बीबी से प्यारी बहना complate

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rajsharma
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Re: बीबी से प्यारी बहना

Post by rajsharma »

Ankit wrote:update
Ankit wrote:superb update Raj bhai
Rohit Kapoor wrote:Waiting more Raj bhai
prakash wrote:badhiya likh rahe ho
wasim ko biwi ki kunwari choot to nahi mili, par sali sana ki kunwari choot wasim ko hi dilwao, isse uska badla poora ho jayega, aur chahe to sana ko wasim ki dusri biwi hi bana do, sana ko bahar kisi ladke ke saath mat chudwana, usko sirf wasim ke liye hi rakhna. aur wasim se family ki sari ladies ko chudwa sakte ho, isse story aur badhegi aur apna badla lene ke liye wasim, jubaida ke lover imran aur uske dosto ki maa-bahan ko chode to bhi story mein maza aayega. aur chahe to badla poora karne ke liye wasim se imran aur uske dosto ki gaand bhi marwa sakte ho uski family ke samne.
दोस्त इसका जबाब आपको अगली ही पोस्ट में मिल जाएगा .
prakash wrote:aur erotic/sex story mein jyada rona-dhona nahi hona chahiye. warna khada lund baith jata hai. isliye ab aur koi sad ya dukhi karne wala part mat dalna. aisi story mein sirf pyar aur maze wala seducing sex hona chahiye. to aisi stories best ho jati hain. iska dhyan rakho. keep it up.
दोस्त आपका कहना सही है पर सेक्स कहानी का मतलब सिर्फ़ सेक्स ही नही होता ये सारी प्रक्रिया कहाँ से शुरू हुई क्या वजह थी ऐसा क्यों हुआ बहुत सारे सवाल होते हैं जिनको दिमाग़ में रख कर ही कहानी का निर्माण होता है हाँ ये सब हो सकता था जब कहानी एक या दो पेज की हो . फिर भी कोशिश करूँगा इसे और बेहतर बनाने की
kunal wrote:aisi kahani aap hi likh sakte hain . bahut hi mast kahani hai bhai jan
Ankit wrote:update
दोस्तो आप सब के सहयोग के बहुत बहुत आभार और इंतजार के लिए माफी

अगला अपडेट बस थोड़ी ही देर में
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Re: बीबी से प्यारी बहना

Post by rajsharma »

इमरान बार बार मुझे साना का कहना था दिनरात सोच सोच कर पागल हो गई थी मैं क्या साना मेरे और ज़ुबैदा के संबंध के बारे में जानती थी। मैंने एक बार बहुत मजबूर होकर उससे कहा तो वह नाराज हो गई और फिर मुझे लगता है उसने नबीला को ये बातें बता दीं थीं। लेकिन फिर शायद खुदा को मुझ पे तरस आ गया और तुमने साना को इस्लामाबाद भेज दिया। और वह उन दरिंदों की नजर से दूर हो गई लेकिन मैं और ज़ुबैदा अब भी उन्हें बर्दाश्त कर रहें हैं। फिर चाची यह सब बातें बोलकर चुप हो गई लेकिन वह धीरे धीरे रो भी रही थी। मैं चाची को कहा चाची जान आप और ज़ुबैदा इतने समय से यह सब सहन कर रही हैं और आप या ज़ुबैदा ने एक बार भी हम में से किसी के साथ इस पीड़ा का उल्लेख नहीं किया। तो चाची ने कहा बेटा मैं किसको क्या बताती हम लोग तो पहले ही गलती कर के यहाँ लाहौर आ गए थे। गांव में सब हमारे फैसले से खुश नहीं थे। तुम्हारे चाचा को भी मैंने मजबूर किया वह तो आना ही नहीं चाहते थे लेकिन अब सोचती हूँ मैं कितनी ग़लत थी क्योंकि तुमने इतनी बातों को जानते हुए भी मेरी बेटी को तलाक नहीं दिया न मुझे बुरा भला कहा। बल्कि अपने दिल में ही दुख पाल लिया मुझे अब महसूस हो रहा है अपने अपने ही होते हैं। और बेटा अगर मैं तुम्हें या तुम्हारी माँ को पहले ज़ुबैदा का या अपना बता देती तो तुम मेरी बेटी से शादी करते क्या तुम्हारी माँ मेरी बेटी को अपनी बहू बना लेती तो बेटा खुद सोचो मैं किसे जाकर अपना दुख बताती।


