पर तुम्हारी बहन भी कमाल है. आज स्कूल की छुट्टी करवा दी. पूरे दिन में मुझे निचोड़ डाला रश्मि ने. पूरे बदन में मीठा मीठा दर्द हो रहा है."

तब तक रश्मि भी जग कर आ गयी. मुझे देख कर बोली "भैया ये क्या? जब हूँ तीनो घर पर अकेले हो तो तुम कपडे नहीं पहनोगे. समझे चलो उतारो कपडे."

दीदी के कहने पर मैं भी नंगा हो गया. हम तीनो ने मिल कर खाना बनाया, खाया और फिर से हम तीनो चुदाई में जुट गए. अगले दो दिन यही चलता रहा. रात भर हम लोग चुदाई करते और लगभग सुबह होते होते मैं सोता और ९ बजे थ कर बैंक भाग जाता. तीसरे दिन सुबह दिव्या ने मुझे जगाया और कहा "सुनो मनीष मैं आज कई दिन बाद स्कूल जा रही हूँ. तुम राजेश और रेणुका को एअरपोर्ट से ले आना."

मैं फटाफट तैयार होकर उन दोनों को लेने एअरपोर्ट पहुच गया. राजेश और रेणुका की फ्लाइट आ चुकी थी तो मैं दोनों का लगेज काउंटर पर इंतज़ार करने लगा. थोड़ी देर में राजेश और रेणुका आ गए. उफ्फ्फ रेणुका की तो कायापलट हो गयी थी. एक महीने में राजेश ने उसे क्या बना दिया था. हमेशा साड़ी में ढकी रहने वाली मेरी शर्मीली बीवी हॉट पैन्ट्स और टीशर्ट में सामने से आ रही थी और पूरा एअरपोर्ट उसे घूर रहा था.
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