मैंने कहा चाची एक बात तो बताइए इमरान के साथ और कितने लोग हैं जिन्होने आपके और ज़ुबैदा के साथ ये सब किया है। और क्या सभी के साथ ज़ुबैदा या आपकी वीडियो बनी हुई है। तो चाची ने कहा नहीं बेटा उस एक वीडियो के अलावा और कोई वीडियो उनके पास नहीं है वह बस उसी वीडियो से ही हम दोनों को ब्लैकमेल करते हैं। मैंने कहा चाची हो सकता है वो वीडियो अब उनके पास न रही हो उन्होंने डेलीट कर दिया हो क्योंकि उस वीडियो से उन्होने जो हासिल करना था मेरा मतलब है आप के और ज़ुबैदा के साथ करना था वह कर लिया है। और अब वह वीडियो डिलीट कर दी हो

चाची ने कहा नहीं बेटा ऐसी बात नहीं है वो वीडियो अभी भी उनके पास है तुम्हारे यहाँ आने से एक सप्ताह पहले इमरान घर आया हुआ था मेरे साथ रात बिताने सुबह उठी तो मुझे कहता है 2 या 3 दिन तक तैयार रहना मेरा एक दोस्त बाहर देश से आने वाला है उसके साथ रात बितानी है। मैं उसकी बात सुनकर गुस्सा हो गई थी मैंने कहा बकवास बंद करो मुझे अब और किसी से नहीं करना और न ही अपने किसी और दोस्त को मेरे घर लेकर आना। फिर उसने मेरे मुंह पे एक थप्पड़ मारा और मेरा मोबाइल उठा कर अपने मोबाइल से कुछ करता रहा फिर मोबाइल मेरे आगे फेंक कर बोला मैंने तुम्हारी बेटी की वीडियो तुम्हारे मोबाइल में डाल दी है ध्यान से देख लो अगर मेरी बात नहीं मानी तो यह वीडियो तुम्हारी गली में और मुल्तान में तुम्हारे सब रिश्तेदारों को देखा दूंगा फिर बाद में मुझे न कहना और हँसता हुआ घर से बाहर निकल गया मैंने पहली बार उस दिन अपनी बेटी की वीडियो को देखा तो सारा दिन रोती रही।

मैंने कहा चाची एक बात तो बताओ इमरान के जो दोस्त हैं उनके पास आपने ज़ुबैदा का वीडियो देखा है या कभी उन्होंने वीडियो की धमकी देकर कुछ कहा है तो चाची ने कहा नहीं वो कुछ भी नहीं कहते वो आते हैं अपना मज़ा ले कर चले जाते हैं।

मैंने कहा चाची इसका मतलब इमरान ने वह वीडियो केवल अपने पास रखी हुई है। और अपने दोस्तों को भी आप लोगों को ब्लैकमेल करके मज़े करवाता है

चाची ने कहा, हां हो भी सकता है।

मैंने कहा चाची बस समझो आपकी चिंता और पीड़ा आज समाप्त। चाची ने कहा वसीम बेटा मैं तुम्हारी बात समझी नहीं। मैंने कहा चाची आप इस पीड़ा से निकलना चाहती हैं तो आपको मेरा साथ देना होगा और मेरी कुछ बातें मानना होंगी। मैं बदले में आपकी सारी मुश्किल दूर कर दूंगा। आपको हर तरह का सुख भी दूंगा यह मेरा वादा है। और अगर आपको अभी भी इस दलदल जिसमें मज़ा तो है लेकिन बदनामी और डर है अच्छी लगने लगी है तो आपकी मर्ज़ी .


चाची मेरे पास हो गई और मेरे सीने पे अपना सिर रख कर मेरे सीने पे हाथ फेरकर बोली अगर मेरा बेटा मुझे हर तरह का सुख देने और अपना समझने के लिए तैयार है तो मैं भी अपने बेटे का पूरा पूरा साथ देने के लिए तैयार हूँ मुझे तुम्हारी हर शर्त मंजूर है।


मैंने कहा चाची तो बस ठीक है। उस लड़के इमरान की ऐसी व्यवस्था करवा दूंगा कि सारा जीवन अपने घर वालों को देखना भूल जाएगा और उससे वह वीडियो सबूत भी निकलवा लूँगा . बस आपको अब अपना यह घर बेच कर वापस मेरे साथ गांव चलना होगा और वहां हमारे साथ ही रहना होगा। और आपका जब अपने दिल होगा अपनी मंशा के अनुसार आपको अपनापन और प्यार दूंगा तुम इमरान जैसे लौंडे को भूल जाओगी .


चाची ने मुंह ऊपर करके मेरे होंठो पे एक लंबी सी फ्रेंच किसकी और बोली बेटा मुझे तुम्हारी हर बात मंजूर है मुझे बताओ मुझे क्या और कब करना है। तो मैंने कहा अब मैं कल तक यहाँ रुकुंगा फिर मुझे इस्लामाबाद जाना है जब मैं वापस मुल्तान पहुँच जाऊँगा। तो आपको ज़ुबैदा को कॉल करनी है और उसे बोल देना कि मैं अब यहाँ लाहौर में अकेले नहीं रहना चाहती घर बेचकर वापस आ रही हूँ। और फिर आप कहना कि वसीम को लाहौर भेज दो मैं सामान लेकर उसके साथ वापस आ जाऊँगी। और मैं कल ही आपके घर का सौदा यहाँ पे किसी से कर दूँगा और पैसा लेकर इस्लामाबाद आजाउन्गा वहाँ इस हरामी इमरान की व्यवस्था करने के लिए अपने दोस्त को पूरी कहानी बता दूँगा वह एक सरकारी विभाग कर बड़ा अधिकारी है उसकी बहुत ऊपर तक पहुंच है। वह इमरान को सीधा करवा देगा पक्का काम करवा के 12 या 14 साल के लिए अंदर करवा देगा। और वो वीडियो वाला सबूत भी खत्म करवा देगा। आपकी जान छूट जाएगी और आप मुल्तान में चली जाओगी तो सबसे मुश्किल समाप्त। फिर मुझे एक विचार आया मैं चाची को कहा चाची आप को ज़ुबैदा को हमारे बीच हुई किसी बात का पता नहीं लगने देना है। मैं नहीं चाहता कि वह मेरे सामने अपनी बात खुल जाने के कारण लज्जित हो, क्योंकि मैं जानता हूँ वह नादान थी जवानी की आग ने उसे बहका दिया था। चाची मेरी बात सुनकर और खुश हो गई और मेरे होठों को चूमने लगी मैंने कहा चाची एक काम करो वो वीडियो तो मुझे दिखाओ तो चाची ने अपना मोबाइल उठाया और अपने मोबाइल पे वो वीडियो लगाकर मोबाइल मुझे दे दिया और खुद मेरे सीने पे सर रख कर मेरे सीने पे हाथ फेरने लगी।


वास्तव में ज़ुबैदा की ही वीडियो थी उसमें ज़ुबैदा और उस लड़के को देखा जा सकता था और ज़ुबैदा अपनी खुशी में डूबी हुई पूरा मज़ा ले रही थी उसकी खुशी भरी आवाजें साफ सुनाई दे रहीं थीं उस हरामी ने पास ही कैमरा छिपाकर वीडियो बनाई थी। जब वीडियो देख रहा था मुझे पता ही नहीं चला मेरे अंदर कब गर्मी चढ़ गई थी और मेरा लंड सलवार के अंदर खड़ा हो गया था और सलवार में ही तम्बू बना हुआ था। चाची ने जब यह देखा तो उनकी आंखों में एक चमक सी आ गई थी उन्होंने आगे हाथ करके मेरा लंड पकड़ लिया और उसे ऊपर से नीचे लेकर अच्छी तरह जाँच करने लगी वह शायद लंड के आकार का मूल्यांकन कर रही थी । फिर कुछ देर में मुंह मेरी ओर करके बोली वसीम बेटा आज अपनी चाची को ऐसा प्यार और अपनापन दो कि मैं सब कुछ भूल जाऊं।

मैंने कहा चाची मेरी जान आप बेफिक्र हो जाएं मैं आपको आज असली मजा देता हूँ। फिर चाची ने उठकर खुद ही मेरा नाडा खोला और मेरी सलवार को पैरों से निकाल कर एक तरफ रख दिया और मेरे लंड को अपने दोनों हाथों में लेकर बोली बेटा इतना बड़ा लंड जीवन में पहली बार देखा है। ज़ुबैदा ठीक कहती थी वसीम का लंड बड़ा जान दार है योनी को हिला कर रख देता है।

मैं चाची की बात सुनकर हंस पड़ा और बोला हां चाची जान ये तो योनी के साथ गाण्ड को भी हिला कर रख देता है अगर कभी ज़ुबैदा ने गान्ड के अंदर लिया होता तो।

चाची ने कहा क्या मतलब ज़ुबैदा ने अभी तुम्हें अपनी गाण्ड का मजा नहीं दिया है।

मैंने कहा नहीं चाची कभी नहीं दिया कहती है। गाण्ड में नहीं ले सकती बहुत दर्द होगा।
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Re: बीबी से प्यारी बहना

Post by rajsharma »

चाची मेरे लंड की टोटी पे अपनी जीब को गोल गोल घुमाकर बोली कोई बात नहीं वसीम मेरी जान आज तेरी चाची ही यह पूरा लंड अपनी गाण्ड में भी लेगी और योनी में भी लेगी और फिर मेरे आधे लंड को अपने मुंह में ले लिया और गीली ज़ुबान और थूक से ऐसे स्टाइल के साथ छूसा लगाने लगी कि मेरा सांस ही रुकने लगा था। चाची को चुसाइ लगाने में काफी अनुभव था वह ज़ुबान की मजबूती और थूक मिलाकर लंड अपने मुंह के अंदर बाहर कर रही थी। और 3 से 4 मिनट के अंदर ही चाची के मुंह में ही मेरे लंड की नसें फूलने लगीं।

और मेरा लंड लोहे की रॉड बन चुका था। फिर 2 मिनट के बाद मैंने चाची को रोक दिया और अपने लंड को मुंह से बाहर निकाल लिया। मैं बेड पे पैर लंबे करके टेक लगाकर बैठा हुआ था तो चाची ने उठकर अपने सारे कपड़े उतार दिए और पूरी नंगी हो गई चाची का पेट काफी कसा हुआ था और गाण्ड का उभार भी काफी अधिक बाहर निकला हुआ था चाची अपनी टाँगें दोनों ओर फैला कर मेरी गोद में आ गई और एक हाथ मेरी गर्दन में डाला और एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी योनी के छेद पे सेट किया और अपनी पूरी ताकत लगा कर नीचे की ओर जोर से झटका मारा मेरा पूरा लंड चाची की योनी को चीरता हुआ चाची की योनी की जड़ तक उतर गया और चाची के मुंह से एक जोरदार चीख निकली हाईईईईईईईईई नियीयैआइयियीयियी मेरी माँ मर गई । । वसीम बेटा तेरे लंड ने मेरी योनी नूं चीर के रख दित्ता वसीम बेटा हुन तों हलें न थोड़ी देर अपने लंड नूं योनी दे अंदर ही रक्खा चाची ने पूरा लंड अंदर लेकर अपनी बाहों को मेरी गर्दन में डाल कर मुझे जोर पकड़ा हुआ था मैंने भी अपने शरीर को कोई हरकत नहीं दी और चाची भी 5 मिनट तक मेरा लंड अंदर लेकर बैठी रही फिर जब चाची को कुछ राहत महसूस हुई तो मेरे होंठों को अपने होंठों में लेकर चूसने लगी और फिर बोली बेटा तुम्हारा लंड तो बहुत ही जानदार मोटा और लंबा है। पता नहीं मेरी बेटी ज़ुबैदा दिन कैसे लेती रही होगी।


चाची की बात सुनकर मैं हंस पड़ा और बोला चाची जान शुरूआत में उसे भी काफी तकलीफ हुई थी अब तो वो आदी हो गई थी। अब तो शुरू मे उसे थोड़ी बेचैनी महसूस होती है लेकिन बाद में पूरा अन्दर लेकर फुल मज़ा लेती है। फिर चाची भी काफी हद तक सामान्य हो चुकी थी फिर चाची ने अपने शरीर को धीरे धीरे ऊपर उठाना शुरू कर दिया और फिर योनी को उठाकर जब आधा टोपा योनी के अंदर रह गया तो फिर से नीचे बैठने लगी और लंड अंदर लेने लगी चाची चेहरा बता रहा था कि उन्हें काफी तकलीफ हो रही थी। लेकिन फिर भी वह लंड अंदर बाहर करवा रही थी। फिर चाची ने पहले तो धीरे धीरे लंड अंदर बाहर किया लेकिन अब लंड काफीबार योनी के अंदर हो चुका था। अब वह एक तेज तेज धक्को के साथ लंड को पूरा अन्दर बाहर कर रही थी। और उनके मुंह से सुख भरी आवाज़ें निकल रही थीं आहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आह ओह ओहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आह ओहह्ह्ह्ह्ह आह वसीम मेरी जान आज ते तूं स्वर्ग दी सैर करवा देती ए।


मेरे लंड की मोटाई ज़्यादा थी इसलिए चाची की योनी के भीतरी भाग ने मेरे लंड को अपनी ग्रिप में लिया हुआ था और लंड योनी को रगड़ता हुआ अंदर बाहर हो रहा था। फिर एकाएक चाची की गति तेज हो गई और और 1 से 2 मिनट के झटकों ने चाची की योनी का पानी निकलवा दिया था लेकिन चाची बदस्तूर मेरे लंड के ऊपर ही उछल रही थी। अब एक अजीब पिच पिच की आवाज कमरे में गूंज रही थीं। फिर जब चाची का गर्म गर्म पानी मेरे लंड के ऊपर गिरा तो मैं भी मदहोश हो गया और मैंने चाची को कमर से पकड़ कर आगे लेटा दिया और खुद घुटनों पर होकर चाची के पैर उठा कर अपने कंधे पे रख लिए .मैं अब अपनी पूरी ताकत से चाची की योनी के अंदर लंड डाल कर धक्के मारने शुरू कर दिए थे मेरे जानदार धक्कों के कारण चाची का शरीर नीचे से कांप उठा था और उनके मुंह से खुमार भरी अजीब आवाजें निकल रहीं थीं। और वह ऊंची आवाज़ मे चिल्ला रही थी। लेकिन मैं चाची की कोई परवाह नहीं की और 5 मिनट से अधिक का समय हो गया था चाची को पूरी ताकत से धक्के पे धक्के मार रहा था


चाची भी अपनी गाण्ड उठा उठा कर लंड अंदर बाहर करवा रही थी एसी लगे होने के बाद भी हम दोनों का काफी पसीना निकल आया था। फिर चाची शायद फिर से फारिग होने वाली थी, उसने अपनी टांगों से मेरी कमर को जक्ड लिया था मुझे भी अपने लंड में हलचल महसूस हो रही थी। फिर 2 मिनट के बाद मैंने और चाची ने एक साथ वीर्य की बाढ़ को छोड़ दिया और मैं चाची के ऊपर ही औंधा गिर गिर पड़ा और हाँफने लगा नीचे चाची भी बुरी तरह हाँफ़ रही थी।


जब चाची की योनी ने वीर्य की आखिरी बूंद को भी निचोड़ लिया तो फिर चाची के ऊपर से हट कर अपनी तरफ लेट गया और अपनी आँखें बंद कर लीं फिर लगभग 10 मिनट के बाद मैंने देखा चाची बेड से उठ कर बाथरूम में चली गई और लगभग 15 मिनट बाद फिर कमरे में आकर बेड पे लेट गई। फिर भी उठा बाथरूम में घुस गया और अपने लंड की साफ सफाई कर फिर आकर बेड पे चाची के साथ लेट गया। चाची उठकर मेरे पास हो गई मेरे कंधे पे अपना सिर रख कर मेरे सीने के बालों में अपना हाथ फेरने लगी।

चाची ने कहा वसीम बेटा तुम सच कह रहे हो कि ज़ुबैदा ने आज तक तुम्हें गाण्ड में नहीं करने दिया तो मैंने कहा चाची मैं सच कह रहा हूँ। कि वो गाण्ड में करवाती है। तो चाची ने कहा, हां वह इन चारों से गाण्ड में करवाती थी इमरान का एक दोस्त पठान था वह तो पहले करता ही गाण्ड में था और मैंने भी पहले कभी गाण्ड में नहीं करवाया था लेकिन पठान की वजह से मुझे भी करवाना पड़ा अब तो गाण्ड में लेने का शौक हो गया है। जब लंड फंस फंस जाता है तो मज़ा आ जाता है।

मैं चाची की बात सुनकर हंस पड़ा और बोला चाची लेकिन आपकी बेटी ने मुझे आज तक गाण्ड में नहीं करने दिया मैंने 2 से 3 बार कहा था उसने मना कर दिया फिर बाद में मैंने उसे कहना छोड़ दिया था ।

चाची ने मेरा लंड फिर हाथ में पकड़ लिया और बोली वसीम बेटा चिंता न कर मैं अपने बेटे को अपनी गाण्ड दूंगी और एक बार मुझे मुल्तान आ लेने दे फिर खुद ज़ुबैदा को समझा दूँगी वह तेरी बात माना करेगी। फिर मुझे अचानक एक बात दिमाग में आई लेकिन मैं सोच रहा था चाची पुच्छू या नहीं लेकिन फिर सोचा चाची के साथ इतना कुछ हो चुका है अब तो सब कुछ खुल चुका है तो यह बात करने में हर्ज ही क्या है मैने जब चाची को नबीला की सारी बातें बताई थीं तो वो वाली बात नहीं बताई थी। फिर मैंने कहा चाची मेरे दिल में एक बात है क्या आप मेरे इस सवाल का जवाब देंगी। तो चाची ने कहा वसीम बेटा अब तेरे और मेरे बीच किस बात का पर्दा या बात रह गई है पूछो मुझ से पूछना क्या मैं अपने बेटे को सब सच सच बता दूंगी। फिर मैंने हिम्मत करके कहा चाची मुझे पता चला था आप शादी से पहले से लेकर अब तक अपने भाई से भी यह काम करवाती हैं। तो चाची मेरी बात सुनकर थोड़ा शर्मा भी गई और मुस्कुरा भी पड़ी और बोली वसीम पुत्तर यह सच है मेरा मेरे अपने भाई के साथ भी संबंध रहा है। बस ये संबंध भी शादी से पहले शुरू हुआ था जो अब तक चला आ रहा है मेरा भाई मुझसे बहुत प्यार करता है इसलिए आज तक यह संबंध स्थापित है।


वास्तव में मेरे भाई की शादी मुझसे पहले हुई थी उसकी पत्नी पढ़ी लिखी और थोड़ी नखरे वाली और तीखे नैन छवि वाली भी थी। और मेरा भाई अधिक पढ़ा लिखा नहीं था आम लोगों की तरह वो भी अपनी शादी के लिए काफी खुश था जवान था स्वस्थ था जवानी उसके बदन में भी आई हुई थी और तुम्हें पता है जब जवानी तंग करती है तो बंदा अपने पराए को भूल जाता वास्तव में उसे भी जवानी ने काफी तंग कर रखा था वह भी रोज अपनी पत्नी से प्यार करना चाहता था और अपनी पत्नी की जवानी से खेलना चाहता था। उसकी पत्नी उसका साथ तो देती थी लेकिन जिस दिन मज़ा चाहिए होता था वह उस दिन नहीं करती थी। थोड़ा अपनी पढ़ाई और नाज़ नखरे का भी अभिमान था। इसलिए शुरू में ही मेरा भाई काफी परेशान रहने लगा मेरा एक ही भाई था शुरू से ही मुझे अपनी सारी परेशानी और समस्या मुझे बता देता था तो मैं उसकी मदद कर दिया करती थी लेकिन यह वाला काम नहीं करती थी। फिर उसने जब मुझे धीरे धीरे अपना दुख बताना शुरू किया तो मुझे भी दुख हुआ में उसे 2 साल तक समझाती रही धैर्य करो सबसे बेहतर होगा सब सही होगा . अब मैं अपनी भाभी को भी यह नहीं बोल सकती थी वह मेरे भाई को खुश रखा करे लेकिन इशारों में उसे कहती रहती थी लेकिन वह भी नाज़ नखरे वाली थी मेरी भी कहां सुनती थी।


फिर 2 साल तक ऐसा ही चलता रहा मेरा भाई बहुत तंग हो गया था। फिर मैंने ही अपने जीवन का मुश्किल फैसला किया और उसके साथ धीरे धीरे अपना प्यार का दोस्ती का संबंध बना लिया और फिर करते करते वह अपनी पत्नी से मेरा प्रेमी हो गया में उसे पूरा पूरा सुख और मज़ा देती थी। वह मेरा आदी हो गया था। तब उसकी पत्नी को भी बाद में पता चल गया था उसने मेरे भाई को बाद में काफी आकर्षित करने की कोशिश की लेकिन मेरा भाई मेरा आदी हो गया था। इसलिए यह संबंध गहरा होता गया जो आज तक कायम है यह उसकी पत्नी भी जानती है मेरा एक कारण वह भी लाहौर आने का था मैं अपने भाई से थोड़ा दूर रहूंगी तो वह अपनी पत्नी को अधिक समय दिया करेगा फिर यह बोलकर चाची चुप हो गई।

चाची की बातें सुनकर मेरे मन में अचानक एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया था। इससे पहले मैं सवाल करता चाची मेरा मन पढ़ चुकी थी। तुरंत बोली वसीम पुत्तर तू यही सोच रहा है ना कि मेरा भाई मुझसे शादी के बाद भी करता रहा है तो क्या ये बच्चे उसी के तो नहीं। लेकिन बेटा ऐसा कुछ भी नहीं है मैं कसम उठाकर विश्वास दिलाती हूँ मेरी दोनों बेटियों तेरे चाचा की संतान हैं। जब अपने भाई से करवाती थी तो हर बार इसके बाद बर्थ कंट्रोल गोली जरूर लेती थी।

मैंने चाची की बात सुनकर संतोष का सांस लिया और फिर चाची ने कहा बेटा तेरे लंड और मेरे भाई के लंड में बस एक ही अंतर है। उसका लंड भी तेरे लंड जितना लंबा है लेकिन इसका लंड एक दम पतला है तेरा अधिक मोटा है। मेरी तो योनी के अंदर ही इतना फिट होकर गया है पता नहीं गाण्ड में कैसे घुसेगा और हंसने लगी। मैं भी चाची बात सुनकर हँस पड़ा फिर चाची नंगी ही बेड से उतर कर खड़ी हो गई और बोली मैं अभी आती हूँ और दरवाजा खोलकर बाहर चली गई। थोड़ी देर बाद एक बड़े गिलास में दूध गर्म कर उसमें बादाम और काजू के पीस कर डाले हुए थे मुझे दिया और बोली बेटा ये पी लो ताकि मेरे बेटे की शक्ति वापस आ सके जो अभी थोड़ी देर पहले बर्बाद हुई है मैं चाची बात सुनकर मुस्कुरा पड़ा और चाची के हाथ से लेकर दूध पीने लगा
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